ससुराल वालों ने दुत्कारा तो पुलिस ने फटकारा

मीरजापुर। प्यार और शादी के नाम पर छली गई महिला अब न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खाती फिर रही है। जिसे ससुराल से दुत्कार मिलने के बाद पुलिस से भी फटकार खानी पड़ी है। खैर दिल्ली से आईं महिला पति को पाने के लिए मिर्ज़ापुर की सड़कों पर भटकते हुए अधिकारियों के चौखट की चक्कर लगाने को विवश है।

जानकारी के अनुसार दिल्ली की रहने वाली पीड़िता रंजू गुप्ता का आरोप है कि शादी के नाम पर मिर्ज़ापुर नगर के रमईपट्टी विंध्यपुरी कॉलोनी के युवक ने शादी के नाम पर उनका शारीरिक शोषण करते हुए गर्भपात भी करा दिया है। शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने के बाद अब पीछा छुड़ाना चाहता है।

पीड़ित महिला का आरोप रहा है कि ससुराल वालों ने घर से निकाल उन्हें बेघर कर दिया है। जिसकी शिकायत करने थाने गई तो उससे पुलिसकर्मियों ने भी दुर्व्यवहार किया। पीड़िता का आरोप है कि ड्युटी पर मौजुद पुलिसकर्मी ने उनसे अभद्रता की है। पीड़िता का आरोप है कि शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के रमईपट्टी विंध्यपुरी कॉलोनी स्थित ससुराल जाने पर उसे वहां से भगा दिया गया उसे घर में जाने नहीं दिया गया।

नाबालिग से दुष्कर्म का फरार आरोपी गिरफ्तार

सोनभद्र। जुगैल थाना क्षेत्र में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले के फरार चल रहे आरोपी को पुलिस गिरफ्तार किया है।

पुलिस एक माह से उसकी तलाश में जुटी थी। जानकारी के अनुसार मई महीने में जुगैल के एक गांव में नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया था। जहां पुलिस ने दुष्कर्म, एससी-एसटी और पाॅस्को सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। उक्त मामले में पुलिस ने अभियुक्त सूरजभान महुअरिया को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस चौकी में नाबालिग बच्चों से मसाज कराते हुए सिपाही का वीडियो वायरल

मीरजापुर। पुलिस प्रशासन की छवि धूमिल करने में मीरजापुर पुलिस के कुछ जांबाज कोई कसर नहीं छोड़ रहें। ताज़ा मामला जिले के इमिलियाचट्टी पुलिस चौकी से जुड़ा हुआ सामने आया है, जहां पर तैनात एक हेड कांस्टेबल नाबालिग बच्चों से मसाज करवाते हुए दिखाई दिए हैं। चर्चा है कि हेड कांस्टेबल रोजाना जबरन क्षेत्र के नाबालिगों को बुलाकर मसाज करवाते हैं।

 नाबालिगों ने बताया सेवा न करने पर साहब गाली देते हैं। हेड कांस्टेबल भानुप्रताप का नबालिगों से बॉडी मसाज करवाने का वीडियो सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इससे जहां विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है वहीं महकमे के लोग कुछ भी बोलने से साफ कतरा रहे हैं। वायरल वीडियो अहरौरा थाना क्षेत्र के इमिलियाचट्टी पुलिस चौंकी का बताया जा रहा है।

पैसों के लेन-देन में हुई मारपीट में एक महिला की हुई मौत ,पुलिस ने आरोपियों को लिया हिरासत में

मीरजापुर। पैसों के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की एक 30 वर्षीया महिला की इस कदर पिटाई कर दी है कि उसकी मौत हो गई है। मामला चुनार कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का बताया जा रहा है। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। शनिवार को थाना चुनार क्षेत्रांतर्गत ग्राम बरगवां में रमजान अली पुत्र राजू अली 27 वर्ष व राजबली पुत्र राजकुमार 35 वर्ष के बीच पूर्व के पैसे लेन देन की बात को लेकर मारपीट हो गयी थी।

इसी दरम्यान रमजान की मां नफिज़ा बेगम 51 वर्ष द्वारा राजबली की पत्नी कविता 30 वर्ष से मार पीट कर उसे घायल कर दिया गया। जिसे आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया या गया जहां इलाज के दौरान कविता की मौत श हो गयी। सूचना पर पुलिस उपमहानिरीक्षक विन्ध्यांचल परिक्षेत्र मीरजापुर, पुलिस अधीक्षक, डॉग स्क्वाड व फील्ड यूनिट के साथ मौके का निरीक्षण किया गया। थाना चुनार पुलिस द्वारा मृतिका के शव को कब्जे में मे लेकर तथा तहरीर के आधार पर तत्काल कठोरतम व सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर नामजद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई हैं।

ओबरा थर्मल पॉवर के सीआईएसएफ कमांडेंट हृदयशंकर शर्मा को मिली बड़ी जिम्मेदारी, अब संभालेंगे दिल्ली एयरपोर्ट की सुरक्षा का कमान

विकास कुमार अग्रहरि ,सोनभद्र। सूबे के उर्जांचल नगरी ओबरा थर्मल में पदस्थ रहे सीआईएसएफ के कमांडेंट हृदय शंकर शर्मा की नियमित पोस्टिंग बल मुख्यालय के आदेश पर ओबरा थर्मल प्लांट से IGI airport के लिए कर दिया गया है। जहां के लिए वह प्रस्थान कर रहे है। सीआईएसएफ कमांडेंट अपने लगभग चार वर्ष के कार्यकल में ओबरा नगरवासियों के दिलों में बस गए थे। उनकी मृदु भाषी शैली का ही असर कहा जाएगा कि आम से लेकर खास भी उनके विचारों और वाणी का कायल था। जिनके साथ रह चुके लोग अब उन पलों को को याद करते हुए कहते हैं कि अब वह पल अविस्मरणीय रहेगें।

ओबरा तापीय परियोजनां प्लांट की सुरक्षा जिससे प्लांट के निर्बाध बिजली उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है एवं अग्निशमन सेवा जो कि न केवल प्लांट के संरक्षण में सहायक है बल्कि दोनों विषयों पर इनकी कुशलपूर्ण नेतृत्व के कारण इनका कार्यकाल ओबरा बासियो एवं प्लांट सुरक्षा के क्षेत्र में एक मिशाल बना रहेगा। बताते चलें किसी सीआईएसएफ के कमांडेंट हृदय शंकर शर्मा को यहां से इन्हें स्थानांतरित कर एक बड़ी जिम्मेदारी लेते हुए रवाना किया गया है अब वह दिल्ली एयरपोर्ट की सुरक्षा में अपना योगदान देंगे। ओबरा तापीय परियोजनां इकाई एवं ओबरावासियों को जैसे ही इनके स्थानांतरित होने की खबर लगी है सभी में मायूसी छा गई है।

अपने 4 साल के कार्यकाल में ओबरा तापीय परियोजनां प्लांट डिवीजन के वह सख्त व नेकदिल आदमी थे। साथ ही साथ सुरक्षा संरचना के प्रति गंभीर और सामाजिक दायित्वों को लेकर इनका व्यवहार अति गंभीर रहा है। मातहत जवानों के साथ संजीदगी भरा व्यवहार इनकी कार्यकुशलता का अहम हिस्सा रहा है यही कारण रहा कि इन्हें छोटे से लेकर बड़े जन भी पसंद किया करते थे। इसी के साथ ही सीआईएसएफ के तरफ से जो भी सामाजिक आयोजन हुआ करते थे वह सभी निष्ठा के साथ यह पूरा किया करते थे मसलन, गरीब बच्चों को कपड़ा, कापी-किताब देना, पक्षियों के लिए घोंसला बनाना, सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरूक करना, हर सामाजिक कार्यों में हाथ बढ़ाना मानों इनके कर्तव्य का अभिन्न हिस्सा हुआ करता था।

*सिंदुरिया ग्राम में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है*

सोनभद्र।- ओबरा तहसील अंतर्गत आने वाले सिंदुरिया ग्राम में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। मामले में संज्ञान आते ही गांव के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई है। वही लेखपाल अवधेश तिवारी से बात करने पर पता चला कि जहां पर कब्जा हो रहा है वहां की ज़मीन पुरतः सरकारी है अगर ऐसा किसी के द्वारा किया जाता है तो नियमतः गलत है। उक्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तक कि जा सकती है।

बताते चले कि राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज व कृषि विभाग का गोदाम है और ठीक बगल में ही एक गांव एक बगीचा है। जहां पर राज्यमंत्री से लेकर जिले के बड़े नेताओं द्वारा पौधरोपण किया जा चुका है। जो ज़मीन सरकारी है वो हमारी है कि नीति के तहत सोनभद्र में लूट मचा है। जिसको जहां मिल रहा वही मौका देख लूट ले रहे।

सिंदुरिया गांव के मनबढ़ लोगों द्वारा जमीन पर झोपड़ी लगाकर कब्जे के नियत से उसमें निवास तक कर रहे हैं। वही प्रधान से बात करने पर उन्होंने कहा मामला उनके संज्ञान में है लेकिन हम किसी से क्यों बगावत करने जाए। लेकिन सवाल तो यह उठता है कि गांव का एक जिम्मेदार नागरिक प्रधान होता है अगर उसे मालूम है कि महीना भर पहले से सरकारी जमीन पर कब्जा हो रहा है तो इसकी लिखित शिकायत उसने क्षेत्रीय लेखपाल या ओबरा एसडीएम को क्यों नहीं दी। सवाल तो प्रधान पर भी उठना है लाज़मी है आखिर किस मनसा के तहत उन्होंने अवैध कब्जेधारियों को क्यों नहीं रोका। स्थानीय लोग बताते है कि प्रधान की ये वोट बैंक की राजनीति है। 2025 में प्रधानी का चुनाव है अभी से ही प्रधान अपने वोट को लेकर जुगतजुट में जुट गए है। प्रधानी के चुनाव में एक एक वोट की कीमत होती है और कुल कब्जेदारों के वोट की संख्या मिला दी जाये तो 60-70 वोटों की संख्या हो जाती है। जो एक प्रधान प्रत्याशी के लिए बड़ा वोट बैंक माना जाता है। स्थानीय लोग बताते है कि

प्रधान ने गांव के विकास के लिए कुछ खास नहीं किया लेकिन जो भी गांव में काम हुआ है वी भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। अमृत सरोवर में जमकर धांधली किसी से छुपी नहीं है। आवास दिलाने के नाम पर कमिशन की बात भी सामने आ चुकी है। अवैध कब्जेधारियों के खिलाफ कुछ दिन पहले ही कार्रवाई देखने को मिली थी।

लेखपाल को जानकारी होने पर अब क्या एक्शन लिया जाता है जिस प्रकार वैष्णो मंदिर के सामने वन विभाग पर कब्जा करने वालों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई की गई। क्या वैसी ही कार्रवाई सिंदुरिया गांव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ होगी। योगी का बुलडोजर चलेगा या सरकारी जमीन पर कब्जा यूं ही बदस्तूर जारी रहेगा।

*नवजात बालिका सड़क किनारे लता में मिली पुलिस ने उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई*

मिर्जापुर- हलिया ड्रमंडगंज मार्ग स्थित महुगढ़ गांव में शुक्रवार की देर शाम एक नाला के लता की आड़ में नवजात बालिका मिली मौके पर ग्रामीणों ने देखा पुलिस को दी सूचना। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष विष्णु प्रभा सिंह उप निरीक्षक श्यामलाल गांव निवासी एक महिला नवजात बालिका को देखकर अपने घर ले गई थी उसके घर पहुंच कर पुलिस ने बालिका को कब्जे में लेते हुए उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां पर चिकित्सक ने उपचार के बाद सामान्य स्थिति बताई। ग्रामीणों का कहना है कि एक बोलेरो सवार पर कुछ लोग आए थे जिसे बालिका को नाले स्थित लता में छोड़कर चले गए। थानाध्यक्ष हलिया विष्णु प्रभा सिंह के सूचना पर मौके पर पंहुची बाल संरक्षण कि टीम ने नवजात बालिका को लेकर मिर्जापुर चली गई है।

इस संबंध में थानाध्यक्ष हलिया विष्णु प्रभा सिंह ने बताया कि महुगढ गांव के नाला में नवजात बालिका को मिलने की सूचना पर बालिका को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लेकर आये ज़हां पर चिकित्सक द्वारा बालिका का उपचार करने के बाद स्थिति सही बताई जिस पर बाल संरक्षण विभाग को बुलाकर बालिका को सुपुर्द कर दिया गया है।

*आग से खाक हुई झोपड़िया, आग लगने की वजह अब तक नहीं आई सामने*

सोनभद्र- जिले के चोपन थाना क्षेत्र के सिंदुरिया भरहरी मार्ग पर उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया जब चोपन हॉस्पिटल के सामने झोपड़ी में स्थित दुकान में भयंकर आग लग गई। आग की जद में आने से 4 झोपड़िया पूरी तरह जलकर राख हो गई। जिसमे 2 मिठाई और फ़ास्ट फ़ूड की दुकान और 2 सब्जी की दुकान थी। दुकान में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। घटना 5-6 बजे के बीच की बताई जा रही है। घटना कैसे घटित हुई इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आ पाई है। लेकिन अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि सुबह के समय झाड़ू लगाकर इकट्ठा किये गए कूड़े में आग लगाने की वजह से हादसा हुआ हो।

सुबह आसपास के लोग झाड़ू लगाकर कूड़े में आग लगा देते है। हवा की वजह से आग झोपड़ी में लगाये गए तिरपाल तक पहुंच गई और तिरपाल प्लास्टिक की होने की वजह से जल्द आग ने विकराल रूप ले लिया और उसकी जड़ में आस पास की दुकानें भी आ गई। स्थानीय लोगों जब तक आग पर काबू पाने की कोशिश करते तब तक कुछ ही घण्टों में आग ने सब खाक कर दिया था। हालांकि लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि उन्होंने दमकल को सूचना भी दी लेकिन दमकल विभाग मौके पर नहीं पहुंचा। अभी तक आग की वजह से कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी सामने नहीं आ पाई है। लेकिन दुकान मालिकों के माथे पर शिकन ज़रूर दिख रहा। दोबारा दुकान बनाने और उसमें सामान रखने में पैसों के साथ समय भी लगेगा। हालांकि पीड़ित दुकानदारों ने चोपन थाने में प्रार्थना पत्र देकर मामले से अवगत कराते हुए उचित पहल करने की बात कही।

दुष्कर्म के दोषी शिक्षक को उम्रकैद

सोनभद्र। साढ़े चार पूर्व 12 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश / विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट सोनभद्र अमित वीर सिंह की अदालत ने शुक्रवार को सुनवाई करते हुए दोषसिद्ध पाकर दोषी शिक्षक संतोष कुमार जायसवाल को उम्रकैद एवं दो लाख रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई।

अर्थदंड न देने पर छह माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से एक लाख 60 हजार रूपये पीड़िता को मिलेगी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक बभनी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता की मां ने बभनी थाने में दी तहरीर में अवगत कराया था कि उसकी 12 वर्षीय नाबालिग बेटी कक्षा 5 में पढ़ती है। 6 नवंबर 2019 को जब बेटी स्कूल पढ़ने गई थी तो शिक्षक संतोष कुमार जायसवाल पुत्र भगौती जायसवाल ने छुट्टी होने पर सभी बच्चे चले गए, लेकिन उसकी बेटी को शिक्षक ने रोक लिया और करीब तीन बजे उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया और बेटी को घर पहुंचा कर चला गया। बेटी को किसी से ना बताने के लिए मना किया था। पीड़िता बेटी ने रोते हुए अपनी माँ से सारी घटना बताई। तब पत्नी ने उसे बताया। इस तहरीर पर 7 नवंबर 2019 को पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की विवेचना किया।

पर्याप्त सबूत मिलने पर विवेचक ने कोर्ट में दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, गवाहों के बयान एवं पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर दोषी शिक्षक संतोष कुमार जायसवाल को उम्रकैद एवं दो लाख रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर छह माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से एक लाख 60 हजार रूपये पीड़िता को मिलेगी। अभियोजन पक्ष की तरफ से सरकारी वकील दिनेश कुमार अग्रहरी, सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं नीरज कुमार सिंह ने बहस की।

पाक्सो एक्ट: दोषी सतीश भुईया को 20 वर्ष का कठोर कारावास

सोनभद्र। साढ़े चार पूर्व 14 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश / विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट सोनभद्र अमित वीर सिंह की अदालत ने शुक्रवार को सुनवाई करते हुए दोषसिद्ध पाकर दोषी सतीश भुईयां को 20 वर्ष का कठोर कारावास एवं एक लाख रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई।

अर्थदंड न देने पर छह माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से 80 हजार रूपये पीड़िता को मिलेगी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक विंढमगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता के पिता ने विंढमगंज थाने में दी तहरीर में अवगत कराया था कि करीब दो माह से उसकी 14 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ सतीश भुईयां पुत्र रामनाथ भुईयां निवासी धूमा, थाना विंढमगंज, जिला सोनभद्र द्वारा जबरन बलात्कार किया जा रहा था और बेटी को धमकी दिया कि किसी से भी बताओगी तो जान से मार देंगे। पीड़िता बेटी ने रोते हुए अपनी माँ से सारी घटना बताई। तब पत्नी ने उसे बताया।

इस तहरीर पर 30 सितंबर 2019 को पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की विवेचना किया। पर्याप्त सबूत मिलने पर विवेचक ने कोर्ट में दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट में चार्जशीट दाखिल किया था।

मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, गवाहों के बयान एवं पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर दोषी सतीश भुईयां को 20 वर्ष का कठोर कारावास एवं एक लाख रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर छह माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। वहीं अर्थदंड की धनराशि में से 80 हजार रूपये पीड़िता को मिलेगी। अभियोजन पक्ष की तरफ से सरकारी वकील दिनेश कुमार अग्रहरी, सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं नीरज कुमार सिंह ने बहस की।