महिला के साथ घृणित कृत्य, पुलिस ने FSL और डॉग स्क्वॉड के साथ की जांच शुरू , जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे – एसपी


औरंगाबाद ।  सोमवार को जिले के कसमां थाना क्षेत्र में एक विधवा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। इस जघन्य अपराध के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। कसमां थाना क्षेत्र के एक गांव की दुष्कर्म का शिकार हुई विधवा महिला को ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रफीगंज में भर्ती कराया, जहां से उसे गंभीर हालत में सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर किया गया।

एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज होते ही पीड़िता को चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया और उसके बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई। FSL और डॉग स्क्वॉड को घटना स्थल पर बुलाकर भौतिक साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।

घटना की जानकारी के अनुसार, पीड़िता रफीगंज शहर के कई घरों में काम करती थी और सोमवार की शाम अपने घर लौट रही थी। इसी दौरान सुनसान जगह देखकर दुष्कर्मियों ने उसे दबोच लिया और इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया।

इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और लोग भय और आक्रोश में हैं। पुलिस ने पीड़िता के बयान और साक्ष्यों के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को पकड़ने की कोशिशें तेज कर दी हैं।कांड का अनुसंधान जारी है और पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यह घटना न केवल विधवा महिला के साथ अन्याय है बल्कि समाज के सामने एक चुनौती भी है कि ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़कर सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
गबन के आरोप में बसडिहा पैक्स अध्यक्ष को हुई सज़ा
आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी शोभित सौरव ने जी आर -1921/19, टंडवा थाना कांड संख्या -70/19 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन अभियुक्त को सज़ा सुनाई है, अनुमंडलीय अभियोजन पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि न्यायालय ने अभियुक्त को  भादंवि के धारा -406 और 420 में दोषमुक्त कर दिया और भादंवि धारा 409 में दोषी करार देते हुए तीन साल कठोर कारावास की सजा और दस हजार रुपए जुर्माना लगाया है जुर्माना न देने पर एक माह अतिरिक्त कारावास होगी, अभियोजन की ओर से घटना के समर्थन में पांच गवाही हुई, बचाव पक्ष से एक भी गवाह नहीं आया, अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक सहकारिता प्रसार पदाधिकारी नवीनगर नीरज कुमार ने 17/10/19 को सरकारी राशि गबन का आरोप बसडिहा पैक्स अध्यक्ष कैलाश यादव बसडिहा टंडवा नबीनगर पर लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी जिसमें कहा था कि बसडिहा पंचायत के किसानों से क्रय 573.53 किवंटल सी एम आर चावल राज्य खाघ निगम औरंगाबाद को 31/07/19 तक कैलाश यादव द्वारा जमा करना था 573.53 सी एम आर जिसका मूल्य 14 लाख तीन  हजार दो सो बारह रूपए होता है  जो जमा नहीं हुआ यह सरकारी राशि का गबन है, अभियुक्त तीस माह से जेल में बंद हैं अभियुक्त पर  आरोप गठन 17/08/20 को हुआ था,
विधवा के साथ दुष्कर्म,सदर अस्पताल में चल रही इलाज,प्रमोद कुमार सिंह पहुंचे सदर अस्पताल मामले की ली जानकारी

औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र के एक गांव की विधवा महिला के साथ सोमवार की शाम दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। 

ग्रामीणों ने उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रफीगंज में भर्ती कराया मगर उदकिनस्थित गंभीर देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद लाया है। बताया जाता है कि दुष्कर्म की शिकार हुई विधवा महिला रफीगंज शहर के कई घरों में काम करती है और काम कर के अपने घर वापस लौट रही थी। 

तभी सुनसान जगह देखकर दुष्कर्मियों ने उसे दबोच लिया और घटना को अंजाम दिया। घटना की जानकारी मिलते ही लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार सिंह ने सदर अस्पताल पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। 

उन्होंने बताया कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम होगी। उन्होंने इस जघन्य वारदात कोनांजम देने वालों को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है। 

श्री सिंह ने कहा कि पीड़िता के इलाज में जितने भी खर्च आयेंगे वह खर्च उनके द्वारा वहां किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पीड़िता घटना के बाद से बेहोश है और उसके साथ में उसकी बेटी भी है। 

गैरतलब है कि नबीनगर की चर्चित नाबालिग छात्रा हत्या के मामले का अभी तक उद्भेदन भी नही हुआ तब तक रफीगंज में एक महिला के साथ दुष्कर्म की घटना घट गई।

जलजमाव की समस्या को लेकर बुलाया गया आम बैठक

औरंगाबाद जिले के रफीगंज नगर पंचायत के सभागार में मुख्य पार्षद मिरिख़ दरखशां की अध्यक्षता में जलजमाव की समस्या को ले शहरवासियों से सुझाव लेने हेतू आम बैठक आयोजित की गई।

संचालन पूर्व अध्यक्ष डॉ गुलाम शाहिद ने किया। उपस्थित लोगों ने अपने अपने मुहल्ले की जलजमाव की स्थिति से अवगत कराया।

वार्ड पार्षद नरूल होदा खान ने इसके लिए विशेष टास्क फोर्स बनाने को कहा। पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष हरेंद्र कुमार ने बताया कि रफीगंज ओबरा पथ जो रेलवे पुल के नीचे से होकर गुजरती है बारिश के दिनों में काफी जलजमाव हो जाता है जिसके चलते आवागमन बाधित हो जाता है।इससे शहर का चार वार्ड एवं ग्रामीण एरिया के लोग प्रभावित होते है।पूर्व अध्यक्ष ने बताया कि जलजमाव शहर की एक बड़ी समस्या है।इसके एक दक्ष अभियंता की टीम को बुलाकर सर्वे कराने की आवश्यकता है।

नगर के वार्ड नम्बर 14,16 एवं 11 वार्ड के सर्वे हेतु तत्काल टेक्निकल एक्सपर्ट को बुलाया गया है।कार्यपालक पदाधिकारी शहाब यहया ने बताया कि जलजमाव से निजात हेतु तत्काल टास्कफोर्स का गठन किया जाएगा।इस समय बारिश पूर्व विशेष सफाई अभियान भी चलाया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व चेयरमैन डॉ गुलाम शाहिद,पूर्व जिला पार्षद अरबिंद यादव,रणविजय यादव ,योगेंद्र यादव,रामस्वरूप जैन, वार्ड पार्षद सुबोध कुमार शर्मा,उपेन्द्र रजक,प्रधान सहायक पवन प्रकाश शामिल रहे।

रफीगंज बरामदा से हुई बाइक चोरी,मामला सीसीटीवी में कैद

औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के अहमदपुर साकिब खान के घर के बरामदे से बाइक की चोरी हो गई।मामले में साकिब खान ने दो अज्ञात बाइक चोरों पर प्राथमिकी कराते हुए बताया कि मेरे भाई मो रागिब का पल्सर बाइक संख्या बी आर 26 टी 4214 को रात में बरामदे लगाया था।

रात्रि करीब 02 बजे दो अज्ञात चोरों ने बाइक को चुरा लिया। सीसीटीवी में दो अज्ञात चोर को देखा गया। पुलिस ने इस मामले में कांड संख्या 260 प्रतिवेदित किया है।

औरंगाबाद छत से घुसकर सामूहिक छेड़खानी का प्रयास,तीन बने नामजद अभियुक्त

औरंगाबाद जिले के रफीगंज शहर के एक मुहल्ले में बीते रात पड़ोसी के लड़कों ने छत के सहारे घर मे घुसकर लड़कियों से छेड़खानी का प्रयास करने लगा।

लड़कियों के चिल्लाने पर घर के लोग जगे और उसे पकड़ने का प्रयास किए तो सभी छत के सहारे ही कूद कर भाग गए।

पुलिस ने इस मामले में के पीड़ित लड़कियों के पिता के बयान पर प्राथमिकी करते हुए तीन लड़को को नामजद आरोपी बनाया है। प्रशिक्षु डीएसपी चंदन कुमार ठाकुर ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज छापेमारी किया जा रहा है।

पुलिस ने चोरी के जेवरात को किया बरामद,चोर गिरफ्तार

 रफीगंज (औरंगाबाद)पुलिस ने चोरी के जेवरात को बरामद करते हुए चोर को गिरफ्तार किया।इस मामले में शहर के महराजगंज निवासी खलील खा की पत्नी रेहाना खातून ने प्राथमिकी करते हुए महाराज गंज निवासी मो तौफीक उर्फ राहुल उर्फ बौद्धा को आरोपी बनाया है।

प्राथमिकी में कहा है कि बीते रात मेरे गोदरेज से ताला खोलकर किसी ने एक सोने का चैन,02 सोने का अंगूठी,दो जोड़ी कान का झुमका, एवम एक लॉकेट का चोरी हो गया।इस मामले में घर से लोग सहित आसपास के लोगो से पूछताछ करने लगा तो मो तौफीक की स्थिति संदेहास्पद लगी।

तो उसका पीछा किए तो चोरी का जेवरात बेचते पकड़ा गया।चोरी का जेवरात लहंगा हाउस दुकान,अजय ज्वेलर्स एवम न्यू अंकित ज्वेलर्स बरामद करते हुए मो तौफीक को थानां को सुपुर्द किया।प्रशिक्षु डीएसपी चंदन कुमार ठाकुर ने बताया कि इस मामले प्राथिमिकी कर चोरी के जेवरात को बरामद कर इस मामले आरोपी मो तौफीक को गिरफ्तार किया गया है जिससे और पूछताछ की जा रही है।

प्रवीण कुमार सिंह उर्फ टुन्ना सिंह के निधन पर औरंगाबाद जदयू कार्यलय में शोक सभा का किया आयोजन

औरंगाबाद जदयू के जिला सचिव आनंद सिंह उर्फ टिंकू सिंह की सड़क दुर्घटना में 16 जून की रात में मौत हो गई थी। वह अपने दोस्त मदनपुर

थाना क्षेत्र के महुआवां गांव निवासी प्रवीण कुमार सिंह उर्फ टुना सिंह और रोहतास के नासरीगंज के उपेंद्र सिंह घायल हो गए थे। 17 जून को घायल प्रवीण कुमार सिंह उर्फ टुना सिंह की स्थिति को गंभीर देखते हुए इलाज रांची के एक निजी अस्पताल में कराया गया था। इलाज के दौरान रांची में इनकी मौत हो गई।प्रवीण कुमार सिंह उर्फ टुन्ना सिंह के निधन पर औरंगाबाद जदयु कार्यलय में शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें जदयु जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने शोक व्यक्त किया उन्होंने कहा कि प्रवीण के निधन से औरंगाबाद जदयू को बड़ा झटका लगा है

 जदयू जिला प्रवक्ता राजीव रंजन उर्फ राजा बाबू ने शोक व्यक्त करते हुए बताया कि सड़क दुर्घटना में औरंगाबाद जदयु परिवार दो ऐसे साथी को खो दिया जो पार्टी के लिए अपूर्णीय क्षति है

उन्होने बताया कि इसी बीच झारखंड के विशुनपुर गांव के पास पहुंचे जहां वाहन अनियंत्रित हो गया और पास के पेड़ में जा कर टक्कर खा गया। घटनास्थल पर ही आनंद सिंह उर्फ टिंकू सिंह मौत हो गईं थी। शुक्रवार को इलाज के दौरान प्रवीण कुमार सिंह उर्फ टुना सिंह की भी मौत रांची में हो गई। तीसरे घायल उपेंद्र सिंह की स्थिति सामान्य है।

जिला पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री क अध्यक्षता में SCA/ Niti Aayog/DOC एवं तकनीकी विभागों द्वारा कार्यान्वित योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की गयी

आज दिनांक 24 जून 2024 को जिला पदाधिकारी, श्रीकान्त शास्त्री अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में SCA/ Niti Aayog/DOC एवं तकनीकी विभागों द्वारा कार्यान्वित योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आहुत की गई।

 जिसमें में सभी कार्यान्वित योजनाओं की समीक्षा की गई। 

समीक्षा के क्रम में SCA/DOC योजनान्तर्गत अपूर्ण कार्यों को लेकर संबंधित कार्यकारी एजेंसी यथा-कार्यपालक अभियंता, स्था0 क्षेत्र अभि० संगठन, कार्य प्रमंडल/ जिला प्रोग्राम पदाधिकारी,सर्व शिक्षा अभियान / कार्यपालक अभियंता, सर्व शिक्षा अभियान / कार्यपालक अभियंता, नगर विकास प्रमंडल / कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल / कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल, औरंगाबाद को एक माह के भीतर पूर्व से स्वीकृत कार्यों को पूर्ण कराने का निदेश दिया गया।

आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) योजनान्तर्गत कार्यान्वित योजनाओं की समीक्षा के क्रम में शिक्षा विभाग के माध्यम से कार्यान्वित योजनाओं

 के लंबे समय से अपूर्ण रहने को लेकरना राजगी व्यक्त की गई तथा अविलम्ब कार्यों को पूर्ण कराने का निदेश दिया गया। इसके साथ ही ADP योजना अन्तर्गत कार्यपालक अभियंता, स्था० क्षेत्र अभि० संगठन, कार्य प्रमंडल द्वारा कार्यान्वित योजनाओं को एक माह के भीतर पूर्ण कराने का निदेश दिया गया।

साथ ही बैठक में सभी अभियंताओं को निर्धारित समय सीमा के भीतरनियमानुसार कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण कराने का निदेश दिया गया।

 उक्त वैठक में जिला योजना पदाधिकारी /जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्व शिक्षाअभियान/जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (ICDS)/कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन, कार्य प्रमंडल/ सहायक

अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल, /कार्यपालक अभियंता, सर्वशिक्षा अभियान / कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, औरंगाबाद एवं दाउदनगर /सहायक अभियंता, भवन निर्माण निगम, गया/ कनीय अभियंता, बिहार पूलिस भवन निर्माण प्रमंडल, गया/ सहायक अभियंता, नगर विकास प्रमंडल/ सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल,

औरंगाबाद / सहायक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, औरंगाबाद / सहायक अभियंता, सोन उच्च स्तरीय नहर प्रमंडल, औरंगाबाद/ सहायक अभियंता, उत्तर कोयल नहर प्रमंडल, औरंगाबाद / कार्यपालक अभियंता, विद्युत भवन प्रमंडल, गया/ कार्यपालक अभियंता,विद्युत आपूर्ति, औरंगाबाद / कार्यपालक अभियंता,विद्युत संचरण, औरंगाबाद / प्रबंधक,परियोजना, विहार राज्य स्वास्थ्य एवं आधारभूत संरचना निo लि गया/ सहायक अभियंता,संचरण अवर प्रमंडल, औरंगाबाद उपस्थित रहे।

केंद्र सरकार की बिहार को बड़ी सौगात : नबीनगर NSTPS बिजली परियोजना क्षमता विस्तार को दी मंजूरी, औरंगाबाद के साथ-साथ बिहार की बदलेगी तस्वीर

औरंगाबाद : केंद्र सरकार ने बिहार को एक बड़ी सौगात दी है। सरकार ने एनटीपीसी लि. के पूर्ण स्वामित्व की 1980 मेगावाट ताप विद्युत उत्पादन क्षमता वाली औरंगाबाद के नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (NSTPS) के क्षमता विस्तार स्टेज-2 को मंजूरी दे दी है। स्टेज-2 के तहत एनएसटीपीएस में 800-800 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन नई इकाइयां स्थापित की जाएंगी। तीन नई इकाइयों की स्थापना से एनएसटीपीएस की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 1,800 मेगावाट से बढ़कर 4,380 मेगावाट हो जाएगी। इससे यह परियोजना सर्वाधिक बिजली उत्पादन करने वाली देश की दूसरी सबसे बड़ी ताप विद्युत परियोजना बन जाएगी। केंद्र द्वारा दी गई मंजूरी के तहत एनएसटीपीएस के क्षमता विस्तार के लिए 25 हजार करोड़ से अधिक का निवेश होगा। यह निवेश बिहार में किसी भी परियोजना के लिए अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। परियोजना के 2,400 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता विस्तार के लिए शीघ्र ही निविदा की जाएगी।

25 हजार करोड़ के निवेश से बदल जाएगी औरंगाबाद की तस्वीर

केंद्र सरकार और उर्जा मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार एनएसटीपीएस के स्टेज-2 के तहत 800-800 मेगावाट (कुल 2,400 मेगावाट) बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन नई इकाइयों को धरातल पर उतारने के लिए 25 हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया जाएगा। यह बिहार में किसी भी परियोजना के लिए अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। इस निवेश से इस पूरे इलाके की तस्वीर बदल जाएगी। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आएगी। प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से हजारों लोगों के लिए रोजगार के नए साधन उपलब्ध हो सकेंगे। साथ ही पुनर्वास और पुनर्स्थापना तथा नैगम सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में भी काफी मदद मिलेगी। इस मद में जिले में, खासकर परियोजना प्रभावित इलाके में करोड़ों रुपये से बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इतनी बड़ी परियोजना के लिए व्यापक मानव संसाधन की आवश्यकता होगी और इस निवेश से प्रत्येक आर्थिक गतिविधि को प्रोत्साहन मिलेगा।

फिलहाल नबीनगर में दो बिजली परियोजनाएं कार्यरत हैं। इनमें एक 1,000 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली भारतीय रेल और एनटीपीसी का संयुक्त उपक्रम भारतीय रेल बिजली कंपनी लि. (बीआरबीसीएल), जबकि दूसरी एनटीपीसी लि. के पूर्ण स्वामित्व वाली नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एनएसटीपीएस) है। इसकी वर्तमान बिजली उत्पादन क्षमता 1,980 मेगावाट है। इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण से औरंगाबाद की तस्वीर बदली है। इस बार केंद्र ने इन दोनों परियोजनाओं से भी अधिक बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के विकास में कितना बड़ा बदलाव आएगा और आधारभूत संरचना का भी किस हद तक विकास हो सकेगा। परियोजना के स्टेज-2 में बड़ी राशि के निवेश और परियोजना के पूरा होने पर बिहार को विभिन्न प्रकार के टैक्स के मद में प्रतिवर्ष करोड़ों का राजस्व बढ़ेगा।

 

NSTPS बिजली परियोजना क्षमता विस्तार को मंजूरी

देश की दूसरी सबसे बड़ी बिजली उत्पादन वाली परियोजना बनेगी NSTPS

एनएसटीपीएस के स्टेज-2 के पूरा होने पर नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन देश का सर्वाधिक ताप विद्युत उत्पादन करने वाला देश का दूसरा सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा। स्टेज-2 के पूरा होने से परियोजना से कुल 4,380 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी। वर्तमान में विंध्याचल सुपर थर्मल पावर स्टेशन देश का पहला और सबसे अधिक बिजली उत्पादन करने वाला बड़ा प्रोजेक्ट है। जहां लगभग 4,800 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। गौरतलब है कि एनएसटीपीएस में प्रथम चरण में 660-660 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन इकाइयां स्थापित हैं जो वर्तमान में कुल 1,980 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रही हैं।

 

मेगा थर्मल पावर स्टेशन का मिलेगा दर्जा

एनएसटीपीएस की उत्पादन क्षमता में 2400 मेगावाट की वृद्धि होने के बाद इस परियोजना का दर्जा सुपर थर्मल पावर स्टेशन से बदलकर मेगा थर्मल पावर स्टेशन का हो जाएगा। इससे इस परियोजना को मशीनरी और निर्माण आदि में कर की छूट के अलावा कई अन्य प्रकार की सुविधा हासिल होती रहेगी।

 

परियोजना से बिहार को होगा बड़ा लाभ

एनएसटीपीएस के स्टेज-2 प्रोजेक्ट की स्थापना से बिहार को सर्वाधिक फायदा होने वाला है। इसके पूरा होने से बिहार की बिजली के लिए दूसरे राज्यों की बिजली परियोजनाओं पर निर्भरता दूर हो जाएगी। साथ ही अगले चार वर्षों में बढ़ने वाली बिजली की आवश्यकता की भी पूर्ति इस परियोजना के माध्यम से आसानी से हो सकेगी। बिहार को बिजली के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। बल्कि अपने ही राज्य खासकर औरंगाबाद में उत्पादित 4,380 मेगावाट बिजली से राज्य की बिजली आवश्यकताओं की आधा से अधिक की पूर्ति हो सकेगी। साथ ही स्टेज 2 में बड़े पैमाने पर निवेश और इसके पूरा होने पर बिहार को विभिन्न प्रकार के टैक्स के मद में भी प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये का राजस्व बढ़ेगा।

 

NSTPS बिजली परियोजना क्षमता विस्तार को मंजूरी

एनएसटीपीएस के बिजली उत्पादन क्षमता में विस्तार की स्टेज-2 परियोजना के लिए किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। मामले में निविदा की प्रक्रिया पूरी होते ही निर्माण कार्य आरंभ हो सकता है, क्योंकि कई तरह की सुविधाएं और संसाधन इस परियोजना के पास पहले से ही उपलब्ध हैं। उदाहरण के रूप में इस परियोजना के पास आज भी 1,400 एकड़ सरप्लस जमीन उपलब्ध है। मतलब साफ है कि परियोजना के स्टेज-2 के लिए भूमि अधिग्रहण की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं करनी होगी। साथ ही परियोजना में पहले से ही रेलवे ट्रैक, वॉटर पाइपलाइन और कूलिंग पांड आदि कई तरह की आधारभूत संरचनाएं पहले से ही उपलब्ध हैं। इसलिए इन बुनियादी संरचनाओं का नए सिरे से निर्माण करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि इन्ही संरचनाओं का आंशिक विस्तार कर इनका स्टेज-2 के लिए इस्तेमाल हो सकेगा।

 

माना जा रहा है कि इन आधारभूत संरचनाओं की पूर्व से ही उपलब्धता की वजह से एनएसटीपीएस के क्षमता विस्तार को मंजूरी दी गई है, क्योंकि 800-800 मेगावाट की तीन नई इकाइयों यानी 2,400 मेगावाट और बिजली उत्पादन के लिए एनएसटीपीएस के पास इन संरचनाओं की पहले से मौजूदगी की स्थिति इससे बेहतर विकल्प कोई और हो ही नहीं सकता था। साथ ही स्टेज-2 के निर्माण पर सुरक्षा के लिए भी कोई अतिरिक्त राशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि यहां पहले से ही यह सारे इंतजाम हैं। यहां भूमि समेत कई सारे संसाधन पहले से ही मौजूद होने और कोयले के आवंटन के लिए कोलियरियों के प्लांट से निकटता के कारण बिजली के उत्पादन खर्च में भी कमी आएगी। इस कारण यहां से उत्पादित बिजली भी सस्ती होगी, जिसका सीधा लाभ बिहार और उपभोक्ताओं को मिल सकेगा। इस तरह एनएसटीपीएस में नई इकाइयों का निर्माण खुद एनटीपीसी के लिए भी बेहद लाभदायक है। संभवतः इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा यहां क्षमता विस्तार को मंजूरी दी गई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र