*एक माह में शंकरगढ़ वन रेंज में काटे गए 1000 से भी ज्यादा हरे प्रतिबंधित पेड़*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- शंकरगढ़ वन रेंज में वन माफियाओं का बोलबाला है। वन विभाग के वन दरोगा, फारेस्ट गार्ड व वाचर की मिली भगत से लालापुर, बघला,लौदखुर्द,गोबरा, मदनपुर, भेलांव ,सहित कई अन्य गांवों में हरे आम, महुआ,नीम सहित अन्य प्रतिबंधित हरे पेड़ काटे गए।

कुछ क्षेत्रीय लोगों के द्वारा नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया गया कि वन विभाग के वन दरोगा महंत लाल, राजा चौहान,उदय भान व जितेंद्र सिंह पटेल के द्वारा वन माफियाओं से साठ-गांठ करके विगत एक माह में 1000 से भी ज्यादा आम,नीम, महुआ,सीसम, सागौन के हरे पेड़ काटे गए। जब कि बघला, मदनपुर, में तो आएं दिन हरा महुआ का पेड़ काटा जाता है। जो वन माफियाओं से वन विभाग के अधिकारी प्रति पेड़ की दर से पैसे लेकर हरे पेड़ कटवाते हैं। और रेंजर से शिकायत करने पर भी वन माफियाओं पर कार्रवाई नहीं की जाती। दस पेड़ कटने पर एक पेड़ का जुर्माना वन दरोगा के द्वारा अपने बचाव में कर दिया जाता है।

*भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का जनसंपर्क, मोदी की गारंटी से कराया गया वाकिफ*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर चल रही भाजपा ने समाज के हर वर्ग को जोड़ने की मुहिम चला रखी है। इसी के तहत लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी का हर मोर्चा फूलपुर एवं इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र में जनसंपर्क में लगा हुआ है। शुक्रवार को इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के खुल्दाबाद वार्ड में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने फूलपुर लोकसभा प्रत्याशी प्रवीण पटेल के समर्थन में पार्टी के महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र के नेतृत्व में जनसंपर्क करते हुए लोगों को मोदी की गारंटी से वाकिफ कराया।

मीडिया प्रभारी विवेक मिश्र ने बताया कि इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा के खुल्दाबाद मंडल क्षेत्र में अल्पसंख्यक मोर्चा ने पत्रक बांटते हुए जनसंपर्क किया। इस मौके पर महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया अपनी सरकार में और सबके विकास का बराबरी से खाका खींचा है। अल्पसंख्यक समुदाय के विकास में भाजपा सरकार ने कोई भेदभाव नहीं किया। सबको देश के विकास में योगदान करने और स्वयं को विकास के पथ पर अग्रसर करने का पूरा अवसर मिला है। इलाहाबाद की दोनों संसदीय सीटें पार्टी के खाते में जा रही हैं इसमें कोई भी संशय नहीं है क्योंकि पार्टी को सबका साथ मिल रहा है। अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्यक्ष नवाब खान ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय अब जाग गया है। अब ठगने वालों के फेर में अल्पसंख्यक नहीं आयेंगे। नरेंद्र मोदी से पहले विपक्षी पार्टियों की पूर्ववर्ती सरकारों ने अल्पसंख्यक समुदाय को सिर्फ वोटबैंक समझा और इस्तेमाल किया।

इस दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा नवाब खान, सैय्यद उस्मान हुसैन, बिलाल अहमद, मोहम्मद शरीफ, रेहाना खातून, डॉक्टर जहां आर, अफसर आलम, समसुल, तनवीर हैदर, मुस्तफा टंकी, अदनान मोहम्मद, मुजीब, समसुल हुसैन, खुर्शीद अहमद, जावेद अहमद, राकेश भारती, नीलू शुक्ला, प्रशांत शुक्ला, शुभम सिंह, अजीत, मीडिया प्रभारी विवेक मिश्र और खुल्दाबाद मंडल अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा के तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे

*राजगीर के सीने में दर्द उठने से हुई मौत, इलाज कराने का भी नहीं मिला मौका*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- कोरांव तहसील के अन्तर्गत ग्राम पंचायत खिवली कला के रहने वाला युवक की अचानक सीने में दर्द होने से मौत हो गई। बताया जाता है कि युवक राजगीर मिस्त्री का काम करता था, जो अपने गांव में ही काम पर गया था। अचानक उसके सीने में दर्द हुआ तो और काम कर रहे दूसरे साथी ने अपनी बाइक से उनको घर पर पहुंचा दिया जहां पर उनके दर्द बढ़ता जा रही था। परिजनों ने अस्पताल ले जाने की तैयारी बना रहे थे कुछ देर बाद युवा ने दम तोड़ दिया।

जानकारी के अनुसार प्रमोद कुमार पुत्र बाबूलाल उम्र 35 वर्ष तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था जिनके पास दो लड़के और दो लड़की हैं जो अभी नाबालिक है। अचानक मौत होने से परिजनों एवं पास पड़ोस के लोगों में मातम छा गया गांव एवं पास पड़ोस के लोगों ने उनकी पत्नी सुलेखा को समझाते रहे चारो बच्चोम का रो-रो कर बुरा हाल है।

एक ऐसी घटना आज दो दिन पहले ग्राम अमिलिया पाल बड़ोखर की है राजेश कुमार उम्र 26 वर्ष पिता का नाम हरिश्चंद्र जो अगले साल उनकी जून में ग्राम बसहा में शादी हुई थी सीने में दर्द होने के कारण मौत हो गई है।

*मानसिक रूप से परेशान युवक ने फांसी लगा कर दी जान, परिजनों में मचा कोहराम*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- कौंधियारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेहरा गांव निवासी करन ने फांसी लगाकर जान दे दी। मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ महीने से करन की मानसिक स्थिति ठीक नहीं था। मुम्बई से पिछले हफ्ते आने के बाद दुबारा जाने की जिद करने लगा। ऐसे में पिता ने मना कर दिया। इसके बाद वह अपने चचेरे भाई के साथ घर वालों को बिना बताए बाइक से छिवकी स्टेशन चला गया,घर नहीं लौटा। सुबह ग्रामीणों ने युवक को घर से थोड़ी दूर एक बबूल के पेड़ पर लटका हुआ पाया।

ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने पर घर वालों में मातम छा गया। रोते बिलखते परिवार वाले घटनास्थल पर पंहुच कर पुलिस को सूचित किया। करन छह भाइयों में सबसे छोटा भाई था।परिवार वाले का रो रो कर बुरा हाल है।

*कागजों पर है सात-सात चक रोड, जमीन पर आता नहीं नजर, जनता के सवालों के घेरे में सरकार और जन प्रतिनिधि* *विश्वनाथ प्रताप सिंह*

प्रयागराज- करछना ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम सभा पिपरांव भिटरिया ग्राम की जनता ने नाराज है। नाराजी की वजह इनके जनप्रतिनिधियों के बेरूखी है। पिछली बार जीत कर गए सांसद और विधायक 5 वर्षों में कभी मुड़कर भिटरिया पिपरांव गांव नहीं पहुंचे। गावों को विकास से जोड़ने का वादा करने वालों ने ये सिध नहीं ली की यहां के लोगों की जरूरत क्या है? आज यहां की जनता आने-जाने के लिए रास्ते पर परेशान है।

हालात ये है कि यदि सी घर में कोई मरीज सीरियस हो जाए तो वह रोड तक कंधे पर ही जा सकता है, गाड़ी से रोड तक नहीं जा सकता है। मरीज को उठाकर ले जाने वाला न कोई हो तो वह घर पर ही दम तोड़ देगा। आज विकास के नाम पर भिटरिया पिपराव गांव में कुछ नहीं हुआ है। यहां से जीत कर जाने वाले नेता 5 वर्षों तक पीठ घूमा कर इन ग्राम सभाओं के रास्तों की तरफ नहीं देखी। जबकि रास्ता ही यहां की जनता का मूल मुद्दा है। चाहे वह भिटरिया ग्राम हो या पिपरांव।

देखा जाए तो भिटरिया ग्राम में कागज में सात-सात चक रोड है। चक रोड पर आज तक मिट्टी तक का भी कार्य नहीं किया गया। पिपराव में सरकारी स्कूल से हरिजन बस्ती तक उड़कर भी नहीं जाया जा सकता है, लेकिन ऐसा क्यों यहां की जनता आज पूछती है? सरकार आज जनता के सवालों के घेरे में है सरकार जवाब दे सरकार से नेताओं से 5 वर्षों तक कभी इन मुद्दों पर इन रास्तों की तरफ कभी मोड पर देखा। केवल चुनाव के समय वोट मांगने का ही काम करते है। आज मोदी सरकार चिल्ला चिल्ला कर विकास के नाम पर रास्ते का जिक्र करती है। घर घर रास्ता होगा तो क्या यह झूठे वादे थे टीवी पर सुनने के लिए या मौके पर कुछ काम होगा।

अपने ही गढ़ में घिरे राजा बरांव क्षेत्र में किया होता विकास तो जीत की राहें होती आसान

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे सियासी पारा भी चढ़ रहा है। अब ना लाल बहादुर शास्त्री है ना बीपी सिंह और ना ही हेमवती नंदन बहुगुणा सरीखी शख्सियत लेकिन इलाहाबाद के सियासी रोमांच में कमी नहीं।

सपा से दो बार लगातार सांसद रहे रेवती रमण सिंह के सामने बेटे उज्जवल रमण सिंह की चुनौती कम नहीं।मोदी लहर में असली इम्तिहान भी यहीं है क्योंकि अब उज्जवल रमण के सामने इस बार एक नहीं कई चुनौतियां हैं मोदी की लहर है तो बसपा के उम्मीदवार रमेश पटेल से जुड़ रहा वोटो का तिलिस्म और कांग्रेस का नया चोला पहने उज्जवल रमण सिंह का उत्साह। जाहिर है कि बरांव परिवार से जुड़े कुंवर रेवती रमण सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।

ज्ञात हो कि शंकरगढ़ पाठा क्षेत्र का मतदाता अबकी बार विकास के मुद्दों पर वोट करने का ऐलान कर चुका है। वही क्षेत्रवासी सवाल कर रहे हैं कि बीते 10 साल पहले सपा से दो बार सांसद रहे कुंवर रेवती रमण सिंह ने अपने कार्यकाल में कौन सा विकास कार्य पाठा क्षेत्र में किया उसका ब्यौरा सार्वजनिक करें। विकास की बात तो दूर क्षेत्र में जनहित मुद्दों को लेकर पूर्व सांसद ने कितने दौरे किए हैं बताएं, यही सच्चाई है कि वोटों की फसल काटने के बाद पाठा क्षेत्र को मुड़कर भी नहीं देखा, हां अगर क्षेत्र का दौरा किया है तो सिर्फ चहेतों के घर दावत तक ही सीमित रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र की जनता पूर्व सपा सांसद से सपा के गुंडाराज का भी हिसाब मांग रही है। एक बुजुर्ग अनुभवी ने कहा कि नाराजगी रेवती रमण सिंह से नहीं है नाराजगी सपा के उन कार्यकर्ताओं से है जिनकी अराजकता को सपा सरकार में सह मिली थी। इस क्षेत्र को उद्योग धंधों की जरूरत है बेरोजगारी दूर करने की दिशा में जनप्रतिनिधियों ने कुछ भी नहीं किया अगर किया है तो सिर्फ जनता को ठगने का और अपनी तिजोरी भरने का काम किया है।

पाठा क्षेत्र में आज स्थिति यह है कि 70 फ़ीसदी यहां की आबादी पलायन करने पर मजबूर है मगर नेता वोटों की फसल काटने में हर बार झूठे सपने दिखाकर कामयाब हो जाते हैं और जनता अपने को ठगा महसूस करते हुए हाथ मलकर रह जाती है।

गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों के खिलाफ हुई कार्रवाई

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। जनपद प्रयागराज के विकास खंड जसरा क्षेत्र में संचालित गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर शुक्रवार को खण्ड शिक्षा अधिकारी जसरा अखिलेश वर्मा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन स्कूल बंद करवाये।

कंजासा स्थित एस.एस. कान्वेंट स्कूल, क्राइस्ट एंजिल स्कूल व डी.के.पब्लिक स्कूल तातारगंज को बंद कराया गया। सम्बंधित को निर्देश दिया कि समीप में संचालित मान्यता प्राप्त विद्यालय में बच्चों का दाखिला करवाएं। बी ई ओ ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर ऐसे संचालित विद्यालयों की सूची तैयार कर नोटिस जारी की गई है। कानून के विरुद्ध जाने वाले सभी स्कूलों के खिलाफ कड़ी करवाई करने की चेतावनी दी। अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि अपने नौनिहालों का प्रवेश मान्यता प्राप्त विद्यालय में ही कराएं।

सराय अकिल पटेल चौराहा में ई रिक्शा और ऑटो के अतिक्रमण से व्यापारी और आम जनता परेशान

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज । अतिक्रमण के मामले में प्रशासन केवल समय समय पर कोरम पूरा करता है।जिसका खामियाजा आम जनता को भुकतना पड़ता है।

बताते चले कि सराय अकिल नगर पंचायत अंतर्गत पटेल चौराहा,फकीराबाद चौराहा और करन चौराहा पर ऑटो और ई रिक्शा बेलगाम हो चुके है।चौराहे पर पुलिस न होने के कारण चालक मनमानी तरीके से गाड़ी खड़ी कर सवारियां बैठाते है।नाबालिक बच्चे इन गाड़ियों का बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के फर्राटे मारकर चलाते है।दुकान के सामने वहां खड़ी करने के कारण रोज कमाने खाने वालो को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है और विवाद हो जाता है।

पीड़ितों ने कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत किया परंतु आज भी हालात वही है।शायद प्रशासन लंबी विवाद का इंतजार कर रही है। चौराहों पर प्रशासन के न होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

शंकरगढ़ ब्लाक में सार्वजनिक महिला शौचालय न होने से महिलाओं को होती है परेशानी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। सरकार एक ओर स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय का ढिंढोरा पीट रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकार के जनपद यमुनानगर के विकासखंड शंकरगढ़ परिसर में ही महिला शौचालय की सुविधा नहीं है। ऐसे में महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार गांवों और शहरों को ओडीएफ घोषित कर चुकी है लेकिन खंड कार्यालय में महिला शौचालय की सुविधा नहीं होना बड़ी बात है।जब कि बाल विकास परियोजना का कार्यालय भी मौजूद है। अक्सर बाल विकास परियोजना के कार्यालय पर सैकड़ो आंगनबाड़ी बैठक के लिए महिलाएं आती हैं।

पूरे ब्लॉक में कोई भी सार्वजनिक महिला शौचालय उपलब्ध नहीं है। एक या दो अगर कोई शौचालय उपलब्ध है तो वह प्राइवेट कमरों में है। जिसके चलते आए दिन उन्हें भारी समस्या का सामना भी करना पड़ता है। आकस्मिक स्थिति में किसी महिला को लघु शंका व शौचालय जाने की आवश्यकता होती है तो करीब 100 मीटर दूर सरकारी अस्पताल में महिलाओं को शौचालय के लिए जाना पड़ता है। दूर दराज से आई महिलाओं ने बताया कि यहां पर आने वाली महिलाओं के लिए ना कोई बैठने की व्यवस्था है और ना ही साफ पानी पीने की व्यवस्था है। पूरे ब्लॉक क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी ब्लॉक की होती है वही खुद ब्लॉक कार्यालय मूलभूत सुविधाओं से दूर है।

जब इस बारे में जानकारी लेने के लिए मीडिया टीम ब्लॉक पर मौजूद खंड विकास अधिकारी के कार्यालय पहुंची तो पता चला की गौशाला का निरीक्षण करने गए हुए हैं। ऐसे में जानकारी लेने के लिए एडीओ पंचायत शंकरगढ़ से मीडिया टीम जब मुखातिब हुई तो साहब अपने टेबल पर सामने ही पान का पैकेट सजा कर बैठे पान का बीड़ा मुंह में दबाते हुए नजर आए। जब उनसे पूरे प्रांगण में महिला शौचालय न होने की बात पूछी गई उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में हमारी तैनाती ब्लॉक पर हुई है जल्द ही व्यवस्था करने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया।

नगर पंचायत में तैनात बड़ा बाबू बना भ्रष्टाचार का जड़,मनमर्जी तरीके से संविदा कर्मियों को कर रहा अंदर बाहर

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज ।नगर पंचायत शंकरगढ़ के लिपिक बड़े बाबू द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की कर्मचारी एवं सभासदों ने मांग की है ।नाम न छापने की शर्त पर नगर के कुछ सभासद एवं कर्मियों ने बताया कि नगर पंचायत में तैनात बड़ा बाबू भारी भ्रष्टाचार करने में लगा है। यह स्थित तब है जब शासन के आदेश के तहत कोई भी निकाय कर्मचारी अपने मूल पद से उच्च पद पर कार्य नहीं कर सकता ।कुछ नगर कर्मियों ने बताया कि यह लिपिक को घोटाला करने में महारत हासिल है। अगर आय से अधिक संपत्ति की जांच करवाई जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। इस बाबू ने अपने 15 साल के कार्यकाल में नगर पंचायत शंकरगढ़ से करोड़ों के संपत्ति का मालिक बन बैठा है।

बोर्ड की बैठक में भी इसके मसाले रखने पर अनदेखी की जाती है। लोगों ने भ्रष्टाचार पर रोक लगाने तथा पूरे मामले की जांच करवा कर इसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। नगर के एक कर्मी पर गंभीर आरोप लगा था जिसको तत्कालीन इओ ने कार्य मुक्त कर दिया था ।जिससे नगर कार्यालय का माहौल खराब ना हो ।लेकिन अब एक बार फिर बड़े बाबू की सांठ गांठ से उसे मूल पद पर रखा जा रहा है ।जिससे अन्य नगर कर्मियों पर असंतोष व्याप्त है। बता दें कि नगर पंचायत शंकरगढ़ आउटसोर्सिंग प्रथा के अंतर्गत नगर पंचायत के कार्यों को करने हेतु अंशुमान सिंह नामक व्यक्ति की नियुक्ति एमआरएफ सेंटर में सुपरवाइजर के पद पर की गई थी। धारा 154 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत संगीत अपराधों में सम्मिलित पाया गया था ।

जिसके विरुद्ध कानून द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करते हुए दंडित भी किया गया था और अपराधों के कारण नगर पंचायत कार्यालय में कार्यरत उन कर्मचारियों पर बुरा असर न पड़े इसके लिए अंशुमान नामक व्यक्ति को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उसके पद से हटा दिया गया था। तत्कालीन इयो ने बताया था कि ऐसे कर्मचारियों के वजह से कार्यालय का माहौल खराब होता है लेकिन अब बड़े बाबू के द्वारा उसे फिर काम पर रखे जाने से तरह-तरह के सवाल नगर वासियों के मन में खड़े होने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने नगर विकास विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत कर भ्रष्टाचार में लिप्त ऐसे बड़े बाबू पर कार्रवाई की मांग की है।