कुंआंनों नदी में फेंके जा रहे कचरे से लगा गंदगी का अंबार,कूड़े कचरे का ढेर से दूषित हो रही नदी

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे से सटे संतकबीर नगर जिले को जोड़ने वाले राम-जानकी मार्ग पर कुंआंनों नदी पर बने पुल से नदी में कूड़े कचरे फेंकने के कारण नदी के पानी में गंदगी का अंबार नजर आता है। नदी में बेखौफ कचरे फेंकने का सिलसिला बदस्तूर जारी है और इस पर कोई रोक टोक लगाने वाला भी नहीं है।

एक तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक जल स्रोतों को जीवित रखने और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। हर गांव में अमृत सरोवरों का निर्माण हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर नदियों में कूड़े कचरे फेंक कर उसे प्रदूषित करने पर रोक लगाने वाला कोई नहीं है। तेज धूप गर्मी और तपिश के कारण नदी का जलस्तर बहुत ही कम हो चुका है और किनारों पर बिखरे कचरों का ढेर नजर आता है।

गोरखपुर संतकबीर नगर और बस्ती जिले के लाखों परिवारों के लिए जीवनदायिनी और मछुआरों की आजीविका का सहारा कुंआंनों नदी के अस्तित्व पर संकट गहराने लगा है। विशेष किस्म की स्वादिष्ट मछलियां कुंआंनों नदी की विशिष्ट पहचान बनी हुई हैं,दूर दराज से मछलियां खाने के शौकीन लोग आज भी कुंआंनों नदी की स्वादिष्ट मछलियां खरीदने आते हैं। किंतु अब कचरे और प्रदूषण के कारण नदी में मछलियां कम हो गई हैं और तेजी से मरने लगी हैं।

स्थानीय लोगों में मारकंडेय शुक्ला, मुहम्मद ताहिर, योगेश पांडेय,राजू, प्रवीण कुमार सेवानिवृत्त शिक्षक जिक्रउल्लाह ख़ान,बैजनाथ यादव, संजय, प्रदीप निषाद आदि ने बताया कि कस्बे के पास नदी का पानी इतना अधिक गंदा हो गया है कि लोग अब नदी में नहाने नहीं जाते जबकि पहले नदी का पानी साफ और पीने लायक होता था। नदी में कचरे फेंकने से डंपिंग यार्ड बन चुकी है साथ ही सीवर और नालों का गंदा पानी भी नदी में बहाया जा है।

नदी से मछलियां निकाल कर बेचने वाले मछुआरों में मिठाईलाल,खुद्दुर, लोलई,महेंदर, बबलू, शक्ति आदि ने बताया कि कस्बे से दूर नदी के पानी में थोड़ी बहुत मछलियां मिल जाती हैं, लेकिन कस्बे और गांवों के आसपास पानी इतना गंदा हो चुका है कि मछलियां गायब हो गई हैं और तेजी से मर रही हैं।

माहवारी स्वच्छता की हुई बात, बांटी गयी सेनेटरी नैपकीन

गोरखपुर।माहवारी स्वच्छता दिवस पर जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में मारवाड़ी युवा मंच की उड़ान शाखा के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग ने परिचर्चा का आयोजन किया । जिला महिला अस्पताल के किशोरी परामर्श केंद्र में किशोरियों को मासिक स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया । दोनों आयोजनों के दौरान माहवारी स्वच्छता के बारे में चर्चा के साथ साथ जनजागरूकता के उद्देश्य से सेनेटरी नैपकीन भी बांटी गयी ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि कार्यक्रमों का उद्देश्य मासिक धर्म संबंधित मिथकों और भ्रांतियों को दूर करना है। प्रेरणा श्री सभागार में आयोजित कार्यक्रम में नर्सिंग छात्राओं को प्रेरित किया गया कि वह समुदाय और अपने आसपास की महिलाओं को जागरूक करें कि वह माहवारी के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। मासिक के दौरान प्रतिदिन नहाना है । यह शरीर कि एक सहज प्रक्रिया है और इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। इस दौरान पौष्टिक खानपान का विशेष ध्यान रखना है ताकि कमजोरी न आए। खानपान में हरी साग सब्जियों का सेवन करना है ।

इस मौके पर एसीएमओ डॉ एके चौधरी, एम्स गोरखपुर के प्रतिनिधि डॉ प्रवीण, डीपीएम पंकज आनंद, डीडीएम पवन कुमार गुप्ता, मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता डॉ सूर्य प्रकाश, आरकेएसके कार्यक्रम की कंसल्टेंट डॉ अर्चना, वरिष्ठ नर्सिंग स्पेशलिस्ट डॉ ज्योति तिवारी, सहयोगी संस्था की अध्यक्ष मोनिका जालान, पदाधिकारी प्रीति भगत, रीति अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल और विभा प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं ।

जिला महिला अस्पताल में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार के दिशा-निर्देशन में किशोर परामर्श केंद्र में भी किशोरियों को मासिक स्वच्छता की जानकारी दी गयी और उन्हें पैड दिये गये। साथ में उन्हें साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड की गोली भी दी गयी। उन्हें बताया गया कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता न रखने से बांझपन, यौन संक्रमण और पेशाब संबंधी जटिलताएं भी पैदा हो सकती हैं। अगर किसी को मासिक धर्म के दौरान ज्यादा दिक्कत हो तो उसे चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए।

इस मौके पर किशोर स्वास्थ्य काउंसलर रूपकला समेत अस्पताल के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।

बढ़ रही है जागरूकता

सरकारी और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रयासों से मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। महानगर के बसंतपुर की रहने वाली सोनम (19) बताती हैं कि उन्हें भी माहवारी स्वच्छता की जानकारी नहीं थी। वह खुद कई बार स्कूल में रूमाल का इस्तेमाल कर चुकी हैं। पीएसआई इंडिया संस्था के लोगों ने उनके मोहल्ले में लगातार बैठकें कीं और किशोरी दिवस में बताया कि ऐसा करने से वह बीमार हो जाएंगी और उन्हें संक्रमण भी हो सकता है। इसके बाद उन्होंने सैनेट्री पैड का नियमित इस्तेमाल करना शुरू किया । अब सोनम की शादी हो चुकी है । वह खुद दूसरी लड़कियों को पैड के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

यह भी जानें

मासिक धर्म के दौरान प्रत्येक चार घंटे में सैनेट्री पैड को अवश्य बदल देना चाहिए।

कपड़ों का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना है, क्योंकि इससे संक्रमण हो सकता है।

किशोरी सुरक्षा योजना के तहत सभी राजकीय स्कूलों में दस से 19 वर्ष तक की किशोरियों को सरकारी खर्चे पर स्कूल द्वारा सैनेट्री पैड देने का प्रावधान है। इसे पाना हर किशोरी का हक है

रामभक्त ही राज करेगा दिल्ली के सिंहासन पर : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को रामद्रोही बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच है। बकौल सीएम, एक तरफ भगवान राम को नकारने वाले, रामभक्तों पर गोली चलवाने वाले, राम मंदिर को बेकार बनाने वाले लोग हैं तो दूसरी तरह पांच सौ वर्षों की प्रतीक्षा समाप्त कराकर प्रभु रामलला को उनके भव्य मंदिर में विराजमान कराने वाले लोग हैं।

राम मंदिर पूरे भारत की सनातन आस्था का प्रतीक है इसलिए आज पूरे देश मे एक ही स्वर सुनाई पड़ रहा है, "रामभक्त ही राज करेगा दिल्ली के सिंहासन पर"। तुष्टिकरण की राह पर चलने वाली कांग्रेस और सपा को देश की जनता वहां पहुंचा देगी, जहां उनका कोई नाम लेवा नहीं होगा।

सीएम योगी मंगलवार पूर्वाह्न पीपीगंज में गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद व भाजपा प्रत्याशी रविकिशन शुक्ल के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव में वह प्रचार के लिए देश मे जहां भी गए, हर जगह लोग मोदी जी को भरपूर समर्थन देते मिले। हर क्षेत्र से एक ही आवाज गूंज रही है कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो राम मंदिर पूरे भारतवर्ष के लोगों के लिए गौरव है, उसे लेकर कांग्रेस कहती है कि यह मंदिर नहीं बनना चाहिए था इससे दुनिया में गलत संदेश गया है। वहीं समाजवादी पार्टी कहती है कि राम मंदिर बेकार बना है। सीएम योगी ने इन बयानों के लिए कांग्रेस-सपा पर प्रहार करते हुए कहा राम मंदिर तो ठीक बना है लेकिन राम मंदिर को बेकार बताने वाले लोगों की बुद्धि में भूसा भर गया है।

उन्होंने कहा कि यह चुनाव राम भक्तों और रामद्रोहियों के बीच जा चुका है। एक तरफ राम और राम मंदिर का विरोध करने वाले रामद्रोही लोग हैं। वहीं दूसरी तरह राम की सेवा करने वाले, रामलाल को विराजमान करने के लिए 500 वर्षों की प्रतीक्षा के कालखंड को समाप्त करने वाले रामभक्त हैं। ये वो रामभक्त हैं जिन्होंने रामलला के विराजमान होने से पहले अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि के नाम पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनवाया, श्रीराम के सखा निषादराज के नाम पर प्रतीक्षालय बनवाया, माता शबरी के नाम पर भोजनालय बनवाया। ये वो रामभक्त हैं जो प्रयागराज में निषादराज की 56 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित कराते हैं, निषादराज को पूरा सम्मान देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे में निषादराज के कोई भी अनुयाई रामद्रोहियों के साथ खड़े नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि चुनाव में रामभक्तों पर गोली चलवाने वाले लोग आज आपके आंख में धूल झोंकने का प्रयास करेंगे, लेकिन बहकावे में नहीं आना है।

रामद्रोहियों की होती है दुर्गति, रामभक्त कराते हैं प्रगति

सीएम योगी ने कहा कि रामद्रोही कभी चैन से नहीं बैठ पाया है। वह कितना ही बड़ा क्यों ना हो, कितना ही ताकतवर हो, उसकी दुर्गति जरूर हुई है, उसका पतन जरूर हुआ है। उन्होंने कहा कि जबकि रामभक्त प्रभु के आशीर्वाद से प्रगति पर ध्यान देते हैं। आज रामभक्त देश के विकास के लिए, टूलेन से लेकर ट्वेल्व लेन सड़क बनाने के लिए, एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम, एयरपोर्ट बनाने के लिए, हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए, औद्योगिकीकरण के लिए काम कर रहे हैं। रामभक्त मोदी सरकार ने चार करोड़ गरीबों के मकान बनवाए, जो बच गए हैं उन्हें चार जून के बाद सरकार बनने पर मिल जाएंगे। गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान योजना, धुएं से मुक्ति के लिए उज्ज्वला योजना से निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन रामभक्त सरकार की ही देन है। कहा कि 4 जून को जब फिर से रामभक्तों की सरकार बनेगी तो 70 वर्ष से ऊपर के प्रत्येक व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा।

रामभक्त थे वीर बहादुर सिंह, कांग्रेस ने इसी कारण सीएम पद से हटाया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस ने स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह को इसलिए सीएम पद से हटाया था कि स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह रामभक्त थे। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर का ताला खुलवाने में अपना योगदान दिया था। इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था।

सबको पता है कांग्रेस-सपा शासन की हकीकत

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ रामभक्तों के द्वारा किए गए कार्य हैं तो दूसरी तरफ रामद्रोहियों के शासन में क्या होता था, यह भी सबको पता है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में थी और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब गरीब भूख से मरता था, किसान आत्महत्या करता था, नौजवान पलायन करता था, बेटियां और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। गरीब को मकान नहीं मिलता था, पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी, इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी से मासूम तड़प तड़प कर दम तोड़ता था।

आतंकवादी घटनाएं होती थीं। अयोध्या में राम मंदिर और वाराणसी में संकटमोचन मंदिर पर हमला समाजवादी पार्टी की सरकार में हुआ था। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद में आतंकी विस्फोट कांग्रेस की सरकार में हुए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तब लगातार घटनाएं होती थी और हम संसद में मुद्दों को उठाते थे। कांग्रेस सरकार कहती थी आतंकवादी सीमा पार के हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जबकि आज मोदी जी के नेतृत्व में आतंकवाद और नक्सलवाद समाप्त हो गया है। आज दुनिया मे भारत का सम्मान बढ़ा है, आतंकवाद, नक्सलवाद समाप्त हुआ है, तो यह सब मोदी जी की देन है।

देश बाबा साहब के संविधान से ही चलेगा, पर्सनल लॉ से नहीं

सीएम योगी ने कहा कि एक देश को सुरक्षित, ताकतवर बनाने के साथ दुनिया में नए प्रतिमान स्थापित करने वाली मोदी सरकार है तो दूसरी तरफ भारत के खिलाफ षडयंत्र करने वाले कांग्रेस और सपा का गठबंधन है। इनके इनका घोषणा पत्र में कहा गया है कि ये सत्ता में आएंगे तो पर्सनल लॉ लागू करेंगे। पर्सनल लॉ मतलब तालिबानी शासन जिसमें बेटी स्कूल नहीं जा सकती, महिलाएं बाजार नहीं जा सकतीं, बुर्के के अंदर घर के अंदर रहना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान से चलेगा, किसी शरीया कानून से नहीं। भाजपा इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि किसी भी स्थिति में बाबा साहब के संविधान के साथ कांग्रेस और सपा को छेड़छाड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस और सपा इसलिए सत्ता प्राप्त करना चाहती है जिससे जीतेंगे तो मिलकर लूटेंगे। जीतेंगे तो पिछड़े और अनुसूचित जाति के आरक्षण का अधिकार मुसलमान को देंगे। यह हरगिज नहीं होगा। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कहा था क्या धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता।

पीपीगंज क्षेत्र से अपने भावनात्मक संबंध का किया उल्लेख

सीएम योगी ने अपने संबोधन की शुरुआत ही पीपीगंज क्षेत्र से अपने भावनात्मक जुड़ाव के उल्लेख के साथ की। कहा कि पीपीगंज पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह की कर्मभूमि रही है। साथ है यह पूर्व की पनियरा और मानीराम विधानसभा क्षेत्र का जंक्शन भी है जहां एक तरफ से स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह और दूसरी तरफ से उनके पूज्य गुरुदेव महंत अवेद्यनाथ जी महाराज प्रतिनिधित्व करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों महापुरुषों ने इस धरा को विकास की मुख्य धारा के साथ जोड़कर के यहां के लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है।

सीएम ने कहा कि क्षेत्र के लोग उनके परिवार के लोग हैं और यहां उनकी औपचारिक भाषण देने की इच्छा नहीं होती है। यहां आने पर उनके मन में सिर्फ लोगों के द्वारा किए गए संघर्ष और उसके परिणामस्वरुप आए बदलाव को लेकर भाव होता है। यहां उन्हें बार-बार आना अच्छा लगता है। 2017 के पहले टूटी और खराब सड़कों की जगह अब मजबूत चमचमाती टूलेन, फोरलेन सड़कों को देखकर अच्छा लगता है। क्षेत्र में स्कूल, इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, स्टेडियम, बाढ़ बचाव की सुविधा देखकर अच्छा लगता है। इन सुविधाओं से लोगों को लाभ मिलता हुआ देखकर उन्हें अच्छा लगता है।

भावुक होकर बोले सीएम, कमल चुनाव चिह्न ही पर्याप्त

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भावुक होकर कहा कि वह इस क्षेत्र के लोगों के मन को जानते हैं इसलिए यहां पर सिर्फ उपस्थिति दर्ज करने आए हैं। यहां के लोगों के लिए कमल चुनाव निशान ही पर्याप्त है। कमल के अलावा और कोई गुंजाइश नहीं है। यहां के लोगों ने मुझे पांच बार सांसद बनाया है और पिछले चुनाव में रवि किशन शुक्ला को सांसद चुना। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि क्षेत्र के लोग रवि किशन को भारी बहुमत से सांसद बनाने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा यह वर्ष हमारे लिए विशेष है। गोरखपुर से जो आंदोलन 1949 और 1983 से प्रारंभ हुआ था, 1986 में जब स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे जब मंदिर का ताला खुला था। आज जब उस स्थान पर प्रभु श्रीरामलला विराजमान हो गए हैं तो उस साल होने वाले चुनाव में गोरखपुर में रिकॉर्ड वोट मिलने चाहिए। इसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रत्येक व्यक्ति को अगले तीन दिन तक कम से कम 10 परिवारों से संपर्क करने और मतदान के दिन उन सभी का वोट सुबह 10 बजे तक डलवाने की अपील की।

इस अवसर पर सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी रविकिशन शुक्ल, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, डुमरियागंज के सांसद एवं प्रत्याशी जगदंबिका पाल, एमएलसी सलिल विश्नोई, कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह, यूपी कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन जितेंद्र बहादुर सिंह, अश्वनी त्रिपाठी, रमाकांत निषाद, विजय शंकर यादव, बृजेश यादव, अश्वनी जायसवाल, संजय सिंह गोरख सिंह, लक्ष्मण विश्वकर्मा, मृत्युंजय सिंह, बृजभूषण मिश्रा, महेंद्र मिश्रा, मकसूदन मिश्रा आदि भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

पति-पत्नी को मार कर अधमरा करने वाले 9 के खिलाफ केस,पुराने भूमि विवाद में पट्टीदारों में मारपीट

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के नंदापार गांव की रहने वाली सुदर्शन की पत्नी पूजा देवी ने थाने में नामजद तहरीर देकर पूराने भूमि विवाद को लेकर अपने सगे पट्टीदारों पर मारपीट कर अधमरा करने का आरोप लगाया है। महिला की तहरीर पर खजनी पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस को दी गई तहरीर में पूजा देवी ने बताया है कि उनके सगे पट्टीदारों राजेश निषाद, इन्द्रेश निषाद, बृजेश निषाद,छांगुर निषाद, विजय निषाद, सुनीता, शिवकुमारी,सरिता और खजनी थाने के बड़की सहसीं गांव के निवासी विकास पर पुराने जमीन के बंटवारे की बात को लेकर पति सुदर्शन निषाद को गाली गुप्ता देने तथा मना लाठी डंडा और राड से मारने पीटने की जानकारी देते हुए बताया कि पति का सर मौके पर फट गया बीच बचाव करने पहुँची तो गोलबंद उपरोक्त लोग उन्हें भी लाठी डंडा राड से मारने लगे।

घटना में पति के मौके पर बेहोश होकर गिर जाने पर गांव के लोग बीच बचाव के लिए आए तो आरोपित धमकी देते हुये भाग गए। गंभीर रूप से घायल पति-पत्नी का मेडिकल में इलाज चल रहा है। पीड़िता ने उक्त मारपीट की घटना का विडियो साक्ष्य भी पुलिस को दिखाया है।

मामले में पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 224/2024 की धाराओं 147,308,323,504, 506 में केस दर्ज कर लिया है और कार्रवाई शुरू कर दी है।

थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया ने बताया कि महिला की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है विधिक कार्रवाई जारी है।

शांति पूर्ण चुनाव के लिए कस्बों में रूट मार्च,7 वें चरण के चुनाव की तैयारी में जुटा प्रशासन

खजनी गोरखपुर।आगामी 1 जून को सातवें चरण में गोरखपुर सदर लोकसभा क्षेत्र के लिए होने जा रहे चुनाव को निष्पक्ष शांति पूर्ण और सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। अर्द्धसैनिक बल के जवानों के साथ खजनी पुलिस ने आज थाना क्षेत्र के सघन आबादी वाले कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत, बरडांड़, महुआडाबर, हरदीडीह, भिउरी आदि कस्बे और बाजारों में रूट मार्च किया।

स्थानीय मतदाताओं को निर्भीक होकर निष्पक्ष मतदान के लिएप्रेरित और जागरूक करने के लिए अर्द्धसैनिक (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया के नेतृत्व में थाने की पुलिस टीम ने कस्बों में रूट मार्च करते हुए लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।

गोरखपुर की उपलब्धियों में जुड़ा एक और मेडिकल कॉलेज का नाम

गोरखपुर, 27 मई। गोरखपुर की उपलब्धियों में एक और मेडिकल कॉलेज का नाम जुड़ गया है। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में स्थापित हो रहे इस मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) का भूमि पूजन सोमवार को गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, एवं केके कंस्ट्रक्शन के निदेशक जगदीश आनंद की उपस्थिति में किया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन के बाद योगी कमलनाथ ने हॉस्पिटल का शिलान्यास किया।

भूमि पूजन एवं शिलान्यास के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ वाजपेयी एवं कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव ने बताया कि यह मेडिकल कॉलेज तीन चरणों में बनकर तैयार होगा। पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 600-600 यानी कुल मिलाकर 1800 बेड का अस्पताल बनेगा। उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्‍वविद्यालय में स्‍थापित यह मेडिकल कॉलेज गोरक्षपीठाधीश्‍वर एवं प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्‍ट है। सीएम योगी इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।

कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के अनुसार पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सौ सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। इसे दूसरे चरण में 150 और तीसरे चरण में 250 सीटों तक विस्‍तार किया जाएगा। इस मेडिकल कॉलेज के शुरू हो जाने से न‍ सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गुणवत्‍तापरक चिकित्‍सा शिक्षा उपलब्‍ध होगी बल्कि गोरखपुर-बस्‍ती-आजमगढ़ मंडल से लेकर पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक के लोगों को 1800 बेड का अत्‍याधुनिक सुपरस्‍पेशलिटी सुविधाओं से लैस चौबीसों घंटे सेवा देने वाला एक नया अस्‍पताल भी मिल जाएगा। कुलपति डॉ. वाजपेयी ने बताया कि यह वाराणसी और लखनऊ के बाद गोरखपुर में निजी क्षेत्र का पहला मेडिकल कॉलेज होगा। साथ ही एम्‍स गोरखपुर और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाद शहर का यह तीसरा बड़ा चिकित्‍सा संस्‍थान होगा।

डॉ संजय माहेश्वरी की अध्यक्षता में गठित हुई अंतरराष्ट्रीय स्तर की कमेटी

कुलसचिव डॉ राव ने उन्‍होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज की स्‍थापना और रोल मॉडल के रूप में इसके विकास के लिए राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर की दो कमेटियां सहयोग दे रही हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर की कमेटी प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ एवं बिरला ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजय महेश्वरी की अध्यक्षता में बनाई गई है। इसमें एम्स नई दिल्ली के डॉ संजीव सिनहा, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ जीएन सिंह, यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के डॉ राघवेंद्र राव, डॉ असिथ मैली पिट्सबर्ग और डॉ केशव दास सदस्य के रूप में शामिल हैं। यह कमेटी मुख्य रूप से देश के भीतर और बाहर स्थित समक्ष संस्थाओं के साथ अकादमिक सहयोग स्थापित करने के लिए काम करेगी। इस समिति में कुलसचिव सदस्य सचिव के रूप में रहेंगे। इसके साथ ही बनाई गई प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट में कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी अध्यक्ष, कर्नल (डॉ) राजेंद्र चतुर्वेदी संयोजक, डॉ. आर चंद्रशेखर प्रिंसिपल आर्किटेक्ट, जीएन सिंह, डॉ संजय माहेश्वरी, ब्रिगेडियर दीप ठाकुर, आर्किटेक्ट आशीष श्रीवास्तव, आरडी पटेल, वरुण भार्गव, राजेश सिंह, एसके सिंह, एके श्रीवास्तव शामिल हैं।

भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के रामजन्म सिंह, राजेन्द्र भारती, प्रमथनाथ मिश्र, डॉ. अरुण कुमार सिंह, मनीष कुमार दूबे, पंकज कुमार, विश्वविद्यालय के मुख्य अभियंता नीरज कुमार गौतम, आर्किटेक्ट जसदीप लाम्बा, मुख्य अभियंता विद्युत अभिषेक मिश्रा, गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक डॉ. डीसी ठाकुर, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अवधेश कुमार अग्रवाल, चार्टर्ड अकाउंटेंटअनिल कुमार सिंह, गुरु श्री गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह, आयुर्वेद संकाय के प्रिंसिपल डॉ. मंजूनाथ एनएस, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ विमल कुमार दूबे, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ शशिकांत सिंह, महंत अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य रोहित कुमार श्रीवास्तव, उपकुलसचिव प्रशासन श्रीकांत, सहायक अभियंता आशीष कुमार सिंह, अरुण कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

तत्कालीन राष्ट्रपति ने किया था विश्वविद्यालय का उद्घाटन

उल्लेखनीय है कि महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्‍वविद्यालय का उद्घाटन 28 अगस्‍त 2021 को तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। अब मेडिकल कॉलेज और 1800 बेड के अत्‍याधुनिक अस्‍पताल का सपना भी साकार होने जा रहा है। पहले सत्र में 100 सीटों के साथ शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज के पास 450 बेड का गोरखनाथ चिकित्‍सालय पहले से है। जल्‍द ही इसमें 1800 बेड का नया अस्‍पताल भी जुड़ जाएगा जिसके आधार पर मेडिकल कॉलेज में सीटों का विस्‍तार होगा।

पूर्व कांग्रेसी सांसद के परिवार ने जताई गोरक्षपीठ के प्रति आस्था, भाजपा को दिया समर्थन

गोरखपुर, 27 मई। गोरखपुर के पूर्व कांग्रेसी सांसद स्वर्गीय नरसिंह नारायण पांडेय के परिवार ने गोरक्षपीठ एवं गोरक्षपीठाधीश्वर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आस्था व्यक्त करते हुए भाजपा को पूर्ण समर्थन देने की बात कही है। इस सिलसिले में पूर्व सांसद के पौत्र रोहन पांडेय ने सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री से मिलकर परिवार की तरफ से एक पत्र सौंपा और सीएम योगी का आशीर्वाद प्राप्त किया।

सीएम योगी को सौंपा गया यह पत्र पूर्व सांसद नरसिंह नारायण पांडेय की पुत्रवधू बिंदु पांडेय ने लिखा है।

उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने 2022 में ही कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। बिंदु पांडेय ने लिखा है कि अस्वस्थ होने के कारण वह खुद मुख्यमंत्री का आशीर्वाद लेने नहीं आ पा रही हैं इसलिए बड़े बेटे रोहन पांडेय के हाथों आस्था प्रकटीकरण और समर्थन का यह पत्र भेज रही हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व बिंदु पांडेय ने मंदिर आकर सीएम योगी का आशीर्वाद लिया था।

उनके ससुर नरसिंह नारायण पांडेय गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। वह राज्यसभा और विधान परिषद के भी सदस्य रहे।

ग्रापए के संस्थापक स्व.बाबू बालेश्वरलाल की 37 वीं पुण्यतिथि मनाई गई

खजनी गोरखपुर।कस्बे के निकट स्थित प्रसिद्ध माता कोटही मंदिर परिसर में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय बाबू बालेश्वरलाल की 37 वीं पुण्यतिथि ग्रापए खजनी के तहसील अध्यक्ष राम अशीष तिवारी की अध्यक्षता में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।

इस दौरान क्षेत्र के दर्जनों पत्रकारों ने बाबू बालेश्वरलाल के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पार्चन कर उन्हें भाव पूर्ण श्रद्धांजलि दी।

इस दौरान आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए तहसील अध्यक्ष ने बाबू बालेश्वरलाल के संघर्ष पूर्ण जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1 जनवरी 1930 को बलिया जिले के रतसर गांव के एक सामान्य मध्यवर्गीय परिवार में जन्म लेने वाले बालेश्वरलाल के पिता चंद्रिका प्रसाद और मां सुरती देवी के परिवार में बेटे का जन्म होने पर खुशियां मनाई गई।

तब वो भी नहीं जानते थे कि उनका बेटा एक दिन ग्रामीण पत्रकारों के हित में ग्रापए जैसा बड़ा संगठन खड़ा करेगा। उन्होंने पत्रकारों के हित में स्वर्गीय बालेश्वरलाल के संघर्षों और अतुलनीय योगदान की विस्तृत जानकारी दी। अर्द्धचंद्रधारी त्रिपाठी ने बालेश्वरलाल के जीवन से जुड़े प्रसंगों को साझा करते हुए कहा कि उनके बताए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

उन्होंने ग्रापए की नियमित त्रैमासिक बैठकों के आयोजन का सुझाव दिया जिसे उपस्थित सभी पत्रकारों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। इस दौरान संतोष तिवारी, शत्रुघ्नमणि तिवारी, चंद्रकुमार सिंह सोनू, राजकुमार आर्य ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। श्रद्धांजलि सभा में शक्तिओम सिंह, राजाराम यादव, गजेंद्र तिवारी, उमेश तिवारी, उमेश दूबे मिंटू, आशुतोष तिवारी, सेराज आलम खान, सत्यप्रकाश यादव, राजेश यादव, सत्येंद्र तिवारी समेत स्थानीय पत्रकार एवं संभ्रांत जन मौजूद रहे।

प्रातःकालीन भ्रमण के दौरान गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री ने  श्रद्धालुओं से पूछा उनका कुशलक्षेम



गोरखपुर, 27 मई। लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी भाजपा के प्रत्याशियों के लिए एक-एक दिन में आधा दर्जन जनसभाओं में शामिल होने के बाद भी मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या और जनता से अनौपचारिक जुड़ाव की उनकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया है। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान उनकी प्रातःकाल की दिनचर्या में प्रभु एवं गुरुजन के प्रति आस्था निवेदन के साथ ही गोसेवा अभिन्न हिस्सा है। वह मंदिर परिसर में आए श्रद्धालुओं से कुशलक्षेम पूछना नहीं भूलते हैं तो परिसर में परिजनों संग आए बच्चों को पास बुलाकर दुलारना और आशीर्वाद देना उन्हें आत्मीय संतोष देता है। सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर में ये सारे दृश्य एक-एक करके नजर आए। मंदिर में श्रद्धालुओं के एक बड़े समूह को देखकर जैसे ही सीएम ने उनसे पूछा, कहां से आए हैं, यहां कोई परेशानी तो नहीं हो रही, सभी लोग मुख्यमंत्री के अपनेपन के भाव से विभोर होकर जयकारे लगाने लगे।

लोकसभा चुनाव प्रचार के कई कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे। मंदिर परिसर स्थित अपने आवास में रात्र विश्राम करने के बाद रविवार सुबह उनकी दिनचर्या परंपरागत रही। महायोगी गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने के बाद उन्होंने अपने ब्रह्मलीन गुरुदेव महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर जाकर मत्था टेका और उनका आशीर्वाद लिया।


तत्पश्चात हर बार की तरह वह मंदिर परिसर के भ्रमण पर निकले। इस दौरान परिसर में उनकी नजर बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं पर गई तो वह उनके पास पहुंच गए। गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने आए इन श्रद्धालुओं में कुछ स्थानीय थे तो बहुत से लोग गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और छतीसगढ़ से आए थे।
*कहां से आना हुआ, कैसे हैं, कोई तकलीफ तो नहीं*

मुख्यमंत्री ने आत्मीयता से सभी से यह जानने के साथ कि वे कहां से आए हैं, उनका कुशलक्षेम भी पूछा।


मुख्यमंत्री के अपनत्व के इस अंदाज से श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ गया और सभी जय श्रीराम, भारत माता की जय, गुरु गोरखनाथ जी महाराज की जय और योगी आदित्यनाथ जी महाराज की जय के नारे लगाने लगे। इन श्रद्धालुओं के साथ उनके बच्चे भी महायोगी गोरखनाथ का दर्शन करने आए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को अपने पास बुला लिया, सबके माथे पर हाथ फेरकर प्यार-दुलार और आशीर्वाद देने लगे। उन्होंने बच्चों से उनका नाम, उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा, खूब हंसी ठिठोली की और सभी को चॉकलेट देकर विदा किया।

गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोसेवा करना कभी नहीं भूलते हैं। सोमवार सुबह भी वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए वह गोशाला में पहुंचे। यहां गोवंश को उनके नाम से आवाज देकर अपने पास बुलाया। उन्हें रोटी-गुड खिलाकर उनकी सेवा की। कई गोवंश तो उनके हाथों से गुड़ रोटी खाने के बाद उनसे लिपटने लगे। सीएम योगी ने गोशाला के स्वयंसेवकों को भीषण गर्मी में गोवंश की देखभाल के लिए उठाए जाने वाले जरूरी कदमों को लेकर निर्देशित किया।
कैंपियरगंज विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन प्रत्याशी काजल निषाद ने किया सघन जनसंपर्क मांगा वोट

गोरखपुर। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से इन्डिया गठबंधन से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काजल निषाद ने कैंपियरगंज विधानसभा क्षेत्र के भिटनी, भंडारों, बरियारपुर, शेरपुर, चमराह, नयागांव, जलार, गिद्दा आदि गांवों में जनसंपर्क के साथ ही सरहरी में नुक्कड़ सभा को संबोधित किया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई, बेरोजगारी ,भ्रष्टाचार, अपराध, अन्याय चरम पर है जनता भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से परेशान हैं भाजपा के प्रति हर तरफ आक्रोश है। लोग भाजपा के झूठे वादों पर भरोसा नहीं कर रहे है। भाजपा ने लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे। उनकी हर बात झूठी निकली। उनका हर वादा झूठा निकला।

10 साल की सरकार में भाजपा ने किसानों के लिए संकट पैदा किया है। जो आम लोगों को सुविधाएं मिल रही थी। वह भी नहीं मिल रही है। भाजपा सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। उन्हें न तो अपने उत्पाद की सही कीमत मिली और नहीं उनकी आय दुगनी हुई। नौजवानों को 2 करोड़ नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा की सरकार में परीक्षा भर्ती के पेपर लीक हुए ।

भाजपा ने अग्निवीर योजना लाकर सेना की नौकरी को आधी अधूरी नौकरी कर दी। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का दुरूपयोग कर भाजपा ने पूंजीपतियों और उद्योगपतियों से चंदा वसूली की। कोरोना काल में जो वैक्सीन लगवाई उस कम्पनी से भारी चंदा वसूल लिया।

जिन्होंने चंदा दिया उन्होंने जमकर मुनाफा कमाया। इलेक्टोरल बांड के जरिये कम्पनियों से जमकर चंदा वसूली की गई। कम्पनियों ने भाजपा सरकार को इलेक्टोरल बांड देकर जमकर मुनाफा कमाया जिससे हर चीज महंगी हो गयी।भाजपा पूंजीपतियों की संरक्षक है।

समाजवादी सरकार में 18 लाख से ज्यादा लैपटॉप बांटे गये थे जो अभी भी चल रहे हैं। समाजवादी सरकार में मरीजों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने ले जाने के लिए 108, 102 एम्बुलेंस सेवा चलाई थी जिसे भाजपा सरकार ने बर्बाद दिया है। अपराध नियंत्रण के लिए चलाई गयी डायल 100 पुलिस सेवा को 112 बनाकर भाजपा ने चौपट कर दिया। सभी उपस्थित नेताओं ने काजल निषाद को भारी बहुमत से जीताने की अपील किया।इस दौरान कैंपियरगंज विधानसभा चुनाव प्रभारी साधु यादव, विधानसभा अध्यक्ष सुरेंद्र मौर्य, डा. जयप्रकाश यादव, सुरेंद्र नाथ यादव, तारकेश्वर पाल, प्रमोद यादव, दिलीप जायसवाल, धर्मेंद्र यादव, शैलेंद्र यादव, अरविंद यादव, बंटी पांडे, अश्वनी पांडे, महेंद्र मौर्य, शिवम यादव, रिकू यादव, आनंद निषाद, दशरथ निषाद, शिव शंकर आदि मौजूद रहे।