अध्यक्ष, राजस्व परिषद ने तहसील मड़िहान का किया निरीक्षण ,10 बड़े बकायेदारों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश
मीरजापुर । अध्यक्ष, राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश डॉ रजनीश दूबे ने अपने जनपद भ्रमण के दौरान सबसे पहले विन्ध्याचल पहुंचकर मां विन्ध्यवासिनी देवी का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान जिालधिकारी प्रियंका निरंजन ने पुष्प गुच्छ व देवी चित्र भेटकर स्वागत व अभिनन्दन किया। तत्पश्चात तहसील मड़िहान पहुंचकर तहसील परिसर, परिसर में स्थित कार्यालयों व तहसील के अभिलेखागार, न्यायालयों आदि के कार्यो का निरीक्षण किया गया।
तहसील परिसर के निरीक्षण के दौरान उपस्थित वादकारियों से वार्ता भी गयी जिसमें वादकारियों द्वारा बताया गया कि परिसर में पेयजल की समस्या है अध्यक्ष ने पेयजल की समस्या के समाधान के लिये उप जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि परिसर में एक ओवरहेड टैंक निर्माण अथवा तात्कालिक व्यवस्था में सिटेक्ट का एक बड़ा टैंक रखकर उसे आरओ से कनेक्ट करें तथा जल जीवन मिशन से टैंक में कनेक्शन कराते हुये पेयजल की समस्या दूर करायें। परिसर में स्थित खाद्य एवं रसद कार्यालय के निरीक्षण के दौरान राशन वितरण, पात्र गृहस्थी कार्डो की संख्या तथा उसके सापेक्ष वितरण की स्थिति आदि पत्रावलियों का निरीक्षण कर देखा गया तथा वितरण प्रमाण पत्र का भी निरीक्षण करते हुये कहा कि इसका रजिस्टर बनाया जाए ताकि किसी के द्वारा इसे सत्यापित किया जा सकें। उन्होंने आईजीआरएस में प्राप्त राशन न मिलने की शिकायतों के निस्तारित प्रार्थना पत्रो को आधे घण्टे के अन्दर उप जिलाधिकारी से सम्बन्धित शिकायतकर्ता से वार्ता कर सत्यापित कर अवगत कराने का निर्देश दिया।
तहसील हवालात के निरीक्षण कर परिसर के बाहर प्रकाश व्यवस्था तथा नये निमार्णाधीन हवालात को कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग से पूर्ण कराने निर्देश उप जिलाधिकारी को दिया गया। तहसील के उप जिलाधिकारी न्यायालय के निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित पेशकार के द्वारा कार्यो में लापरवाही बरतने तथा कई पत्रावलियों को मुकदमों के निस्तारण के बाद रजिस्टर पर अंकित न करने पर प्रतिकूल प्रविष्ठ देने का निर्देश दिया तथा पांच वर्ष से अधिक डब्लूएस, धारा-144 सहित अन्य कई लम्बित मुकदमों को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये उप जिलाधिकारी मड़िहान से स्पष्टीकरण की मांग करते हुये निर्देशित किया कि पांच वर्ष से अधिक लम्बित वादो का साप्ताहिक तिथि निर्धारित करते हुये 31 मई 2024 तक निस्तारण कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया।
तत्पश्चात तहसीलदार न्यायालय के निरीक्षण के दौरान पांच वर्ष से अधिक कुल 6 मुकदमें तीन निस्तारित पाया गया तथा तीन को तत्काल निस्तारण के निर्देश देते हुये तहसीलदार न्यायालय के कार्यो पर संतोष व्यक्त किया। न्यायालयों में गौशवारा बनवाने का भी निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान दुघर्टना बीमा में क्षतिपूर्ति, अभिलेखागार का भी निरीक्षण किया गया, जिसमें 1359, 1293 आदि पत्रावलियों को देखकर उसे स्कैन कराकर संरक्षित करने का निर्देश दिया। इस दौरान नजारत अनुभाग में रजिस्टर-4 का भी निरीक्षण किया गया। संग्रह अभिलेखागार में निरीक्षण के दौरान डब्लूबीएन के द्वारा बैंक वसूली हेतु डिमांड आदि न भेजने, अमीनो के उपार्जित अवकाश व चढ़ाये जाने अन्य कार्यो में लापरवाही बरतने पर डब्लूबीएन से स्पष्टीकरण की मांग करते हुये एक सप्ताह के अन्दर समस्त पत्रावलियों को दुरूस्त करने का निर्देश दिया।
राजस्व वसूली की जानकारी लेते हुये उप जिलाधिकारी मड़िहान को निर्देशित किया कि 10 बड़े बकायेदारो की सूची बनाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। इस दौरान बैंको के द्वारा भेजे गये आरसी की वसूली न होने पर भी नाराजगी व्यक्त की गयी। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल, मुख्य राजस्व अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह उपस्थित रहें।
Apr 18 2024, 19:44