आजमगढ़:ध्वजारोहण के साथ शुरू हुआ जयगुरुदेव वार्षिक सत्संग समारोह, तीन दिन चलेगा समारोह, पंकज जी महाराज 5 जून को होंगे शामिल
वी कुमार यदुवंशी,आजमगढ़। जयगुरुदेव आश्रम खानपुर सरायमीर के वार्षिक सत्संग समारोह का शुभारम्भ सोमवार को ध्वजारोपण के शुरू हुआ। सत्संग 5 जून तक चलेगा। इसके लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं।
जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के राष्ट्रीय पुरोहित मृत्युन्जय झा तथा स्थानीय पुरोहित जुल्मी पाण्डेय ने विधिवत् वैदिक मन्त्रों के साथ पूजन एवं ध्वजारोहण कराया। जिसमें लालचन्द यादव, किंशराज यादव, संस्था के महामन्त्री बाबूराम यादव, प्रान्तीय अध्यक्ष संतराम चैधरी, जिलाध्यक्ष आजमगढ़ राम चरन यादव ने भाग लिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रेमी भाई-बहन उपस्थित रहे। आयोजन के प्रथम सत्संग सभा को मृत्युन्जय झा ने श्लोक- ‘येन चेत पदे हृदं, चित्तं चेतपदे न यम, जागृत स्वप्न सुसुप्त्यादि, तस्मै श्री गुरुवे नमः को उद्धृत करते हुये गुरु वन्दना किया।
कहा कि जिसके चिन्तन से चित्त में चेतना आ जाती है, स्वप्न और सुसुप्तावस्था समाप्त होकर जागृति आ जाती है। ऐसे गुरु को कोटिशः प्रणाम। गरुण पुराण के उपदेश ‘मांस लुब्धौ यथा मत्स्यः, लौह संकु न पश्यति। सुखे लब्ध्वा तथा देही, यम बाधाम् न पश्यति।।’’ को उद्धृत करते हुये कहा कि जिस प्रकार से मछली को मांस के लोभ में बंशी के लोहे के कांटे नहीं दिखाई पड़ते, उसी प्रकार मनुष्य को अपने शरीर के सुख के आगे यमराज की फांस नहीं दिखाई पड़ती। इसलिये मनुष्य शरीर पाकर इसके असली लक्ष्य को प्राप्त करना जीवन का सच्चा उद्देश्य है। युग महापुरुष परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज एक ऐसे समर्थ परम संत अवतरित हुये जिन्होंने नाम की दौलत जो बहुत गोपनीय है, उसे खुलेआम देकर जनसुलभ बनाया। परिणामस्वरूप बीसों करोड़ लोग शाकाहारी-सदाचारी बनकर भगवान के भजन में लग गये।
कलयुग में सुरत शब्द योग (नाम योग) की साधना बहुत सरल है, जिसे गृहस्थ आश्रम में रहकर किया जा सकता है। बस उसके लिये शाकाहारी-सदाचारी जीवन की आवश्यकता है। सत्संग का क्रम 4 जून को सुबह 7 बजे और शाम 5 बजे से होगा और 5 जून दिन बुधवार को संस्था प्रमुख पूज्य पंकज जी महाराज का दिव्य अलौकिक सत्संग सुबह 11 बजे से होगा।
Jun 03 2024, 16:12