सोशल मीडिया में अयोध्यावासियों पर विष वमन करने वालों पर एफआईआर दर्ज हो : हिन्दू महासभा
अयोध्या । अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने लोकसभा 2024 चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम हतप्रभ करने वाला रहा। हतप्रभ इसलिए, क्योंकि जिन राज्यों से भाजपा को सर्वाधिक सफलता की उम्मीद थी, उन्हीं प्रदेशों में भाजपा को सर्वाधिक नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का नाम ऐसे प्रदेशों की सूची में सर्वोपरि आता है। उत्तर प्रदेश में अयोध्या जनपद की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा की हार भाजपा के लिए सबसे बड़ी शर्मिंदगी के रूप में देश भर में चर्चा का विषय बन चुका है। चर्चा में इसलिए है क्योंकि भाजपा ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को आधार बनाकर जो राम को लाए हैं हम उनको लायेंगे का देशव्यापी नारा दिया।
इसी नारे को आधार बनाकर भाजपा ने 400 पार का उद्घोष कर नए क्षितिज को छूने की कोशिश की, लेकिन यह कोशिश असफल सिद्ध हुई। असफलता का यह दाग उस समय अधिक गहरा हो गया, जब अयोध्या से भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार का चुनाव परिणाम घोषित हुआ। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि अयोध्या में भाजपा की हार और उत्तर प्रदेश में मात्र 33 लोकसभा सीट पर सिमटने के बाद हिन्दू विरोधी शक्तियां अब सोशल मीडिया पर चुनाव परिणाम की आड़ में हिन्दू समाज को आपस में लड़वाने और बांटने के षड्यंत्र में शामिल हो चुकी हैं। दुर्भाग्य इस बात का है कि हिन्दू जनमानस इस षड्यंत्र को समझे बिना उनके षड्यंत्र का मोहरा बनकर उनके उद्देश्य की पूर्ति में सहायक सिद्ध हो रहा है।
जारी बयान के अनुसार हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश के मंत्री अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र ने अयोध्या में कहा कि फैजाबाद ( अयोध्या ) लोकसभा सीट से चार बार विधायक रहे और दो बार सांसद रहे भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार पर हिन्दू विरोधी ताकतों द्वारा एक षड्यंत्र रचा गया।षड्यंत्र के अंतर्गत सोशल मीडिया पर अयोध्यावासियों को देश द्रोही, धर्मद्रोही, राम द्रोही, गद्दार, आस्तीन का सांप जैसे संबोधनों से अपमानित किया जा रहा है। यह षड्यंत्र है अयोध्यावासियों और शेष भारत के मध्य नफरत का बीज बोने का। उन्होंने सोशल मीडिया पर अयोध्यावासियों के खिलाफ विष वमन करने वाले तत्वों पर एफ आई आर दर्ज कर दंडित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अयोध्यावासियों के मान मर्यादा और अस्मिता से खिलवाड़ करने वाले षड्यंत्रकारियों को किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जाना चाहिए।अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस षड्यंत्र ने अयोध्या को देश भर में खलनायक बना दिया है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम जी के दर्शन करेंगे लेकिन वहां का पानी भी नहीं पियेंगे।"गाली खाने के मामले में बिजली विभाग दूसरे नंबर पर आ गई। पहले पर अयोध्यावासियों का कब्जा हो गया।आस्तीन के सांपों के मामले में अयोध्या के लोग नंबर एक पर हो गए।"जैसे अपमान जनक पोस्टों से सोशल मीडिया भरा पड़ा है। उन्होंने कहा कि हिन्दू विरोधी ताकतें ऐसी विभाजनकारी पोस्टें सोशल मीडिया पर भेज रहे हैं । हिन्दू जनमानस का आक्रोश ऐसी पोस्टों को शेयर और कॉपी पेस्ट करके अनजाने में ही उन्हें हिन्दू विरोधी ताकतों का खिलौना बना रहा हैं।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ललित अग्रवाल ने कहा कि भाजपा की हार अयोध्या में कोई साधारण घटना नहीं है। इस हार का वास्तविक कारण मंदिर निर्माण के दौरान ध्वस्त हुए दुकानदारों और निवासियों को समुचित मुआवजा न मिलना और बेरोजगार हुए व्यापारियों तथा दुकानदारों को व्यापार करने की वैकल्पिक दुकानें उपलब्ध नहीं करवाने से बढ़ती बेकारी और भुखमरी ने अयोध्यावासियों को बेहाल कर दिया। आरोप तो यह भी है कि नवनिर्मित अधिकाधिक व्यापारिक दुकानें गुजरात और महाराष्ट्र जैसे बाहरी राज्यों - जिलों के लोगों को मिली हैं। पीढ़ियों से रोजगार कर रहे व्यापारियों और दुकानदारों का नवनिर्मित दुकानों पर पहला अधिकार होना चाहिए था। इसलिए अयोध्यावासियों ने भाजपा को नकार दिया। इसके लिए अयोध्यावासियों को अपशब्द कहना अनुचित है। उन्होंने कहा कि भाजपा को वोट न देने वालों का भी भारत और संसाधनों पर उतना ही अधिकार है, जितना भाजपा को वोट देने वालों का है। भाजपा को वोट न देने वालों के साथ ऐसा व्यवहार दंडनीय अपराध घोषित होना चाहिए।
Jun 07 2024, 16:43