झारखंड में CM, मंत्री और विधायक की सैलरी में बढ़ोतरी , जानें अब कितना मिलेगा किसको वेतन?

झारखंड के सीएम और मंत्रियों की सैलरी बढ़ा दी गई है. वेतन वृद्धि से जुड़े प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. कैबिनेट ने विपक्ष के नेता की भी सैलरी बढ़ा दी है. झारखंड में मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की सैलरी में भारी वृद्धि की गई है. इस वेतन वृद्धि को झारखंड की कैबिनेट ने मंजूरी दी है. नए प्रस्ताव के तहत सभी की सैलरी 50 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई है. झारखंज सरकार ने बुधवार को मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता, विधानसभा स्पीकर, मंत्री और विधायकों की सैलरी में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है. विधायकों की सैलरी 50 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है जबकि मुख्यमंत्री और मंत्रियों की सैलरी क्रमश: करीब 25 प्रतिशत और 31 प्रतिशत बढ़ाई गई है. वेतन वृद्धि को मंजूरी सीएम चंपई सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट के दौरान मंजूरी दी गई है. कैबिनेट सेक्रेटरी वंदना डाडेल ने वेतन मंजूरी की पुष्टि की है. वंदना डाडेल ने कहा, ''कैबिनेट ने विधायक, मंत्रियों, स्पीकर, विपक्ष के नेता, मुख्यमंत्री और विधानसभा के अधिकारियों की सैलरी में वृद्धि को मंजूरी दी है.'' झारखंड कैबिनेट ने बुधवार को अन्य निर्णय भी लिए. इनमें झारखंड जनजातीय भाषा एवं साहित्य अकादमी की स्थापना की स्वीकृति दी गई. बढ़कर इतनी हो गई सीएम और मंत्रियों की सैलरी सीएम की सैलरी पहले 80 हजार रुपये थी जो अब बढ़कर 1 लाख रुपये हो जाएगी. मंत्रियों का वेतन 65 हजार होता था जो बढ़कर 85 हजार तक हो गया है. विधायकों की सैलरी भी अब 60 हजार रुपये हो गई है. झारखंड के विधानसभा अध्यक्ष की सैलरी 98 हजार रुपये हो गई है जो कि पहले 78 हजार रुपये थी. विपक्ष के नेता की सैलरी अब 85 हजार हो गई है जो कि 65 हजार रुपये थी. इन सभी के भत्तों में भी वृद्धि की गई है. कैबिनेट ने लिए ये निर्णय कैबिनेट की ओर से दूसरे फैसले लिए गए हैं. इनमें झारखंड जनजातीय भाषा एवं साहित्य अकादमी की स्थापना को स्वीकृति दी गई है. चिकित्सा अधिकारी डॉ. बेला कुमारी और डॉ बाबू मुर्मू को सेवा से बर्खास्त करने के संबंध में निर्णय लिए गए. कोल्हान यूनिवर्सिटी के अंतर्गत गम्हरिया में डिग्री कॉलेज के निर्माण के लिए फंड को मंजूरी दी गई है.
मंत्री दीपक बिरूआ ने आदिवासी कल्याण आयुक्त अजय नाथ झा को निर्देश दिया,छात्रवृत्ति भुगतान समय पर हो इसकी निर्देश जारी करें

झारखंड डेस्क रांची। छात्रवृत्ति भुगतान किसी प्रकार से लम्बित नहीं रहे। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करें। जिला स्तर पर समन्वय स्थापित कर छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ दें। उक्‍त बातें मंत्री दीपक बिरूआ ने कही। वे गुरुवार को आदिवासी कल्याण आयुक्त अजय नाथ झा को निर्देश दे रहे थे। मंत्री के आदेश पर उपायुक्तों को निर्देश मंत्री के आदेश के बाद जिला स्तर पर समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से आदिवासी कल्याण आयुक्त ने उपायुक्तों को कहा है कि वे प्रत्येक जिला के सभी संकुल स्तर पर कैम्प लगाकर मिशन मोड़ में सभी छात्र छात्राओं का आधार कार्ड बनाने, आधार कार्ड को बैंक खाता से जोड़ने, केवाईसी कराने, ऑनलाइन जाति और आय प्रमाण पत्र बनाने का कार्य करायें। उपयुक्तों को बताएं गए उपरोक्त कार्य की जानकारी दीपक बिरुआ को आदिवासी कल्याण आयुक्त ने दी है। लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश मंत्री के आदेश पर प्री एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के वितरण को निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत वितरित करने के लिए सभी उपायुक्तों को आदिवासी कल्याण आयुक्त ने पत्र लिखा है। साथ ही, शैक्षणिक सत्र 2023-24 और पूर्व के सभी लंबित छात्रवृत्ति का भुगतान 15 जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश मंत्री ने दिया है। वहीं, 31 अक्टूबर 2024 तक शैक्षणिक सत्र 2024-25 का भुगतान भी पूरा करने के प्रति गंभीरता से कार्य करने की बात दीपक बिरुआ ने कही है।
एकतरफा प्रेस-प्रसंग के विवाद को खत्म करने के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान पत्थरबाजी, कई घायल, मामला पहुंचा थाना

झारखण्ड डेस्क
जमशेदपुर : साकची काशीडीह लाइन नंबर तीन में बुधवार शाम उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब नाबालिग किशोरी से एकतरफा प्रेस-प्रसंग के विवाद को खत्म करने के लिए  बैठक बुलाई गई...

साकची काशीडीह लाइन नंबर तीन में बुधवार शाम उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब नाबालिग किशोरी से एकतरफा प्रेस-प्रसंग के विवाद को खत्म करने के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान पत्थरबाजी होने लगी।

बैठक में मौजूद लोगों ने भागकर खुद को बचाया, लेकिन पति-पत्नी जख्मी हो गए।
इधर, सूचना पाकर साकची थाना के अधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद दोनों पक्ष को शांत कराया।

वहीं, जख्मी पति-पत्नी को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा गया। साकची पुलिस ने नाबालिग किशोरी के जख्मी
पिता के बयान पर दूसरे पक्ष के खिलाफ मारपीट व जानलेवा हमला समेत अन्य आरोप में केस दर्ज किया है।

थाना प्रभारी के अनुसार, दूसरे पक्ष के सदस्यों को पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया है। दोनों पक्ष समझौता पर वार्ता कर रहे हैं, अन्यथा आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया जाएगा जाएगा।

साकची पुलिस के अनुसार, नाबालिग किशोरी ने पिता से शिकायत की थी कि पड़ोसी नाबालिग किशोर उसे इंस्टाग्राम पर मैसेज करता है। उसने कई बार मैसेज करने से मना किया था, लेकिन उसने मैसेज करना बंद नहीं किया। इससे किशोरी के पिता ने आसपास के लोगों के साथ बैठककर नाबालिग की इज्जत का हवाला देकर मैसेज बंद कराने को लेकर बात कर रहे थे। इस दौरान बकझक से नाराज किशोर पक्ष के लोग आक्रोशित होकर सड़क किनारे से पत्थर उठाकर किशोरी पक्ष पर फेंकने लगे। इससे किशोरी के परिजनों को चोटे आईं है।
राजधानी रांची में भी आयुष निदेशालय द्वारा योग दिवस पर योगाभ्यास कार्यक्रम का किया गया आयोजन, मुख्य अतिथि थे स्वास्थ्य मंत्री*

रांची :आज पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10वें संस्करण को योगाभ्यास के जरिए मनाया जा रहा है। राजधानी रांची में भी आयुष निदेशालय के तहत बिरसा मुंडा संग्रहालय स्थित बिरसा फन पार्क में मनाया गया। शुक्रवार की सुबह इस राजकीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने योग किया। वही भाजपा के विधायक सीपी सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव एके सिंह विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। विश्व योग दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में अतिथियों के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं ने भी योग किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस कार्यक्रम में राज्य योग केंद्र की योग प्रशिक्षक डॉ. अर्चना कुमारी ने लोगों को योग कराया। इस दौरान उन्होंने योग के महत्व और योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन के रहस्यों को समझाया। यूं तो योग शुद्ध आत्मा और स्वस्थ शरीर के साथ जीवन जीने की प्राचीन पद्धति है। परंतु "योग" को वैश्विक मान्यता दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। उसके बाद 2015 से हर साल 21 जून को पूरे विश्व में बड़े उत्साह के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के इस कार्यक्रम में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने योग दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है कि प्रधानमंत्री कहां योग कर रहे हैं। जरूरत इस बात की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग योग करें। उन्होंने कहा कि समय की कमी के कारण वे भी कुछ आसन मुद्राएं ही कर पाते हैं। वहीं दूसरी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी योगाभ्यास किया। रांची के रॉक गार्डन में स्थित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बाबूलाल मरांडी के साथ सैकड़ो लोगों ने योग किया। योग ने सिर्फ शरीर को बल्कि मंन को भी शांति और एकाग्रचित करता है। योग के अभ्यास से शांतिपूर्ण मन से व्यक्ति को समाज कल्याण के लिए एक बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है। बता दे कि इस वर्ष व्यक्ति से समष्टि तक को समावेशित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम "स्वयं और समाज के लिए योग" रखी गई है। इस वर्ष 10वीं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।
झारखंड में तीन से चार दिनों में मॉनसून के प्रवेश की संभावना, मानसून आगमन के पूर्व बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश से मिली राहत*

झा. डेस्क राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश के कारण गर्मी से राहत मिली है। यह बारिश दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून के आगमन के पूर्व की आहट है। बारिश के साथ विभिन्न भागों में तेज ठंडी हवा चली। गुरुवार को सबसे अधिक बारिश खूंटी में 63.5 मिमी दर्ज की गई। इधर, वज्रपात से गुमला में एक, लोहदरगा में एक और रांची के बुढ़मू में दो व्यक्ति की मौत हो गई। पलामू और गढ़वा के लोगों ने भी बारिश से राहत की सांस ली है। मेदिनीनगर का तापमान पिछले 24 घंटों में पांच डिग्री नीचे 37.8 पर चला गया। अधिकतम तापमान के हिसाब से राज्य में सबसे अधिक पारा 38.7 डिग्री गोड्डा का दर्ज किया गया। रांची में गुरुवार को 39.4, हजारीबाग में 20, रामगढ़ में 19.2, राजमहल में 19.2, चतरा में 17, हजारीबाग में 12.5, गुमला में 10.5, गढ़वा में 10.5, पलामू में 5.5, चक्रधरपुर में 5.4 मिमी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश हुई। संताल के जिलों में कहीं कहीं तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले चार दिनों के दौरान बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर बारिश होगी। इस दौरान कुछ जगहों पर आंधी और वज्रपात की घटनाएं भी हो सकती हैं। तीन से चार दिनों में मॉनसून के प्रवेश की संभावना मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून प्रवेश कर चुका है। अगले तीन से चार दिनों के दौरान यह झारखंड में प्रवेश कर सकता है। इससे मौसम में और नमी आने के आसार हैं। विभाग के अनुसार, मॉनसून का नार्दर्न लिमिट देश के अमरावती, गोंडिया, दुर्ग, रामपुर(कालाहाड़ी) मालदा, भागलपुर और रक्सौल तक कायम हो चुका है। चार से पांच डिग्री गिरा तापमान बारिश होने से झारखंड के कई हिस्सों के तापमान में चार से पांच डिग्री तक गिरावट आई है। राज्य में सरायकेला का अधिकतम तापमान 37.2, गढ़वा का 37.7, देवघर 35.3, गुमला 38.1 डिग्री दर्ज किया गया। राज्य के सभी जिलों के तापमान 40.0 डिग्री से नीचे आ गए हैं। रांची का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम हुआ पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी झेल रहे राजधानी का मौसम भी पूरी तरह से बदल चुका है। मौसम ठंडा और सुहाना हो गया है। गुरुवार की शाम को भी यहां मूसलाधार बारिश हुई। दिन के दौरान अधिकतम तापमान 33.4 दर्ज किया गया जो डिग्री सामान्य से एक डिग्री अधिक है। यहां बारिश और ठंडी हवा के कारण न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री है, जो सामान्य से करीब दो डिग्री कम है। शहरों के तापमान (डिग्री में) शहर अधिकतम गोड्डा 38.7 प सिंहभूम 38.0 गुमला 38.1 मेदिनीनगर 37.8 सरायकेला 37.2 हजारीबाग 37.0 बोकारो 36.1 रामगढ़ 36.2 चतरा 36.6 रांची 33.4 रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा, 'राजधानी समेत पूरे राज्य का मौसम बदल गया है। विभिन्न भागों में बारिश होने के साथ तेज ठंडी हवा चलने से पलामू, गढ़वा समेत अन्य सभी भागों में तापमान गिरा है। गुरुवार को राज्य के किसी भी क्षेत्र में उष्ण लहर की स्थिति नहीं रही। अगले चार दिन तक राज्य के ऊपर बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर बारिश होने का अनुमान है। झारखंड में अगले तीन से चार दिनों के दौरान मॉनसून प्रवेश करने की संभावना व्यक्त की गई है।'
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आज,स्वस्थ रहने के लिए करें योग,जाने उसके लाभ

सरायकेला :विश्व योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्याम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। योग मनुष्य को स्वस्थ बनाता है और दीर्घायु प्रदान करता है। 

 

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : इसी को बढ़ावा देने के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन करोड़ों लोगों ने दुनिया भर योग किया, जो कि एक रिकॉर्ड था। यही कारण है कि योग से शारीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है।

 

11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दी और 21 जून 2015 को प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। प्रथम बार विश्व योग दिवस के अवसर पर 192 देशों में योग का आयोजन किया गया जिसमें 47 मुस्लिम देश भी शामिल थे। 

 

इस अवसर पर दिल्ली में एक साथ 35985 लोगों ने योग का प्रदर्शन किया, जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे और भारत ने दो विश्व रिकॉर्ड बनाकर 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में अपना नाम दर्ज करा लिया।

पहला रिकॉर्ड एक जगह पर सबसे अधिक लोगों के योग करने का बना, तो दूसरा एक साथ सबसे अधिक देशों के लोगों के योग करने का। वर्तमान में योग को शारीरिक, मानसिक व आत्मिक स्वास्थ्य व शांति के लिए बड़े पैमाने पर अपनाया जाता है।

 

योग शब्द की उत्पत्त‍ि : योग शब्द की उत्पत्त‍ि संस्कृति के युज (वाईयूजे) से हुई है, जिसका मतलब होता है आत्मा का सार्वभौमिक चेतना से मिलन। योग लगभग दस हजार साल से भी अधिक समय से अपनाया जा रहा है। 

 

योग के प्रकार :

 योग की प्रामाणिक पुस्तकों जैसे शिवसंहिता तथा गोरक्षशतक में योग के चार प्रकारों का वर्णन मिलता है- मंत्र योग, जिसके अंतर्गत वाचिक, मानसिक, उपांशु आर अणपा आते हैं। हठ योग लय योग राजयोग के अंतर्गत ज्ञानयोग और कर्मयोग आते हैं।

 

योग के सूत्र :

 व्यापक रूप से पतंजलि औपचारिक योग दर्शन के संस्थापक माने जाते हैं। पतंजलि के योग, बुद्धि नियंत्रण के लिए एक प्रणाली है, जिसे राजयोग के रूप में जाना जाता है। पतंजलि के अनुसार योग के 8 सूत्र बताए गए हैं। ये यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि इत्यादि हैं। 

 

योग पुराणों में : 

वैदिक संहिताओं के अनुसार तपस्वियों के बारे में प्राचीन काल से ही वेदों में इसका उल्लेख मिलता है। सिंधु घाटी सभ्यता में भी योग और समाधि को प्रदर्श‍ित करती मूर्तियां प्राप्त हुईं। भगवद्‍गीता में योग के 3 प्रमुख प्रकार बताए गए हैं। वे कर्मयोग, भक्ति योग, ज्ञान योग हैं।

हिन्दू धर्म में साधु, संन्यासियों व योगियों द्वारा योग सभ्यता को शुरू से ही अपनाया गया था, परंतु आम लोगों में इस विधा का विस्तार हुए अभी ज्यादा समय नहीं बीता है। बावजूद इसके, योग की महिमा और महत्व को जानकर इसे स्वस्थ्य जीवनशैली हेतु बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है, जिसका प्रमुख कारण है व्यस्त जीवन, तनावपूर्ण और अस्वस्थ दिनचर्या में इसके सकारात्मक प्रभाव पाने के लिए योग अभ्यास के दौरान आप श्वास, ध्यान, आसन आदि के जरिए स्वस्थ रहने की कला को सीखते हैं।

झारखंड में कब आयेगा मॉनसून? भीषण गर्मी के बीच आज येलो अलर्ट के साथ इन इलाकों में भारी बारिश के आसार


डेस्क: झारखंड के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है. बुधवार देर शाम रांची समेत अन्य जिलों में हुई बारिश से कई जिलों के लोगों को सुकून मिला. मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में संताल के रास्ते मॉनसून झारखंड में दाखिल हो सकता है. इसके लिए ‘येलो अलर्ट’ के साथ 20 जून को कोल्हान और संताल परगना वाले हिस्से में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है.

झारखंड में मिलने लगे मॉनसून के संकेत

मौसम विभाग की मानें तो, राज्य में मॉनसून के प्रवेश के संकेत मिल गये हैं. कई हिस्सों में बादल छा गये हैं और प्री मॉनसून बारिश शुरू हो गयी है. इससे राज्य के आधे से अधिक जिलों का तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे चला गया है. इधर, बादलों के छाने और बारिश शुरू होने से बुधवार को राजधानी का तापमान 37 डिग्री सेसि दर्ज किया गया.

42 डिग्री सेसि रहा पलामू का पारा

बुधवार को पलामू और गढ़वा में लू की स्थिति रही. वहां का तापमान 42 डिग्री सेसि के आसपास दर्ज किया गया. जमशेदपुर के अलावा बोकारो, गोड्डा और सरायकेला का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से अधिक रहा. शेष जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे रहा. पिछले 24 घंटे में लातेहार में 24 मिमी, जबकि खूंटी में करीब 14 मिमी के आसपास बारिश हुई. धनबाद में करीब 65 मिमी की बारिश दर्ज की गयी है. 25 जून तक राज्य के करीब-करीब सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

राज्य में सात से 11.30 बजे तक चलेंगे स्कूल

राज्य में गर्मी को देखते हुए स्कूलों के संचालन के समय में बदलाव किया गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा इस संबंध में बुधवार को पत्र जारी कर दिया. पत्र में कहा गया है कि गर्मी को देखते हुए सभी कोटि के विद्यालय कक्षा केजी से 12वीं तक सुबह सात से 11.30 बजे तक चलेंगे.

विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री से लेकर विधायकों तक के वेतन भत्तें में हुई बढ़ोत्तरी


डेस्क: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री से लेकर विधायकों तक के वेतन भत्तें में बढ़ोत्तरी की गइ है. सभी के वेतन में 20 हजार रूपये का इजाफा हुआ है. 

कैबिनेट ने बुधवार को इस प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है. अब सीएम को प्रति माह 80 हजार की जगह एक लाख रूपये वेतन मिलेगा. वहीं, मंत्रियों को अब 85 हजार रूपये वेतन दिया जायेगा.

 विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर गठित विधानसभा की कमेटी ने इनके वेतन भत्तों में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया था. सभा सचिवालय ने इसे स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा था. वहां से मंजूरी मिलने के बाद ही अब कैबिनेट ने भी इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है.

आपको बता दें कि पिछले विधानसभा सत्र में ही विधायकों और मंत्रियों के वेतन बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखा गया था. इसके साथ ही कैबिनेट में 36 अन्य प्रस्तावों पर भी मुहर लगी है. कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले भी लिए गए हैं.

गर्मी से झुलस रहे राज्यवासियों के लिए राहत की खबर ,मानसून का काउंटडाउन शुरू आज कोल्हान के साथ,संताल और धनबाद, गिरिडीह में भी होगी बारिश


डेस्क न्यूज़

गर्मी से झुलस रहे राज्यवासियों के लिए राहत की खबर है. झारखंड में मानसून का काउंटडाउन शुरू हो गया है. मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में संताल के रास्ते मानसून झारखंड में दाखिल हो सकता है. इसके लिए ‘येलो अलर्ट’ के साथ 20 जून को कोल्हान और संताल परगना वाले हिस्से में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है. बुधवार को रांची समेत कई जिलों में झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली.

झारखंड में हो रही प्री मानसून बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार झारखंड में मानसून के प्रवेश के संकेत मिलने लगे हैं. कई हिस्सों में काले बादल छा गये हैं और प्री मानसून बारिश भी शुरू हो गयी है. इस वजह से राज्य के आधे से अधिक जिलों का तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे चला गया है. इधर, बुधवार को राजधानी रांची में मौसम का मिजाज बदला और झमाझम बारिश हुई. यहां का तापमान 37 डिग्री सेसि दर्ज किया गया.

42 डिग्री सेसि रहा पलामू का तापमान

पलामू और गढ़वा में बुधवार को लू की स्थिति रही. वहां का तापमान 42 डिग्री सेसि के आसपास दर्ज किया गया. जमशेदपुर के अलावा बोकारो, गोड्डा और सरायकेला का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से अधिक रहा. शेष जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे रहा.

25 जून तक हल्की बारिश के आसार

पिछले 24 घंटे में लातेहार में 24 मिमी, जबकि खूंटी में करीब 14 मिमी के आसपास बारिश हुई. धनबाद में करीब 65 मिमी की बारिश दर्ज की गयी है. राजधानी में भी बुधवार को कई स्थानों पर दो मिमी तक बारिश हुई. मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि 25 जून तक राज्य के करीब-करीब सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

आदिवासी बहुल गांव में जल-संकट,पत्थल चुंआ से एक एक कटोरी पानी निकालकर बर्तन भरते हैं लोग

बोकारो, डेस्क। जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत तिलैया पंचायत के मोढ़ा गांव में पानी की भीषण संकट है. स्थिति ये है कि वहां के लोग गांव से एक किलो मीटर दूर स्थित पत्थल चुंआ से एक एक कटोरी पानी निकालकर बर्तन में भरते हैं. पानी इतना कम है कि लोगों को एक डेगची पानी भरने में आधे से एक घंटे का समय लग जाता है.

 साथ ही झुमरा पहाड़ से निकलने वाला नाले का पानी भी सूख गया है. जिस कारण यह समस्या और भी विकराल हो गयी है. बता दें कि यह संताली आदिवासी बहुल इलाका है. 

बोकारो के मोढ़ा गांव की महिलाएं बताती हैं कि पानी लेने के लिए उन्हें कतार में खड़े होकर घंटों इंतजार करना पड़ता है. अगर कभी चुंआ का पानी सूख जाता है तो उन्हें बगैर पानी के ही वापस लौटना पड़ता है. अब तो पानी किल्लत इस तरह होने लगी है कि उन्हें पानी भी दवा की तरह इस्तेमाल करना पड़ता है. खाना बनाने के लिए भी उन्हें पानी नापतोल कर उपयोग करना पड़ता है. 

आज हालत ये है कि ग्रामीणों को स्नान करने के लिए कई दफा सोचना पड़ता है. इस वजह से कई लोग बगैर स्नान किये ही कई दिनों तक रह जाते हैं.

पानी के लिए जोखिम उठाकर जंगल से गुजरना होता है

ग्रामीणों ने प्रभात खबर के प्रतिनिधि को बताया कि जंगल के पास पानी भरने जाते वक्त हमें जंगली जानवरों का डर सताता है. गांवों में अभी भी सड़क बन नहीं बन पायी है. जिससे अवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

 जब वोट का समय पहुंचता है तो सभी जनप्रतिनिधि हमारी समस्यों को हल करने का वादा करते हैं. लेकिन बाद में सुधि लेने वाला कोई नहीं रहता. बता दें कि इस गांव में तकरीबन 20 से 25 परिवार है.

डीप बोरिंग से ,हो सकती है जल संकट का समाधान

मुखिया तलहटी पचांयत की मुखिया चिंता देवी का कहना है कि गांव के लोगों को कुआं दिया गया है. लेकिन गर्मी के दिनों में इसका जलस्तर काफी नीचे चला जाता है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. डीप बोरिंग से ही इस समस्या का हल निकल सकता है. जहां तक गांव के सड़क की बात है तो इसके लिए प्रखंड कार्यालय में बात रखी गयी है. लेकिन अभी तक समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है.

जिलाधिकारी के सज्ञान में काया जाएगा मामला

गांव की समस्याओं को लेकर गोमिया प्रखंड के बीडीओ से बातचीत की गयी तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. लेकिन जल्द ही इसे लेकर जिला स्तर के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कर जल संकट और सड़क की समस्याओं का समाधान किया जाएगा.