मसौधा चीनी मिल पर किसानों का सौ करोड़ बानबे लाख बकाया,डीएम कार्यालय की नोटिस के बाद भी मिल प्रवन्ध तंत्र पर असर नहीं
अयोध्या।भाजपा सरकार ने कानून बनाकर गन्ना बिक्री के 14 दिनों के अंदर किसानों को भुगतान मिल जाना सुनिश्चित किया था।लेकिन चीनी मिल मसौधा गन्ना भुगतान में बहुत ही पीछे हैं।चीनी मिल पर अभी भी 100 करोड़ 92 लाख 26 हजार रुपया बकाया है।उधर डीएम दफ्तर से मिल प्रबंधन को नोटिस मिली है।इसमें शीघ्र भुगतान का निर्देश है।बताते है कि चीनी मिल मसौधा ने जनवरी तक तो गन्ना भुगतान नियमानुसार किया पर इसके बाद भुगतान लटकाना शुरू किया।आज स्थिति यह है कि जहां चीनी मिल मिझौड़ा व रौजागांव ने सपूर्ण भुगतान कर दिया है,वहीं मसौधा मिल अभी तक 29 फरवरी तक बेचे गन्ने का भुगतान नही कर सकी है।फरवरी माह से चीनी मिल मात्र तीन-तीन दिन की भुगतान सीट बनाकर संबंधित बैंकों को भेज रहा है।
फरवरी माह में 3 फरवरी के बाद 5, 8,11,14, 17, 20, 23, 26, 29 फरवरी तक सीट बनाकर बैंकों को भेजा है।तीन दिन की सीट बनाने में चीनी मिल 15 दिन का समय ले रही है ऐसे में 6 दिनों का भुगतान चीनी मिल एक माह में कर रही है।चीनी मिल उप गन्ना महा प्रबंधक शिव गोविंद सिंह ने बताया कि चीनी न बिक पाने से भुगतान में बाधा आ रही है।उन्होंने बताया कि 3 मार्च तक की भुगतान सीट शीघ्र ही संबंधित बैंकों को भेजी जा रही है।जिला गन्ना अधिकारी हुदा सिद्दीकी ने बताया कि चीनी मिल द्वारा कुल 436 करोड़ 3 लाख बीस हजार रुपए का गन्ना खरीदा गया था। इसमें से 335 करोड़ 10 लाख 94 हजार रुपया चीनी मिल भुगतान कर चुकी है।शेष 100 करोड़ 92 लाख 26 हजार रुपया जो मसौधा,बस्ती,नवाब गंज, सुल्तानपुर,अयोध्या,गोविंद नगर, विक्रमजोत समितियों के किसानों का गन्ना खरीदा था,बकाया है। उन्होंने बताया कि डीएम कार्यालय से गन्ना मूल्य भुगतान के लिए नोटिस मिल प्रबंधन को भेजी जा चुकी है।
May 15 2024, 15:19