IPL 2024 के रोमांच के बीच क्रिकेट के फैंस को लगने वाला है बड़ा झटका! इन 7 कप्तानों पर मंडरा रहा बैन होने का खतरा

 आईपीएल 2024 का रोमांच चरम पर है, लेकिन जल्द ही कुछ बड़ा उलटफेर हो सकता है। बीसीसीआई धीमी ओवर गति के मुद्दे पर सख्ती से पेश आ रहा है और 7 टीमों के कप्तानों पर बैन लगाने की तैयारी में है। 

बता दें कि, आईपीएल 2024 के बीच एक-दो फ्रेंचाइजियों के नहीं, बल्कि कुल 7 टीमों के कप्तानों पर बैन लगाया जा सकता है। इससे फ्रेंचाइजी अभी से टेंशन में आ गए हैं। कल तक तो इस लिस्ट में सिर्फ 5 कप्तानों के नाम शामिल थे, जिसे बैन किया जा सकता था, लेकिन अब 2 और कप्तानों का नाम इस अनचाहा लिस्ट में दर्ज हो गया है।

इनमें शामिल हैं:

रुतुराज गायकवाड़ (चेन्नई सुपर किंग्स)

केएल राहुल (लखनऊ सुपर जायंट्स)

ऋषभ पंत (दिल्ली कैपिटल्स)

हार्दिक पांड्या (मुंबई इंडियंस)

शुभमन गिल (गुजरात टाइटन्स)

संजू सैमसन (राजस्थान रॉयल्स)

श्रेयस अय्यर (कोलकाता नाइट राइडर्स)

इन कप्तानों पर क्यों हो सकता है बैन?

बीसीसीआई ने धीमी ओवर गति के लिए नियमों को सख्त कर दिया है। कई बार जुर्माना लगाने के बाद भी कुछ कप्तान नहीं सुधर रहे हैं। अगर तीसरी बार किसी कप्तान पर जुर्माना लगा, तो उन्हें एक मैच के लिए बैन किया जा सकता है।

किसके लिए सबसे ज्यादा खतरा?

दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत पर पहले ही दो बार जुर्माना लग चुका है। अगर पंत पर तीसरी बार जुर्माना लगा, तो उन्हें एक मैच के लिए बैन किया जा सकता है।

बैन का क्या होगा असर

अगर किसी कप्तान पर बैन लगा, तो इससे ना सिर्फ फ्रेंचाइजी की बल्कि करोड़ों फैंस को भी झटका लगेगा। फ्रेंचाइजी को बीच सीजन में कप्तान बदलने पड़ सकते हैं।आईपीएल के बीच बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।

चेन्नई और लखनऊ के बीच हुए मुकाबले में दोनों टीमों के कप्तानों पर 12-12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। लखनऊ ने यह मैच जीतकर 4 जीत हासिल कर ली हैं, जबकि चेन्नई भी 4 जीत के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है। यह खबर निश्चित रूप से आईपीएल 2024 के रोमांच को और बढ़ा देगी।

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने की 1 सैनिक समेत 3 की हत्या, बारूदी सुरंग में विस्फोट से 2 किशोर मरे*

डेस्क: उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में रविवार को दो अलग-अलग आतंकी घटनाओं में मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात लोगों ने फ्रंटियर कोर के कम से कम एक सैनिक और दो सरकारी अधिकारियों की हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि दोनों घटनाएं प्रांत के डेरा इस्माइल खान जिले में हुईं। पिछले कुछ महीनों में प्रांत के दक्षिणी जिलों में सुरक्षाकर्मियों पर हमले कई गुना बढ़ गए हैं। जिले के यारक टोल प्लाजा पर बंदूकधारियों ने एक सरकारी वाहन पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें दो अधिकारियों की मौत हो गई और सीमा शुल्क खुफिया विभाग के दो अन्य अधिकारी घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों मामलों में हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए। अधिकारी ने बताया कि किसी भी समूह ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं और घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। पिछले चार दिनों में सीमा शुल्क खुफिया विभाग के वाहन पर यह दूसरा हमला है। इससे पहले हुए एक हमले में जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने पांच सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बारूदी सुरंग में विस्फोट में दो किशोरों की मौत पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार को एक बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से कम से कम दो किशोरों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी। ये किशोर खैबर जिले में तिराह घाटी की पहाड़ियों में मशरूम खोज रहे थे, तभी उनमें से एक का पैर बारूदी सुरंग पर पड़ गया, जिससे एक भयानक विस्फोट हुआ। पुलिस ने बताया कि एक किशोर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हुए एक अन्य 16 वर्षीय किशोर का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
अब छोटा राजन गैंग के सदस्य पर पुलिस का शिकंजा, 5 लाख की मांगी थी रंगदारी, केस दर्ज कर तलाश में जुटी पुलिस

डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की कमिश्नरेट पुलिस ने माफिया अतीक अहमद गैंग पर शिकंजा कसने के बाद अब बाकी गैंग संचालकों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक राजनीतिक सहारा लेकर बचते रहे छोटा राजन गैंग के सदस्य बच्चा पासी पर पुलिस ने रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया है। धूमनगंज थाने में बच्चा पासी सहित चार लोगों पर रंगदारी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

पीड़ित महिला का आरोप है कि बच्चा पासी और उसके गैंग के लोगों ने मकान बनवाने से पहले पांच लाख रुपये जमा करने को कहा था। उसने 50 हजार दिया भी, लेकिन रंगदारी का बाकी पैसा लेने के लिए उसे डराया-धमकाया जा रहा है। बच्चा पासी दो बार पार्षद रह चुका है। इस बार इसकी बहन पार्षद चुनी गई है।

गैंग में कितने लोग करते हैं काम?

बच्चा पासी के गैंग में 15 से ज्यादा लोग काम करते हैं। प्रयागराज पुलिस ने कई साल पहले बच्चा पासी गैंग को रजिस्टर्ड किया था। पुलिस की फाइल ने नेहाल कुमार उर्फ बच्चा पासी का गैंग D संख्या- 46 में रजिस्टर्ड है। इसके ऊपर हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, रंगदारी के दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे प्रयागराज के अलग-अलग थानों में दर्ज है और पुलिस ने इसे कई साल पहले माफिया के तौर पर चिन्हित किया था। कानून से बचने के लिए बच्चा पासी पहले मायावती की पार्टी से जुड़ा और पार्षद बना। फिर सत्ता में रही अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के संपर्क में रहा, इससे उसको फायदा भी मिला।

प्रयागराज के धूमनगंज के रम्मन का पुरवा में रहने वाला नेहाल कुमार उर्फ बच्चा पासी छोटा राजन गैंग का भी सदस्य रह चुका है। छोटा राजन गैंग में इसकी एंट्री मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन जफर सुपारी के भाई यूपी के गैंगस्टर खान मुबारक ने करवाई थी। छोटा राजन गैंग से जुड़ने के बाद मुंबई में काला घोड़ा शूटआउट हुआ था, जिसमें बच्चा पासी का भी नाम आया था। हालांकि, कोर्ट ने उसको इस केस से बरी कर दिया था। इसके अलावा प्रयागराज के कचहरी के सामने डाकघर में डकैती हुई थी, जिसमें दो गार्ड की हत्या की गई थी। उसमें भी बच्चा पासी और उसके करीबी गैंगस्टर राजेश यादव का नाम आया था और दोनों इस केस में जेल भी गए थे।

आलीशान घर को किया गया ध्वस्त 

पूर्व की सरकारों ने बच्चा पासी पर ज्यादा शिकंजा नहीं कस पाया था, लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद ऑपरेशन माफिया की जद में बच्चा पासी का भी गैंग आया और पुलिस ने इसके गैंग पर शिकंजा कसना शुरू किया। इसी तहत प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने इसके आलीशान घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया था और इसके मुकदमे की फाइल फिर से खोल दी, लेकिन मौके की नजाकत को देखते हुए बच्चा पासी ने बीजेपी के कुछ विधायकों से संपर्क कर लिया और उनसे नजदीकियां बढ़ा ली। हालांकि, प्रयागराज में कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद बच्चा पासी के बुरे दिन फिर से शुरू हो गए।

सुरक्षाकर्मियों की बड़ी कार्रवाई, छत्तीसगढ़ में जहां हुआ सबसे कम मतदान, वहां 48 घंटे के अंदर मारा गया नक्सली

डेस्क: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक टीम को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था और सुबह करीब साढ़े पांच बजे जब टीम भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के केशकुतुल गांव के पास जंगल में पहुंची तो वहां नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। गोलीबारी के थमने के बाद घटनास्थल से एक नक्सली का शव और हथियार बरामद किए गए हैं। 

लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान के पहले चरण में छत्तीसगढ़ की एकमात्र बस्तर सीट पर मतदान हुआ। यहां सबसे कम मतदान बीजापुर में हुआ और मतदान खत्म होने के 48 घंटे के अंदर नक्सली मारा गया है। चुनाव आयोग के अनुसार बस्तर लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में सबसे कम वोटिंग बीजापुर में हुई। यहां 42.50 प्रतिशत लोगों ने मतदान कियआ। वहीं, सबसे ज्यादा बस्तर में 83.05 फीसदी मतदान हुआ। बीजापुर एकमात्र विधानसभा क्षेत्र रहा, जहां 50 फीसदी से कम मतदान हुआ।

कवासी पंडारू की तलाश में भेजी गई थी टीम

पुलिस अधिकारी के अनुसार राजधानी रायपुर से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित केशकुतुल-केशमुंडी जंगलों में माओवादियों के कमांडर कवासी पंडारू और 15-20 अन्य कैडरों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया गया था। अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी के थमने के बाद घटनास्थल से एक नक्सली का शव, एक हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि इलाके में तलाश अभियान अभी जारी है। 

2024 में 80 नक्सली ढेर

पुलिस के अनुसार, छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में इस साल अब तक 80 नक्सलियों को मार गिराया जा चुका है। बस्तर क्षेत्र में बीजापुर सहित सात जिले आते हैं। पुलिस ने पहले कहा था कि 16 अप्रैल को क्षेत्र के कांकेर जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे।

जेल की रिपोर्ट बस झूठ... केजरीवाल की हत्या की है साजिश', AAP का बड़ा आरोप

डेस्क: दिल्ली शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में बंद सीएम अरविंद केजरीवाल की हेल्थ रिपोर्ट को लेकर बवाल मचा है। उनके शुगर लेवल और इंसुलिन की डोज को लेकर आम आदमी पार्टी और तिहाड़ जेल प्रशासन के बीच ठन गई है और साथ ही इसमें दिल्ली के उपराज्यपाल के बयान भी शामिल हैं। आम आदमी पार्टी के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बड़ा आरोप लगाया है और कहा है कि, ''तिहाड़ जेल की रिपोर्ट झूठ का पुलिंदा है... सबसे पहले, शुगर को बेतरतीब ढंग से मापा गया है और जब भी शुगर का स्तर कम हुआ है, रिपोर्ट में केवल वही रिकॉर्ड है। जेल में सीएम अरविंद केजरीवाल को मारने की साजिश हो रही है।”

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा कि आम आदमी पार्टी झूठे आरोप लगा रही है और अब प्रशासन खुद कह रहा है कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन की जरूरत नहीं है। कल तक कह रहे थे कि हमारे पास सारे स्पेशलिस्ट हैं और अब एम्स को चिट्ठी लिखकर डायबिटोलॉजिस्ट की मांग कर रहे हैं, ये सब साजिश नहीं तो क्या है।

जेल प्रशासन क्यों झूठ बोल रहा

सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'जेल में मुझे नहीं पता कि डॉक्टर कैसे नियुक्त किए गए हैं, उनकी सिफारिशों पर ये सभी हेरफेर किए जा रहे हैं और केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है। अरविंद केजरीवाल को 20 साल से डायबिटीज है और गत 12 वर्षों से वह इंसुलिन ले रहे हैं। इंसुलिन से ही उनका डायबिटीज कंट्रोल हो सकता है, उन्हें जेल में भी इंसुलिन की जरूरत है लेकिन उन्हें इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है। . उन्होंने कहा कि अगर इंसुलिन नहीं दे सकते तो मेरे डॉक्टर से वीडियो कॉल पर बात करा दीजिए लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने इसकी भी इजाजत नहीं दी। 

जेल प्रशासन ने कहा था कि केजरीवाल झूठ बोल‌ रहे हैं. लेकिन कल तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली एम्स को चिट्ठी लिखकर डायबिटीज एक्सपर्ट भेजने के लिए कहा है। ईडी की कस्टडी में अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल 46 हो गया था. लेकिन उन्हें दवा नहीं दी जा रही है।'

लोकसभा चुनाव के बीच मुरादाबाद से बीजेपी प्रत्याशी सर्वेश सिंह का दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान निधन, कल ही क्षेत्र में डाला गया था वोट

मुरादाबाद से बीजेपी प्रत्याशी सर्वेश सिंह का निधन हो गया है. दिल्ली एम्स में उन्होंने आखरी सांस ली है. बीजेपी प्रत्याशी का बीमारी के चलते देहांत हुआ है. वोटिंग के एक दिन बाद ही बीजेपी उम्मीदवार का निधन हुआ है. मुरादाबाद सीट पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. सर्वेश सिंह 5 बार के विधायक और एक बार सांसद रह चुके थे, साल 2014 में सर्वेश सिंह मुरादाबाद से सांसद बने थे. इस बार भी बीजेपी ने उन्हें टिकट दिया था. मुरादाबाद से बीजेपी प्रत्याशी सर्वेश सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हुआ है.सर्वेश सिंह को पहले चरण के मतदान के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे और फेफड़ों तक संक्रमण फैल गया था. बताया गया है कि उन्हें हार्ट अटैक आया था. मुरादाबाद की सीट पर कल ही मतदान हुआ था. इस पूरे चुनाव में सर्वेश सिंह बीमारी के चलते प्रचार में एक्टिव नहीं रह सके थे. 

मुरादाबाद लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. इस सीट पर बीजेपी ने सर्वेश सिंह को उम्मीदवार बनाया था. वहीं समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था. इसके साथ ही बसपा ने इरफान सैफी को इस सीट पर उम्मीदवार घोषित किया था.

74 के हुए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू, तिरुमाला मंदिर में तोड़े गए 750 नारियल

तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के शनिवार को 74 वर्ष के होने पर राज्य भर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जन्मदिन मनाया। अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए अनंतपुर जिले में प्रचार कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने अपना जन्मदिन रायदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र में मनाया। उन्होंने बच्चों और पार्टी नेताओं के साथ केक काटा। इस अवसर पर पंडितों, मौलवियों और पादरियों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चंद्रबाबू नायडू को बधाई दी और उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की। नायडू की पत्नी एन. भुवनेश्वरी ने चित्तूर जिले के उनके विधानसभा क्षेत्र कुप्पम में केक काटकर पार्टी नेताओं के साथ उनका जन्मदिन मनाया। कुप्पम में एक मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वह पार्टी नेताओं के साथ जश्न में शामिल हुईं। एक अन्य कार्यक्रम में, भुवनेश्वरी ने मुस्लिम महिलाओं के एक समूह के साथ समारोह में भाग लिया। बाद में, उन्होंने 'अन्नदानम' का आयोजन किया और कुप्पम में अन्ना कैंटीन में गरीबों को खाना खिलाया। इस अवसर पर टीडीपी नेताओं ने उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करते हुए तिरुमाला मंदिर में 750 नारियल तोड़े। हैदराबाद में, आईटी कंपनियों के कर्मचारियों का एक समूह साइबर टावर्स में नायडू के जन्मदिन समारोह का आयोजन करने के लिए इकट्ठा हुआ। 1990 के दशक के मध्य में बनाया गया यह पहला आईटी पार्क था। उस समय नायडू संयुक्त आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। टीडीपी पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना और बीजेपी के साथ गठबंधन में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ रही है।
74 के हुए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू, तिरुमाला मंदिर में तोड़े गए 750 नारियल

तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के शनिवार को 74 वर्ष के होने पर राज्य भर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जन्मदिन मनाया। अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए अनंतपुर जिले में प्रचार कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने अपना जन्मदिन रायदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र में मनाया।

उन्होंने बच्चों और पार्टी नेताओं के साथ केक काटा। इस अवसर पर पंडितों, मौलवियों और पादरियों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चंद्रबाबू नायडू को बधाई दी और उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की।

नायडू की पत्नी एन. भुवनेश्वरी ने चित्तूर जिले के उनके विधानसभा क्षेत्र कुप्पम में केक काटकर पार्टी नेताओं के साथ उनका जन्मदिन मनाया। कुप्पम में एक मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वह पार्टी नेताओं के साथ जश्न में शामिल हुईं।

एक अन्य कार्यक्रम में, भुवनेश्वरी ने मुस्लिम महिलाओं के एक समूह के साथ समारोह में भाग लिया। बाद में, उन्होंने 'अन्नदानम' का आयोजन किया और कुप्पम में अन्ना कैंटीन में गरीबों को खाना खिलाया। इस अवसर पर टीडीपी नेताओं ने उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करते हुए तिरुमाला मंदिर में 750 नारियल तोड़े।

हैदराबाद में, आईटी कंपनियों के कर्मचारियों का एक समूह साइबर टावर्स में नायडू के जन्मदिन समारोह का आयोजन करने के लिए इकट्ठा हुआ। 1990 के दशक के मध्य में बनाया गया यह पहला आईटी पार्क था। उस समय नायडू संयुक्त आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। टीडीपी पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना और बीजेपी के साथ गठबंधन में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ रही है।

लोकसभा चुनाव के बीच गोलीबारी से दहला चंबल! कांग्रेस प्रत्याशी के भाई पर चली गोलियां, लोगों में दहशत, मौके पर मची भगदड़

लोकसभा चुनाव की सगर्मियों के बीच मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार सत्यपाल सिंह सिकरवार के छोटे भाई पर फायरिंग हुई है। हालांकि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। पुलिस के अनुसार मामला पुरानी रंजिश का है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी ने इस वारदात के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।

जानकारी के अनुसार शनिवार को कांग्रेस प्रत्याशी के छोटे भाई नरेंद्र सिंह, पूर्व सरपंच गुड्डू तोमर और कांग्रेस कार्यकर्ता चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस दौरान उनका काफिला सिहौंनिया क्षेत्र के रुअर गांव में पहुंचा। कांग्रेस प्रत्याशी सत्यपाल सिंह का आरोप है कि यहां इलाके के हिस्ट्रीशीटर सोनू तोमर ने प्रचार कर रहे लोगों का विरोध किया। आरोप है कि सोनू बीजेपी का समर्थक है। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस हुई फिर सोनू तोमर और उसके साथियों ने नरेंद्र और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फायरिंग कर दी।

आरोप है कि हवा में कई राउंड फायरिंग की गई। जिससे मौके पर मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। कुछ देर के लिए घटनास्थल पर अफरा तफरी का माहौल बन गया था। किसी ने मामले की सूचना पुलिस का दी गई। अब घटनास्थल पर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस के अनुसार घटना में किसी के गोली नहीं लगी है। अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

इस पूरे मामले में मुरैना के एसपी अरविंद ठाकुर ने मीडिया को बताया कि ये दोनों पक्षों के आपसी रंजिश का मामला है। इससे पहले 2015 के पंचायत चुनाव में भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। तभी से इनका विवाद चल रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी और अन्य लोगों के बयान लिए गए हैं। जिन लोगों पर आरोप है उनकी तलाश जारी है। मामला दर्ज कर जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

उत्तराखंड में आईआईटी के शोधकर्ताओं ने खोजे प्राचीन विशालकाय सांप के जीवाश्म, जानिए, क्यों वासुकी रखा गया नाम

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के प्रो. सुनील वाजपेयी और पोस्ट-डॉक्टरल फैलो देबजीत दत्ता ने सांप की एक प्राचीन प्रजाति की खोज की है। इसे पृथ्वी पर अब तक घूमने वाले सबसे बड़े सांपों में से एक माना जाता है। यह खोज संस्थान की महत्वपूर्ण जीवाश्म खोजों की बढ़ती सूची में शामिल हो गई है।

वासुकी इंडिकस नाम का नया पहचाना गया सांप लगभग 47 मिलियन वर्ष पहले मध्य इओसीन काल के दौरान वर्तमान गुजरात के क्षेत्र में रहता था। यह अब विलुप्त हो चुके मडत्सोइदे सांप परिवार से संबंधित था लेकिन भारत के एक अद्वितीय वंश का प्रतिनिधित्व करता था।

जिग्सॉ पहेली के टुकड़ों की तरह जुड़े हुए मिले

वासुकी इंडिकस एक ऐसा सांप है जो एक स्कूल बस जितना लंबा हो सकता है। इसकी लंबाई 11 से 15 मीटर के बीच हो सकती है। इस प्राचीन विशालकाय सांप के जीवाश्म गुजरात के कच्छ में पनांद्रो लिग्नाइट खदान में पाए गए थे। इन जीवाश्मों में से, 27 कशेरुक असाधारण रूप से अच्छी तरह से संरक्षित थे। इनमें से कुछ जिग्सॉ पहेली के टुकड़ों की तरह जुड़े हुए पाए गए।

जब वैज्ञानिकों ने इन कशेरुकाओं को देखा तो उन्हें उनके आकार और आकृति के बारे में एक दिलचस्प चीज नज़र आई। उनका सुझाव है कि वासुकी इंडिकस का शरीर चौड़ा और बेलनाकार था, जो एक मजबूत व शक्तिशाली निर्माण की ओर इशारा करता है। वासुकी इंडिकस का आकार टाइटनोंबोआ के बराबर है। एक विशाल सांप जो कभी पृथ्वी पर घूमता था और अब तक ज्ञात सबसे लंबे सांप का खिताब रखता है।

शोधकर्ताओं का मानना है कि यह एक गुप्त शिकारी था। आज जो एनाकोंडा देखते हैं, उसी तरह वासुकी इंडिकस भी संभवतः धीरे-धीरे चलता था और अपने शिकार पर हमला करने के लिए सही समय का इंतजार करता था। इसके बड़े आकार ने इसे इसके प्राचीन पारिस्थितिकी तंत्र में एक दुर्जेय शिकारी बना दिया होगा।

भगवान शिव के गले में रहता है वासुकी

वासुकी इंडिकस अद्वितीय है और इसका नाम वासुकी के नाम पर रखा गया है। इसे अक्सर भगवान शिव के गले में चित्रित किया जाता है। यह नाम न केवल इसकी भारतीय जड़ों को दर्शाता है बल्कि इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी संकेत देता है। वासुकी इंडिकस की खोज इओसीन काल के दौरान सांपों की जैव विविधता और विकास पर नई रोशनी डालती है। यह मैडत्सोइडे परिवार के भौगोलिक प्रसार के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है, जो अफ्रीका, यूरोप और भारत में लगभग 100 मिलियन वर्षों से मौजूद था।

यह खोज न केवल भारत के प्राचीन पारिस्थितिकी तंत्र को समझने के लिए बल्कि भारतीय उपमहाद्वीप पर सांपों के विकासवादी इतिहास को जानने के लिए भी महत्वपूर्ण है। आईआईटी रूड़की के निदेशक प्रो. केके पंत ने कहा, हमें प्रो. सुनील बाजपेयी और उनकी टीम पर बेहद गर्व है। वासुकी इंडिकस का खुलासा आईआईटी रूड़की की अभूतपूर्व जीवाश्म खोजों की बढ़ती सूची में और इजाफा करता है।