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May 20 2024, 09:51

संक्षिप्त चुनाव समाचार: 3 लोकसभा एवं गांडेय विंधानसभा उपचुनाव में शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है मतदान*

झारखंड डेस्क झारखंड में चतरा, कोडरमा तथा हजारीबाग संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के अलावा विधानसभा के गांडेय उपचुनाव के लिए भी मतदान हो रहा है। इन सभी क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है। सभी मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी हो रही है। मॉक पोल के दौरान कुछ केंद्रों पर ईवीएम की खराबी की बात सामने आई। लेकिन उन्हें बदलकर या दुरुस्त कर समय पर मतदान शुरू कराया गया। *कोडरमा मतदान करने के लिए बूथ के बाहर कतार में खड़े मतदाता* कोडरमा सीट व गांडेय विस क्षेत्र के महेशलुंडी बूथ पर मतदान के लिए मतदाता कतार में लगे हुए हैं। कुछ ऐसा ही हाल धनवार बुधुडीह मतदान केंद्र का भी है, जहां मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते हुए लाइन में लगे हैं। *गांडेय तय करेगा झामुमो की राजनीतिक दिशा* गिरिडीह जिले में स्थित गांडेय विधानसभा उपचुनाव में मुख्य मुकाबला झामुमो और भाजपा के बीच है। यह उपचुनाव आइएनडीआइए खासकर झामुमो के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ा है, क्योंकि यहां पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन चुनाव लड़ रहीं हैं। उनका मुकाबला भाजपा के दिलीप वर्मा से है। सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद यह सीट 31 दिसंबर 2023 से ही रिक्त है, जिसे भरने के लिए उपचुनाव हो रहा है। गांडेय विधानसभा उपचुनाव का परिणाम झारखंड और झारखंड मुक्ति मोर्चा की राजनीति की दिशा तय करेगा। *चतरा और हजारीबाग में लगेगी एक-एक अतिरिक्त बैलेट यूनिट* चतरा और हजारीबाग में लगेगी एक-एक अतिरिक्त बैलेट यूनिट चतरा और हजारीबाग में उम्मीदवारों की संख्या 15 से अधिक है इसलिए इन दोनों संसदीय क्षेत्राें के प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक-एक अतिरिक्त बैलेट यूनिट लगाई जाएगी। सिर्फ कोडरमा में ही एक बैलेट यूनिट लगेगी। *तीनों संसदीय क्षेत्रों के 36 यूनिक मतदान केंद्र बनाए गए* मतदाताओं को मतदान को लेकर प्रेरित करने के लिए इस बार चिह्नित मतदान केंद्रों को किसी खास थीम पर सजाया-संवारा गया है। इस चरण की तीनों संसदीय क्षेत्रों में भी ऐसे 36 यूनिक मतदान केंद्र हैं, जिन्हें किसी खास थीम पर तैयार किया गया है। चुनाव आयोग ने इस चरण के चुनाव के लिए 9,945 बैलेट यूनिट, 8046 कंट्रोल यूनिट तथा 2,930 वीवीपैट मशीनें लगाई हैं। इनमें कुछ मशीनें रिजर्व रखी गई हैं।

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May 20 2024, 09:03

पिपरवार में बने बूथ पर स्कूली बच्चों को बनाया गया वॉलेंटियर चतरा

लोकसभा सीट पर मतदान जारी है. पिपरवार में बने बूथ पर स्कूली बच्चों को वॉलेंटियर बनाया गया है. यहां सुबह से लोग पहुंच रहे हैं।लोगो में मतदान को लेकर उत्साह है,.स्कूली बच्चे को वॉलंटियर बनाने से क्षेत्र में मतदात उत्सुकता से देख रहे हैं। माहौल शांतिपूर्ण है, पुलिस फोर्स भी मुस्तैदी से विधि व्यवस्था बनाने में लगे हैं.

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May 20 2024, 09:01

*शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष मतदान केंद्रों की कर रही है मॉनिटरिंग*

झारखंड डेस्क कोडरमा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत स्वच्छ, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से सभी मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग की जा रही है. मतदान प्रक्रिया को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए एवं विधि-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सभी मतदान केंद्रों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. जिला नियंत्रण कक्ष में वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में सारे मतदान केंद्रों की मॉनिटरिंग की जा रही है.

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May 20 2024, 09:00

चतरा संसदीय सीट के सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में बूथ नंबर 130 पर सुबह से ही लगी मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें

झारखंड डेस्क चतरा संसदीय सीट के सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में बूथ नंबर 130 पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें लगीं हैं. मतदाताओं में उत्साह देखा जा रहा है. उमस भरी गर्मी में भी लाइन लगाकर लोग मतदान कर रहे हैं. मतदान को लेकर महिलाओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है. किसी ने राष्ट्र की सुरक्षा, तो किसी ने विकास के नाम पर वोट करने की बात कही.

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May 20 2024, 07:44

आज झारखंड सहित 8 राज्यों के 49 सीटों पर हो रहा है मतदान,झारखंड के 3 सीटों पर इंडी गठबंधन के साथ भाजपा का है सीधा टक्कर*

झारखंड डेस्क लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान आज देश के 8 राज्यों की 49 सीटों पर हो रहा है । आज इसी के तहत आज झारखंड के तीन सीटों पर भी वोट डाले जाएंगे। ये तीन सीट हैं हजारीबाग, चतरा और कोडरमा. तीनों सीट पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होनी है। चुनाव को लेकर सारी तैयारी की गई है। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में झारखंड में आज तीन सीटों पर मतदान हो रहा है। चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव का दावा किया है। इस चरण में चतरा, हजारीबाग और कोडरमा में मतदान हो रहा है। जिसके लिए व्यापक तैयारी की गई है।नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।केन्द्रीय बलों के अलावे राज्य पुलिस की कोबरा और झारखंड जगुआर की कई कंपनियां तैनात की गई है। झारखंड में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में चतरा, हजारीबाग और कोडरमा में सुबह सात बजे से पांच बजे तक मतदान होगा। इस चरण में कुल 58,34,618 मतदाता भाग ले रहे हैं। कुल मतदाताओं में 29 लाख 99233 पुरुष, 28 लाख 35,329 महिला और 56 थर्ड जेंडर शामिल हैं। पहली बार 18- 19 आयु वर्ग के 2,27,717 मतदाता वोट करेंगे। कुल 6705 मतदान केंद्र में, शहरी क्षेत्र में 575 और 6130 ग्रामीण क्षेत्र में मतदान केंद्र हैं। मतदाताओं को किसी तरह की दिक्कत ना हो इसका पूरा ख्याल रखा गया है। अहम हैं तीनों सीट झारखंड के 14 लोकसभा क्षेत्रों में चतरा, हजारीबाग और कोडरमा राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पिछली बार तीन सीट एनडीए के खाते में गई थी। केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी की किस्मत दांव पर लगी है।इस बार कोडरमा सीट को छोड़कर बीजेपी ने चतरा और हजारीबाग में सीटिंग सांसद का टिकट काटकर नये लोगों को मौका दिया है, जिस वजह से स्थानीय स्तर पर बीजेपी के अंदर विरोध होता देखा गया मगर समय के साथ बड़े नेताओं के हस्तक्षेप के कारण ऑल इज वेल का दावा किया जा रहा है। इन सभी सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी का मुख्य मुकाबला इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी से है। इन तीनों सीट में से दो पर कांग्रेस और एक पर भाकपा माले का प्रत्याशी इंडिया गठबंधन के तहत खड़ा है।चतरा में पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी की किस्मत दांव पर है, वहीं हजारीबाग में चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए जेपी पटेल चुनाव मैदान में हैं। कोडरमा में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी का सामना माले विधायक विनोद सिंह से है।

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May 19 2024, 21:58

आलमगीर आलम के इस्तीफा से रिक्त हुए झारखंड सरकार में मंत्री पद पर कोंग्रेस कोटे से किन्हें मिलेगा मौका,सियासी गलियारी में चर्चा शुरु


झारखंड डेस्क

आलमगीर आलम के इस्तीफा के बाद् सियासी गलियारों अटकलें शुरू हो गयी है कि अब कोंग्रेस के कोटे से कौन मंत्री बनेगा ..?

 कोंग्रेस कोटे से रिक्त हुए जगह् पर अब झारखंड से दीपिका पांडेय मंत्री बनेगी, या यह मौका अब इरफान अंसारी को।मिलेगा।

 इसके अलावे लाइन में अनूप् सिंह, उमाशंकर अकेला, सोना राम सिंकू, भूषण बाड़ा, राजेश कच्छप और अंबा प्रसाद में से कोई एक बाजी मार ले जायेगा।

पार्टी की तरफ से आलमगीर आलम से इस्तीफा ले लिया गया है। अभी दावेदार खुलकर अपनी दावेदारी मंत्री पद के लिए नहीं कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव भी चल रहा है, कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव भी होना है…लिहाजा झारखंड का सियासी समीकरण कुछ ऐसा बना हुआ है जिसमें पार्टी भी अलर्ट मूड में है, तो वहीं दावेदार भी फूंक-फूंककर अपना दांव चल रहे हैं।

चंपाई कैबिनेट के गठन के वक्त भी कई विधायकों ने मंत्री पद के लिए दवाब बनाया था, लेकिन रांची से लेकर दिल्ली तक कैंप करने के बावजूद सभी की स्थिति “लौट कर बुद्धू घर को आये” जैसी ही थी। ऐसे में मंत्री पद के दावेदार भी ये सोच रहे हैं कि कहीं इस बार भी उनका तीर खाली चला गया, तो वो विधानसभा चुनाव में ना घर के बचेंगे ना घाट के।

कुल मिलाकर पार्टी में मंत्री पद की दावेदारी के लिए विधायक तैयार तो हैं, लेकिन हालात कुछ ऐसे हैं कि खुलकर कुछ कर नहीं पा रहे हैं। पहली बात तो ये है कि आलमगीर आलम भ्रष्टाचार के मामले में जेल में गये हैं। ऐसे में अगर कोई विधायक उनके हटने पर खुद मंत्री बनने की दावेदारी करता है तो झारखंड की राजनीति में उस विधायक की छवि मौकापरस्त विधायक की बन जायेगी।

दूसरी तरफ अगर पार्टी ने उस विधायक को मंत्री नहीं बनाया और उलटे एक्शन ले लिया, तो वो विधायक मंत्री पद से भी जायेगा ही, कहीं विधानसभा चुनाव में उसे टिकट के भी लाले नहीं पड़ जाये। कुल मिलाकर कांग्रेस के विधायकों की स्थिति ऐसी है कि वो चाह तो रहे हैं कुर्सी मिल जाये…लेकिन उनकी तमन्ना ये है कि कोई उन्हें हाथ पकड़कर कुर्सी पर बैठा दे, ताकि ये संदेश जाये, वो पार्टी के हुक्म से मंत्री बने हैं।

दीपिका का दावा मजबूत, प्रदीप का कमजोर

आलमगीर आलम के विकल्प के तौर पर दीपिका पांडेय का दावा सबसे ज्यादा मजबूत है। इसकी पहली वजह से लोकसभा में प्रत्याशी बनने के बाद भी टिकट कट जाना। दूसरी तरफ प्रदीप यादव अगर जीते तो वो लोकसभा चले जायेंगे, वैसे भी उनकी दावेदारी खत्म हो जायेगी, अगर हार गये, तो भी उनकी दावेदारी ना के बराबर ही रह जायेगी। पत्नी अनुपमा को लोकसभा प्रत्याशी बनाने के बाद अनूप सिंह भी मंत्री पद के रेस से बाहर हो गये हैं। लिहाजा ऐसे में अगर दीपिका का मौका नहीं मिला, तो पार्टी को इरफान अंसारी की दावेदारी मजबूत हो सकती है।

फिलहाल ये तमाम बातें अभी तो अटकलों में है। देखना अभी यही होगा कि आखिर आलमगीर आलम की मंत्री पद वाली कुर्सी  पर पार्टी क्या फैसला लेती है। मंत्री पद के लिए पार्टी की तरफ से किस विधायक की लाटरी लगती है।

Jharkhand

May 19 2024, 21:57

धनबाद् के टुंडी हाई स्कूल मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने माथुरा महतो के लिए मांगा वोट


झा डेस्क

मथुरा मह्तो ने कहा गुरुजी के बेटे को जेल भेजकर झामुमो को समाप्त करने की मंशा नहीं होगी सफल 

धनबाद : गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के आइएनडीआई के प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो के समर्थन में रविवार को टुंडी हाई स्कूल मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने एक विशाल चुनावी सभा को संबोधित किया। इस जनसभा में कल्पना सोरेन को देखने और सुनने हजारों समर्थक टुंडी व पूर्वी टुंडी के विभिन्न इलाकों से पहुंचे थे। कल्पना ने कभी संथाली तो कभी हिंदी में संबोधन कर लोगों के साथ भावनात्मक रिश्ता कायम करने की भी कोशिश । 

साथ ही जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा के नारे भी जमकर लोगों से लगवाए। अपने ससुर दिशोम गुरू शिबू सोरेन क राजनीतिक जन्मभूमि टुंडी में पहली बार कल्पना सोरेन ने सभा को संबोधित किया। कल्पना के संबोधन से लोग काफी प्रभावित थे। आदिवासी समाज के लोग गुरूजी की बहू की एक झलक पाने को लालायित थे। कल्पना की यह सभा निश्चित रूप से झामुमो प्रत्याशी मथुरा महतो के लिए असरदार रही।

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May 19 2024, 21:57

धनबाद् के टुंडी हाई स्कूल मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने माथुरा महतो के लिए मांगा वोट


झा डेस्क

मथुरा मह्तो ने कहा गुरुजी के बेटे को जेल भेजकर झामुमो को समाप्त करने की मंशा नहीं होगी सफल धनबाद : गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के आइएनडीआई के प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो के समर्थन में रविवार को टुंडी हाई स्कूल मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने एक विशाल चुनावी सभा को संबोधित किया।

इस जनसभा में कल्पना सोरेन को देखने और सुनने हजारों समर्थक टुंडी व पूर्वी टुंडी के विभिन्न इलाकों से पहुंचे थे। कल्पना ने कभी संथाली तो कभी हिंदी में संबोधन कर लोगों के साथ भावनात्मक रिश्ता कायम करने की भी कोशिश ।

साथ ही जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा के नारे भी जमकर लोगों से लगवाए। अपने ससुर दिशोम गुरू शिबू सोरेन क राजनीतिक जन्मभूमि टुंडी में पहली बार कल्पना सोरेन ने सभा को संबोधित किया। कल्पना के संबोधन से लोग काफी प्रभावित थे। आदिवासी समाज के लोग गुरूजी की बहू की एक झलक पाने को लालायित थे। कल्पना की यह सभा निश्चित रूप से झामुमो प्रत्याशी मथुरा महतो के लिए असरदार रही।

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May 19 2024, 21:30

धनबाद से कोंग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने गुंडागर्दी, गुंडागर्दी और आतंक के खिलाफ सुशासन स्थापित करने के लिए मांगा जनता से वोट

झारखंड डेस्क

धनबाद : धनबाद लोकसभा क्षेत्र से इंडिया महागठबंधन की प्रत्याशी अनुपमा सिंह का शनिवार 18 मई को जनसंपर्क अभियान अपने सबाब पर रहा है। आज के जनसंपर्क से पूर्व सुबह नवाडीह स्थित वेडिंग बेल्स में ‘सांसद का चुनाव कैसे होना चाहिए और एक मतदाता की हैसियत से हमारी क्या भूमिका होनी चाइए’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में धनबाद लोकसभा क्षेत्र के काफी संख्या गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। इसके बाद प्रत्याशी अनुपमा सिंह का जनसंपर्क अभियान का आगाज हुआ। लोकसभा क्षेत्र के तेलीडीह महतो कालोनी स्थित प्रसाद बीज भंडार के पास जोरदार जनसंपर्क चलाया गया।

जनसंपर्क सह रोड शो में हजारों लोगों ने भाग लिया।

 खुली गाड़ी में सवार प्रत्याशी अनुपमा सिंह लोगों के अभिवादन स्वीकार किया। इस बीच लोगों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने क्षेत्र से भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और भय आतंक के खिलाफ सुशासन स्थापित करने और देश इंडिया महागठबंधन की मजबूत सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को वोट देने की अपील की। बजरंग अखाड़ा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए इंडिया महागठबंधन की प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने केंद्र के मोदी सरकार और धनबाद संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार ढुलू महतो पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि एक तरफ तानाशाह की सरकार तो दूसरी तरह भय और आतंक के पर्याय बन चुके ढुल्लू महतो चार सौ पार करने के सपने देख रहे हैं। उन्हें पता नहीं कि देश और धनबाद की जनता अब जाग चुकी है। अनुपमा सिंह ने कहा कि बाघमारा विधनसभा क्षेत्र की स्थिति से कौन वाकिफ नहीं है।

बाघमारा का विधायक जब से ढुलू महतो बने तब से वहां के बड़े व्यवसाई किस तरह से पलायन कर गए ये किसी से छुपी नहीं है। मैं पूछना चाहती हूं क्या धनबाद लोकसभा क्षेत्र में भी वही स्थिति पैदा करना उचित होगा? देश और अपने बच्चों का भविष्य बचाना है तो इंडिया महा गठबंधन को मजबूत करें। अनुपमा सिंह ने कांग्रेस को भारी मतदान कर उन्हें विजयी बनाने की अपील।

इसके आलावा कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह का तेलीडीह महतो कालोनी, नेहाल मोड़, बजरंग अखाड़ा, दास टोला हरि मंदिर, मेहरा टोला अंबेडकर चौक, मांझी थान, पिपरा टांड, खेदाडीह, माईथान, जोड़ा मंदिर, बांधगौड़ा, बरटांड, नारायणपुर मंडल टोला, नारायणपुर इमली पेड़, भांगा बाजार, बहादुर मोड़, कांसी टांड, कदुआगौडा, चितागी, घटियाली, जाला, सुनता, सतनपुर व बाडियाडीह, सेक्टर एक बीएमपी कैंप नियर शिव मंदिर, दुंदी बाजार, बोकारो सेक्टर 4 ई स्ट्रीट 8 हनुमान मंदिर के सामने आदि स्थानों पर कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने जोरदार जनसंपर्क अभियान चला व कई स्थानों पर जनसभा को संबोधित किया। इस बीच लोगों का भरपूर प्यार और समर्थन मिला।

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May 19 2024, 15:03

कल जनता करेगी चतरा लोकसभा सीट पर फैसला,फिर चलेगा मोदी का जादू,या जीतेंगे कांग्रेस के के एन त्रिपाठी


झारखंड डेस्क

 20 मई को झारखंड के दूसरे और देश के पांचवे चरण का लोकसभा चुनाव है। इस चुनाव में झारखंड के चतरा के साथ कोडरमा और हज़ारीबाग में भी चुनाव होना है।

अगर बात करें चतरा लोकसभा सीट की तो यहां चुनाव मे भाजपा और कोंग्रेस के बींच है सीधा टक्कर । हलाकि मैदान में बसपा के टिकट पर पूर्व सांसद नागमणि भी हैँ। ये पूर्व में आरजेड़ी से सांसद बन चुके थे।लेकिन इस बार बसपा के प्रति कोई खास रुझान बना है।सबसे बड़ी बात है कि इस चुनाव में जानता की पसंद व्यक्ति विशेष नही बल्कि पार्टी है।इसमे लोगों की पसंद में विकल्प के रूप में एनडीए और इंडी है।

इसी लिए चतरा में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने जा रहा है। यहां से भारतीय जनता पार्टी ने कालीचरण सिंह के रूप में नए चेहरे को मौका दिया गया है। तो कांग्रेस ने पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी पर दांव आजमाया है। अब फैसला चतरा की जनता के हाथ में है।

चतरा लोकसभा सीट की स्थिति

 चतरा लोकसभा सीट झारखंड का सबसे छोटा सीट माना जाता है। इस लोकसभा सीट में 5 विधानसभा आती है। इसमें से सिमरिया और पांकी पर बीजेपी, चतरा पर आरजेडी, मनिका पर कांग्रेस और लातेहार पर झारखंड मुक्ति मोर्चा- जेएमएम का कब्जा है।यानी 5 विधानसभा सीटों में से 2 पर बीजेपी और 3 सीटों पर महागठबंधन के विधायक हैं।

चतरा लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा 4 बार बीजेपी, 3 बार कांग्रेस और 2 बार आरजेडी जीती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार सुनील सिंह को 5,28,077 यानी 57 फीसदी वोट मिले थे। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के मनोज यादव सिर्फ 1,50,206 यानी 16.2 फीसदी वोट ही ला सकेथे। इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोट प्रतिशत का अंतर तीन गुना से ज्यादा रहा था।

 उस समय फ्रैंडली फाइट करने के लिए आरजेडी उम्मीदवार सुभाष यादव भी मैदान में कूदे थे।पर उन्हें सिर्फ 9 फीसदी वोट मिले। 2019 के चुनाव में चतरा लोकसभा सीट से 26 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इनमें से 18 उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले।

पीएम मोदी ने भी चतरा की जनता को किया संवोधित

झारखंड में 3 मई से 14 मई के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 बार चुनावी सभा और रोड शो कर चुके हैं। उन्होंने सबसे पहले 3 मई को चाईबासा में विजय संकल्प रैली के जरिए सिंहभूम और खूंटी के पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगा था। इसी दिन उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची में रोड शो भी किया था।अगले दिन 4 मई को पलामू और गुमला की सभा के जरिए प्रधानमंत्री ने पलामू और लोहरदगा के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार किया था। 11 मई को पीएम मोदी चतरा में वोट मांगा।जबकि 14 मई को कोडरमा में चुनावी सभा की। रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से भ्रष्टाचार पर करारा वार किया था। इससे कार्यकर्ताओं में नया जोश आया और पार्टी के चुनाव प्रचार में तेजी आ गयी। पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता सक्रिय हो गया।पीएम मोदी को नजदीक से देखने और सुनने के बाद कोल्हान और छोटानागपुर की जनता का नजरिया भी बदल गया।प्रधानमंत्री के ताबड़तोड़ दौरे से बीजेपी की राह आसान दिखने लगी।तो इंडिया गठबंधन के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गईं. प्रधानमंत्री की रैली के बाद मोदी बनाम एंटी मोदी का माहौल भी बनने लगा है।

इंडी गठबंधन में है एकजूटता का अभाव

चतरा सीट को लेकर इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच काफ़ी खिचातान हुआ। लंबे समय तक यहां खटपट होती है।। आरजेडी चतरा पर बार-बार दावा ठोंकती है।। पर आरजेडी के अड़ने के बावजूद कांग्रेस ने 16 अप्रैल को पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया।पर त्रिपाठी को बाहरी बता कर कांग्रेस का एक गुट नाराज हो गया, तो आरजेडी कार्यकर्ताओं का गुस्सा भी उबल पड़ा।

चतरा सीट को लेकर इंडी गठबंधन के बीच हुआ सिर फुटोबल

टिकट बंटवारे के 6 दिन बाद 22 अप्रैल को रांची में हुई इंडिया गठबंधन की उलगुलान महारैली में कांग्रेस और आरजेडी कार्यकर्ताओं के बीच इसी बात को लेकर जबर्दस्त भिड़ंत हो गई।गोड्डा की तरह चतरा से भी कांग्रेस उम्मीदवार बदलने की मांग तेज होने लगी।पर कांग्रेस ने फैसला नहीं इसके। इसके बाद केएन त्रिपाठी के चुनाव प्रचार में सभी सहयोगी दल उतर गए।बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी चुनावी सभा की। पर केएन त्रिपाठी पर भितरघात का खतरा अभी भी टला नहीं है।