मेडिकल बोर्ड के कह देने मात्र से बीमारी के बारे में नकारात्मक राय नहीं बनायी जा सकती: कोर्ट
लखनऊ। अड़तीस वर्ष तक वायु सेना को जीवन समर्पित करने वाले यू.पी. के फतेहपुर निवासी पूर्व वायु सैनिक सार्जेंट इंद्रेश कुमार को सेना कोर्ट लखनऊ ने उनकी दोनों आँखें खराब होने के लिए वायु सेना को जिम्मेदार मानकर दिव्यांगता पेंशन देने का आदेश दिया l

बता दें कि, पीड़ित वायु सैनिक 9 सितंबर, 1984 में भर्ती हुआ और अड़तीस साल बाद रिटायर हुआ, उस समय उसको सुगर, बी.पी. और दोनों आँख खराब थी, वायु सेना ने सुगर और बी.पी. के लिए तो पेंशन दे दी लेकिन, आँख की खराबी की अपील को 25 मई,2023 को सिरे से नकार देने के कारण पीड़ित ने बतौर अपना अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय को नियुक्त किया। याची के अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय ने सुनवाई के दौरान दलील दी कि, आँख की खराबी को नकारा नहीं जा सकता क्योंकि, इतनी लंबी वायु सेवा ही यह साबित करने के लिए काफी है, यदि ऐसा नहीं है तो भारत सरकार रक्षा मंत्रालय को कारण सहित यह बताना चाहिए था कि, यह बीमारी नौकरी से क्यों संबंधित नहीं है, धरमवीर सिंह बनाम भारत सरकार में सुप्रीम कोर्ट साबित करने का भार उसका माना है न कि, पीड़ित का और, शांति क्षेत्र और युद्ध क्षेत्र में तैनाती को सरकार आधार नहीं बना सकती और, डिसेबिलिटी को सीधे 75 प्रतिशत देने का भी विषय निर्विवाद है जिसे, सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार आदि बनाम राम अवतार आदि में निर्धारित कर दिया है l जिसका भारत सरकार के अधिवक्ता द्वारा तगड़ा विरोध करते हुए कहा गया कि, पीड़ित लंबी सर्विस का लाभ नहीं उठा सकता क्योंकि, मेडिकल बोर्ड इस तथ्य को नकारता है, विशेषज्ञों की राय का सम्मान किया जाना चाहिए लेकिन, सशत्र बल अधिकरण लखनऊ के न्यायमूर्ति अनिल कुमार (रि.) और ले.जनरल अनिल पुरी(रि.) की खण्डपीठ ने पीड़ित याची के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि, आँख में आयी खराबी के लिए वायु सेना जिम्मेदार है, विशेषज्ञ मेडिकल बोर्ड की राय तथ्यों और कारणों पर आधारित होना चाहिए न कि, बिना आधार के, ऐसे में इस प्रकार की राय को कोर्ट मानने के लिए बाध्य नहीं है ऐसे में पीड़ित पचास नहीं पचहत्तर प्रतिशत पाने का हकदार है इसलिए, चार महीने के अन्दर अदायगी कर दी जाए, नहीं तो आठ प्रतिशत ब्याज भी रक्षा मंत्रालय को देना होगा l
मंडलायुक्त  डॉ रोशन जैकब ने जिले के विभिन्न मतदान केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर लिया व्यवस्थाओं का जायजा
लखनऊ। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से शुक्रवार को मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकबक ने जनपद के विभिन्न बूथ का औचक निरीक्षण कर मूलभूत व्यवस्थाओं की पड़ताल की।

इस अवसर पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ सहित संबंधित आधिकारीगण उपस्थित रहे। मंडलायुक्त ने सर्वप्रथम शहर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, प्राथमिक विद्यालय (नरही), वन विश्रा ग्रह अरड़य भवन वन, प्राथमिक विद्यालय ग्वारी, विशन नारायन इंटर कॉलेज, अमीरूदौला इस्लामिया कॉलेज के मतदेय स्थल के बूथों का निरीक्षण किया। साथ ही संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। मंडलायुक्त ने मतदेय स्थलों का निरीक्षण कर मूलभूत सुविधाओं का जायज़ा लिया। मतदान केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मतदेय स्थलों पर सामान्य सूचनाओं के अंकन, विद्युत कनेक्शन, उचित क्षमता की लाईट व पंखे, प्रसाधन, पेयजल, हैण्डपम्प की क्रियाशीलता, रैम्प, साफ-सफाई, नेटवर्क की उपलब्धता, मतदान केन्द्रों पर सामान्य सूचनाओं एवं टोल फ्री नम्बर 1950 का अंकन, ईपिक वितरण इत्यादि का सत्यापन करते हुए संबंधित को निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि मॉडल बूथों पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया जाना सुनिश्चित किया जाये। बीएलओ समस्त वोटिंग पर्ची ससमय रहते वितरित कराये। इस दौरान मंडलायुक्त ने लोगों से अपील की कि यदि कोई व्यक्ति शराब, रिश्वत या ज़ोर ज़बरदस्ती करके किसी के पक्ष में अथवा विरोध में वोट डालने का प्रयास करता है तो इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से अवश्य करें। उन्होंने बुज़ुर्गों से अपील की कि मतदान दिवस (20 मई) के दिन आप लोग इस बात का प्रयास करे कि परिवार के सभी सदस्य वोट देने जायें, यदि परिवार में कोई ऐसा सदस्य है जो कि शारीरिक रूप से कमज़ोर है तो परिवार के लोगों को चाहिए कि मतदान के लिए जाते समय उनकों भी अपने साथ ले जायें।
एलडीए ने गोमती नगर विस्तार व सुल्तानपुर रोड पर दो अवैध व्यावसायिक निर्माण किया सील

लखनऊ। एलडीए ने गोमती नगर विस्तार व सुल्तानपुर रोड पर 2 अवैध व्यावसायिक निर्माण सील किये। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी के निर्देश पर शहर में अवैध निर्माण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के क्रम में शुक्रवार को प्रवर्तन जोन-1 व जोन-2 की टीम ने कार्यवाही की।

इस दौरान प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अवैध रूप से कराये जा रहे 2 व्यावसायिक निर्माणों को सील किया गया। प्रवर्तन जोन-1 की जोनल अधिकारी वंदना पाण्डेय ने बताया कि प्रकाशिनी मिश्रा व अन्य द्वारा गोमती नगर विस्तार के भैसोरा में एसटीपी रोड पर शिव नगर तिराहा के पास लगभग 120 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड पर अवैध रूप से दुकानों का निर्माण कराया गया था। जिसके विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। इसके अनुपालन में सहायक अभियंता उदयवीर सिंह के नेतृत्व में अवर अभियंता आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से कॉम्पलेक्स को सील कर दिया गया। प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि कलाम अहमद व अन्य द्वारा सुल्तानपुर रोड पर खुर्दही बाजार, माढ़रमऊ खुर्द में सिंचाई विभाग गोदाम के सामने लगभग 10,000 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर कॉमर्शियल बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा था। प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना किये जा रहे इस अवैध निर्माण के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश दिये गये थे। जिसके अनुपालन में सहायक अभियंता अनिल कुमार के नेतृत्व में अवर अभियंता सुशील कुमार सिंह, ऋतुपाल व विपिन बिहारी राय द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से उक्त अवैध निर्माण को सील कर दिया गया
चतुर्थ चरण की 13 लोकसभा सीटों तथा 136-ददरौल विधान सभा उप निर्वाचन-2024 के लिए 11 मई को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 में चतुर्थ चरण के अंतर्गत प्रदेश में आगामी 13 मई, 2024 (सोमवार) को 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा 136-ददरौल विधान सभा उप निर्वाचन-2024 के लिए मतदान होगा। चतुर्थ चरण के इन सभी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 130 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, शाहजहाँपुर जनपद की 136-ददरौल विधान सभा उप निर्वाचन-2024 के लिए 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा-126 के तहत निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान समाप्त होने से पूर्व के 48 घंटे की अवधि में अर्थात कल 11 मई, 2024 को सायं 06 बजे से चतुर्थ चरण के सभी 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा ददरौल विधान सभा उप निर्वाचन के लिए भी चुनाव प्रचार-प्रसार संबंधी समस्त गतिविधियों व अभियानों पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में सभी राजनैतिक दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की मौजूदगी पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव प्रचार अभियान समाप्ति के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों के जिला निर्वाचन अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि राजनैतिक दलों के सभी बाहरी पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस दौरान निर्वाचन क्षेत्र में उपस्थित न रहें। इसके लिए मतदान से पहले चुनाव प्रचार पर रोक संबंधी आयोग के निर्देश को सभी राजनैतिक दलों, उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों के संज्ञान में लाना सुनिश्चित करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान के दिन मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) के अंदर मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन, वायरलेस सेट आदि ले जाने पर रोक लगायी गयी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में चतुर्थ चरण के अंतर्गत 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा ददरौल विधान सभा उप निर्वाचन के लिए 13 मई, 2024 (सोमवार) को मतदान होना है। चौथे चरण की 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 27-शाहजहॉपुर (अ0जा0), 28-खीरी, 29-धौरहरा, 30-सीतापुर, 31-हरदोइ र्(अ0जा0), 32-मिश्रिख (अजा), 33-उन्नाव, 40-फर्रूखाबाद, 41-इटावा (अजा), 42-कन्नौज, 43-कानपुर, 44-अकबरपुर, 56-बहराइच (अजा) लोकसभा सीटें आती हैं। चतुर्थ चरण की 13 लोकसभा सीटों में 8 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 5 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। चतुर्थ चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र प्रदेश के शाहजहॉपुर, खीरी, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, फर्रूखाबाद, एटा, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कन्नौज व बहराइच सहित 13 जिलों के अंतर्गत आते हैं।
प्रोफेसर रामगोपाल न राम के हैं, न गोपाल के : ए.के. शर्मा
लखनऊ। प्रदेश सरकार के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने सपा महासचिव प्रो राम गोपाल यादव के राम मंदिर पर दिए गए आधारहीन व वेबुनियाद बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि रामगोपाल जी प्रोफेसर हैं, उनका बड़ा सम्मान करता हूं।

झांसों से बचकर रखना अपना इमान, जाति धर्म को भूलकर करना है मतदान
लखनऊ । इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया ने लोकसभा  202 4   के चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लिए युवाओं ,  महिलाओं सहित समाज के सभी वर्गों के बीच बैठक ,  रैली ,  हस्ताक्षर सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरूक अभियान चलाने का काम किया जा रहा है।

आज
  इस   अभियान   की शुरुआत आशियाना के सेक्टर एम में जागरूकता कार्यक्रम के साथ किया गया और संस्था के सभी सदस्य और वालेंटियर आशियाना और  सरोजिनीनगर के क्षेत्रों में बैठक किये और हाथों में प्लेकार्ड लेकर रैली निकाल लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया इनिशिएटिव   फाउण्डेशन  का यह   जागरूकता   अभियान   चुनाव प्रचार बंद होने तक लगातार जारी रहेगा

इस अवसर पर संस्था की सदस्य शालिनी ने कहा कि महिलाएं और बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं,और वे भी जागरूक होकर मतदान में भी पीछे नहीं रहेंगी। हम सभी को चाहिए कि अपने घर परिवार सहित आसपास के लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करें।

संस्था के युवा वालेंटियर प्रवीन ने कहा कि मतदान के लिए युवाओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि वह घर- घर जाकर सभी को सही  पहले मतदान फिर दूसरे काम के लिए प्रेरित करे।जागरूकता अभियान में नेहा, संध्या, सरिता, प्रवीन, सुरेश, नवीन सहित दर्जनों साथियों ने जागरूकता का संदेश दिया इस दौरान जागरूकता अभियान में सैकड़ों लोग शामिल हुए।

लखनऊ विश्वविद्यालय ने मतदान जागरूकता रैली के साथ लोकतंत्र की शक्ति का किया प्रदर्शन
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर आलोक कुमार राय की अगुवाई में आज एक विशेष मतदाता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। दयानंद महाविद्यालय, बछरावां, रायबरेली के स्वीप इकाई और एन.सी.सी. इकाई के छात्रों ने इस रैली में भाग लिया और बछरावां बाजार में जन सामान्य को मतदान के महत्व के प्रति जागरूक किया।

रैली के दौरान, बाजार "पहले मतदान फिर जलपान", "वोट डालने जाना है छुट्टी नहीं मनाना है" और "छोड़ कर सारे काम पहले करें मतदान" जैसे नारों से गूंज उठा। इस अभियान के दौरान, कुलपति ने जन सामान्य से मतदान की आवश्यकता पर संवाद किया और उन्हें मतदान करने के लिए प्रेरित किया। इस अभियान में लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य कुलानुशासक प्रोफेसर राकेश द्विवेदी, डीन-छात्र कल्याण प्रो संगीता साहू, डीन-सी डी सी प्रो अवधेश त्रिपाठी, डीन आर ए सी प्रो मनुका खन्ना और कुलानुशासक मंडल के अन्य सदस्य भी शामिल थे। इसके अलावा, कॉलेज के शिक्षक और छात्र भी इस अभियान में बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मतदान जागरूकता रैली का उद्देश्य नागरिकों को मतदान की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना और लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण अधिकार का सम्मान करना है। इस तरह के जागरूकता अभियान न केवल मतदान की महत्ता को बढ़ाते हैं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं।
राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ताओं ने राजनाथ सिंह के लिए मांगा वोट, जीतने की की अपील
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश महासचिव अम्बुज  पटेल ने आज लखनऊ लोकसभा क्षेत्र के यदुनाथ सान्याल वार्ड के कटरा मकबूल गंज क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी राजनाथ सिंह के समर्थन में ''घर-घर गली-गली'' प्रचार प्रसार कार्यक्रम आयोजित किया।

जिसमें घर-घर जाकर राष्ट्रीय लोक दल लखनऊ के कार्यकर्ताओं ने एनडीए प्रत्याशी के लिए वोट मांगा और एनडीए प्रत्याशी राजनाथ सिंह को भारी वोटो से जिताने की अपील की।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष राम सेवक रावत, श्रम प्रकोष्ठ के महासचिव महेशपाल धनगर, प्रोफेशनल मंच के सचिव मुकेश वर्मा, प्रोफेशनल मंच के लखनऊ के महानगर अध्यक्ष ऋषभ गुप्ता ,एवं युवा लोक दल के पूर्व प्रदेश सचिव सुमित सिंह, पवन तिवारी,अंकित यादव  का सहयोग प्राप्त हुआ।

प्रचार प्रसार कार्यक्रम में यदुनाथ सान्याल वार्ड के भारतीय जनता पार्टी के शक्ति केंद्र प्रभारी संजू पांडे एवं नगर निगम के पार्षद दल के उपनेता सदन सुशील तिवारी पम्मी भी साथ में उपस्थित रहे।
         
एम्स रायबरेली बन सकता है मरीजों की कब्रगाह, नौसिखिया डाक्टरों के हाथ में दिया गया एम्स रायबरेली का हृदयरोग विभाग एम्स रायबरेली बन सकता है मरीजो

लखनऊ/रायबरेली। ह्रदयरोग विभाग एम्स रायबरेली में मरीजों की जिंदगी को खतरे में डालने की व्यवस्था अबाध रूप से जारी है, जिसमें, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली के प्रेसीडेंट, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर(ई.डी.), डीन, डिप्टी डारेक्टर (प्रशासन), ए.एम.एस. और विभागाध्यक्ष आदि शामिल प्रतीत होते हैं। ऐसा ह्रदयरोग से पीड़ित लखनऊ के मरीज विजय कुमार पाण्डेय का कहना है l
मामला यह था कि, दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज विजय पाण्डेय का सफल आपरेशन प्रोफ़ेसर अंकित गुप्ता द्वारा 2023 में किया गया था, उसके बाद से उन्हीं की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था लेकिन, सोमवार, 6 मई, 2024 को सीने में दर्द की शिकायत होने पर एम्स पहुंचे जहाँ, उन्होंने डा अंकित गुप्ता का पर्चा बनाने को कहा लेकिन, उन्हें यह कहते हुए पर्चा बनाने से इंकार कर दिया गया क्योंकि, डा.अंकित गुप्ता की ओ.पी.डी. नहीं होने दी जाती, इसलिए आप चाहें तो डा. ए.पी. सिंह को दिखा लें या डाक्टर से परमीशन लेकर आईए, उसके बाद वे ओ.पी.डी. यह पता करने चले गए कि, डा.ए.पी.सिंह कैसे डाक्टर हैं लेकिन, वहां पूंछने पर बेहाल इधर-उधर भटक रहे मरीजों और तीमारदारों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि, डा. अंकित गुप्ता को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली के प्रेसीडेंट,  डा.ए.के.सिंह,एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ई.डी.), डा. अरविंद राजवंशी, डीन, डा. नीरज कुमारी, डिप्टी डारेक्टर (प्रशासन), एस.के.सिंह, ए.एम.एस., डा. सुयश सिंह विभागाध्यक्ष एवं डा. अर्चना वर्मा इलाज नहीं करने देना चाहते ऐसी खबरे, मीडिया में आयीं थी, इसके स्थान पर डा. ए.पी.सिंह को सभी लोग मिलकर प्रमोट करना चाहते हैं जबकि, अभी हाल ही में डा. ए.पी.सिंह की लापरवाही से एक स्वस्थ मरीज की जान चली गयी, जिसके रिकार्ड भी गायब कराने की योजना है क्योंकि, उनके परिवारीजन रिकार्ड की मांग कर रहे हैं लेकिन, उन्हें दिया नहीं जा रहा है l

मामला यह था कि, दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज विजय पाण्डेय का सफल आपरेशन प्रोफ़ेसर अंकित गुप्ता द्वारा 2023 में किया गया था, उसके बाद से उन्हीं की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था लेकिन, सोमवार, 6 मई, 2024 को सीने में दर्द की शिकायत होने पर एम्स पहुंचे जहाँ, उन्होंने डा अंकित गुप्ता का पर्चा बनाने को कहा लेकिन, उन्हें यह कहते हुए पर्चा बनाने से इंकार कर दिया गया क्योंकि, डा.अंकित गुप्ता की ओ.पी.डी. नहीं होने दी जाती, इसलिए आप चाहें तो डा. ए.पी. सिंह को दिखा लें या डाक्टर से परमीशन लेकर आईए, उसके बाद वे ओ.पी.डी. यह पता करने चले गए कि, डा.ए.पी.सिंह कैसे डाक्टर हैं लेकिन, वहां पूंछने पर बेहाल इधर-उधर भटक रहे मरीजों और तीमारदारों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि, डा. अंकित गुप्ता को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली के प्रेसीडेंट,  डा.ए.के.सिंह,एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ई.डी.), डा. अरविंद राजवंशी, डीन, डा. नीरज कुमारी, डिप्टी डारेक्टर (प्रशासन), एस.के.सिंह, ए.एम.एस., डा. सुयश सिंह विभागाध्यक्ष एवं डा. अर्चना वर्मा इलाज नहीं करने देना चाहते ऐसी खबरे, मीडिया में आयीं थी, इसके स्थान पर डा. ए.पी.सिंह को सभी लोग मिलकर प्रमोट करना चाहते हैं जबकि, अभी हाल ही में डा. ए.पी.सिंह की लापरवाही से एक स्वस्थ मरीज की जान चली गयी, जिसके रिकार्ड भी गायब कराने की योजना है क्योंकि, उनके परिवारीजन रिकार्ड की मांग कर रहे हैं लेकिन, उन्हें दिया नहीं जा रहा है l


मालूम करने पर पता चला कि, जूनियर डाक्टर ए.पी.सिंह इन लोगों के करीबी है इसलिए जांच या कार्यवाही करने के बजाय ए.एम.एस. डा० सुयश सिंह और ई०डी० डा० अरविंद राजवंशी मरीजों की जान खतरे में डालकर उनको ओ०पी०डी० और आपरेशन करने की अनुमति नियम कानून को ताक पर रखकर दे रखी है जबकि, हृदयरोग विभाग बहुत ही संवेदनशील विभाग है, किसी जूनियर और अनुभवहीन डाक्टर को उन्मुक्त रूप से कार्य करने की इजाजत नहीं दी जा सकती क्योंकि, यह मरीज के जीवन से जुड़ा मामला है यदि करना है तो किसी सीनियर की देखरेख, सलाह और सहायता से किया जाना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, रोस्टर बिना किसी अधिकार के, मनमानी तरीके से ऐसा बना दिया गया है कि, पेशेट अपने डाक्टर को दिखा ही नहीं सकता, विभाग के प्रमुख को दरकिनार करके मनमानी तरीके से डा.ए.पी.सिंह को प्रमुखता देने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं, इसके बाद पीड़ित डाक्टर को बिना दिखाए ही वापस आ गया और, सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सहित विभिन उच्च अधिकारियीं स्थिति से अवगत कराते हुए हस्तक्षेप किए जाने संबंधी लिखित शिकायत की इसके बाद एम्स के ए.एम.एस.,   डा. सुयश सिंह ने फोन करके पीड़ित को फोन पर धमकी और अभद्रता की, मर्रीज विजय पाण्डेय ने बताया कि, इसकी भी लिखित जानकारी सभी को दे दी गयी है जिसमें उन्होंने भारी संख्या में आने वाले ह्रदयरोग के मरीजों के हित में कदम उठाने के साथ-साथ ए.एम.एस., डा. सुयश सिंह के विरुद्ध कार्यवाही की मांग भी की है, उन्होंने आगे कहा कि, यदि अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार मरीजों की जिंदगी के साथ किए जाने वाले इस खिलवाड़ को नहीं रोंकती या कोई ठोस कदम नहीं उठाती तो वे जनहित में अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे क्यंकि, यह भारी संख्या में आने वाले मरीजों की जिंदगी से जुड़ा मामला हैः l                                             

अब तक कुल 38446.31 लाख रुपये कीमत की शराब, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं व नकदी जब्त की गयी 07 मई को कुल 3821.01 लाख रुपये कीमत की शराब जब्त
लखनऊ। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्रवर्तन एजेन्सियों व उड़नदस्तों द्वारा अवैध शराब, नकदी आदि की जब्ती संबंधी आयोग के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया जा रहा है।

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से 16 मार्च, 2024 को लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 की निर्वाचन तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त, समावेशी व सुरक्षित मतदान कराने के लिए पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आबकारी, आयकर, पुलिस एवं नार्कोटिक्स विभाग एवं अन्य प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा 1 मार्च से 7 मई, 2024 तक कुल 38446.31 लाख रुपये कीमत की शराब, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं व नकदी आदि जब्त किये गये। इसमें 3454.33 लाख रुपये नकद धनराशि, 4976.41 लाख रुपये कीमत की शराब, 23018.38 लाख रुपये कीमत की ड्रग, 2264.19 लाख रुपये कीमत की बहुमूल्य धातुएं, 2218.29 लाख रुपये कीमत के मुफ्त उपहार एवं 2514.71 लाख रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त की गयी।

आबकारी, आयकर, पुलिस एवं नार्कोटिक्स विभाग एवं अन्य प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा 07 मई, 2024 को कुल 3821.01 लाख रुपये कीमत की शराब, ड्रग व नगदी आदि जब्त की गई। इसमें 25.77 लाख रुपये नकद धनराशि, 46.80 लाख रुपये कीमत की 17806.94 लीटर शराब, 115.92 लाख रुपये कीमत की 106122 ग्राम ड्रग, 71.13 लाख रुपये कीमत की 55811790 ग्राम बहुमूल्य धातुएं, 2218.29 लाख रुपये कीमत के 10553379.36 मुफ्त उपहार एवं 1343.09 लाख रुपये कीमत की 2935781 अन्य सामग्री जब्त की गयी। 07 मई, 2024 को प्रमुख जब्ती में जनपद भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 30.11 लाख रुपये अनुमानित कीमत की 100390 ग्राम ड्रग तथा जनपद सोनभद्र की घोरावल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 50 लाख रुपये अनुमानित कीमत की 25 ग्राम ड्रग पकड़ी गयी।