मीरजापुर के बहुचर्चित पंचायत मित्र हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, ग्राम प्रधान ही निकला हत्यारा
संतोष देव गिरि,मीरजापुर। जिले के लालगंज में बहुचर्चित पंचायत मित्र हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। मजे की बात है कि पंचायत मित्र की हत्या में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष को शामिल करते हुए जहां इस मामले को नया मोड़ दे दिया गया था वहीं जब पुलिस ने खुलासा किया तो सभी दंग रह गए। पंचायत मित्र की हत्या किसी और ने नहीं उसी गांव के ग्राम प्रधान ने कराई थी।
बताते चलें कि लालगंज कोतवाली क्षेत्र के पतलुकी गांव के समीप बाइक सवार पंचायत मित्र की हाईवे पर अज्ञात वाहन से हुई दुर्घटना में मौत हो गई थी। मामले 5 जून 2024 को मृतक पंचायत मित्र के भाई संजय कुमार मौर्या पुत्र किशुन प्रसाद मौर्या निवासी लहंगपुर थाना लालगंज द्वारा अज्ञात लोगों के विरुद्ध अपने भाई राजीव कुमार मौर्या की षड़यंत्र के तहत वाहन से दुर्घटना को अंजाम दिलाने और मौत हो जाने के सम्बन्ध में तहरीर दी गयी थी।
तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुए यथाशीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी करने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी लालगंज के नेतृत्व में थानाध्यक्ष लालगंज को निर्देश दिये गये थे। उक्त निर्देश, विवेचना के क्रम में सुरागरसी व इलेक्ट्रानिक, भौतिक साक्ष्य संकलित करते हुए 13 जून 2024 को थाना लालगंज व एसओजी, सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना लालगंज क्षेत्र से घटना से सम्बन्धित रामनरेश मौर्या पुत्र राजेन्द्र प्रसाद मौर्या निवासी मड़वा नेवादा कोठी, दिनेश मौर्या पुत्र बेचु प्रसाद मौर्या, शिवकुमार पुत्र श्यामनारायण, संतोष कुमार मौर्या पुत्र सत्यानारायण मौर्या निवासीगण डांगरकेरी, सतीश मौर्या उर्फ मौर्या पुत्र रामआसरे मौर्या निवासी रामगढ़ थाना बलुआ जनपद चन्दौली को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चार पहिया वाहन बोलोरो पिकअप UP 63 बीटी 0364 व महिन्द्रा टीयूवी UP 63 एई 1519 बरामद कर अऩ्तर्गत धारा 207 एमवी एक्ट में सीज किया है।
हत्या के पीछे की रही यह कहानी
आरोपियों द्वारा पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक राजीव कुमार मौर्या ग्राम कोठी में पंचायत मित्र के रूप में कार्यरत था। राजीव कुमार मौर्या द्वारा ग्राम प्रधान रामनरेश मौर्या के मनरेगा योजना में किये जा रहे अनैतिक कार्यों में विरोध व हस्तक्षेप किया जाता था। पूर्व में ग्राम प्रधान रामनरेश व राजीव कुमार मौर्या (मृतक) के मध्य में इसी बात को लेकर वाद-विवाद, गाली-गलौज व मारपीट भी हो चुकी थी। ग्राम सभा से अवैध कमाई नही होने से क्षुब्द होकर ग्राम प्रधान रामनरेश द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर योजना बनाकर राजीव कुमार मौर्या (मृतक) की चार पहिया वाहन से दुर्घटना कर हत्या कर दी गयी थी।
पूर्व जिलाध्यक्ष व अन्य का नाम आने पर मचा बवंडर
पंचायत मित्र राजीव कुमार मौर्या की सड़क दुघर्टना में हुई मौत के मामले में तब नया मोड़ आ गया था जब बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष बालेन्दु मणी त्रिपाठी सहित अन्य का नाम आने पर इलाके में बवंडर मच गया था। की प्रतिष्ठित लोगों सहित भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम लालगंज कोतवाली पर उमड़ पड़ा था। मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई थी। अभी यह बवंडर थमा ही था कि इसे जातिगत रंग देने का भी खेल शुरू कर दिया गया। लालगंज कोतवाली में बीजेपी नेताओं के प्रदर्शन के कुछ दिनों बाद मौर्य समाज के लोग जिला मुख्यालय पर पहुंच प्रदर्शन कर हत्याकांड का खुलासा और गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे। जिससे मामला न केवल पेंचीदा हो गया था बल्कि इसे लेकर अधिकारी भी फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रहे थे। आखिरकार जब सटिक जानकारी हासिल हुई तो पता चला कि हत्याकांड का मास्टर माइंड कोई और नहीं उसी गांव का ग्राम प्रधान ही है तो सभी दंग हो उठे थे।
Jun 14 2024, 18:58