आग का तांडव, पूरे गांव में धुआं ही धुआ, कई घरों की झोपड़ियां व समान जलकर राख

गोरखपुर। गोला थाना क्षेत्र के कौवाडील गांव में भीषण आग ने कई घरों को जलाकर राख कर दिया झोपड़िया के साथ वहां खड़ी वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गई ग्रामीणों की मदद से आग बुझाया जा रहा है अभी तक आग पर काबू नहीं पाया गया मौके पर फायर ब्रिगेड घंटे तक नहीं पहुंच पाई। गांव के जमालुद्दीन की पूरी झोपड़ी में रखी सामान जलकर खाक हो गई वहीं गांव के आल्हा शर्मा के घर में आग लगने से अनाज सहित पूरी घर में रखी गई सामान जलकर राख हो गई ।

देखते ही देखते गांव के छोटकू उर्फ शाहिद अंसारी के घर में रखी हुई खड़ी वाहन आज के चपेट में आने से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईक वही कई लोग आज से झुलस भी गए हैं बृहस्पतिवार दोपहर अज्ञात कारण से आग लगने की वजह से पूरे गांव में धुआं ही धुआ नजर आ रहा था यहां तक की कई पेड़ों के ऊपर तेज कछुआ के चलते आसमान में भी आज की लपेट दिखाई दे रही थी वही फायर ब्रिगेड को सूचना दिए जाने पर घंटे बाद भी गाड़ी खाली होने की वजह से पहुंच पाई।

एसडीएम की जांच में स्टाॅक में घोटाला आढ़तिए पर लगा जुर्माना

खजनी गोरखपुर।जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश के निर्देश पर उप जिलाधिकारी खजनी शिवम सिंह ने तहसील क्षेत्र के गल्ला अढ़तिया श्रीकृष्णा ट्रेडर्स पाकड़घाट सिकरीगंज के गोदाम में औचक स्टॉक की जांच की। एसडीएम ने घोषित स्टाॅक से अधिक गेहूं एवं धान की मात्रा कम पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगा दिया।

एसडीएम तहसील कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आज एसडीएम, तहसीलदार दीपक गुप्ता, वरिष्ठ हाट निरीक्षक अरुण चतुर्वेदी एवं रविशंकर, मंडी इंस्पेक्टर अरुण सिंह ने गुरुवार को तड़के पकड़घाट सिकरीगंज के गल्ला आढ़तिया श्रीकृष्णा ट्रेडर्स के यहां जांच की।

अधिकारियों को मौके पर घोषित स्टॉक 769 क्विंटल गेहूं की जगह 833.46 क्विंटल गेहूं मिला जो कि घोषित स्टॉक से 39.46 क्विंटल अधिक था। वहीं धान 16 क्विंटल 20 किग्रा कम पाया गया। जिस पर उप जिलाधिकारी ने 13513 रुपये 50 पैसे का जुर्माना ठोंक दिया। जो कि आढ़तिए से वसूला गया जुर्माना मंडी समिति के खाते में जमा करा दिया गया।

उप जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील क्षेत्र में सभी लाइसेंस धारक आढ़तिए भारत सरकार के पोर्टल पर अपना स्टॉक प्रत्येक सप्ताह घोषित करते हुए अपना स्टॉक सही रखें। अन्यथा जांच और कार्रवाई की जाएगी।

लिंक एक्सप्रेस-वे से उड़ती धूल से पटे घर आंगन

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र में निर्माणाधीन लिंक एक्सप्रेस-वे से तेज हवाओं के झोंके से उड़ती काली धूल के गुबार के कारण स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। ऊंची सड़क से धूल के घने काले गुबार सीधे घर आंगन और दरवाजों पर बिखर जा रहे हैं जिससे घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।

आलम यह है कि सड़क दुकानें और घरों की छतों पर धूल की मोटी परत बिछ जा रही है। धूल के कारण बच्चों, बुजुर्गों और बाइक सवार यात्रियों को सबसे अधिक परेशान होना पड़ रहा है।

हरनहीं तहसील के समीप, खजनी बांसगांव मार्ग, खजनी माल्हनपार मार्ग, उसरैन डीह और सिकरीगंज कस्बे समेत सभी स्थानों पर सड़क के अंडरपास पर तेज हवाओं के कारण उड़ने वाली धूल से पूरा इलाका ढंक चुका है। काली धूल के कणों और गुबार से स्थानीय लोग हलकान हैं तथा दमा, चर्म रोग और एलर्जी की समस्याओं से भी पीड़ित हो रहे हैं। स्थिती बर्दाश्त से बाहर होने पर तीव्र आक्रोश जता रहे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।

कस्बे के विजय कुमार, हृदय तिवारी,पिंटू, रामनारायण, संजय तिवारी, विशाल पांडेय, राम अशीष, शेषमणि, उपेंद्र, छोटेलाल आदि ने बताया कि दिन में तेज हवाओं के झोंके और धूल के गुबार के कारण घरों से बाहर निकलना और खाना पीना सब मुश्किल हो गया है। रोज धूल साफ करनी पड़ती है और पानी का छिड़काव करना पड़ता है। घरों, दुकानों और दरवाजे के सामने सुबह शाम धूल की मोटी परत बिछ जाती है।

बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर ने भाजपा, सपा व कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा इन सभी ने बहुजन समाज के साथ की है गद्दारी

गोरखपुर. बहुजन समाज पार्टी के मंडल जनसभा का आयोजन सरदार नगर सरिया मजीठिया ग्राउंड पर आयोजित किया गया. जिसमें गोरखपुर सदर, बांसगांव, महाराजगंज और कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए जनसभा में मुख्य अतिथि बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने सपा भाजपा कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने हजारों की संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सपा कांग्रेस कभी भी बहुजन समाज की हितेषी नहीं रही। इन सभी पार्टियों ने बहुजन समाज के साथ गद्दारी करने का कार्य किया है और यह सभी पार्टियों गद्दार हैं। उन्होंने शिक्षा स्वास्थ्य बेरोजगारी महंगाई सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर केंद्र व प्रदेश सरकार को गिरते हुए कहा कि यह केवल जुमलो और वादों की सरकार है।

अब इन लोगों के झांसे में आने की जरूरत नहीं है फ्री राशन देकर रोजगार छीनने का कार्य यह सरकार कर रही है इस लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का का एक-एक कार्यकर्ता बहुजन समाज पार्टी को वोट देने का और दिलाने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज के लोग बहरूपियों के झांसी में ना आए इस बार बहुजन समाज पार्टी द्वारा चयनित लोकसभा प्रत्याशी को ही वोट देकर भारी मतों से जीतने का काम करें।

विश्व मलेरिया दिवस: समय से पहचान और इलाज से ठीक हो जाता है मलेरिया

गोरखपुर, लक्षण दिखने पर शीघ्र जांच और इलाज से मलेरिया पूरी तरह से ठीक हो जाता है । जिले में वर्ष 2018 से लेकर 23 अप्रैल 2024 तक की अवधि में करीब 5.92 लाख लोगों की मलेरिया की जांच करवायी गयी, जिनमें से 53 लोग इस बीमारी से पीड़ित मिले। सभी का इलाज किया गया और सभी ठीक भी हो गये। शीघ्र हस्तक्षेप के कारण इस अवधि में इस बीमारी के कारण कोई मौत रिपोर्ट नहीं हुई । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी। उन्होंने बताया कि घर के बाहर और भीतर एकत्रित हुए पानी की साफ सफाई और मच्छरों से बचाव के उपाय में विभागीय प्रयासों के साथ साथ सामुदायिक सहयोग आवश्यक है। इसे बढ़ाने के उद्देश्य से ही प्रति वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वर्ष के दिवस की थीम रखी है-‘‘अधिक न्यायोचित विश्व के लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाना ।’’

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2027 तक प्रदेश में भी मलेरिया का उन्मूलन करना है और इस कार्य के लिए समुदाय की भागीदारी बढ़ाने पर जोर है । लोगों को ‘‘हर रविवार, मच्छर पर वार’’ के नारे को साकार करना होगा और इस दिन घर के आसपास एकत्रित पानी को साफ करना पड़ेगा। कूलर और अन्य पात्रों के पानी की भी साफ सफाई जरूरी है। इस बीमारी का मच्छर साफ पानी में एकत्रित होता है और सुबह शाम काटता है । बारिश का मौसम शुरू होने से पहले पानी के टैंक, गमले, पशु पक्षियों के पीने के पानी के पात्र, नारियल के खोल और बोतल जैसी सामग्री में पानी को इकट्ठा होने से रोकने के लिए उपाय करने हैं या फिर निष्प्रयोज्य सामग्री को नष्ट कर देना है ।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि संक्रमित मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने से यह बीमारी होती है । मच्छर के काटने के तेरहवें से चौदहवें दिन में इसके लक्षण आते हैं। नियमित अंतराल पर तेज बुखार के साथ ठंड लगना, कमजोरी, पसीना होना, बार बार उल्टी होना, पेशाब में जलन, मूत्र का कम आना, लाल मूत्र आना और खाना खाने में असमर्थता इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं। इसके रैपिड डॉयग्नोस्टिक टेस्ट (आरडीटी) की सुविधा आशा कार्यकर्ता से लेकर उच्च चिकित्सा संस्थानों तक में उपलब्ध है । स्लाइड से जांच की व्यवस्था सभी सरकारी अस्पतालों में मौजूद है और इसकी सभी दवाएं भी वहां उपलब्ध है।

तीन दिन में ठीक हो जाता है जानलेवा मलेरिया

डॉ दूबे ने बताया कि मलेरिया के दो प्रकार प्लाजमोडियम वाईबैक्स (पीबी) और प्लाजमोडियम फैल्सीफोरम (पीएफ) प्रमुख तौर पर हमारे अंचल में पाए जाते हैं। पीएफ मलेरिया का समय से इलाज न करने पर जटिलताएं अधिक बढ़ सकती हैं और इसके कई मामलों में रक्तस्राव का भी होने लगता है। अगर इसकी समय से पहचान कर इलाज हो तो महज तीन दिन की दवा से ठीक हो जाता है । वर्ष 2023 में जिले में इसके चार मरीज मिले थे, लेकिन यह सभी मरीज दूसरे राज्यों से गोरखपुर आए थे।

किट से पहचान होने पर बनती है स्लाइड

सीएमओ का कहना है कि जब कोई आशा कार्यकर्ता किसी संभावित मरीज का किट से जांच करती है और उसमें मलेरिया की पुष्टि होती है तो लैब टेक्निशियन की मदद से स्लाइड जांच भी करायी जाती है। समय समय पर एलटी, सीएचओ और आशा का इस संबंध में संवेदीकरण भी किया जाता है ।

हनुमान जयंती पर निकली शोभायात्रा, सांसद रवि किशन ने लिया हिस्सा

गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने मंगलवार को हनुमान जयंती के अवसर पर निकली शोभायात्रा में हिस्सा लिया। यह शोभायात्रा दुर्गाबाड़ी हनुमान मंदिर पर निकली गई।

सांसद रवि किशन ने कहा कि आज के इस पावन अवसर पर शोभा यात्रा में शामिल होना मेरा सौभाग्य है। इस भव्य शोभायात्रा में भारी संख्या श्रद्धालु उपस्थित रहे। हनुमान जी से कामना है कि जनकल्याण करें और लोगों का अधिक से अधिक हित हो।

मैं यह कामना करता हूं कि मुझे भी ईश्वर शक्ति दें ताकि मैं सदैव जनसेवा के लिए तत्पर रहूं। हनुमान जयंती के अवसर पर गोरखपुर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस यात्रा के एक छोर से दूसरे छोर तक भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

कटघर बिगही मार्ग पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के कटघर बिगही मार्ग पर तेज हवा से एक भारी-भरकम पेड़ अचानक सड़क के बीचों-बीच जा गिरा। गनीमत रही इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ।

सूचना पर पहुंची 112 पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। पेड़ बिजली के तारों पर गिरा गनीमत रही कि इस दौरान बिजली नहीं थी नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।

मिली जानकारी के अनुसार कटघर बिगही मार्ग पर डोड़ो गांव में सड़क के किनारे महेश यादव के घर बगल में वर्षों पुराना गुलमोहर का पेड़ अचानक धराशाई हो गया। पेड़ की डाल सड़क के उत्तर दिशा में बसियाखोर गांव के मनोज सिंह की दीवार से टकराकर रुक गई। जिससे मनोज सिंह के मकान को आंशिक क्षति हुई।

इस दौरान यातायात घंटो बाधित रहा, पेड़ की चपेट में आकर बिजली के तार भी टूट कर गिर गए। गंगटही उपकेंद्र के जेई जवाहिर प्रसाद वन विभाग के रेंजर संतोष कुमार पांडेय तथा स्थानीय लोगों के प्रयास से घंटों बाद आवागमन बहाल हुआ।

दहेज हत्या के आरोपित 2 वांछित अभियुक्तों को पुलिस ने भेजा जेल

खजनी गोरखपुर।महिलाओं से जुड़े आपराधिक मामलों में जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे अभियान में, क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकारदत्त तिवारी एवं थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया ने तत्परता दिखाते हुए 2 वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

मिली जानकारी के अनुसार बीते माह खजनी थाने में कटयां सुरैनी गांव में दहेज उत्पीड़न और विवाहिता की हत्या के आरोपितों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 172/2024 की धाराओं 304बी,498ए और 3/4 डीपी एक्ट में केस दर्ज करने के बाद पुलिस सक्रियता से वांछित अभियुक्तों की तलाश में थी।

थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एसआई सत्यदेव, राजेश सिंह तथा कांस्टेबल बृजेश यादव ने वांछित अभियुक्तों फिरोज अहमद पुत्र मुस्लिम और मुस्लिम पुत्र बिस्मिल्लाह को बेहद नाटकीय तरीके से दबोच लिया। गिरफ्तारी और विधिक कार्रवाई के बाद उन्हें न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है।

हनुमान प्रगटोत्सव पर सीएम योगी ने की हनुमत महाप्रभु की आराधना

गोरखपुर। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने चैत्र शुक्ल पूर्णिमा, हनुमान प्रगटोत्सव के पावन अवसर पर सुखदायक और शोकनाशक श्रीहनुमत महाप्रभु की विधि विधान से आराधना की। सभी नागरिकों को हनुमान प्रगटोत्सव की शुभकामनाएं देखने के साथ ही मुख्यमंत्री ने उनके अरोग्यमय, सुखमय, समृद्धमय और शांतिमय जीवन के लिए प्रभु हनुमान से प्रार्थना की।

गोरखनाथ मंदिर में हनुमान जी के दो विग्रह स्थापित

लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार में सीएम योगी की व्यस्तता देशव्यापी है। प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में भी यह ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। युद्धस्तरीय चुनावी व्यस्तता के बीच सोमवार को अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जनसभा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम को गोरखपुर पहुंचे। गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन करने तथा अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेकने के बाद उन्होंने रात विश्राम गोरखनाथ मंदिर में किया। मंगलवार सुबह सीएम योगी की परंपरागत दिनचर्या में हनुमान प्रगटोत्सव पर विशेष आराधना भी शामिल रही। चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को होने वाले श्री हनुमत के प्रकटोत्सव के दिन उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में बजरंग बली की प्रतिमा के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन किया और आरती उतारी। गोरखनाथ मंदिर में हनुमान जी के दो विग्रह स्थापित हैं।

सीएम योगी ने की लोकमंगल की प्रार्थना

मुख्यमंत्री ने दोनों विग्रहों के समक्ष आराधना कर हनुमान जी से लोकमंगल की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री हनुमान प्रगटोत्सव के पावन पर्व पर सभी लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी लिखा। 'श्री हनुमान प्रगटोत्सव की प्रदेश वासियों एवं सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं! अष्ट सिद्धि और नौ निधियों के दाता, प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त, श्री हनुमान जी की कृपा सभी पर बनी रहे। संपूर्ण सृष्टि में सुख-शांति व समृद्धि का वास हो, उनसे यही प्रार्थना है। ॐ हनुमते नमः!'

23 अप्रैल 2024 को घटित होने वाला है पिंक मून ( गुलाबी चांद)

गोरखपुर । खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि यह एक खगोलीय घटना है, जो कि पूर्ण चंद्र के दौरान ही घटित होती है, जिस दिन चांद सामान्य दिनों से बड़ा ब चमकीला दिखाई देता है, खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि अप्रैल माह में घटित होने वाले फुल मून ( पूर्ण चंद्र) जो कि रात्रि के आकाश में चांदनी विखेरते हुए नजर आता है, उसी पूर्ण चंद्रमा को पिंक मून ( गुलाबी चांद) ,कहा जाता है और इसे अन्य कई नामों से भी जाना जाता है जैसे स्प्राउट मून, एग मून, फिश मून, फशय मून फेस्टिवल मून, फुल पिंक मून, ब्रीकिंग आइस मून, बडिंग मून अबेकनिंग मून इत्यादि नामों से जाना जाता है,

क्या है पिंक मून_ खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि

दरअसल यह नाम मूल रूप से उत्तरी अमेरिका में निवास करने वाले और खासकर छोटे जनजातीय समुदाय में निवास करने वाले किसानों द्वारा 1930 के दौरान दिया गया था, क्योंकि अप्रैल के इस मौसम के दौरान ही इसी दौरान अमेरिका के पूर्वी ब उत्तरी हिस्सों के जंगल में उगने वाले एक खास किस्म के पौधे जिसे फ्लॉक्स सुबूलाटा या क्रीपिंग फ्लोक्स और मॉस फ्लॉक्स या मॉस पिंक भी कहा जाता है जो की दिखने में मनमोहक गुलाबी रंग का होता है उसी के नाम पर अप्रैल के पूर्ण चंद्र को पिंक मून नाम दिया गया है, जो आज भी चलन में है जबकि वास्तव में चांद के संदर्भ में इसका मतलब यह नहीं है कि इस दिन चांद भी पूरी तरह से गुलाबी रंग में रंगा हुआ नजर आने वाला है,

खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि_

लेकिन कभी कभी चांद के रंग में नजर आने वाला बदलाब या परिबर्तन पृथ्वी के वायु मंडल में उपस्थित अति सूक्ष्म धूल के कणों और विभिन्न प्रकार की गैसों की उपस्तिथि ,ऊर्जा और अन्य धूम प्रदूषण के कारण भी पृथ्वी पर आने वाले प्रकाश की मात्रा में व्यवधान उत्पन्न करते हैं या कुछ यूं कहें कि पृथ्वी पर आने बाला प्रकाश उपरोक्त से टकराकर कई प्रकारों में अपने अपने तरंगधैर्य के हिसाब से बिखर जाता है जिसमे सबसे ज्यादा जल्दी नीला रंग बिखरा हुआ नजर आता है ब लाल रंग दूर तक जाता है, जिस कारण चन्द्रमा को पृथ्वी से देखने पर कभी कभी चंद्रमा हल्का सा अन्य रंगों के जैसे भी दिखता है, जैसे कत्थई , इंडिगो, हल्का सा नीला, सिल्वर, गोल्डन, हल्का सा पीला ब इल्यूजन के कारण सामान्य से कुछ बड़ा सा भी नजर आता है, इसे खगोल विज्ञान की भाषा में रिले स्कैटरिंग या प्रकाश का प्रकीर्णन भी कहा जाता है इन तमाम कारणों से ही कुछ बदला हुआ सा भी नजर आता है, लेकिन इसका गुलाबी चांद के नाम से रंग का कोई विशेष मतलब नहीं है, लेकिन सामान्य रातों में आकाश साफ होने पर चांद का बास्तबिक रंग सफेद ब चमकीला ही होता है,

खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस बार 23 अप्रैल 2024 को होने वाले पिंक मून (पूर्ण चंद्र ) को आप 23 अप्रैल की सुबह 03 बजकर 25 मिनिट से लेकर 24 अप्रैल 05 बजकर 18 मिनट्स तक देख सकते हैं,

कैसे देखे पिंक मून

_ वीर बहादुर सिंह नक्षत्र शाला के खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि इसे देखने के लिए आप को किसी भी खास या विशेष उपकरण की भी आवश्यकता नहीं है, इस दौरान आप अपनी साधारण आंखों से ही अपने घरों से ही इस का दीदार कर सकते हैं, ब इसके साथ ही रात्रि में आप टूटते हुए तारों ( उल्का पिंडों) जो वायु मंडल में घर्षण के कारण जलती हुईं नजर आयेंगी ऐसी शानदार उल्काओं का भी आनन्द ले सकते हैं ,अप्रैल माह में होने वाली उल्का बौछार को जिसे लिरिड मेटियर शॉवर नाम से जाना जाता है, इसे भी देख सकेंगे, अगर आप इस से सम्बन्धित या अन्य कोई भी खगोल विज्ञान से सम्बन्धित बिशेष प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं एवम समय समय पर घटित होने बाली खगोलीय घटनाओं को विशेष प्रकार की खास दूरवीनों से सजीव भी देखना चाहते हैं तब आप सीधे वीर बहादुर सिंह नक्षत्र शाला (तारामण्डल) गोरखपुर में भी जा सकते हैं।