पीने के साफ पानी के लिए तरस रहे लोग,शो पीस बने हैंडपंप और टोंटियां

खजनी गोरखपुर।केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा हर घर नल योजना के तहत गांवों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए पानी की बड़ी ऊंची टंकियां बनाई गई हैं। जिनसे टोंटियों के जरिए पानी हर घर तक पहुंचाया गया है। किंतु धरातल पर यह योजना अब स्थानीय लोगों को मुंह चिढ़ाती नज़र आ रही है। अभी गर्मीयां शुरू ही हुई हैं कि पेयजल का संकट शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की आपूर्ति को लेकर किए जाने वाले बड़े-बड़े सरकारी दावे फेल हो चले हैं।

आलम यह है कि लोगों को प्रतिदिन पीने के लिए डब्बा बंद पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है।

क्षेत्र के खुटहना गांव में पुराने सरकारी इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। कुछ हैंडपंपों से गंदा बदबूदार पीला हो जाने वाला पानी निकलता है। महीनों से टोंटियों में भी पानी नहीं आ रहा है। गांव के निवासी

शिव मूरत गुप्ता,रामदयाल गौंड़,श्री विश्वकर्मा,सुरेंद्र चौधरी,सालीचरण,

गुदरी, मोहम्मद सलीम, यूसूफ रज्जाक,सुलेमान, कमालुद्दीन रामशरण,सोखा, जयचंद चौधरी, सदरे आलम आदि दर्जनों लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल रहा है।

कोटही माता मंदिर रूद्रपुर गांव में दुर्गा मंदिर के सामने स्थित इंडिया मार्का हैंडपंप लंबे समय से ख़राब पड़ा है। रूद्रपुर,खुटभार गांव तथा खजनी कस्बे में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए लगी टोंटियों में महीने में 20 दिन पानी नहीं आता यदि आता भी है तो आधे घंटे में एक बाल्टी पानी निकलता है। स्थानीय लोगों में अनिल तिवारी, चंदन वर्मा, रमेश, राजकुमार, महेश, राहुल, अशोक गुप्ता, धनंजय,सोनू, पिंटू, कौशल, विकास, गौरव,विजय, महेंद्र आदि ने बताया कि पानी की बहुत ज्यादा किल्लत हो रही है। सरकार के स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं।

कर्मचारियों की लापरवाही से महीने में 20 दिन टोंटियों से पानी नहीं मिलता, सुबह आ जाए तो शाम को नदारद और कभी शाम को आ जाता है तो सबेरे नहीं आता है। पीने के पानी का इंतजाम तो किसी तरह से कर लिया जाता है लेकिन नहाने भोजन पकाने बर्तन और कपड़े धोने में समस्या होती है। साधन संपन्न लोगों ने सबमर्सिबल पंप लगा लिए हैं लेकिन आज भी गरीबों को छोटे हैंडपंपों के पानी से ही गुजारा करना पड़ रहा है।

हाईटेंशन तार की करंट से ड्राइवर की मौत

बड़हलगंज : कोतवाली क्षेत्र के साऊखोर-मधुपुर मार्ग पर चैनपुर सब स्टेशन के आगे हाईटेंशन तार की चपेट में आने से ड्राइवर की मौत हो गई।

सुल्तानपुर जनपद के रामपुर गांव निवासी राधेश्याम प्रजापति ट्रेलर पर पोकलेन लादकर अयोध्या से मधुपुर जा रहे थे। अभी वह चैनपुर के पास पहुंचे थे कि लटक रहा हाईटेंशन तार ट्रक के ऊपर फस गया। वह जैसे ही ट्रक का फाटक खोलकर देखने की कोशिश किया कि करंट की चपेट में आकर जमीन पर गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई।

ट्रेलर में सवार खलासी हरिकिशुन ने बताया कि अयोध्या से पोकलेन लादकर किसी कार्य हेतु मधुपुर ले जाया जा रहा था। पुलिस शव को पीएम भेजने की तैयारी कर रही है।

*फंदा लगाकर विवाहिता की मौत, मायके वालों ने लगाया हत्या का आरोप*

खजनी गोरखपुर।कस्बे में आज सबेरे एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में गले में फंदा लगाकर मौत हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं दूसरी ओर महिला के पिता ने दहेज उत्पीड़न और बेटी की हत्या की शिकायत दर्ज कराई है।

मिली जानकारी के अनुसार कस्बे के निवासी बर्तन व्यावसाई शीतल चंद निगम के बेटे विजय निगम का विवाह 8 फरवरी 2013 को गोला बाजार कस्बे के निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक गुलाब चंद निगम की इकलौती बेटी प्रीति निगम के साथ हुआ था। दंपति की एक 9 वर्ष की बेटी पायल निगम है।

परिजनों के अनुसार आज सबेरे प्रीति निगम को कमरे में फंदा लगाकर पंखे लटका देखकर परिजनों ने उसे नीचे उतार कर स्थानीय अस्पताल से गोरखपुर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पुनः खजनी कस्बे में लेकर पहुंचते ही घटना की सूचना पा कर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया साथ ही पुलिस के द्वारा कमरे को सील कर दिया गया और फाॅरेंसिक टीम को बुला कर महिला के शव और घटनास्थल का निरीक्षण किया गया।

इस बीच सूचना मिलते ही मायके वालों के द्वारा 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी गई तथा विवाहिता के माता-पिता भाई भतीजे भाभियां और अन्य रिश्तेदार खजनी पहुंचे मायके के लोगों ने सास,श्वसुर पति और देवर आदि पर दहेज के लिए बिटिया को प्रताणित करने और मारपीट कर फंदे से कस कर निर्ममता के साथ हत्या करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला की मां ने बताया कि दो बेटों के बाद प्रीति निगम सबसे छोटी थी इकलौती बेटी का विवाह बड़ी धूमधाम से किया था। बचपन से ही कुशाग्र प्रीति ने हाईस्कूल इंटरमीडिएट बीए बीटीसी बीएड आदि परीक्षाओं में प्रथम स्थान तथा गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। किंतु दुर्भाग्य से उसे बहुत ही गलत परिवार मिल गया था।

घटना की सूचना पर कस्बे में लोगों की भीड़ जमा हो गई।

वहीं शीतल निगम, दुर्गेश निगम, विनय निगम आदि घर से फरार हो गए पुलिस ने पति विजय निगम और सास छाया निगम को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।

इस संदर्भ में क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकारदत्त तिवारी ने बताया कि महिला के पिता के द्वारा तहरीर मिली है केस दर्ज कर साक्ष्यों के आधार पर जांच और विधिक कार्रवाई की जा रही है।

हेल्थ डैशबोर्ड रैकिंग में गोरखपुर का प्रदेश में दूसरा स्थान

गोरखपुर, परिवार नियोजन, मातृ शिशु स्वास्थ्य, नियमित टीकाकरण और टीबी उन्मूलन जैसे प्राथमिकता वाले स्वास्थ्य संकेतांकों पर आधारित हेल्थ डैशबोर्ड रैकिंग में गोरखपुर जिले को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है । यह रैकिंग मार्च माह की उपलब्धियों के आधार पर तय हुई है । वित्तीय वर्ष 2023-24 में गोरखपुर जिला नौ बार टॉप टेन में रह चुका है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने जिले के स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई देते हुए और बेहतर प्रयास करने की अपील की है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले को रैंकिंग दिलवाने में कैम्पियरगंज, बेलघाट और पाली ब्लॉक के प्रदर्शन का विशेष योगदान रहा है । जिले ने शून्य दशमल सात एक के कम्पोजिट स्कोर के साथ यह उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले अप्रैल 2023 में भी जिले को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला था। इस उपलब्धि के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी, डीपीएम पंकज आनंद, डीपीएमयू, चिकित्सा अधिकारी, सभी स्वास्थ्यकर्मी और बीपीएमयू की अहम भूमिका है ।

डॉ दूबे ने बताया कि प्रसवपूर्व चार या उससे अधिक जांच (हीमोग्लोबिन समेत), संस्थागत प्रसव दर, नवजात के गृह आधारित देखभाल, सम्पूर्ण टीकाकरण और गर्भावस्था में एचआईवी जांच में जिले ने शत फीसदी प्रदर्शन किया है।

सीएचसी श्रेणी का सी-सेक्शन डिलेवरी रेट 3.61 फीसदी, जिला स्तरीय श्रेणी के सी-सेक्शन डिलेवरी रेट 69.04 फीसदी, टीबी नोटिफिकेशन दर 84.87 फीसदी, स्टील बर्थ रेशियो 1.25, बर्थ डोज टीकाकरण 1.11, प्रति 1000 दंपति पर स्थायी परिवार नियोजन सेवा में 2.75 और प्रति 1000 दंपति पर अस्थायी परिवार नियोजन सेवा में 22.19 स्कोर मिला है। जिले की प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को 5855 रुपये का औसत भुगतान किया गया है। इकाइयों के रिपोर्टिंग में अंतर 10.42 फीसदी मिला, जबकि 83.64 फीसदी इकाइयों द्वारा रिपोर्टिंग में ब्लैंक न छोड़ने के संकेतांक में अच्छा प्रदर्शन किया गया ।

नियमित बैठकों और समीक्षा का परिणाम

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद ने बताया कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना, जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे द्वारा समय समय पर बैठकें कर संकेतांकों की समीक्षा की जाती है ।

इन बैठकों में गैप्स को दूर करने के उपायों के बारे में चर्चा होती है । इसी कारण से गोरखपुर जनपद पिछले वित्तीय वर्ष में लगातार टॉप टेन में बना हुआ है। डेटा विश्वलेषण व संकेतांकों के सुधार में जिला डेटा प्रबन्धक पवन कुमार गुप्ता, सहयोगी मनीष त्रिपाठी और डैम पवन कुमार का विशेष सहयोग रहा है । गुणवत्तापूर्ण जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिले में प्रत्येक माह की जाती है। इसमें सभी सहयोगी संस्थाओं के फीडबैक के आधार पर भी समीक्षा होती है।

वित्तीय वर्ष का प्रदर्शन

सीएमओ ने बताया कि जिले को वर्ष 2023 के अप्रैल में दूसरी, जून में छठवीं, जुलाई में आठवीं, अगस्त में सातवीं, नवम्बर में पांचवी, दिसम्बर में दसवीं, जनवरी में सातवीं, फरवरी में आठवीं और मार्च में दूसरी रैंक मिली है। गोरखपुर जनपद पर मई, सितम्बर और अक्टूबर माह में टॉप ट्वैंटी में रहा है ।

रेल कर्मी ने पत्नी संग फंदे से लटक कर दी जान, घर में मिला सुसाइड नोट

गोरखपुर। शाहपुर थाना क्षेत्र डेयरी रेलवे कॉलोनी में सोमवार की देररात पति-पत्नी ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर लिया। आत्महत्या के कारण पति-पत्नी के बीच चल रहे पारिवारिक कलह को बताया जा रहा है। मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे कारखाना में तैनात रामकृपाल कुशवाहा (उम्र 38 वर्ष) की पहली पत्नी ममता का 2022 में कैंसर की वजह से निधन हो गया था। पहली पत्नी की मौत के बाद 2023 में रामकृपाल ने कुमकुम कुशवाहा (36 वर्ष) से दूसरी शादी कर ली।

लेकिन रामकृपाल और उनकी नई पत्नी के बीच बिल्कुल बनती नहीं थी। बच्चों की परवरिश को लेकर अक्सर उनके बीच झगड़ा होता था। रामकृपाल को लगता था कि उनकी दूसरी पत्नी, पहली पत्नी से हुए 10 साल के बेटे और सात साल की बेटी का ख्याल रखने की बजाए उनका उत्पीड़न करती है। कुछ लोगों का कहना है कि रामकृपाल के ड्यूटी से आते ही घर में कलह मच जाती थी। पति-पत्नी आपस में झगड़ा करके अक्सर रोते थे।

सोमवार की रात भी रामकृपाल और उनकी दूसरी पत्नी कुमकुम कुशवाहा के बीच बच्चों को लेकर विवाद हुआ। झगड़े के बाद रामकृपाल ने दोनों बच्चों को खाना खिलाया। इसके बाद बच्चे अपने कमरे में और रामकृपाल-कुमकुम अपने कमरे में सोने चले गए। रात में बच्चों को सुलाने से पहले रामकृपाल ने उनसे कहा था कि सुबह स्कूल छोड़ने चलेंगे। लेकिन रात में ही रामकृपाल और कुमकुम ने खुद को फांसी लगाकर जान दे दी।

बच्चों को कमरे से कुछ आहट मिली तो उन्होंने जाकर देखा। माता-पिता फंदे से लटक रहे है। उन्होंने डेयरी कॉलोनी में ही रहने वाले अपने चाचा को फोन किया। चाचा ने फोन कर तुरंत कुछ पड़ोसियों को मौके पर भेजा और खुद भी वहां पहुंचे। इसके साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

रवींद्रनाथ टैगोर बहुमुखी प्रतिभा के थे धनी, विशाल श्रीवास्तव

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2 )पक्की बाग गोरखपुर में रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती मनाई गई। जिसमें विद्यालय के आचार्य विशाल श्रीवास्तव ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।कई कलाओं से परिपूर्ण थे। जिनके ऊपर संपूर्ण भारत का गर्व था।

एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर, जिनकी दो रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्र-गान ‘जन गण मन’ और बाँग्लादेश का राष्ट्र गान ‘आमार सोनार बांङ्ला‘। रवींद्रनाथ टैगोर गुरुदेव के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने साहित्य कला के माध्यम से भारत की संस्कृति और सभ्यता को पश्चिमी देशों मे फैलाया। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा वे ही थे।

महान विभूति रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी में पिता देवेन्द्रनाथ टैगोर और माता शारदा देवी की तेरहवीं संतान के रूप में हुआ था। देवेंद्रनाथ टैगोर ब्रह्म समाज के नेता थे, जबकि दादा द्वारकानाथ टैगोर जमींदार और समाज सुधारक थे। छोटी आयु में ही माँ का निधन हो गया था।

आठ वर्ष की उम्र में उन्‍होंने अपनी पहली कविता लिखी, सोलह साल की उम्र में उन्‍होंने कहानियां और नाटक लिखना प्रारंभ कर दिया था।

17 वर्ष की अवस्था में वह अपनी शिक्षा के लिए लंदन चले गए। रविंद्र नाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है गुरुदेव नाम महात्मा गांधी जी के द्वारा दिया गया था जबकि गांधी जी का महात्मा नाम रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा दिया गया था। वह एक अच्छे अध्यापक भी थे उन्होंने एक यूनिवर्सिटी सांतिनिकेतन नाम की स्थापना भी की।

उनकी एक प्रमुख पंक्ति हमारे जीवन के लिए प्रेरणादायक बनी

आप केवल खड़े होकर, पानी को देखते हुए समुद्र पार नहीं कर सकते।7 अगस्त 1941 को महान उपन्यासकार ने स्वतंत्र भारत देखे बिना ही अपनी अंतिम सांस लिए।

साथ ही विद्यालय में मातृ भारती का गठन संपन्न हुआ।

किसी भी बालक के विकास में माता की भूमिका अहम होती है। इसीलिए माता को प्रथम शिक्षिका भी कहा गया है। ईश्वर सभी जगह विद्यमान नहीं रह सकते इसलिए उन्होंने मां को बनाया है। घर हो, संस्था हो ,समाज हो या देश हो उनकी व्यवस्था सुचारू ढंग से चले इसके लिए संगठन की आवश्यकता होती है। इसी क्रम में विद्यालय में मातृ भारती का गठन किया गया। जिसमें अधिक संख्या में माताएं उपस्थित रही। प्रस्तावकी विद्यालय की प्रथम सहायक रुक्मिणी उपाध्याय द्वारा रखा गया एवं गठन विद्यालय की मातृ भारती प्रमुख आचार्या सुधा त्रिपाठी द्वारा किया गया । चयन इस प्रकार रहा अध्यक्ष नूतन त्रिपाठी, उपाध्यक्ष संगीता शर्मा, मंत्री प्रियंका जायसवाल, सह मंत्री अनिता मालवीय, मीडिया प्रमुख रीनम उपाध्याय एवं मीडिया सहायक पुष्पा सिंह तथा अन्य सदस्यों का गठन किया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

गोरखपुर बांसगांव लोकसभा नामांकन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था रही चाक चौबंद

गोरखपुर। नामांकन प्रक्रिया गोरखपुर लोकसभा बांसगांव लोक सभा का एडीएम वित्त व सीआरओ कोर्ट में प्रत्याशी या प्रत्याशियों के प्रतिनिधि अपना अपना नामांकन पत्र लोकसभा गोरखपुर रिटर्निंग अफसर/जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्ण करुणेश सहायक रिटर्निंग अफसर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी बांसगांव लोकसभा रिटर्निंग ऑफिसर जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन सहायक रिटर्निंग अफसर / एसडीएम गोला केसरी नंदन तिवारी के यहां प्राप्त कर रहे।

जहां सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहा नामांकन स्थल एडीएम वित्त कोर्ट गोरखपुर लोकसभा सीआरओ कोर्ट बासगांव लोकसभा का नामांकन होना है इन दोनों जगह से प्रत्याशी या प्रत्याशी के प्रतिनिधि अपना अपना नामांकन पत्र आकर ले जा रहे हैं नामांकन स्थल के बाहर कालीन बिछा कर दुल्हन की तरह सजा दिया गया है।

इस तरह का सजावट पहली बार किया गया है वैसे तो गोरखपुर लोकसभा के रिटर्निंग ऑफिसर जिला निर्वाचन अधिकारी जिला अधिकारी कृष्ण करुणेश नियुक्त किए गए हैं लेकिन जिलाधिकारी ने अपने दायित्वों का कार्यभार रिटर्निंग ऑफिसर /एसडीएम कैंपियरगंज रोहित मौर्य को सौंप दिया है इसी तरह बांसगांव लोकसभा के रिटर्निंग ऑफिसर आनंद वर्धन को नियुक्त किया गया है लेकिन उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर/ एसडीएम गोला केसरी नंदन तिवारी को नियुक्त किया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर मौके मुवाइना कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं नामांकन सुरक्षा नोडल प्रभारी/ पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव अपने अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों पर बराबर नजर बनाए रहे। इस दौरान एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट मंगलेश दुबे सहायक पुलिस अधीक्षक आलोक भाटी क्षेत्राधिकारी कोतवाली गौरव त्रिपाठी क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा नितिन तनेजा एसडीएम बांसगांव प्रदीप कुमार अपर एसीएम अमित जायसवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण मौजूद रहकर नामांकन प्रक्रिया को सकुशल संपन्न करा रहे।

रेलवे लेखा सहायकों के स्वीकृत आर्बिट्रेशन अवार्ड को लागू करवाने की मांग

गोरखपुर। ऑल इण्डिया रेलवे अकाउंट्स स्टाफ एसोसिएशन के प्रेसिडेंट वाई एन कुंवर की अध्यक्षता एवं एस बी पाण्डेय, जोनल जेनरल सेक्रेटरी के आह्वान पर केन्द्रीय सचिवालय के सहायकों के समकक्ष रेलवे लेखा सहायकों को भी दिनांक 01.01.1986 से वेतनमान 1640-2900 का वर्ष 2004 स्वीकृत आर्बिट्रेशन अवार्ड जो लगभग 20 वर्षों से लंबित मुद्दे को लागू करने हेतु भारत सरकार का ध्यान आकृष्ट करने हेतु रेलवे लेखा कैंटीन के समीप एक मीटिंग का आयोजन हुआ। सभा को संबोधित करते हुए महामंत्री PRKS कॉमरेड विनोद कुमार राय ने लेखा कर्मियों के इस लंबित मुद्दे के संबंध मे PRKS द्वारा किए गए प्रयास पर प्रकाश डाला।

अपने संबोधन मे स्पष्ट किया कि लेखा विभाग का यह मुद्दा साथ ही पांचवे वेतन आयोग के बकाया भुगतान करने की जिम्मेदारी अब PRKS/NFIR का मुद्दा हो गया है। उन्होंने बताया कि अभी पिछले 28 और 29 अप्रैल को NFIR के CWC मीटिंग जो मुंबई में संपन्न हुआ उसमे भी इस मुद्दे को उठा दिया हूं जिसमे स्वयं NFIR के महामंत्री एम राघवैया साहब ने भी खुले मंच से इस आर्बिट्रेशन अवार्ड को लागू करने हेतु विगुल फूंक देने की घोषणा किए। CWC मे यह मुद्दा सात आठ जोन के पदाधिकारियों द्वारा उठाया गया है। सभा को संबोधित करने वालों में एस बी पाण्डेय जोनल जेनरल सेक्रेटरी AIRASA, के एम मिश्रा, लेखा मंडल मंत्री PRKS, सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव, कृष्ण मुरारी मिश्रा, मुख्यालय मंडल मंत्री सतीश चंद्र अवस्थी कृति भूषण प्रसाद, कुलदीप जी ईश्वर चंद देवेश सिंह जयप्रकाश सिंह लक्ष्मी श्रीवास्तव चंद्रशेखर चौबे आर डी सिंह श्री उदय शंकर खरे दुर्गेश श्रीवास्तव राम भवन प्रमोद तिवारीआदि अशोक मिश्रा जी उत्तर प्रदेश के महासचिव निर्भय सेना ने भी संबोधित किया ।

रायका फातिमा लारी डॉक्टर बनकर गरीब मजलूमों की करना चाहती है सेवा

गोरखपुर । बुजुर्गों ने सही कहा है कि एक रोटी कम खाना लेकिन बच्चों को तालीम जरूर दिलाना तालीम की बदौलत बच्चे देश व दुनिया में आपका नाम और रौशन करेंगे। सूफीहाता के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार रशाद लारी पिछले तीन दशक से पत्रकारिता जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है अपने लखनी व भाषा शैली की वजह से जाने जाते हैं उनकी पुत्री रायका फातिमा लारी ने आईसीएसई बोर्ड परीक्षा हाईस्कूल में 95.8 % अंक लाकर माता-पिता व स्कूल का नाम रौशन किया है।

रायका बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी होनहार और समझदार हैं उनकी माता शगुफ्ता लारी हाउसवाइफ है माता-पिता हमेशा बच्चो की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देते हैं यही वजह है कि रायका ने आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में 95.8 % अंक लाकर के सभी का मान बढ़ाया है। कॉमर्स गर्ल्स स्कूल की छात्रा रायका फातिमा लारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वह एमबीबीएस करके डॉक्टर बनना चाहती है और गरीब मजलूमों की सेवा करना ही उनके जीवन का मकसद है। अभी से ही नीट का फाउंडेशन कोर्स कर रही है उनका मकसद है कि इंटर पास करने के बाद तुरंत नीट परीक्षा निकालना है और डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना है रायका की हॉबी रीडिंग और राइटिंग है।

छात्रा का बहला फुसलाकर अपहरण के घटना की जांच में जुटी पुलिस

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के एक गांव से इन्टरकाॅलेज जा रही 17 वर्षीय नाबालिग छात्रा थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के बरडाड़ चौराहे से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई। खोज बीन के बाद जब उसका कोई पता नहीं चला तो परिवारीजनों ने खजनी थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी दी। मिली सूचना के अनुसार खजनी पुलिस ने क्षेत्र के विश्वंभरपुर निवासी अभियुक्त विशाल पुत्र भोलई पर अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर छात्रा की तलाश शुरू कर दी है।

परिवारजनों ने आरोपित विशाल पर बरडाड़ चौराहे से छात्रा को बहलाफुसला कर भगाने की शिकायत दर्ज कराई है। किशोरी के पिता ने बताया है कि उनकी बेटी को विशाल अपने साथ बहला फुसलाकर ले गया है। वह पहले भी बिटिया को कालेज आते जाते हुए रास्ते में रोक कर तंग किया करता था। महिला अपराध से जुड़े उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस के द्वारा केस दर्ज कर विविध कार्यवाही की जा रही है।