मुख्य कोषाधिकारी से मिलकर लगाई न्याय की गुहार

गोरखपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का प्रतिनिधि मंडल कोषागार में जाकर मुख्य कोषाधिकारी से मुलाकात कर सहायक कोषाधिकारी रहे स्वर्गीय अश्वनी श्रीवास्तव के परिजनों को न्याय दिलाने की बात की।

यहां बताते चलें कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री रहे पूर्व सहायक कोषाधिकारी श्री अश्विनी श्रीवास्तव की मृत्यु दिनांक 3 जनवरी 2024 को हो गई मुख्यमंत्री के आदेश अनुसार मृतक आश्रित को उसके समस्त दावे की भुगतान 30 दिन के अंदर करके पेंशन प्रारंभ करना होता है, लेकिन इस प्रकरण में लगभग 5 महीना होने वाला है परन्तु अभी तक मृतक के परिजनों को अभी तक ना ही दावे के धनराशि प्राप्त हुई, नहीं उनकी पेंशन प्रारंभ हुई और ना ही मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति की गई।

इसी संबंध में आज परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव और महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल की अगुवाई में पंडित श्याम नारायण शुक्ल,अशोक पांडे अनूप कुमार,इजहार अली आदि कर्मचारी नेताओं ने मुख्य कोषाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह से मुलाकात कर स्वर्गीय अश्वनी श्रीवास्तव के परिजनों को दावे की धनराशि दिलाने पेंशन प्रारंभ करने और मृतक आश्रित कोटे में नौकरी की बात किया ।

इस पर मुख्य कोषाधिकारी बहुत ही संवेदनशील और सकारात्मक दिखे, प्रतिनिधि मंडल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्व० अश्वनी श्रीवास्तव के केश में कुछ विभागीय अड़चने थी जिनका समाधान कर लिया गया है, अब दस दिन के अंदर उनके दावे की सभी धन राशि उनके परिजनों के खाते में भेज दी जाएगी। तथा शीघ्र ही पारिवारिक पेंशन भी शुरू हो जाएगी। मुख को अधिकारी के सकारात्मक रुख पर परिषद ने उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

चिलचिलाती तेज धूप में स्कूलों से घर पहुंच रहे हैं बच्चे

खजनी गोरखपुर।स्कूलों में छुट्टी होने के बाद दोपहर के समय तेज चिलचिलाती धूप में स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपने घर पहुंच रहे हैं। कुछ बड़े और समझदार बच्चे अपने सर ढंक कर और छांव तलाश करते हुए जाते हैं। किंतु नादान छोटे बच्चों को तेज धूप और गर्मी झुलसा दे रही है।जिले का तापमान लगातार 42 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, भीषण गर्मी लोगों को बेहाल कर रही है, इस भयानक गर्मी से सभी परेशान हैं। वहीं इस गर्मी ने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की समस्याएं भी बढ़ा दी है।

जिले में इस समय सभी सरकारी स्कूल सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया गया है। इन दिनों धूप सबेरे से ही झुलसाने लगी है, ऐसे में बच्चों को सुबह और दोपहर दोनों समय धूप और गर्मी के बीच अपने घरों से स्कूलों तक का सफर तय करना पड़ रहा है। क्षेत्र के तमाम अभिभावक भी अपने बच्चों को लेकर चिंता जता रहे हैं। लोगों ने छोटे बच्चों के स्कूल बंद किए जाने की मांग की है।

गर्मी के कारण सबसे अधिक प्रभावित सरकारी स्कूलों के बच्चे हो रहे हैं। कई स्कूलों में पंखे भी नहीं हैं और बिजली भी नहीं रहती। छोटी कक्षाओं के बच्चों को तो अभिभावक खुद स्कूल पहुंचाने और ले आने जा रहे हैं। वहीं निजी स्कूलों में बस सुविधा होने के कारण बच्चों का धूप से बचाव हो जा रहा है। लेकिन दोपहर के समय सभी बच्चे गर्म 'लू' की चपेट में आ रहे हैं। अभिभावक मनोज पटवा, सुधीर, संतोष कुमार, मंजू देवी, सीमा, ममता, किरण बाला, महेश, कृष्णकुमार, लालचंद मौर्या, विनोद कुमार आदि का कहना है कि दोपहर के समय बच्चे तीखी धूप में घर पहुंच रहे हैं। जिससे उनकी तबीयत खराब होने का भय बना रहता है।

महिलाओं ने बताया कि कई बार तो वे बच्चों को स्कूल से लेने पहुंच जाती हैं लेकिन कई बार कामकाज के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाता और बच्चे पसीने से लतपथ थके हारे से घर पहुंचते हैं। उनके बीमार पड़ने का खतरा भी रहता है। बताया गया कि सुबह से ही काफी गर्मी हो जाती है। लोगों ने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि हीट वेव को देखते हुए स्कूलों में अवकाश होना चाहिए जिससे कि बच्चों को गर्मी से राहत मिल सके।

इस संदर्भ में बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे ने बताया कि प्रशासन के द्वारा स्कूलों का समय सबेरे 7.30 बजे से 11.30 बजे तक किया गया है। 'लू' से बचने के लिए सभी बच्चों को फुल आस्तीन के कपड़े पहनने लगातार पानी पीते रहने की सलाह दी गई है। साथ ही बच्चों को तेज धूप में बाहर निकलने और खेलने से भी रोका गया है। जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों में अवकाश को लेकर जैसे ही कोई आदेश मिलेगा उसका अनुपालन किया जाएगा।

चोरी के मामले में 4 अभियुक्तों को पुलिस ने जेल भेजा, चोरी का सामान बरामद,पूर्व में दर्ज 3 मुकदमों में वांछित मिले

खजनी गोरखपुर।पुलिस ने चोरी के आरोपित 4 वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

खजनी थाने में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या-183/2024 में भारतीय दंड विधान की धारा 379,411,413 के वांछित अभियुक्तों को पुलिस ने आज 29 अप्रैल 2024 को तकरीबन 12.20 बजे जैतपुर कस्बे में स्थित कबाड़ की दुकान से गिरफ्तार किया पुलिस टीम ने उनके पास से चोरी किए गए सामान लगभग 7 कुंतल मोटी पतली सरिया,एक पीले रंग की ग्राइंडर मशीन कंपनी डेवाल्ट कंपनी और नगद 1 हजार 770 रूपए बरामद किया।

गिरफ्तार अभियुक्तों की शिनाख्त रामस्वरूप निषाद 20 वर्ष विरेन्द्र निषाद 32 वर्ष और सोनू निषाद 30 वर्ष निवासीगण ग्राम सीयर थाना खजनी और आद्या प्रसाद निवासी सुरजकुंड सुभाष नगर कॉलोनी थाना तिवारीपुर के रूप में की गई। सभी आरोपियों को विधिक कार्रवाई के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसआई अरविंद सिंह यादव प्रशिक्षु एसआई शुभम सिंह कांस्टेबल विनित यादव शामिल रहे। आरोपितों खजनी थाने में पुर्व में दर्ज चोरी के 3 मुकदमों में भी वांछित पाए गए।

डॉ सुशील कुमार को प्राणी विज्ञान अनुसंधान में उत्कृष्टता पुरस्कार मिला

गोरखपुर। सतत विकास हेतु जीव विज्ञान और अनुपयुक्त विज्ञान के एकाकृत अतः विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में डॉ सुशील कुमार, सहायक आचार्य, प्राणि विज्ञान विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर को एशियन बायोलॉजिकल रिसर्च फाऊंडेशन ( एबीआरएफ) के द्वारा "प्राणि विज्ञान अनुसंधान में उत्कृष्टता पुरस्कार" प्राप्त हुआ।

इसका आयोजन विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश (सीएसटी, यूपी) द्वारा प्रायोजित एवं जैव संकाय एम.एल.के. पीजी कॉलेज, बलरामपुर के द्वारा ए बी आर एफ उत्तर प्रदेश के सहयोग से 27-28 अप्रैल को आयोजित किया गया ।डॉक्टर सुशील ने अपना व्याख्यान "हेलिकोबैक्टर पायलोरी बैक्टीरिया के इन्फेक्शन और पेट के कैंसर के इंडियन एनिग्मा" के बारे में दिया।

डॉक्टर सुशील के 25 से ज्यादा शोध पत्र और 5 पुस्तक अध्याय अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित है इस उपलब्धि के लिए उन्हें प्राणि विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रविकांत उपाध्याय सहित विश्वविद्यालय के बहुत से शिक्षको ने बधाई दी।

गगन जायसवाल बने लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष

खजनी गोरखपुर।तहसील के लेखपाल संघ के चुनाव में गगन जायसवाल अध्यक्ष पद पर चुने गए, उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अश्वनी सिंह को सिर्फ एक मत के अंतर से पराजित किया। वहीं मंत्री पर हर्षित सिंह को चुना गया।

उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी मनु उपाध्याय को 16 मतों के अंतर से हराया। जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए अनुराग राय, उपमंत्री पद पर रामनारायण कन्नौजिया कोषाध्यक्ष पद पर प्रदीप यादव कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर उपेश भारती आय व्यय निरीक्षक पद के लिए सतीश सिंह को निर्विरोध निर्वाचित किया गया।

आज तहसील मुख्यालय में लेखपाल संघ के चुनाव में कुल 66 लेखपालों में 62 लेखपालों ने मतदान में हिस्सा लिया जबकि 4 लेखपाल अनुपस्थित रहे। इस दौरान लेखपालों और तहसील के कर्मचारियों के द्वारा सभी चयनित पदाधिकारियों को फूल माला पहनाकर बधाई दी गई। वरिष्ठ पदाधिकारियों की देखरेख में चुनाव का कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ।

छात्रवृत्ति परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थी हुए सम्मानित

खजनी गोरखपुर।राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा में क्षेत्र के बहुरीपार में स्थित उमा प्रसाद सिंह दामोदर दास इंटर कॉलेज के 7 विद्यार्थी चयनित हुए। विद्यालय के प्रधानाचार्य पंकज कुमार सिंह ने सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों अंकुश, सुष्मिता, प्रियंका, सुहानी, अभिषेक, साहित्य निगम एवं अंशिका को फूल माला और मेडल पहनाकर सम्मानित किया।

उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए अभिभावकों से अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की अपील की। उन्होंने बताया कि जिले से कुल 301 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं जिनमें विद्यालय के 7 बच्चों को सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि चयनित विद्यार्थियों ने क्षेत्र और विद्यालय का नाम रौशन किया है। इससे पूर्व बच्चों के सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन सरस्वती पूजन के साथ शुरू हुआ। इस दौरान डॉक्टर साधना यादव, दिनेश चंद्र, विदुर प्रसाद, भूपेंद्र कुमार, पांचू सिंह पटेल, डॉक्टर नीतू सिंह, शालिनी सिंह, रवि प्रताप राव समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।

‘मधुमेह वाले टीबी मरीजों के लिए दोनों बीमारियों की दवाओं का सेवन जरूरी


गोरखपुर।लापरवाही करने पर मधुमेह की सहरूग्णता वाले टीबी मरीज अपेक्षाकृत धीरे धीरे ठीक होते हैं और उनमें जटिलताओं की आशंका भी कहीं अधिक होती है । मधुमेह ग्रसित टीबी मरीज भी अच्छी दिनचर्या, संयमित खानपान और समय से टीबी और मधुमेह की दवा खाकर स्वस्थ हो सकते हैं।

इसी उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक टीबी मरीज के मधुमेह की जांच अनिवार्य तौर पर करवाता है । जांच में जिन मरीजों में मधुमेह की भी पुष्टि होती है उन्हें इसके चिकित्सक को दिखा कर दवा शुरू करने की सलाह दी जाती है । विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह वाले टीबी मरीजों के लिए दोनों बीमारियों की दवाओं का सेवन जरूरी है ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 2021 में प्रकाशित ग्लोबल टीबी रिपोर्ट के अनुसार मधुमेह, टीबी के मामलों और टीबी की मृत्यु दर को प्रभावित करने वाले एक प्रमुख कारक है। यह टीबी की बीमारी के खतरे को दो से तीन गुना, इलाज के दौरान मौत की आशंका को दोगुना, इलाज पूरा होने के बाद दोबारा टीबी होने की आशंका को चार गुना और ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी होने की आशंका को दोगुना बढ़ा देता है ।

जिला क्षय अधिकारी डॉ गणेश यादव बताते हैं कि मधुमेह मरीजों द्वारा सतर्कता के साथ इलाज लेने से किसी भी प्रकार की जटिलता पैदा नहीं होती है । हां, ऐसे मरीजों में टीबी की जांच, पहचान और इलाज में बहुत देरी नहीं होनी चाहिए । अगर मधुमेह मरीज में दो सप्ताह से अधिक की खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, बलगम में खून आना और सीने में दर्द जैसे टीबी के लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराई जानी चाहिए । प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उनमें टीबी की आशंका कम होती है । जिला समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा द्वारा लगातार सभी एसटीएस और निजी क्षेत्र को इस बारे में विशेष सतर्कता बरतने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज के टीबी यूनिट पर वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक (एसटीएस) अमित नारायण मिश्र बताते हैं कि उनके यहां औसतन प्रति माह दो सौ के आसपास नये टीबी मरीज पंजीकृत होते हैं। जब इन मरीजों के मधुमेह स्तर की जांच कराई जाती है तो करीब दस मरीज मधुमेह से भी पीड़ित मिलते हैं । चिकित्सक द्वारा टीबी के साथ मधुमेह पीड़ित मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सक के पास रेफर कर दिया जाता है। वहां से मधुमेह की दवा शुरू हो जाती है । मरीजों को परामर्श दिया जाता है कि दोनों दवाएं साथ साथ खानी है । उन्हें बताया जाता है कि मधुमेह नियंत्रित न रख पाने पर टीबी से समस्याएं बढ़ सकती हैं ।

त्वरित जांच की सुविधा उपलब्ध

आयुष्मान आरोग्य मंदिर से लेकर प्रत्येक सरकारी अस्पताल पर मधुमेह की त्वरित जांच की सुविधा उपलब्ध है । टीबी मरीजों को प्रत्येक दशा में मधुमेह की जांच अवश्य करानी चाहिए । अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता को भी निर्देश है कि वह मधुमेह ग्रसित टीबी के संभावित मरीजों की जांच अवश्य कराएं। टीबी के साथ मधुमेह है तो दवाओं के अलावा खाने पीने में अधिक सतर्कता बरतनी है । उन्हें मीठी चाय और मीठे खानपान से परहेज रखना है। रोटी, दाल और हरी सब्जी का सेवन करें। सेब, अमरूद और संतरा जैसे फलों का सेवन करना चाहिए। फलों के जूस का सेवन नहीं करना है।

डॉ आशुतोष कुमार दूबे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

दरगाह मुबारक खां शहीद के सालाना उर्स को सकुशल संपन्न करने के लिए कमेटी के लोगो ने अधिकारियों से की मुलाकात

गोरखपुर । निगाहें वली में वह तासीर देखी बदलती हजारों की तकदीर देखी कुछ ऐसी तासीर है सरजमी गोरखपुर के वालियों में अगर उनकी निगाह बंदे पर पड़ जाए तो अल्लाह की रहमत नाजिल हो जाए इतिहास गवाह है कि जब-जब समाज में बुराई फैली है इन्हीं सूफी संतों ने आगे बढ़कर समाज में फैली बुराई को समाप्त करने का काम किया है ।

हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक हजरत बाबा मुबारक खां शहीद के आस्ताने पर सभी धर्मो के लोग अपनी मुरादे लेकर आते है। और बाबा उनकी जायज़ मुरादे पूरी करते हैं।

हजरत मुबारक खां शहीद दरगाह कमेटी ने आज एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ,नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ योगेंद्र सिंह, सीओ एलआईयू अभिषेक कुमार राहुल समेत विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात किया । नॉर्मल स्थित हजरत मुबारक खां शहीद रहमतुल्ला अलैहे के तीन दिवसीय उर्स व मेले में प्रदेश के विभिन्न प्रांतो से हजारो की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर दरगाह कमेटी के अध्यक्ष इकरार अहमद, उपाध्यक्ष शमशेर अहमद शेरू, हाजी कलीम फर्जनद, हाजी खुर्शीद खान ,सैय्यद शहाब,अबदुल्लाह, आरफीन समेत तमाम लोगो ने अधिकारियों से मुलाकात कर दरगाह की समस्याओं से अवगत कराया गया और उर्स व मेला की समस्याओ के समाधान को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए गुजारिश की गई और अधिकारियों उर्स में आने की दावत भी दी गई।

उर्स के मुबारक मौके पर देश के मशहूर कव्वाल दिल्ली से वसीम साबरी 7 व 8 मई को, बदायूं से जुनैद सुल्तानी 7 मई को और देश के मशहूर कव्वाल शरीफ परवाज का मुकाबला वसीम साबरी से 8 में को होगा।

एक शाम प्रो.(डा.)रामचेत चौधरी के नाम काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन

गोरखपुर शहर के युवा कवि एवं शायर व समाजसेवी मिन्नत गोरखपुरी के नेतृत्व में कवियों एवं शायरों ने पदम श्री मिलने पर प्रोफेसर (डॉक्टर) रामचेत चौधरी का भव्य स्वागत एवं सम्मान समारोह का आयोजन उनके शाहपुर स्थित आवास पर किया। संबोधित करते हुए मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि प्रोफेसर (डॉक्टर) रामचेत चौधरी ने काला नमक की खेती करके किसानों की आय को तिगुनी करने के लिए जो शानदार काम किया है।

जिसके लिए उनको भारत की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू जी द्वारा पदम श्री सम्मान से सम्मानित किया गया| इसकी जितनी भी तारीफ की जाये वह काम है।

इस अवसर पर एक काव्य गोष्टी का भी आयोजन किया गया। जिसकी की अध्यक्षता स्वयं प्रोफेसर (डॉक्टर) रामचेत चौधरी ने किया ।

कार्यक्रम का संचालन मिन्नत गोरखपुरी ने किया ।

इस अवसर पर सरस्वती वंदना के साथ आशिया गोरखपुरी ने काव्य गोष्ठी का आरंभ किया। साथ ही साथ उत्कर्ष पाठक, गौतम गोरखपुरी, मिन्नत गोरखपुरी, डॉक्टर सरिता सिंह, कुंदन वर्मा, प्रेमलता रासबिंदु आदि ने काव्य पाठ किया।

इस अवसर पर डॉक्टर पी एन सिंह, डॉक्टर राकेश कुमार, मोहम्मद युसूफ, फजल खान, समीर खान, अशफाक हुसैन मेकरानी, सैय्यद रेहान मारुफी, लडडन खान, मोहम्मद सरीम, फिरोज अहमद, सैयद इरशाद अहमद, एडवोकेट अनीश आदि मौजूद रहे ।

क़ुरआन व हदीस की शिक्षा के मुताबिक जीवन गुज़ारें : मुफ्ती अख्तर

गोरखपुर। मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर में महान दीनी महफ़िल हुई। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत हाफिज मो. अशरफ रज़ा ने की। नात अलहम खान, आहिल मारूफ, अब्दुल समद, गुलाम वारिस ने पेश की।

अध्यक्षता करते हुए मुफ्ती अख्तर हुसैन ने कहा कि मुसलमान क़ुरआन व हदीस की शिक्षा के मुताबिक जीवन गुज़ारें। शिक्षा पर मुसलमान विशेष ध्यान दें। शिक्षा के बगैर कोई भी मनुष्य, समुदाय व समाज विकास नहीं कर सकता है। मुसलमानों ने विज्ञान के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और विज्ञान को मजबूती प्रदान की है। विज्ञान का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं जिसमें मुसलमानों ने अपना योगदान न दिया हो। मुसलमानों के लिए ज्ञान के क्या मायने हैं, उसे क़ुरआन-ए-पाक ने अपनी पहली ही आयत में स्पष्ट कर दिया है। अतीत में मुसलमानों ने उसी आयते करीमा का पालन करते हुए वह स्थान प्राप्त कर लिया था जिसके बारे में आज कोई सोच भी नहीं सकता है।

उन्होंने कुरआन व हदीस पढ़ने उसके अर्थ को समझने की अपील करते हुए पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से मजबूती के साथ ताल्लुक जोड़ने की बात कही। शिक्षा हासिल करने और सही दिशा में प्रयासरत रहने की बात भी की।

विशिष्ट वक्ता मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने कहा कि अल्लाह ने इंसान को अपनी इबादत और बंदगी के लिए पैदा फरमाया है। हमारी रहनुमाई के लिए अल्लाह ने पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को भेजा और उन पर कुरआन-ए-पाक नाज़िल फरमाया। बेहतर दीनी व दुनियावी ज़िंदगी के लिए क़ुरआन और हदीस की तालीमात पर अमल करना होगा। इस पर अमल करने वाले ईमान वाले हैं। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पूरी ज़िंदगी दुनिया में अमन चैन व ईमानी हिदायत के लिए काम करते रहे। उन्होंने हर पीड़ित व मज़लूम की न सिर्फ सहायता की, बल्कि उसके लिए त्याग भी किया।

अंत में दरूदो सलाम पढ़कर मुल्क में खुशहाली व तरक्की की दुआ मांगी गई। संचालन मौलाना दानिश रज़ा अशरफी ने किया। महफ़िल में हाफिज सैफ अली, नूर आलम, आतिफ अहमद, मोहम्मद असद, लब्बैक हुसैन, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद यासिर, मोहम्मद उबैद, मोहम्मद कैफ, मो. सफियान आदि ने शिरकत की।