धनबाद के सभी अंचलों में कूल सात हजार से अधिक दाखिल-खारिज के मामले लंबित होने की है सूचना
धनबाद : लोकसभा चुनाव खत्म हो गया है। जनता की आस जगी है कि ठहरे या लंबित काम में अब तेजी आएगी। चुनाव के कारण प्रमाणपत्र बनाने से लेकर दाखिल-खारिज के मामले लंबित बड़े थे।
जिले के सभी अंचलों में दाखिल-खारिज के सात हजार से अधिक मामले लंबित हैं। गोविंदपुर अंचल में सबसे अधिक 25 से मामले लंबित है। धनबाद सदर की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। यहां 15 सौ से अधिक मामले लंबित हैं।
गोविंदपुर अंचल में सबसे अधिक मामले लंबित
दाखिल-खारिज से सबसे अधिक लंबित मामले गोविंदपुर अंचल में हैं। दाखिल-खारिज के मामले में गोविंदपुर अंचल की स्थिति पहले से ही ठीक नहीं है। इस अंचल में लंबे समय से दाखिल-खारिज के हजारों मामले लंबित रहते हैं। दाखिल-खारिज के लंबित मामलों की कई बार शिकायत भी की गई है। कुछ मामलों में अधिकारियों ने जांच-पड़ताल भी की है, लेकिन स्थिति फिर वही ढाक के तीन पात वाली हो जाती है।
धनबाद सदर अंचल में भी 15 सौ से अधिक मामले लंबित
दाखिल-खारिज के निबटारे के मामलों में धनबाद सदर अंचल की स्थिति भी ठीक नहीं है। फिलवक्त इस अंचल में भी 15 सौ से अधिक मामले लंबित है। मालूम हो कि जिले में धनबाद सदर तथा गोविंदपुर अंचल में भी सबसे अधिक जमीन की खरीद-बिक्री होती है।
ऐसे में दाखिल-खारिज के मामले भी सबसे अधिक दोनों अंचलों में आते हैं। धनबाद अंचल के लंबित मामलों को भी शिकायत पूर्व में कई बार की गई है। संबंधित अधिकारियों ने भी धनबाद सदर से अंचलाधिकारी को पूर्व में कई बार इस मामले में गंभीरता बरतने का निर्देश दिया है। इसके बाद भी कोई विशेष सुधार नहीं दिखता है।
दूसरे अंचलों में भी लंबित हैं मामले
बलियापुर, निरसा, बाघमारा, टुंडी तथा तोपचांची अंचल में भी दाखिल-खारिज के कई मामले लंबित हैं। इन अंचलों के लोग भी समय पर दाखिल-खारिज नहीं होने से परेशान है।
Jun 23 2024, 16:17