महिला से दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार
मलिहाबाद, लखनऊ। घर के बाहर सो रही महिला से दुष्कर्म करने वाले दुष्कर्मी को माल पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
        माल थाने के एक गांव में विगत 25 मई की रात एक महिला अपने घर के बाहर सो रही थी। इसी बीच माल निवासी रवी साहू ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म कर मारपीट कर फरार हो गया था। जिसकी रिपोर्ट महिला ने थाने में दर्ज कराई थी। माल पुलिस ने गुरुवार को सुबह करीब 9 बजे उसके घर पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मुख्य सचिव से 2023 बैच  के भारतीय प्रशासनिक सेवा के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की

लखनऊ।प्रदेश के मुख्य सचिव  दुर्गा शंकर मिश्र ने उत्तर प्रदेश संवर्ग के भारतीय प्रशासनिक सेवा (2023) के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों से भेंट किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी मिली है।  आज के दौर में जन आकांक्षाएं तेजी से बढ़ रही है। पब्लिक सर्वेंट के लिए आने वाले समय में बड़ी चुनौतियां आएंगी, जिनका उन्हें समाधान निकालना होगा। सिविल सेवकों को अपने कार्यों, निर्णयों और सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग की जवाबदेही खुद तय करनी होगी। वह अपनी सेवा के माध्यम से देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में प्रमुख भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।
        
उन्होंने कहा कि इंटीग्रिटी आपकी बेस्ट स्ट्रेन्थ है। अपने अंदर घमण्ड न रखें। हम कोई भी कार्य अकेले नहीं कर सकते हैं,  इसलिए टीम भावना से कार्य करना होगा। हमारा कार्य आम नागरिकों के चेहरे पर खुशियां लाना है। समानता के सिद्धांतों को कायम रखते हुए आम नागरिकों को उनकी पृष्ठभूमि या संबद्धता की परवाह किए बिना समान अवसर देकर और उचित व्यवहार करके उनमें शासन के प्रति विश्वास जगाना होगा।
     
उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के अधिकारियों की एक अहम जिम्मेदारी होती है कि सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों मिले, उनके जीवन में किस प्रकार से बदलाव लाया जाये, इस दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य करना होगा। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को समय का सदुपयोग करने, बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित योगाभ्यास करने और नवीनतम टेक्नोलॉजी से स्वयं को अपडेट रखने की भी सलाह दी।
      
प्रशिक्षु अधिकारियों में इशिता किशोर,  स्मृति मिश्रा, स्वाती शर्मा,  शिशिर कुमार सिंह, सुश्री वैशाली,  गुंजिता अग्रवाल, नितिन सिंह, अनुभव सिंह,  सई आश्रित शाखमुरी, नारायणी भाटिया, महेन्द्र सिंह, चलुवराजु आर, काव्या सी,  दीपक सिंघनवाल, साहिल कुमार व रिंकू सिंह राही शामिल थे।  इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुवेर्दी, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी निदेशकनीना शर्मा, अपर निदेशक डॉक्टर गरिमा यादव सहित अन्य अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
मुक्त विश्वविद्यालय में आज होगा योग का विहंगम आयोजन
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय,  प्रयागराज में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 के अवसर पर यमुना परिसर स्थित त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र में योग का विहंगम कार्यक्रम प्रात: 8:00 बजे आयोजित किया गया है। जिसके मुख्य अतिथि श्री उमेश चंद्र गणेश केसरवानी, महापौर प्रयागराज होंगे तथा अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम करेंगे।

इससे पूर्व आज मानसिक विकारों के प्रबंधन में योग की भूमिका एवं आधुनिक जीवन शैली जनित रोगों के लक्षण एवं इसके बचाव में योग संसाधनों की भूमिका विषय पर योग प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह ने व्याख्यान दिया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर विश्वविद्यालय में मानव जीवन में योग की उपादेयता विषय पर निबंध प्रतियोगिता तथा वर्तमान संदर्भ में योग की प्राथमिकता विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन मानविकी विद्या शाखा के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें शोध छात्रों एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। दोनों प्रतियोगिताओं के सफल प्रतिभागियों को शुक्रवार को विश्व योग दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि महापौर तथा कुलपति सम्मानित करेंगे।

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश का एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जहां से विगत वर्षों में हजारों शिक्षार्थी योग के प्रमाणपत्र,डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा एवं डिग्री कार्यक्रम पूर्ण कर विभिन्न संस्थाओं में योग का प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। यमुना परिसर स्थित त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र में कल होने वाले योग के विहंगम कार्यक्रम की तैयारी को आज अंतिम रूप दिया गया। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि योग कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरा विश्वविद्यालय परिवार उत्साहित है। इससे पूर्व गिनीज बुक में रिकॉर्ड बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने आॅनलाइन शपथ दिलवाकर उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।
सिपाही भर्ती परीक्षा कराने वाली कंपनी पर बड़ी कार्रवाई
लखनऊ । सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने परीक्षा कराने वाली अहमदाबाद की कंपनी एजूटेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। अब एजूटेस्ट को प्रदेश में किसी भी विभाग में भर्ती परीक्षा कराने का काम नहीं मिलेगा।

सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने परीक्षा कराने वाली अहमदाबाद की कंपनी एजूटेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। अब एजूटेस्ट को प्रदेश में किसी भी विभाग में भर्ती परीक्षा कराने का काम नहीं मिलेगा। एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद से वह अमेरिका चला गया था। इसके बाद से वह लौटा नहीं है।

सूत्रों की मानें तो यदि संचालक ने लखनऊ स्थित एसटीएफ मुख्यालय आकर बयान दर्ज नहीं कराया, तो उस पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। दरअसल, एसटीएफ को सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में कंपनी की लापरवाही के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। इसी आधार पर बीते चार माह से विनीत आर्या को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।
वहीं, पेपर लीक कराने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रयागराज निवासी राजीव नयन मिश्रा के बयान के आधार पर एसटीएफ ने मास्टरमाइंड सुभाष प्रकाश की तलाश भी तेज कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक सुभाष प्रकाश, राजीव नयन, रवि अत्री आदि का संगठित गिरोह है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक कराते हैं।
 
अहमदाबाद में टीसीआई एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयरहाउस से सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था। ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से वेयरहाउस में सेंध लगाई गई थी। पेपर का बॉक्स खोलने के लिए बिहार से डॉ. शुभम मंडल को दो बार बुलाया गया था। हालांकि एसटीएफ को ट्रांसपोर्ट कंपनी की पेपर लीक में संलिप्तता के प्रमाण नहीं मिले हैं। जांच में सामने आया है कि पेपर की सुरक्षा का जिम्मा एजूटेस्ट कंपनी को ही संभालना था, जिसमें वह नाकाम रही।
पेपर लीक में गुजरात लॉबी का नाम ही क्यों आता है : लालजी वर्मा

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के सांसद लालजी वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के मामलों में एजूटेस्ट का नाम सामने आ रहा है। जो गुजरात के अहमदाबाद बेस कम्पनी है। आखिर क्या कारण है कि हर बार पेपर लीक में गुजरात लॉबी का ही नाम आता है।सांसद लालजी वर्मा ने कहा कि उप्र पुलिस भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी गुजरात की प्राइवेट कम्पनी एजुटेस्ट को दी गई। अब उस कम्पनी को ब्लैक लिस्ट किया गया, कम्पनी का मालिक विनीत आर्य विदेश भाग गया।



उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती बोर्ड में अचानक डीजी का बदलाव,गुजरात की संदिग्ध कम्पनी को सिपाही भर्ती जैसी बड़ी परीक्षा का ठेका दे देना, इसके बाद पेपर का लीक होना संदेहजनक है। अभी कम्पनी के मालिक का विदेश भाग जाना, फिर भर्ती बोर्ड की डीजी का हटाया जाना पूरी तरह से संदेहजनक है।सूत्र बताते हैं कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ को पेपर लीक की जांच के दौरान कम्पनी एजूरेस्ट के मालिक विनीत आर्या से पूछताछ करनी थी। जिसमें विनीत आर्या के अमेरिका भाग जाने की सूचनाएं एसटीएफ को मिली।

इसके बाद शासन स्तर से कार्रवाई करते हुए पेपर कराने की जिम्मेदार कम्पनी एजुरेस्ट को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया।उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद कम्पनी के ब्लैक लिस्ट में डाले जाने को विपक्ष के नेताओं ने मुद्दा बनाया है। जिसमें सांसद लालजी वर्मा सहित तमाम समाजवादी पार्टी के नेताओं ने बयानबाजी आरम्भ की है।
अधिकारी आमजन की पीड़ा सुनें और समय से निस्तारण करें : मुख्यमंत्री योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' किया। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न कोनों से पहुंचे सैकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा सुनाई। सीएम ने प्रत्येक पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को समयसीमा के अंदर समाधान के निर्देश दिए। जनता दर्शन कार्यक्रम में महिलाएं, पुरुष व युवाओं ने अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया।

प्रत्येक पीड़ितों के पास पहुंच मुख्यमंत्री ने सुनीं समस्या

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार सुबह ही अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' में पहुंचे प्रत्येक पीड़ितों से मुलाकात की। सीएम ने उनकी समस्याओं को सुना, फिर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों को समय सीमा के अंदर न्याय मिले। किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता दर्शन में पुलिस की प्रताड़ना से सम्बंधित शिकायत को मुख्यमंत्री ने गम्भीरता से लिया। बोले कि पीड़ितों के प्रति पुलिस संवेदनशील रहे और स्थानीय स्तर पर ही सुनवाई सुनिश्चित होती रहे।

जनता दर्शन के दौरान उपचार के लिए आर्थिक सहायता के प्रार्थना पत्र भी आए, जिस पर मुख्यमंत्री ने कागजी कार्रवाई कर मरीजों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जमीन पर कब्जे की शिकायत को लेकर आए पीड़ितों को भी सीएम ने आश्वस्त किया कि कहीं भी ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जमीन कब्जा की शिकायत पर सख्ती बरतते हुए इस पर अंकुश लगाया जाए। वहीं युवाओं ने भी अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को रूबरू कराया, जिस पर उन्हें भी त्वरित समाधान का आश्वासन मिला। सीएम ने सभी प्रार्थना पत्रों का समय सीमा के अंदर निस्तारण कर पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने का भी निर्देश दिया।
हर परिवार के पास हो फैमिली आईडी, परिवार की हर जरूरत पूरा करने का बनेगी माध्यम: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश की प्रत्येक परिवार इकाई को जारी की जा रही 'परिवार आईडी' प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ सभी परिवारों को उपलब्ध कराए जाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


*मुख्यमंत्री ने की फैमिली आईडी योजना के प्रगति की समीक्षा*

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने तथा प्रत्येक परिवार के न्यूनतम एक सदस्य को रोजगार-सेवायोजन से जोड़ने के संकल्प के क्रम में प्रदेश में परिवार आईडी जारी की जा रही है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में निवासरत लगभग 3.60 करोड़ परिवार के 15.07 करोड़ लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ पा रहे हैं। इन परिवारों की राशनकार्ड संख्या ही फैमिली आईडी है। जबकि 01 लाख से अधिक गैर राशन कार्ड धारकों को फैमिली आईडी जारी की जा चुकी है।

*यूपी में तैयार हो रहा परिवार इकाइयों का लाइव डेटाबेस*

ऐसे परिवार जो कि राशन कार्ड धारक नहीं हैं, उनके लिए https://familyid.up.gov.in पर पंजीयन कर परिवार आईडी प्राप्त करने की व्यवस्था है। इस योजना का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रदेश का कोई भी परिवार इससे वंचित न रहे।एक परिवार-एक पहचान योजना के तहत प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी किया जा रहा है। इससे राज्य की परिवार इकाइयों का एक लाइव व्यापक डेटाबेस स्थापित होगा। यह डेटाबेस लाभार्थीपरक योजनाओं के बेहतर प्रबंधन, समयबद्ध लक्ष्यीकरण, पारदर्शी संचालन एवं योजना का शत-प्रतिशत लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने और आम जनता को सरकारी सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने की व्यवस्था के सरलीकरण में सहायक होगा।

*25 करोड़ जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए*

सीएम योगी ने कहा कि परिवार आईडी प्रदेश के सभी परिवारों के लिए है। 25 करोड़ जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए। परिवार आईडी के माध्यम से प्राप्त एकीकृत डेटाबेस के आधार पर रोजगार से वंचित परिवारों का चिन्हांकन कर उन्हें रोजगार के समुचित अवसर प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जा सकेंगे।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार संचालित 76 योजनाओं व सेवाओं को फैमिली आईडी से लिंक किया जा चुका है। अवशेष सभी लाभार्थीपरक योजनाओं को परिवार आईडी से लिंकेज किया जाए। केन्द्र सरकार के सहयोग से संचालित समस्त योजनाओं का डेटाबेस प्राप्त कर उसे परिवार कल्याण पास बुक एवं फैमिली आईडी से जोड़ा जाना चाहिए।

*जाति और आय प्रमाण पत्र जारी करने में अनावश्यक देरी न हो*

उन्होंने बताया कि सभी लाभार्थीपरक (डीबीटी) योजनाओं, सेवाओं के ऑनलाइन आवेदन में आधार आवेदन एवं आधार अधिप्रमाणन अनिवार्य किया जाना चाहिए। इस तरह फैमिली आईडी का कवरेज बढ़ाने में सहायता मिलेगी। आईटीआई, पॉलिटेक्निक एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में नए प्रवेश के समय आधार ऑथेंटिकेशन कराएं, तदोपरान्त परिवार आईडी से लिंकेज किया जाए।जाति और आय प्रमाण पत्र जारी करने में अनावश्यक देरी न हो।

*परिवार का पासबुक भी तैयार कराया जाए*

इस प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए।उन्होंने कहा कि हर एक परिवार को मिल रहे शासकीय योजनाओं के लाभ का पूरा विवरण दर्शाते हुए परिवार का पासबुक भी तैयार कराया जाए। पास-बुक और परिवार आईडी जारी करने से पूर्व परिवार के संबंध में सभी जानकारी को विधिवत प्रमाणित किया जाए। सभी संबंधित विभाग इसमें सहयोग करें।
युवक की पिटाई से मौत पर अलीगढ़ में बवाल, तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात

लखनऊ । अलीगढ़ के मिश्रित आबादी वाले मामू भांजा इलाके में मंगलवार रात चोरी के शक में शख्स औरगंजेब की पिटाई से मौत के बाद बुधवार को पुराने शहर में तनाव की स्थिति बनी रही। दोपहर में अतिसंवेदनशील सब्जी मंडी चौराहे पर दोनों पक्षों के आमने-सामने आने से टकराव के हालात बन गए। पुलिस ने बमुश्किल यहां पर स्थिति को संभाला। शहर में करीब 17 बाजार बंद रहे। गुस्साए लोगों ने जगह-जगह जाम लगाकर प्रदर्शन किया। एक धार्मिक स्थल पर कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंककर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, जिससे वहां पर अफरातफरी मच गई। ऊपरकोट पर भी पथराव की सूचना है।

जानकारी के अनुसार, मोहल्ला मामू भांजा रंगरेजान में मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे एक युवक फरीद उर्फ औरंगजेब कपड़ा व्यापारी मुकेश चंद्र मित्तल के घर घुस रहा था। इसी दौरान ऊपर से आ रहे कपड़ा व्यापारी के परिचित को देख वह भागने लगा और जीने से गिर गया। बाद में कपड़ा व्यापारी पुत्र और कुछ अन्य लोगों ने उसे लाठी-डंडों से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई थी। घटनाक्रम के दो वीडियो बुधवार सुबह से सोशल मीडिया पर वायरल हुए। ये दोनों वीडियो इस घटना का पूरा सच बयां कर रहे हैं और एक-एक बात की गवाही दे रहे हैं। पहला एक वीडियो सुबह सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। दो मिनट 18 सेकंड के इस वीडियो में मामू भांजा इलाके में कपड़ा व्यापारी के घर के सामने स्थित चौक में पंद्रह-सोलह लोग युवक औरंगजेब को घेरे खड़े हैं। 

पांच छह लोग उसे क्रमवार पीट रहे हैं। हाथ में डंडे लिए बार-बार पीटते हुए लोग पूछ रहे हैं कि वह यहां क्यों आया था। इस दौरान गिड़गिड़ाते हुए वह उनसे मिन्नत कर रहा है, माफी मांग रहा है। मगर कोई रहम नहीं कर रहा। कोई उसे इधर से उधर खींच रहा है तो कोई पीटे जा रहा है। इस घटना का वीडियो इस घर के सामने रहने वाले व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद किया है। इसके बाद एक अन्य वीडियो फिर कुछ घंटे बाद वायरल हुआ, इसमें वह उसी घटनास्थल पर बजरी के ढेर पर बैठा है। उसे पीटने वाले उससे उसके साथियों के नाम पूछ रहे हैं।  उनके हाथ में डंडा लगा है। वह कहते हैं कि इसके घुटने तोड़ दो। वह अपने साथियों में से एक का नाम सलमान निवासी ऊपरकोट बताता है। वह बताता है कि पहले भी मंगल के दिन रेकी करने आए थे। 
 
वह मंगल को फेरी करते है और उसके घर के पास रहने वाले समीर ने उसे पोल पट्टी बताई थी। मुझे किसी ने कोई घर नहीं बताया था। वह लोगों के डर से भागा था। यह वीडियो भी एक मिनट 49 सेकंड का है। उसकी बातों से यही माना जा रहा है कि वह चोरी के इरादे से घुसा है। मृतक के भाई मो. जकी की तहरीर पर कपड़ा व्यापारी के पुत्र सहित दस नामजद व 10-12अज्ञात के खिलाफ थाना गांधीपार्क में हत्या, बलवे और कई अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। तहरीर में मो. जकी ने भीड़ हिंसा का भी जिक्र किया है। छह नामजद को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सुबह पोस्टमार्टम के बाद गम और गुस्से के बीच शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
यूपी में आज से शुरू होगी राज्य पक्षी सारस की गणना,प्रभागीय वनाधिकारी होंगे को-ऑर्डिनेटर

लखनऊ। योगी सरकार ने सारस के संरक्षण के लिए पहल की, जिसके सुखद परिणाम मिलने लगे। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में गुरुवार से राज्य पक्षी सारस की गणना होगी। वर्ष में दो बार (ग्रीष्मकालीन-शीतकालीन) गणना होती है। वर्ष 2024 के लिए गुरुवार से दो दिन तक सारस गणना होगी। यह गणना सुबह-शाम दो बार की जाएगी। इसमें वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही विद्यार्थियों व प्रकृति प्रेमियों का भी सहयोग लिया जाएगा। 2023 में हुई गणना में उत्तर प्रदेश में 19522 सारस पाए गए थे। प्रभागीय वनाधिकारी अपने प्रभाग में पाए गए सारस की संख्या व फोटो पहली जुलाई तक मुख्य वन संरक्षक, ईको विकास, लखनऊ को उपलब्ध कराएंगे।


सारस की गणना वर्ष में दो बार (ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन) होती है। 20 व 21 जून-2024 को ग्रीष्मकालीन सारस गणना की जाएगी। इसके लिए प्रत्येक प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के को-ऑर्डिनेटर होंगे। वन रक्षक गणना टीम का लीडर होगा। इनके कार्य क्षेत्र में कई वेटलैंड होने पर एक से अधिक टीम गठित की जाए। इसके लिए जनसामान्य को भी जागरूक किया जाएगा। गणना में स्कूल, कॉलेज के बच्चों, प्रकृति प्रेमियों व एनजीओ भी सारस गणना में प्रतिभाग कर सकते हैं। इन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।


वर्ष 2024 में प्रत्येक गणना स्थल पर सुबह छह से आठ और शाम चार से छह बजे तक गणना होगी। दोनों में जो भी संख्या अधिकतम होगी, उसे ही वास्तविक माना जाएगा। प्रत्येक गणना स्थल की जीपीएस रीडिंग भी होगी। वहीं साल दर साल सारस की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई। कोरोना के बाद प्रदेश में 2021 में 17329 सारस पाए गए। 2022 में यह बढ़कर 19188 हो गए। 2023 में यह संख्या बढ़कर 19522 हो गई। वहीं 2024 में गुरुवार से होने वाली गणना के उपरांत सारस के कुनबे के और बढ़ने की संभावना है।
भाजपा सरकार में उप्र की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई : अखिलेश यादव

लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। मौसम की मार और लू लगने से लोगों की लगातार मौतें हो रही हैं। बुखार और संक्रामक बीमारियां बढ़ रही हैं। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। अस्पतालों में दवा, इलाज नहीं मिल रहा है। बड़ी संख्या में मरीज निजी अस्पतालों में इलाज कराने पर मजबूर हैं जहां उनके पैसों की लूट हो जाती है।

अखिलेश यादव ने कहा कि राजधानी लखनऊ, गाजियाबाद समेत तमाम जिलों में लोगों की गर्मी लू से मरने की खबरें आ रही है। सरकार का लोगों के दवा इलाज और स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने पर कोई ध्यान ही नहीं है। भाजपा सरकार ने समाजवादी सरकार में शुरू की गयी 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा को बर्बाद कर दिया। प्रदेश के विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेज के नाम पर सिर्फ अधूरी बिल्डिंग खड़ी है। वहां न डॉक्टर है और न पैरा मेडिकल स्टाफ और न कोई सुविधा।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि पूरी भाजपा सरकार ने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह लापरवाह बना हुआ है। उसे आम जनता की कोई चिंता नहीं है। प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज सरकार की उदासीनता के शिकार हो गये है। बदायूं में समाजवादी सरकार में निर्मित बदायूं मेडिकल कॉलेज बीजेपी सरकार की उदासीनता और बेरुखी के चलते बदहाल हो गया है। यहां मासूम नवजातों की मौतों का सिलसिला जारी है, इलाज की कोई सुचारू व्यवस्था नहीं।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा विकास नहीं विध्वंस करती है। समाजवादियों ने जो काम किये थे उनको बिगाड़ना ही भाजपा का मुख्य काम हो गया है। भाजपा सरकार से जनता का भरोसा खत्म हो गया है। भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल है।