शिवम शर्मा के हत्या की कब सुलझेगी गुत्थी , विंध्याचल पुलिस की भूमिका को लेकर उठने लगे हैं सवाल
मीरजापुर। विंध्याचल के चर्चित शिवम शर्मा हत्याकांड की गुत्थी उलझकर अबूझ पहेली बन चुकी है। जिस पर पड़ा पर्दा कब उठेगा, इसको लेकर पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। बताते चलें कि पिछले महीने विंध्याचल के कंतित मोहल्ला निवासी शिवम शर्मा 20 वर्ष का शव संदिग्ध परिस्थितियों में घर से दूर गंगा किनारे मिली थी। शिवम शर्मा पुत्र कृष्ण कुमार शर्मा पिछले महीने 23 मई को शाम को अपने घर कंतित विंध्याचल से निकलता था। जिसकी दूसरे दिन लाश गंगा किनारे मिली थी।
लाश को देख प्रथम दृष्टया लोगों ने हत्या की आशंका जताई थी।
परिजनों के मुताबिक शिवम घर से पैंट, शर्ट पहन कर निकला हुआ था, लेकिन जब गंगा किनारे उसकी मृत अवस्था में लाश मिलती है तो उसके बदन पर अंडरवियर और बनियान ही मात्र मिले थे। जिसको लेकर चर्चा तेज हो गई थी कि आखिरकार उसके अन्य कपड़े कहां गए? जन-मानस में सवाल इस बात को लेकर होते रहे हैं कि जब शिवम घर से पैंट शर्ट पहनकर निकला था तो उसकी लाश अंडरवियर और बनियान में कैसे अर्ध नग्नवस्था में मिलती है। शेष कपड़ा कहां गये, शिवम कैसे गंगा के किनारे पहुंचा यह जहां जांच का विषय रहा है वहीं पुलिस को निष्पक्ष होकर जांच करने व इसमें संलिप्त दोषियों को सजा दिलाएं जाने की लोगों ने उम्मीद जताई थी।
उधर 24 घंटे से लापता पुत्र की तलाश में पिता कृष्ण कुमार शर्मा इधर-उधर अपने स्तर पर ढूंढते रहे पर कहीं कोई पता नहीं चल पाया था। दूसरे दिन गंगा किनारे कंतित मोहल्ला के बगल में शिवम का शव मिलता है। दौड़े दौड़े उसके पिता और परिजन गंगा घाट जाते हैं तो बेटे शिवम के रूप में उसकी पहचान होती है। बेटे की लाश को देख बदहवास पिता विंध्याचल कोतवाली के दरोगा जी से न्याय की गुहार लगाता है, बेटे की लाश को देखने की मिन्नतें करता है। लेकिन पुलिस तो मामले को रखा दफा में लगी हुई थी, सो उसे एक पिता की पीड़ा से भला क्या सरोकार हो सकता था। आनन-फानन में पुलिस लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज देती है।
परिजनों का कहना है कि गुमशुदी की तहरीर ली जाती है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मुकदमा के लिए पिता और परिजन थाना विंध्याचल का कई दिनों तक चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस कायदे कानून में लगने वाले समय की पीड़ित पिता को घुटी पिलाती रही है। हद की बात है कि तकरीबन 20 दिन से अधिक समय बीतने के बाद भी पुलिस ने ना पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिया और ना ही पीड़ित के तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। परिजन नगर विधायक रत्नाकर मिश्र से न्याय की गुहार लगाते हैं विधायक द्वारा तत्काल इस संबंध में पुलिस की उच्च अधिकारियों से बात की जाती है कि इसमें क्या कार्रवाई हुई। तब जाकर विधायक और अधिकारियों के तल्ख तेवर पर विंध्याचल पुलिस पोस्टमार्टम की कॉपी परिजनों को देती है और बदले में एक तहरीर लेती है, लेकिन तहरीर के आधार पर अभी तक मुकदमा कायम नहीं किया गया है।विंध्याचल पुलिस द्वारा पिछले 20 दिनों से इस मामले में किसी से पूछताछ भी नहीं की गई है जैसा कि पीड़ित परिवार का आरोप है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तहरी लेने के बाद कुछ लोगों से पुलिस ने पूछताछ की खानापूर्ति की, लेकिन मृतक के पिता कृष्ण कुमार शर्मा को और परिजनों को न्याय पाने की अभी भी आस निराश बनी हुई है। आमतौर पर देखा जाए तो हर मामले में पुलिस की दिलचस्पी बढ़ जाती है, लेकिन आश्चर्य का बात है कि लगभग 25 दिन हो गया विंध्याचल पुलिस ने शिवम शर्मा के मामले में अभी भी चुप्पी साधे हुए बैठी हैं। आश्चर्य कि बात है भाजपा नगर विधायक और पुलिस अधिकारियों के निर्देश के बाद भी अभी तक शिवम शर्मा हत्याकांड में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। शायद विंध्याचल कोतवाली पुलिस को अपने को शासन सत्ता और अधिकारियों से उपर उठ अपनी समानांतर सत्ता चलाने की सनक हो, वरना ऐसी क्या मजबूरी है जो लाश मिलने के तकरीबन 25 दिनों बाद भी विंध्याचल कोतवाली पुलिस मुकदमा पंजीकृत करने के मामले में सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक से लगाय अपने अधिकारियों के निर्देश को भी नजरंदाज करती आ रही है।
Jun 17 2024, 19:12