*शातिर चोरों का गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे, नकदी सहित सामान हुआ बरामद पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज- जिले के तिर्वा नगर में एक अध्यापक के आवास पर चोरी की घटना हुई थी, इस घटना को अंजाम देने वाले शातिर चोरों की धरपकड़ में लगी पुलिस को आखिरकार सफलता मिल गयी। पुलिस इस घटना को कारित करने वाले एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस ने इनके पास से अध्यापक के आवास से लूटी गई नकदी और सामान भी बरामद कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक बीती 3 मई की रात अध्यापक सर्वेश कुमार पुत्र राधेश्याम निवासी अवंतीबाई नगर तिर्वा जो एक अध्यापक हैं, उनके आवास से रात के समय शातिर चोरों ने करीब 50 हजार रुपए की नकदी सहित एक लैपटॉप, दो टेबलेट, पार कर दिये थे। जिस समय घटना को अंजाम दिया गया उस समय सर्वेश अपने घर की छत पर सोये हुए थे। घटना के खुलासे को लेकर लगी एसओजी, सर्विलांस टीम के अलावा कोतवाली प्रभारी जयंती प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस टीम को आखिर सफलता मिली, और पुलिस ने शातिर चोरों के एक गिरोह को धर दबोचा।

पकड़े गए चोरों में विवेक पुत्र मनोज कुमार निवासी सुक्खा पुरवा कोतवाली तिर्वा, शिवम उर्फ टाटा पुत्र रामगोपाल निवासी करसहा ठठिया, अर्पित पुत्र उदयनरायन निवासी सरसई ओसेर ठठिया, एवं करन सिंह पुत्र बलराम निवासी ग्राम करसहा थाना ठठिया हैं।उपरोक्त पकड़े गये अभियुक्तों से पुलिस ने 13,500 रुपए नकद, एचपी कंपनी का लैपटॉप एक, लावा कंपनी की टेबलेट 2, सहित तीन मोबाइल फोन भी बरामद किये हैं। पकड़े गये युवकों ने बताया कि, चारो दोस्त हैं और तिर्वा मे किराए पर रहते हैं। रात्रि में जिन घरों में घुसना आसान होता है, ऐसे घरों को चिन्हित कर घटना को अंजाम देते हैं।चीरी में मिले मोबाइलों को तीन से चार हजार रुपए में बेंच देते हैं। एसपी अमित कुमार आनंद के निर्देशन में पुलिस टीम ने घटना का खुलासा किया है।पुलिस ने सभी पकड़े गये युवकों को जेल भेजा है।

मामूली विवाद में चले लाठी डंडे और ईंट -पत्थर, वीडियो हुआ वायरल

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले में मामूली विवादों में झगड़ा फसाद होना अब आम बात हो गई है, छोटी छोटी बात पर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे तक हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला कन्नौज जिले के थाना गुरसहायगंज के मौजा तेरारागी के मायानगर गांव में सामने आया है। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें गांव के दो पक्षों के लोग एक दूसरे पर लाठी डंडे और ईंट से हमलावर होते दिखाई पड़ रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक गांव निवासी रामनरायन पुत्र मनफूल दोहरे राजमिस्त्री का कार्य करता है। राजमिस्त्री का आरोप है, कि थाना क्षेत्र के गांव जसौरा में अवधेश कुमार के घर जब वह प्लास्टर कर रहा था,कि इसी दौरान उसको लघुशंका लागी और वह गांव के ही एक खेत पर चला गया। इसी दौरान गांव के प्रभात पुत्र सर्वेश यादव, रोली पुत्री सर्वेश यादव, रामादेवी पत्नी प्रभात कुमार ने मौके पर पहुंचकर गली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। देखते ही देखते यह लोग लाठी डंडे और ईंट पत्थरों से हमला करने लगे। जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।

राजमिस्त्री का कहना था कि इसी दौरान गांव के प्रभात पुत्र सर्वेश यादव, रोली पुत्री सर्वेश यादव, रामादेवी पत्नी प्रभात कुमार ने मौके पर पहुंचकर गली गलौज करते हुये लाठी डंडों और ईंट से हमला बोल दिया। सभी लोग जातिसूचक गालियां देते हुये कह रहे थे कि तूने खेत में लघुशंका कैसे कर ली। विवाद के दौरान भाई परशुराम और लेवर सुमित, एवम अवधेश कुमार के मौके पर आने से मेरी जान बच सकी। राजमिस्त्री ने पुलिस को दिये शिकायती पत्र में उपरोक्त लोगों पर कार्यवाही की मांग की है।

इंडेन गैस के कर्मचारी सहित तीन लोगों की हुई मौत, जानें पूरा क्या है मामला

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले में एक सड़क दुर्घटना में तिर्वा इंडियन गैस के एक कर्मचारी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। जबकि गर्मी के कहर से दो अन्य लोगों की मौत हो गई। क्षेत्र में तीन लोगों की मौत से गमगीन माहौल है तो वहीं परिजनों का रो–रो कर बुरा हाल है। घर–परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक 32 वर्षीय राहुल पुत्र रामगिरी तिर्वा नगर के मोहल्ला लोहिया नगर का निवासी था। राहुल तिर्वा की अश्विनी इंडेन गैस सर्विस पर कर्मचारी था, और सिलेंडरों की गाड़ी पर लोडिंग अनलोडिंग का कार्य देखता था। बीते बुधवार की देर सायं राहुल अपनी बाइक से बदायूं जिले के थाना उसैत के गांव ललोमई गांव स्थित अपनी ससुराल जाने के लिये रवाना हुआ था।

रात 10 बजे के करीब जैसे ही राहुल दिल्ली कानपुर रोड पर गुरसहायगंज समधन के बीच पहुंचा तभी किसी अज्ञात वाहन ने राहुल की बाइक को टक्कर मार दी। दुर्घटना में राहुल की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर आसपास के लोगों द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राहुल के शव को तिर्वा मेडिकल कॉलेज भिजवाया।

राहुल की मौत की सूचना जब परिजनों को मिली तो हड़कंप मच गया। करीब 7 साल पूर्व राहुल की शादी लक्ष्मी देवी से हुई थी, पत्नी को जब राहुल की मौत की सूचना मिली तो वह बदहवास हो गई। मायके में रह रही पत्नी भी राहुल की मौत की सूचना पर मासूम बच्चों के साथ मेडिकल कॉलेज तिर्वा पहुंची जहां राहुल का शव देखकर बेहाल हो गई। बताते चलें कि राहुल के तीन बच्चे हैं, जिनमें 6 वर्षीय श्लोक ,4 वर्षीय बेटी आरोही,2 वर्षीय ईशु, हैं।

राहुल की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बेहाल हालत में मेडिकल कॉलेज में रोती बिलखती पत्नी को परिवार के अन्य सदस्य भी ढांढस बंधा रहे थे। परिजनों का दुर्घटना के बाद रोने बिलखने का सिलसिला जारी था। राहुल की मौत के बाद पत्नी और मासूम बच्चों के जीवन यापन के संकट पैदा हो गया है। चार भाइयों में राहुल अपने परिवार में दूसरे नंबर का था। इसके अलावा अमरीश बड़ा और सुग्रीव और ज्ञान चंद्र छोटे भाई हैं। राहुल के शव पर परिजनों का करुण क्रंदन हर किसी को बेहाल कर रहा था। पुलिस ने मामले को लेकर घटना का मुव्कदमा दर्ज किया है वहीं मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजे जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।दूसरी घटना कन्नौज जिले में गर्मी के कहर को लेकर घटी। घटना में दो लोगों की मौत की खबर है।

पहली घटना में तिर्वा नगर के रोडवेज बस स्टैंड पर एक युवक का शव मिला। शव मिलने की सूचना पर आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस पहुंची और मृतक के शव को मेडिकल कॉलेज तिर्वा की मोर्चरी में रखवाया। मृतक युवक की पहचान कानपुर देहात के थाना मैथा के रोशनमऊ गांव निवासी 30 वर्षीय रामजी सविता के रूप में हुई है। मृतक तिर्वा नगर के मोहल्ला अशोकनगर निवासी बहनोई मुकेश सविता के घर आ रहा था। टेंपो से चौराहे पर उतरने के बाद वह रोडवेज बस स्टैंड पर चक्कर आने के बाद बेहोश होकर गिर पड़ा, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक निर्माणाधीन मकानों में शट रिंग लगाने का कार्य करता था। मृतक के बहनोई मुकेश को रामजी के तिर्वा आने की खबर थी लेकिन काफी समय तक जब रामजी घर नहीं आया तो खोजबीन के बाद उसके बहनोई को उपरोक्त घटना की जानकारी मिली। तब जाकर मृतक की पहचान हो सकी। बहनोई मुकेश के मुताबिक मृतक अविवाहित था और गर्मी के कारण उसकी मौत हुई है।

एक अन्य घटना में ठठिया थाना क्षेत्र के भिखनीपुर्वा गांव निवासी 35 वर्षीय बाबुद्दीन पुत्र सैयद हसन शाम 4 बजे के करीब ठठिया कस्बे में खरीददारी करने आये थे। तिर्वा ठठिया मार्ग पर अचानक गिर पड़े और बाबुद्दीन बेहोश हो गये, जिसके बाद मुख से झाग भी निकला। आसपास के लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई तो युवक को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां डाक्टरों ने बाबुद्दीन को मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई रहीसुद्दीन ने बताया कि, मृतक अपनी पत्नी के साथ हैदराबाद में मजदूरी करता था। पत्नी हैदराबाद में ही है। करीब 15 दिन पहले बाबुद्दीन घूमने गांव आया था। बाजार खरीददारी को गया था तो भीषण गर्मी और लू की चपेट में आ गया, और उपचार के दौरान मौत हो गई। उपरोक्त दोनों घटनाओं जिनमें गर्मी और लू से मौत के दो मामले सामने आये हैं, इनको लेकर जिले के सीएमओ का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत कैसे हुई साफ हो पायेगा। फिर भी लोग सावधानी बरतें।

जिला कारागार पहुंचे डीएम एसपी ने लिया बंदियों का हाल

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज के अनौगी स्थित जिला कारागार पहुंचे जिले के डीएम और एसपी ने गुरुवार को जिला कारागार का आकस्मिक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने जिला कारागार में बंद महिला पुरुष बंदियों का भी पुरसाहाल लिया।

कारागार पहुंचे डीएम सुभ्रांत कुमार शुक्ल और एसपी अमित कुमार आनंद ने जिला जेल के निरीक्षण करने के साथ ही बैरकों में निरुद्ध बंदियों महिला और पुरुषों से उनकी समस्याओं को लेकर वार्ता की। वैरकों की तलाशी के अलावा बंदियों से भोजन, पानी रहने, शौचालय, गर्मी के मौसम में पंखे, ठंडे पानी की व्यवस्था, के अलावा किसी भी बंदी का किसी प्रकार उत्पीड़न होने के विषय में भी जानकारी ली।कारागार से संबंधित समस्याओं के अलावा वकीलों के ना मिलने, मुलाकात, उपचार ब्यबस्था, सहित बंदियों के संबंध में अन्य जानकारियां भी दोनों अधिकारियों ने ली।

निरीक्षण के दौरान जेल में सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े उपकरण सीसीटीवी कैमरे, हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर, डोरफ्रेम मेटल डिटेक्टर, की क्रिया शीलता को भी परखा गया। हॉस्पिटल के चिकित्साधिकारी को मरीजों का समय समय पर ध्यान रखने सहित सीसीटीवी कैमरों को भी दुरुस्त रखने को निर्देश दिये गये। बीमार बंदियों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही ना करने की बात भी अधिकारियों ने जेल प्रशासन से कही। जेल कारागार में निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं।

जिला कारागार में स्वच्छता और सौंदर्यीकरण पर भी अधिकारियों ने जिला कारागार के अधीक्षक से वार्ता कर बेहतर करने की बात कही।

निरीक्षण के दौरान अधीक्षक प्रमोद कुमार त्रिपाठी,उपकारापाल रामबहाल दुबे, उर्मिला सिंह, चिकित्साधिकारी डा. दर्पण मधुपिया, मुख्य कार्यालय प्रभारी पंकज कुमार, जेल वार्डर कुलदीप पांडे सहित पुलिस बल मौजूद रहा।

सपाइयों ने बिजली कटौती को लेकर बोला हल्ला, प्रदर्शन कर लगाए सरकार विरोधी नारे

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज। बुधवार को कन्नौज का कलेक्ट्रेट परिसर योगी मोदी हाय हाय, बिजली पानी दे ना सके वो सरकार निकम्मी है, वो सरकार बदलनी है, के नारों से गूंज उठा। बडी संख्या में कई गांव के किसान अपनी मक्का की फसल की सूखी पौध लेकर सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर पहुंचे और सरकार विरोधी नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया।

बताते चलें कि इस समय प्रदेश के साथ साथ कन्नौज भी भीषण गर्मी की चपेट में है। पूरे जिले में तिर्वा का हाल हो या छिबरामऊ , कन्नौज का, या फिर गुरसहायगंज और अन्यत्र जगह का, जिले में बिजली व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। नियमित शेड्यूल से बिजली मिल पाना तो दूर बमुश्किल दिन और रात में चार से छह घंटे भी बिजली मिल जाय, तो बड़ी बात। दर्जनों बार की ट्रिपिंग के साथ मिल रही बिजली के कारण कोई भी बिजली से चलित कार्य नहीं हो पा रहे हैं। ऊपर से उमस भरी गर्मी से जनमानस का हाल बेहाल है। जिले में पेयजल की भी विकट समस्या खड़ी हो चुकी है। लोग नगर पंचायत और नगर पालिकाओं से टैंकरों को मंगवाकर अपना काम चला रहे हैं। बिजली से चलित कार्य भी ठप पड़े हैं। वहीं किसानों की खेतों में खड़ी फसल मक्का आदि भी बिजली की अव्यवस्थित आपूर्ति के कारण सिंचाई के अभाव में नष्ट होती जा रही हैं। बिजली के इंतजार में रात रात पहरा देकर और जागकर किसान अपने खेतों पर बिजली आने पर सिंचाई करने को मजबूर है। उपरोक्त समस्याओं बिजली की जिले में अघोषित कटौती से जनमानस को होने वाली विकट समस्या सहित महंगाई के मुद्दे को लेकर बुधवार को ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया।

सपा के सदर पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव के नेतृत्व में बडी संख्या में सपाइयों और किसानों का हुजूम मक्के की फसलों की पौध और हाथों में तख्तियां जिन पर महंगाई, बिजली कटौती बंद करो, योगी मोदी हाय हाय, का स्लोगन लिखा हुआ नजर आ रहा था, लेकर जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट नारेबाजी करते हुये पहुंचे। जोरदार प्रदर्शन के बीच सपा नेता का कहना था, कि पीड़ित किसान अपने घर गृहस्थी की वस्तुये, जेवर आदि गिरवी रखकर अपने खेतों में फसल की तैयारी करता है लेकिन बिजली की अव्यवस्थित व्यवस्था से सब बर्बाद हो जाता है। किसानों के सामने रोजी रोटी और जीविका चलाने तक का संकट पैदा हो गया है। वहीं महंगाई अपनी चरम सीमा पर है, लोगों को अपना घर चलाना मुश्किल है। बिजली विभाग के अधिकारियों से जब कटौती को लेकर बात की जाती है तो उनके द्वारा ओवर लोड और मशीन गर्मी के कारण काम नहीं कर रही हैं। इतना ही नहीं विभाग के लोग फोन तक नहीं उठाते हैं।

सपा नेता का कहना था, कि यह बिजली की वही लाइनें हैं जिनसे सपा सरकार में सर्दी हो या गर्मी जिले को 24 घंटे बिजली मिलती थी। अब क्या हो गया है।सरकार पर भी सपाई नेताओं ने अपने संबोधन में जमकर निशाना साधा। प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को प्रेषित ज्ञापन भी प्रदर्शनकारियों ने सपा नेता के साथ अधिकारी को सौंपा और बिजली व्यवस्था को शीघ्र सुधारे जाने की बात कही। प्रदर्शन के दौरान सुरजीत यादव, मकरंद यादव, नीलू, मनोज कठेरिया, कैलाश चंद्र सहित बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान और सपाई मौजूद रहे। किसानों के नेता चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने डीएम को प्रेषित ज्ञापन अतिरिक्त एसडीएम रामकेश कुमार को सौंपा है। प्रदर्शन में सोमू दुबे, गोविंद दुबे, प्रमोद, बिकास, मुनि कुशवाहा, अरविंद यादव, उदयवीर, रामनिवास, हाफिज जी, पप्पू नेता, धर्मबीर, संजीव, जहीर, नंद किशोर, मनोज कठेरिया, बबलू सक्सेना आदि रहे।

साइबर क्राइम और सर्विलांस टीम ने बरामद किया मोबाइलों का जखीरा, मोबाइल पाकर लोगों के खिले चहरे

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज पुलिस ने एक बडी संख्या में मोबाइल चोरी की घटनाओं और गुम हुये मोबाइलों को बरामद करने का काम किया है । पुलिस ने इन मोबाइलों को तलाश करने में एक बड़ी सफलता मिली है। जिसके बाद पुलिस ने सभी लोगों को उनके- उनके मोबाइल वापस कर लौटा दिए है जिससे लोगों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली ।

कन्नौज पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के नेतृत्व में साइवर क्राइम और सर्विलांस टीम ने चोरी गये और गुम हुये मोबाइल धारकों के करीब 40 लाख रुपए कीमत के मोबाइल फोन बरामद किये। इन बरामद मोबाइलों को जब उनके मालिकों को सौंपा गया तो उनके चेहरों पर मुस्कान साफ दिखाई दी। अपने खोये हुये मोबाइलों को मिलने पर मोबाइल उपभोक्ता पुलिस को थैंक्स कन्नौज पुलिस बोलना नहीं भूले।

बताते चलें कि जिले में बड़ी संख्या में विगत दिनों कई उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन या तो चोरी हो गये थे या फिर गुम हो गये थे। इन परेशान लोगों ने अपने अपने संबंधित थानों, कोतवाली, और चौकी में अपना अपना शिकायती पत्र भी पुलिस को दिया था। इन मामलों में संबधित पुलिस ने मोबाइलों की गुमशुदगी भी दर्ज की थी। इसके बाद खोये और चोरी गये कीमती मोबाइलों की तलाश में जिले का साइबर सेल थाना और सर्विलांस टीम पुलिस लगी हुई थी।

आखिर जिले के एसपी अमित कुमार आनंद के निर्देशन में चलाये गये इस अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता हांथ लगी। पुलिस ने लाखों रुपए कीमत के 240 मोबाइलों को बरामद करने के बाद शिकायतकर्ताओं को सूचित किया।बुधवार को कन्नौज मुख्यालय पर बड़ी संख्या में महिला पुरुष पहुंचे, जिनके कीमती मोबाइल गुम हो गये थे। अपने अपने मोबाइलों को पहचानने के बाद सभी उपभोक्ताओं को पुलिस द्वारा उनके फोनों को पुलिस ने लौटाया। पुलिस की उपरोक्त कार्यप्रणाली पर मोबाइल धारकों ने प्रशन्नता जताते हुये पुलिस को थैंक्स कन्नौज पुलिस भी कहा है।

संदिग्ध परिस्थितियों में हुई विवाहिता की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज के एक गांव में एक विवाहिता युवती का शव उसके ससुराल स्थित घर में बेड पर पड़ा मिला है। मौके पर पहुंचे परिजनों ने ससुरालीजनों पर हत्या का आरोप लगाया है।संदिग्ध हालत में फांसी के फंदे पर लटकता परिजनों में हड़कंप मच गया । सूचना पर पहुँची पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है । तो वहीं मौके पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हुए पुलिस को दी तहरीर दी है । पूरा मामला इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के मनसुखपुर्वा गांव का है ।

जानकारी के मुताबिक जिला औरैया के थाना दिवियापुर के गांव अमौआहार निवासी बलवान सिंह पुत्र स्व. देव सिंह ने अपनी बेटी सौम्या उर्फ बीनू की शादी बीती 3 मई 2023 को हिंदू रीति रिवाज से कन्नौज जिले के थाना इंदरगढ़ के गांव मनसुखपुरवा निवासी जितेंद्र कुमार पुत्र सुखलाल के साथ की थी। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे ससुरालीजनों ने बताया कि शादी के बाद से ही उनकी बेटी को दहेज में सोने की चेन और चौपहिया वाहन की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जाने लगा था। इतना ही नहीं बीनू को ससुरालीजनों ससुर सुखलाल,सास विद्यावती, ननद कमला देवी, भांजी चांदनी, जेठानी पिंकी, द्वारा लगातार मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा। बीनू के परिजनों ने बताया कि बीती 27 मई 2024 को भी मेरी बेटी के साथ मारपीट की गई। जब इसकी जानकारी बीनू ने हम लोगों को फोन पर दी तो उसका फोन भी काट दिया गया। मंगलवार की सुबह गांव के पड़ोसियों से मेरी बेटी की मौत की खबर दी गई। गांव पहुंचे मायके पक्ष के लोग जब बीनू के घर पहुंचे तो उसका शव ससुराल स्थित घर के अंदर बेड पर पड़ा था, जबकि ससुरालीजन फरार थे।

घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम की कार्यवाही शुरू की। परिजनों ने बीनू के उपरोक्त ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज के लिये हत्या किये जाने का आरोप लगाते हुये शिकायती पत्र भी पुलिस को दिया है।पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी है।

खेत में महिला का शव मिलने से फैली सनसनी

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले के मुख्यालय स्थित सरायमीरा पुलिस चौकी क्षेत्र के पास एक धर्म कांटा के निकट एक खेत में महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई। राहगीरों ने शव मिलने की सूचना आनन फानन स्थानीय पुलिस को दी । मौके पर पुलिस बल और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर जांच पड़ताल का सिलसिला शुरू किया ।

कन्नौज कोतवाली के क्षेत्र के पास एक धर्म कांटा के निकट एक धर्मकांटा लगा हुआ है,जिसके पास से रेलवे लाइन के लिये भी रास्ता है। यहां से सोमवार की सुबह जब लोग गुजरे तो एक खेत में महिला का शव देखकर सन्न रह गये। लाल साड़ी में खेत में पड़ा हुआ महिला का शव जिसके गले में गमछा कसा हुआ मिला और उसकी उम्र 22 वर्ष के आसपास प्रतीत हुई। स्थित को देखकर ऐसा लग रहा था कि 24 घंटे के अंतराल पर ही महिला की कहीं पर गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसका शव यहां फेंका गया है। फिलहाल महिला के शव की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।

घटना की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर कमलेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो रेलवे ट्रैक से लेकर खेतों की पगडंडियों और खेत के आसपास निरीक्षण भी किया और साक्ष्य जुटाये। फिलहाल पुलिस उपरोक्त घटना की जांच पड़ताल में जुटी है। पुलिस ने जल्द घटना के बारे में और महिला की पहचान के बारे में राजफाश करने की बात कही है। महिला का शव जहां से बरामद हुआ है वहां लोगों की बड़ी संख्या में भीड़ नजर आई।

डॉक्टरों की लापरवाही से इलाज के अभाव में 8 साल की मासूम ने जिला अस्पताल में तोड़ा दम

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज।गरीबी का दंश कभी-कभी अभिशाप सा लगने लगता है। मानो ऐसा लगता है कि अगर जेब में रुपए होते तो शायद किसी जरूरतमंद की जान बच सकती थी, इसके अलावा तमाम शासन के दावे और योजनाएं भी तब केबल औपचारिकता मात्र लगती हैं जब सरकार के दावों के बाद भी एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते इलाज के अभाव मे किसी मासूम की जान चली जाती है। तब यही लगता है कि काश ईश्वर ने गरीबी न दी होती और सरकारी अस्पताल की जगह प्राइवेट अस्पताल में कम से कम पैसे देकर उपचार तो मिल जाता तो शायद मरीज की जान भी बच जाती।

ऐसा ही एक मामला कन्नौज जिला अस्पताल में सामने आया, जिसमें मानवता भी शर्मसार होती नजर आई, यहां पेट दर्द के उपचार को लेकर भर्ती कराई गई एक 8 साल की बच्ची ने उपचार के डॉक्टरों के न मिल पाने से इलाज के अभाव में दम तोड दिया। बच्ची का पिता पागलों की तरह बदहवास हालत में जिला अस्पताल मे डॉक्टरों के लिए दौड़ता रहा लेकिन उसकी सुनने वाला शायद कोई नहीं था।

आपको बताते चलें कि हरदोई जिले के निवासी विनोद पुत्र सोनेलाल और मुन्नी देवी एक 8 साल की बच्ची को लेकर कन्नौज के जिला अस्पताल रविवार की दोपहर पहुंचे थे। बच्ची को पेट दर्द की शिकायत थी और उसकी हालत गंभीर थी। बच्ची अस्पताल में भर्ती तो कर ली गई, लेकिन ना तो बच्ची को देखने और उपचार के लिए कोई डॉक्टर था और ना दवाये। अपनी लाडली बेटी को बचाने के लिये बच्ची का पिता पूरे अस्पताल में इधर- उधर देर रात तक डॉक्टरों को देखता हुआ दौड़ता रहा, लेकिन बच्ची के लिये न दवाएं मिल सकीं और ना ही कोई डाक्टर। आखिर पागलों की तरह बदहवास हालत में चीखता चिल्लाता पिता टूट कर रह गया और ईश्वर से खुद को गरीब होने को लेकर कोसता रहा। आखिर में सोमवार की सुबह 4 बजे मासूम बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गई।

समय पर डॉक्टर न मिलने से मरीज हार जाता है जिंदगी की जंग

मामला पुलिस की जानकारी में आया तो पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया, लेकिन इससे पहले कि पुलिस कोई कार्यवाही करती, बच्ची की मौत से टूट चुका पिता अपनी मृत बेटी के शव को कंधे पर लादकर अपने परिजनों के साथ बिना कार्यवाही के ही हरदोई स्थित अपने गांव के लिये रवाना हो गया। अब सवाल यह उठता है, कि शासन की तमाम योजनाओं के बाद भी निशुल्क उपचार आदि कई योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पाता है। वहीं कई हॉस्पिटल में कही दवा के अभाव तो कहीं डाक्टरों के न मिलने से कई लोग अपनी जिंदगी की जंग तक हार जाते हैं। ऐसा ही एक माजरा जब कन्नौज जिला अस्पताल में सामने आया तो मानवता भी शर्मशार होती नजर आई।

सही समय पर मिल जाता उपचार तो बच गयी होती बच्ची की जान

सरकारी अस्पतालो के लिए सुविधाएं तो दे रही है लेकिन उन सुविधाओं को मरीज तक पहुंचाने वाला डाक्टर जब इलाज करने के लिए न हो तो ऐसी सुविधाओं का क्या फायदा । कन्नौज का जिला अस्पताल ज्यादातर एक रिफर सेंटर बनकर रह गया है और यहाँ हर मरीज को ज़्यादातर कानपुर के लिए रिफर कर दिया जाता है और अगर जो मरीज रिफर न हो तो वह शायद इलाज के अभाव मे दम तोड़ देता है जैसा देखने को मिला कि जिला अस्पताल में उपचार की अभाव और डॉक्टरों के ना मिलने से जिस बच्ची की मौत हुई, उसका कुछ समय पहले एक पैर खेलते वक्त टूट गया था। परिजनों ने प्लास्टर चढ़वाया तो उसी पैर में पस पड़ गया। जिससे पेट दर्द की शिकायत के अलावा बच्ची की पैर में इन्फेक्शन भी हो गया था। जिसका इलाज कराने उनका पिता और परिजन हरदोई जिले के राघौपुर से कन्नौज जिला अस्पताल आये थे। यहां बच्ची की मौत के बाद उसके पिता ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों को बेटी की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।

रेलवे ट्रैक पर सगे भाइयों का शव मिलने से लोगों में फैली सनसनी

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले में रेलवे ट्रैक पर सगे भाइयों का शव मिलने से लोगों सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के पास से मिले आधार कार्ड से पहचान कर परिजनों को सूचना दी। ट्रेन की चपेट में आने से दोनों भाइयों की मौत होने की आशंका चताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कन्नौज जिले के ग्राम जसोदा स्थित भट्टा गांव के सामने सुबह लगभग 6:00 बजे गुजर रहे लोगों ने रेलवे ट्रैक पर दो लोगों का शव पड़ा देखा। इसकी खबर लगते ही मौके पर स्थानीय लोगों का जमावड़ा लग गया। सूचना पर पहुंचे जसोदा चौकी प्रभारी सुनील कुमार चौधरी ने शव के पास से मिले आधार कार्ड से पहचान की और परिजनों को सूचना दी।

मृतकों की पहचान तालग्राम के मोहल्ला गढ़ी गोखर निवासी सियाराम वाल्मीकि (75) व श्री कृष्णा वाल्मीकि (70) के रूप में की गई। जो सगे भाई हैं। लोगों का मानना है कि सुबह किसी समय ट्रेन की चपेट में आ जाने से दोनों भाइयों की मौत हो गई। पुलिस ने शवो का पंचनामा भरकर विधिक कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक के भतीजी के पुत्र वीरू वाल्मीकि ने बताया सियाराम को कान से सुनाई नहीं देता था और श्री कृष्णा आंख से अंधे थे। इस कारण दोनों भाइयों ने विवाह भी नहीं किया और साथ ही रहते थे। लगभग 15 वर्ष पूर्व दोनों ने घर मकान छोड़कर भगवा धारण कर लिया था। दोनों के पास कोई चल आचल संपत्ति भी नहीं थी। भीक्षा मांग कर दोनों जीवन यापन करते थे।

दो दिन पहले ही जसोदा में देखे गए थे दोनों

स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों वृद्धो को शनिवार को ही जसोदा में घूमते देखा गया था। दोनों साथ में भोजन, पैसा मांग कर जीवन यापन कर रहे थे। किसी समय रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है।