गेमिंग व सट्टेबाजी ऐप के माध्यम से अरबों की ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़
लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को महादेव पुस्तक एवं अन्य गेमिंग/सट्टेबाजी ऐप के माध्यम से अरबों रूपये की ठगी करने में व्हाट्सप/टेलीग्राम समूह) में प्रयोग होने वाले कार्पोरेट सिम 32 फर्जी कम्पनियों के नाम से पोर्ट कराकर लगभग 4000 सिमकार्ड दुबई भेजने वाले भारत प्रमुख सहित दो अभियुक्तों को लखनऊ से गिरफ्तार कर भारी मात्रा में कार्पोरेट सिम बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
*एसटीएफ ने गिरोह के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार*
गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम अभय सिंह पुत्र विजय सिंह, निवासी ग्राम-सौनालक्षमण, थाना गौरी बाजार, जनपद देवरिया भारत प्रमुख, संजीव सिंह पुत्र अनिरूद्व सिंह, निवासी ग्राम जगत माझा, पोस्ट करौता, थाना इकौना, जनपद देवरिया है। एसटीएफ ने इनके कब्जे से चार मोबाइल फोन, दो पैनकार्ड, दो आधार कार्ड, एक डीएल, एक ग्रांड विटारा कार, 276 विभिन्न कम्पनियों के सिम, एक ब्रेसलेट, एक चेन, कूटरचित दस्तावेज भारी मात्रा में तथा ग्यारह हजार छह सौ बीस रुपये बरामद किया है। एसटीएफ ने इन सभी को समिट बिल्डिंग के अपोजिट तरफ सनआई हास्पिटल के पास शहीदपथ के सर्विस लेन थाना विभूतिखंड से गिरफ्तार किया है।
*इनके कब्जे से भारी मात्रा में सामान किया गया बरामद*
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से गेमिंग एप के माध्यम से टेलीग्राम व व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, हॉर्स राइडिंग, इलेक्शन आदि पर अवैध तरीके से आनलाइन बेटिंग कसीनो, तीन पत्ती, कैरम, लूडो आदि गेम खिलाकर ठगी करने वाले संगठित गिरोहों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमां व इकाईयों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, यूपी के पर्यवेक्षण मे एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसचूना तन्त्र को सक्रिय किया गया। एसटीएफ टीम द्वारा निरीक्षक संजय सिंह के नेतृत्व में उपरोक्त प्रकरण पर तकनीकी विषेषज्ञता एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए गुरुवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभय सिंह ने बताया कि मैने वर्ष 2021 में इंटरमीडिएट पास किया है।
*दुबई में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करते थे ठगी*
मेरी बुआ का लड़का अभिषेक सिंह दुबई में रहता है। वर्ष 2021 में अभिषेक ने फोन कर बताया कि अपने क्षेत्र से गरीब अनपढ़ लोगों के नाम से सिम खरीदना है महीने की रू 25,000/ सैलरी व रू 500 प्रति सिम मिलेगा, सिम एक कंपनी से दूसरी कंपनी में पोर्ट करना है। इसके बाद मैं अपने गांव के आसपास के लोगों के नाम सिम पोर्ट कराने का काम शुरू किया, जिसका यूपीसी कोड चेतन जोशी निवासी भिलाई छत्तीसगढ़ जो दुबई में अभिषेक के साथ काम करता है, भेजता था। मै एक महीने में लगभग 30 से 35 सिम एक्टीवेट कराकर पिंटू उर्फ शुभम सोनी निवासी भिलाई दुर्ग छत्तीसगढ़ जो अभिषेक के ही साथ दुबई में काम करता है, के कहने पर दुबई भेजने लगा। जनवरी 2023 में मेरी सैलरी रू 75,000/ कर दी गई व मुझे कॉर्पोरेट सिम पोर्ट का काम दिया गया। यह पोस्टपेड सिम होती थी इन सिम की केवाईसी के लिए मैने कूटरचित दस्तावेज बनाकर फर्जी कम्पनी रजिस्टर्ड कराना शुरू कर दिया व चेतन भी कुछ कंपनी के दस्तावेज व फर्जी आधार कार्ड भेजता था इन सिम के एक्टीवेषन पर रू 2000/ प्रति सिम कमीषन मिलने लगा, इन सब कामों का सुपरवीजन पिंटू करता था महीने में 150-200 सिम ऐक्टिवेट कराकर दुबई भेजने लगा। फरवरी 2024 से कार्पोरेट सिम लेने पर कंपनी के साथ-साथ एम्पलाई के नाम का भी वेरिफिकेशन केवाईसी होने लगी जो लिंक के माध्यम से होती है।
*व्हाट्सएप या टेलीग्राम एक्टिवेट करते हैं उनका ग्रुप बनाकर ठगी का काम करते हैं*
एक व्यक्ति के नाम 5 से 6 सिम एक बार में एक्टिव करा लेता हॅू। मैने वर्ष 2021 से अब तक 32 से अधिक फर्जी कंपनियों के नाम से लगभग 4000 कॉर्पोरेट सिम खरीद कर दुबई भिजवाया है, जिनका प्रयोग व्हाट्सएप/टेलीग्राम एकाउंट बनाने के लिए किया गया है।मैंने अब तक गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, जयपुर, पुणे, मुंबई, उड़ीसा आदि जगहों से फर्जी तरीके से सिम पोर्ट/एक्टिवेट कराकर खरीदी हैं। इन मोबाइल नंबरों से हम लोग जो व्हाट्सएप या टेलीग्राम एक्टिवेट करते हैं उनका ग्रुप बनाकर ठगी का काम करते हैं । मेरा बैंक एकाउंट साइबर सेल मुंबई ने फ्रीज कराया है। इसके अतिरिक्त मेरे विरुद्ध थाना कोतवाली नगर जनपद बलिया में मुकदमा पंजीकृत हुआ है। ईडी द्वारा महादेव बुक पर कार्रवाई करने के बाद इस समय रेड्डी अन्ना बुक, फेयर प्ले, लोटस365, मैजिकविन, गोल्डन444, दमन बुक, विनबज्ज व आईपीएलविन365, आदि नाम से हम लोगों द्वारा कई व्हाट्सप/टेलीग्राम एप चलाये जा रहे हैं। इन एप की हम लोगों द्वारा फ्रेंचाइजी पूरे देष में दी जाती है जो भी हमारी ब्रांच चलाते है ठगी से आये रूपये में से 80 प्रतिषत सौरभ चंद्राकर व पिंटू जो महादेव बुक एप के प्रमोटर है, के द्वारा संचालित भारतीय खातों में ट्रांसफर करते है। महादेव बुक एप के माध्यम से किये गये घोटाले की जांच विभिन्न एजेंसियों द्वारा की जा रही है। हमारी उपरोक्त कम्पनियों में काम करने के लिए लगभग 10000-12000 कर्मचारी भारत से दुबई गए हुए हैं जो गेमिंग एप के बैंक एकाउंट, व्हाट्सएप/टेलीग्राम एकाउंट व अन्य सर्विस देखते हैं।
*विभूतिखंड थाने में दर्ज कराया गया मुकदमा*
इस समय आईपीएल चल रहा है जिसमें प्रतिदिन भारत से लाखों लोग, हम लोगों द्वारा बनाये गये टेलीग्राम व व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से हजारों करोड़ रुपए का अवैध सट्टा लगाते है। उपरोक्त कम्पनियों का सोशल मीडिया पर प्रमोशन विभिन्न मार्केटिंग कम्पनियों के द्वारा किया जाता है। हमारी कम्पनी में ठगी के लिए सैकड़ों की संख्या में बैंक खाते किराये पर लिए जाते हैं व कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से खोले जाते है जिनमें ठगी का रूपया आता है। संजीव कुमार उपरोक्त द्वारा अभय द्वारा बतायी गयी बातों का समर्थन करते हुए बताया गया कि मैने भी अपने नाम से अभय के कहने पर कम्पनी बनायी है। जिसके माध्यम से भी सैकड़ों सिम पोर्ट कराकर दुबई भेजे गये हैं। अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना विभूतिखण्ड कमिश्नरेट लखनऊ में अभियोग पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया है। अग्रेतर विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
Apr 26 2024, 12:57