मोदी घबराए हुए लगते हैं, कुछ दिनों में स्टेज पर आंसू ना निकल आएं...', प्रधानमंत्री पर राहुल गांधी का हमला

#rahul_said_modi_is_nervous_these_days 

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की 89 सीट पर आज वोटिंग के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी अपने भाषणों में बहुत घबराए हुए लगते हैं, शायद कुछ दिनों में मंच पर उनके आंसू ना निकल आएं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के बीजापुर की रैली में बीजेपी पर जमकर हमला बोला। मोदी ने पिछले 10 साल में गरीबों से सिर्फ पैसा छीना है। उन्होंने सिर्फ 20-25 लोगों को अरबपति बनाया है। उन अरबपतियों के पास उतना धन है, जितना 70 करोड़ हिंदुस्तानियों के पास है। हिंदुस्तान में 1% ऐसे लोग हैं, जो 40% धन कंट्रोल करते हैं। कांग्रेस सांसद ने आगे कहा- मोदी कुछ लोगों को अरबपति बनाते हैं, कांग्रेस सरकार करोड़ों लोगों को लखपति बनाएगी। कांग्रेस बेरोजगारी और महंगाई मिटाकर आपको भागीदारी देगी। जितना पैसा मोदी ने अरबपतियों को दिया है, उतना पैसा हम गरीबों को देंगे।

राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है, दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन संविधान को बचाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने देश के 22 लोगों को उतना धन दे दिया, जितना देश के 70 करोड़ लोगों के पास है। हिंदुस्तान में 1फीसदी ऐसे लोग हैं, जो 40% धन कंट्रोल करते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए कांग्रेस पार्टी बेरोजगारी और महंगाई मिटाकर आपको भागीदारी देगी। जितना पैसा नरेंद्र मोदी ने अरबपतियों को दिया है, उतना पैसा हम हिंदुस्तान के गरीबों को देंगे। राहुल गांधी ने कहा कि हम जीएसटी को बदलेंगे और इस अन्याय को खत्म करेंगे।

राहुल से पहले पीएम मोदी 20 अप्रैल को कर्नाटक गए थे। उन्होंने बेंगलुरु में जनसभा के दौरान कहा कि कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु को टैंकर माफिया के हवाले कर दिया है। बीते महीनों में बेंगलुरु में पानी की खासी किल्लत चल रही है। पानी की राशनिंग हो रही है। ज्यादा पानी खर्च करने पर जुर्माना लिया जा रहा है। मोदी ने ये भी कहा कि कांग्रेस सरकार एंटी-प्राइवेट सेक्टर, एंटी-टैक्सपेयर और एंटी-वैल्थ क्रिएटर्स है। कर्नाटक सरकार जिन विचारों को सपोर्ट कर रही है, वह खतरनाक है। इंडी गठबंधन का फोकस मोदी पर है, जबकि मोदी का फोकस भारत के विकास और दुनियाभर में देश की इमेज पर है।

दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, बंगाल में 5 बजे तक 72 फीसदी वोटिंग, यूपी-बिहार में 53 प्रतिशत मतदान*
#lok_sabha_election_2024_phase_2_voting 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सेकेंड फेज की 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग का समय शाम 6 बजे खत्म हो गया। 5 बजे तक त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 76.23% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 53% के आसपास मतदान हुआ। आम चुनाव के लिए दूसरे दौर के मतदान में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और पांच-पांच सीटों पर मतदान हुआ। *शाम पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत* राज्य शाम पांच बजे तक मतदान % असम 70.66 बिहार 53.03 छत्तीसगढ़ 72.13 जम्मू् कश्मीर 67.22 कर्नाटक 63.90 केरल 63.97 मध्य प्रदेश 54.58 महाराष्ट्र 53.51 मणिपुर 76.06 राजस्थान 59.19 त्रिपुरा 76.23 यूपी 52.64 पश्चिम बंगाल 71.84
दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, बंगाल में 5 बजे तक 72 फीसदी वोटिंग, यूपी-बिहार में 53 प्रतिशत मतदान

#loksabhaelection2024phase2voting

18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सेकेंड फेज की 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग का समय शाम 6 बजे खत्म हो गया। 5 बजे तक त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 76.23% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 53% के आसपास मतदान हुआ। आम चुनाव के लिए दूसरे दौर के मतदान में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और पांच-पांच सीटों पर मतदान हुआ।

शाम पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

 

राज्य शाम पांच बजे तक मतदान %   

असम 70.66

बिहार 53.03

छत्तीसगढ़ 72.13

जम्मू् कश्मीर 67.22

कर्नाटक 63.90

केरल 63.97

मध्य प्रदेश 54.58

महाराष्ट्र 53.51

मणिपुर 76.06

राजस्थान 59.19

त्रिपुरा 76.23

यूपी 52.64

पश्चिम बंगाल 71.84

संदेशखाली में सीबीआई और एनएसजी ने चलाया सर्च ऑपरेशन, हथियार-गोला बारूद बरामद*
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पश्चिम बंगाल के उत्तर बंगाल की तीन सीटों पर दूसरे चरण पर मतदान के बीच उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली से बड़ी संख्या में आग्नेयास्त्र और विस्फोटक बरामद किया गया है।केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने संदेशखाली में निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के एक रिश्तेदार के आवास पर छापेमारी में भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए। सीबीआई के बाद एनएसजी कमांडो भी संदेशखाली पहुंचे और सर्च अभियान चलाया। यह सर्चिंग 5 जनवरी को शाहजहां शेख के घर दबिश देने गई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमले से जुड़ी है। ईडी की टीम 5 जनवरी को राशन घोटाला मामले में शाहजहां के ठिकानों पर रेड करने गई थी। सूत्रों ने कहा कि सीबीआई को शाहजहां के रिश्तेदार हफीजुल खान के आवास पर हथियारों और देसी बमों के जखीरे के बारे में सूचना मिली। हफीजुल सत्तारूढ़ दल से निर्वाचित पंचायत सदस्य भी हैं। सूचना मिलने के तुरंत बाद केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कर्मियों के साथ सीबीआई की एक टीम ने मछली पालन फार्म के भीतर स्थित आवास पर छापामार कार्रवाई शुरू की। ऐसा माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन माहौल बिगाड़ने के लिए वहां हथियार, विस्फोटक और देसी बम रखे गए थे। सूत्रों ने कहा, शाहजहां की गिरफ्तारी और संदेशखाली में विभिन्न केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों और सीएपीएफ कर्मियों की बढ़ती आवाजाही के बाद, हथियारों को जमा करने के लिए जिम्मेदार लोग उन्हें हटा नहीं सके। बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल को संदेशखाली मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। अपने आदेश में कहा कि सीबीआई कोर्ट की निगरानी में जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी। मामले की अगली सुनवाई 2 मई को होगी। संदेशखाली की महिलाओं ने 8 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर यौन उत्पीड़न और जबरन जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। मामले में 3 आरोपी शाहजहां शेख, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार न्यायिक हिरासत में हैं।
NOTA से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जारी किया नोटिस, जानें क्या है मामला

#supremecourtissuesnoticetoecion_nota

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच NOTA ( (None Of The Above) का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने NOTA से जुड़ी एक याचिका पर चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है। याचिका मोटिवेशनल स्पीकर और You Can Win के लेखक शिव खेड़ा ने लगाई है। इसमें चुनाव आयोग को निर्देश देने की मांग की गई है। ख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने यह फैसला सुनाया।

याचिका शिव खेड़ा ने आयोग को यह निर्देश देने की मांग की गई है कि यदि NOTA को किसी कैंडिडेट से ज्यादा वोट मिलते हैं, तो उस सीट पर हुए चुनाव को रद्द कर दिया जाए, साथ ही नए सिरे से चुनाव कराए जाएं। याचिका में यह नियम बनाने की भी मांग की गई है कि NOTA से कम वोट पाने वाले उम्मीदवारों को 5 साल के लिए सभी चुनाव लड़ने से बैन कर दिया जाए। साथ ही NOTA को एक काल्पनिक उम्मीदवार के तौर पर देखा जाए। 

याचिका सूरत में 22 अप्रैल को बीजेपी कैंडिडेट मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत के संदर्भ में दायर की गई है। बता दें कि यहां से कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द हो गया था। दरअसल, उनके पर्चे में गवाहों के नाम और हस्ताक्षर में गड़बड़ी थी। इस सीट पर BJP और कांग्रेस समेत 10 प्रत्याशी मैदान में थे। साथ ही 21 अप्रैल को 7 निर्दलीय कैंडिडेट्स ने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहीं सोमवार 22 अप्रैल को बीएसपी कैंडिडेट प्यारे लाल भारती ने भी पर्चा वापस ले लिया। इस तरह मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए।

याचिका में ये 4 दलीलें भी दी गईं

• याचिकाकर्ता के मुताबिक NOTA के स्वरूप में सबसे अहम बदलाव महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और पुडुचेरी में देखा गया। इन राज्यों के चुनाव आयोगों (SEC) ने ऐलान किया कि यदि किसी चुनाव में NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं तो वहां दोबारा वोटिंग होगी। NOTA की शुरुआत के बाद से चुनावी प्रक्रिया में यह पहला बड़ा बदलाव था।

• राज्य चुनाव आयोगों ने नोटिफिकेशन जारी किया, जिनमें NOTA को एक काल्पनिक उम्मीदवार बताया। इसमें साफतौर पर कहा गया- अगर NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिले तो दूसरे नंबर के उम्मीदवार को विजेता घोषित करना NOTA के सिद्धांत और उद्देश्य का उल्लंघन है।

• सुप्रीम कोर्ट का NOTA लाने का मकसद यह उम्मीद करना था कि इससे चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ेगी, लेकिन ऐसा लगता है कि ऐसा नहीं हुआ। ऐसा तभी हो सकता है जब राज्य और केंद्र चुनाव आयोग महाराष्ट्र, दिल्ली, पुडुचेरी और हरियाणा की तरह NOTA को भी अधिकार दें।

• महाराष्ट्र, दिल्ली, पुडुचेरी और हरियाणा में पंचायत और नगरपालिका चुनावों से NOTA के लिए जो प्रयास शुरू हुआ है, उसे सभी स्तरों पर समान रूप से लागू किया जाना चाहिए।

क्या है नन ऑफ द अबव (NOTA)

NOTA एक वोटिंग ऑप्शन है, जिसे वोटिंग सिस्टम में सभी उम्मीदवारों के लिए असहमति दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे भारत में पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के फैसले में 2013 के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद EVM में जोड़ा गया था। हालांकि, भारत में NOTA राइट टू रिजेक्ट के लिए नहीं दिया गया है।

मौजूदा कानून के मुताबिक, NOTA को ज्यादा वोट मिलते हैं तो इसका कोई कानूनी नतीजा नहीं होता। ऐसी स्थिति में अगले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाएगा।

हृदय रोग से पीड़ित पाकिस्तानी लड़की को भारत में मिला हृदय दाता, 35 लाख रुपए मूल्य का ऑपरेशन भी मुफ्त में हुआ, पढ़िए, पूरी रिपोर्ट

हृदय रोग से पीड़ित एक पाकिस्तानी किशोरी को दिल्ली में हृदय दाता मिलने के बाद नया जीवन मिला। उन्नीस वर्षीय आयशा रशन पिछले एक दशक से हृदय रोग से पीड़ित थीं। 2014 में, उन्होंने भारत का दौरा किया, जहां उनके असफल हृदय को सहारा देने के लिए एक हृदय पंप प्रत्यारोपित किया गया। दुर्भाग्य से, उपकरण अप्रभावी साबित हुआ और डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए हृदय प्रत्यारोपण की सिफारिश की। आयशा राशन के परिवार ने चेन्नई के MGM हेल्थकेयर अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांट के निदेशक डॉ केआर बालाकृष्णन और सह-निदेशक डॉ सुरेश राव से परामर्श मांगा। मेडिकल टीम ने सलाह दी कि हृदय प्रत्यारोपण आवश्यक था, क्योंकि आयशा के हृदय पंप में रिसाव हो गया था, और उसे एक्स्ट्रा कॉर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ECMO) प्रक्रिया पर रखा गया था।

हालाँकि, परिवार ने प्रत्यारोपण प्रक्रिया के लिए आवश्यक लगभग 35 लाख रुपये वहन करने में असमर्थता का हवाला देते हुए संकोच किया। इसके बाद मेडिकल टीम ने परिवार को ऐश्वर्यम ट्रस्ट (Aishwaryam Trust) से जोड़ा, जिसने वित्तीय सहायता प्रदान की। छह महीने पहले, आयशा रशन को दिल्ली से एक हृदय मिला था, और देश में उनके 18 महीने के प्रवास के बाद MGM हेल्थकेयर में प्रत्यारोपण सर्जरी मुफ्त में की गई थी। आशा और कृतज्ञता से भरी आयशा ने अपनी खुशी व्यक्त की और डॉक्टरों के साथ-साथ भारत सरकार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

आयशा की मां सनोबर ने याद करते हुए कहा कि जब वे भारत पहुंचे तो आयशा बमुश्किल जीवित थी, उसकी हालत बिगड़कर केवल 10 प्रतिशत रह गई थी। सनोबर ने कहा कि "सच कहूं तो, भारत की तुलना में पाकिस्तान में कोई अच्छी चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं। मुझे लगता है कि भारत बहुत मित्रवत है। जब पाकिस्तान में डॉक्टरों ने कहा कि कोई प्रत्यारोपण सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो हमने डॉ केआर बालाकृष्णन से संपर्क किया। मैं भारत और डॉक्टरों को धन्यवाद देताी हूं।'' आयशा अब एक नई आशा से भरी हुई है और एक फैशन डिजाइनर बनने का सपना देखती है।

बंगाल में मतदान के दौरान भाजपा कार्यकर्ता की हत्या, फांसी पर लटका मिला चोटिल शव, TMC पर लगा आरोप

भाजपा ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर पूर्व मेदिनीपुर जिले में अपने एक कार्यकर्ता की बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगाया। भाजपा के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ता, जिसकी पहचान 18 वर्षीय दीनबंधु मिद्या के रूप में हुई है, बुधवार से लापता था और गुरुवार रात को उसके शरीर पर चोट के निशान के साथ लटका हुआ पाया गया।

बंगाल भाजपा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि, "TMC एक तालिबानी (T) पार्टी है, जिसका मकसद क्रूर तरीके से (M) की हत्या करना है। दीनबंधु (धनंजय) मिद्या, 18 साल का था। उसके पिता, सुदर्शन मिद्या, गोरामहल गांव में एक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता हैं। बुधवार से वह लापता है। उसे कल रात (गुरुवार) फांसी पर लटका हुआ पाया गया। उसके शरीर पर चोट के निशान हैं। जिस अवस्था में शव मिला है, उसके शरीर के कुछ हिस्से जमीन को छू रहे हैं।'' 

बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने भी दीनबंधु मिद्या की हत्या की निंदा की और TMC के गुंडों पर अपराध करने का आरोप लगाया। चटर्जी ने यह भी कहा कि क्रूरता के साथ विपक्षी आवाजों को चुप कराने की TMC की तालिबान की रणनीति का पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए। चटर्जी ने एक पोस्ट में कहा कि, "TMC के गुंडों द्वारा एक समर्पित भाजपा कार्यकर्ता सुदर्शन मिद्या के बेटे दीनबंधु मिद्या की बर्बर हत्या कायरतापूर्ण कृत्य है। क्रूरता के साथ विपक्षी आवाजों को चुप कराने की टीएमसी की तालिबानी रणनीति का कड़ा विरोध किया जाना चाहिए।" 

बता दें कि यह घटना ऐसे समय हुई है जब पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के लिए तीन सीटों दार्जिलिंग, रायगंज और बालुरघाट पर मतदान चल रहा है। पिछले साल पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी ने टीएमसी पार्टी पर उनके खिलाफ हिंसक कृत्य करने का आरोप लगाया था। बंगाल में हर चुनाव के दौरान हिंसा देखी जाती है, जिसका आरोप अकसर सत्ताधारी TMC पर लगता है।

लोकसभा चुनाव : कल से चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालेंगी सुनीता केजरीवाल, जानिए, इस लोकसभा सीट पर रोड शो से होगी शुरुआत


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल शनिवार से लोकसभा चुनाव प्रचार करती दिखेंगी। दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने इसकी पुष्टि की। सुनीता केजरीवाल सबसे पहले पूर्वी दिल्ली पहुंचेंगी और रोड शो करेंगी।

बता दें, पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार आप के प्रत्याशी हैं। इससे पहले सुनीता केजरीवाल अभी तक वीडियो संदेश के जरिए सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ती थीं। वहीं वह रामलीला मैदान में रैली को भी संबोधित किया था। इसके बाद उन्होंने रांची में भी I.N.D.I.A. रैली को संबोधित किया था।

27 अप्रैल को पूर्वी दिल्ली में करेंगी रोड शो

दिल्ली की मंत्री और AAP नेता आतिशी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगी और AAP उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगी। इसकी शुरुआत कल दिल्ली से होगी। 27 अप्रैल को वह पूर्वी दिल्ली में रोड शो करेंगी। फिर वह 28 अप्रैल को पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में रोड शो करेंगी। सुनीता केजरीवाल पंजाब, हरियाणा और गुजरात का भी दौरा करेंगी।”

आप ने सुनीता को बनाया था स्टार प्रचारक

बता दें, सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद यह सवाल उठने लगे थे कि आखिर लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का जिम्मा कौन संभालेगा? सीएम के जेल जाने की बदली परिस्थितियों में सुनीता केजरीवाल की भूमिका सामने आ गई है। आम आदमी पार्टी ने सुनीता को गुजरात के लिए जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी जगह दी थी। उनका नाम इस लिस्ट में सीएम केजरीवाल के ठीक बाद था।

EVM-VVPAT पर आए फैसले के बाद विपक्ष पर बरसे PM मोदी, बोले-मतपेटियां लूटने वालों को मिला जवाब

#pmmodiattackedcongressrjdonevmvvpatsupremecourtverdict

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के अररिया में चुनावी रैली को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरार अररिया में हुई इस जनसभा में ईवीएम को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। ईवीएम और वीवीपैट पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोर्ट ने साफ कह दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर वापस लौटकर नहीं आएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इंडी गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है। आज सुप्रीम कोर्ट ने इनको गहरा झटका दिया है।

देश की सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा करारा तमाचा मारा

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के चुनावी प्रक्रिया की तारीफ करती है। लेकिन, इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को लेकर दुष्प्रचार करते हैं। विपक्ष के लोग ईवीएम को हटाना चाहते थे। आज इन्हीं लोगों ने देश की सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा करारा तमाचा मारा है कि यह लोग मुंह मोड़कर देख नहीं पाएंगे। इन लोगों को अब देश से माफी मांगनी चाहिए।

कोर्ट ने विपक्षी दलों को सिखाया सबक

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में पहले कांग्रेस-आरजेडी के शासन में बूथ लूट होती थी। वोटिंग के दिन यहां कमजोरों, गरीबों,पिछड़ों, दलितों को डंडे की चोट पर बूथ से बाहर रखा जाता था। अब ये लोग फिर से वही चाहते थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इन्हें सबक सिखा दिया। पीएम ने कहा कि जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने गरीबों का अधिकार छीना, वे आज कोर्ट के फैसले के आगे शर्मिंदा हैं।

कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

देश में आज दो धारा बन गई है। एक धारा एनडीए की है। जिसका मकसद है देश को सशक्त करना। इसके विपरीत कांग्रेस और राजद का मकसद है देश को गुमराह करना। विकास के लिए जनता को तरपाना। अपनी तिजौरी भरना। इन दोनों पार्टियों ने बिहार के लोगों को दाने-दाने के लिए तरसा दिया। किसी के पास नौकरी है तो उनकी जमीन छीन लो। कोई थोड़ा भी सामर्थ्यवान है तो उसका अपहरण करवा लो। यह जंगलराज की पहचान है।

कांग्रेस की आरक्षण नीति पर भी निशाना

पीएम मोदी ने कहा कि अब कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण का हक छीनने की बहुत गहरी साजिश रची है। देश के संविधान ने साफ-साफ कहा है कि भारत में धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता। लेकिन कांग्रेस पूरे देश में धर्म आधारित आरक्षण के लिए जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि उसका कर्नाटक का आरक्षण मॉडल पूरे देश में लागू हो।

पहली बार अयोध्या जाएगा नेहरू-गांधी परिवार का कोई सदस्य ! राहुल-प्रियंका को लेकर कांग्रेस ने बनाया बड़ा प्लान तो लोग उठाने लगे कई सवाल

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान में मैदान में होंगे। राहुल गांधी, जो वायनाड से कांग्रेस के मौजूदा सांसद हैं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) नेता एनी राजा के खिलाफ होंगे। वायनाड सीट पर मुकाबला खत्म होने के साथ, अब सभी की निगाहें उत्तर प्रदेश के रायबरेली और अमेठी के चुनावी परिदृश्य पर हैं। अमेठी और रायबरेली के प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों के लिए नामांकन एक ही दिन, 26 अप्रैल को खुलने वाले हैं। 

सूत्रों ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के अमेठी और रायबरेली जाने से पहले अयोध्या जाने और राम मंदिर में प्रार्थना करने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि, नेहरू-गांधी परिवार का कोई भी वंशज आज तक अयोध्या नहीं गया है। पंडित नेहरू से लेकर मौजूदा गाँधी परिवार को निमंत्रण मिलने के बावजूद एक भी सदस्य राम लला के दर्शन करने नहीं गया। माना जाता है कि, इसके पीछे कांग्रेस की विचारधारा भी हो सकती है, जो श्री राम को काल्पनिक मानती है। साथ ही पार्टी को ये डर भी हो सकता है, कि अयोध्या जाने से उसका मुस्लिम वोट बैंक नाराज़ न हो जाए, जो चुनावों में उसे एकतरफा वोट करता रहा है। गौरतलब है कि, कांग्रेस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बाकायदा हलफनामा देते हुए कहा था कि राम रावण का कोई युद्ध हुआ ही नहीं और राम एक काल्पनिक चरित्र हैं। हालाँकि, इसका भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कड़ा विरोध किया था। यदि कांग्रेस सरकार का वो हलफनामा मान लिया जाता, तो राम मंदिर कभी नहीं बनता। क्योंकि, जो काल्पनिक हैं, उनका जन्मस्थान कैसा ? और हिन्दू पक्ष का यही दावा था कि उस जगह पर ही श्री राम का जन्म हुआ था। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि, अभी चुनावी मौसम में कांग्रेस ने हिन्दू वोटों को आकर्षित करने के लिए अयोध्या जाने का प्लान बनाया है।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बात की प्रबल संभावना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा, क्रमशः अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ सकते हैं, दोनों सीट गाँधी परिवार का गढ़ हैं। हालांकि सूत्रों का कहना है कि इस मोर्चे पर कोई भी औपचारिक घोषणा या प्रगति 30 अप्रैल से पहले नहीं हो सकती है, लेकिन पार्टी हलकों में अटकलें तेज हैं। यूपी की दो सीटों के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की संभावित उम्मीदवारी के बारे में कांग्रेस नेता चुप्पी साधे हुए हैं।

चर्चा को बढ़ाते हुए, सूत्रों ने यह भी संकेत दिया है कि अमेठी और रायबरेली जाने से पहले राम लला से आशीर्वाद लेने के लिए प्रियंका और राहुल गांधी अयोध्या की संभावित यात्रा कर सकते हैं। हालाँकि, इस घटनाक्रम की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने संकेत दिया है कि यदि दोनों नेता चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो बैक-टू-बैक नामांकन की संभावना हो सकती है, जिससे नामांकन दाखिल करने के लिए 1 मई से 3 मई के बीच एक संकीर्ण खिड़की छोड़ दी जाएगी। 3 मई नामांकन का आखिरी दिन है, जिससे कांग्रेस खेमे के भीतर निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है।

वहीं, केंद्रीय मंत्री और अमेठी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने सोमवार को भेंटुआ और भादर में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, ”26 अप्रैल को वायनाड में वोटिंग होने के बाद राहुल गांधी अमेठी को अपना परिवार बताने के लिए आएंगे और यहां समाज में जातिवाद की आग लगाने का काम करेंगे।” केंद्रीय मंत्री ने संकेत दिया कि 26 अप्रैल के बाद राहुल गांधी अमेठी से भी चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि, राहुल गांधी ने 2004 में अमेठी से अपनी राजनीतिक शुरुआत की और 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से हारने से पहले तीन बार सीट जीती। हालांकि, गांधी वायनाड से लोकसभा सीट सुरक्षित करने में कामयाब रहे।

2004 से रायबरेली कांग्रेस का गढ़ रहा है। 2004 से सोनिया गांधी के पास रायबरेली सीट थी। हालांकि, फरवरी में, सोनिया गांधी राज्यसभा के लिए चुनी गईं और उन्होंने घोषणा की कि वह 2024 के आम चुनावों में रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ेंगी। विशेष रूप से, रायबरेली उत्तर प्रदेश की एकमात्र सीट थी जहां कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतने में कामयाब रही। लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या इस साल के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के गढ़ रायबरेली और अमेठी को कोई गांधी दावेदार मिलेगा। दोनों सीटों पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा।