प्रेमी के झांसे में मुंबई जा रही किशोरी वाराणसी से बरामद, बिन मां की बेटी को यात्रा के दौरान ट्रेन में हुई मुहब्बत
खजनी गोरखपुर। किशोर वय की अंधी मुहब्बत का एक और मामला प्रकाश में आया है। जहां एक अल्प वयस्क किशोरी एक तीन बच्चों के पिता युवक के झांसे में आकर मुंबई जाने के लिए निकल पड़ी। किशोरी के भाई और बांसगांव पुलिस हरनहीं चौकी इंचार्ज की मदद से किशोरी को वाराणसी जीआरपी पुलिस की मदद से बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया।
वाकया बेहद दिलचस्प और अपने बच्चों को बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचाने के लिए सतर्क रहने की नसीहत देने वाला है।
मिली जानकारी के अनुसार सिकरीगंज थाना क्षेत्र के निवासी एक व्यक्ति की पत्नी का निधन हो गया है। पंजाब के लुधियाना में रह कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले उक्त व्यक्ति का अपने पैतृक गांव में पट्टीदारों से संबंध मधुर नहीं हैं, लिहाजा अपने बड़े बेटे का एडमिशन उसके ननिहाल में भैंसा बाजार के समीप एक महाविद्यालय में करा दिया है। बीते दिनों परीक्षाएं शुरू हुईं तो बेटा अपनी छोटी बहन के साथ लुधियाना से आ कर भैंसा बाजार में एक किराए का कमरा लेकर बहन के साथ रहने लगा उसके मामा आदि उनकी देखभाल के लिए मौजूद थे। लुधियाना से गोरखपुर आते समय ट्रेन में चिप्स आदि बेचने वाले एक वेंडर से किशोरी का संपर्क हुआ।
तीन बच्चों के पिता उस युवक ने किशोरी को अपने प्रेम के झांसे में लेकर सब्जबाग दिखाए और अपने सुपरवाइजर का मोबाइल नंबर उसे दे दिया। गोरखपुर से भैंसा बाजार पहुंचने के बाद किशोरी उसी नंबर पर अपने भाई से चोरी छिपे बातचीत करती रही। इस बीच एक दिन अचानक वह बिना किसी को कुछ बताए मुंबई जाने के लिए निकल पड़ी। परीक्षा देकर वापस लौटने पर भाई को जब कमरे पर अपनी बहन नहीं मिली तो उसने आसपास में उसकी तलाश की और जब कोई पता ठिकाना नहीं मिला तो अपने मामा के साथ हरनहीं पुलिस चौकी में पहुंच कर चौकी इंचार्ज विकासनाथ को घटना की जानकारी दी।
नाबालिग किशोरी के जीवन को संकट में देख कर मामले को गंभीरता से लेते हुए चौकी इंचार्ज ने तत्काल युवक के मोबाइल फोन से अज्ञात नंबरों पर होने वाली बातचीत और उसके टाइट ड्यूरेशन की जांच पड़ताल की और फोन में मौजूद एक नंबर पर कॉल की तो बातचीत और लाइव लोकेशन से पता चला कि किशोरी मुंबई जाने वाली एक ट्रेन से वाराणसी के निकट सारनाथ पहुंची थी। रेलवे पुलिस से संपर्क करते हुए चौकी इंचार्ज ने किशोरी को वाराणसी में बरामद करा लिया। रात अधिक होने के कारण किशोरी को बालिका संरक्षण गृह में रखा गया। अगले दिन वाराणसी पहुंच कर किशोरी के भाई और मामा ने उसे बरामद कर लिया और अपने साथ लेकर हरनहीं पुलिस चौकी पहुंचे।
फिलहाल चौकी इंचार्ज हरनहीं की तत्परता से नाबालिग किशोरी को सकुशल बरामद कर परिवारीजनों को सौंप दिया गया। किशोरी के सही सलामत बरामद होने पर उसके भाई और मामा ने रूंधे कंठ से चौकी इंचार्ज हरनहीं विकासनाथ के प्रति आभार जताया।
Apr 21 2024, 20:10