*पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या, देखें कैसे पुलिस ने किया मामले का खुलासा*
यूपी के कन्नौज जिले में पुलिस ने एक हत्या के मामले का खुलासा करते हुए हत्या की साजिश में पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची थी। इस साजिश में पत्नी ने अपने प्रेमी व उसके एक साथी के साथ मिलकर पति प्रियांशू को मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को अंजाम देकर राज छुपाने के लिए शव को सड़क किनारे फेंक कर हत्यारे फरार हो गए थे। पत्नी ने हत्या को एक्सीडेंट करार देने की भरपूर कोशिश की लेकिन मृतक के परिजनों ने पत्नी प्रांची पर ही हत्या का आरोप लगाया था पुलिस ने घटना की जांच करते हुए मृतक की पत्नी सहित इसके प्रेमी हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है।
गुरसहायगंज कोतवाली अंतर्गत पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनन्द ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक कन्नौज डॉ संसार सिंह के मार्गदर्शन एवं क्षेत्राधिकारी सदर कमलेश कुमार के पर्यवेक्षण के अन्तर्गत कोतवाली गुरसहायगंज पुलिस ने एक महिला और उसके प्रेमी को पति की हत्या के मामले मे गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस मामले को लेकर आशा देवी पत्नी स्व0 ओमकार निवासी ग्राम ढिपारा पोस्ट अमोलर जिला कन्नौज ने एक तहरीर पुलिस को दी जिसमें प्रांची पत्नी प्रियान्शू पटेल उर्फ बन्टू निवासी मो0 रामकृष्णनगर कस्वा व थाना गुरसहायगंज जिला कन्नौज व उसका प्रेमी अनुज कुमार पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम बसीकला थाना हसनपुर जिला अमरोहा एवं अतुल पुत्र सत्यपाल जाटव निवासी ग्राम बसीकला थाना हसनपुर जिला अमरोहा व अन्य साथियो द्वारा षडयन्त्र करके उसके पुत्र प्रियान्शू पटेल उर्फ बन्टू के सिर मे पत्थर से वार करके हत्या कर देने को लेकर कार्रवाई की मांग की गयी थी, जिसपर पुलिस ने तहरीर के आधार पर 26 अप्रैल को मु0अ0सं0 274/2024 धारा 302/120B IPC में मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। जिसके सम्बन्ध मे थाना स्थानीय से त्वरित कार्यवाही करते हुये आज 27 अप्रैल को कोतवाली गुरसहायगंज पुलिस ने नामजद अभियुक्त अनुज कुमार पुत्र वीर सिंह नि0 ग्राम बसीकला थाना हसनपुर जिला अमरोहा व मृतक की पत्नी प्रान्ची पत्नी प्रियान्शू पटेल उर्फ बन्टू निवासी मो0 रामकृष्णनगर कस्बा व थाना गुरसहायगंज जिला कन्नौज को गिरफ्तार कर लिया । अभियुक्तगण के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त इलेक्ट्रिक स्कूटी व घटना मे प्रयुक्त पत्थर बरामद । गिरफ्तार अभियुक्तगण के विरुद्ध थाना स्थानीय से अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुये न्यायिक अभिरक्षा ही जेल भेजा गया है।
कैसे रचा था हत्या का षड़यंत्र
अभियुक्त अनुज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मैं प्रियान्शु पटेल उर्फ बन्टू के मकान में किराये पर रहता था। उसी दौरान मेरी प्रियान्शु पटेल उर्फ बन्टू की पत्नी प्रान्ची से बातचीत होने लगी हम लोग एक दूसरे को पसन्द करने लगे, एक दिन प्रियान्शु ने हम लोगों को कमरे में आपत्ति जनक स्थति देख लिया था जिस पर प्रियान्शु ने प्रान्ची की मार पिटाई की थी। उसके बाद से मुझसे कमरा खाली करा लिया था मै कमरा खाली करने के बाद चला गया। लेकिन मेरी प्रान्ची व उसके घर वालों से फोन से बात होती रहती थी। प्रान्ची मुझसे बोली कि तुम प्रियान्शु को हमारे रास्ते से हटा दो। प्रान्ची ने मुझसे कहा था कि तुम किसी को तैयार कर लो उसको मै पैसे दे दूंगी तब मैने प्रियान्शु को रास्ते से हटाने के लिए अपने साथी अतुल को तैयार किया और 6 अप्रैल को मै अपने साथी अतुल के साथ गुरसहायगंज आया और मैने अपने फोन से प्रियान्शु उर्फ बन्टू को फोन करके बुलाया और उस दिन हम तीनो ने एक जगह बैठकर शराब पी। हम लोगो ने प्रियान्शु को घर में मारना चाहा तो प्रान्ची ने मना कर दिया और कहा था कि घर से बाहर मारना है और उसका एक्सीडेन्ट दिखाना है।
इसके बाद दिनांक 7 अप्रैल को सुबह के समय प्रियान्शु मुझे व अतुल को बस अड्डा छोड आया था जहाँ से हम दोनो फर्रूखाबाद चले गये थे । फर्रूखाबाद मे हम लोग बस अड्डे के पास एक होटल मे कमरा लेकर रूके और शाम होने का इन्तजार किया शाम होने पर हमने फर्रूखाबाद से ही शराब की बोतल ले ली थी और वही से एक बडा सा पत्थर उठाकर बैग मे रख लिया और रोडवेज बस से हम लोग फर्रूखाबाद से गुरसहायगंज आ गये, इसके बाद मैने प्रान्ची के मोबाइल पर फोन मिलाया और योजना के मुताबिक प्रियान्शु को हमारे पास भेजने के लिए कहा इसके बाद प्रान्ची ने प्रियान्शु को स्कूटी लेकर हमारे पास रामगंज तिराहे पर भेज दिया और उसके बाद हम लोगो ने प्रियान्शु को स्कूटी पर बीच मे बैठा लिया था स्कूटी को मै चला रहा था और गुरू कृपा कालेज के पहले ही सर्विस रोड के किनारे आम के पेड के नीचे बैठकर हम लोगो ने शराब पी थी । हम लोगो ने प्रियान्शु को ज्यादा शराब पिलाई थी जिससे उसको नशा हो गया था । तब अतुल ने प्रियान्शु के दोनो हाथ पकड लिये और मैने पीछे जाकर उसके सिर मे पत्थर से कई वार किये जब हम दोनो को पूर्ण विश्वास हो गया कि वह मर गया है तब हम लोगो ने प्रियान्शु की लाश को खीचकर सडक किनारे एक्सीडेन्ट का रूप देने के लिए बिजली के खम्भे के पास डाल दिया और वहीं पास मे ही स्कूटी को भी गिरा दिया और रास्ते मे मैने सडक किनारे एक बगिया मे पत्थर को फेक दिया था । घटना के बाद जीटी रोड से बस पकडकर हम लोग कानपुर चले गये थे । कानपुर मे हम लोगो ने सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन के पास एक होटल मे किराये पर कमरा लिया था और उसके बाद लोग ट्रेन पकडकर इन्दौर चले गये थे ।
Apr 28 2024, 11:15