हेल्थ टिप्स:अगर शरीर में जमी फैट को कम करना है तो रोज सुबह पीजिए जीरे का पानी,जानते है कैसे करे उपयोग


आजकल लोग बढ़ते मोटापे के कारण बहुत परेशान इस व्यस्तता वाले समय में खुद के लिए समय निकालना संभव नही हो पाता ऐसे में घर में रखे सामान का उपयोग कर वजन कम कर सकते है। किचन में मौजूद मसाले सिर्फ स्वाद के लिए नहीं बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं. इन्हीं मसालों में से एक है जीरा! इसका उपयोग दालों और सब्जियों में स्वाद बढ़ाने और स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। 

जीरा न सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है. इसमें मौजूद पोषक तत्व मोटापा कम करने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में बहुत कारगर होते हैं आइए आपको बताते हैं कि सुबह खाली पेट जीरे का पानी पीने से आपको क्या फायदे होंगे.

वजन कम करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए जीरे का पानी बहुत फायदेमंद है. जीरे में केवल 7 कैलोरी पाई जाती है, इसलिए यह आपके वजन घटाने के लिए फायदेमंद है. जीरा न केवल तेजी से वजन घटाने में मदद करता है बल्कि रक्त में मौजूद हानिकारक लिपिड के स्तर को भी कम करता है.

पाचन में सुधार: 

जीरा आपके पाचन को बेहतर बनाने में बहुत प्रभावी है. जीरे में थाइमोल और आवश्यक तेल होते हैं जो लार ग्रंथियों को उत्तेजित करते हैं (मुंह को साफ रखने के साथ-साथ चबाने, निगलने और पाचन प्रक्रिया में मदद करते हैं), जिससे पाचन आसान हो जाता है. इसलिए, विशेषज्ञ भी कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों को पाचन में सुधार के लिए सुबह खाली पेट जीरा पानी पीने की सलाह देते हैं.

इम्यूनिटी बूस्ट करे :

कमजोर इम्यूनिटी के कारण लोग संक्रामक रोगों की चपेट में आ जाते हैं. ऐसे में आप अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए जीरे के पानी का सेवन कर सकते हैं. साथ ही यह कई तरह की मौसमी बीमारियों के प्रकोप से भी बचाता है.

कोलेस्ट्रॉल कम करता है: 

कई अध्ययनों के अनुसार, जीरा खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. ऐसे में जो लोग अपने दिल की सेहत बरकरार रखना चाहते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या से बचना चाहते हैं उन्हें इसका इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए.

कैसे इस्तेमाल करें?

सुबह 1 चम्मच जीरा गर्म पानी में उबालकर पीने से आपका वजन तेजी से कम होगा, जो लोग वजन कम करने की सोच रहे हैं उन्हें जीरे का पानी जरूर पीना चाहिए. हालांकि, ध्यान रखें कि सिर्फ जीरा पानी पीने से आप अपना वजन कम नहीं कर सकते. इसके अलावा आपको नियमित व्यायाम और बेहतर आहार भी लेना होगा।

*वंशलोचन एक दिव्य पौधा है जो अपने औषधीय गुण के कारण कई बीमारियों के इलाज़ में होता है सहायक, जानिए उसके गुण और लाभ...?*


प्रकृति ने कई ऐसे अनमोल पेड़ पौधे दिए हैं जिनके दिव्य गुणों के कारण ये हमारे जीवन के लिए बहुत फायदे मंद है.ऐसे पेड़ पौधों में बंश लोचन है जिसका कई औषधीय गुण है. ये बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए फायदेमंद है. वंशलोचन जिसे तबाशीर भी कहा जाता है इसके क्या औषधीय लाभ है और इसका प्रयोग का तरीका क्या है इसको जानने के लिए पढ़िए पुरे इस आलेख को. वंशलोचन बांस के पेड़ की एक किस्म से बनता है। दरअसल, ये बांस का एक तना होता है जो कुछ पत्तियों के साथ बाहर से सख्त और अंदर से नरम होता है। वंशलोचन या ताबाशीर दिखने में एक सफेद पदार्थ की तरह दिखता है, जो मुख्य रूप से सिलिका और पानी से बना होता है. जिसमें चूने और पोटाश के निशान होते हैं, बांस की कुछ प्रजातियों से निकलते हैं। वंशलोचन का कोई स्वाद नहीं होता है। लेकिन ये जीभ पर लगाते ही पानी सोख लेता है। यह गंधहीन होता है और इसकी शेल्फ लाइफ एक वर्ष से अधिक होती है। वंशलोचन की खास बात ये है कि ये औषधीय गुणों से भरपूर है और बड़े से लेकर बच्चों तक सबके लिए फायदेमंद है। वंशलोचन के विभिन्न फायदे और उपयोग को लेकर डॉ. संजय शास्त्री जो आयुर्वेदिक चिकित्सक और लखनऊ आयुर्वेदा क्लीनिक में कार्यरत हैं। कहना है कि - यह प्रकृति द्वारा एक अनमोल पौधा है जो कई गुणों से संपन्न है. *वंशलोचन के औषधीय गुण* वंशलोचन में खास बात यह है कि इसमें सिलिकॉन डाइऑक्साइड है, जो हड्डियों, जोड़ों, टेंडन और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता। वंशलोचन के सेवन से शरीर के ऊतकों का पूरी तरह से विकास होता है। आयुर्वेद के अनुसार, ये इम्यूनो-मॉड्यूलेटर की तरह काम करता है जो कि इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस तरह ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें कुछ खास मेडिसनल गुण होते हैं, जैसे कि कैल्शियम आयरन से भरपूर -एंटी इंफ्लेमेटरी -इम्यूनिटी बूस्टर -एंटासिड -गठिया रोधी -एंटी बैक्टीरियल -एंटी-गाउट *वंशलोचन के क्या हैं फायदे-* *1.ये हड्डियों को मजबूत बनाता है* वंशलोचन में कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसे अगर आप प्रेग्नेंसी के समय खाएं तो, आपके बच्चे की हड्डियों का विकास होता है। बड़े बच्चों को खिलाएं तो उनकी हड्डियां मजबूत होती है और बढ़ती उम्र में खाएं तो, ये हड्डियों का मजबूत बनाता है और जोड़ों के दर्द, गठिया और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसे समस्याओं से बचाता है। ऐसे में आप वंशलोचन को दूध में मिला कर पी सकते हैं। *2. वंशलोचन में पित्त को शांत करने का गुण है* वंशलोचन ठंडी तासीर वाला होता है इसलिए जिन लोगों को हाथ पैर में जलन और हाथ से पसीने निकले की परेशानी होती है उनके लिए भी वंशलोचन का सेवन फायदेमंद है।ये पित्त को शांत करता है और शरीर के बाकी दोष जैसे कि वात, पित्त और कफ में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसके लिए आपको वंशलोचन के पानी का नियमित रूप से सेवन करना होगा। *3.वंशलोचन पेट में सूजन को कम करने में सहायक होता है* पेट में सूजन के कई कारण हो सकते हैं।जैसे कि पेप्टिक अल्सर, अल्सरेटिव कोलाइटिस और क्रोहन रोग आदि। इन सब में पेट का का कुछ भाग प्रभावित होने लगता है और पेट में सूजन आ जाती है। ऐसे में मुलेठी के साथ वंशलोचन का सेवन करने से लाभ होता है. *4.मुंह में होने वाले छालों को दूर करने में सहायक होता है वंशलोचन* पेट कि समस्याओं या अन्य इम्यून सिस्टम कि गड़बड़ी कि वजह से जिन लोगों को मुंह में छाले की समस्या हर कुछ दिनों पर हो जाती है उन्हें वंशलोचन को शहद में मिला कर इसका सेवन करना चाहिए. दरअसल, मुंह के छाले पेट की गर्मी बढ़ जाने के कारण होने लगते हैं. साथ ही जिन लोगों का पित्त ज्यादा होता है उनमें भी ये परेशानी ज्यादा होती है. तो, वंशलोचन पेट की गर्मी को शांत करता है और शहद का एंटीबैक्टीरियल गुण माउथ इंफेक्शन को कम करता है औरमुंह के छालों को ठीक करने में मदद करता है. *5.शरीर को डिटॉक्स करने में वंशलोचन होता है सहायक* शरीर में कई कारणों से कई ऐसे विशाक्त पदार्थों का सृजन होता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. वंशलोचन शरीर को ऐसे पदार्थों से डिटॉक्स करता है और शरीर के सभी अंगों के काम काज करने के लिए बेहतर बनाने में मदद करता है। ये शरीर के विषाक्त पदार्थों को दूर करता है और आंतों की सफाई में मददगार होता है। इसके अलावा वंशलोचन मेटाबोलिज्म को तेज करने में भी मददगार है जो कि खाने-पीने के फंक्शन को सही करने में मदद करता है। *6-बालों के विकास के में भी है वंशलोचनल है सहायक* वंशलोचन बालों के विकास में भी सहायक होता है और बालों को मजबूत करता है। यह प्रभाव इसमें प्राकृतिक सिलिका सामग्री के कारण होता है। इसमें मौजूद सिलिका बालों को पतला होने और बालों को झड़ने से रोकता है। इसका रेगुलर सेवन करने से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और बालों की जड़ें मजबूत रहती हैं और बाल तेजी से बढ़ते हैं। *7-एसिडिटी की समस्या को दूर करता है* लोगों के आज खान-पान में गड़बड़ी को लेकर एसिडिटी कि समस्या आम होती है वंशलोचन एसिड से छुटकारा में आपकी काफी मदद कर सकता है। सुबह खाली पेट वंशलोचन का सेवन करने से एसिडिटी की समस्या को कम किया जा सकता है। साथ ही जिन लोगों को कब्ज की दिक्कत होती है उन लोगो के लिए भी वंशलोचन बहुत फायदेमंद है। *8.बच्चों में मिट्टी खाने की आदत को दूर करता है* अक्सरहाँ कुछ बच्चों को मिट्टी खाने की आदत होती है और आसानी से जाती नहीं। ऐसे में इस आदत को दूर करने में वंशलोचन आपकी मदद कर सकता है। ऐसे में वंशलोचन को पीस लें और शहद में मिला कर इसकी गोलियां बना कर बच्चों को दें। इससे बच्चों मेंकैल्शियम की कमीदूर हो जाएगी और मिट्टी खाने की उनकी आदत ही चले जाएगी। *9.महिलाओं के लिए फायदेमंद है वंशलोचन* महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है। ये पीरियड्स के क्रैंप्स को कम करने में मदद करता है और शरीर में खून की कमी भी नहीं होने देता। साथ ही जिन महिलाओं में आयरन की कमी होती है उनके लिए भी वंशलोचन बहुत फायदेमंद है। ये उन्हें एनीमिया के लक्षण को कम करने में मदद करता है। *10-चेहरे की रंगत निखारता है वंशलोचन* चेहरे की रंगत निखारता है और आपको गोरा होने में मदद करता है। दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी में जो महिलाएं वंशलोचन लेती हैं उनके बच्चे गोरे होते हैं। इसके अलावा वंशलोचन खून साफ करने में मदद करता है, जिससेकील-मुंहासे से छुटकारा मिलता है और रंगत भी साफ होती है। नोट :- वंशलोचन लेने से पहले आप अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से जरूर बात करें। जैसे कि शिशु को आप उनके शरीर के वजन के अनुसार 10 मिलीग्राम दे सकते हैं। बच्चे 125 से 500 मिलीग्राम तो, वयस्कों को 250 से 500 मिलीग्राम और गर्भावस्था में 125 से 250 मिलीग्राम दिन में दो बार दे सकते हैं। पर अगर आप कोई रेगुलर दवा ले रहे हैं तो, अपने डॉक्टर से पूछ कर ही इसका सेवन करें।