सोहावल तहसील में अंगद की तरह पांव जमाए है प्राइवेट कर्मचारी
सोहावल अयोध्या। सोहावल तहसील में कई पटल पर कार्य कर रहे लगभग एक दर्जन प्राइवेट कर्मचारियों को हटाने के लिए बार के अधिवक्ताओं ने कई बार तहसील के उच्च अधिकारियों के सामने आवाज उठाई लेकिन अधिकारियों के लिए दुधारू गाय साबित रहे प्राइवेट कर्मचारी अंगद की तरह पांव जमाऐ हुए है इसी को लेकर फैला आपसी मतभेद पूरी तरह से बढ़ चुका है। अधिकारियों और अधिवक्ताओं के बीच फैले मतभेद के चलते अधिवक्ताओं की महीनो से हड़ताल निरंतर जारी है। जिसके चलते तहसील में आने वाले वादकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बार के अधिवक्ताओं ने बताया जनता की समस्याओं का सही समय पर निस्तारण ना होना जनता को न्याय न मिलने, शासन के आदेश के बावजूद तहसील में कार्यरत अनाधिकृत प्राइवेट कर्मियों को न हटाये जाने के साथ अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रयागदत्त तिवारी के सार्वजनिक मार्ग पर अतिक्रमण के मामले में तहसील
के अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से नाराजगी बढ़ती गई।जिसके चलते अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव देकर हड़ताल शुरू कर दिया।
बार बेंच के बीच बढ़ा मतभेद अधिकारियों की उदासीनता के चलते दूर नही हो सका।वहीं महीने भर से अधिक समय तक लगातार तहसील के अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी रहने की वजह से वादकारियों को बैरंग तारीखे लेकर वापस घर लौटना पड़ रहा है। सोहावल तहसील बार अध्यक्ष लखणधर त्रिपाठी महामंत्री अनूप कुमार पांडे मुन्ना पूर्व बार अध्यक्ष सुधीर कुमार मिश्रा प्रथम उपाध्यक्ष अरुण दूबे ने बताया कि तहसील में कोई कार्य नियमानुसार समयबद्ध तरीके से नही हो रहा है।इन प्राइवेट कर्मचारियों को बिना सुविधा शुल्क के कार्य कराने में वादकारियों के पसीने छूट जाते है।जब तक अधिवक्ताओं की मूलभूत समस्याओं का निराकरण नहीं होगा।तब तक अधिवक्ता न्याययिक कार्य से विरत रहेंगे।
Jun 13 2024, 20:15