समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक व मंत्री रहे कैलाश चौरसिया की भतीजी पूनम चौरसिया ने थामा भाजपा का दामन

मीरजापुर। जिले की राजनीति में रविवार को बड़ा बदलाव हो गया। भाजपा को घेरने में जुटी सपा को तगड़ा झटका लगा है। यहां के नगर विधायक रहे और सपा सरकार में मंत्री कैलाश चौरसिया की भतीजी ने भाजपा का दामन थाम लिया है।

नगर की राजनीति में मजबूत पकड़ रखने वाले तथा सपा में दिग्गज नेताओं में शुमार कैलाश चौरसिया दो विधानसभा चुनाव में हार का सामना करते हुए आएं हैं। अब भतीजी के ऐन चुनाव के समय भाजपा का दामन थाम लेने से बहज छिड़ गई है।

नगर के प्रसिद्ध उद्योगपति ओम प्रकाश चौरसिया की बेटी व राजेंद्र सिसोदिया की पुत्र वधु श्रीमती पूनम चौरसिया पूजा ने रविवार को सैकड़ों समर्थकों के साथ नरेंद्र मोदी की विचारधारा व भाजपा के कार्यों से प्रभावित हो भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा के जिला सम्मेलन में क्षेत्रीय उपाध्यक्ष काशी क्षेत्र एवं मीरजापुर की जिला प्रभारी श्रीमती सरोज कुशवाहा के नेतृत्व में मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता प्रदेश उपाध्यक्ष महिला मोर्चा श्रीमती कमलावती सिंह व विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय उपाध्यक्ष महिला मोर्चा कुसुम शर्मा की गरिमामई उपस्थिति में पूनम ने भाजपा का दामन थामा। महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष आभा पटेल की अध्यक्षता में यह सम्मेलन सम्पन्न हुआ। जिसमें एनडीए की संयुक्त सांसद प्रत्याशी श्रीमती अनुप्रिया पटेल भी मंचासीन रहीं।

पूनम चौरसिया ने बताया कि आज भाजपा ने अपने विकास कार्यों और भविष्य की पुख्ता तैयारी से विपक्ष को मुद्दा विहीन कर दिया है। आज की जनता अब झूठे व कोरे आश्वासन से नहीं वरन राष्ट्रोपयोगी व विकास कार्यों को देखकर अपना चुनाव करती है। उन्होंने भरे मंच से सभी महिलाओं को मोदी की कल्याणकारी योजनाओं को गिनाया और बताया कि अब से पूर्व किसी भी प्रधानमंत्री ने केवल महिलाओं का प्रयोग वोट बैंक के रूप में ही किया था, पर आज हम समाज से लेकर सदन तक अपनी स्थिति देख सकते हैं। चाहे वह तीन तलाक से छुटकारा, अपना मकान, गैस, इज्जत घर, महिला थाना, उचित चिकित्सा के साथ-साथ स्वयं सहायता समूह आदि कितनी योजनाएं सीधे हम महिलाओं को मोदी जी द्वारा मिल रही हैं। हम सभी का कर्तव्य है कि मोदी जी को और मजबूत बनाएं व खुद भी मजबूत बनें।

कहा इस बार पुनः मोदी को प्रधानमंत्री बनाये। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष महिला मोर्चा सुनीता शर्मा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला प्रभारी महिला मोर्चा, आयुषी श्रीमाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य महिला मोर्चा, जिला उपाध्यक्ष भाजपा निर्मल राय, महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पिंकी सिंह प्रेमशिला सिंह, डीसीएफ चेयरमैन विजय कुमार वर्मा के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

एक तरफा प्यार में सनकी आशिक ने की दोस्त की हत्या

मीरजापुर। जिले के कछवां थाना क्षेत्र में हुई हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज अंदाज में खुलासा करते हुए सभी को चौंका दिया है। एक तरफा प्यार में सनकी आशिक ने ही दोस्त की हत्या की थी। पत्नि और दोस्त की संपत्ति के लिऐ साथी के साथ मिलकर दोस्त को मौत के घाट उतारा दिया था।

दोस्त को घर बुलाकर शराब पिलाकर नशे की हालत में हत्या की वारदात को अंजाम दे डाला था। लोहे के रॉड से सर पर वार कर की दोस्त की निर्मम हत्या कर पहचान छुपाने के लिऐ ईंट पत्थर से कूंचा मृतक का चेहरा विकृत कर दिया था। आरोपी दिनेश मौर्य कछवां थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है।

कछवां थाना क्षेत्र के गोधना गांव के मुन्ना मौर्या का 15 मई को गांव के बाहर शव मिला था। जिसके बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही थीं। बताते चलें कि कछवां थाना क्षेत्र के गोधना गांव के बाहर मुन्ना मौर्या की लाश मिली थी। इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुन्ना मौर्या की हत्या करने के सम्बन्ध में पिता ने तहरीर दी थी।

पुलिस अधीक्षक अभिनंदन द्वारा तत्समय घटनास्थल का निरीक्षण कर अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में पुलिस टीमें गठित कर घटना का यथाशीघ्र सफल अनावरण करने हेतु निर्देश दिये गये थे।

उक्त निर्देश के अनुक्रम में थाना कछवां पर पंजीकृत उक्त अभियोग की विवेचना के क्रम में सुरागरसी पतारसी व इलेक्ट्रानिक, भौतिक साक्ष्य संकलित करते हुए रविवार 19 मई 2024 को थाना कछवां व एसओजी,सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना कछवां क्षेत्रांतर्गत भैंसा नहर पुलिया चकनन्दा मोड़ के पास से घटना से सम्बन्धित प्रकाश में आये दिनेश मौर्या पुत्र शीतला प्रसाद मौर्या व गणेश बिन्द पुत्र जोखू बिन्द निवासीगण गोधना को गिरफ्तार किया गया।

जिनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक अदद लोहे का राड एल नूमा व ईट का टुकडा बरामद किया गया।

एकतरफा प्रेम बना हत्या का कारण

गिरफ्तार हत्यारों द्वारा पूछताछ में बताया गया की दिनेश मौर्या, मुन्ना मौर्या(मृतक) की पत्नी से एकतरफा प्रेम करता था तथा मुन्ना मौर्या की जमीन हड़पने की लालच में अपने साथी गणेश बिन्द के साथ मिल कर योजनाबद्ध तरीके से मुन्ना मौर्या को शराब पिलाकर घर जाते समय ईट व लोहे के राड से मारकर हत्या कर दी गयी। हत्यारे दिनेश मौर्या का आपराधिक इतिहास होना बताया जा रहा है।

पुलिस के मुताबिक कछवां थाना पर कई मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष कछवां संजीत बहादुर सिंह मय पुलिस टीम, उप निरीक्षक संजय कुमार सिंह प्रभारी एसओजी मय पुलिस टीम, उप निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह प्रभारी सर्विलांस मय पुलिस टीम शामिल रहे हैं।

एनडीए के साथ इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार का भी होने लगा है विरोध, मतदाताओं के बीच होने लगी है खुसूर-फुसूर

मीरजापुर। लोकसभा क्षेत्र मीरजापुर से भाजपा-अपना दल (एनडीए) गठबंधन उम्मीदवार एवं मौजूदा सांसद को लेकर चल रहे विरोध के स्वर के बीच में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार एवं भदोही सांसद के भी विरोध के स्वर मिल जाने से अब संसदीय क्षेत्र का माहौल गरमा-गरम हो उठा है। खासकर सोशल मीडिया पर पक्ष-विपक्ष के तर्क-वितर्को के बीच ही आम मतदाता भी खुलकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने के साथ-साथ विरोध में नजर आने लगे हैं। जिले की सांसद एवं भाजपा अपना दल गठबंधन उम्मीदवार को लेकर शुरू से ही विरोध के शोर सुनाई दे रहे थे, लेकिन जैसे ही चुनाव की घोषणा हुई और नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हुएं वैसे ही यह विरोध का स्वर और भी मुखर हो उठा है। आम मतदाताओं से लेकर गठबंधन के अंदर खेमे की बात करें तो कार्यकतार्ओं की नाराजगी खुलकर सुनाई देने लगी है।

कई ऐसे अवसर भी देखने को मिले हैं जहां कार्यकतार्ओं और समर्थकों की नाराजगी गठबंधन उम्मीदवार की बेचैनी बढ़ाने के लिए काफी रही है। लोगों द्वारा कहते सुना जा रहा है कि संसद ने जनपद के विकास की जो वह हवाई लूटने का काम किया है वह स्वयं के नहीं सरकार की योजनाओं और सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से जुड़े हुए कार्यों को अपना बता कर यह ढिंढोरा पिटती आई हैं। जबकि कई ऐसे अभी भी कार्य पड़े हुए हैं जो व्यवस्था की नाकामियों को उजागर करने के साथ-साथ सांसद की बेरुखी को भी दशार्ते आए हैं। जिस मेडिकल कॉलेज की बात कर सांसद इतराती आ रही है उसी मेडिकल कॉलेज और ट्रॉमा सेंटर और वहां के चिकित्सकों की लूट की हकीकत किसी से छुपी हुई नहीं है। ट्रामा सेंटर, मेडिकल कॉलेज की सौगात देकर मंडलीय और जिला अस्पताल को बदहाल बना देने की कहानी भी कहने और बताने, दिखाने की जरूरत नहीं है।

वह स्वयं ही अपनी दुर्दशा बयां करता हुआ वर्तमान में नजर आ रहा है। दशकों से जो गेट खुलते चले आ रहे थे उसी जिला अस्पताल के गेट नंबर 1 को सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए तुगलकी फरमान जारी कर बंद कर दिया गया है जहां से हर दिन गंभीर रोगियों और घटना दुर्घटना में घायल लोगों को गेट पर आने के बाद भटकते हुए दूसरे गेट से जाना पड़ता है। ऐसे कई अनगिनत ज्वलंत मुद्दे मसलन, भ्रष्टाचार व्यवस्था में बरती जा रही लापरवाही इत्यादि को लेकर जिस पर कभी भी सांसद ने बोलने और विरोध करने का साहस नहीं किया था। इसको लेकर जनता और कार्यकतार्ओं में अंदर ही अंदर आक्रोश देखने को मिल रहा था और विरोध के स्वर भी सुनाई दे रहे थे। लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद मतदाता और पार्टी संगठन से जुड़े हुए लोग विकल्प की तलाश में जुटे हुए थे।

इस विरोध में स्थानीय और बाहरी का मुद्दा भी छाया हुआ था। स्थानीय के तौर पर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार एवं अपना दल कमेराबादी उम्मीदवार के बाद इंडिया गठबंधन उम्मीदवार मुंबई वाले उद्योगपति को लेकर भी जनता में चर्चा परिचर्चा तेज होने लगी थी कि अचानक से मुंबई वाले उद्योगपति को सपा प्रमुख ने दरकिनार कर भदोही के भाजपा सांसद जिन्हें इस बार पार्टी ने टिकट न देकर किनारे कर दिया था को समाजवादी पार्टी यानी इंडिया गठबंधन के तौर पर उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। प्रारंभिक दौर में गम और खुशी दोनों का माहौल देखने को मिला था। चर्चा इस बात को लेकर भी होने लगी थी कि अब लड़ाई दमदार हुई है। लेकिन नामांकन के बाद प्रेस वार्ता के दौरान ही भदोही सांसद एवं जिले से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार ने अपने बाद बड़बोलेपन का असर दिखाते हुए जिस अंदाज में प्रेस वार्ता करते हुए लोगों से मुखातिब हुए उसे देखकर खांटी सफाई भी नब्ज भांपते हुए संभल कर ही कदम बढ़ाने में भलाई समझने लगे हैं। इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व में जिले के ही मझवां विधानसभा से तीन बार बसपा विधायक रह चुके हैं।

बसपा से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद सत्ताधारी दल भाजपा का भगवा धारण कर भदोही की राह पकड़ लिए थे, जहां भारी विरोध और मोदी लहर के बाद सांसद चुन तो लिए गए लेकिन टिकट करते ही इन्होंने अपना असली रंग दिखाते हुए एक बार पुन: पलटी मार कर सपा की साइकिल पर सवार हो लिए हैं। जिनके बसपा में आते ही एक जाति पूरी तरह से नाराज होकर अपने को किनारा करते हुए इनसे दूरी बनाते हुए नजर आने लगी है। तो वही सोशल मीडिया पर भी इनको लेकर विरोध के स्वर तेज हो उठे हैं। ऐसे में देखा जाए तो एनडीए गठबंधन के साथ-साथ इंडिया गठबंधन उम्मीदवार को लेकर भी विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं। लोगों का कहना है कि एक उम्मीदवार ने सरकार रहने के बाद भी जिले से ज्यादा दिल्ली में समय दिया है।

नगर क्षेत्र में कभी झांकना भी गंवारा नहीं समझा वहीं दूसरे उम्मीदवार जो रहने वाले जरूर इसी जिले के हैं, लेकिन पलटी मारने में महारत हासिल कर चुके हैं। विवादों से पुराना नाता रहा है। हाथी की सवारी से राजनीतिक कैरियर की शुरूआत करने के बाद भाजपा का भगवा धारण कर देश की सर्वोत्तम पंचायत में पहुंचने के बाद अब एक बार पुन: पलटी मारते हुए साइकिल पर सवार होकर पुन: लोकसभा में पहुंचने के लिए हाथ पैर मारते हुए नजर आ रहे हैं। अब यह अलग बात है की जनता किसके सर जीत का सेहरा बांधती है, किसे अपनाती है और किसे ठुकराती है। यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन जिस प्रकार से इनके 'बोलने और डोलने' की सैली है वह लोगों को 'रास' नहीं आ रही है।

मंडलीय अस्पताल के चर्चित प्रबंधक को प्राचार्य ने किया कार्यमुक्त

मीरजापुर। मंडलीय अस्पताल में प्राचार्य को अंधेरे में रखकर वर्षों से ड्युटी करने वाले मैनेजर अनुज ठाकुर को शिक़ायत के बाद प्राचार्य ने कार्यमुक्त कर दिया है। बताते चले की कांग्रेस नेता मनीष दुबे ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर फर्जी ढंग से अस्पताल में मैनेजर पद ड्युटी कर रहे अनुज ठाकुर नामक व्यक्ती की शिकायत की थी।

जिसपर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मामले की जांच कराई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपनी जांच में डीएम को अवगत कराया की मैनेजर अनुज फर्जी ढंग से हॉस्पिटल में नौकरी कर रहा है। जांच रिपोर्ट भेजने के साथ ही सीएमओ ने प्राचार्य को तत्काल मामले का संज्ञान लेकर उक्त कथित मैनेजर को तत्काल अस्पताल से कार्यमुक्त करने हेतु पत्राचार किया।

सीएमओ के पत्र का संज्ञान लेते हुऐ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर बी कमल ने कथित मैनेजर अनुज ठाकुर को मंडलीय अस्पताल से कार्यमुक्त करते हुऐ सीएमओ ऑफिस से संबद्ध कर दिया है। हालांकि मैनेजर को अस्पताल प्रांगण में आवंटित सरकारी आवास को अभी खाली नहीं कराया गया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आवंटित सरकारी आवास भी खाली कराकर दिए वेतन की रिकवरी भी कराई जा सकती है।

पहले मिली बम की सूचना, सूटकेस खोलकर देखा तो निकला महिला का कटा हुआ सिर

मीरजापुर। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर उस वक्त अपरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया जब बम की सूचना पर सक्रिय हुई जीआरपी पुलिस ने संदिग्ध सूटकेस को खोलकर देखा तो सूटकेस के अंदर महिला का कटा हुआ सर मिला। जिसे देखते ही स्टेशन पर अपरा तफरी मच गई।

हालांकि सिर कटी हुई महिला की पहचान नहीं हो पाई है कि वह कौन और कहां की रहने वाली है किन परिस्थितियों में उसकी हत्या की गई है। पुलिस छानबीन करने में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार पटना से चलकर मुंबई जाने वाली बांबे जनता एक्सप्रेस में सर कटा हुआ महिला का शव, लाल रंग के बैंग में पाया गया है। महिला का शव मिलने की खबर से स्टेशन पर हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि पटना से मुंबई जाने वाली बॉम्बे जनता एक्सप्रेस ट्रेन में सवार एक यात्री ने रेलवे पुलिस को लावारिस बैग होने की सूचना दी थी। सूचना पर चुनार रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोककर रेलवे पुलिस ने बैग उतारा तो बैग के अंदर का नजारा देख पुलिस के होश उड़ गए थे।

दरअसल, पहले बम होने की अफवाह फैली थी। लेकिन पुलिस ने बैग खोला तो मिला सिर कटा हुआ महिला का शव, महिला का कटा हुआ सिर मिलने के बाद पुलिस जांच में जुटी हुई है।

खांटी समाजवादी नेता स्वामी शरण दुबे ने छोड़ी सपा

मीरजापुर। लोकसभा चुनाव से पूर्व ही समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। जिला उपाध्यक्ष एवं

खांटी समाजवादी नेता स्वामी शरण दुबे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

स्वामी शरण दुबे ने सपा जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी पर शौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। संगठन के मुखिया द्वारा पार्टी के समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि, संगठन में एक दो लोगों द्वारा मनमानी तरीके से अपनी इच्छा के अनुसार निर्णय लेकर संगठन को पंगु बनाने का काम बड़े ही चतुराई से किया जा रहा है।

अभ्यारण वन रेंज से सटे गांव में ग्रामीण पर हमला करते हुए घर में घुसा तेंदुआ

मीरजापुर। हलिया वन रेंज के अभ्यारण वन्यजीव क्षेत्र जंगल से लगभग 500 मीटर दूर बेलाही गांव के बरहवा मजरे में बुधवार को तड़के तेंदुआ गांव निवासी एक व्यक्ति को लघु शंका के लिए जाते समय तेंदुए ने हमला बोलकर घायल कर दिया है।

तेंदूए ने बाएं पैर में हमला कर ग्रामीण को घायल कर दिया है। हमले के बाद तेंदुआ घर के अंदर घुसकर एक कमरे में जाकर बैठ गया था। बताया जा रहा है कि जैसे ही घर में तेंदुआ घुसने की सूचना गांव में फैली वैसे ही लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। टीम द्वारा तेंदुए को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। बताया गया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी जिले से मंगाया गया है।

घर में तेंदुए के छुपे होने की जानकारी होने पर क्षेत्र के लोग दहशत में व्याप्त हो गया हैं।

बेलाही गांव निवासी चालीस वर्षीय श्रवण कुमार भोर साढ़े पांच बजे घर से बाहर लघुशंका करने के लिये निकले की पहले से बाहर मौजूद तेंदुआ ने बाएं पैर में हमला कर दिया। शोरगुल मचाने पर तेंदुआ घर के भीतर घुस गया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान लाल बहादुर पाल को दी। ग्राम प्रधान वन विभाग व पुलिस को सूचना देते हुए मौके पर पहुंच कर घायल को एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भिजवाया जहां घायल का उपचार चल रहा है।

सूचना पर पहुंची पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर कडाके की धूप में तेंदुए को पकड़ने के प्रयास में जुटी हुई थी। संयोग ठीक था कि तेंदुएं को घर में घुसते समय सुबह का वक्त होने से परिजन बाहर गये थे। घर के बाहर पिता कमला पत्नी शकुंतला तथा सोलह वर्षीय बेटा विकास, दस वर्षीया बेटी पुनम तथा आठ वर्षीया बेटी खुशबू बाहर सोये हुए थे। लगभग 5 घर के लोग उस मजरे में निवास करते हैं।तेंदुए को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है। घायल व्यक्ति को उच्चकृत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया में भर्ती कराया गया है जहां घायल श्रवण का उपचार किया जा रहा है।

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अवधेश कुमार ने बताया कि घायल की हालत सामान्य है। बाएं पैर में चोट आई है जिसका इलाज किया जा रहा है। श्रवण कुमार मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता है। टटरे की बाउंड्री बना कर रहते है कच्चा मकान है। घर के अंदर किवाड़ न होने से तेंदुआ घर में घुस कर आराम से बैठा रहा।

वहीं मौके पर डीएफओ तापस मिहिर, वन क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्र, चौकी इंचार्ज मतवार रवि प्रकाश सहित स्थानीय लोगों के साथ वन विभाग व पुलिस विभाग के लोग तेंदुए को पकड़ने में लगे हुए है। समाचार भेजें जाने तक तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम लगी हुई थी।

जिलाधिकारी ने इलाज हेतु पीड़ित के पिता को दिया आर्थिक सहायता

मीरजापुर।श्री हीरा लाल बिन्द निवासी जियुती के पुत्र को विगत कई दिनो से ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से ग्रसित होने पर लखनऊ पी0जी0आई0 में भर्ती कराया गया हैं, श्री हीरालाल की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मद्द हेतु अनुरोध किया गया जिलाधिकारी ने बीमार व्यक्ति के समुचित इलाज हेतु रेड क्रास सोसायटी से तीस हजार रूपये का चेक आर्थिक सहायता के रूप में हीरा लाल बिन्द को प्रदान किया गया।

इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ गुलाब व रेड क्रास सोसायटी के पदाधिकारी आशुतोष दूबे के अलावा अन्य लोग उपस्थित रहें।

तो क्या हाथी के पैर में जंजीर बांध सकते हैं पुराने महावत *खुसूर-फुसुर*

मीरजापुर। बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मण प्रत्याशी मनीष तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाया है । बहुजन के कोर मतदाता और ब्राह्मण मतदाता के आधार पर मनीष तिवारी की हाथी मैदान में आगे बढ़ रही थी, कि समाजवादी पार्टी ने हाथी के पुराने महावत रमेश बिंद को अपना प्रत्याशी बना दिया । रमेश बिंद तीन बार बसपा की हाथी पर बैठकर विधानसभा की यात्रा कर चुके हैं। सपा के वरिष्ठ नेता परवेज खान हाथी पर बैठकर विधानसभा तो नहीं पहुंच पाए थे लेकिन नगर विधानसभा में जमकर धूम मचाया था । रमेश बिंद और परवेज खान की जुगलबंदी बसपा की हाथी के पैर में जंजीर बांधने का काम कर सकती है । यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि जिस समय रमेश बसपा के नेता हुआ करते थे उसे समय बसपा अपने चरम पर थी और आज बसपा के अधिकांश कद्दावर पदाधिकारी व नेता आज वे ही है जो रमेश के समय में या तो साथ-साथ काम किया था या अभी उभरते हुए नेता हुआ करते थे । लोगों का कहना है कि रमेश बिंद बसपा के पदाधिकारीयों और मतदाताओं में जमकर से सेंधमारी कर सकते हैं । दूसरी तरफ सपा का एक वर्ग नये सपाई रमेश बिंद से दूरी बना सकते हैं। सपा के जिस नेता को रमेश ने मझवा विधानसभा मे पटकनी दी थी उन्हें आज भी उस दर्द का एहसास होगा। नेता तो पार्टी बदलकर सपाई हो गया, लेकिन वो कार्यकर्ता जो उस समय सपा प्रत्याशी के लिए लड़ा था और आज भी उसका खामियाजा भुगत रहा है। बसपा के अघोषित नीति के तहत रमेश ने सवर्णों को जो गली दिया, अपमानित किया उसे अधिकांश सवर्ण भूले नहीं हैं। सपा के कोर वोटर रमेश को कितना पचा पाते है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। सपा का टिकट लेकर आते ही रमेश बिंद ने अपने आक्रामक तेवर का नमूना दिखा ही दिया। पत्रकारों के प्रश्नों का सीधा जवाब नहीं देना, जो एक सांसद कर ही नही सकता उसका भी घोषणा करने सहित सपा के स्थापित नेताओं को पीछे छोड़ देना आदि दिखाई पड़ा। एक पत्रकार मित्र ने कहा कि सपा में अब रमेश से कद्दावर नेता कोई है भी नहीं वो तीन बार का विधायक एक बार का सांसद है जबकि सपा में सभी रमेश से कमतर ही हैं।
हुजूर, कार्यकर्ता हूं आपका नौकर नहीं !

मीरजापुर। एक दल के कार्यकर्ता के नाक पर गुस्सा और झुंझलाहट रहता है । वे कब किसे क्या कहेंगे यह खुद भी नहीं जानते, उनके इस व्यवहार से उनके दल ही नहीं सहयोगी दल के भी नेता पदाधिकारी और कार्यकर्ता बल बचाते रहते हैं । कल आयोजित नामांकन जनसभा में नेताजी मंच पर आते ही सबसे पहले फरमान जारी किया कि जो लोग पेड़ के नीचे छांव मे है वे पंडाल में कुर्सी पर बैठने जांच । कड़कड़ाती धूप से बचने के लिए बहुत से लोग पेड़ की छांव में खड़े थे। उस भीड़ में सभी नेताजी के कार्यकर्ता ही नहीं थे बहुत से लोग आम जनता के भी खड़े थे जो प्रत्याशी के समर्थन में आए नेताओं के विचार को सुनने के लिए आए थे ,लेकिन नेताजी ने ऐसा हांका मारा जैसे सभी उनके बंधुआ मजदूर हों । सुनने मे आया कि उनके ही दल का एक कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गया तो उसे जलील करके उन्होंने मंच से उतार दिया। उनके शुभचिंतकों का कहना है कि कम से कम चुनाव भर शहद की तरह मीठे बोल तो बोलें ही वरना प्रत्याशी का नुकसान हो सकता है जो उनके सेहत के लिए भी लाभप्रद नहीं होगा।