*तहसील समाधान दिवस में 11 बजे तक नादारद रहे अधिकारी, मायूस दिखे फरियादी*

गोरखपुर- तहसील में आयोजित समाधान दिवस में सबेरे 11 बजे तक कोई सक्षम अधिकारी मौजूद नहीं रहा। जिससे दूर दराज से पहुंचे दर्जनों फरियादियों को निराश होना पड़ा। प्रदेश शासन के निर्देशानुसार तहसील क्षेत्र के निवासी प्रशासन से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से पीड़ित क्षेत्रीय फरियादियों को त्वरित न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए हर महिने के पहले और तीसरे शनिवार को तहसील मुख्यालयों में आयोजित होने वाले समाधान दिवस में आज खजनी तहसील में समाधान की आस लिए पहुंचे फरियादियों को निराश होना पड़ा।

भीषण गर्मी में आचार संहिता खत्म होने के लगभग 3 महीने बाद आयोजित समाधान दिवस में बड़ी उम्मीद लेकर पहुंचे फरियादियों को जब फरियाद सुनने वाले और कार्रवाई के लिए निर्देशित करने वाले प्रभावी सक्षम अधिकारियों की कुर्सियां खाली मिली, तो वे तहसील सभागार से बाहर निकल आए। वहीं स्थानीय मिडिया के हलचल की आहट मिलते ही नायब तहसीलदार हरीश यादव ने मौके पर पहुंचकर पीड़ितों की समस्याओं की सुनवाई शुरू की।

फरियाद लेकर पहुंचे रामसिंह, सदानंद पाल, विनोद पांडेय ने बताया कि बेतहाशा गर्मी में समाधान के लिए बड़ी उम्मीद लेकर यहां तहसील पर आए हैं लेकिन कोई बड़ा अधिकारी मौजूद ही नहीं था।

*लिंक एक्सप्रेस-वे से चोरी के आरोप में गिरफ्तार युवक को पुलिस ने भेजा जेल*

गोरखपुर- क्षेत्र में निर्माणाधीन लिंक एक्सप्रेस-वे से लगभग 13/14 पीस लोहे का क्रश बिम्ब पिलर 13- 14 पीस चुराने वाले युवक को खजनी पुलिस ने धर दबोचा। अरोपित युवक की निशानदेही पर चोरी का सामान बरामद करने के साथ ही थानाध्यक्ष खजनी गौरव आर कन्नौजिया के द्वारा विधिक कार्रवाई के बाद कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

खजनी थाने में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या-249/2024 की धारा 379 में चोरी गये लोहे के एंगल के साथ सरयां तिवारी गांव के समीप लिंक एक्सप्रेस-वे के पास से अभियुक्त सत्यम त्रिपाठी पुत्र दिलीप त्रिपाठी निवासी सरयां तिवारी थाना खजनी को मय माल के साथ समय करीब 03.40 बजे गिरफ्तार किया गया था। बरामदगी के सम्बन्ध मे धारा 411 बढ़ा दी गईं। बताया गया कि रात्रि गश्त के दौरान थाने के प्रशिक्षु एसआई रजनीश कुमार और मनोज कुमार तथा कांस्टेबल अमलेश और आशीष रंजन ने आरोपित को गिरफ्तार किया, खजनी पुलिस एक अन्य वांछित की तलाश में है।

*संयुक्त जिला चिकित्सालय महराजगंज में नि:शुल्क कैंसर जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन*

गोरखपुर- लोगों को कैंसर के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर, ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी- महराजगंज के सहयोग से संयुक्त जिला चिकित्सालय महराजगंज के प्रांगण में एक नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। जिसमें 212 मरीजों ने आकर कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी से कैंसर संबंधित परामर्श ली, लक्षण की जांच कराई तथा उचित निशुल्क दवा पाकर शिविर का भरपूर लाभ उठाया।

शिविर का हिस्सा बनने वाले लोगों में बड़ी संख्या में मध्यम एवं वरिष्ठ आयु वर्ग के व्यक्ति शामिल थे। सबसे ज्यादा दिखाने वाले पुरुषों में माउथ, लंग, पेट, प्रोस्टेट, पैर में गांठ आदि में परेशानी वाले लोग रहे। जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट की गांठ, गर्भाशय, मुंह, अंडाशय, पित्त आदि की समस्या वाले लोग आए।

इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित लोगों तथा यहां दिखाने आए सभी लोगों को बुलाकर कैंसर जागरूकता अभियान के तहत उनको बताया गया कि कैंसर मूल रूप से एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की कोशिकाओं का असामान्य विकास होता है जो शरीर के विभिन्न भागों में फैल जाता है। यह शरीर के एक हिस्से में उत्पन्न होता है और इसमें विभिन्न अंगों में घुसने की क्षमता होती है। अगर इस बीमारी का प्रारंभिक अवस्था में पता लग जाता है तो यह रोग ठीक हो सकता है। जैसे जैसे समस्या की गंभीरता बढ़ती जाती है इससे निपटना कठिन होता जाता है। अगर कैंसर की स्थिति दर्दनाक है तो इसके उपचार करने के लिए इस्तेमाल तरीके भी समान रूप से पीड़ादायक हैं। इसलिए सतर्क रहना और समस्या को पहली बारी में उत्पन्न होने से पहले दूर करना महत्वपूर्ण है। इसके लक्षणों को पहचान कर इसकी अनदेखी करना भी बहुत बड़ी भूल है।

लगातार वजन घटना, किसी को विशेष कारण से थका हुआ महसूस करना, खांसी को कुछ हफ्तों से अधिक समय हो तो फेफड़ों का कैंसर, मल / मूत्र में खून या लंबे समय तक कब्ज, दस्त, दर्द लंबे समय तक रहने वाला दर्द जिसका उपचार के दौरान कोई लक्षण नहीं दिखता, स्तन के समीप गठन या स्तन का मोटा होना आदि कैंसर होने के लक्षण है। ऐसा होने पर समय गवाएं बिना कैंसर के चिकित्सक को तुरंत दिखाए ताकि वो ठीक हो सके। देरी करने से कैंसर का क्षेत्रफल बढ़ता जाता है।

सभी लोगों को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका, फ्लिपबुक, पोस्टर, लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि वितरित किया गया ताकि वे अपने क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित कर और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें। शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए. पी. भार्गव, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, डॉ. ए. इस्लाम, अजय श्रीवास्तव, दीपक बर्मा, सुरेश चौधरी, सत्यवती तिवारी, नारद मुनि, सोनी पासवान, सुनील मिश्रा, अंकित पाण्डेय, स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।

गर्मी में फल खाने से पहले बरतें विशेष सावधानी,तेज धूप में रखे फलों को खा कर बीमार हो रहे लोग

खजनी गोरखपुर। इलाके के सहसीं गांव के श्यामसुंदर ने बाजार में पके आम खरीदे मीठा है या नहीं यह देखने के लिए दो बड़े आम खा लिए और बीते दो दिनों से लूज मोशन और पेचिश से परेशान होकर आखिरकार डॉक्टर से सलाह और दवा लेने के बाद उन्हें आराम मिला। कुछ इसी तरह से बघैला गांव के देवनारायण दोपहर में लीची और पपीता खरीद कर घर ले गए धूप में ठेले पर रखी लीची और पपीता छीलने और काटने के बाद भी भीतर से गर्म थी बच्चों ने जिद करके उसे खाया और बीमार हो गए। क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने इस प्रकार की समस्याओं की जानकारी दी, कुछ इसी प्रकार जाने अनजाने में लोग फलों को खा कर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

ताजे फलों को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है, लेकिन बेतहाशा धूप और गर्मी में पारा इन दिनों 45त्से. तक पहुंच रहा है। वहीं बाजारों में खुली धूप में रखे फलों पर भी धूप और गर्मी का असर हो रहा है। तिस पर आज भी ज्यादातर फलों को केमिकल और कार्बाइड से ही पकाया जाता है। गर्म मौसम में देर तक धूप में रखे गर्म फलों को खाने से सेहत बिगड़ रही है।

इस संदर्भ में खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि किसी भी फल को खाने से पहले उसे कुछ देर ठंडे पानी में रखना जरूरी है। रूम टेंपरेचर अर्थात तापमान सामान्य होने पर ही फलों को खाना चाहिए। उन्होंने बताया कि गर्मी अधिक है लोग खुली धूप में बाहर निकलने से बचें सीधे धूप से बचने के लिए छाता लगाएं या गमछे तौलिया से सर ढकें। शरीर में पानी की कमी न होने दें ,ओआरएस का घोल इलेक्ट्रॉल और ग्लूकॉन डी उन्होंने कहा कि गर्मी में तबीयत खराब होने पर निकट स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच कर योग्य चिकित्सक की सलाह लें। जागरूकता और सावधानी से ही सेहत से जुड़ी समस्याओं से अपना बचाव किया जा सकता है।

बाढ़ खण्ड के अधिकारियों एवं ठेकेदारों की लापरवाही बर्दाश्त नही होगी समय रहते बाढ़ से बचाव हेतु सभी कार्य हो पूर्ण : विधायक ई सरवन निषाद

ब्रह्मपुर। चौरीचौरा विधायक ई सरवन निषाद क्षेत्र के राप्ती गोर्रा नदी के बन्धनों के निरीक्षण में हुए मिट्टी कार्य को देखकर भड़के और मौके पर विभाग के एक्सीयन को लगाया क्लास चेतावनी देते हुए कहा कि बाढ़ खण्ड के अधिकारियों एवं ठेकेदारों की लापरवाही बर्दाश्त नही होगी समय रहते बाढ़ से बचाव हेतु सभी कार्य हो पूर्ण।

चौरीचौरा के विधायक ई सरवन निषाद अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ब्रह्मपुर क्षेत्र में राप्ती गोर्रा नदी के बन्धनों का निरीक्षण करने उपजिलाधिकारी चौरीचौरा प्रशान्त बर्मा बाढ़ खण्ड के एक्सीयन विपिन सिंह एई संघ प्रकाश जेई जितेन्द्र पासवान हरगोबिंद सिंह सहित अनेक लोगों के साथ राप्ती नदी के बरही पाथ डीहघाट खैरखुटा छितहरी गोर्रा नदी के राजधानी सिलहटा बन्धे पर बाढ़ विभाग के ठेकेदार द्वारा नदी के रेत से हुए कार्य को देख विभाग व ठेकेदार पर भड़के तथा मौके पर ही एक्सीयन का लगाया क्लास उन्होंने कहा की बन्धे के मज़बूती सुरक्षा गांव के ग्रामीणों के बचाव के लिए बनाया जाता है ।

अगर इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगा उसके बाद पुरी टीम गोर्रा नदी और बन्धे के बीच में बसा भवरही गांव में पहुंचे जहां पर ग्रामीणों ने हो रहे नदी कटान को दिखाते हुए बोर्डर पीचिंग की बात कही मौके पर ही यस डी यम और बाढ़ खण्ड के लोगों से बार्ता कर कार्य की योजना बनाने की बात कही गई राप्ती गोर्रा नदी के बन्धनों पर कुल 11 रैम्प बनना है जिसमें राप्ती 6 तथा गोर्रा नदी पर 5 बाढ़ खण्ड द्वारा बताया गया कि इटौवा नेकवार बओहआबआर छितहरी थुन्नी बन्धे पर कोई मिट्टी कार्य नहीं हुआ है ग्राम प्रधान धनराज निषाद मन्दीप निषाद ने मटियरवा के पास भवरही सधना के बीच पीपा पुल लगवाने की मांग किया गया जिस पर उन्होंने यस डी यम और बाढ़ खण्ड विकास से कार्य वाही की बात कही।

उक्त अवसर पर विधायक प्रतिनिधि रामदयागर निषाद प्रमुख प्रतिनिधि राघवेन्द्र यादव बिनोद पाण्डेय पूर्व प्रधान बिनय सिंह अरविन्द सिंह राजकुमार गुप्ता सुग्रीव तिवारी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

सिकरीगंज में फिर हुई 3 घरों में चोरी, नकदी समेत लाखों के गहने उड़ाए, लगातार चोरियों से दहशत में हैं इलाके के लोग
खजनी गोरखपुर।सिकरीगंज थाना क्षेत्र के इन्नाडीह गांव में बीती रात बेखौफ चोरों ने एक बार फिर लाखों के गहने और नकद रकम उड़ा ले गए।इस बार चोरों ने इन्नाडीह गांव में 4 घरों को अपना निशाना बनाया, एक घर से खाली हांथ लौटना पड़ा लेकिन 3 घरों में चोरिया हुईं। बेखौफ चोरों के आतंक से इलाके में दहशत का माहौल है। गांवों में लोग रतजगा कर रहे हैं लेकिन शातिर चोर हर बार नए स्थान पर पहुंच कर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

लगातार हो रही चोरी की घटनाएं पुलिस पर सवालिया निशान लगा रही हैं, वहीं थानेदार अपने थाना क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं रोकने की फिराक में लगे हुए हैं।बेखौफ अज्ञात चोरों ने इन्नाडीह गांव में अभिषेक विश्वकर्मा पुत्र रामचरन के घर से लाखों के गहने और नकद चुरा ले गए, साथ ही संगीता देवी जिनके पति विदेश रह कर कमाते हैं, घर का ताला तोड़ कर चोर कीमती समान उठा ले गए, इसी प्रकार कुमारी सुषमा ने बताया मेरे घर का ताला तोड़ कर चोर सब कीमती समान खंगाल ले गए हम लोग परेशान है।
सूचना मिलने पर पहुंची सिकरीगंज पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।
मुख्य गवाह की हत्या के मामले में 32 दिन बाद 7 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज


गोरखपुर।फलमंडी बेतियाहाता गोरखपुर के निवासी अपने सगे भाई की हत्या के मामले में मुख्य गवाह रहे गंगेश पांडेय उर्फ गगन की संदिग्ध हत्या के 7 आरोपितों के खिलाफ 32 दिन बाद 7 नामजद आरोपितों के खिलाफ 12 जून को कैंट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। न्याय की आस में मृतक की भाभी पुष्पा पाण्डेय पत्नी स्वर्गीय योगेश दत्त पाण्डेय निवासी फलमंडी बेतियाहाता थाना कैंट ने जिलाधिकारी गोरखपुर डीआईजी गोरखपुर एसएसपी गोरखपुर एसडीएम सदर सीओ कैंट और इंस्पेक्टर कैंट के कार्यालयों में पहुंच कर दर्जनों चक्कर लगाए।

पीड़िता ने बताया कि आरोपित प्रभावशाली और ऊंची पहुंच रखने वाले तथाकथित रसूखदार लोग हैं। उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि ज्यादा समय बीतने के बाद साक्ष्य मिटा दिए जाएंगे और अपराधियों को पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में सजा नहीं मिल पाएगी। पुलिस को दिए गए प्रार्थनापत्र में पीड़िता ने बताया है कि मेरे पति योगेश दत्त पाण्डेय की वर्ष 2017 में हत्या कर दी गई थी। प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। मुकदमे से संबंधित मामले को मेरे देवर स्वर्गीय गंगेश पांडेय उर्फ गगन पांडेय देखते थे और वही मुख्य गवाह थे।

*अति संवेदनशील मामले में एक महीने से कार्रवाई की मांग कर रही थी पीड़िता*

उक्त मामले में प्रतिपक्षीयों के द्वारा मेरे देवर को प्रलोभन देकर सुलह समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। विगत 11 मई को मेरे देवर घर से 10.30 बजे यह कह कर निकले की कोर्ट में अंतिम गवाही की तैयारी के लिए उन्हें वकील ने बुलाया है। उसी दिन लगभग 11.30 बजे मेरे बेटे के मोबाइल पर फोन करके बदहवास हालत में बताया कि उन्हें कोल्डड्रिंक अथवा कोई अन्य शीतल पेय पीने के लिए दिया गया था। उनके पेट में तेज जलन, मरोड़ और दर्द हो रहा है तथा हांथ पांव शिथिल (सुन्न) जैसे हो रहे हैं। इतना कहते हुए उनकी आवाज बंद हो गई। अज्ञात राहगीर ने फोन करके बताया कि वह अपनी बाइक से गणेश चौक के पास नीचे गिर गए हैं। मौके पर पहुंच कर उन्हें इलाज के लिए गायत्री अस्पताल पार्क रोड ले जाया गया जहां से डाॅक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

*विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही पुलिस ने घटना के 32 दिन बाद दर्ज किया मुकदमा*

मामले में विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही पुलिस ने घटना के 32 दिन बाद मुकदमा अपराध संख्या 342/2024 की धाराओं 302, 120बी और 506 के तहत नामजद आरोपितों रामदरश राय, राहुल राय, राहुल यादव, राहुल पांडेय, दीपनारायण पांडेय, अभिनव त्रिपाठी एडवोकेट  और कृष्णानंद तिवारी एडवोकेट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।पीड़िता ने बताया कि पंचायत नामे में उनके शरीर के नीला पड़ जाने का उल्लेख था, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था, हमारे परिवार पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा अतः शव मिलते ही हमने अपने सहयोगियों के साथ हाईवे पर धरना प्रदर्शन किया।

जहां मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर राजू कुमार सीओ कैंट इंस्पेक्टर कोतवाली थानाध्यक्ष रामगढ़ताल आदि के द्वारा समुचित कार्रवाई और मुआवजे का आश्वासन देकर हमें शव दाह के लिए भेज दिया गया था। मेरे देवर का विसरा जांच के लिए संरक्षित किया गया था। किंतु आश्वासनों के बाद भी एक मास तक एफआईआर दर्ज नहीं किया गया था। पीड़िता ने दोषियों के विरुद्ध न्यायोचित कार्रवाई की मांग करते हुए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों शासन प्रशासन को अवगत कराते हुए पत्र लिख कर बताया था कि इंतजार करते हुए मेरे सब्र का बांध टूट चुका है। आवश्यकता पड़ने पर न्याय पाने के लिए मैं कोई भी अप्रत्याशित कदम उठाने की मन: स्थिति से गुजर रही हूं।
शिव राष्ट्र सेना ने विरोध कर फूका आतंकवाद का पुतला

गोरखपुर। जम्मू कश्मीर में तीर्थ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में शिव राष्ट्र सेना के कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष के अगुवाई में शास्त्री चौक पर इस्लामी आतंकवाद का पुतला फूका।

महानगर अध्यक्ष ने कहा जम्मू कश्मीर में माता वैष्णो देवी कटरा से शिव खेड़ी जा रही बस पर आतंकियों ने घात लगाकर अंधाधुंध फायरिंग कर बस चालक सहित 10 तीर्थ यात्रियों को मौत के घाट उतार दिया इसी के खिलाफ यह देशव्यापी आंदोलन किया जा रहा है आज प्रदेश के 23 जिलों में शिव राष्ट्र सेना के पदाधिकारी आतंकवाद का पुतला दहन का कार्यक्रम करेंगे और हम प्रधानमंत्री मोदी जी से यह दुर्घटना के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई एवं सर्जिकल स्ट्राइक करने का मांग करते है।

कार्यक्रम में-सौरभ वर्मा, सुधीर गौड, प्रिंस सर्राफ, सनी शाह, अर्जुन वर्मा, दीपक वर्मा, विवान सर्राफ, राज जायसवाल, अमन चौधरी, यस सोनकर आदि लोग उपस्थित थे।

एसआरबीकेयू के प्रतिनिधि मंडल ने चिकित्सा निदेशक को ज्ञापन सौंपस, विभिन्न जायज मांगों को पूरा करने की उठाई आवाज़

गोरखपुर। गुरुवार को एसआरबीकेयू का एक प्रतिनिधिमंडल जोनल अध्यक्ष अमरजीत प्रसाद के नेतृत्व में ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय के चिकित्सा निदेशक सें मुलाकात किया। जिसमे प्रमुख रूप से दिव्यांग कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर चर्चा हुई। जिसमें 18 जनवरी 2024 को आरबीआई संख्या 06/2024 के अनुसार नोशनल प्रमोशन दिव्यांग कर्मचारियों का 2016 से लागू करने का आदेश होने के बाद भी अभी तक पदोन्नति वरीयता दिव्यांग ड्यूटी रोस्टर नहीं बनाया गया है । सीआरसी रेलवे सर्टिफिकेट बनाना अति आवश्यक है जिससे रेलवे पास में एक सहचर मिल सके।

एचआरएमएस एप्लीकेशन में रेलवे चिकित्सालय में कार्यरत अधिकांश कर्मचारियों का विवरण पूरा नहीं है। जिससे वे दिव्यांगता की श्रेणी मे मिलने वाली सुविधाओं से वंचित हो रहे है। एचआरएमएस एप्लीकेशन में दिव्यांगता की श्रेणी तथा दिव्यांगता का प्रतिशत नहीं है यह दोनों काॅलम जोड़ना अति आवश्यक है। इसलिए दिव्यांगता का प्रतिशता यथाशीघ्र शामिल करवाने की व्यवस्था की जाय। सभी दिव्यांग कर्मचारियों को उनके अनुरोध पर उनके गृह जनपद के निकट पदोन्नत कर स्थानांतरित किया जाए जिससे वे सुगमता से अपनी ड्यूटी का पालन कर सके। चिकित्सा विभाग में कार्यरत दिव्यांग कर्मचारियों का कोविड-19 में कटे हुए वेतन का भुगतान एवं अवकाश को स्पेशल सीएल में परिवर्तित किया जाए।

ललित नारायण मिश्र रेलवे हास्पिटल के मुख्य चिकित्सा निदेशक ने सभी विषयों को ध्यान से सुना और सकारात्मक जवाब देते हुए शीघ्र निदान करने का आश्वासन दिया। ज्ञापन के दौरान मुख्य रूप से महेश पासी, प्रमोद गौतम, अभिषेक गुप्ता, कौशलेंद्र वर्मा, रितेश कुमार, परशुराम सिंह, कर्ण कुमार आदि एसआरबीकेयू के पदाधिकारी उपस्थित थे।

इस माह के अंत तक तैयार हो जाएगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे

गोरखपुर, 13 जून। उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने पर लगातार काम कर रही योगी सरकार इस माह के अंत तक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर आवागमन की पूर्ण सुविधा शुरू करने की तैयारी में है।

जून के पहले सप्ताह तक इस एक्सप्रेसवे का 97 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक त्वरित एवं सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 ग्राम जैतपुर के पास से प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जनपद आजमगढ़ के सालारपुर में समाप्त होगा। 91.352 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत 5876.67 करोड़ रुपये (भूमि अधिग्रहण पर व्यय समेत) है। इससे जनपद गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे तीव्र संपर्क तथा बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगा। साथ ही साथ संबन्धित क्षेत्र के जनमानस को भी एक दूसरे के और निकट लाने में मदद करेगा। यूपी एक्‍सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर 10 जून तक अद्यतन जानकारी के अनुसार के अनुसार गोरखपुर लिंक एक्‍सप्रेसवे का 97 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मेन कैरिजवे में क्लियरिंग एंड ग्रबिंग का काम 100 फीसद, मिट्टी का काम 100 फीसद पूरा कराया गया है। एक्‍सप्रेसवे पर कुल प्रस्‍तावित 341 संरचनाओं में से 337 बन चुके हैं। अन्य के निर्माण का कार्य तेजी से कराया जा रहा है।

दो दिन पूर्व गोरखपुर के कमिश्नर अनिल ढींगरा ने बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में निर्माण कार्य मे तेजी लाते हुए इस माह के अंत तक लिंक एक्सप्रेसवे का काम पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल के एक बड़े क्षेत्र के लोगों को लखनऊ पहुंचने में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा। इसके अलावा दिल्ली से लेकर आगरा तक के शानदार सफर का आनंद लोग ले सकेंगे।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेसवे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी संभव हो सकेगा।

इस एक्सप्रेसवे से अच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।

एक्सप्रेसवे से अच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केंद्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा। एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ योगी सरकार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बना रही है।