मोदी की नई कैबिनेट का पहला फैसला, पीएम आवास योजना के तहत बनेंगे 3 करोड़ घर

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शपथग्रहण के एक दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट सहयोग‍ियों के साथ बैठक की। इस दौरान कई अहम फैसले ल‍िए गए हैं। कैबिनेट ने गांवों और शहरों में रहने वाले गरीबों के ल‍िए 3 करोड़ घर बनाने के फैसले पर मुहर लगा दी।सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत 3 करोड़ ग्रामीण और शहरी घरों के निर्माण के लिए सहायता प्रदान करेगी। इन घरों में शौचालय, एलपीजी कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, नल कनेक्शन भी साथ-साथ मिलेगा।

पीएम हाउस में आयोजित इस बैठक में शपथ लेने वाले कैबिनेट मंत्री हिस्सा लिया।पीएम हाउस में चल रही इस बैठक में अमित शाह, सर्वानंद सोनोवॉल, राजनाथ सिंह, मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह, ललन सिंह समेत बड़े नेता मौजूद रहे।

इससे पहले मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) पहुंचकर कार्यभार संभाला। उन्होंने सबसे पहले किसान सम्मान निधि की फाइल पर साइन किए। मोदी ने पीएमओ के अफसरों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, जिस टीम ने मुझे 10 साल में इतना कुछ दिया, उसमें हम क्या नया कर सकते हैं, हम और बेहतर कैसे कर सकते हैं, हम और तेज कैसे कर सकते हैं, और बेहतर स्केल पर कैसे कर सकते हैं। इन सबको लेकर अगर हम आगे बढ़ें तो मुझे विश्वास है कि देश के 140 करोड़ लोगों ने हमारे इन प्रयासों पर मुहर लगा दी है। चुनाव मोदी के भाषणों पर मोहर नहीं है, ये चुनाव हर सरकारी कर्मचारी की 10 साल की मेहनत पर मोहर है। इसलिए अगर कोई इस जीत का हकदार है तो वो सही मायने में भारत सरकार का हर कर्मचारी इस जीत का हकदार है।

इससे पहले पिछले 10 वर्षों में तकरीबन 4.21 करोड़ घर बनाए गए थे। माना जा रहा है कि आवास योजना को लेकर बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था। पीएम मोदी की कैबिनेट ने इस पर निर्णय लेकर घोषणा पत्र का पहला वादा पूरा कर दिया।

कनाडा को उसी की भाषा में नरेंद्र मोदी का जवाब, जानें ट्रूडो की ओर से मिली जीत की शुभकामना पर क्या बोले प्रधानमंत्री

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नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री हैं। रविवार को उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। लगातार तीसरी बार पद संभालाने पर दुनिया भर से बधाइयां मिल रही हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तरफ से भी बधाई आई है। इस बधाई संदेश की भाषा दोनों देशों के बीच बढ़े राजनयिक तनाव साफ दिखा। दरअसल,जिस भाषा में जस्टिन ट्रूडो ने दिया था, ठीक उसी भाषा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया है

कनाडा की सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी को तीसरे कार्यकाल की जीत के लिए बधाई देते हुए कुछ ऐसा कहा, जिसे भारत पर तंज कहा जा सकता है। दरअसल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी की जीत के लिए बधाई देते हुए लिखा 'कनाडा की सरकार, भारत के साथ अपने संबंधों को बेहतर करने के लिए तैयार है और ये संबंध मानवाधिकार, विविधता और कानून के शासन के आधार पर होने चाहिए।'

जस्टिन ट्रूडो की ओर से चार दिन पहले सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बधाई संदेश दिया गया था। लेकिन, शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई स्वीकार करते हुए ट्रूडो को जवाब दिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को चार दिन बाद जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, "बधाई संदेश के लिए को धन्यवाद। भारत आपसी समझ और एक-दूसरे की चिंताओं के सम्मान के आधार पर कनाडा के साथ काम करने के लिए तत्पर है।"

बता दें कि, भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले में पिछले साल से ही विवाद चलता आ रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल संसद में खड़े होकर निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों की संलिप्तता के आरोप लगाए थे। भारत ने ट्रूडो के सभी दावों को निराधार बताया था। इसी के बाद से भारत और कनाडा के रिश्तों में तल्खी देखने को मिल रही है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में खालिस्तान आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने कनाडा की संसद में निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया और कहा कि भारत को कनाडा में कानून के शासन का सम्मान करना चाहिए। हालांकि भारत ने कनाडा को आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और बयान के संबंध में सबूत मांगे थे। इस मुद्दे पर भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई थी।

20 जून को लोकसभा में बहुमत साबित कर सकते हैं पीएम मोदी, इसी दिन स्पीकर का चुनाव भी संभव

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नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बीती शाम संपन्न हो गया है। रिजल्ट जारी होने के 5वें दिन पीएम मोदी व उनके 72 मंत्रियों की पूरी कैबिनेट का शपथ ग्रहण संपन्न हो गया है। अब खबरें आ रही हैं कि पीएम मोदी 20 जून को लोकसभा में बहुमत साबित कर सकते हैं। साथ ही 20 जून को स्पीकर का चुनाव भी संभावित है। एक बार जब पीएम मोदी लोकसभा में विश्वास मत पारित कर लेंगे, तो सरकार अगले छह महीने के लिए सुरक्षित हो जाएगी।

देश की 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 18 जून से शुरू होने की संभावना है। सत्र सदन के सदस्यों के रूप में नवनिर्वाचित उम्मीदवारों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू होगा। जानकारी के अनुसार तीन दिन तक सांसदों की शपथ होगी। वहीं 20 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। जबकि 21 जून को राष्ट्रपति का संबोधन होने की उम्मीद है। शपथ पूरी होने के बाद राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और इस तरह सत्र का औपचारिक उद्घाटन होगा। सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों का दोनों सदनों से परिचय भी कराएंगे।

बता दें नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।

नड्डा बने मोदी के मंत्री, अब कौन होगा बीजेपी का अध्यक्ष, चर्चा में ये नाम

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नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार देश में सरकार बन गई है। रविवार को राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी के साथ 70 के करीब मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ लेने वालो में जेपी नड्डा का नाम भी शामिल है। राजनाथ सिंह और अमित शाह की तरह जेपी नड्डा भी मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री बने गए हैं। इसके बाद सवाल ये उठ रहे हैं कि ब बीजेपी की कमान किसके हाथों में होगी?

2014 में राजनाथ सिंह बीजेपी अध्यक्ष थे और लोकसभा चुनाव में जीत के बाद वो केंद्र में मंत्री बन गए थे। इसके बाद बीजेपी संगठन में बदलाव हुआ था और अमित शाह को पार्टी की कमान सौंपी गई थी। अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष रहते हुए 2019 में लोकसभा चुनाव हुए थे। जीत के बाद अमित शाह मोदी कैबिनेट का हिस्सा बन गए थे, जिसके चलते बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अमित शाह के बाद बीजेपी की कमान जेपी नड्डा ने संभाली। अब नड्डा के 2024 के चुनाव में जीत हासिल की है। जिसके बाद वो मोदी कैबिनेट का हिस्सा बन चुके हैं।

जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म होने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पार्टी के दिग्गज नेता भूपेंद्र यादव जैसे नेताओं के नाम की चर्चा चल रही थी। लेकिन इन सभी नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल गई है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि अनुराग ठाकुर को नए मंत्रिपरिषद से बाहर रखा जाना पार्टी संगठनात्मक ढांचे में उन्हें शामिल किए जाने की संभावना की ओर इशारा करता है। इसके अलावा दो और नामों की भी खूब चर्चा हो रही है और दोनों ही मोदी-शाह की भरोसेमंद कोटरी के अभिन्न सदस्य हैं और पार्टी के संगठन के कामकाज को लंबे समय से देख रहे हैं। ये हैं पार्टी के महासचिव विनोद तावड़े और यूपी के बाद कई राज्यों के चुनाव प्रभारी रह चुके सुनील बंसल।

बता दें कि जेपी नड्डा का पार्टी अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल इस साल जनवरी में ही खत्म हो चुका था। हालांकि, लेकिन लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें 06 महीने का विस्तार दिया गया था। अब उनका कार्यकाल जून में समाप्त हो जाएगा ।

मणिपुर में सीएम एन बीरेन सिंह की एडवांस सुरक्षा टीम पर कुकी उग्रवादियों का हमला, दो जवान घायल

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मणिपुर से बड़ी खबर सामने आई है। यहां मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया है। इस हमले में 2 जवान घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि एन बीरेन सिंह की एडवांस सुरक्षा टीम पर कुकी उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया है।अग्रिम सुरक्षा टीम पर उग्रवादियों ने तब हमला किया जब यह टीम सीएम के मंगलवार के दौरे से पहले जिरीबाम जा रही थी। मंगलवार को सीएम को जिरीबाम का दौरा करना था।

बता दें कि मंगलवार को सीएम एन.बीरेन सिंह हिंसाग्रस्त जिरीबाम का दौरे पर जाने का कार्यक्रम था। इसी सिलसिले में सीएम की अग्रिम सुरक्षा टीम हालात का जायजा लेने के लिए जिरीबाम जा रही थी। इसी दौरान सिनम के पास मणिपुर कमांडो ने घात लगाकर हमला किया।सुरक्षा बलों के वाहनों पर कई गोलियां चलाई गईं, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान एक जवान घायल हो गया। 

उग्रवादियों ने शनिवार को जिरीबाम में दो पुलिस चौकियों, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के ऑफिस और करीब 70 मकानों में आग लगा दी थी।मुख्यमंत्री सिंह में हालिया स्थिति का जायजा लेने के लिए जिरीबाम जाने वाले थे।

इजरायल ने 245 दिनों के बाद छुड़ाए अपने चार बंधक, आईडीएफ ने आतंकियों के गढ़ से यूं बचाई जान

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हमास और इजराइल के बीच बीते छह महीने से जंग जारी है। इजराइल हमास को खत्म करने पर अमादा है। इस बीच इजरायल ने सेंट्रल गाजा से अपने चार बंधकों को बचाया है। युद्ध शुरू होने के बाद से इस तरह का सबसे बड़ा बचाव अभियान है। इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने दिन के समय में चलाए गए इस अभियान को सीड्स ऑफ समर नाम दिया है। उन्होंने इसे बहुत अधिक खतरा और जटिल मिशन के रूप में करार दिया। बता दें कि बचाए गए इन सभी को 7 अक्तूबर को इजरायल पर हुए हमले के दौरान सुपरनोवा फेस्टिवल से अगवा करके गाजा पट्टी में ले जाया गया था।

इजरिली सेना ने दावा किया कि कठिनाइयों से भरा अभियान चलाने के बाद गाजा से हमास के चंगुल से चार बंधकों को छुड़ाने में सफलता हासिल की है। आईडीएफ ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 'आईडीएफ, शिन बेत और इजरायल पुलिस के एक जटिल ऑपरेशन में शनिवार सुबह चार इजरायली बंधकों को बचाया गया। इन चारों के नाम नोआ अर्गामानी (25), अल्मोग मीर (21), एंड्री कोजलोव (27) और श्लोम जिव (40) हैं।

आईडीएफ ने एक्स पर आठ जून को एक वीडियो साझा किया, जिसमें अधिकारियों को गाजा से चार बंधकों में से तीन को बचाते हुए दिखाया गया था। वीडियो में, अल्मोग, श्लोमी और एंड्री को इस्राइली सेना के साथ एक तैनात हेलीकॉप्टर की ओर भागते हुए देखा जा सकता है। जैसे ही अधिकारी और बंधक हेलिकॉप्टर में चढ़ जाते हैं, वैसे ही यह उड़ान भर लेता है। वीडियो में लिखा था कि हम उन्हें घर ला रहे हैं। चार में से तीन बंधकों को बचा लिया गया है। 

यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसरा, बंधकों को शिन बेत और यमम ब्रिगेड ने नुसरत में चलाए गए ऑपरेशन में दो अलग-अलग स्थानों से बचाया। रिपोर्ट में बताया गया है कि बंधकों की हालत ठीक है और आगे की चिकित्सा जांच के लिए शेबा मेडिकल सेंटर में भेजा गया है। आईडीएफ ने कहा है कि बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करते रहेंगे।

बता दें कि हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमले की शुरुआत की थी। इसके बाद हमास के आतंकियों ने इस्राइल में घुसकर लोगों को मौत के घाट उतारा। वहीं 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इसके जवाब में इस्राइल ने हमास आतंकियों के खिलाफ गाजा में ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन में गाजा स्थित हमास के ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी की गई है, जिससे अधिकतर गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है। अब तक इस्राइल और गाजा में कुल मिलाकर 34,622 लोगों की मौत हो चुकी है।

प्रधानमंत्री ने कार्यभार संभाला, जल्द ही विभागों का आवंटन होने की उम्मीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने तीसरे कार्यकाल में सोमवार को हस्ताक्षरित पहली फाइल पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करने से संबंधित है। नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन आज किए जाने की संभावना है। नवगठित सरकार की पहली कैबिनेट बैठक भी आज होने की संभावना है।

नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम को राष्ट्रपति भवन में अपने नए मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद के साथ लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। शाम 7.15 बजे शुरू हुए समारोह के दौरान राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई। मोदी के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद भाजपा के शीर्ष सहयोगी राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी ने शपथ ली – जो उनकी पिछली सरकार में क्रमशः रक्षा, गृह और परिवहन मंत्री थे।

नई सरकार की टीम में 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं।

मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में शपथ लेने वाले सांसदों में नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। अन्य नियुक्तियों में एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस), चिराग पासवान (एलजेपी), राम नाथ ठाकुर जेडी(यू), जीतन राम मांजी (हम-एस), जयंत चौधरी (आरएलडी), अनुप्रिया पटेल (अपना दल (सोनीलाल)), राममोहन नायडू (टीडीपी) और चंद्रशेखर पेम्मासानी (टीडीपी) शामिल हैं। शिवसेना के प्रताप राव जाधव को भी केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में नई सरकार में शामिल किया गया।

शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन मौजूद थे?

- मुकेश अंबानी जैसे उद्योगपति अपने बेटों अनंत और आकाश और दामाद आनंद पीरामल के साथ शामिल हुए, जबकि गौतम अडानी अपनी पत्नी प्रीति और भाई राजेश अडानी के साथ वहां मौजूद थे।

- अभिनेता शाहरुख खान, रजनीकांत, अक्षय कुमार, रवीना टंडन, अनुपम खेर, विक्रांत मैसी और गायक कैलाश खेर मौजूद थे।

- मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ अपनी पत्नी के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए, और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद भी शामिल हुए।

- भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति के तहत सात राष्ट्राध्यक्षों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया - श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे।

लोकसभा चुनाव परिणाम संख्या

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 543 लोकसभा सीटों में से 293 सीटों पर बहुमत हासिल किया। दूसरी ओर, कांग्रेस ने आम चुनाव में 99 सीटें जीतीं, जबकि इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिलीं।

भाजपा की जीत के छह दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी को दी बधाई

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी। बधाई संदेश प्रधानमंत्री मोदी की भाजपा के भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के छह दिन बाद आया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने पर नरेंद्र मोदी को बधाई।" 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपने चुनाव प्रचार में पाकिस्तान का मजाक उड़ाया। उन्होंने भारत के विपक्षी नेताओं पर भी हमला किया। अपने चुनाव प्रचार के दौरान, पीएम मोदी ने दो आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सरकार द्वारा किए गए सर्जिकल और हवाई हमलों का भी उल्लेख किया और कहा कि भारतीय सेना ने आतंकवादियों को उनके ही मैदान में मार गिराया। भाजपा नेताओं ने पाकिस्तान के बिगड़ते आर्थिक मुद्दों का भी मजाक उड़ाया, जिसमें खाद्य और ईंधन की बढ़ती महंगाई शामिल है।

रविवार को एक भव्य समारोह में, पीएम मोदी और उनके मंत्रिपरिषद ने पद की शपथ ली। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, नेपाल के पीएम पुष्प कुमार दहल प्रचंड और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सहित कई पड़ोसी देशों के नेता पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में इन नेताओं से बातचीत की।

पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ "सहकारी संबंध" चाहता है। हालांकि, जब पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता से पूछा गया कि देश ने नरेंद्र मोदी को उनकी चुनावी जीत पर बधाई क्यों नहीं दी, तो उन्होंने इस सवाल का जवाब देने से परहेज किया। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि भारत के लोगों को अपने नेतृत्व के बारे में फैसला करने का अधिकार है, उन्होंने कहा कि उनके देश को भारत की चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। उन्होंने आगे कहा कि चूंकि भारत में सरकार का गठन हो रहा है, इसलिए नरेंद्र मोदी को बधाई देने के बारे में बात करना "जल्दबाजी" होगी।

यूपी में हार के बाद अमित शाह से योगी आदित्यनाथ की दिल्ली में पहली मुलाकात

नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में विभागों की घोषणा से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी से भी उनके आवास पर मुलाकात की। अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी उन 30 सांसदों में शामिल थे जिन्हें रविवार को पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में एक भव्य समारोह में पद की शपथ ली, जिसमें घरेलू और विदेशी गणमान्य लोग शामिल हुए। 

लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद से योगी आदित्यनाथ की अमित शाह से यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। संसद के निचले सदन लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत हासिल करने में 32 सीटें कम रह गईं। हालांकि, 240 सीटों के साथ भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। पिछले हफ्ते भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनी। भाजपा अब सदन में बहुमत (272) के लिए अपने सहयोगी एन चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार पर निर्भर है।

कुल मिलाकर, एनडीए के पास लोकसभा में 293 सदस्य होंगे। विपक्ष के भारत ब्लॉक, जिसने चुनावों में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया, 234 सांसद होंगे। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन विशेष रूप से निराशाजनक रहा, जो 2014 और 2019 के आम चुनावों में अपनी शानदार जीत के बाद पार्टी का गढ़ बन गया था। पार्टी ने 2017 और 2022 में दो विधानसभा चुनाव भी जीते थे। योगी आदित्यनाथ ने 2022 में भाजपा के यूपी अभियान का नेतृत्व किया था। 2019 में यूपी में 60 से अधिक सीटें जीतने वाली भाजपा 2024 के आम चुनावों में 33 पर सिमट गई।

एग्जिट पोल में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को नकार दिया गया था, लेकिन वह अप्रत्याशित रूप से 37 लोकसभा सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। सभी एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा उत्तर प्रदेश में अपनी तीसरी शानदार जीत दर्ज करेगी। 2 जून को जेल वापस लौटे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले महीने दावा किया था कि अगर नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी सत्ता में लौटती है तो योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा। रविवार को पीएम मोदी और उनके मंत्रिपरिषद ने पद की शपथ ली। भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी जल्द ही अपने नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है।

तीसरी बार शपथ लेते ही एक्शन मोड में पीएम मोदी, किसानों के लिए “खटाखट” जारी किए 20000 करोड़

#pm_modi_gave_a_big_gift_to_farmers_released_20_thousand_crores

शपथ ग्रहण करते ही केन्द्र की मोदी सरकार क्शन में आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार बनते ही पहले दिन पीएम किसान योजना की फाइल पर दस्तखत कर दिए हैं। पीएम मोदी ने 17वीं किस्त जारी करने की फाइल को पास कर दिया है ऐसे में अब लाभार्थियों को 17वीं किस्त मिलने का रास्ता साफ हो गया है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को सबसे पहले किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त को मंजूरी दी. इससे 9 करोड़ से अधिक किसानों को फायदा होगा और करीब 20000 करोड रुपए बांटे जाएंगे। फाइल पर हस्ताक्षर करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध सरकार है। उन्होंने कार्यभार संभालते ही जिस पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए वह किसान कल्याण की थी। हम आने वाले समय में किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए और भी अधिक काम करते रहना चाहते हैं।

2019 में शुरू की गई, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना पात्र किसानों को 6,000 रुपए सालाना की वित्तीय सहायता देती है। यह राशि हर चार महीने में 2,000 रुपए की तीन समान किस्तों में वितरित की जाती है, जो सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है। अंतरिम बजट के अनुसार, सरकार ने 2024-25 के लिए कृषि मंत्रालय के लिए 1.27 लाख करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है, जो वित्त वर्ष 2023-24 से थोड़ा अधिक है। जुलाई 2024 में पूर्ण बजट की घोषणा होने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल लगातार तीसरी बार पद की शपथ लेने के बाद सोमवार सुबह साउथ ब्लॉक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे। सरकार गठन के बाद अब सबकी निगाहें विभागों के बंटवारे पर हैं। सूत्रों ने बताया कि आज दोपहर बाद कैबिनेट की पहली बैठक हो सकती है।