किसानों का आज पंजाब बंद, 150 से ज्‍यादा ट्रेनें प्रभावित, बस सेवा पर भी असर

#punjabbandhfarmersorganizationscalledonmonday

पंजाब के किसानों ने आज 'पंजाब बंद' बुलाया है। सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक सड़क और रेलों का आवागमन ठप रहेंगे। इस दौरान रेल, बसें, सवारी गाडि़यां और सड़कें बंद रहेंगी। किसानों ने आज पंजाब में यातायात समेत रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी दी है। इसकी वजह से अंबाला-दिल्ली रेलमार्ग पर चलने वाली करीब 18 एक्सप्रेस ट्रेनों सहित उत्तर प्रदेश के रास्ते पंजाब जाने वाली 150 से ज्‍यादा ट्रेनों को रद्द करने की खबर आ रही है। किसानों के बंद के ऐलान की वजह से उत्तर रेलवे की करीब 200 से अधिक ट्रेनों पर असर पड़ेगा।

किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर ने पंजाब बंद को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के जजों को पत्र लिख चुके हैं, लेकिन कोई उत्तर अभी तक नहीं मिला है। इसलिए पंजाब बंद रखने का फैसला लिया गया है। सरकार बातचीत के लिए तैयार नहीं है। इसलिए बंद के सिवा अब कोई उपाय नहीं है।

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने किसानों से की अपील

दूसरी ओर, पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने रविवार को केंद्र के साथ-साथ पंजाब सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भी अब केंद्र के नक्शेकदम पर चलकर हमारे आंदोलन को कुचलने की तैयारी में है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को खनौरी पहुंचने की अपील की। डल्लेवाल ने कहा कि जब हमने अनशन शुरू किया तो हमारा मानना था कि गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह करेंगे। अंग्रेज सरकार भी सत्याग्रह को मानती थी, लेकिन यह सरकार हमारी बात सुनने के बजाए हमारे मोर्चे को कुचलने की कोशिश कर रही है। भारी संख्या में फोर्स लेकर पंजाब सरकार केंद्र के इशारे पर मोर्चे पर हमला करने की तैयारी में है। मेरा लोगों से निवेदन है कि मोर्चे पर पहुंचें, ताकि इसे बचाया जा सके।

क्‍या है किसानों की मांग?

फसलों के एमएसपी से लेकर कुल 13 मांगों को लेकर किसान नेता प्रदर्शन पर रहे हैं। किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा ने यह बंद बुलाया है। उनका कहना है कि सरकार जिद्द पर अड़ी हुई है और किसानों की जायज मांगों को भी नहीं मान रही है। पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक उच्च-स्तरीय टीम ने रविवार को खनौरी सीमा स्थल पर डल्लेवाल से मुलाकात की थी। इस टीम में पुलिस के डिप्‍टी इंस्‍पेक्‍टर जनरल मंदीप सिंह सिद्धू और रिटायर्ड एडिशनल डीजीपी जसकरण सिंह भी शामिल थे। बाद में किसान नेताओं ने कहा कि डल्लेवाल ने कोई भी चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है।

यूपी-पंजाब पुलिस से मुठभेड़ में खालिस्तानी कमांडो फोर्स के तीन आतंकी ढेर,पुलिस चौकी पर किया था ग्रेनेड हमला*
#encounter_in_pilibhit_up_and_punjab_police_killed_three_khalistani_terrorists पंजाब के गुरुदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। यूपी और पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया है। तीनों आतंकी खालिस्तानी कमांडो फोर्स के थे। मौके से दो एके-47 और दो पिस्टल बरामद की गई हैं। तीनों ने गुरदासपुर चौकी पर ग्रेनेड फेंका था। तीनोम आतंकियों के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीलीभीत जिले में मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में घायल होने के बाद तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई इनके पास से 2 एके 47 और दो पिस्टल बरामद हुई हैं। मुठभेड़ की घटना पूरनपुर थानाक्षेत्र में नहर के पास हुई। पूरनपुर क्षेत्र में पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है। पूरनपुर क्षेत्र में हरदोई ब्रांच नहर के करीब सोमवार सुबह करीब पांच बजे मुठभेड़ हुई। मारे गए आतंकवादियों के नाम प्रताप सिंह (23) पुत्र स्वरूप सिंह, शाहनूर खुर्द कलानूर जिला गुरदास पुर, वीरेंद्र सिंह (23) पुत्र रंजीत सिंह, ऐशबान थाना कलानूर, गुरविंदर सिंह (20) पुत्र गुरदेव सिंह बुढिया कलानूर गुरदासपुर पंजाब हैं। दो एके-47 और दो पिस्टल बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि ये तीनों पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हमले के मामले में वांछित थे। पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकियों में धमाके हुए थे। पहले बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाल पर गुरुवार को हमला हुआ। उसके एक दिन बाद शुक्रवार रात्रि एक और बंद पुलिस चौकी पर धमाका हुआ। ये दोनों पुलिस चौकियां कर्मचारियों की कमी के कारण पिछले दिनों बंद कर दी गई थीं। धमाके से आसपास के घरों के लोग सहम गए थे। पुलिस ने बताया था कि वडाला बांगर की चौकी में रात को धमाके से लोग दहल गए थे। लोग डर के घरों से बाहर निकले तो पता चला कि पुलिस थाने से आवाज आई है। इसके बाद यहां रात भर पुलिस की गाड़ियों के सायरन बजते रहे।
Anmol Solanki’s Journey: A Tale of Resilience and Stardom

Anmol Solanki’s life is a powerful testament to perseverance and grit. His story, marked by tragedy, sacrifice, and ultimate success, serves as an inspiration to many.  

At just one year old, Anmol lost his father, a devastating loss that placed the burden of raising him and his sister solely on his mother’s shoulders. A hardworking Anganwadi worker, she instilled in him the values of strength and determination. However, life dealt another cruel blow in 2014, when his mother suffered a brain hemorrhage. For six months, Anmol cared for her during dialysis treatments, but in May 2016, he lost her too.  

Left to support himself and his sister, Anmol faced harsh realities. To make ends meet, he dropped out of school and took on work as a waiter, earning just ₹500 per day. Despite the financial struggles, his resilience never wavered. The turning point came when his sister secured a job, enabling him to complete his education.  

As life began to stabilize, the COVID-19 pandemic struck, bringing further uncertainty. Yet Anmol refused to let adversity define him. Instead, he saw it as an opportunity to chase his dreams. He stepped into the entertainment industry and landed his breakthrough role in Netflix's Jamtara, a crime drama that put him on the map.  

The success of Jamtara paved the way for more opportunities, including a significant role in Shakti 2 on Colors TV. Sharing the screen with established actors like Rubina Dilaik, Kamya Punjabi, and Sudesh Berry, Anmol proved his talent and cemented his place in the entertainment world.  

Capitalizing on his growing popularity, Anmol entered the realm of social media influencing. With an authentic voice and a compelling personal story, he quickly struck a chord with audiences. Partnering with leading brands, he successfully built his image as a lifestyle influencer, inspiring countless individuals who see in him the embodiment of resilience and determination.  

Now, at just 25 years old, Anmol Solanki’s journey stands as a shining example of how hard work and an unyielding spirit can overcome even the greatest challenges. From working as a waiter to becoming a celebrated actor and influencer, his story is proof that dreams can indeed come true—if one has the courage to pursue them relentlessly.

*Bengal crowned champions of Women’s U-15 One-Day Trophy*

Sports News 

 

 Khabar kolkata sports Desk: The wait is finally over. Bengal’s wait for a title at the national level finally ended on Tuesday as the Women’s Under-15 team displayed a brilliant all-round performance to outclass Punjab by 47 runs in the summit clash to emerge champions in the One-Day Trophy. 

Adrija Sarkar (62 off 63 balls) was awarded the player of the final for her superb batting. Toriya Singha Roy (43 off 68), skipper Sandipta Patra (22 not out, 2-11), Debjani Das (2-23), Snigdha Bag (1-22) were the other star performers for Bengal in the final.

Opting to bat, Bengal posted a challenging 157/8 in 35 overs, thanks to a superb 116-run opening stand between Adrija and Toriya.

In reply, Punjab lost wickets and succumbed under pressure, falling short of the target, scoring just 110/6 in 35 overs.

 Pic Courtesy by: CAB

'नई गल करो यार...' पंजाब की गलत स्पेलिंग पर ट्रोल हुए दिलजीत दोसांझ, अब सिंगर ने दिया जवाब


डेस्क: पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने 'दिल लुमिनाटी' कॉन्सर्ट को लेकर इंडिया टूर पर हैं, लेकिन इस कॉन्सर्ट को लेकर अलग-अलग जगह से विवाद भी जुड़ते जा रहे हैं। लेकिन, अब सिंगर का नाम जिस विवाद से जुड़ा है वह थोड़ा अनोखा है। दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में अपने चंडीगढ़ कॉन्सर्ट की घोषणा करते हुए 'पंजाब' की स्पेलिंग गलत लिख दी। बस फिर क्या था, जैसे ही नेटिजंस की नजर पंजाब की स्पेलिंग पर पड़ी, यूजर्स ने उन्हें निशाने पर लेना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर खुद को ट्रोल होता देख अब पंजाबी सिंगर ने एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें कितनी बार साबित करना होगा कि वह भारत से प्यार करते हैं।

दरअसल, दिलजीत दोसांझ ने अपने पोस्ट में 'पंजाब' के लिए 'PUNJAB' की जगह 'PANJAB' स्पेलिंग का इस्तेमाल किया था। नेटिज़न्स ने सिंगर की स्पेलिंग पर यह कहते हुए सवाल उठाए कि पंजाब के लिए PANJAB स्पेलिंग का इस्तेमाल पाकिस्तान में किया जाता है। इतना ही नहीं, नेटिज़न्स ने यह भी देखा कि दिलजीत ने अपने अन्य सभी कॉन्सर्ट पोस्ट में तिरंगे इमोटिकॉन का इस्तेमाल किया था, लेकिन उन्होंने अपने 'पंजाब' पोस्ट ऐसा नहीं किया। इसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने पंजाबी गायक और अभिनेता की आलोचना शुरू कर दी। इसके अलावा, उनसे यह भी सवाल किया गया कि उन्होंने अपने चंडीगढ़ शो पोस्ट में तिरंगे इमोजी का इस्तेमाल क्यों नहीं किया, जैसा कि उन्होंने पहले किया था।

खुद पर उठती उंगली देखकर पंजाबी सिंगर से रहा नहीं गया और उन्होंने एक नए पोस्ट के साथ अपनी सफाई पेश की। नए पोस्ट में दिलजीत ने लिखा- 'किसी एक पोस्ट में अगर पंजाब के साथ तिरंगा मेंशन नहीं किया तो कॉन्स्पिरेसी, बेंगलुरु के ट्वीट में भी एक जगह मेंशन करना रह गया था। अगर पंजाब को PANJAB लिखा तो कॉन्स्पिरेसी। पंजाब को चाहे PUNJAB लिखो या PANJAB, पंजाब तो पंजाब ही रहेगा। पंज आब- पांच नदियां। गोरेया दी लेंग्वेज इंग्लिश दे स्पेलिंग ते कॉन्स्पिरेसी करन वालेया शाबाश।'

'मैं तो भविष्य में भी पंजाबी में पंजाब लिखूंगा, तुम नहीं हटोगे मुझे पता है। लगे रहो.. अब कितनी बार साबित करना होगा कि हमें भारत से प्यार है। कोई नई बात करो यार, या फिर तुम्हें टास्क ही यही मिला है?' पंजाब को लेकर शुरू हुए विवाद पर कई पंजाबी सेलिब्रिटी दिलजीत दोसांझ के सपोर्ट में नजर आ रहे हैं। वहीं कुछ ने सिंगर की गलती को लेकर उन पर निशाना साधते दिखे।
*Dominant Bengal storm into final of Women’s U-15 One-Day meet*

Sports News 

 

 Khabar kolkata sports Desk: Riding on a brilliant all-round performance, Bengal outclassed Rajasthan by 31 runs in the semifinal clash on Sunday to storm into the final of the Women’s Under-15 One Day Trophy.

In the summit clash, Bengal will be up against Punjab on Tuesday.

Toriya Singha Roy was awarded the player of the match for her superb 65 off 84 balls.

Nilanjana Barik (4-26), skipper Sandipta Patra (45 off 29), Debjani Das (2-27) and Remondina Khatun (2-27) were the other star performers for Bengal in the last-four clash.

Batting first, Bengal scored a challenging 190/5 in 35 overs. Chasing the target, Rajasthan lost wickets at regular intervals and were bundled out for 159 in 32 overs.

 PIC Courtesy by: CAB

पंजाब में सुखबीर बादल पर हमलाःक्या पनपने लगी हैं कट्टरपंथी आतंकी ताकतें?

#sukhbir_singh_badal_attack_shows_rise_of_radical_fringe_in_punjab

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ। सुखबीर सिंह बादल स्वर्ण मंदिर के बाहर धार्मिक अनुष्ठान के दौरान हे हमले मे बाल-बाल बच गए। राजनीतिक हस्तियों पर हमले और पुलिस स्टेशनों के पास विस्फोटों सहित अमृतसर में हाल की हिंसक घटनाओं ने पंजाब में संभावित अशांति के बारे में सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चिंता बढ़ा दी है। 24 नवंबर को पुलिस ने अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर एक संदिग्ध बम जैसी वस्तु जब्त की। इसके बाद 29 नवंबर को गुरबख्श नगर में एक परित्यक्त पुलिस चौकी पर बम विस्फोट हुआ। इसके बाद बुधवार को शिरोमणि अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल पर हमला हुआ। सिर्फ 13 घंटे बाद, पवित्र शहर के मजीठिया पुलिस चौकी पर एक संदिग्ध विस्फोट हुआ।

एक के बाद हुई इन घटनाओं के बाद प्रश्न खड़े हो रहे हैं। सवाल उठ रहे है कि ये कट्टरपंथी आतंकवाद की शुरुआत तो नहीं है? इस घटना के बाद पंजाब के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी के अनुसार,ये सनसनीखेज हत्या की कोशिश लगभग दो दशकों से पंजाब में पनप रहे असंतोष और धार्मिक उग्रवाद की अभिव्यक्ति थी। हमलावर अतीत में हत्या, हत्या का प्रयास, हथियार और विस्फोटक रखने तथा उग्रवाद जैसे गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान स्थित सिख आतंकवादी संगठनों के नेतृत्व के साथ लगातार संपर्क में था।

उन्होंने कहा कि पुलिस चौकी और पुलिस स्टेशन पर हमले कानून प्रवर्तन को कमजोर करने और भय और अस्थिरता का माहौल बनाने के लिए सोची-समझी कोशिश का संकेत देते हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर शिअद के साथ, पंजाब की आबादी का पारंपरिक पंथिक (सिख) वर्ग खुद को स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल या गुरचरण सिंह तोहरा जैसे मजबूत नेता की कमी महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा, "सुखबीर इस नेतृत्व की कमी को भरने में सक्षम नहीं हैं। दूसरी ओर, शिअद खुद न केवल कमजोर है, बल्कि एक विभाजित घर भी है। एकजुट नेतृत्व की यह कमी राष्ट्र-विरोधी खालिस्तानी तत्वों के फिर से उभरने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।"

एक पूर्व खुफिया अधिकारी ने कहा कि 1993 के बाद पैदा हुए लोग पिछले दो दशकों में झूठ पर पल रहे थे कि उग्रवाद के दौर में 1.5 लाख लोग मारे गए थे। जबकि मरने वालों की वास्तविक संख्या लगभग 22,000 थी। इसमें 1,800 पुलिस कर्मी शामिल थे। उस समय सख्त पुलिस कार्रवाई और उदारवादी आवाजों के प्रभुत्व के कारण सिख उग्रवाद खत्म हो गया था। पिछले कुछ समय से सिमरनजीत सिंह मान जैसे कट्टरपंथी आवाजों ने चुनाव लड़कर अपना लोकप्रिय आधार बनाया। साथ ही वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह जैसे कट्टरपंथी नेताओं का उदय इस बात का सबूत है कि पंजाब में खालिस्तान समर्थक भावनाएं बढ़ रही हैं।

कहा जा रहा है कि ये लोग सोशल मीडिया का उपयोग नई पीढ़ी को प्रभावित करने और उन्हें प्रभावित करने के लिए एक साधन के रूप में कर रहे थे। ये उन लोगों के लिए है जिन्हें यह याद नहीं है कि सिख आतंकवाद के चरम पर उनके परिवारों ने किस तरह से कष्ट झेले थे। एक अन्य अधिकारी ने कहा, "पंजाब के कृषकों के वर्चस्व वाले किसानों के विरोध/अशांति के मद्देनजर 'कट्टरपंथी उग्रवाद' की भावना को बल मिला है।

'कट्टरपंथी उग्रवाद' वाली सोच को पाकिस्तान की तरफ से भी बढ़ावा मिल रहा है।पाकिस्तान ने न केवल पिछले कई वर्षों से बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान टाइगर फोर्स जैसे प्रमुख खालिस्तान समर्थक संगठनों के नेतृत्व को पनाह दी, बल्कि सिख फॉर जस्टिस के 'खालिस्तान रेफरेंडम 2020' जैसी परियोजनाओं के माध्यम से खालिस्तान समर्थक विचारधारा को बढ़ावा देना जारी रखा।पाकिस्तान समर्थित तत्व सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देते हैं। ये हथियारों की निरंतर सप्लाई सुनिश्चित करते हैं।

*Bowlers help Bengal script stunning win vs MP in Ranji Trophy*

Sports News 

Khabar kolkata sports Desk: Riding on a brilliant performance by the bowlers, Bengal outclassed Madhya Pradesh by 11 runs in the Elite Group C match to register their first victory of the Ranji Trophy season on Saturday. 

Bengal, who bagged six points from the win, currently have 14 points from five games. 

Chasing 338 to win on the fourth and final day, Madhya Pradesh were bowled out for 326. Shahbaz Ahmed (4-48), Mohammad Shami (3-102), Rohit Kumar (2-47) and Md Kaif (1-50) were superb with the ball for Bengal. 

Earlier, after posting 228 in their first innings, Bengal bundled out MP for 167. In their second innings, Bengal scored 276 to hand a challenging target to the home side.

Shahbaz was awarded the player of the match for his all-round performance. 

Bengal will next face Haryana, followed by Punjab at home in their final two group-stage matches.

 Pic Courtesy by: CAB

कुल्हड़ पिज्जा कपल को मिली पुलिस सुरक्षा, निहंगों की धमकी के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर

पंजाब के जालंधर का फेमस यूट्यूबर जोड़ी जिन्हें कुल्हड़ पिज्जा कपल (Kulhad Pizza Couple) के नाम से जाना जाता है, उन्हें पुलिस पुलिस प्रोटेक्शन मिली है. जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों की सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मियों (Police Protection) को तैनात किया है. यूट्यूबर दंपति ने निहंगों से मिली धमकी के बाद पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी. अब एक पीसीआर नियमित तौर पर उनके घर और रेस्त्रां की पेट्रोलिंग करेगी.

बाबा बुड्ढा ग्रुप के निहंगों ने कुल्हड़ पिज्जा शॉप पर जमकर हंगामा किया था. इसके बाद कुल्हड़ पिज्जा कपल के नाम से फेमस दंपति सहज अरोड़ा और गुरप्रीत ने जान-माल की सुरक्षा के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. निहंगों के विरोध के बाद कपल ने अपना एक वीडियो (Kulhad Pizza Couple Video) भी जारी किया था. इस वीडियो में कपल ने कहा था- हम परिवार के साथ श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) जाएंगे और वहां अपनी अर्जी लगाएंगे. पति सहज ने कहा था कि श्री दरबार साहिब पहुंचकर पूछूंगा कि मैं दस्तार (पगड़ी) सजा सकता हूं या नहीं. अगर मैं गलत हूं तो मुझे सजा मिलनी चाहिए.

कुल्हड़ पिज्जा कपल के वकील ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab Haryana Highcourt) को बताया था- पिछले दो हफ्तों से सहज-गुरप्रीत को कुछ गैंगस्टर से धमकियां मिल रही हैं. अगली सुनवाई पर हाईकोर्ट को वो लिखित में इसकी पूरी जानकारी दे देंगे. इस मामले अगली सुनवाई 20 जनवरी को होगी.

कौन हैं सहज-गुरप्रीत?

दंपति का अपना एक रेस्टोरेंट है. पति सहज अरोड़ा के इंस्टाग्राम पर करीब 12 लाख फॉलोवर्स हैं. जबकि, पत्नी गुरप्रीत के करीब साढ़े 6 लाख फॉलोवर्स हैं. दोनों सोशल मीडिया पर काफी फेमस हैं. कुल्हड़ पिज्जा के लिए तो यह दंपति फेमस था ही. लेकिन फिर अचानक से उनका एक अश्लील वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद दोनों पहले से भी ज्यादा सुर्खियों में आ गए. आरोप था कि उन्हीं के रेस्टोरेंट में काम करनी वाली एक कर्मचारी ने दोनों के कुछ निजी और अश्लील वीडियो वायरल कर दिए थे. वीडियो वायरल हुआ तो कपल ने कहा कि वीडियो फेक है. बाद में इसकी शिकायत कपल ने कमिश्नरेट पुलिस से की.

कपल ने कहा- हमारा ही था वीडियो

फिर मामले में सहज के रेस्टोरेंट में काम करने वाली पूर्व कर्मचारी तनिषा वर्मा और अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, तनिषा के परिवार ने आरोप लगाया था कि जॉब के दौरान लड़की का मोबाइल जमा कर लेते थे. बीच में एक दिन सहज अरोड़ा ने तनिषा का फोन यूज किया था. इस बीच एक पॉडकास्ट में यह कपल पहुंचा तो उन्होंने माना कि उक्त वीडियो उन्होंने बनाया था. लेकिन ये नहीं सोचा था कि वो वायरल हो जाएगा.

निहंगों ने क्या दी धमकी?

एक महीने पहले बाबा बुड्ढा दल के निहंग बाबा मान सिंह अकाली ने कपल के रेस्टोरेंट के बाहर पहुंचकर विरोध किया. कहा कि सहज अपनी पगड़ी उतारकर हमें दे दें या फिर वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पत्नी के साथ वीडियो डालने बंद कर दें. बस इसके बाद से धमकियों का सिलसिला जारी रहा. परेशान होकर कुल्हड़ कपल ने पुलिस से मदद मांगी

यूपी, पंजाब, केरल में उपचुनाव की तारीख बदली, 14 सीटों पर अब 13 की जगह 20 नवंबर को वोटिंग, जानें क्या है वजह

#upchunav_up_kerala_punjab_election_commission_change_date_of_voting

महाराष्‍ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ पंजाब, केरल और उत्‍तर प्रदेश में उपचुनाव कराए जाने का ऐलान किया गया था। अब चुनाव आयोग ने उपचुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। 13 नवंबर की जगह अब 20 नवंबर को सभी स्‍थानों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इसके बाद 23 नवंबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी। त्‍योहारों की वजह से चुनाव आयोग ने उपचुनाव में मतदान की तारीख में बदलाव किया है।

पहले 13 नवंबर को वोटिंग होनी थी। लेकिन कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) सहित कई दलों ने विभिन्न त्योहारों के मद्देनजर आयोग से चुनावों की तारीख पुनर्निर्धारित करने का आग्रह किया था। उनका कहना था कि 13 नंवबर को चुनाव कराने से मतदान प्रतिशत पर असर पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव को लेकर बीजेपी, बीएसपी और आरएलडी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में लोग कार्तिक पूर्णिमा के लिए तीन-चार दिन पहले यात्रा करते हैं, जो 15 नवंबर को मनाई जाएगी।

इसी तरह केरल कांग्रेस के अनुसार, केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर वोटर्स का एक बड़ा हिस्सा 13 से 15 नवंबर तक कल्पती रास्तोलवम का त्योहार मनाएगा। इसी तरह पंजाब में कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया कि 15 नवंबर को श्री गुरुनानक देव का 555वां प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। इस वजह से 13 नवंबर से अखंड पाठ का आयोजन किया जाएगा।

जिसके बाद आयोग ने वोटिंग की तारीखों में फेरबदल कर दिया। अब 20 नवंबर को वोटिंग कराई जाएगी। मतों की गणना पहले से तय 23 नवंबर को ही कराई जाएगी।

चुनाव आयोग की ओर से पहले से घोषित कार्यक्रम के अनुसार, इन 3 राज्यों समेत कुल 15 राज्यों की 48 रिक्त पड़ी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जा रहे थे। साथ ही खाली पड़ी लोकसभा की 2 सीटों पर भी वोटिंग कराई जानी थी। इसके लिए 13 नवंबर को वोटिंग की तारीख तय की गई थी। लेकिन यूपी, पंजाब और केरल में त्योहारों की वजह से तारीखों में बदलाव करना पड़ा।

लोकसभा की जिन 2 खाली पड़ी सीटों पर उपचुनाव होने हैं उसमें केरल की वायनाड लोकसभा सीट भी है जहां पर जून में आए लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राहुल गांधी ने रायबरेली सीट को बरकरार रखते हुए वायनाड सीट छोड़ दी थी। कांग्रेस ने अब राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को यहां से खड़ा किया है। इसके अलावा महाराष्ट्र की नांदेड सीट पर भी उपचुनाव कराए जा रहे हैं। सांसद वसंत राव चव्हाण के निधन की वजह से यहां पर वोटिंग कराई जा रही है।

किसानों का आज पंजाब बंद, 150 से ज्‍यादा ट्रेनें प्रभावित, बस सेवा पर भी असर

#punjabbandhfarmersorganizationscalledonmonday

पंजाब के किसानों ने आज 'पंजाब बंद' बुलाया है। सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक सड़क और रेलों का आवागमन ठप रहेंगे। इस दौरान रेल, बसें, सवारी गाडि़यां और सड़कें बंद रहेंगी। किसानों ने आज पंजाब में यातायात समेत रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी दी है। इसकी वजह से अंबाला-दिल्ली रेलमार्ग पर चलने वाली करीब 18 एक्सप्रेस ट्रेनों सहित उत्तर प्रदेश के रास्ते पंजाब जाने वाली 150 से ज्‍यादा ट्रेनों को रद्द करने की खबर आ रही है। किसानों के बंद के ऐलान की वजह से उत्तर रेलवे की करीब 200 से अधिक ट्रेनों पर असर पड़ेगा।

किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर ने पंजाब बंद को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के जजों को पत्र लिख चुके हैं, लेकिन कोई उत्तर अभी तक नहीं मिला है। इसलिए पंजाब बंद रखने का फैसला लिया गया है। सरकार बातचीत के लिए तैयार नहीं है। इसलिए बंद के सिवा अब कोई उपाय नहीं है।

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने किसानों से की अपील

दूसरी ओर, पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने रविवार को केंद्र के साथ-साथ पंजाब सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भी अब केंद्र के नक्शेकदम पर चलकर हमारे आंदोलन को कुचलने की तैयारी में है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को खनौरी पहुंचने की अपील की। डल्लेवाल ने कहा कि जब हमने अनशन शुरू किया तो हमारा मानना था कि गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह करेंगे। अंग्रेज सरकार भी सत्याग्रह को मानती थी, लेकिन यह सरकार हमारी बात सुनने के बजाए हमारे मोर्चे को कुचलने की कोशिश कर रही है। भारी संख्या में फोर्स लेकर पंजाब सरकार केंद्र के इशारे पर मोर्चे पर हमला करने की तैयारी में है। मेरा लोगों से निवेदन है कि मोर्चे पर पहुंचें, ताकि इसे बचाया जा सके।

क्‍या है किसानों की मांग?

फसलों के एमएसपी से लेकर कुल 13 मांगों को लेकर किसान नेता प्रदर्शन पर रहे हैं। किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा ने यह बंद बुलाया है। उनका कहना है कि सरकार जिद्द पर अड़ी हुई है और किसानों की जायज मांगों को भी नहीं मान रही है। पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक उच्च-स्तरीय टीम ने रविवार को खनौरी सीमा स्थल पर डल्लेवाल से मुलाकात की थी। इस टीम में पुलिस के डिप्‍टी इंस्‍पेक्‍टर जनरल मंदीप सिंह सिद्धू और रिटायर्ड एडिशनल डीजीपी जसकरण सिंह भी शामिल थे। बाद में किसान नेताओं ने कहा कि डल्लेवाल ने कोई भी चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है।

यूपी-पंजाब पुलिस से मुठभेड़ में खालिस्तानी कमांडो फोर्स के तीन आतंकी ढेर,पुलिस चौकी पर किया था ग्रेनेड हमला*
#encounter_in_pilibhit_up_and_punjab_police_killed_three_khalistani_terrorists पंजाब के गुरुदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। यूपी और पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया है। तीनों आतंकी खालिस्तानी कमांडो फोर्स के थे। मौके से दो एके-47 और दो पिस्टल बरामद की गई हैं। तीनों ने गुरदासपुर चौकी पर ग्रेनेड फेंका था। तीनोम आतंकियों के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीलीभीत जिले में मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में घायल होने के बाद तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई इनके पास से 2 एके 47 और दो पिस्टल बरामद हुई हैं। मुठभेड़ की घटना पूरनपुर थानाक्षेत्र में नहर के पास हुई। पूरनपुर क्षेत्र में पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है। पूरनपुर क्षेत्र में हरदोई ब्रांच नहर के करीब सोमवार सुबह करीब पांच बजे मुठभेड़ हुई। मारे गए आतंकवादियों के नाम प्रताप सिंह (23) पुत्र स्वरूप सिंह, शाहनूर खुर्द कलानूर जिला गुरदास पुर, वीरेंद्र सिंह (23) पुत्र रंजीत सिंह, ऐशबान थाना कलानूर, गुरविंदर सिंह (20) पुत्र गुरदेव सिंह बुढिया कलानूर गुरदासपुर पंजाब हैं। दो एके-47 और दो पिस्टल बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि ये तीनों पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हमले के मामले में वांछित थे। पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकियों में धमाके हुए थे। पहले बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाल पर गुरुवार को हमला हुआ। उसके एक दिन बाद शुक्रवार रात्रि एक और बंद पुलिस चौकी पर धमाका हुआ। ये दोनों पुलिस चौकियां कर्मचारियों की कमी के कारण पिछले दिनों बंद कर दी गई थीं। धमाके से आसपास के घरों के लोग सहम गए थे। पुलिस ने बताया था कि वडाला बांगर की चौकी में रात को धमाके से लोग दहल गए थे। लोग डर के घरों से बाहर निकले तो पता चला कि पुलिस थाने से आवाज आई है। इसके बाद यहां रात भर पुलिस की गाड़ियों के सायरन बजते रहे।
Anmol Solanki’s Journey: A Tale of Resilience and Stardom

Anmol Solanki’s life is a powerful testament to perseverance and grit. His story, marked by tragedy, sacrifice, and ultimate success, serves as an inspiration to many.  

At just one year old, Anmol lost his father, a devastating loss that placed the burden of raising him and his sister solely on his mother’s shoulders. A hardworking Anganwadi worker, she instilled in him the values of strength and determination. However, life dealt another cruel blow in 2014, when his mother suffered a brain hemorrhage. For six months, Anmol cared for her during dialysis treatments, but in May 2016, he lost her too.  

Left to support himself and his sister, Anmol faced harsh realities. To make ends meet, he dropped out of school and took on work as a waiter, earning just ₹500 per day. Despite the financial struggles, his resilience never wavered. The turning point came when his sister secured a job, enabling him to complete his education.  

As life began to stabilize, the COVID-19 pandemic struck, bringing further uncertainty. Yet Anmol refused to let adversity define him. Instead, he saw it as an opportunity to chase his dreams. He stepped into the entertainment industry and landed his breakthrough role in Netflix's Jamtara, a crime drama that put him on the map.  

The success of Jamtara paved the way for more opportunities, including a significant role in Shakti 2 on Colors TV. Sharing the screen with established actors like Rubina Dilaik, Kamya Punjabi, and Sudesh Berry, Anmol proved his talent and cemented his place in the entertainment world.  

Capitalizing on his growing popularity, Anmol entered the realm of social media influencing. With an authentic voice and a compelling personal story, he quickly struck a chord with audiences. Partnering with leading brands, he successfully built his image as a lifestyle influencer, inspiring countless individuals who see in him the embodiment of resilience and determination.  

Now, at just 25 years old, Anmol Solanki’s journey stands as a shining example of how hard work and an unyielding spirit can overcome even the greatest challenges. From working as a waiter to becoming a celebrated actor and influencer, his story is proof that dreams can indeed come true—if one has the courage to pursue them relentlessly.

*Bengal crowned champions of Women’s U-15 One-Day Trophy*

Sports News 

 

 Khabar kolkata sports Desk: The wait is finally over. Bengal’s wait for a title at the national level finally ended on Tuesday as the Women’s Under-15 team displayed a brilliant all-round performance to outclass Punjab by 47 runs in the summit clash to emerge champions in the One-Day Trophy. 

Adrija Sarkar (62 off 63 balls) was awarded the player of the final for her superb batting. Toriya Singha Roy (43 off 68), skipper Sandipta Patra (22 not out, 2-11), Debjani Das (2-23), Snigdha Bag (1-22) were the other star performers for Bengal in the final.

Opting to bat, Bengal posted a challenging 157/8 in 35 overs, thanks to a superb 116-run opening stand between Adrija and Toriya.

In reply, Punjab lost wickets and succumbed under pressure, falling short of the target, scoring just 110/6 in 35 overs.

 Pic Courtesy by: CAB

'नई गल करो यार...' पंजाब की गलत स्पेलिंग पर ट्रोल हुए दिलजीत दोसांझ, अब सिंगर ने दिया जवाब


डेस्क: पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने 'दिल लुमिनाटी' कॉन्सर्ट को लेकर इंडिया टूर पर हैं, लेकिन इस कॉन्सर्ट को लेकर अलग-अलग जगह से विवाद भी जुड़ते जा रहे हैं। लेकिन, अब सिंगर का नाम जिस विवाद से जुड़ा है वह थोड़ा अनोखा है। दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में अपने चंडीगढ़ कॉन्सर्ट की घोषणा करते हुए 'पंजाब' की स्पेलिंग गलत लिख दी। बस फिर क्या था, जैसे ही नेटिजंस की नजर पंजाब की स्पेलिंग पर पड़ी, यूजर्स ने उन्हें निशाने पर लेना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर खुद को ट्रोल होता देख अब पंजाबी सिंगर ने एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें कितनी बार साबित करना होगा कि वह भारत से प्यार करते हैं।

दरअसल, दिलजीत दोसांझ ने अपने पोस्ट में 'पंजाब' के लिए 'PUNJAB' की जगह 'PANJAB' स्पेलिंग का इस्तेमाल किया था। नेटिज़न्स ने सिंगर की स्पेलिंग पर यह कहते हुए सवाल उठाए कि पंजाब के लिए PANJAB स्पेलिंग का इस्तेमाल पाकिस्तान में किया जाता है। इतना ही नहीं, नेटिज़न्स ने यह भी देखा कि दिलजीत ने अपने अन्य सभी कॉन्सर्ट पोस्ट में तिरंगे इमोटिकॉन का इस्तेमाल किया था, लेकिन उन्होंने अपने 'पंजाब' पोस्ट ऐसा नहीं किया। इसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने पंजाबी गायक और अभिनेता की आलोचना शुरू कर दी। इसके अलावा, उनसे यह भी सवाल किया गया कि उन्होंने अपने चंडीगढ़ शो पोस्ट में तिरंगे इमोजी का इस्तेमाल क्यों नहीं किया, जैसा कि उन्होंने पहले किया था।

खुद पर उठती उंगली देखकर पंजाबी सिंगर से रहा नहीं गया और उन्होंने एक नए पोस्ट के साथ अपनी सफाई पेश की। नए पोस्ट में दिलजीत ने लिखा- 'किसी एक पोस्ट में अगर पंजाब के साथ तिरंगा मेंशन नहीं किया तो कॉन्स्पिरेसी, बेंगलुरु के ट्वीट में भी एक जगह मेंशन करना रह गया था। अगर पंजाब को PANJAB लिखा तो कॉन्स्पिरेसी। पंजाब को चाहे PUNJAB लिखो या PANJAB, पंजाब तो पंजाब ही रहेगा। पंज आब- पांच नदियां। गोरेया दी लेंग्वेज इंग्लिश दे स्पेलिंग ते कॉन्स्पिरेसी करन वालेया शाबाश।'

'मैं तो भविष्य में भी पंजाबी में पंजाब लिखूंगा, तुम नहीं हटोगे मुझे पता है। लगे रहो.. अब कितनी बार साबित करना होगा कि हमें भारत से प्यार है। कोई नई बात करो यार, या फिर तुम्हें टास्क ही यही मिला है?' पंजाब को लेकर शुरू हुए विवाद पर कई पंजाबी सेलिब्रिटी दिलजीत दोसांझ के सपोर्ट में नजर आ रहे हैं। वहीं कुछ ने सिंगर की गलती को लेकर उन पर निशाना साधते दिखे।
*Dominant Bengal storm into final of Women’s U-15 One-Day meet*

Sports News 

 

 Khabar kolkata sports Desk: Riding on a brilliant all-round performance, Bengal outclassed Rajasthan by 31 runs in the semifinal clash on Sunday to storm into the final of the Women’s Under-15 One Day Trophy.

In the summit clash, Bengal will be up against Punjab on Tuesday.

Toriya Singha Roy was awarded the player of the match for her superb 65 off 84 balls.

Nilanjana Barik (4-26), skipper Sandipta Patra (45 off 29), Debjani Das (2-27) and Remondina Khatun (2-27) were the other star performers for Bengal in the last-four clash.

Batting first, Bengal scored a challenging 190/5 in 35 overs. Chasing the target, Rajasthan lost wickets at regular intervals and were bundled out for 159 in 32 overs.

 PIC Courtesy by: CAB

पंजाब में सुखबीर बादल पर हमलाःक्या पनपने लगी हैं कट्टरपंथी आतंकी ताकतें?

#sukhbir_singh_badal_attack_shows_rise_of_radical_fringe_in_punjab

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ। सुखबीर सिंह बादल स्वर्ण मंदिर के बाहर धार्मिक अनुष्ठान के दौरान हे हमले मे बाल-बाल बच गए। राजनीतिक हस्तियों पर हमले और पुलिस स्टेशनों के पास विस्फोटों सहित अमृतसर में हाल की हिंसक घटनाओं ने पंजाब में संभावित अशांति के बारे में सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चिंता बढ़ा दी है। 24 नवंबर को पुलिस ने अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर एक संदिग्ध बम जैसी वस्तु जब्त की। इसके बाद 29 नवंबर को गुरबख्श नगर में एक परित्यक्त पुलिस चौकी पर बम विस्फोट हुआ। इसके बाद बुधवार को शिरोमणि अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल पर हमला हुआ। सिर्फ 13 घंटे बाद, पवित्र शहर के मजीठिया पुलिस चौकी पर एक संदिग्ध विस्फोट हुआ।

एक के बाद हुई इन घटनाओं के बाद प्रश्न खड़े हो रहे हैं। सवाल उठ रहे है कि ये कट्टरपंथी आतंकवाद की शुरुआत तो नहीं है? इस घटना के बाद पंजाब के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी के अनुसार,ये सनसनीखेज हत्या की कोशिश लगभग दो दशकों से पंजाब में पनप रहे असंतोष और धार्मिक उग्रवाद की अभिव्यक्ति थी। हमलावर अतीत में हत्या, हत्या का प्रयास, हथियार और विस्फोटक रखने तथा उग्रवाद जैसे गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान स्थित सिख आतंकवादी संगठनों के नेतृत्व के साथ लगातार संपर्क में था।

उन्होंने कहा कि पुलिस चौकी और पुलिस स्टेशन पर हमले कानून प्रवर्तन को कमजोर करने और भय और अस्थिरता का माहौल बनाने के लिए सोची-समझी कोशिश का संकेत देते हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर शिअद के साथ, पंजाब की आबादी का पारंपरिक पंथिक (सिख) वर्ग खुद को स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल या गुरचरण सिंह तोहरा जैसे मजबूत नेता की कमी महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा, "सुखबीर इस नेतृत्व की कमी को भरने में सक्षम नहीं हैं। दूसरी ओर, शिअद खुद न केवल कमजोर है, बल्कि एक विभाजित घर भी है। एकजुट नेतृत्व की यह कमी राष्ट्र-विरोधी खालिस्तानी तत्वों के फिर से उभरने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।"

एक पूर्व खुफिया अधिकारी ने कहा कि 1993 के बाद पैदा हुए लोग पिछले दो दशकों में झूठ पर पल रहे थे कि उग्रवाद के दौर में 1.5 लाख लोग मारे गए थे। जबकि मरने वालों की वास्तविक संख्या लगभग 22,000 थी। इसमें 1,800 पुलिस कर्मी शामिल थे। उस समय सख्त पुलिस कार्रवाई और उदारवादी आवाजों के प्रभुत्व के कारण सिख उग्रवाद खत्म हो गया था। पिछले कुछ समय से सिमरनजीत सिंह मान जैसे कट्टरपंथी आवाजों ने चुनाव लड़कर अपना लोकप्रिय आधार बनाया। साथ ही वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह जैसे कट्टरपंथी नेताओं का उदय इस बात का सबूत है कि पंजाब में खालिस्तान समर्थक भावनाएं बढ़ रही हैं।

कहा जा रहा है कि ये लोग सोशल मीडिया का उपयोग नई पीढ़ी को प्रभावित करने और उन्हें प्रभावित करने के लिए एक साधन के रूप में कर रहे थे। ये उन लोगों के लिए है जिन्हें यह याद नहीं है कि सिख आतंकवाद के चरम पर उनके परिवारों ने किस तरह से कष्ट झेले थे। एक अन्य अधिकारी ने कहा, "पंजाब के कृषकों के वर्चस्व वाले किसानों के विरोध/अशांति के मद्देनजर 'कट्टरपंथी उग्रवाद' की भावना को बल मिला है।

'कट्टरपंथी उग्रवाद' वाली सोच को पाकिस्तान की तरफ से भी बढ़ावा मिल रहा है।पाकिस्तान ने न केवल पिछले कई वर्षों से बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान टाइगर फोर्स जैसे प्रमुख खालिस्तान समर्थक संगठनों के नेतृत्व को पनाह दी, बल्कि सिख फॉर जस्टिस के 'खालिस्तान रेफरेंडम 2020' जैसी परियोजनाओं के माध्यम से खालिस्तान समर्थक विचारधारा को बढ़ावा देना जारी रखा।पाकिस्तान समर्थित तत्व सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देते हैं। ये हथियारों की निरंतर सप्लाई सुनिश्चित करते हैं।

*Bowlers help Bengal script stunning win vs MP in Ranji Trophy*

Sports News 

Khabar kolkata sports Desk: Riding on a brilliant performance by the bowlers, Bengal outclassed Madhya Pradesh by 11 runs in the Elite Group C match to register their first victory of the Ranji Trophy season on Saturday. 

Bengal, who bagged six points from the win, currently have 14 points from five games. 

Chasing 338 to win on the fourth and final day, Madhya Pradesh were bowled out for 326. Shahbaz Ahmed (4-48), Mohammad Shami (3-102), Rohit Kumar (2-47) and Md Kaif (1-50) were superb with the ball for Bengal. 

Earlier, after posting 228 in their first innings, Bengal bundled out MP for 167. In their second innings, Bengal scored 276 to hand a challenging target to the home side.

Shahbaz was awarded the player of the match for his all-round performance. 

Bengal will next face Haryana, followed by Punjab at home in their final two group-stage matches.

 Pic Courtesy by: CAB

कुल्हड़ पिज्जा कपल को मिली पुलिस सुरक्षा, निहंगों की धमकी के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर

पंजाब के जालंधर का फेमस यूट्यूबर जोड़ी जिन्हें कुल्हड़ पिज्जा कपल (Kulhad Pizza Couple) के नाम से जाना जाता है, उन्हें पुलिस पुलिस प्रोटेक्शन मिली है. जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों की सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मियों (Police Protection) को तैनात किया है. यूट्यूबर दंपति ने निहंगों से मिली धमकी के बाद पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी. अब एक पीसीआर नियमित तौर पर उनके घर और रेस्त्रां की पेट्रोलिंग करेगी.

बाबा बुड्ढा ग्रुप के निहंगों ने कुल्हड़ पिज्जा शॉप पर जमकर हंगामा किया था. इसके बाद कुल्हड़ पिज्जा कपल के नाम से फेमस दंपति सहज अरोड़ा और गुरप्रीत ने जान-माल की सुरक्षा के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. निहंगों के विरोध के बाद कपल ने अपना एक वीडियो (Kulhad Pizza Couple Video) भी जारी किया था. इस वीडियो में कपल ने कहा था- हम परिवार के साथ श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) जाएंगे और वहां अपनी अर्जी लगाएंगे. पति सहज ने कहा था कि श्री दरबार साहिब पहुंचकर पूछूंगा कि मैं दस्तार (पगड़ी) सजा सकता हूं या नहीं. अगर मैं गलत हूं तो मुझे सजा मिलनी चाहिए.

कुल्हड़ पिज्जा कपल के वकील ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab Haryana Highcourt) को बताया था- पिछले दो हफ्तों से सहज-गुरप्रीत को कुछ गैंगस्टर से धमकियां मिल रही हैं. अगली सुनवाई पर हाईकोर्ट को वो लिखित में इसकी पूरी जानकारी दे देंगे. इस मामले अगली सुनवाई 20 जनवरी को होगी.

कौन हैं सहज-गुरप्रीत?

दंपति का अपना एक रेस्टोरेंट है. पति सहज अरोड़ा के इंस्टाग्राम पर करीब 12 लाख फॉलोवर्स हैं. जबकि, पत्नी गुरप्रीत के करीब साढ़े 6 लाख फॉलोवर्स हैं. दोनों सोशल मीडिया पर काफी फेमस हैं. कुल्हड़ पिज्जा के लिए तो यह दंपति फेमस था ही. लेकिन फिर अचानक से उनका एक अश्लील वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद दोनों पहले से भी ज्यादा सुर्खियों में आ गए. आरोप था कि उन्हीं के रेस्टोरेंट में काम करनी वाली एक कर्मचारी ने दोनों के कुछ निजी और अश्लील वीडियो वायरल कर दिए थे. वीडियो वायरल हुआ तो कपल ने कहा कि वीडियो फेक है. बाद में इसकी शिकायत कपल ने कमिश्नरेट पुलिस से की.

कपल ने कहा- हमारा ही था वीडियो

फिर मामले में सहज के रेस्टोरेंट में काम करने वाली पूर्व कर्मचारी तनिषा वर्मा और अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, तनिषा के परिवार ने आरोप लगाया था कि जॉब के दौरान लड़की का मोबाइल जमा कर लेते थे. बीच में एक दिन सहज अरोड़ा ने तनिषा का फोन यूज किया था. इस बीच एक पॉडकास्ट में यह कपल पहुंचा तो उन्होंने माना कि उक्त वीडियो उन्होंने बनाया था. लेकिन ये नहीं सोचा था कि वो वायरल हो जाएगा.

निहंगों ने क्या दी धमकी?

एक महीने पहले बाबा बुड्ढा दल के निहंग बाबा मान सिंह अकाली ने कपल के रेस्टोरेंट के बाहर पहुंचकर विरोध किया. कहा कि सहज अपनी पगड़ी उतारकर हमें दे दें या फिर वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पत्नी के साथ वीडियो डालने बंद कर दें. बस इसके बाद से धमकियों का सिलसिला जारी रहा. परेशान होकर कुल्हड़ कपल ने पुलिस से मदद मांगी

यूपी, पंजाब, केरल में उपचुनाव की तारीख बदली, 14 सीटों पर अब 13 की जगह 20 नवंबर को वोटिंग, जानें क्या है वजह

#upchunav_up_kerala_punjab_election_commission_change_date_of_voting

महाराष्‍ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ पंजाब, केरल और उत्‍तर प्रदेश में उपचुनाव कराए जाने का ऐलान किया गया था। अब चुनाव आयोग ने उपचुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। 13 नवंबर की जगह अब 20 नवंबर को सभी स्‍थानों पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इसके बाद 23 नवंबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी। त्‍योहारों की वजह से चुनाव आयोग ने उपचुनाव में मतदान की तारीख में बदलाव किया है।

पहले 13 नवंबर को वोटिंग होनी थी। लेकिन कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) सहित कई दलों ने विभिन्न त्योहारों के मद्देनजर आयोग से चुनावों की तारीख पुनर्निर्धारित करने का आग्रह किया था। उनका कहना था कि 13 नंवबर को चुनाव कराने से मतदान प्रतिशत पर असर पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव को लेकर बीजेपी, बीएसपी और आरएलडी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में लोग कार्तिक पूर्णिमा के लिए तीन-चार दिन पहले यात्रा करते हैं, जो 15 नवंबर को मनाई जाएगी।

इसी तरह केरल कांग्रेस के अनुसार, केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर वोटर्स का एक बड़ा हिस्सा 13 से 15 नवंबर तक कल्पती रास्तोलवम का त्योहार मनाएगा। इसी तरह पंजाब में कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया कि 15 नवंबर को श्री गुरुनानक देव का 555वां प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। इस वजह से 13 नवंबर से अखंड पाठ का आयोजन किया जाएगा।

जिसके बाद आयोग ने वोटिंग की तारीखों में फेरबदल कर दिया। अब 20 नवंबर को वोटिंग कराई जाएगी। मतों की गणना पहले से तय 23 नवंबर को ही कराई जाएगी।

चुनाव आयोग की ओर से पहले से घोषित कार्यक्रम के अनुसार, इन 3 राज्यों समेत कुल 15 राज्यों की 48 रिक्त पड़ी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जा रहे थे। साथ ही खाली पड़ी लोकसभा की 2 सीटों पर भी वोटिंग कराई जानी थी। इसके लिए 13 नवंबर को वोटिंग की तारीख तय की गई थी। लेकिन यूपी, पंजाब और केरल में त्योहारों की वजह से तारीखों में बदलाव करना पड़ा।

लोकसभा की जिन 2 खाली पड़ी सीटों पर उपचुनाव होने हैं उसमें केरल की वायनाड लोकसभा सीट भी है जहां पर जून में आए लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राहुल गांधी ने रायबरेली सीट को बरकरार रखते हुए वायनाड सीट छोड़ दी थी। कांग्रेस ने अब राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को यहां से खड़ा किया है। इसके अलावा महाराष्ट्र की नांदेड सीट पर भी उपचुनाव कराए जा रहे हैं। सांसद वसंत राव चव्हाण के निधन की वजह से यहां पर वोटिंग कराई जा रही है।