झारखंड के 4 लोकसभा क्षेत्र खूंटी,सिंह्भूम,लोहरदगा और पलामू के कूल 45 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा आज

झारखंड डेस्क

रांची। झारखंड में संगीनों के साये में आज पहले चरण की वोटिंग होगी। 14 लोकसभा में से पहले चरण में 4 सीटों पर आज वोट डाले जायेंगे। इस बार सभी 2427 मतदान केंद्रों पर निर्वाचन कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए वेबकास्टिंग की व्यवस्था भी की गई है। 

वहीं सुरक्षा के लिए 40 कंपनी केंद्रीय बल लगाया गया है।सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू सीट के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू होगी। पहले चरण की 4 सीटों के लिए 45 प्रत्याशी मैदान में हैं। वहीं 64 लाख 37 हजार 460 वोटर्स इन प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।

 चार लोकसभा की 519 बूथ पर वोटिंग होगी। सिंहभूम में 122, खूंटी में 210,लोहरदगा में 115 और पलामू में 72 ऐसे मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिस पर सभी निर्वाचनकर्मी महिला होगी।

संगीनों के साये में चाईबासा में वोट डाले जायेंगे। 

घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हेलीकाप्टर से मतदान दलों को भेजा गया है। हैलिपैड से पांच सेना की हैलिकॉप्टर से मनोहरपुर, आनंदपुर,छोटानागरा, गुदड़ी आदि क्षेत्रों में 190 मतदान कर्मियों को भेजा गया है। कल मतदानकर्मियों को हैलिकॉप्टर, सड़क और रेल से पोलिंग बूथ तक भेजा गया है। 

वहीं खूंटी में भी आज वोट डाले जायेंगे। खूंटी में रांची जिले के दो विधानसभा मांडर और तमाड़ है। इन दोनों विधानसभा क्षेत्र में मतदानकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को भेजा जा रहा है।

चरण तरह पलामू लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कुल 2427 बूथ बनाये गये हैं जहां 2243034 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पलामू लोकसभा अंतर्गत छह विधानसभा डाल्टनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर शामिल है। सभी विधानसभा में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 324 सहित लोहरदगा जिला के कुल 428 मतदान केंद्र के लिए मतदानकर्मियों को रवाना किया गया है। जिले में 524 मतदान केंद्र नक्सली प्रभावित हैं। यहां केंद्रीय रिजर्व बल के 168 बटालियन की प्रतिनियुक्ति की गई है।

ईडी ने झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम को भेजा समन, 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया

डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को कांग्रेस विधायक और झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम को समन जारी किया है। ईडी ने रांची स्थित ऑफिस में उन्हें 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है। बताया जा रहा है कि आलमगीर आलम के निजी सचिव के आवास परिसर से करोड़ों रुपये की बरामदगी के मामले में मंत्री को तलब किया गया है। आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के ठिकानों से 35 करोड रुपए मिले थे। संजीव लाल और जहांगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार किया था।

पीए संजीव के घरेलू नौकर के घर मिले थे 37 करोड़

बता दें कि ईडी ने 6 मई को आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू सहायक जहांगीर आलम के फ्लैट पर छापा मारा और 37 करोड़ रुपये से अधिक नकद रुपये बरामद किया। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह नकदी बरामदगी जांच एजेंसी द्वारा रांची में कई स्थानों पर मारी गई छापेमारी का हिस्सा थी। बेहिसाब नकदी को गिनने के लिए कई गिनती मशीनें लाई गईं थी। इसके अलावा, एजेंसी के अधिकारियों ने जहांगीर आलम के फ्लैट से कुछ आभूषण भी बरामद किए थे।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही है जांच

70 वर्षीय कांग्रेस नेता आलमगीर आलम झारखंड में ग्रामीण विकास मंत्री हैं और राज्य विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में थी, जिन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। यह विभाग में कुछ योजनाओं के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़ा है।

चीन से जमीन छुड़ानी है, एक साल में 2 करोड़ नौकरी, 200 यूनिट फ्री बिजली...पढ़िए, केजरीवाल ने देश को दी 10 गारंटी

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. इस बीच AAP के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुरानी गारंटी पर मैं जोर देना चाहता हूं. उन्होंने कहा था कि 15 लाख हर व्यक्ति के अकाउंट में जाएंगे, वो नहीं हुआ है. 2 करोड़ रोजगार की बात की थी, जोकि नहीं हुई है. 2022 तक बुलेट ट्रेन चलाने की बात की थी, लेकिन अभी तक नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि हमने गारंटी दी थी कि बिजली मुफ्त, स्कूल शानदार होंगे, मोहल्ला क्लिनिक होंगे, हमने सब किया. मोदी की गारंटी कौन पूरा करेगा, वो भी नहीं पता क्योंकि वह 75 साल के हो जाएंगे, जिसके बाद उन्हें रिटायर होना है. केजरीवाल की गारंटी केजरीवाल ही पूरा करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि अगर किसी देश के अंदर ढेरों लोग अनपढ़ हैं, गरीब शिक्षा नीति है, तो देश आगे नहीं बढ़ सकता है. देश की जनता स्वस्थ होगी तो देश तरक्की करेगा. एक प्रधानमंत्री देश को आगे नहीं ले जा सकता है. देश की जनता ले जाती है. आज देश में सरकारी अस्पतालों का गंदा हाल है. देश के हर मोहल्ले में मोहल्ला क्लिनिक होगा. केजरीवाल की गारंटी देश में 24 घंटे बिजली का इंतजाम और गरीबों को फ्री बिजली मिलेगी. हर गांव और मोहल्ले में शानदार स्कूल बनाए जाएंगे. इस देश में पैदा होने वाले हर बच्चे की अच्छी और मुफ्त शिक्षा का इंतजाम किया जाएगा. हर गांव और मोहल्ले में मोहल्ला क्लीनिक बनाए जाएंगे. हर जिले में शानदार मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाए जाएंगे. राष्ट्र सर्वोपरि है- सेना को इजाजत तो दीजिए. चीन ने जो जमीन कब्जा किया है उसको छुड़ाना है. अग्निवीर योजना सेना के लिए हानिकारक है. इसको बंद किया जाएगा, जो अग्निवीर में बहाल हुए हैं उनको पक्का किया जाएगा. कच्ची नौकरी को हटा कर इनको पक्का किया जाएगा. देश की सेना पर जितना खर्च किया जाना चाहिए करेंगे. किसानों के सभी फसलों पर स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार दाम मिलेगा. एक साल के अंदर दो करोड़ रोजगार की गारंटी है. भ्रष्टाचार बीजेपी की वाशिंग मशीन है. देश में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सोर्स है. इस मौजूदा व्यवस्था को खत्म किया जाएगा. दिल्ली और पंजाब के तर्ज पर भ्रष्टाचार की मुक्ति होगी. व्यापारियों का के लिए अच्छी व्यवस्था की जाएगी. जीएसटी का सरलीकरण किया जाएगा. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा वहीं, सीएम केजरीवाल ने अपने आगामी चुनावी प्रोग्राम के बारे में भी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि वह INDIA गठबंधन के लिए प्रचार करेंगे. अगले कई दिनों में दिल्ली से बाहर कई चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. 14 मई को कुरुक्षेत्र में रोड शो करेंगे. 15 मई को लखनऊ, 16 मई को सुबह में रांची और शाम में पंजाब में चुनावी कार्यक्रम है. 17 मई मुंबई महा विकास अघाड़ी के साथ चुनावी कार्यक्रम है.
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को वोटिंग का मजाक बनाना पड़ा भारी, दर्ज हुई FIR, जानें पूरा मामला

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के जिला निर्वाचन अधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ शाहजहांनाबाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। मसूद 7 मई को अपने नाबालिग बेटे के साथ मतदान करने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने बेटे के साथ वोट डालने की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने मामले में संज्ञान लेकर जिला निवार्चन अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। रविवार को शाहजहांनाबाद थाने में कांग्रेस विधायक के खिलाफ केस दर्ज किया गया। लोकसभा चुनाव में आयोग के निर्देशों का लगातार उल्लंघन हो रहा है। मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल लेकर जाना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद लोग मोबाइल लेकर जा रहे है। ईवीएम की फोटो खींचना धारा 128 का उल्लंघन है। इसका उल्लंघन करने पर तीन माह की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। वोटिंग करते समय बच्चों को साथ ले जाना मना है। हालांकि महिलाएं छोटे बच्चों को ले जा सकती है। बता दें भोपाल में जिला पंचायत सदस्य विनय मैहर पर बेटे से वोट डलवाने के मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिला निवार्चन अधिकारी संबंधित मतदान केंद्री की पूरी पोलिंग पार्टी को ही सस्पेंड कर दिया है। वहीं, सुरक्षा कर्मी को लाइन अटैच किया गया है।
झारखंड सहित देश भर में पेट्रोल डीजल के नये दाम जारी ,जानिये आज झारखंड में क्या है पेट्रोल डीजल का कीमत


झारखंड सहित देश भर में पेट्रोल डीजल के नये दाम जारी हो चुके हैं। आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। बता दें पेट्रोल- डीजल की कीमतें रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं। पेट्रोल- डीजल की कीमतें राज्य सरकार द्वारा लगाए जाने 

 वैट की वजह से अलग-अलग होती हैं। आज झारखंड में पेट्रोल 98.63 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं एक दिन पहले की बात करें तो कल 11-05-2024 तारीख को झारखंड में पेट्रोल की कीमत 98.66 रुपये प्रति लीटर थी. पिछले महीने के मुकाबले अब तक पेट्रोल के दाम 0.03 फीसदी कम हो चुके हैं. वहीं, डीज़ल 93.37 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. पिछले महीने के मुकाबले अब तक डीज़ल के दाम 0.03 फीसदी कम हो चुके हैं.

झारखंड के प्रमुख शहरों में पेट्रोल डीजल के दाम

रांची में आज पेट्रोल की कीमत 97.81 रुपये प्रति लीटर है. वहीं एक दिन पहले की बात करें तो कल भी रांची में पेट्रोल की कीमत 97.81 रुपये प्रति लीटर ही थी. यानी कल से लेकर अब तक रांची में पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 

वहीं डीज़ल की कीमत 92.56 रुपये प्रति लीटर है. वहीं एक दिन पहले की बात करें तो कल भी रांची में डीज़ल की कीमत 92.56 रुपये प्रति लीटर ही थी. 

यानी कल से लेकर अब तक रांची में डीज़ल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

धनबाद में आज पेट्रोल की कीमत 98.00 रुपये प्रति लीटर है. वहीं एक दिन पहले की बात करें तो कल 11-05-2024 तारीख को भी धनबाद में पेट्रोल की कीमत 98.00 रुपये प्रति लीटर ही थी. यानी कल से लेकर अब तक धनबाद में पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. वहीं, डीज़ल की कीमत 92.74 रुपये प्रति लीटर है.

बोकारो में आज पेट्रोल की कीमत 97.95 रुपये प्रति लीटर है. वहीं एक दिन पहले की बात करें तो कल 11-05-2024 तारीख को भी बोकारो में पेट्रोल की कीमत 97.95 रुपये प्रति लीटर ही थी. यानी कल से लेकर अब तक बोकारो में पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. डीज़ल की कीमत 92.92 रुपये प्रति लीटर है. वहीं एक दिन पहले की बात करें तो कल 11-05-2024 तारीख को बोकारो में डीज़ल की कीमत 92.70 रुपये प्रति लीटर थी. यानी कल के मुकाबले आज डीज़ल की कीमत में 0.22 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है.

 

चार महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम

दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।

मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.15 रुपये प्रति लीटर है।

कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 103.94 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.76 रुपये प्रति लीटर है।

चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।

चुनाव ड्यूटी में लापरवाही मतदान पदाधिकारी भी पड़ा महंगा,प्रशासन ने लिया तीनो को हिरासत में


गुमला जिले में चुनाव ड्यूटी में लगे तीन मतदान पदाधिकारी को जिला प्रशासन ने हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि इन तीनों मतदानकर्मियों को चुनाव डयूटी में लगाया गया था।.

क्या है मामला

शनिवार को तीनों मतदानकर्मी को हेलीकॉप्टर से बिशुनपुर ब्लॉक के सेरेंगदाग कलस्टर जाना था. इसके लिए समय निर्धारित था कि हवाई अडडा स्थित हैलीपेड स्थल पर समय पर पहुंच जायेंगे. परंतु, तीनों मतदानकर्मी देर से पहुंचे. 

जिससे वे चुनाव डयूटी में नहीं जा सके. इसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर तीनों मतदानकर्मी को पुलिस हिरासत में लेकर थाना में बैठाकर रखा गया है.

मालूम हो कि जिला प्रशासन की तरफ से हेलीकॉप्टर से जाने का समय तय था कि वे गुमला के करमडीपा स्थित हवाई अडडा के पास उतरेगा. इसके बाद मतदानकर्मियों को हेलीकॉप्टर में बैठाकर कलस्टर तक पहुंचायेगा. तय समय के मुताबिक हेलीकॉप्टर समय पर उतरा. जिन मतदानकर्मियों की चुनाव डयूटी थी. वे समय पर हेलीपैड स्थल पर पहुंच गये थे. जो कर्मी समय पर पहुंचे. हेलीकॉप्टर उन्हें लेकर कलस्टर तक पहुंचा दिया.

डीसी ने क्या कहा...?

चुनाव ड्यूटी में लगे मतदान पदाधिकारी उस वक्त हवाई अड्डा पहुंचे जब हेलीकॉप्टर उड़ गया मतलब तीनों मतदानकर्मी काफी देर के बाद पहुंचे. जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए अनुशासनहीनता माना और लोकसभा चुनाव को देखते हुए तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. डीसी कर्ण सत्यार्थी ने कहा है कि जो मतदान कर्मी ड्यूटी से गायब हैं. उनके खिलाफ कारवाई होगी.

गठबंधन धर्म नहीं निभाने के कारण झामुमो ने गांडेय के पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा को किया निलंबित


 गिरिडीह : गठबंधन धर्म नहीं निभाने के कारण झामुमो ने शनिवार को गांडेय के पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा को पार्टी के सभी पदों से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने जारी करते हुए इसकी सूचना गिरिडीह झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह और प्रो जयप्रकाश वर्मा को दे दी है।

 बताते चलें कि लोकसभा चुनाव में कोडरमा लोकसभा सीट महागठबंधन के तहत भाकपा-माले में चली गयी है। जिसके तहत भाकपा-माले ने बगोदर विधायक विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाया है। जिससे नाराज हो झामुमो नेता प्रो जयप्रकाश वर्मा ने झामुमो से बगावत करते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुनाव मैदान में उतर गए हैं।

 इधर झामुमो जिला समिति की अनुशंसा पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आदेश पर प्रो जयप्रकाश वर्मा को पार्टी ने सभी पदों से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। ज्ञात हो कि झामुमो ने इसके पूर्व गठबंधन धर्म नहीं निभाने पर विशनपुर से झामुमो विधायक सह लोहरदगा लोकसभा सीट से निर्दलीय नामांकन करने वाले चमरा लिंडा और खूंटी से झामुमो नेता बसंत कुमार लौंगा को भी प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।

धनबाद लोकसभा सीट पर भाजपा -कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू,राजनीतिक हमला अब व्यक्तिगत हमलों में बदला


झा.डेस्क

धनबाद :लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता भीषण गर्मी में भी चुनाव प्रचार में जोर शोर से जुटे हुए हैं। इस बीच धनबाद संसदीय क्षेत्र में भी सरगर्मी बढ़ गई है। सभी दलों के नेता अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं।

इस बीच चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार भी एक दूसरे पर हमलावर होने लगे हैं। मामला आरोप प्रत्यारोपों से शुरू होकर व्यक्तिगत हमले तक पहुंचने लगा है। धनबाद संसदीय क्षेत्र से कई उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। लेकिन दिलचस्प मुकाबला भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो और कांग्रेस की अनुपमा सिंह के बीच है। लेकिन इनके बीच वाक युद्ध छिड़ा हुआ है।

भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है। धनबाद क्षेत्र में जो काम बाकी है, हम उसे तीनों भाई मिलकर करेंगे। हम क्षेत्र की हर समस्या को चुनौती के रूप में लेंगे।

उन्होंने कहा कि मैं बाघमारा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक हूं। एक भी कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जो हम पर कोई आरोप लगा सकता है। मगर मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता पांच साल लगातार समाज के बीच में हर सुख दुख में खड़ा रहता है। उसी का परिणाम है कि लोगों के बीच भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है।

इसके अलावे उन्होंने कहा कि हम लोग देश की 140 करोड़ जनता के साथ खड़े हैं। कांग्रेस उम्मीदवार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सोने की चम्मच लेकर आने वाले गरीबों की क्या बात करेगा। उनके पिता जी चूड़ी बेचने के लिए आए थे और आज अरबों रुपये कमाए, कहां से कमाए?

वहीं कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह ने ढुल्लू महतो के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे पिता जी चूड़ी बेचने का काम करते थे। वो क्या करते थे क्या नहीं करते थे, ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है। चूड़ी बेचना कोई गंदा काम नहीं है। कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता। इंसान नीचे से ही ऊपर उठता है। मोदी जी पहले चाय बेचते थे,आज प्रधानमंत्री बन गये है।

उन्होंने कहा, उनके पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। इसलिए ये सोच रहे हैं कि इस प्रत्याशी के बारे में क्या बोलूं। इस कारण वे तरह-तरह की बाते कर रहे हैं।

धनबाद लोकसभा सीट पर भाजपा -बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू,राजनीतिक हमला अब व्यक्तिगत हमलों में बदला


झा.डेस्क

धनबाद :लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता भीषण गर्मी में भी चुनाव प्रचार में जोर शोर से जुटे हुए हैं। इस बीच धनबाद संसदीय क्षेत्र में भी सरगर्मी बढ़ गई है। सभी दलों के नेता अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं।

इस बीच चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार भी एक दूसरे पर हमलावर होने लगे हैं। मामला आरोप प्रत्यारोपों से शुरू होकर व्यक्तिगत हमले तक पहुंचने लगा है। धनबाद संसदीय क्षेत्र से कई उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। लेकिन दिलचस्प मुकाबला भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो और कांग्रेस की अनुपमा सिंह के बीच है। लेकिन इनके बीच वाक युद्ध छिड़ा हुआ है।

भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है। धनबाद क्षेत्र में जो काम बाकी है, हम उसे तीनों भाई मिलकर करेंगे। हम क्षेत्र की हर समस्या को चुनौती के रूप में लेंगे।

उन्होंने कहा कि मैं बाघमारा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक हूं। एक भी कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जो हम पर कोई आरोप लगा सकता है। मगर मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता पांच साल लगातार समाज के बीच में हर सुख दुख में खड़ा रहता है। उसी का परिणाम है कि लोगों के बीच भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है।

इसके अलावे उन्होंने कहा कि हम लोग देश की 140 करोड़ जनता के साथ खड़े हैं। कांग्रेस उम्मीदवार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सोने की चम्मच लेकर आने वाले गरीबों की क्या बात करेगा। उनके पिता जी चूड़ी बेचने के लिए आए थे और आज अरबों रुपये कमाए, कहां से कमाए?

वहीं कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह ने ढुल्लू महतो के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे पिता जी चूड़ी बेचने का काम करते थे। वो क्या करते थे क्या नहीं करते थे, ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है। चूड़ी बेचना कोई गंदा काम नहीं है। कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता। इंसान नीचे से ही ऊपर उठता है। मोदी जी पहले चाय बेचते थे,आज प्रधानमंत्री बन गये है।

उन्होंने कहा, उनके पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। इसलिए ये सोच रहे हैं कि इस प्रत्याशी के बारे में क्या बोलूं। इस कारण वे तरह-तरह की बाते कर रहे हैं।

रांची लोकसभा सीट पर इस बार भी सीधा टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच, जानिए इस सीट का इतिहास और स्थिति...?

झारखंड डेस्क

झारखंड की राजधानी रांची लोकसभा सीट को लेकर भाजपा और कोंग्रेस के बीच मैराथन जारी है। इस सीट पर सीधा मुकाबला कोंग्रेस और भाजपा के बीच होगा।लेकिन इस मुकाबले में जीत हार किसकी होगी यह तो 4 जून को तय होगा।

वैसे जीत के दावे दोनो तरफ से किये जा रहे हैं।दोनो पक्ष के अपने अपने तर्क हैं। 

इस सीट की बात करें तो 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में लगातार दो बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है। इससे पहले दो चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। अब 2024 के महासंग्राम में जीत का हार किसके गले में पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। जानिए क्या है रांची सीट का समीकरण और इतिहास...

झारखंड की राजधानी रांची राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक उस। इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर होती है। यहां 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने बाजी मारी। 2019 में यहां से संजय सेठ सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे थे। वहीं इससे पहले रामटहल चौधरी ने जीत दर्ज की थी। इस बार भी भाजपा को यहां से संजय सेठ पर भरोसा  है।

रांची लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें इच्छागढ़, सिल्ली, खिजरी, रांची, हटिया, कनके विधानसभा सीटें शामिल हैं।

क्या है रांची लोकसभा सीट का सियासी इतिहास..?

साल 1952 के लोकसभा चुनाव में रांची सीट पर पहली बार कांग्रेस के अब्दुल इब्राहिम जीते थे। वहीं 1957 में निर्दलीय प्रत्याशी मीनू मसानी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1962, 1967 और 1971 में पीके घोष लगातार तीन बार लोकसभा पहुंचे थे। 1977 में बीएलडी के रविंद्र वर्मा सांसद निर्वाचित हुए। 1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस के शिव प्रसाद साहू ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1989के चुनाव में जनता दल से सुबोध कांत सहाय सांसद चुने थे।

लगातार चार बार बीजेपी का दबदबा

इसके बाद बीजेपी के टिकट पर 1991, 1996, 1998 और 1999 में राम टहल चौधरी लगातार चार बार सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सुबोध कांत सहाय चुनाव जीत कर आये। फिर 2014 में बीजेपी के टिकट पर राम टहल चौधरी और 2019 में संजय सेठ जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।

क्या हैं मतदाताओं के आंकड़े..?

2019 के आम चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर मतदाताओं की संख्या करीब 12.35 लाख थी। वहीं कुल आबादी करीब 28 लाख थी। झारखंड अलग राज्य की मांग के दौरान रांची आंदोलन का केंद्र था। 

2019 चुनाव परिणाम

विजेता – संजय सेठ (भाजपा)

वोट मिले – 706,828

वोट (%) – 57.21

उपविजेता – सुबोधकांत सहाय (कांग्रेस)

वोट मिले – 4,23,802

वोट (%) – 34.3

अंतर 2,83,026

2014 चुनाव में क्या रहा स्थिति

विजेता – रामटहल चौधरी (भाजपा)

वोट मिले – 4,48,729

वोट (%) – 42.74

उपविजेता – सुबोधकांत सहाय (कांग्रेस)

वोट मिले – 2,49,426

वोट (%) – 23.76

अंतर 1,99,303

1952 भी 2019 तक किन लोगो ने की जीत दर्ज़

1952 – अब्दुल इब्राहिम – कांग्रेस

1957 – मीनू मसानी – निर्दल

1962 – प्रशांत कुमार घोष – कांग्रेस

1967 – प्रशांत कुमार घोष – कांग्रेस

1971 – प्रशांत कुमार घोष – कांग्रेस

1977 – रवीन्द्र वर्मा – जनता पार्टी

1980 – शिव प्रसाद साहू – कांग्रेस (आई)

1984 – शिव प्रसाद साहू – कांग्रेस

1989 – सुबोधकांत सहाय – जनता दल

1991 – रामटहल चौधरी – भाजपा

1996 – रामटहल चौधरी – भाजपा

1998 – रामटहल चौधरी – भाजपा

1999 – रामटहल चौधरी – भाजपा

2004 – सुबोधकांत सहाय – कांग्रेस

2009 – सुबोधकांत सहाय – कांग्रेस

2014 – रामटहल चौधरी – भाजपा

2019 – संजय सेठ – भाजपा

क्या रहेगा इस बार कि स्थिति..?

इस बार फिर एक बार कोंग्रेस और भाजपा के बींच सीधा टककर है।चुनाव मैदान में भाजपा ने इस बार पुन:संजय सेठ पर भरोसा जताया है।संजय सेठ क्षेत्र में सक्रिय और जनता के बीच रहने वाले सांसद माने जाते हैं।जानता के मुद्दे को लेकर संघर्ष भी करते रहे हैं।इस लिए जनता के बीच ये लोकप्रिय भी रहे हैं।

वहीं कोंग्रेस ने इस बार सुबोध कांत सहाय की पुत्री यश्वासनी सहाय को चुनाव मैदान में उतारा है।यूँ तो यश्वासनी सहाय युवा, विदेश से कानून की पढ़ाई कर मुंबई में प्रैक्टिश कर रही थी।राजनीति उनके लिए नई चीज है।लेकिन इनके पिता सुबोध कांत सहाय राजनेता रहे, रांची लोकसभा का प्रतिनिधित्व भी किया।केंद्र में गृहराज्य मंत्री भी रहे साथ हीं और हर चुनाव में वे नही जीत पाए तो दूसरे स्थान पर रहे हैं।यह यश्वसनी सहाय के लिए पॉजिटिव है।

इधर यश्वसनी सहाय ने HEC का मुद्दा उठाकर तथा उसके कर्मचारियों के बीच जाकर उनकी सहानुभूति भी बटोरी है। 

अब देखना है कि कोंग्रेस के एक मंत्री के निजी सचिव के नौकर के पास से बरामद रुपये और पी एम मोदी द्वारा इसे मुद्दा बनाये जाने ,रांची में रोड शो करने से मतदाता पर कितना असर पड़ा है।इन सब के वावजूद टककर कांटे का है।