नगर आयुक्त शहर में भ्रमण शील होकर चोक हुई नालियों को तुरंत साफ करने का दिया निर्देश

गोरखपुर। रात्रि में हुए बारिश को ध्यान में रखते हुए नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल शहर में भ्रमण शील होकर चोक हुई नालियों को तुरंत संबंधित अधिकारियों को साफ करने का दिया निर्देश सभी सहायक नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण शील रहकर नालियों का बराबर सफाई कराए।

जिससे बरसात होने पर किसी भी नाली में पानी न रुकने पाए। देर रात्रि में हुई मूसलाधार बारिश से नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों का नगर आयुक्त निरीक्षण कर नगर आयुक्त शिवाय होटल के आगे पवित्र मैरिज लॉन के पास निरीक्षण के दौरान सहायक नगर आयुक्त सुरेंद्र सिंह एवं सफाई निरीक्षक रामविजय को बताया गया कि शिवाय होटल से अग्रसेन तिराहा तक नाला का निर्माण कार्य चल रहा है नाले में जगह-जगह मलबा एवं कूड़ा आदि भरा हुआ मिला है उसे तुरंत साफ कराए अवर अभियंता विवेकानंद को नाले का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करा कर नाले पर स्लैब रखवाने हेतु निर्देशित किया नगर आयुक्त द्वारा सुमेर सागर रोड पर स्थित टीनघर पुलिया के पीछे के नाले का निरीक्षण के दौरान इस बड़े नाले में काफी ज्यादा मात्रा में कूड़ा प्लास्टिक बोतल आदि भरा हुआ मिला।

नाले के किनारे पटरी पर भी जगह-जगह काफी मात्रा में कूड़ा पड़ा हुआ पाया गया. साथ ही नाले के बगल में रामलीला मैदान की जमीन पर एवं नाले के दोनों तरफ कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण भी कर लिया गया है नगर आयुक्त ने अतिक्रमण को हटवाते हुए नाले की सफाई कराने के लिए निर्देशित किया बेतियाहाता में हनुमान मंदिर के आगे एवं महेवा चुंगी के पास चल रहे नाला सफाई कार्य का निरीक्षण कर बरसात को देखते हुए समस्त जोनल अधिकारी एवं सफाई निरीक्षक को अपने-अपने क्षेत्र में नालियों की नियमित सफाई कराते रहने एवं नालियों पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटवाने हेतु निर्देशित किया जिससे नाला जाम न होने पाए।

संपर्क मार्ग टूट-फूट कर जर्जर, दुश्वारियां झेल रहे लोग,निर्माण के बाद कभी नहीं हुई मरम्मत
सिकरीगंज गोरखपुर।कस्बे में स्थित बैरियर से इमलीडीह खुर्द, इमलीडीह बुजुर्ग गांव से होकर जाने वाला लगभग 300 मीटर लंबा संपर्क मार्ग टूट-फूट कर पूरी तरह से जर्जर और क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस संपर्क मार्ग पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। उखड़ी गिट्टियां और बड़े गड्ढे मार्ग की दयनीय दशा खुद बयां करते हैं। स्थानीय लोगों में संजय, कुलदीप, असलम, जावेद, रमेश, मंजूर अली, मुस्तफा आदि ने बताया कि वर्षों पहले सड़क बनी लेकिन कभी इसकी मरम्मत नहीं हुई है।

लोगों ने बताया कि आए दिन सिकरीगंज कस्बे में जाम लगने पर संतकबीरनगर, गोला, उरूवां मार्ग की ओर जाने वाले यात्री अक्सर रूट डाइवर्जन होने पर इसी रोड से जाते हैं। इतना ही नहीं मुहर्रम और दुर्गा पूजा के समय भी जाम की समस्या से बचने के लिए इसी रोड से डाइवर्जन रूट का इस्तेमाल होता है। किंतु लगभग
300 मीटर से अधिक लंबा संपर्क मार्ग पूरी तरह छतिग्रस्त हो चुका है, वर्षों से मार्ग से होकर आने जाने वाले यात्रियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
शिकायतों के बाद भी इस मार्ग की मरम्मत नहीं कराई गई है। बारिश आने वाली है और बची खुची रोड का अस्तित्व भी पानी भरने से खत्म हो जाएगा।
तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश से सुहावना हुआ मौसम
खजनी गोरखपुर।इलाके में बीती रात तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश ने लोगों को बेतहाशा गर्मी से राहत पहुंचाई, वहीं किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। सूरज की तेज तपिश भीषण गर्मी के कारण 43° से. तक पहुंच चुका पारा, झुलसाती गर्मी से बेहाल हो चुके लोगों को मौसम में आए अचानक इस बदलाव से बड़ी राहत मिली। वहीं मध्यरात्रि के बाद पारा लुढ़ककर 24° से. तक जा पहुंचा जिससे मौसम सुहावना हो गया।

स्थानीय किसानों में घिराऊ,मटेलू, अरविंद चौरसिया, गया प्रजापति, जोखन, राजकुमार आदि ने बताया कि गर्मी की सब्जियों की फसलें तथा धान की नर्सरी सूख रही थी। बारिश से बड़ी राहत मिली है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विशेष: विश्व में क्रिया योग का प्रचार प्रसार करने वाले योगजनक परमहंस योगानंद का जाने इतिहास, कहा हुआ था जन्म
गोरखपुर। 21 जून को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से बड़े ही हर्सोउल्लास के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष भी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर विभिन्न प्रकार की तैयारी की गई. दैनिक जीवन में योग क्रिया को अपनाकर हम अपने आप को निरोग रख सकते हैं।

योग के जनक कहे जाने वाले परमहंस योगानंद बीसवी सदी के एक आध्यात्मिक गुरु, योगी और संत के रूप में जाने जाते थे. उन्होंने अपने अनुयायियों को क्रिया योग उपदेश दिया था और पूरे विश्व में उसका प्रचार प्रसार किया. यूरोपीय देशों में योगानंद परमहंस की पूजा भी की जाती है. उनके हजारों लाखों की संख्या में अनुयायी है. उन्होंने अपने जीवन काल में कई ऐसे कार्य किए जिन्हें इतिहास के पन्नों में संजो कर रखा गया है।

परमहंस योगानंद का जन्म मुकुंद लाल घोष के रूप में 5 जनवरी 1893 में गोरखपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के पास स्थित एक मकान में हुआ था. योगानंद के पिता भगवती चरण घोष बंगाल नागपुर रेलवे में उपाध्यक्ष के समकक्ष पद पर कार्यरत थे. योगानंद अपने माता-पिता की चौथी संतान थे. उनके माता-पिता क्रिया योगी लाहिड़ी महाशय के शिष्य बताए जाते हैं. सन 1920 में उन्होंने अमेरिका के लिए प्रस्थान किया उन्होंने अपने अनुयायियों को क्रिया योग उपदेश दिया तथा पूरे विश्व में उसका प्रचार व प्रसार किया।

योगानंद के अनुसार क्रिया योग ईश्वर से साक्षात्कार की एक प्रभावी विधि है. इसके पालन से अपने जीवन को संवारा और ईश्वर की ओर अग्रसर किया जा सकता है. योगानंद प्रथम भारतीय गुरु माने जाते हैं. जिन्होंने अपने जीवन के कार्य को पश्चिम में किया. उन्होंने सम्पूर्ण अमेरिका में अनेक यात्राएं की. अपना जीवन व्याख्यान देने, लेखन तथा निरंतर विश्व व्यापी कार्य को दिशा देने में लगाया. अमेरिका सहित अन्य यूरोपीय देशों में उन्होंने युद्ध स्तर पर योग का प्रचार प्रसार किया. उनकी उत्कृष्ट आध्यात्मिक कृति योगी कथामृत की लाखों प्रतियां बिकीं. वह सर्वाधिक बिकने वाली आध्यात्मिक आत्मकथा रही है।

डीआर टीबी मरीजों को गोद लेकर मनाया पिता की पुण्यतिथि

गोरखपुर। जन्मदिन और पुण्यतिथि जैसे मौकों पर समाज के प्रभावशाली लोगों के साथ साथ अब स्वास्थ्यकर्मी भी टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए आगे आ रहे हैं। इसी कड़ी में टीवी एचआईवी कोआर्डिनेटर राजेश सिंह ने भूमि संरक्षण अधिकारी रहे उनके पिता स्व भगत सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर दो ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी मरीजों को गोद लिया है । यह जानकारी जिला क्षय रोग उन्मूलन अधिकारी डॉ गणेश यादव ने दी। उन्होंने बताया कि जिले में 1175 निक्षय मित्र 3066 टीबी रोगियों को गोद लेकर उनकी मदद कर रहे हैं । जिले में इस समय डीआर टीबी के 313 मरीज और ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी के 8209 मरीजों का उपचार चल रहा है।

जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीज को गोद लेने वाले को निक्षय मित्र कहते हैं। कोई भी व्यक्ति या संस्था स्वेच्छा से निक्षय मित्र बन सकते हैं। निक्षय मित्र का निक्षय 2.0 पोर्टल पर पंजीकरण किया जाता है। मरीज की सहमति से ही उसे गोद लेते हैं। गोद लेने का आशय टीबी मरीज को मानसिक संबल प्रदान करना और पोषण के जरिये सहयोग करने से है। पोषण के लिए प्रत्येक माह टीबी मरीज को स्वेच्छा से चना, गुड़, फल, मूंगफली, सोयाबीन आदि पौष्टिक सामग्री देना होता है। मरीज को अन्य सामाजिक योजनाओं से जोड़ कर उसका लाभ भी दिलवा सकते हैं। हम सभी को मिल कर ऐसा वातावरण तैयार करना चाहिए कि इलाज के दौरान मरीज को महसूस हो कि वह अकेला नहीं है और समाज उसके साथ खड़ा है। इससे मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।

डीआर टीबी मरीजों को गोद लेकर निक्षय मित्र बने स्वास्थ्यकर्मी राजेश ने बताया कि विभाग के अन्य स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा मरीजों को गोद लेकर उनकी मदद करने के प्रयासों को देख वह भी ऐसा करने के लिए प्रेरित हुए। उनके पास डीआर टीबी मरीज भी दवा लेने के लिए आते हैं, जिनमें कई काफी कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि के होते हैं। उन्होंने जिन दो मरीजों को गोद लिया है उनमें से एक हाईस्कूल की छात्रा हैं, जिसकी पढ़ाई टीबी होने के कारण बाधित हो गयी थी। दूसरा मरीज ठेला चलाता है और आर्थिक तौर से काफी कमजोर है। उन्होंने तय किया है कि दोनों मरीजों को यथासंभव हर माह पोषण पोटली देंगे और साथ ही उनका हालचाल लेकर मनोबल बढ़ाते रहेंगे।

इस अवसर पर उप जिला क्षय रोग उन्मूलन अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, जिला समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र भी मौजूद रहे।

मदद का मिला है भरोसा

दसवीं की छात्रा 15 वर्षीय कल्पना (बदला हुआ नाम) ने बताया कि खांसी और बुखार ठीक न होने पर उनके परिवार के लोगों ने चिकित्सक की सलाह पर उनकी जांच करवाई, जिसमें टीबी की पुष्टि हुई । पिछले साल 11 सितम्बर को दवा शुरू हुई। दवा खाने के बाद कुछ दिनों तक उल्टी की दिक्कत होने लगी और टीबी के कारण वह काफी कमजोर भी हो गई थीं, इसलिए पढ़ाई बंद कर दिया था। दवा के बाद हालत में थोड़ा सुधार हुआ तो स्कूल जाने लगीं। उन्हें जिला क्षय रोग केंद्र बुला कर मंगलवार को पोषण पोटली दी गयी है और कहा गया है कि दवा बंद नहीं होनी चाहिए। अगर कोई परेशानी हो तो जिला क्षय रोग केंद्र पर सम्पर्क करने के लिए बताया गया है।

संगठन की सक्रियता बढ़ाने के लिए ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की बैठक

खजनी गोरखपुर। ग्रमीण पत्रकार एसोशिएसन खजनी कार्यालय पर आज तहसील अध्यक्ष रामअशीष त्रिपाठी के अध्यक्षता में खबरों के संकलन, संगठन की मजबूती तथा सक्रियता बढ़ाने को लेकर व्यापक चर्चा की गई। अध्यक्ष ने सलाह देते हुए कहा कि ग्रापए के सभी पत्रकार बंधुओं को आपसी सद्भाव के साथ आम जनता की समस्याओं और जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से उजागर करना चाहिए।

उपाध्यक्ष गजेंद्र तिवारी ने कहा कि क्षेत्र में समाचार संकलन के दौरान सभी पत्रकारों को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। इस दौरान बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते हुए संगठन और पत्रकार हित के मुद्दों पर विस्तार सहित चर्चा की।

बैठक में मुख्य रूप से संगठन अध्यक्ष रामअशीष त्रिपाठी, उपाध्यक्ष गजेंद्र राम त्रिपाठी, महामंत्री शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी लेकर, मंत्री अर्धचंद्रधारी त्रिपाठी, वरिष्ठ संरक्षक राजाराम यादव, देवेन्द्र इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

नवागत थानाध्यक्ष का अद्भुत स्वागत,थाने में भिड़े दो पक्ष

खजनी गोरखपुर।थाने में दो पक्षों के बीच भूमि विवाद के मामले में फरियाद लेकर पहुंचे दो पक्ष थाना परिसर में ही आपस में भिड़ गए, अपशब्दों और धमकियों के बाद नौबत हाथापाई तक जा पहुंची।

इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे। बताया गया कि थाने में मौजूद लोग बीते वर्ष शांति भंग के आरोपितों की जमानत निरस्त करने की मांग को लेकर तहसील मुख्यालय में भी तोड़ फोड़ और हंगामा कर चुके हैं।

बताते चलें कि इस दौरान नवागत थानाध्यक्ष अवकाश पर रहे तथा प्रभारी थानाध्यक्ष सोनेंद्र सिंह ने बताया कि उस समय क्षेत्र में थे, ऐसी किसी घटना की हमें जानकारी नहीं है।

जीत के बाद रविकिशन ने गोरखपुर के लोगों को दिया पहला तोहफा, निःशुल्‍क मिलेगी ‘हॉस्पिटल ऑन व्‍हील्‍स’ की सुविधा

गोरखपुरः यूपी के गोरखपुर में दूसरी बार जीतकर सांसद बनने के बाद रविकिशन ने गोरखपुर के लोगों को पहला तोहफा ‘हॉस्पिटल ऑन व्‍हील्‍स’ के रूप में दिया. ये एक-एक करोड़ रुपए की लागत से तैयार एक चलता फिरता अस्‍पताल है. इसमें चिकित्‍सक, मेडिकल स्‍टाफ के साथ पूरी टीम मौजूद रहेगी. आपात स्थिति में गंभीर मरीजों को चिकित्‍सीय सुविधा के लिए अस्‍पताल पहुंचाने के लिए ये चलता-फिरता अस्‍पताल है. इसमें 10 तरह की जांच और दवाइयां भी निःशुल्‍क हो रहेगी.

गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने बताया कि वो गोरखपुर के लोगों को दूसरी बार चुनाव में आशीर्वाद मिलने के बाद पहला तोहफा देने जा रहे हैं. स्‍माइल फाउंडेशन की ओर से 1-1 करोड़ रुपए की लागत से तैयार ‘हॉस्पिटल ऑन व्‍हील्‍स’ का शुभारंभ कर झंडी दिखाकर रवाना किया . उन्‍होंने बताया कि हॉस्पिटल ऑन व्हील्स को चलाने में प्रति माह चार लाख रुपए का खर्च आएगा. लेकिन ये लोगों के लिए पूरी तरह से निःशुल्‍क रहेगी. इसे सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों, कैम्पियरगंज, पिपराइच, ग्रामीण विधानसभा सहित गोरखपुर सदर लोकसभा के पांच विधानसभाओं के लोग इसका भरपूर लाभ उठा सकेंगे.

सांसद रविकिशन ने बताया कि स्माइल फाउंडेशन की MSD समर्थित 'हॉस्पिटल ऑन व्हील्स' मोबाइल चिकित्सा परियोजना के सौजन्य से यह सुविधा जनपद वासियों को मिल रही है. मुझे गोरखपुर की जनता ने दोबारा चुनकर अपने बीच में सेवा का अवसर दिया है. इसमें 10 जांच की भी सुविधा है. मोबाइल वैन में एक MBBS डॉक्टर, एक ANM, एक हेल्थ ऑफिसर रहेंगे. रोज लगभग 50 से ज्यादा मरीजों की जांच हो सकेगी. इसमें आपरेशन और डाइलिसिस की सुविधा के अलावा सभी सुविधाएं हैं.

इस कार्यक्रम में गोरखपुर के सांसद रविकिशन, MSD फार्मा के फाइनेंस डायरेक्टर चांद बेरी, स्माइल फाउंडेशन के executive डायरेक्टर पुनीत बाली आदि भी उपस्थित रहें.

खजनी थानाध्यक्ष की विदाई, नवागत थानाध्यक्ष ने पदभार संभाला
खजनी गोरखपुर।एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर के द्वारा थाने के इंचार्ज रहे गौरव आर कन्नौजिया का स्थानांतरण पुलिस लाइन गोरखपुर में कर दिया गया। वहीं पूर्व में थाने पर दारोगा रहे शैलेन्द्र कुमार शुक्ला को खजनी कोतवाली का थानेदार नियुक्त किया गया है।


आज अपराह्न खजनी थाने के सभी पुलिसकर्मियों द्वारा गौरव आर कन्नौजिया को ससम्मान विदाई दी गई। इस दौरान कन्नौजिया के कार्यशैली की सराहना करते हुए थाने के सभी पुलिसकर्मियों क्षेत्रीय संभ्रांत जनों और स्थानीय मीडियाकर्मियों ने फूल माला पहनाकर विदाई की।

साथ ही नवागत थानाध्यक्ष के रूप में शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने पदभार ग्रहण किया है।
मनेरगा से नाले की खुदाई की जांच में पहुंचे बीडीओ,गांव के निवासी व्यक्ति की शिकायत पर की जांच
खजनी गोरखपुर।बीते एक हफ्ते से ब्लॉक क्षेत्र के घईसरा गांव के संपर्क मार्ग के समीप से मझौवां गांव के सीवान तक जाने वाले नाले की खुदाई का काम मनरेगा मजदूरों के द्वारा किया जा रहा है।

किंतु ग्रामसभा के निवासी शंभू सिंह के द्वारा नाले की खुदाई जेसीबी मशीन से कराने और मनरेगा मजदूरों द्वारा काम न किए जाने की शिकायत मुख्य विकास अधिकारी से स्थानीय मीडिया तथा सोशल मीडिया के माध्यम से की गई थी।


सीडीओ के निर्देश पर आज सबेरे 8 बजे मौके पर जांच के लिए पहुंचे खंड विकास अधिकारी खजनी तकनीकी सहायक ने मौके पर पहुंच कर देखा तो दर्जनों मनरेगा मजदूर नाले की खुदाई का काम करते हुए पाए गए। मजदूरों अनिल रवि, यशवंत, आशा, किरन, करोड़ा देवी, जगवंता, सविता आदि ने जांच अधिकारियों को बताया कि तेज धूप और गर्मी बहुत अधिक हो रही है इसलिए हम लोग सबेरे 5 बजे से 9 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे तक नाले की खुदाई का काम करने के लिए आते हैं।


बता दें कि लगभग 400 मीटर लंबा और 4 मीटर चौड़े नाले में घांस और मिट्टी भर गई है फसलों की सुरक्षा और सिंचाई के लिए बारिश से पहले नाले की खुदाई का काम मनरेगा मजदूरों के द्वारा किया जा रहा है।

ग्रामप्रधान प्रियंका सिंह ने बताया कि मेरिट के आधार पर शिकायत करने वाले गांव के निवासी शंभू सिंह की बेटी की नियुक्ति पंचायत सहायक पद पर नहीं हो पाई थी। जिसकी रंजिश में उनके द्वारा कई बार अधिकारियों से झूठी शिकायत की जा रही है।


इस संदर्भ में बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला ने बताया कि मौके पर पहुंच कर जांच की गई मजदूरों को काम करते हुए पाया गया है उनसे नाले की खुदाई के संबंध में तफ्सील से जानकारी ली गई है। शिकायत करने वाले व्यक्ति की शिकायत झूठी पाई गई है, मुख्य विकास अधिकारी को जांच रिपोर्ट भेज दी जाएगी।