प्रधानमंत्री आज बस्ती व श्रीवस्ती में जनसभा को करेंगे संबोधित
लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बस्ती व श्रावस्ती में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। वह सुबह 10.45 बजे बस्ती के राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज मैदान में बस्ती, संतकबीरनगर व डुमरियागंज लोकसभाओं की संयुक्त जनसभा को संबोधित करेंगे। तत्पश्चात दोपहर 12.40 बजे श्रावस्ती एयरपोर्ट के सामने कटरा बाजार में जनसभा को संबोधित करेंगे। बस्ती और श्रावस्ती दोनों ही सीटों पर 25 मई में वोट पड़  ने हैं।

रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान 22 मई को महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर उतरेगा। शाम चार बजे पीएम मोदी यहां पहुंचेंगे। यहां से हेलीकॉप्टर से बस्ती और श्रावस्ती में जनसभा को संबोधित करने के लिए रवाना होंगे। जनसभा को संबोधित करने के बाद वापस महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट लौटेंगे। इसके बाद यहां से विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
महिलाओं के बिना जब घर नहीं चलता तो देश कैसे चल जाता : नरेंद्र मोदी
लखनऊ/ वाराणसी। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि काशी में राजपाठ तो बाबा विश्वनाथ चलाते हैं लेकिन व्यवस्था माता अन्नपूर्णा चलाती हैं। भोजपुरी में उन्होंने कहा कि पहली बार है नामांकन अपने माई (हीरा बेन) के उपस्थिति के बिना कइले हइं। मां गंगा ही हमरी माई हईं।

प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को सम्पूणार्नंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में भाजपा महिला मोर्चा की ओर से आयोजित मातृशक्ति सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन में 25 हजार से अधिक जुटी मातृशक्ति की भीड़ को देख प्रधानमंत्री ने कहा कि इतनी सारी मातृ शक्ति की मौजूदगी मुझे अभिभूत कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनावी व्यस्तता के बावजूद बनारस को लेकर निश्चिंत रहता हूं। आप सब संभाल लेती हैं। इस गर्मी में स्वास्थ्य का ध्यान रखिये। आपको घरों, गांवों में जाना होता है, पानी खूब पीजिये। बिना खाए घर से मत निकलिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाएं पिछले दस साल में पहली बार सरकार की नीतियों से लेकर निर्णय तक में केंद्र में आई हैं। यही भारत की सक्सेस स्टोरी का फैक्टर है। पहली बार केंद्र में ऐसी सरकार आई है, जिसने महिलाओं के सम्मान की चिंता की है। उन्हें इज्जत घर दिए। इसके लिए विपक्षी दल मजाक उड़ाते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के बिना जब घर नहीं चलता तो देश कैसे चल जाता। ये बात पिछली सरकार को समझ नहीं आई। प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 वर्षों तक कांग्रेस और सपा की सरकारों ने महिलाओं की उपेक्षा की। महिला आरक्षण का विरोध किया। इंडी गंठबंधन पूरा महिला विरोधी है। उत्तर प्रदेश में पहले जंगल राज था। बहन-बेटियों का घर से निकलना मुश्किल था।

मोदी ने कहा कि जब सपा की सरकार आती है तो महिलाओं का जीना दूभर हो जाता है। बेटियों को सुरक्षा के डर से पढ़ाई छोड़कर घर पर बैठना पड़ता था। सपा वाले बेशर्मी से कहते थे लड़के हैं लड़कों से गलती हो जाती है। आज सपा के लड़के गलती करके दिखाएं, योगी सरकार उनका वो हाल करेगी जो उन्होंने सोचा भी नहीं होगा।

हर-हर महादेव, नमो नमो, जय श्री राम के उद्घोष के बीच महिला मोर्चा की कार्यकतार्ओं ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ई-कार्ट पर खड़े होकर महिला कार्यकतार्ओं की दीर्घा से होते हुए मंच पर पहुंचे। कार्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सवार रहे। भाजपा महिला मोर्चा की लोकसभा प्रभारी अर्चना मिश्रा, मीना चौबे, भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय अध्यक्ष नम्रता चौरसिया, महानगर अध्यक्ष कुसुम सिंह पटेल, जिलाध्यक्ष विनीता सिंह, निर्मला सिंह पटेल के अगुवाई में महिलाओं ने प्रधानमंत्री पर गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश की।
तीन जून सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय के जन्म दिन को सवर्ण एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा: सूरज प्रसाद चौबे
लखनऊ। सवर्ण आर्मी प्रदेश महासचिव सुरज प्रसाद चौबे सवर्ण समाज के लोगों के बीच बोलते हुए कहा की देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से वार्ता में कहा की आरक्षण धर्म के आधार पर नही गरीबी के आधार पर होगा। इसके पूर्व  प्रधान मंत्री  ने कहा है की आरक्षण धर्म का आधार नहीं हो सकता ,सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश पांडेय आरक्षण जाती के आधार पर न होकर आर्थिक आधार पर हो के लिए संघर्ष कर रहे है,क्यों की गरीबी जाति देख कर नहीं आती है।

जातिगत आरक्षण होने के कारण पीढ़ी दर पीढ़ी कुछ लोग ही लाभ ले रहे है आजादी से लेकर आज तक जो अनुसूचित जाति जनजाति के लोग गरीब थे आज वह उसी हाल में है, जो आईएएस आईपीएस मंत्री विधायक सांसद हो गए है उनके बच्चे जाति के कारण आरक्षण का लाभ ले रहे है जो की आरक्षण के मूल भावना के अनुरूप नहीं है। 3जून को सवर्ण आर्मी पूरे देश में सवर्ण एकता दिवस मनाया जाने का निर्णय लिया है इस दिन सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय का जन्म दिन है उनके जन्म दिन को सवर्ण एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

सर्वेश पांडेय ही मात्र एक है जिन्होंने ने सवर्ण समाज की बात की उनकी आवाज बनकर देश ही नहीं विदेश में भी पहचान बनाई है।सर्वेश पांडेय के आवाज की ही देन हैं कि राजनीतिक दल जो सवर्ण की बात नही करते थे उनको वोट बैंक मानते थे उनकी भी बात करने लगे अब स्थित बदल रही है दल से जुड़े नेता भगवान परशुराम जयंती नही मनाते थे उन्हे काल्पनिक तक कहे आज वही नेता परशुराम जयंती समारोह में शामिल हुएं।

इन राजनीतिक दलों की जयकार करने वाले सवर्ण नेता भी अब अपने समाज के अस्तित्व को समझने लगे उन्हे एहसास होने लगा की समाज साथ रहेगा तभी दल भी महत्व देगा इतना बड़ा परिवर्तन केवल सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय की देन है क्यों की इन राजनीतिक दलों के नेता से लोग पूछने लगे कि जब आरक्षण की सीमा बड़ाई जा रही थी तब आप कहा थे एससी एसटी एक्ट पारित किया गया तब  आप कहा थे यह काला कानून बिना किसी अपराध के जेल सवर्ण जा रहे है इसमें व्यापक परिवर्तन किए जाने की जरूरत है आज समाज सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय के नेतृत्व में विश्वास कर रहा है का जन्म दिन सवर्ण एकता दिवस मनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी पहुंचे, मातृशक्ति सम्मेलन में होंगे शामिल

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मातृशक्ति सम्मेलन में शामिल होने के लिए मंगलवार शाम को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी का बाबतपुर स्थित लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने स्वागत किया। एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री कड़ी सुरक्षा के बीच शहर के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री सम्पूणार्नंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित मातृशक्ति सम्मेलन में लगभग 25 हजार महिलाओं को संबोधित करेंगे।

कार्यक्रम के पंडाल में मिनी भारत का स्वरूप दिख रहा है। मराठी, बंगाली, दक्षिण भारतीय आदि प्रदेशों की वाराणसी में रहने वाली महिलाएं अपने अलग-अलग परिधान में कार्यक्रम में मौजूद हैं।

प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही सम्पूणार्नंद संस्कृत विश्वविद्यालय स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। मंच पर भाजपा महिला मोर्चा की लोकसभा प्रभारी अर्चना मिश्रा, मीना चौबे, भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय अध्यक्ष नम्रता चौरसिया, महानगर अध्यक्ष कुसुम सिंह पटेल, जिलाध्यक्ष विनीता सिंह, निर्मला सिंह पटेल आदि ने मुख्यमंत्री योगी की अगवानी की।
भाषण देते समय अचानक रोने लगे भाजपा प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद संगमलाल, जानिये क्या रही पूरी बात


लखनऊ । यूपी के प्रतापगढ़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद संगमलाल गुप्ता मंच से भाषण देते समय अचानक रोने लगे। उनका दर्द छलक उठा। उन्होने कहा कि क्या तेली होने के कारण उन्हें सांसद बनने का हक नहीं है। राजाओं के गढ़ में क्या सिर्फ क्षत्रिय ही सांसद बन सकते हैं। तेली होने के कारण उनका विरोध किया जा रहा है। प्रतापगढ़ से भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ सोमवार को पट्टी में सभा को संबोधित कर रहे थे। पटेल समुदाय का साथ देने और उनके साथ हर समय खड़ा रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक इस सीट पर विपक्षी दलों का कब्जा रहा। उनसे अगर 18 गांवों के नाम पूछ लें तो बता नहीं पाएंगे।

मंच से सांसद का दर्द भी छलक गया। उनकी आंखों से आंसू निकल आए। संगमलाल ने रोते हुए कहा कि मैं तेली समाज से आता हूं, इसलिए चुनाव में मेरा विरोध हो रहा है। क्या कोई तेली सांसद नहीं बन सकता है। राजाओं के गढ़ में सिर्फ क्षत्रिय ही सांसद बन सकता है।लोकसभा चुनाव में बाहुबली विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया का का रुख बदल जाने के कारण भाजपा सकते में है।

वर्तमान सांसद संगमलाल गुप्ता को जनता के विरोध का भय सता रहा है। राजाभैया के समर्थक संगमलाल गुप्ता के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच भाजपा सांसद का रोते हुए क्षत्रिय समाज के खिलाफ दिया गया भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके बयान को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने सीधे सर्वण खास तौर पर क्षत्रिय समाज पर निशाना साधा। इसको लेकर क्षत्रिय समाज की नाराजगी चुनाव में उन्हें झेलनी पड़ सकती है।
पांचवे चरण के मतदान के बाद गुणा-भाग लगाने में जुटे प्रत्याशी, दलित वोटरों का बिखराब ने कईयों की बढ़ाई धड़कनें
लखनऊ । यूपी में पांचवे चरण का मतदान खत्म होने के बाद प्रत्याशी अब गुणा भाग लगाना शुरू कर दिया है। राजनीति जानकार भी चुनाव की समीक्षा करनी शुरू कर दी है। चूंकि इस चरण के चुनाव में कहीं पर मतदाताओं ने उत्साह दिखाया तो कहीं पर वोट डालने में रूचि नहीं दिखाई। साथ ही पांचवे चरण के मतदान में खासकर दलित वोटरों में जबरदस्त बिखराव देखने को मिला।जबकि बसपा की मजबूती का एक मात्र आधार दलित वोट रहे लेकिन इस चुनाव में भाजपा और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों ने सेंध लगाने के लिए जबरदस्त प्रयास किया है। अब इसमें कितना सफल होते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएंगा।

अमेठी में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच कड़ा मुकाबला

लखनऊ में राजनाथ सिंह और रायबरेली में राहुल गांधी मजबूत स्थिति में दिखे, तो अमेठी में स्मृति इरानी और केएल शर्मा के बीच काफी टक्कर का मुकाबला बताया जा रहा है। कैसरगंज और गोंडा में भी लड़ाई इतनी रोमांचक रही कि दोनों पक्ष जीत के लिए आशान्वित हैं। चूंकि मतदान प्रतिशत कम होने के कारण किसी भी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा सीधे तौर पर नहीं कर सकता है।

लखनऊ में मुस्लिम इलाकों साइकिल का तेजी से घूमा पहिया

लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की हैट्रिक रोकने के लिए सपा के रविदास मेहरोत्रा पूरा दम लगाते नजर तो आए, पर राजनाथ की राह आसानी से रुकती नहीं दिखी। पिछले चुनाव में राजनाथ ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। इस बार सारा संघर्ष मार्जिन कम करने का ही नजर आया। मुस्लिम बहुल इलाकों में जरूर साइकिल का पहिया तेज घूमा, पर भाजपा का जातिगत समीकरण यहां बाकी सभी दलों के लिए कड़ी चुनौती ही दिखा। उधर, हाथी की चाल इस सीट पर धीमी नजर आई। बसपा उम्मीदवार सरवर मलिक अपना स्थान बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे।

मोहनलालगंज संसदीय सीट पर इस बार चक्रव्यूह कुछ अलग ही दिखा

मोहनलालगंज संसदीय सीट पर इस बार चक्रव्यूह कुछ अलग ही दिखा है। भाजपा से कौशल किशोर हैट्रिक लगाने के लिए मशक्कत करते दिखे। सपा के आरके चौधरी के साथ उनका सीधा मुकाबला नजर आया। स्थानीय विरोध एवं मुद्दों का यहां कई क्षेत्रों में असर दिखा। बसपा यहां पिछले चार चुनावों में दूसरे नंबर पर रही है, इस बार भी बसपा के उम्मीदवार राजेश कुमार जूझते नजर आए। भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति और सपा के नरेश उत्तम पटेल में कड़ी टक्कर दिखी। जहानाबाद के सराय होली बूथ पर भाजपा और सपा समर्थकों में झड़प हो गई। पुलिस ने लाठी भांजकर तितर-बितर किया। निषाद बहुल गंगा और यमुना कटरी क्षेत्र में स्वजातीय भाजपा प्रत्याशी पर वोट बरसे, वहीं कुर्मी बिरादरी सपा प्रत्याशी के साथ लामबंद दिखी।

रायबरेली में सोनिया की भावुक अपील का दिखा असर

रायबरेली में गांधी परिवार की पारंपरिक सीट पर राहुल के चुनावी मैदान में उतरने, पूरे परिवार की सक्रियता और फिर मंच से सोनिया गांधी की भावुक अपील का असर मतदान वाले दिन भी दिखा। यहां के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से तीन में कांग्रेस मजबूत दिखी, तो दो में भाजपा। कांटे की टक्कर के बीच शाम तक रोमांच बरकरार रहा। राहुल गांधी कई बूथों का जायजा लेते दिखे। बसपा के परंपरागत वोटर को छोड़कर ठाकुर प्रसाद यादव का कहीं खास प्रभाव नहीं नजर आया। अमेठी में भाजपा सांसद स्मृति जूबिन इरानी और कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा में ही लड़ाई दिखी। यहां हार-जीत का अंतर इस बार मामूली ही रहेगा। बसपा के नन्हे सिंह चौहान खास असर नहीं दिखा सके। 

हमीरपुर में भाजपा का परंपरागत लोधी वोट में दिखा बिखराव

जालौन में भाजपा के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा की प्रतिष्ठा दांव पर है। यहां सपा गठबंधन प्रत्याशी नारायणदास अहिरवार से उनका सीधा मुकाबला है। बसपा प्रत्याशी सुरेश चंद्र गौतम अनुसूचित जाति बहुल सीट होने के बावजूद टक्कर देते नजर नहीं आए। भाजपा का गढ़ माने जाने वाले शहरी इलाकों में भी इस बार इंडी गठबंधन टक्कर देता नजर आया। हमीरपुर इस सीट पर सपा के अजेंद्र सिंह लोधी और भाजपा के पुष्पेंद्र सिंह चंदेल के बीच सीधी टक्कर है। भाजपा का परंपरागत लोधी वोट इस बार खिसकता दिखा। वहीं, बसपा का काडर वोटर का भी रुख सपा और भाजपा की ओर दिखा। 

कैसरगंज सीट में मतदाताओं में दिखा उत्साह, यहां भी भाजपा व सपा में सीधी टक्कर 

महिला रेसलर विवाद, सांसद बृजभूषण पर आरोप तय होने और फिर उनके बेटे करण भूषण को टिकट देने के बाद चर्चा में आई कैसरगंज लोकसभा सीट पर सुबह से ही गजब का उत्साह दिखा। शाम तक यहां मतदान का सिलसिला बरकरार रहा। भाजपा की सपा-कांग्रेस गठबंधन के भगतराम मिश्र से सीधी लड़ाई दिखी।भाजपा व सपा में सीधी टक्कर रही। सपा की श्रेया वर्मा और भाजपा के कीर्तिवर्धन सिंह अंतिम समय  तक माहौल बनाने में जुटे रहे। इसका असर भी दिखा। हालांकि भितरघात ने सबकी चिंता बढ़ाए रखी। बसपा के सौरभ यहां अपने काडर वोट को संभालने में जुटे रहे। इसके बाद भी भाजपा व सपा ने दलितों में अच्छी खासी सेंध लगाई।

फैजाबाद सीट पर जातीय समीकरण से रोचक हुआ मुकाबला

सांसद वीडियो प्रकरण से चर्चा में आई सुरक्षित संसदीय सीट पर भाजपा की राजरानी रावत व कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया के बीच सीधा मुकाबला रहा। बसपा प्रत्याशी शिव कुमार दोहरे के आधार वोटरों में ही बिखराव दिखा। इसका सीधा लाभ कांग्रेस को होता दिखा।राममंदिर निर्माण और प्राण-प्रतिष्ठा के बाद हुए चुनाव में भाजपा से लल्लू सिंह हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरे हैं। उनसे मुकाबिल गठबंधन प्रत्याशी सपा के अवधेश प्रसाद रहे। जातीय समीकरणों से मुकाबला रोचक रहा। मतदान के दौरान भी रोमांच बरकरार रहा। बसपा से पहली बार मैदान में उतरे सच्चिदानंद पांडेय जातीय और आधार मतदाताओं को साधने की कोशिश तो करते रहे।

कौशांबी में भाजपा-सपा के बीच मुकाबला, झांसी में मुस्लिम मतदाओं ने बढ़चढ़कर किया मतदान 

यूपी के बांदा में मुख्य लड़ाई भाजपा के आरके पटेल और इंडी गठबंधन की प्रत्याशी कृष्णा पटेल के बीच दिखाई दी। इस बार ब्राह्मण फैक्टर ज्यादा असर डालता दिखा। माना जा रहा था कि बसपा से मयंक द्विवेदी के मैदान में होने से ब्राह्मण मतदाताओं का रुझान उनकी तरफ दिख सकता है, पर ऐसा हुआ नहीं।  इस सुरक्षित सीट पर भाजपा के विनोद सोनकर व सपा के पुष्पेंद्र सरोज के बीच कड़ा मुकाबला दिखा। मतदान में जातिवाद का मुद्दा हावी रहा। यादव, मुस्लिम और पासी के गठजोड़ से साइकिल रफ्तार भरती दिखी। उधर, कुंडा-बाबागंज विधानसभा क्षेत्र में राजा भैया के समर्थकों का झुकाव सपा की ओर दिखा।भाजपा प्रत्याशी अनुराग शर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य में आमने-सामने का मुकाबला दिखाई दिया। भाजपा के मजबूत इलाकों में जहां शाम तक रौनक दिखाई दी, वहीं मुस्लिम मतदाता भी मतदान को लेकर जागरूक नजर आए। बसपा प्रत्याशी रवि प्रकाश कुशवाहा के समर्थकों के बस्ते भी कुछ मतदान केंद्रों के आसपास दिखाई दिए। दलितों के इलाकों में भी भाजपा और कांग्रेस के बस्तों पर भीड़ दिखाई दी।
आगरा में तीनों जूता कारोबारियों से तीन दिनों में कुल 56 करोड़ रुपये नकदी मिली
लखनऊ । यूपी के आगरा में आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग के छापे में तीनों जूता कारोबारियों से तीन दिनों में कुल 56 करोड़ रुपये नकदी मिली है। 11,200 से ज्यादा नोटों के बंडल टीम को डबल बेड और अलमारियों में मिले। इसे सोमवार को बैंक की कैश जमा करने वाली वैन से करेंसी चेस्ट में भेजकर जमा कराया गया। 

आयकर विभाग के मुताबिक तीनों जूता कारोबारियों के ठिकानों पर यह छापा चौथे दिन भी चलने के आसार हैं। इन्वेस्टिगेशन विंग के जॉइंट डायरेक्टर अमरजोत के निर्देशन में एमजी रोड स्थित बीके शूज के अशोक मिड्डा, मंशु फुटवियर के हरदीप मिड्डा और हरमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंग के घर और प्रतिष्ठान पर छापा मारा गया। 

सोमवार को कार्रवाई का तीसरा दिन था। सबसे ज्यादा नकदी हरमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंग के घर मिली है। डबल बेड और अलमारी में रखे बैगों में छिपाकर रखी गई थी। 500 रुपये के नोटों के 11,200 बंडलों को टीम ने स्टेट बैंक की वैन मंगवाकर सरकारी एकाउंट में जमा कराया।  दो हजार रुपये का नोट बंद होने के बाद 500 रुपये के नोटों की इतनी गड्डियां मिलने से आयकर अधिकारी भी हैरान हैं। पूर्व में भी आयकर छापे पड़े हैं, पर एक ही जगह इतनी नकदी छिपाने का आगरा में यह पहला मामला है। जूता कारोबारियों के ऑफिस और कार्यस्थल पर नकदी कम मिली।
यूपी की 14 सीटों पर पांच बजे तक 55.80 प्रतिशत मतदान हुआ, बाराबंकी अव्वल

लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में आज उप्र की 14 सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान जारी है। इन सीटों पर पांच बजे तक कुल 55.80 प्रतिशत मतदान हुआ है। सबसे अधिक मतदान बाराबंकी 64.86 प्रतिशत हुआ है। सबसे कम मतदान की बात करें तो राजधानी लखनऊ में 49.88 प्रतिशत मत पड़े हैं। मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की लाइनें लगी हैं और शांतिपूर्ण मतदान जारी है।

चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पांच बजे तक उप्र की जिन 14 लोकसभा सामान्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहे हैं उनमें मोहनलालगंज (सुरक्षित) 60.10 प्रतिशत, लखनऊ 49.88 प्रतिशत, रायबरेली 56.26 प्रतिशत, अमेठी 52.68 प्रतिशत, जालौन (सुरक्षित) 53.73 प्रतिशत, झांसी 61.18 प्रतिशत, हमीरपुर 57.83 प्रतिशत, बांदा 57.38 प्रतिशत, फतेहपुर 54.56 प्रतिशत, कौशाम्बी (सुरक्षित) 50.65 प्रतिशत, बाराबंकी (सुरक्षित) 64.86 प्रतिशत, फैजाबाद 57.36 प्रतिशत, कैसरगंज 53.92 प्रतिशत और गोण्डा 50.21 प्रतिशत में मतदान हुआ है। खास बात यह रही कि तीन बजे तक तीन सीटों पर बाराबंकी, झांसी और मोहनलालगंज लोकसभा सीटों पर 60 फीसदी से अधिक मतदान हो चुका है और मतदान की शुरूआत से बाराबंकी 64.86 प्रतिशत के साथ शुरूआत से पांच बजे तक सबसे ज्यादा वोट का रिकार्ड कायम है। वहीं लखनऊ पूर्व विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 50.16 प्रतिशत मतदान हुआ है।


तेज धूप और हीटवेव के बावजूद मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लाइनें लगी हुई हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाता शाम छह तक सभी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन 14 सीटों पर कुल लखनऊ लोकसभा सीट से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रायबरेली से कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति जूबिन ईरानी, फतेहपुर से निरंजन ज्योति सहित 144 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला होगा और जनता अपना जनप्रतिनिधि चुनेगी।
पांचवे चरण में तीन बजे तक  47.55%  हुआ मतदान, बाराबंकी सबसे आगे
लखनऊ । लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। दोपहर तीन बजे तक यहां पर 47.55%  मतदान हुआ। राजधानी लखनऊ में दोपहर तीन बजे तक 41.90% मतदान हुआ। वहीं उससे सटी हुई सीट मोहनलालगंज में मतदान प्रतिशत 51.08 % रहा। फैजाबाद सीट पर मतदान का प्रतिशत 48.66 रहा। दोपहर 03 बजे तक गोंडा में 43.23 और कैसरगंज में 46.01 फीसदी वोट पड़े।  बाराबंकी में 3 बजे तक 55.35 प्रतिशत मतदान हुआ। अमेठी में 45.13 प्रतिशत और रायबरेली में 47.83 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे ज्यादा मतदान बाराबंकी में हुआ। 


यूपी की 14 सीटों में हो रहे मतदान में दोपहर 11 बजे तक 27.76% प्रतिशत मतदान हुआ है। इन 14 सीटों में सबसे अधिक मतदान बाराबंकी में हुआ। यहां  30.59 प्रतिशत वोट पड़े। राजधानी लखनऊ में अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ है। यहां 22 फीसदी वोट पड़े। लखनऊ से सटी मोहनलालगंज सीट पर 28 फीसदी वोट पड़े। गोंडा में 23 तो कैसरगंज में 11 बजे तक 26 फीसदी मतदान हुआ। अमेठी में 27 प्रतिशत वोटिंग हुई तो रायबरेली में 11 बजे तक 29 प्रतिशत वोट पड़े। फैजाबाद में वोट का प्रतिशत 29 रहा।

लोस चुनाव : उप्र की 14 सीटों पर 11 बजे तक 27.76 प्रतिशत हुआ मतदान
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में आज उप्र की 14 सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान जारी है। पहले चार घंटों यानी 11 बजे तक इन सीटों पर कुल 27.76 प्रतिशत मतदान हुआ है। सबसे अधिक मतदान बाराबंकी में 30.60 प्रतिशत हुआ है। जबकि राजधानी लखनऊ में सबसे कम 22.11 प्रतिशत मत पड़े हैं। मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की लाइनें लगी हैं और शांतिपूर्ण मतदान जारी है।


चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 11 बजे तक उप्र के जिन 14 लोकसभा सामान्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहे हैं उनमें मोहनलालगंज (सुरक्षित) में 28.52 प्रतिशत, लखनऊ 22.11 प्रतिशत, रायबरेली 28.10 प्रतिशत, अमेठी 27.20 प्रतिशत, जालौन (सुरक्षित) 26.97 प्रतिशत, झांसी 29.82 प्रतिशत, हमीरपुर 28.24 प्रतिशत, बांदा 29.25 प्रतिशत, फतेहपुर 28.54 प्रतिशत, कौशाम्बी (सुरक्षित) 26.12 प्रतिशत, बाराबंकी (सुरक्षित) 30.60 प्रतिशत, फैजाबाद 29.05 प्रतिशत, कैसरगंज 27.92 प्रतिशत और गोण्डा में 26.68 प्रतिशत में मतदान हुआ है। मतदेय स्थलों पर सुबह से ही मतदाताओं की लाइनें लगी हुई हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाता शाम छह बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन 14 सीटों में लखनऊ लोकसभा सीट से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रायबरेली से कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, फतेहपुर से निरंजन ज्योति सहित 144 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।