भीमसेनी एकादशी पर्व पर श्रद्धालुओं ने की पूजा उपासना
खजनी गोरखपुर।ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष एकादशी पर्व के अवसर पर सोमवार को निर्जल व्रत रहने वाले क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक निर्जल व्रत रह कर श्री हरि भगवान विष्णु की पूजा उपासना की, इससे पूर्व सोमवार को प्रात: बड़ी संख्या में लोगों ने अयोध्या, बडहलगंज और गोला स्थित सरयू तट पर स्नान दान के पश्चात् व्रत प्रारंभ किया।
क्षेत्र के पंडित प्रेमचंद ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पांच पांडवों में महाबली भीमसेन से अपनी भूख बर्दाश्त नहीं होती थी।
भगवान श्रीकृष्ण के प्रिय तथा उनके अनुग्रह एवं कृपापात्र भीमसेन के निवेदन पर उन्हें ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष एकादशी का निर्जल व्रत रहने और तप करने पर वर्ष भर की सभी 24 एकादशियों का पुण्य फल लाभ मिल पाने का उपाय बताया था, तभी से इस एकादशी का नाम भीमसेनी एकादशी पड़ा और इसका विशेष महत्व है एवं अन्य सभी व्रतों से श्रेष्ठ बताया गया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को प्रात: सभी व्रतियों द्वारा श्रद्धापूर्वक अपने पुरोहितों, गुरु अथवा पूज्यनीय विद्वान ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर व्रत का समापन किया जाएगा। व्रत के दौरान पेयजल, बाँस के बने पंखे, फल, वस्त्रादि दान विशेष पुण्य फल प्राप्त होने का विधान बताया गया है। इस अवसर पर क्षेत्र में कई स्थानों पर अखंड मानसपाठ एवं महामंत्र संकीर्तन का आयोजन किया गया।
Jun 17 2024, 19:50