*सोनभद्र: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सांसद निधि से बनी 23.94 लाख की बाउंड्री, गुणवत्ता को दरकिनार कर हुआ निर्माण*

सोनभद्र- एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये हुए है। वहीं, दूसरी तरफ विभागों में बैठे अधिकारी व कर्मचारी ही सरकार की नीतियों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। विकास खण्ड चोपन के ग्राम पंचायत गोठानी स्थिति सोमनाथ मंदिर के समीप खेल मैदान में हमेशा क्रिकेट व खेल के मद्देनजर लोगों की मांग पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिये सांसद निधि से 23.94 लाख रुपये के लागत से गोठानी बंसरा मंदिर के नीचे स्टेडियम के बाउंड्री वाल का निर्माण करवाया गया था। हालांकि, कुछ ही महीनो में दीवार भरभराकर गिर गई।

बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य में मानकों को ताक पर रखकर घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था। जिसकी वजह से निर्माण के कुछ महीने में ही बाउंड्री भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी। पूरी दीवाल हवा में गिर गयी। जब कोई मकान या बाउंड्रीवॉल बनाई जाती है तो उसकी मजबूती के लिए मजबूत बेस व दीवार को मजबूती प्रदान करने पिलर का निर्माण किया जाता है। इससे दीवार की उम्र लम्बी हो जाती है।लेकिन ठेकेदार द्वारा द्वारा मानक का ध्यान नहीं दिया गया।

*मण्डलायुक्त ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में सुनी समस्याएं

मिर्जापुर- सम्पूर्ण समाधान दिवस पर मण्डलायुक्त डॉ मुथुकुमार स्वामी बी के मार्ग निर्देशन में मण्डल के तीनों जनपदों के सभी तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। मण्डलायुक्त डॉ मुथुकुमार स्वामी बी ने जनपद भदोही के औराई तहसील में पहुंचकर जन समस्याओ को सुना।

वहीं उप पुलिस महानिरीक्षक आरपी सिंह ने जनपद मिर्जापुर के मड़िहान तहसील में पहुंचकर जन समस्याओं को सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को ससमय निस्तारण करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर सम्बन्धित उप जिलाधिकारी के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

*मिर्जापुर: पुलिया के नीचे महिला का गला रेता शव मिलने से मची सनसनी,जांच में जुटी पुलिस*

मिर्जापुर- जिले के हलिया थाना अंतर्गत अहुगी कला गांव में कोआपरेटिव खाद गोदाम के पास एक पुलिया में एक 27 वर्षीय युवती की गला रेत कर हत्या कर फेंकी गई लाश पुलिया के नीचे से बरामद हुआ। जानकारी होते ही जहां सनसनी फ़ैल गई है वहीं मौके पर पुलिस और ग्रामीणों की भीड़ काफी संख्या में भीड़ जुट गई थी। हलिया क्षेत्रान्तर्गत अहुगीं कलां गांव में खाद गोदाम पुलिया के पास सड़क किनारे एक महिला जिसकी उम्र करीब 27 वर्ष प्रतीक होती है की शव होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन द्वारा थाना हलिया पुलिस बल, फॉरेंसिक टीम व डॉग स्काड के साथ तत्काल मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया है।

प्रथम दृष्टया मृतका की हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा है। परिजनों से प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर थाना हलिया पुलिस द्वारा मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम हेतु भिजवाया गया है। वहीं थाना हलिया पुलिस द्वारा कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पुछताछ की जा रही है। महिला की हत्या किसने व क्यों कि है पुलिस जहां पड़ताल करने में जुटी हुई है वहीं महिला की हत्या को लेकर तरह तरह की चर्चा भी व्याप्त है।

पीडब्ल्यूडी की जमीन पर हुए अतिक्रमण कब्जे की शिकायत करने की मिली सजा

जौनपुर। सरकार से लेकर न्यायालय तक का सख्त आदेश है कि जहां कहीं भी सरकारी भूमि, तालाब, पोखरा भीठा की जमीन हो उसे कब्जा मुक्त कराकर खाली कराया जाए। लेकिन लगता है कि इसे खाली कराने और अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध आवाज उठाना गुनाह है, वह भी जब जनसरोकार से जुड़े हुए मसलों और न्याय की खातिर आवाज बुलंद करने को ही फर्जी मुकदमे में फांस दिया जाए तो भला कैसे और कौन आवाज उठाने की हिकामत करेगा? खासकर तब, जब ऐसे मामलों में दबंगो, अतिक्रमणकारियों को इलाकाई पुलिस और थाने पुलिस चौकी के दलालों का संरक्षण प्राप्त हो। ताजा मामला जौनपुर जिले के केराकत कोतवाली और थानागद्दी पुलिस चौकी से जुड़ा हुआ है।

जहां थानागद्दी पुलिस चौकी प्रभारी ने ब्रिटिश हुकूमत की याद दिलाते हुए एक आरटीआई कार्यकर्ता को गुरुवार की रात्रि में घर से उठाकर पूरी रात पुलिस चौकी में रखकर इस कदर बेल्ट, लाठी से पिटाई की है कि वह चलने फिरने में भी असमर्थ है। तुर्रा यह कि उसके बाद फर्जी शिकायत के आधार पर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई पूर्ण कर ली गई है। सरकारी भूमि पर कब्जा करने को लेकर सरकार जहां गंभीर है और चेतावनी दर चेतावनी देती जा रही है, वहीं थानागद्दी के आरटीआई कार्यकर्ता बजरंग बहादुर सिंह उर्फ बजरंगी सिंह पर पुलिस ने उन लोगों को आगे खड़ा कर तहरीर दिलवाई है जो पीडब्ल्यूडी की जमीन पर कब्जा जमाए हुए हैं, जिन्हें कुछ दिनों पूर्व पीडब्ल्यूडी द्वारा बाकायदा नोटिस दी गई थी। नोटिस मिलते ही झल्लाए अतिक्रमणकारियों ने पुलिसिया सांठ-गांठ से बजरंग बहादुर सिंह को फंसाए जाने का ताना-बाना शुरू कर दिया था।

जिसकी आशंका जताते हुए आरटीआई कार्यकर्ता के पुत्र ने दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र लिखकर कुछ ऐसी ही घटनाओं की आशंका जताई थी जो सच साबित हो गई है। दुर्भाग्य की बात है कि बेलगाम हुई थानागद्दी पुलिस चौकी पुलिस एवं केराकत कोतवाली पुलिस ने सारे कायदे कानून, मानवाधिकार नियमों को ताक पर रखकर आईटीआई कार्यकर्ता बजरंगी सिंह की जिस क्रूरता पूर्ण ढंग से बेल्ट और लाठियां इत्यादि से पिटाई की है वह न केवल पुलिस का अमानवीय कृत्य है बल्कि मानवाधिकार कानून का माखौल भी उड़ता हुआ नजर आ रहा है।

पीड़ित बजरंगी सिंह के घर की महिलाएं दहशत में है, महिलाओं का कहना है की गुरुवार को रात्रि में 11:00 बजे घर पर पहुंचे चौकी प्रभारी विद्यासागर सिंह ने जिस अभद्रता और दुर्व्यवहार का नंगा नाच, तांडव मचाते हुए उनके मुखिया को घर से उठा ले जाकर रात भर पुलिस चौकी में बंद कर बुरी तरह से मारने पीटने का काम किया है वह निंदनीय ही नहीं बल्कि कानून और मानवाधिकार के मुंह पर तमाचा भी है।

पुलिस की मनमानी, दलाल की दलाली में बाधक बने थे बजरंगी

आनन-फानन में भले ही पुलिस ने थानागद्दी निवासी राजकुमार सिंह उर्फ राजू की तहरीर पर बजरंगी सिंह और उनके बेटे के नाम पर तहरीर दर्ज कर घर से सोते समय बजरंगी सिंह को उठाकर अपराधियों जैसा पुलिस चौकी में रातभर सलूक किया है वह न केवल अमानवीय है बल्कि चारों तरफ उसकी निंदा भी हो रही है। लोगों की माने तो इस घटना के तह में बजरंगी सिंह का सामाजिक कार्य रहा है जो पुलिस और क्षेत्र के ही एक दलाल को खटकने लगा था। जिसका बजरंगी सिंह में प्रतिरोध करने के साथ ही साथ कई मामले को लेकर जबरदस्त उच्च अधिकारियों से शिकायत भी की थी। लेकिन दुखद है कि उच्च अधिकारियों द्वारा भी कोई ठोस संज्ञान में ना लिए जाने के कारण केराकत पुलिस और थानागद्दी चौकी पुलिस पूरी तरह से बेलगांव बनी हुई दलाल के इशारे पर नाचती आई है। खैर इस मामले को लेकर पीड़ित परिवार के लोगों ने इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री एवं मानवाधिकार आयोग के संज्ञान में लाते हुए इस संपूर्ण मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।

जनता दर्शन में आने वाले फरियादियों की समस्याओं का समयबद्ध व संतुष्टिपरक हो निस्तारण : डीएम

मीरजापुर। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनता दर्शन में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने पूर्वान्ह 10 बजे से ही कलेक्ट्रेट पहुंचे एक-एक फरियादियों के समस्याओ को सुनकर उनके निस्तारण के लिये सम्बन्धित अधिकारियों को दूरभाष पर अथवा पत्राचार कर निर्देशित किया। उन्होने कहा कि जनता दर्शन में आने वाले फरियादियो की समस्याओ से सम्बन्धित प्रार्थना पत्रो को जिस भी अधिकारी को प्रेषित किया जाए वे उसका समयबद्ध व संतुष्टिपरक निस्तारण सुनिश्चित कराए।

जिलाधिकारी ने जमीन विवाद व अवैध अतिक्रमण कर कब्जा करने वालो के विरूद्ध राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि गम्भीरता पूर्वक कार्य करे तथा अवैध अतिक्रमण करने वालो के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करे। उन्होेने कहा कि जमीन विवाद अथवा पैमाइश जैसे मामलो में तत्काल टीम गठित कर मौके पर भेजते हुये निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए।

किसी भी प्रार्थना प्रत्र पर गलत आख्या लगाने अथवा लापरवाही बरतने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

सोनभद्र के डॉ. मुनीश कुमार मिश्रा को मिला रिसर्च फेलो अवार्ड

सोनभद्र। जनपद सोनभद्र के चतरा ब्लाक अंतर्गत ग्राम जयमोहरा निवासी डॉ. मुनीश कुमार मिश्र का चयन “भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान” राष्ट्रपति निवास, शिमला में रिसर्च फेलो के रूप में हुआ है। शिमला में स्थित यह संस्थान देश के उच्चतम अनुसंधान संस्थानों में गिना जाता है।

यहां अनुसंधान करना किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होती है।

वैदिक दर्शन विभाग, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से शास्त्री आचार्य एवं पीएच.डी. करने वाले डॉ. मुनीश कुमार मिश्र सोनभद्र के ऐसे पहले व्यक्ति हैं, जिनको इस संस्थान से अनुसंधान करने का अवसर प्राप्त हुआ है।

डॉ. मिश्र ने कहा कि ‘उच्च अध्ययन संस्थान’ में अनुसंधान हेतु चयनित होना मेरे लिए अत्यंत गौरव का विषय है और यह उपलब्धि बाबा विश्वनाथ की कृपा एवं माता-पिता तथा गुरुजनों के आशीर्वाद से प्राप्त हुई है।

उन्होंने कहा कि वह “काशी की न्याय दर्शन की परंपरा” पर अनुसंधान करते हुए काशी के परिप्रेक्ष्य में आदि से वर्तमान तक के न्याय दर्शन के आचार्यों की जीवनी को अनुसन्धान के द्वारा संग्रहित व लेखन करने का कार्य करेंगे। क्योंकि काशी एक विशिष्ट नगरी है और यहां विभिन्न शास्त्रों के साथ न्याय दर्शन की भी एक लंबी सुदीर्घ परंपरा है, किंतु व्यवस्थित रूप से अनुसंधान ना हो पाने के कारण आचार्यों की जीवनी अथवा उनका विवरण नहीं मिलता है|

इस परियोजना के द्वारा काशी में कौन-कौन से आचार्य न्याय दर्शन अध्ययन करने आये या अध्यापन किया, उन सभी का अनुसन्धान करके एक संग्रह तैयार किया जाएगा, जो भविष्य में आने वाले छात्रों और आने वाली पीढ़ी के लिए काशी की न्याय परंपरा को जानने का एक प्रमाणिक ऐतिहासिक मार्ग प्रशस्त करेगा| इस अनुसन्धान के अंतर्गत काशी के न्यायशास्त्र के आचार्यों के जीवनवृत्त, कृतित्व, वंशपरम्परा, गुरुपरम्परा व शिष्य परम्परा का अन्वेषण तथा संकलन किया जाना है| इसमें न केवल अध्यापन कार्य में सन्नद्ध अपितु अन्य किसी भी रूप में यदि किसी विद्वान् द्वारा न्यायशास्त्र परम्परा का संवर्धन किया गया है तो उनके जीवनवृत्त को भी इसमें सम्मिलित किया जायेगा|

भारत में परम्परागत रूप से न्यायशास्त्र का अध्यययन करने के उपरान्त विदेशों में न्यायदर्शन का अध्यापन/अनुसंधान करने वाले विद्वानों को भी इसमें समाहित किया जायेगा|

श्री मिश्र ने कहा कि स्वतन्त्र रूप से ‘काशी की न्याय दर्शन परम्परा’’ पर अनुसन्धान न होने से कितने आचार्य होंगे इस विषय में अभी स्पष्ट कहना कठिन है ,किन्तु कम से कम 500 आचार्यों की जीवनी पर कार्य होना है, जिनको इस अनुसन्धान के माध्यम से जानने का प्रयत्न किया जायेगा। इस अनुसन्धान के द्वारा काशी की न्याय परम्परा की एक अपनी विशिष्ट उपलब्धि तथा काशी की ज्ञान परम्परा के विकास में न्याय दर्शन के आचार्यों के योगदान की भूमिका सभी के सम्मुख उपस्थित होगी। साथ ही साथ यह अनुसन्धान काशी के इतिहास से भी परिचय करायेगा।

भविष्य में शोधार्थियों के अनुसन्धान हेतु भी सहायक होगा। काशी के नैयायिकों की जीवनी को भी संरक्षित करने का कार्य करेगा।

बताते चले कि डॉ मुनीश मिश्र को इससे पूर्व में ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ प्रभाग, शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के द्वारा “न्यायांजनम्” नामक अनुसंधान परियोजना भी स्वीकृत हुई थी जो अब लगभग पूर्ण हो चुकी है, शीघ्र ही जिसका मोबाइल एप्लीकेशन आम जनमानस के प्रयोग के लिए उपलब्ध हो जाएगा।

मीरजापुर के बहुचर्चित पंचायत मित्र हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, ग्राम प्रधान ही निकला हत्यारा

संतोष देव गिरि,मीरजापुर। जिले के लालगंज में बहुचर्चित पंचायत मित्र हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। मजे की बात है कि पंचायत मित्र की हत्या में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष को शामिल करते हुए जहां इस मामले को नया मोड़ दे दिया गया था वहीं जब पुलिस ने खुलासा किया तो सभी दंग रह गए। पंचायत मित्र की हत्या किसी और ने नहीं उसी गांव के ग्राम प्रधान ने कराई थी।

बताते चलें कि लालगंज कोतवाली क्षेत्र के पतलुकी गांव के समीप बाइक सवार पंचायत मित्र की हाईवे पर अज्ञात वाहन से हुई दुर्घटना में मौत हो गई थी। मामले 5 जून 2024 को मृतक पंचायत मित्र के भाई संजय कुमार मौर्या पुत्र किशुन प्रसाद मौर्या निवासी लहंगपुर थाना लालगंज द्वारा अज्ञात लोगों के विरुद्ध अपने भाई राजीव कुमार मौर्या की षड़यंत्र के तहत वाहन से दुर्घटना को अंजाम दिलाने और मौत हो जाने के सम्बन्ध में तहरीर दी गयी थी।

तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुए यथाशीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी करने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी लालगंज के नेतृत्व में थानाध्यक्ष लालगंज को निर्देश दिये गये थे। उक्त निर्देश, विवेचना के क्रम में सुरागरसी व इलेक्ट्रानिक, भौतिक साक्ष्य संकलित करते हुए 13 जून 2024 को थाना लालगंज व एसओजी, सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना लालगंज क्षेत्र से घटना से सम्बन्धित रामनरेश मौर्या पुत्र राजेन्द्र प्रसाद मौर्या निवासी मड़वा नेवादा कोठी, दिनेश मौर्या पुत्र बेचु प्रसाद मौर्या, शिवकुमार पुत्र श्यामनारायण, संतोष कुमार मौर्या पुत्र सत्यानारायण मौर्या निवासीगण डांगरकेरी, सतीश मौर्या उर्फ मौर्या पुत्र रामआसरे मौर्या निवासी रामगढ़ थाना बलुआ जनपद चन्दौली को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चार पहिया वाहन बोलोरो पिकअप UP 63 बीटी 0364 व महिन्द्रा टीयूवी UP 63 एई 1519 बरामद कर अऩ्तर्गत धारा 207 एमवी एक्ट में सीज किया है।

हत्या के पीछे की रही यह कहानी

आरोपियों द्वारा पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक राजीव कुमार मौर्या ग्राम कोठी में पंचायत मित्र के रूप में कार्यरत था। राजीव कुमार मौर्या द्वारा ग्राम प्रधान रामनरेश मौर्या के मनरेगा योजना में किये जा रहे अनैतिक कार्यों में विरोध व हस्तक्षेप किया जाता था। पूर्व में ग्राम प्रधान रामनरेश व राजीव कुमार मौर्या (मृतक) के मध्य में इसी बात को लेकर वाद-विवाद, गाली-गलौज व मारपीट भी हो चुकी थी। ग्राम सभा से अवैध कमाई नही होने से क्षुब्द होकर ग्राम प्रधान रामनरेश द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर योजना बनाकर राजीव कुमार मौर्या (मृतक) की चार पहिया वाहन से दुर्घटना कर हत्या कर दी गयी थी।

पूर्व जिलाध्यक्ष व अन्य का नाम आने पर मचा बवंडर

पंचायत मित्र राजीव कुमार मौर्या की सड़क दुघर्टना में हुई मौत के मामले में तब नया मोड़ आ गया था जब बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष बालेन्दु मणी त्रिपाठी सहित अन्य का नाम आने पर इलाके में बवंडर मच गया था। की प्रतिष्ठित लोगों सहित भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम लालगंज कोतवाली पर उमड़ पड़ा था। मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई थी। अभी यह बवंडर थमा ही था कि इसे जातिगत रंग देने का भी खेल शुरू कर दिया गया। लालगंज कोतवाली में बीजेपी नेताओं के प्रदर्शन के कुछ दिनों बाद मौर्य समाज के लोग जिला मुख्यालय पर पहुंच प्रदर्शन कर हत्याकांड का खुलासा और गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे। जिससे मामला न केवल पेंचीदा हो गया था बल्कि इसे लेकर अधिकारी भी फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रहे थे। आखिरकार जब सटिक जानकारी हासिल हुई तो पता चला कि हत्याकांड का मास्टर माइंड कोई और नहीं उसी गांव का ग्राम प्रधान ही है तो सभी दंग हो उठे थे।

प्रदेश के मुख्य सचिव ने विन्ध्याचल पहुंचकर मां विन्ध्यवासिनी देवी का किया दर्शन पूजन

मीरजापुर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने शुक्रवार को अपने जनपद भ्रमण के दौरान विन्ध्याचल पहुंचकर मां विन्ध्यवासिनी देवी, मां कालीखोह व मां अष्टभुजा देवी त्रिकोण दर्शन पूजन किया। इस दौरान मण्डलायुक्त डाॅ मुथुकुमार स्वामी बी, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने मुख्य सचिव को पुष्प गुच्छ, देवी चित्र व चुनरी भेंटरकर स्वागत व अभिनन्दन किया।

दर्शनोपरान्त मुख्य सचिव द्वारा निर्माणाधीन विन्ध्य कारीडोर में भ्रमण कर कार्य प्रगति का निरीक्षण भी किया गया। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने विन्ध्य कारीडोर के कार्य प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मौके पर उपस्थित प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि आज मां विन्ध्यवासिनी देवी के मन्दिर में भव्य कारीडोर बनने से पर्यटको व श्रद्धालुओ की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। जिस तरह से काशी विश्वनाथ मन्दिर के निर्माण से दर्शनार्थियो की भीड़ बढ़ी है उसी तरह से अनवरत काशी आने वाले काफी संख्या में श्रद्धालु विन्ध्याचल भी आ रहे है, श्रद्धालुओं, पर्यटको के आने से जहां पर्यटन के दृष्टिकोण से बढ़ावा मिल रहा है वहीं स्थानीय लोगों के रोजगार में भी इजाफा हुआ हैं।

उन्होंने कहा कि आगामी कुम्भ के दौरान भी विन्ध्याचल में भारी संख्या में श्रद्धालुओ के आने की सम्भावना हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल, नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी भरत लाल सरोज, उप जिलाधिकारी लालगंज गुलाब चन्द्र उपस्थित रहें।

दुष्कर्म के दोषी पवन कुमार को उम्रकैद

सोनभद्र। सवा दो वर्ष पूर्व 16 वर्षीय नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ हुए दुष्कर्म के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश / विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट सोनभद्र अमित वीर सिंह की अदालत ने शुक्रवार को सुनवाई करते हुए दोषसिद्ध पाकर दोषी पवन कुमार को उम्रकैद एवं 35 हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई।

अर्थदंड न देने पर छह माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से 28 हजार रूपये पीड़िता को मिलेगी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक दुद्धी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता के पिता ने दुद्धी थाने में दी तहरीर में अवगत कराया था कि उसकी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी जो कक्षा 9 में पढ़ती थी को 17 मार्च 2022 की रात में जब वह रोज की तरह अपने कमरे में पढ़ रही थी और घर के सभी सदस्य खा पीकर सो रहे थे तभी रात्रि में राजन कुमार पुत्र भूपेंद्र कुमार उर्फ बबलू भारती निवासी अमावट, थाना दुद्धी, जिला सोनभद्र, पवन कुमार पुत्र देवनाथ निवासी बैरखड़,थाना विंढमगंज, जिला सोनभद्र और दो- तीन लोग अज्ञात उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर ले गए और उसके साथ बलात्कार करके रात में बेटी को दरवाजे के बाहर बेहोशी हाल में छोड़ कर भाग गए।

बेटी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुद्धी में दवा इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इस तहरीर पर पुलिस ने 18 मार्च 2022 को अपहरण, बलात्कार और पाक्सो एक्ट में एफआईआर दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दिया। दौरान विवेचना विवेचक ने बयान लेने के बाद पर्याप्त सबूत मिलने पर राजन कुमार और पवन कुमार जो आपस में ममेरा - फुफेरा भाई हैं के विरुद्ध कोर्ट में अपहरण, दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। किंतु राजन कुमार की उम्र 18 वर्ष से कम होने की वजह से उसकी पत्रावली किशोर न्याय बोर्ड भेज दी गई।

मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, गवाहों के बयान एवं पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर दोषी पवन कुमार को उम्रकैद एवं 35 हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर छह माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से 28 हजार रूपये पीड़िता को मिलेगी। अभियोजन पक्ष की तरफ से सरकारी वकील दिनेश कुमार अग्रहरी, सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं नीरज कुमार सिंह ने बहस की।

गंगा नदी और किनारों को स्वच्छ रखने के लिए कवायद

मीरजापुर। नपाध्यक्ष श्याम सुंदर केशरी, ईओ जी लाल ने घाटों पर चल रहे स्वच्छता अभियान के दूसरे दिन नगर के बरियाघाट एवं फतहां घाट पर साफ-सफाई, शिल्ट हटाकर श्रमदान किया। नपाध्यक्ष ने कहा की नगर के फतहा घाट पर काफी भीड़ उमड़ती है।इसीलिए यहां आने वाले लोगो को सफाई का भी विशेष ध्यान रखना होगा।पालिका द्वारा रखे गए डस्टबिन में ही कूड़ा करकट डाले,जिससे घाट स्वच्छ और सुंदर दिखाई दे।

हम लोग बहुत भाग्यशाली है की हम लोग गंगा किनारे के वासी है और ऐसा कहा जाता है की गंगा के दर्शन मात्र से मुक्ति मिल जाती है।इसीलिए इस जीवनदायिनी और पवित्र गंगा को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। घाटों के किनारे रहने वाले लोगो को जागरूक होने के साथ ही सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना होगा।जिससे पीएम मोदी के निर्मल गंगा के सपने को साकार किया जा सके।इस मौके पर शशिधर साहू,सनथ केशरी,अभिषेक केसरवानी,ईओ जी लाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।