अयोध्या के मतदाताओं ने जो राम को लाए हैं हम उनको लायेंगे" की राजनीति का बहिष्कार किया - हिन्दू महासभा
अयोध्या ।अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने भाजपा को एकल बहुमत से वंचित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और शीर्ष नेतृत्व के मध्य मनमुटाव की उड़ती खबरों और उत्तर प्रदेश में टिकट वितरण प्रक्रिया में योगी आदित्यनाथ को विश्वास में नहीं लेने से उत्तर प्रदेश के मतदाताओं का भाजपा से मोह भंग हुआ और प्रदेश की सभी 80 सीट पर जीत का दावा करने वाली भाजपा 33 लोकसभा सीटों पर सिमट कर रह गई।
यह जानकारी हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में दी।
जारी बयान के अनुसार हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि अयोध्या जनपद की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा की हार को निवर्तमान सांसद लल्लू सिंह की व्यक्तिगत पराजय से जोड़ते हुए कहा कि अयोध्यावासियों से संवादहीनता और जनसमस्याओं के समाधान के प्रति उदासीनता उनकी हार का प्रमुख कारक है। इसके अलावा हिन्दू महासभा से मंदिर निर्माण का उसका श्रेय छीनने और हिन्दू महासभा को उपेक्षित करने की कुचेष्टा को भी उन्होंने भाजपा की हार के लिए दोषी ठहराया।
हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश के मंत्री अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र ने राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के वक्तव्य का समर्थन करते हुए कहा कि हिन्दू महासभा ने 70 वर्ष तक न्यायिक वाद लड़ने के बाद सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के माध्यम से श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। भाजपा ने हिन्दू महासभा को उपेक्षित करते हुए सारा श्रेय स्वयं लूट लिया और जो राम को लाए हैं हम उनको लायेंगे का नारा देकर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या के मतदाताओं ने भाजपा की इस नारे की राजनीति का बहिष्कार किया और अयोध्या से भाजपा प्रत्याशी को पराजित कर करारा सबक सिखाया।
अयोध्या से भाजपा की हार का एक अन्य कारण रेखांकित करते हुए अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र ने कहा कि निवर्तमान सांसद लल्लू सिंह से स्थानीय मतदाता नाराज थे। टिकट वितरण से पूर्व अयोध्या से लल्लू सिंह के स्थान पर किसी अन्य प्रत्याशी को टिकट देने की आवाज बुलंद हुई लेकिन भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने चार बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके लल्लू सिंह को ही अपना प्रत्याशी घोषित कर अपनी तानाशाही का परिचय दिया ।
Jun 06 2024, 19:12