आज पीएम मोदी का दो दिवसीय झारखंड दौरा,वे चाईबासा में एक चुनावी सभा और रांची में रोड शो, कल पलामू-लोहरदगा में रैली

लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय झारखंड दौरे पर आज रांची आएंगे। प्रधानमंत्री झारखंड दौरे के पहले दिन सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद शाम में रांची में करीब तीन घंटे रोड शो करेंगे। कल 4 मई को लोहरदगा और पलामू संसदीय क्षेत्र में रैली करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर आज 3 मई को झारखंड आएंगे। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पीएम मोदी का यह पहला दौरा है। शुक्रवार को दोपहर बाद प्रधानमंत्री चाईबासा पहुंचेंगे और चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। चाईबासा में सभा के बाद प्रधानमंत्री रांची आएंगे। रांची एयरपोर्ट से राजभवन तक करीब तीन घंटे का रोड शो करेंगे। बीजेपी की ओर से प्रशासन से शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक के लिए रोड शो का समय मांगा है। शो में बीजेपी कार्यकर्ता जगह-जगह करेंगे स्वागत

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 मई को शाम पांच बजे चाईबासा में जनसभा को संबोधित करेंगे। चाईबासा के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वे रांची पहुंचेंगे। रांची पहुंचने के साथ ही एयरपोर्ट से लेकर हिनू चौक, बिरसा चौक, अरगोड़ा चौक और बीजेपी ऑफिस होते हुए रातू रोड और न्यू मार्केट चौक तक पार्टी के नेता, कार्यकर्ता, विभिन्न मोर्चा के पदाधिकारी और आम लोग उनके स्वागत में तैयार रहेंगे। 

सांसद आदित्य साहू ने बताया कि भारत माता चौक से लेकर रातू रोड न्यू मार्केट चौक तक रोड शो का आयोजन किया जाएगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में रोड शो और स्वागत समारोह का आयोजन किया जाएगा।

रोड शो के बाद राजभवन में रात्रि विश्राम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो के बाद राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे। राजभवन में बीजेपी के वरीय नेताओं के साथ बैठेंगे। वे चुनाव प्रबंधन के दृष्टिकोण से प्रदेश के सभी 14 संसदीय क्षेत्रों की तैयारियों को जानेंगे और जीत का मंत्र दंगे।

पलामू और लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में रैली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 मई शनिवार की सुबह पलामू जाएंगे, जहां वे बीजेपी प्रत्याशी वीडी राम के पक्ष में चुनावी सभा करेंगे। इस कार्यक्रम में चतरा के बीजेपी प्रत्याशी कालीचरण सिंह भी रहेंगे। पीएम मोदी कल दूसरी सभा लोहरदगा संसदीय क्षेत्र के सिसई में बीजेपी प्रत्याशी समीर उरांव के पक्ष में सभा को संबोधित करेंगे।

आज इन जिलों में चलेगी भयंकर लू, यहां 6 मई को आंधी और वज्रपात

रांची : झारखंड का मौसम बदलने वाला है। आने वाले दिनों में बारिश होगी। वज्रपात और आंधी की आशंका भी है। इस बीच 5 मई तक विभिन्‍न जिलों में लू भी चलेगी। कल कई जिलों में भयंकर लू चलेगी। इसे लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। यह जानकारी एयरपोर्ट स्थित रांची मौसम केंद्र ने 2 मई, 2024 को दी।

तापमान में गिरावट होगी


मौसम केंद्र के अनुसार राज्‍य में अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले 2 से 3 दिनों में इसमें 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।

4 मई तक ये स्थिति


केंद्र के अनुसार 3 और 4 मई को आसमान मुख्‍यत: साफ रहेगा। मौसम शुष्‍क रहेगा।

5 व 6 मई को यहां बारिश


केंद्र के अनुसार 5 और 6 मई को राज्‍य के उत्तर-पूर्वी भाग में कहीं-कहीं गर्जन के साथ हल्‍की बारिश होने की संभावना है। इसका प्रभाव देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज जिलों में पड़ने की संभावना है।

इसी तरह 7 और 8 मई को राज्‍य के कई स्‍थानों पर गर्जन के साथ हल्‍की बारिश हो सकती है।

यहां चलेगी भयंकर लू


केंद्र के अनुसार 3 मई को सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, पाकुड़, और गोड्डा जिले में कहीं-कहीं भयंकर लू चलने की आशंका है। इसे लेकर लोगों को सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है।

लू का यहां दिखेगा प्रभाव


केंद्र के अनुसार 3 मई को पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो, धनबाद, देवघर, जामताड़ा, दुमका जिले में कहीं-कहीं लू की स्थिति देखी जा सकती है।

राज्‍य में 4 मई को


 सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम जिले में कहीं-कहीं लू की स्थिति देखी जा सकती है।

राज्‍य में 5 मई को


 सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, पाकुड़ और गोड्डा जिले में कहीं-कहीं लू की स्थिति देखी जा सकती है।

यहां आंधी-वज्रपात संभव


केंद्र के अनुसार 6 मई को राज्‍य के उत्तर-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं गर्जन और तेज हवा का झोंका चलने के साथ वज्रपात होने की आशंका है। हवा की स्‍पीड 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है। इसका असर देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज जिलों में पड़ने की संभावना है।

लू में इसका रखें ख्याल


दोपहर 11 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें।

पर्याप्त पानी पिये। जितनी बार संभव हो पियें। भले ही प्यास नहीं लगी हो।

हल्के, हल्के रंग के डीले और छिद्रयुक्त सूती कपड़े पहनें। धूप में बाहर जाते समय सुरक्षात्मक चश्मे, छाता/टोपी या चप्पल का प्रयोग करें।

जब बाहर का तापमान अधिक हो, तब बाहरी गतिविधियों से बचें।

यात्रा करते समय अपने साथ पानी अवश्य रखें।


शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें, जो शरीर को निर्जलित करते हैं।

उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें। वासी भोजन नहीं करें।

यदि आप बाहर काम करते हैं. तो टोपी या छाते का उपयोग करें। अपने सिर, गर्दन, चेहरे और अंगों पर एक कपड़े का भी उपयोग करें।

पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को नहीं छोड़ें।

यदि आप बेहोश या बीमार महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

ओआरएस, घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें जो शरीर को फिर से हाइड्रेट करने में मदद करता है।

जानवरों को छाया में रखें। उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।

अपने घर को ठंडा रखें। पर्दे, शटर या मनशेड का उपयोग करें और रात में खिड़कियां खुली रखें।

पंखें का प्रयोग करें। गीले कपडे पहने और बार-बार ठंडे पानी से खान करें।

जामा थाना क्षेत्र में पलाश के पेड़ से लटका मिला 21 वर्षीय युवती का शव,छानबीन में जुटी पुलिस

दुमका: जामा थाना क्षेत्र में पलाश के पेड़ से लटका मिला 21 वर्षीय युवती का शव,छानबीन में जुटी पुलिस

: जामा थाना पुलिस ने भूटोकोड़िया पंचायत के रांगा गांव के पास गोरा चपत जंगल से पलाश के पेड़ से लटका हुआ 21 वर्षीय युवती का शव बरामद किया है।

घटना स्थल से युवती के शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए फुलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल दुमका भेज दिया है। मामले में थाना प्रभारी अजित कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या का मामला प्रतीत होता है।

मृतक युवती के गले में निशान पाया गया है,जिससे पता चलता है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गयी है।इसके उपरांत शव को लाकर जंगल में पेड़ से लटका दिया गया है।थाना प्रभारी ने बताया कि शव की शिनाख्त रांगा गांव के बाबुशल बेसरा की पुत्री मेरिनीला बेसरा उम्र 21 वर्ष के रूप में की गयी है।उन्होंने प्रेम प्रसंग में युवती की हत्या होने की आशंका जतायी है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच में जुट गयी है।

नामांकन के साथ जयराम की गिरफ्तारी की कोशिश, क्या सियासी अखाड़े से टाइगर को हटाने की है साजिश...?


झारखंड डेस्क

गिरिडीह लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार जयराम महतो क्या भाजपा और इंडिया गठबंधन के लिए गले की हड्डी बन गया है..? यह एक सवाल इन दिनों सियासी गलियारी में गूंज रही है.

टाटा सूमो के वॉनट पर खड़ा होकर भाषण देने वाला एक साधारण सा युवक जयराम इन दिनों राजनितिक धुरंधरों के लिए ख़ौप बन गया है।गिरिडीह सीट पर दो महारथी आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी और जेएमएम के माथुरा महतो की सांस लटकी हुई है कि जयराम के कारण कही चुनाव हार नही जाएं.

इसीलिए जयराम महतो को नामांकन के बाद हीं तत्काल रांची से पुलिस टीम को गिरफ्तारी के लिए भेज दिया गया।वह भी किसी संगीन जुर्म में नही,बल्कि एक जन आंदोलन को लेकर दर्ज़ मामले में निकली वारंट को लेकर.

हालांकिं पुलिस जयराम के समर्थको की भीड़ को देखते हुए किसी तरह विधि व्यवस्था विगड़े नही इसीलिए उसे चुनावी सभा करने दिया गया। शाम तक अलग अलग जगहों पर सभा करते हुए जयराम महतो गायव हो गये और पुलिस् हाथ मलते रह गयी.

 सत्ता के इशारे पर गिरफ्तारी?


अपनी गिरफ्तार को एक साजिश बताते हुए जयराम ने कहा है कि यह इस बात का सबूत है कि सरकार और सत्ता उससे किस कदर डरी हुई है. उसे पत्ता है कि गिरिडीह का समीकरण बदलने वाला है. सत्ता पक्ष की हार होने वाली है. इस हताशा में वह हमें अखाड़े से हटाना चाहती है, ताकि हम अपना प्रचार प्रसार नहीं कर सकें. लेकिन सरकार की यह मंशा पूरी नहीं होने वाली है. इस घटना के बाद हमारे समर्थक और भी बुलंद होंगे और इसकी अंतिम परिणति झारखंड क्रांतिकारी लोकतांत्रिक मोर्चा की जीत में होगी. इसके साथ ही यह सवाल भी खड़ा होने लगा है कि क्या वाकई सियासी दलों में टाईगर जयराम का खौफ पसर रहा है, हालांकि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन यदि इस गिरफ्तारी को भाजपा की ओर से विरोध नहीं होता है, तब तो सवालों के घेरे में भाजपा भी आयेगी. यह सवाल भी खड़ा होगा कि क्या टाईगर जयराम के सवाल पर स्थापित सियासी दलों का रवैया एक है. बेचैनी दोनों ओर है और टाईगर जयराम को अखाड़े से हटाने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की सहमति है.

नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तारी क्यों..?


लेकिन मूल सवाल यह है कि आखिर प्रशासन ने टाईगर जयराम की गिरफ्तारी के लिए इस वक्त को ही क्यों चूना? टाईगर जयराम का दावा है कि जिस मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है, वह विधान सभा घेराव से जुड़ा है. जबकि उस वक्त प्रशासन की ओर से यह भरोसा दिलाया गया था कि किसी भी छात्र पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होगी, प्राथमिकी दर्ज भी नहीं हुई थी, लेकिन अब अचानक से गिरफ्तारी का फरमान जारी हुआ है. तो क्या सत्ताधारी दल में टाईगर जयराम का खौफ है, क्या इस गिरफ्तारी का फरमान रांची से जारी हुआ है, क्या झामुमो टाईगर जयराम को गिरिडीह के अखाड़े से हटाना चाहती है, क्या बगैर टाईगर जयराम को गिरफ्तार किये, मथुरा महतो की जीत पर संशय है, क्या इस बात खौफ है कि युवाओं का जो तूफान टाईगर जयराम के पक्ष में उमड़ रहा है, उसका नुकसान झामुमो को हो सकता है. टाईगर जयराम की इस गिरफ्तारी के पीछे कारण कुछ भी हो, लेकिन इतना तय है कि इस गिरफ्तारी ने टाईगर जयराम को एक हीरो के रुप में स्थापित जरुर कर दिया है, अब उसकी दहाड़ और भी दूर तक जाती दिखलायी देगी.

स्थापित राजनेताओं के लिए बना चुनौती


आज जयराम स्थापित सियासतदानों के बीच एक नया चेहरा है. टाईगर जयराम का चेहरा पहली बार सुर्खियों में तब आया था, जब भाषा आन्दोलन के दौरान गिरिडीह-धनबाद में मानव श्रृखंला का निर्माण हुआ था. भाषा आन्दोलन की आंच कम होते ही जयराम खतियान आन्दोलन के साथ जुड गयें, और अब यह सियासी इंट्री हो रही है. इस हालत में देखना होगा कि वह सियासत के इन पुराने धुरंधरों के सामने कितनी गंभीर चुनौती पेश कर पाते हैं, हालांकि सोशल मीडिया पर जयराम समर्थकों की एक बड़ी संख्या है, लेकिन असली मुकाबला तो जमीन पर लड़ी जानी है. और इस मुकाबले से ही तय होगा कि जिन मुद्दों और नारों के सहारे जयराम झारखंड को बदलने का दावा करते रहे हैं, उन मुद्दों और नारों की आम जनता के बीच कितनी स्वीकार्यता है, या वे नारें महज सोशल मीडिया की सुर्खियों तक ही सीमित है. सवाल यह भी है कि जयराम की इस इंट्री से क्या किसी का खेल बिगड़ने वाला है, या जयराम अपना खेल बनाने की स्थिति में आ ख़ड़े हुए हैं, और क्या उनकी गिरफ्तारी की असली वजह यही है.

 कहीं गिरिडीह सीट पर संकट तो नही


हालांकि जानकारों का दावा है कि जयराम की कोशिश लोकसभा चुनाव के बहाने विधान सभा के लिए अपनी जमीन को तैयार करने की है. ताकि स्वीकार्यता का विस्तार के साथ ही संगठन का दायरा भी बढ़ें. लेकिन जिस तरीके से गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया है, उससे तो लगता है कि संकट कहीं गहरा है, और बहुत संभव है कि इस बार गिरिडीह में एक बड़ा बदलाव देखने को मिले या फिर इस बदलाव की धूरी बन कर टाईगर जयराम सामने आयें.

पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने और 14 दिनों के लिए बढ़ाई पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत

झारखंड डेस्क

रांची स्थित पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है।

हेमंत सोरेन को अब 16 मई तक रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रहना होगा।

गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में उनकी उनकी पेशी हुई और इसके बाद न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा दी गई।

जमीन घोटाले के इसी मामले में जेल में बंद राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मास्टरमाइंड मो. सद्दाम की भी आज अदालत में ऑनलाइन पेशी हुई और उनकी हिरासत भी 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई।

बता दें कि रांची के बड़गाईं अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीदारी करने के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को बीते 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं।

अपडेट: संजय सेठ ने पूरे शाही अंदाज में पहुंचे नामांकन के लिए,समर्थकों पर जेसीवी से वरसाए गये पुष्प,रैली में युवाओं में था उत्साह

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानता से किया अपील,भारत को मज़बूत बनाने के लिए सेठ को एक बार फिर दें मौका

रांची लोकसभा सीट के लिए भाजपा प्रत्याशी सांसद संजय सेठ ने पुन: पर्चा दाखिल किया।

नामांकन से पहले मोरहाबादी मैदान में हजारों समर्थकजुटे। यहां से रैली निकली और समाहरणालय तक पहुंची। रैली के दौरान जेसीबी मशीन से से समर्थकों के उपर फूलों की वर्षा की गई।

जेसीबी पर बड़ी-बड़ी टोकरियों में भरकर फूलों की पंखुड़ियां रखी गयी थी। जिसे उस मशीन के सहारे रैली में निकले समर्थको पर बरसाया गया।

संजय सेठ के नामांकन में शामिल होने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रांची आए थे। उन्होंने अपील किया कि रांची की जनता एक बार फिर्। संजय सेठ को रांची से विजयी बनाकर लोकसभा भेजें, ताकि पीएम मोदी का हाथ मजबूत हो और देश का और तेजी से विकास हो सके।

संजय सेठ के नामांकन में एवं मोराबादी सभा में भारी भीड़ जुटी। इस अवसर पर युवाओं में भरपूर जोश दिखा। पूरे रांची लोकसभा क्षेत्र से हजारों लोग मोरहाबादी में पहुंचे थे

संजय सेठ के नामांकन में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि देश की जनता उन्हीं लोगों को वोट देगी, जो 10 साल से देश को विकसित भारत बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

सुदेश महतो ने मोदी विरोधी गठबंधन I.N.D.I.A. पर तंज कसते हुए कहा कि इनकी बारात तैयार है. लेकिन, दूल्हे का पता नहीं है. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन ने सिर्फ अपना नाम बदला है. चेहरे आज भी वही हैं।

अंतत:रांची पुलिस नही कर सकी जयराम महतो की गिरफ्तार,बैरंग लौटी वापस,हुई पुलिस कि किरकिरी,जानिये क्यों...?

झारखंड डेस्क

झारखंड सरकार की रांची पुलिस कि उस समय भद्द पिट गयी जब जयराम महतो ने गिरफ्तारी देने से इंकार कर दिया।रांची पुलिस 2022 में विधानसभा घेराव करने के मामले में दर्ज़ मुकदमा में निकले वारंट को लेकर बोकारो पहुंची थी। ताकि नामांकन दाखिल करने के बाद जयराम महतो को गिरफ्तार कर लिया जा सके, लेकिन पुलिस की उम्मीदों पर पानी फिर गया।

समहारणालय परिसर में उसे गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी भी की गयी लेकिन वहां जूटे हज़ारों लोगों कि भीड़ को देखते हुए पुलिस ने उसे चुनावी सभा को सम्बोधित करने दिया।

चुनावी सभा के बाद जयराम महतो ने गिरफ्तारी देने से इनकार कर दिया। इस दौरान उनके समर्थकों व पुलिस के बीच नोंक-झोंक भी हुई।

नामांकन दाखिल करने के बाद जयराम महतो ने रांची पुलिस से कहा कि वे बोकारो के चास स्थित सभास्थल पर गिरफ्तारी देंगे। उन्हें चुनावी सभा करने दी जाए।वे समर्थकों के बीच सभास्थल पर पहुंचे। पहले उन्होंने शाम पांच बजे तक लोगों को संबोधित करने की बात कही वह। जब गिरफ्तारी देने की बात आई तो वे लापता हो गये।

इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच हल्की नोंक-झोंक हुई। समर्थकों ने गो बैक के नारे लगाए। आखिरकार पुलिस बैरंग लौट गयी।

हालांकि जयराम महतो ने मंच से नॉमिनेशन रद्द करने की धमकी देने पर चुनौती देते हुए कहा कि संविधान पर विश्वास रखते हुए सदन जाने के लिए मैंने नामांकन दाखिल किया कि। अगर आप नॉमिनेशन रद्द करने की धमकी देते हैं तो हम झुमरा और पारसनाथ में रहकर अपना काम करेंगे। हमें अपराधी बनाने की कोशिश नहीं करें। जयराम महतो के नामांकन को लेकर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे के। तमाम प्रयास के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस प्रशासन की किरकिरी हुई।

इस बीच पुलिस ने सख्ती से इस मामले को लेकर और प्राथमिकी दर्ज कर ली है।और जयराम महतो के 6 समर्थोको को गिरफ्तार भी कर लिया है।पुलिस सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय पुलिस जयराम महतो कि तालाश कर रही है।और करवाई की बात कर रही है।

कोडरमा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनपूर्णा देवी ने किया नामांकन, चुनावी सभा को युपी के उप्मुख्य् मंत्री केशव प्रसाद मौर्य किया सम्बोधित

झारखंड डेस्क

कोडरमा लोकसभा की प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी ने आज गिरिडीह समाहरणालय में अपना नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन में बाबूलाल मरांडी भी शामिल हुए।

उसके बाद सर्कस मैदान में उनके चुनावी सभा को केशव प्रसाद मौर्य ने संबोधित किया।

अनपूर्णा देवी वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री हैं।पिछले चुनाव में वे कोडरमा से भारी मतों से जीती थी।इस बार भी भाजपा ने इनपर भरोसा जताया है।

आज् वे गुरुवार (2 मई) को गिरिडीह समाहरणालय पहुंचकर डीसी सह निर्वाची पदाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा के समक्ष अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया।

इस दौरान अन्नपूर्णा देवी के साथ मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री सह झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, जमुआ विधायक केदार हाजरा, कोडरमा विधायक नीरा यादव, पूर्व आईजी सह भाजपा नेता लक्ष्मण प्रसाद सिंह, अशोक उपाध्याय, मुकेश जालान समेत कई भाजपा नेता शमिल हुए।

उधर, नामांकन के बाद शहर के सर्कस मैदान में चुनावी सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता कर्मवीर सिंह समेत कई अन्य नेता शामिल हुए।

लोहरदगा के भंडरा में भाजपा के चुनावी कार्यालय का उद्घाटन मंडल अध्यक्ष विवेक सोनी ने किया

झारखंड डेस्क

लोहरदगा। भारतीय जनता पार्टी का लोकसभा चुनाव को लेकर भंडरा में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन मंडल अध्यक्ष विवेक सोनी की अध्यक्षता में प्रदेश महामंत्री भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा बिंदेश्वर उरांव ने फीता काटकर एवं नारियल फोड़़कर किया गया।

मौके पर भाजपा नेता बिंदेश्वर उरांव ने कहा कि कार्यालय खुलने के बाद प्रचार प्रसार में सुगमता होगी। सभी कार्यकर्ता कार्यालय आकर चुनाव प्रचार में लग जाये। इस बार भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी समीर उरांव को भारी बहुमत से जिताने का आह्वान किया। इस बीच बैठक को प्रभारी ब्रजबिहारी प्रसाद, नीरज नलिन, त्रिवेणी दास, उमेश कास्यंकार ने भी संबोधित किया और सभी ने एक स्वर में समीर उरांव को जिताने की बात कही।

यहां पर उद्घाटन समारोह में राजकिशोर साहू,बिंदेश्वर महतो, राजेश साहू, रामविलास साहू, श्रवण गुप्ता, केदार प्रसाद, धनंजय तिवारी, दामोदर तिवारी, संजय महतो , बिना देवी, उमेश प्रजापति आदि मौजूद थे।

इंडिया गठबंधन के लिए चमरा लिंडा बने मुसीबत, आदिवासियों का मिल रहा समर्थन,आदिवासी महासभा ने भी कर दिया इसका एलान

झारखंड डेस्क

बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने JMM पार्टी से बगावत कर पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करती जा रही है। उन्‍होंने लोहरदगा में पार्टी नेतृत्व की इच्छा के विरुद्ध नामांकन कर दिया। वह यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। उनके इस फैसले से पार्टी नाराज है। पार्टी ने यह भी कह दिया कि अगर उन्‍होंने नामांकन वापस नहीं लिया तो उनके खिलाफ एक्‍शन लिया जा सकता है।

इधर इस बीच आदिवासियो का समर्थन भी इन्हे मिल रहा है जिसके कारण इंडिया गठबंधन के लिए ये मुसीबत बनते जा रहे हैं।ताज़ा सूचना के अनुसार सात पाड़हा दरहा मर्चा चनगनी बेड़ो मे पूर्व मंत्री सह आदिवासी महासभा के संयोजक देवकुमार धान की अध्यक्षता मे आदिवासी महासभा का बैठक हुइ जिसमे आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर गहन विचार विमर्श के बाद लोहरदगा लोकसभा के निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा को समर्थन देकर भारी मतो से विजयी दिलाने की बात कही गयी।

आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासियो की अस्मिता और अस्तित्व को मिटाने पर तुली हुई है। जिसमे काग्रेस का भी हाथ है जिसने हमेशा आदिवासियो की उपेक्षा की है 2024 के लोकसभा चुनाव मे बीजेपी और काग्रेस ने अपने चुनाव मेनोफेस्टो मे आदिवासियो के पहचान धर्म कोड के बारे मे कोई भी बात नही कही गई है।

आदिवासियो के जल ,जंगल और जमीन के संरक्षण मे दोनो पार्टी विफल रही है। बैठक मे पूर्व प्रमुख बुधवा उरांव माण्डर,पूर्व प्रमुख महतो भगत बेड़ो, नारायण उरांव आदिवासी महासभा अध्यक्ष, जतरू उरांव, सात पाड़हा राजा जीतू उरांव, बारह पाड़हा राजा सोहराई उरांव समेत सैकड़ो लोग मौजूद थे।