नवगीतकार शुभम श्रीवास्तव 'ओम' का निधन
मिर्ज़ापुर। जनपद के प्रसिद्द नवगीतकार शुभम श्रीवास्तव ओम का एक मई को सुबह वाराणसी के अपेक्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह बीमार थे और 29 अप्रैल को अपेक्स में भर्ती हुए थे। उनका अंतिम संस्कार जनपद के चौबेघाट स्थित गंगातट पर किया गया। 30 वर्ष की अपनी छोटी सी उम्र में ही शुभम ने नवगीत विधा में विशेष कार्य कर सभी को प्रभावित किया था।
उनकी नवगीत की तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं- 1.गीत लड़ेंगे अंधियारों से 2. शोक गीतों के समय में 3. फिर उठेगा शोर एक दिन। कई महत्वपूर्ण नवगीत की पुस्तकों का शुभम ने संपादन किया है जिसमें 1- हम असहमत हैं समय से, 2- मैं चंदन हूँ, 3- हर सन्नाटा बोलेगा 4- शब्दों की शक्लों में 5- जो सूरज हमने ढूंढा है जैसी चर्चित नवगीत की पुस्तकें शामिल हैं।
वह मिर्ज़ापुर में राजस्व निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उनकी नवगीत की पुस्तक को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा हरिबंश राय बच्चन युवा गीतकार पुरस्कार-2017 से सम्मानित किया जा चुका है। उनको उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान का 'फिराक गोरखपुरी पुरस्कार-2019' और हिंदुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज द्वारा हिंदुस्तानी एकेडेमी युवा सम्मान -2020 प्राप्त हो चुका है। शुभम श्रीवास्तव की रचनाएं देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर छपती रही हैं।
श्री शुभम श्रीवास्तव ओम के निधन पर साहित्यकारों में शोक व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में लोगों ने उनके निवास पर जाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और अंतिम यात्रा में शामिल हुए। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, डॉ अनुज प्रताप सिंह, गणेश गम्भीर, लल्लू तिवारी, प्रमोद कुमार सुमन, जफर मिर्जापुरी,डॉ रमाशंकर शुक्ल, भोलानाथ कुशवाहा, आनन्द केसरी, अरविंद अवस्थी, आनन्द अमित, केदार नाथ सविता, डॉ वंदना मिश्रा, डॉ सुधा सिंह, इला जायसवाल, नन्दिनी वर्मा, सारिका चौरसिया, पूजा यादव, इम्तियाज अहमद गुमनाम, श्याम अचल, डॉ अनुराधा ओस, लाल व्रत सिंह सुगम,खुर्शीद भारती, मुहिब मिर्जापुरी, अनिल यादव आदि प्रमुख हैंं।
May 04 2024, 19:38