*गुरु अर्जुनदेव जी के शहीदी दिवस पर चौक घण्टाघर पर शरबत वितरण का हुआ आयोजन*
सुल्तानपुर : गुरु अर्जनदेव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर शनिवार को चौक घंटाघर के निकट शरबत वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। युवा सिख समाज ट्रस्ट सुल्तानपुर की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और शहरवासियों ने हिस्सा लिया। ट्रस्ट के लोगों ने राहगीरों एवं गणमान्यजनों को शरबत वितरित कर सेवा दी। इस मौके पर गुरमीत सिंह, रमनदीप सिंह, दर्शप्रीत सिंह, अनमोल सिंह, यशी सिंह, सिमर सिंह, आतमजीत सिंह, सनी सिंह, गुरदीप सिंह, गुरमीत सिंह सलूजा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
*कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रधानों का प्रदर्शन,अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन*
सुल्तानपुर,लोकसभा चुनाव के दौरान जारी हुए एक शासनादेश को लेकर सुल्तानपुर के ग्राम प्रधानों का गुस्सा आज फूट पड़ा। प्रधानों ने आरोप लगाया कि इसी शासनादेश के चलते लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 6वें और 7वें चरण में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। लिहाजा आज प्रदर्शन कर ग्राम प्रधानों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेज शासनादेश रोकने की मांग की है, साथ ही कोई कार्यवाही न होने पर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दे डाली है। दरअसल बीते 20 मई को पंचायती राज विभाग के निदेशक अटल कुमार रॉय द्वारा सूबे के सभी जिला पंचायत राज अधिकारियों को एक शासनादेश भेजा गया। जिसके तहत ग्राम पंचायतों में ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर योजनाओं को अपलोड किए जाने, वर्क आईडी जनरेट किए जाने, एवं कार्य के उपरांत भुगतान ग्राम सचिवालय में स्थापित कंप्यूटर सिस्टम के जरिए किए जाने का निर्देश जारी किया था। इस कंप्यूटर सिस्टम का संचालन विभाग द्वारा रखे गए अस्थाई पंचायत सहायक द्वारा किया जाता है। प्रधानों ने आरोप लगाया कि इन मानदेय पंचायत सहायकों को पंचायत गेटवे सॉफ्टवेयर में फेस स्कैन और QR वेरिफिकेशन को एकीकृत कर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से पंचायत सचिवालय में स्थापित कंप्यूटर सिस्टम से भुगतान के लिए अधिकृत किया गया है। लिहाजा इसी से नाराज दर्जनों ग्राम प्रधान आज कलेक्ट्रेट पहुंचे और भुगतान प्रक्रिया में पंचायत सहायकों को शामिल करने की प्रक्रिया का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं प्रधानों ने आरोप लगाया की जब देश में पांचवें चरण का मतदान चल रहा था उसी दिन 20 मई को पंचायती राज विभाग के निदेशक अटल कुमार रॉय ने ये शासनादेश जारी किया। इसी शासनादेश से नाराज ग्राम प्रधानों की बदौलत लोकसभा चुनाव के 6वें और 7वें चरण में बीजेपी प्रत्याशियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा और पूर्वांचल के कई सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। लिहाजा आज मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंप उन्होंने इस शासनादेश को रोकने की मांग की है। साथ ही कोई कार्यवाही न होने पर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है।
*रेलवे चिकित्सालय सुल्तानपुर में स्वास्थ्य कैंप आयोजित किया गया*
आज रेलवे चिकित्सालय सुल्तानपुर में स्वास्थ्य कैंप आयोजित किया गया। लगभग 70 कर्मचारियों ओर उनके परिजनों ने स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाया। जिसमें लखनऊ मंडल से आए चिकित्सा डॉक्टर पंकज गोयल,डॉक्टर सहर्षित करणपाल, सुल्तानपुर डॉक्टर इला पांडे,फार्मासिस्ट केसव गुप्ता,सुरेंदर कुमार,रमा शंकर,अश्वनी यादव,विजय चतुर्वेदी,आदि लोग,सुभाष मोर्या,मिथलेश पांडे,मुकेश,कुमार,अनिद खान सीएचआई आदि लोग मौजूद रहे। कैम्प समापन के अवसर पर पीपल,नीम और अशोक वृक्ष पौधरोपण किया गया अस्पताल परिसर में। इस अवसर पर सहायक मंडल मंत्री पंकज दुबे ने सभी आये हुए डॉक्टर के पैनल का आभार व्यक्त किया और कहाँ की इसी तरह से बराबर शिविर लगाते रहना चाहिए और वृक्षारोपण भी किया जाना चाहिए।
*सड़क हादसे में दो की मौत,एक गंभीर घायल अस्पताल में भर्ती*
सुलतानपुर में आज सड़क हादसे में जहां दो लोगों की मौत हो गई वही एक अन्य युवक घायल हो गया। फिलहाल घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया वहीं दोनो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दरअसल ये मामला है लखनऊ वाराणसी हाईवे का। जहां लंभुआ कोतवाली के बाईपास स्थित लंभुआ मोड़ पर आज एक स्कॉर्पियो और ई रिक्शे की भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में रिक्शे पर बैठे अधेड़ की मौत हो गई जिसकी पहचान देहात कोतवाली क्षेत्र के वजूपुर पखरौली के रहने वाले गुरुदीन निषाद के रूप में हुई। वहीं गंभीर रूप से घायल चांदा कोतवाली के वंशी गांव के रहने वाले ई रिक्शा चालक राजेश और एक अन्य घायल को इलाज के सुल्तानपुर अस्पताल लाया गया। जहां राजेश की भी मौत हो गई। फिलहाल दोनों मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है साथ ही विधिक कार्यवाही में जुट गई है।
*कुलपति प्रो.प्रतिभा गोयल,कुल सचिव डॉ.अंजनी कुमार मिश्र एवं परीक्षा नियंत्रक मा.उमानाथ जी ने औचक निरीक्षण किया*
सुलतानपुर,गनपत सहाय महाविद्यालय में कुलपति का औचक निरीक्षण आज गनपत सहाय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में डॉ.राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा के प्रथम पाली (प्रातः 7 से 9 )में बी.ए./बी.एस-सी.षष्ठम् सेमेस्टर की परीक्षा क्रमशः शिक्षाशास्त्र,वनस्पति विज्ञान की परीक्षा दे रहे छात्र/छात्राओं का डॉ.राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या की माननीय कुलपति प्रो.प्रतिभा गोयल,कुल सचिव डॉ.अंजनी कुमार मिश्र एवं परीक्षा नियंत्रक मा.उमानाथ ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अंग्रेज सिंह “राणा”ने महाविद्यालय द्वारा बनाये गये आंतरिक उड़ाका दल के साथ सभी परीक्षा कक्षों का सघन निरीक्षण किया।निरीक्षण के समय कोई भी नकलची नहीं पकड़ा गया।साथ ही मा.कुलपति जी ने अपनी टीम के साथ प्रश्नपत्र/उत्तर पुस्तिका के रख-रखाव की व्यस्था को देखा।

वहीं महाविद्यालय परिसर की ख़ूबसूरती व हरी-भरी क्यारियों छात्र/छात्राओं के लिए उत्तम पेयजल की व्यवस्था को देखकर महाविद्यालय के प्रबन्ध समिति की सराहना की।महाविद्यालय में नक़लविहीन सुचितापूर्ण परीक्षा तथा प्रश्नपत्रों व कापियों की रख रखाव के लिए प्राचार्य की सराहना करते हुए बधाई एवं धन्यवाद दिया। इस मौक़े पर डॉ.अजय कुमार मिश्र,डॉ. संध्या श्रीवास्तव,डॉ.आशीष द्विवेदी,डॉ.पवन कुमार पाण्डेय,डॉ.आलोक तिवारी,डॉ. विष्णुशंकर अग्रहरि,डॉ.कुंवर दिनकर प्रताप सिंह, अरविन्द तिवारी इत्यादि प्राध्यापक व कर्मचारी उपस्थित रहे।
*राहुल गांधी की सुनवाई टली,अगली सुनवाई 18 जून को होगी*
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के मानहानि के मामले में अब 18 जून को सुनवाई होगी। गौरतलब हो की बीजेपी नेता अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में सुल्तानपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में ये केस चल रहा है जिसमें राहुल गांधी जमानत पर चल रहे हैं। दरअसल ये मामला हैं करीब साढ़े 5 वर्ष पूर्व का,जहां कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल ने तत्कालीन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर एक आपत्तिजनक बयान दिया था। इसी बयान से आहत होकर सुल्तानपुर के बीजेपी नेता विजय मिश्रा ने एमपी एमएलए कोर्ट में परिवाद दायर किया था। जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर मुकदमा चलाने का आदेश दिया था। बीते 20 फरवरी को सुल्तानपुर पहुंचे राहुल गांधी ने इस मामले में अपनी जमानत करवा रखी है। बीजेपी नेता विजय मिश्रा के अधिवक्ता संतोष पाण्डेय की माने तो आज मामले में सुनवाई होनी थी,पत्रावली बयान मुलजिम में लगी हुई है। वहीं राहुल गांधी के अधिवक्ता ने राहुल के अस्वस्थ होने का प्रार्थना पत्र कोर्ट में दाखिल किया है। वहीं नगर कोतवाली के घरहा डिहवा के रहने वाले राम प्रताप सुत राम नेवाज ने भी अपने को इस मामले में पक्षकार बनाने का प्रार्थना पत्र दाखिल किया है, जिसपर अधिवक्ता संतोष पाण्डेय ने समय ले लिया अभी 18 जून को मामले में सुनवाई की जाएगी। बीजेपी नेता विजय मिश्रा के अधिवक्ता वहीं राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला की माने तो अधिवक्ता के निधन के चलते कंडोलेंस हो गया है और सुनवाई टल गई है। वहीं राहुल के कोर्ट में न आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक एमपी एमएलए कोर्ट रिक्त चल रही थी, अब प्रभार मिल गया है जब भी न्यायालय का आदेश होगा वे समय से उपस्थित रहेंगे।
मानहानि मामले में राहुल गांधी की सुनवाई अब 18 जून को होगी।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के मानहानि के मामले में अब 18 जून को सुनवाई होगी। गौरतलब हो की बीजेपी नेता अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में सुल्तानपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में ये केस चल रहा है

*कलयुगी पिता की क्रूरता को देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे,हाथ पांव बांधकर देता है करंट*
सुल्तानपुर,कलुयगी पिता ने बेटी पर क्रूरता की सारी हदें पार। मासूम को इतना मारा-पीटा की उसने घर छोड़कर दूसरे गांव में पनाह ली। ग्रामीणों ने 112 नंबर डायल कर बुलाया और सारी जानकारी दी। गांव वालों ने लड़की के ननिहाल वालों को बुलवा कर बच्ची को सौंप दिया।
दरअसल मामला जिले के थाना धम्मौर के भाईं बाजार निवासी धर्मेंद्र साहू ने अपनी पुत्री आंशी को छोटी छोटी बातों को लेकर आए दिन मारता पीटता रहता है। आँशी की माता का निधन संदिग्ध परिस्थितियों में लगभग 8 वर्ष पूर्व हो गया था। गांव वाले उक्त मौत पर जबान नही खोलकर शक की तरफ इशारा करते हैं। नाबालिक बेटी के ऊपर हुए अत्याचार का वीडियो वायरल हो रहा है। नौनिहाल व बिन मां की बच्ची पर आए दिन इसकी क्रूरता की सारी सीमाएं पार होती गई। वीडियो वायरल होने पर जब गांव वालों से जानकारी ली गई तो मामला 01जून का बताया जा रहा है। लड़की किसी तरह अपनी जान बचा कर लौहर भागकर किसी के यहां गई। तो सारी जानकारी मिली। बिन मां की बच्ची को धर्मेंद्र साहू मारता तो है ही उसके बाद बिजली के नंगे तार से टार्चर करता है। गरम तवे से शरीर को दाग देता है। बच्ची को उल्टा टांग देता है। आए दिन इस प्रकार की प्रताड़ना देना इसकी आदत में शुमार हो गया। कई बार गांव के लोगों ने मना किया तो कहता है की मेरी बेटी है चाहे जो करूं। फिलहाल अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्यवाही करती है। इस समय बच्ची अपने ननिहाल में नानी के पास है। उक्त घटना के बारे में बिन मां की बच्ची ने लोगों को रो रो कर बताया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
*KNIT में सफल फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का परीक्षण: प्रशासनिक कार्यों में आयेगा बड़ा बदलाव
आज के युग में, किसी भी संस्थान या संगठन के लिए दस्तावेज़ प्रबंधन की सुरक्षा और सटीकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। फाइल ट्रैकिंग सिस्टम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सिस्टम दस्तावेजों की सुरक्षा, सटीक ट्रैकिंग, समय की बचत और पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। रियल-टाइम ट्रैकिंग के माध्यम से फाइलों की वर्तमान स्थिति का पता चलता है और उच्च सुरक्षा सुनिश्चित होती है कि केवल अधिकृत व्यक्ति ही फाइलों तक पहुंच सकें। इसके अतिरिक्त, यह प्रणाली कागजी कार्यों में कमी लाकर पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस और विस्तृत रिपोर्टिंग सुविधाओं के साथ, फाइल ट्रैकिंग सिस्टम ऑडिट और निरीक्षण के समय अत्यंत उपयोगी साबित होता है। नोटिफिकेशन सिस्टम की मदद से फाइलों के स्थानांतरण या बदलाव की जानकारी संबंधित व्यक्ति को तुरंत मिल जाती है, जिससे कार्यप्रणाली में सुधार और पारदर्शिता बढ़ती है। इन सब विशेषताओं के कारण, फाइल ट्रैकिंग सिस्टम किसी भी संस्थान या संगठन के लिए अत्यावश्यक हो गया है।हाल ही में के.एन.आई.टी सुलतानपुर में एक उन्नत फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया। यह परीक्षण के.एन.आई.टी के निदेशक श्री आर. के. उपाध्याय और प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ । इस परियोजना में कुल छः छात्रों का योगदान रहा, जिनमें चार एमसीए अंतिम वर्ष के छात्र मृणाल कुमार, अभय सिंह, अविनाश कुमार वर्मा और हरीश कुमार शामिल थे, और एमसीए प्रथम वर्ष के द्वान शिवम राय और भानु प्रताप सिंह भी इस टीम का हिस्सा थे। इस नवीन प्रणाली के सफल परीक्षण के बाद, उम्मीद है कि जल्द ही इसे पूरे कैम्पस में लागू किया जाएगा। कैसे काम करता है फाइल ट्रैकिंग सिस्टम ? फाडल ट्रैकिंग सिस्टम के तहत, प्रत्येक दस्तावेज को एक अद्वितीय आईडी (Unique ID) दी जाती है। जब भी फाइल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जाता है, तो सिस्टम में इसकी स्थिति को अद्यतन किया जाता है। यह प्रणाली न केवल फाइल के स्थान की जानकारी देती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस समय पर फाइल किसके पास थी। नए फाइल ट्रैकिंग सिस्टम के लागू होने से कैम्पस में दस्तावेज प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार देखाने को मिला है, और इसके प्रमुख विशेषताएँ निम्न है- रियल टाइम ट्रैकिंग, उच्च सुरक्षा, दक्षता में वृद्धि, पेपर रहित कार्य, कुशलता एवं समय की बचत , कर्मचारी सहयोग, पर्यावरणीय स्थिरता, नियमित अपडेट एवं विस्तृत रिपोर्टिंग। हमने हाल ही में अपने निदेशक श्री आर. के. उपाध्याय, प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव एवं प्रोफेसर अन्नू के मार्गदर्शन में इस फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। उनकी उत्कृष्ट नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञता के परिणामस्वरूप, यह परीक्षण अत्यंत सफल रहा। वर्तमान में, यह प्रणाली कैंपस के लिए आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई है, लेकिन परीक्षण के सफल परिणामों के बाद, इसे जल्द ही सभी के लिए उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है। निदेशक श्री आर. के. उपाध्याय ने कहा, "यह प्रणाली हमारे प्रशासनिक कार्यों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगी। हम इसके सफल परीक्षण से बेहद उत्साहित है और जल्द ही इसे पूरे कैम्पस में लागू करने की योजना बना रहे हैं।" प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव ने कहा, " इस सिस्टम के माध्यम से हम न फाइलों की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे, बल्कि हमारे प्रशासनिक कार्यों में भी उल्लेखनीय सुधार होगा।" । फाइल ट्रैकिंग सिस्टम के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के बाद, हमारे कैंपस का प्रशासनिक विभाग अब इस प्रणाली को और अधिक उन्नत बनाने के लिए काम कर रहा है। भविष्य में, इस प्रणाली में अतिरिक्त फीचर्स जोड़े जाने की योजना है, जिससे इसकी कार्यक्षमता और भी बढ़ सके। इस सफल परीक्षण के बाद जल्द ही फाइल ट्रैकिंग सिस्टम को पूरे कैम्पस में लागू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक तैयारियाँ की जा रही हैं।फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का सफल परीक्षण हमारे कैम्पस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम उम्मीद करते हैं कि इस प्रणाली के पूर्ण कार्यान्वयन से कैम्पस के सभी सदस्य लाभान्वित होंगे और प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा।
*दिलों और जहन से क्यों नही जा रही सांसद मेनका की याद,जानें क्या रही वजह*
सुलतानपुर लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी प्रदेश सरकार में मंत्री रहे रामभुआल निषाद व युवा व्यवसायी उदराज वर्मा चुनाव मैदान में थे लेकिन कड़ी टक्कर में केवल मेनका और रामभुआल निषाद ही थे। लेकिन यह भी दूसरे स्थान पर पैठ बनाए हुए थे। लेकिन इसके पीछे स्वयं इसके जिम्मेदार वही और कुछ उनके कार्यकर्ता ही रहे। जिसके कारण कही न कही परिणाम आने के साथ ही भाजपा का हैट्रिक का सपना भी टूट गया। सुलतानपुर लोकसभा सीट से भाजपा से पूर्व मंत्री मेनका गांधी को सपा से पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद ने करारी शिकस्त जरूर दी है। इस सीट से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी रामभुआल 43 हजार से अधिक मतों से विजयी हुए। लेकिन यह हार नही लोगों के दिलों से जा रही,रहा बड़ा सवाल ? लोग बेरोजगारी,महंगाई,शिक्षा और स्वास्थ्य से जूझ रहे थे,इसके साथ साथ जनपद में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया था। जिसका खामियाजा सुल्तानपुर सांसद को भुगतना पड़ा। हां एक बात यह जरूर है कि यहां की जनता आज भी सांसद मेनका गांधी को याद करती है,हारने की अब चाहे जो भी वजह रही हो,चाहे उनके पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की कमी रही हो,या फिर उनकी ही भरी सभा में बोलना,फटकारना या फिर बेइज्जत करना। लेकिन यह बात सत्य है कि लोगों की दिलों में आज भी वह एक छाप छोड़ गई है। जो लोग हर चौराहा,हर नुक्कड़ पर और तो और चाय की दुकानों पर मेनका की चर्चाएं सुनने को मिल जाती है। क्योंकि वर्षों से लोग देखते आए है कि सांसद मेनका गांधी दिल्ली से सुल्तानपुर और फिर सुल्तानपुर से दिल्ली का आना जाना लगा रहता था,फिर हर विधानसभा में चौपाल में सामिल होना,उससे पहले सुबह से ही जानता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनना और उसका समाधान भी करना। ऐसा सांसद पहली बार देखने को मिला था,अब आगे ईश्वर जाने कि अगला सांसद कैसा और क्या..... एक कहावत आप ने जरूर सुना होगा,कि करता कोई और है भरता कोई और है....खैर सुलतानपुर लोकसभा सीट से भाजपा की हैट्रिक का सपना जरूर अधूरा रह गया। अब वजह चाहे जो भी रही हो.......