*पौधरोपण कर भूले जिम्मेदार,सूख गए पौधे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सरकार की मंशा है कि धरती हरा भरा हो जिससे लोगों को शुद्ध हवा मिले। लेकिन जनपद में पौधरोपण के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी खुब खेल रहे हैं। साल 2023 में 15 विभागों की तरफ से करीब एक करोड़ रुपए खर्च कर 11,50,500 पौधे रोपे गए, लेकिन संरक्षण न होने से अधिकतर सूख गए। पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सफल बनाने के लिए सरकार गंभीर है। इसके हर लाखों की संख्या में पौधे रोपे जाते हैं। सांसद, विधायक, डीएम, एसपी से लेकर अन्य जनप्रतिनिधि भी इसमें बढ़ - चढ़कर शामिल होते हैं। साल 2023 में सुरियावां के सनाथपुर में जिला प्रभारी मंत्री दानिश आजाद अंसारी, सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों सहित जिलाधिकारी,सीडीओ ने संयुक्त रुप से पौधरोपण किया था। यहां पौधे सभी सुरिक्षत है। इसकी नियमित निगरानी वन विभाग की ओर से की जाती है। हालांकि अन्य स्थानों पर लगे पौधों का ध्यान देने वाला कोई नहीं है। इससे वह पौधे कुछ दिनों में सूख जाते हैं।
यहां सूख गए पौधे, नहीं दिया गया ध्यान
पौधारोपण अभियान में साल 2023 में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में अमरुद समेत अन्य पौधे लगाए गए। निगरानी न होने से पौधे सूख चुके हैं। हास्टल मैदान लगाए गए पौधे भी नष्ट हो चुके हैं। ग्राम पंचायत विभाग, उद्यान विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, स्वास्थ्य विभाग,जिला पंचायत विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग की ओर से रोपे गए अधिकतर पौधे सूख चुके हैं।
वन विभाग की ओर से करीब तीन लाख पौधे साल रोपे गए। इसमें 70 फीसदी से अधिक सुरक्षित है। जहां पौधे सूख जाते हैं। वहां पर दोबारा पौधारोपण किया जाता है।
Jun 09 2024, 15:12