रांची लाया गया कुवैत अग्निकांड में मृतक मोहम्मद अली हुसैन का पार्थिव शरीर
उपायुक्त ने मृतक के परिजन को सौंपा 05 लाख की अनुदान राशि का चेक
कुवैत देश के मंगाफ शहर में इमारत में लगी आग से रांची के अली हुसैन की भी मौत हो गई थी। कुवैत अग्निकांड हादसे के तीन दिन बाद अली हुसैन का शव शनिवार रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचा है। इस दौरान रांची जिला प्रशासन के लोग भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। इस दौरान मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया।24 वर्षीय अली हुसैन पिछले महीने ही 27 मई 2024 को रांची से कुवैत कमाने के लिए गया था। वह रांची के हिंदपीढ़ी का रहने वाला था। हुसैन को डोरंडा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
दरअसल, पिछले बुधवार 13 जून को कुवैत के इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें कुल 45 भारतीयों की मौत हुई थी। 50 अन्य लोग घायल हो गए थे। इसमें 23 सिर्फ केरल के थे। इन्ही मृतकों में रांची का एक अली हुसैन भी था।
कुवैत हादसे में मृत 45 भारतीय कामगारों के शव शुक्रवार को वायुसेना के विशेष विमान से कोच्चि लाया गया। वहीं आज शनिवार को अली हुसैन के शव को रांची लाया गया। रांची श्रम आयुक्त राजेश प्रसाद ने बताया कि विदेश मंत्रालय से रांची निवासी अली हुसैन की मौत की सूचना मिली थी। इसके बाद से ही उनके शव को रांची लाने के लिए प्रवासी कक्ष उनके परिजनों के संपर्क में था। रांची के एक युवक की इस तरह मृत्यु होने पर उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि रांची उपायुक्त के माध्यम से उनके परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी गई है।
परिजनों ने बताया कि कुवैत जाने के बाद मोहम्मद अली हुसैन हर रात करीब डेढ़ बजे मोबाइल पर कॉल करता था। 13 जून की रात को भी उनके फोन का इंतजार था। लेकिन रात दो से तीन बजे तक अली हुसैन का कोई कॉल नहीं आया, जिसके कारण परिजनों के मन में आशंका उत्पन्न होने लगी। इस बीच इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि कुवैत के एक बहुमंजिली इमारत में भीषण अग्निकांड हुआ है। वहीं मृतक के मामा ने बताया कि इस घटना में केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने उनकी काफी मदद की। उनके हस्तक्षेप के बाद ही हमें पार्थिव शरीर मिल पाया।
Jun 15 2024, 19:55