सड़क के किनारे उगी झाड़ियों से होकर गुजरना राहगीरों के लिए मौत का कुआं साबित हो रहा
अशोक कुमार जायसवाल ,चंदौली। अलीनगर सकलडीहा मार्ग से होकर प्रतिदिन सैकड़ो गांव के हजारों लोग प्रतिदिन आवागमन करते हैं। लेकिन सरेसर गांव के समीप पटरी विहीन सड़क के किनारे उगी झाड़ियों से होकर गुजरना राहगीरों के लिए मौत का कुआं साबित हो रहा है। इसको लेकर राहगीरों में भारी रोष व्याप्त है।
अलीनगर सकलडीहा मार्ग से होकर प्रतिदिन सकलडीहा, कमालपुर, धानापुर,चहनिया, सैदपुर,बलुआ,कंदवा,बट्ठी रेलवे स्टेशन, नई बाजार सहित तमाम मुख्य बाजारों सहित गांव को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग है। लेकिन विभागीय उपेक्षा के कारण इस सड़क का मरम्मत कई बार किया गया ।लेकिन सरेसर गांव के समीप पटरी बनाने की जहमत तक कोई नहीं उठाया। जिससे किनारे झाड़ियों के कारण अक्सर लोग दुर्घटना के शिकार हो जा रहे हैं। यहां तक की लोगों के लिए मौत का कारण बन रहा है। इसको लेकर सरेसर गांव निवासी मनोहर यादव ने बताया कि कई दशक से इस सड़क का सिर्फ मरम्मत कराया जा रहा है। लेकिन पटरी बनाने का काम अभी तक यहां नहीं होने से अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है।
अलीनगर निवासी बैजनाथ यादव ने बताया कि सड़क किनारे उगी झाड़ियों के कारण अक्सर पैदल,साइकिल ,मोटरसाइकिल, के अलावा छात्र-छात्राएं आवागमन करते समय गिरकर चोटिल हो जा रहे हैं। विडंबना यह है कि दो गाड़ियां एक साथ पास करने के बाद दोनों तरफ जगह ही नहीं बचती है। जिससे आवागमन करते समय लोग मौत के गाल में समा जा रहे हैं। लेकिन विभागीय अधिकारी पूरी तरह इससे अंजान बने हुए हैं। महरखा गांव निवासी सुबाष राम ने बताया कि विभाग द्वारा यह सड़क कई बार बनवाने के लिए टेंडर किया गया। लेकिन विभागीय उपेक्षा व ठेकेदारों के मनमानी के कारण पटरी बनाने का जहमत कोई नहीं उठाया। जिसका खामियाजा आम राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। बसनी गांव निवासी केदार यादव ने बताया कि सरेसर गांव के समीप पटरी विहीन सड़क पर चलना राहगीरों के लिए जोखिम भरा साबित हो रहा है ।अभी तक आधा दर्जन दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है।
इनसेट
12 अक्टूबर को ककरही खुर्द गांव निवासी मुगलसराय आते समय डंपर की चपेट में आने से मौत हो गई थी।
30 अप्रैल को रावतपुर गांव निवासी सोहन यादव व साहिल यादव पिता पुत्र अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गए थे।
6 में को इब्राहिमपुर गांव निवासी दुलारे पासवान की डंपर की चपेट में आने से मौतहो गई।
इसके अलावा तमाम दुर्घटनाएं आए दिन हो रही है।
अगर सरेसर गांव के समीप पटरी विहीन सड़क है तो संबंधित जेई को निर्देशित कर झाड़ी कटवाने का काम किया जाएगा ।वहीं सड़क के दोनों तरफ मिट्टी डालकर आवागमन के लिए सुलभ बना दिया जाएगा।
राजेश सिंह
अधिशासी अधिकारी
पीडब्ल्यूडी
May 08 2024, 11:55