बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार्ज फ्रेम पर सुनवाई टली, कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा, 26 अप्रैल को होगी सुनवाई

#court_hearing_on_charge_frame_against_brijbhushan_sharan_singh_postponed 

रेसलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार्ज फ्रेम पर सुनवाई टल गई है। बृजभूषण शरण सिंह ने जो पहले याचिका दी है उस पर 26 अप्रैल को कोर्ट फैसला सुनाएगी। उसके बाद चार्ज फ्रेम पर सुनवाई होगी।बृजभूषण शरण सिंह ने राउज ऐवन्यू कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मामले में कुछ पहलुओं पर आगे की जांच करने और कुछ बिंदुओं पर बहस करने की मांग की है। इस बीच कोर्ट ने ब्रजभूषण शरण सिंह की अर्जी पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह की अर्जी पर 26 अप्रैल के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है।

महिला रेस्टलर छेड़छाड़ मामले में बृजभूषण शरण सिंह की तरफ से कोर्ट में एक एप्लीकेशन लगाई गई जिसमें कहा गया है कि एक शिकायतकर्ता के बयान में विरोधभास है। शिकयतकर्ता के मुताबिक वो जब रेसलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के दफ्तर गयी थी तो उसके साथ छेड़छाड़ कि गयी थी जबकि बृजभूषण ने कहा कि वो उस समय देश मे नहीं थे। जिसके एविडेंस में बृजभूषण ने पासपोर्ट की कॉपी भी लगाई है। लिहाजा उस मामले की एक बार फिर जांच के लिए याचिका लगाई गई है।

कोर्ट ने कहा कि एक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम से वापस आने के बाद रेसलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया दिल्ली कार्यालय में उसका यौन उत्पीड़न किया गया था, अभियोजन ने उस तारीख पर सीडीआर की कॉपी नहीं जमा की है। बृजभूषण के वकील ने कहा हमने पासपोर्ट की कॉपी भी लगाई है, इमिग्रेशन की मोहर लगी हुई है, अगर दिल्ली पुलिस को इस बिंदु पर जवाब दाखिल करना है तो एक हफ्ते का समय ले सकती है। हमने यह अर्जी मामले में देरी के लिए नहीं लगाई है।

अदालत में बृजभूषण के वकील ने कहा, हमने पासपोर्ट की कॉपी भी लगाई है, जिसमें इमिग्रेशन की मोहर लगी हुई है, अगर दिल्ली पुलिस को इस बिंदु पर जवाब दाखिल करना है तो एक हफ्ते का समय ले ले। हमने यह अर्दी मामले में देरी के लिए नहीं लगया है। जबकि महिला पहलवानों के वकील ने कहा कि यह याचिका मामले में देरी के लिए दाखिल की गई है। कोर्ट को इस अर्ज़ी पर सुनवाई नहीं करनी चहिए।

बता दें कि विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट देश और दो अन्य पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। वहीं, दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन जुलाई में स्थानीय अदालत से बृजभूषण को जमानत मिल गई।

गुलाम नबी आजाद का यू-टर्न, नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, महबूबा मुफ्ती के खिलाफ अनंतनाग-राजौरी सीट से छोड़ा मैदान

#lok_sabha_elections_2024_dpap_leader_ghulam_nabi_azad_will_not_contest_elections

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी पार्टी ने बुधवार को यह ऐलान किया। आजाद चुनाव नहीं लड़ेंगे, ऐसे में उनकी जगह अनंतनाग-राजोरी संसदीय सीट से पार्टी ने मोहम्मद सलीम पर्रे को उम्मीदवार बनाया है। डीपीएपी के प्रांतीय अध्यक्ष मोहम्मद अमीन भट ने कहा कि पार्टी ने अब अपने नेता मोहम्मद सलीम पार्रे को सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया है। बता दें कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता मियां अल्ताफ अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

जम्मू कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों में से एक अनंतनाग-राजोरी सीट से गुलाम नबी आजाद के चुनाव लड़ने की तैयारी थी। यह घोषणा डीपीएपी के कोषाध्यक्ष ताज मोहिउद्दीन ने श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान की थी। लेकिन बुधवार को अचानक उनके चुनाव मैदान में न उतरने की खबर से सब हैरान रह गए। पार्टी ने उनकी जगह इस सीट से मोहम्मद सलीम पर्रे को उम्मीदवार बनाया है। 

सलीम पारे ने कहा है कि गुलाम नबी आज़ाद ने दक्षिण कश्मीर के नेताओं के साथ बैठक की। कई चीजों पर विचार-विमर्श हुआ। आखिरकार, मेरा नाम प्रस्तावित किया गया, मैं गुलाम नबी का आभारी हूं।सलीम पारे ने कहा कि आजाद ने मुझ पर भरोसा किया, मैं सभी की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहता था कि गुलाम नबी आजाद यहां से चुनाव लड़ें लेकिन एक राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर मैं लोगों से जुड़ा हूं। राज्य के लोग चाहते हैं कि गुलाम नबी आज़ाद जम्मू-कश्मीर की कमान संभालें, वे उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। 

इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने एक जगह प्रचार के दौरान कठुआ रेप केस के आरोपियों का समर्थन करने वाले लाल सिंह का समर्थन करने के लिए राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधा। आजाद उधमपुर लोकसभा क्षेत्र के उखराल इलाके के संगलदान में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में चुनाव लड़ने से क्यों कतरा रहे हैं राहुल गांधी? वो बीजेपी से लड़ने का दावा करते हैं। उनकी हरकतें कुछ और ही संकेत देती हैं। वो बीजेपी शासित राज्यों को छोड़कर अल्पसंख्यक बहुल राज्यों में शरण क्यों ले रहे हैं?

राहुल के साथ आजाद ने उमर अब्दुल्ला पर भी हमला बोला। कभी नेहरू-गांधी परिवार के करीबी रहे आजाद ने कहा कि राहुल और अब्दुल्ला राजनेता नहीं बल्कि थाली में परोसा हुआ पाने वाले बच्चे हैं। उन्होंने जीवन में कोई व्यक्तिगत त्याग नहीं किया है। दोनों इंदिरा गांधी और शेख अब्दुल्ला जैसी शख्सियतों से विरासत में मिली राजनीतिक विरासत का आनंद ले रहे हैं।

एलन मस्क ने UNSC में भारत के लिए की स्थायी सदस्यता की सिफारिस, अमेरिका ने भी किया समर्थन

#americawillindiagetpermanentmembershipinunscafterelonmusks

भारत लंबे समय से संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्‍थाई सदस्‍यता हासिल करने में जुटा है। दुनियाभर के कई देश इसका समर्थन भी कर चुके हैं। इसी क्रम में टेस्‍टला चीफ एलन मस्‍क ने कुछ महीने पहले UNSC में भारत की स्‍थाई सदस्‍यता की वकालत की थी। एलन मस्क के समर्थन के बाद अब अमेरिका ने भी दी प्रतिक्रिया है।अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में सुधार के लिए समर्थन की पेशकश की है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रधान उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल से बुधवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान यूएनएससी में भारत की स्थाई सीट को लेकर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बयान पर सवाल किया गया था। इस दौरान उन्होंने जवाब दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस पर पहले भी बात की है। यूएन के सचिव ने भी इसके बारे में बताया है। हम निश्चित तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समेत यूएन निकायों में सुधार का समर्थन करते हैं। इसके लिए क्या कदम उठाए जाएंगे? इसे लेकर मेरे पास ज्यादा जानकारी नहीं है। हमें लगता है कि इसमें सुधार की जरूरत है।

एलन मस्‍क ने क्‍या कहा था?

बता दें कि इस साल जनवरी में एलन मस्क ने भारत को UNSC में स्थायी सीट न मिलने को ‘बेतुका’ बताया था। उन्होंने कहा था कि जिन देशों के पास जरूरत से ज्यादा ताकत है, वे उसे छोड़ना नहीं चाहते हैं।एक्स पर एक पोस्ट में मस्क ने कहा, ‘कुछ बिंदु पर संयुक्त राष्ट्र निकायों में संशोधन की आवश्यकता है। समस्या यह है कि जिनके पास अतिरिक्त शक्ति है वे इसे छोड़ना नहीं चाहते हैं. भारत के पास सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्‍यता नहीं है, जबकि इंडिया पृथ्वी पर सबसे अधिक आबादी वाला देश है। यह बेतुका है। अफ़्रीका को भी सामूहिक रूप से एक स्थायी सीट मिलनी चाहिए।

भारत लंबे समय से कर रहा ये मांग

गौरतलब है कि भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता की मांग कर रहा है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 15 देशों से मिलकर बना है। उनमें से पांच स्थाई देशों के पास वीटो ताकत है, जबकि 10 अस्थाई देशों को दो साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है। पांच स्थाई देशों में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन शामिल हैं।

शाहिद कपूर का ट्रेवल प्लान लीक का दावा! कब, कहां और कैसे पहुंचेंगे एक्टर, वायरल हुई हर छोटी डिटेल

डेस्क: बॉलीवुड एक्टर्स के फैंस दीवाने होते हैं और वो उनके बारे में हर बात जानना चाहते हैं और यही वजह है कि वो सोशल मीडिया से लेकर उनकी पर्सनल लाइफ से जुड़ी बातें खंगालते रहते हैं। जैसे इन फैंस को कुछ भी पता चलता है ये उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने लगते हैं। कई बार ये दीवानगी इस हद तक बढ़ जाती है कि उससे एक्टर्स को नुकसान भी उठाना पड़ता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। शाहिद कपूर के पर्सनल ट्रेवल प्लान की हर अपडेट लीक हो गई है। इसे इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि एक्टर इसी के अनुसार आने वाले दिनों में ट्रेवल करेंगे। 

लीक हुआ शाहिद कपूर का ट्रेवल प्लान 

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें शाहिद कपूर का ट्रेवल प्लान लिखा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि ये ट्रेवल प्लान शाहिद कपूर की हालिया यात्रा का है, जिस पर वो जल्द जाने वाले हैं। वायरल हो रहे इस ट्रेवल प्लान के अनुसार शाहिद लंबी विदेश यात्रा पर जाने वाले हैं, जो लगभग एक महीने की होगी। सामने आई इस तस्वीर में शाहिद से जुड़ी कई पर्सनल जानकारियां भी लीक हुई हैं। इसे खुद शाहिद की ओर से जारी नहीं किया गया है। इसे शेयर करने वाले शख्स ने लिखा है, 'अर्जेंट, शाहिद का शुरुआती ट्रेवल प्लान। आखिरकार शाहिद का ट्रेवल प्लान खोज निकाला है। इसमें शायद छोटे-मोटे बदलाव हों मगर अभी इसके साथ ही आगे बढ़ा जा सकता है।' 

दावे के अनुसार क्या है प्लान

सामने आए इस प्लान में शाहिद कपूर के पूरे शेड्यूल की जानकारी दी गई है। वो कब किस शहर से किस फ्लाइट के जरिए कहां पहुंचेंगे ये भी इस प्लान में लिखा है। साथ ही बताया गया है कि वो कब और कहां रुकेंगे, यानी किस होटल में स्टे करेंगे इसकी जानकारी भी साफ देखने को मिल रही है। इसके अनुसार शाहिद कपूर की ये यात्रा 23 अप्रैल से शुरू होगी और 16 मई तक चलेगी। इस दावे के अनुसार तीन हफ्ते ही इस यात्रा में शाहीद 8 उड़ाने भरेंगे जो मुंबई से शुरू होगी और फिर मुंबई वापसी खत्म होगी। 

अब पुलिस के किरदार में दिखेंगे शाहिद कपूर 

बता दें, शाहिद कपूर आखिरी बार कृति सेनन के साथ 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' में नजर आए थे। फिल्म की कहानी बड़ी दिलचस्प थी। इसमें शाहिद कपूर वैज्ञानिक बने दिखे जिसे अपनी ही एक रचना के रूप में तैयार किए गए रोबोट से प्यार हो जाता है। इस रोबोट का रोल कृति सेनन ने प्ले किया है। अब एक्टर जल्द की 'देवा' में नजर आएंगे। इसमें पूजा हेगड़े, पावेल गुलाटी और कुब्रा सैत भी अहम किरदारों में हैं। इस फिल्म में विद्रोही पुलिस अधिकारी की कहानी दिखाई जाएगी, जिसे एक हाई-प्रोफाइल केस की जांच के बीत ही धोखा मिलेगा। इसके बाद वो इसका पर्दाफाश करने में अपनी पूरी ताकत झोंकता दिखेगा।

सामने आया प्लान, एलन मस्क भारत में लगाएंगे ‘टेस्ला' की फैक्ट्री, जानिए कितना बड़ा होगा यह निवेश

डेस्क: टेस्ला के मालिक एलन मस्क भारत में भारी-भरकम निवेश की घोषणा करने वाले हैं। मस्क अगले हफ्ते भारत आ रहे हैं। यहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। मस्क भारत में टेस्ला की फैक्ट्री लगाने के लिए 2 से 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा करने वाले हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने मामले से जुड़े दो सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। मस्क सोमवार को पीएम से मिलेंगे। उम्मीद है कि इसी दौरान वे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटो मार्केट में टेस्ला की एंट्री की घोषणा करेंगे।

दिल्ली और मुंबई में खोजी जा रही शोरूम के लिए जगह

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने पहले ही नई दिल्ली और मुंबई में शोरूम के लिए स्थान की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही उसकी बर्लिन फैक्ट्री राइट-हैंड ड्राइव कारों का उत्पादन कर रही है, जिन्हें कंपनी इस साल के अंत में भारत में निर्यात करने का लक्ष्य रखती है। दोनों सूत्रों ने बताया कि मस्क स्पेस स्टार्टअप के साथ नई दिल्ली में भारत सरकार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते हैं। मस्क अमेरिकी स्पेस कंपनी SpaceX और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के भी मालिक हैं। इस समय एलन मस्क की नेटवर्थ 178 अरब डॉलर है। वे दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स हैं।

लगातार बढ़ रहा भारत का EV मार्केट

भारत का इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट अभी छोटा है, लेकिन लगातार बढ़ रहा है और इस पर लोकल कारमेकर टाटा मोटर्स का दबदबा है। भारत में इलेक्ट्रिक कारों को अपनाने की रफ्तार अभी काफी धीमी है। साल 2023 में कुल कारों की बिक्री में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की हिस्सेदारी सिर्फ 2% थी। लेकिन सरकार का टार्गेट है कि 2030 से नई कारों में से 30% इलेक्ट्रिक कारें हों।

अमेरिका और चीन में घट रही टेस्ला की सेल्स

मस्क की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब टेस्ला को अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख बाजारों में बिक्री धीमी पड़ने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कंपनी ने इस हफ्ते अपने 10% कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा भी की है। मस्क की भारत यात्रा का विवरण गोपनीय रखा गया है। सीईओ ने केवल अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सार्वजनिक रूप से यह पुष्टि की है कि वह भारत में मोदी से मुलाकात करेंगे। सूत्रों ने बताया कि मस्क संभवत: भारत के लिए निवेश का आंकड़ा बताएंगे, लेकिन कारखाना लगाने की समयसीमा या किस भारतीय राज्य में कारखाना लगाया जाएगा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं देंगे। 

कई वर्षों से भारत आना चाहती थी टेस्ला

कई सालों से मस्क इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर भारत के उच्च आयात करों का विरोध कर रहे थे और इसे बदलने की पैरवी कर रहे थे। भारत सरकार मार्च में एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति लेकर आई थी, जिसके तहत कुछ मॉडल्स पर आयात शुल्क को 100% से घटाकर 15% कर दिया गया है, बशर्ते कि कार निर्माता कम से कम $500 मिलियन का निवेश करे और एक कारखाना स्थापित करे।

तृणमूल कांग्रेस ने जारी किया चुनावी मैनिफेस्टो, CAA रद्द करने और NRC को रोकने का वादा

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कुछ ही दिनों में वोटिंग शुरू होने वाली है। इस चुनाव के लिहाज से पश्चिम बंगाल का अहम स्थान है क्योंकि यहां कुल 42 लोकसभा सीटें हैं। यूपी और महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाला राज्य पश्चिम बंगाल हीं है। इसी क्रम में अब राज्य की सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपना मैनिफेस्टो जारी कर दिया है। ममता बनर्जी की पार्टी ने अपने मैनिफेस्टो में कई बड़े वादे किए हैं। आइए जानते हैं टीएमसी के मैनिफेस्टो की कुछ खास बातें। 

CAA रद्द करने का वादा

तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जारी किए गए अपने घोषणापत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए को रद्द करने और एनआरसी को रोकने का वादा किया है। पार्टी ने घोषणापत्र में घर-घर राशन, बीपीएल परिवारों के लिए 10 मुफ्त रसोई सिलेंडर सहित कई अन्य कल्याणकारी योजनाओं का वादा किया है। 

एमएसपी की कानूनी गारंटी का वादा

तृणमूल कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र को 'दीदीर शपथ' नाम दिया है। पार्टी ने घोषणापत्र में कहा है कि देशभर में प्रत्येक गरीब परिवार को सम्मानजनक आवास दिया जाएगा। सभी जॉब कार्ड धारकों को 100 दिनों की गारंटी वाला काम प्रदान किया जाएगा और सभी श्रमिकों को प्रति दिन ₹400 का न्यूनतम वेतन मिलेगा। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार, भारत के किसानों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाएगी, जो सभी फसलों की उत्पादन लागत से न्यूनतम 50% अधिक होगी।

पश्चिम बंगाल में कब होंगे चुनाव?

पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटों पर 7 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 19 अप्रैल को लोकसभा की तीन सीटों पर चुनाव होगा। वहीं दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 3 सीटों पर वोटिंग होगी। तीसरे चरण में 7 मई को चार सीटों पर वोटिंग होगी। चौथे चरण में 8 सीटों पर 13 मई को वोटिंग होगी। पांचवें चरण में 20 मई को 7 सीटों पर वोटिंग होगी। छठे चरण में 25 मई को 8 सीटों पर वोटिंग होगी जबकि आखिरी चरण में 1 जून को राज्य की 9 सीटों पर वोटिंग होगी।

गोरखपुर से बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन पर गंभीर आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ FIR, जानें पूरा मामला

डेस्क: लोकसभा चुनावों से पहले गोरखपुर से बीजेपी के प्रत्याशी रवि किशन विवादों में हैं। दरअसल एक महिला ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद रवि किशन की पत्नी ने आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज करवाई है। 

रवि किशन की पत्नी ने क्या कहा?

रवि किशन की पत्नी उनके बचाव में उतरी हैं। खबर है कि रवि किशन पर आरोप लगाने की साजिश में सपा नेता का हाथ है। रवि किशन पर आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ FIR भी दर्ज हुई है। रवि किशन की पत्नी ने पुलिस से ब्लैकमेलिंग की शिकायत की है। 

प्रीति शुक्ला ने कहा कि 1 साल पहले भी इस महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की शिकायत मुंबई पुलिस से की थी। चुनाव के समय महिला से आरोप लगवाकर चुनाव लड़ रहे रवि किशन की छवि खराब करने की साजिश रची जा रही है। 

इस मामले में कहा जा रहा है कि सपा पदाधिकारी विवेक व एक यूट्यूबर खुर्शीद खान साजिश के मुख्य कर्ताधर्ता हैं। आरोप लगाने वाली महिला अपर्णा सोनी के पति, बेटी और बेटा भी इस मामले में आरोपी हैं। अपर्णा 35 साल से शादीशुदा हैं।

महिला ने रवि किशन पर क्या आरोप लगाए?

दरअसल महाराष्ट्र निवासी अपर्णा सोनी नाम की महिला ने रवि किशन पर आरोप लगाते हुए उन्हें अपना पति बताया था। महिला ने कहा था कि उसकी और रवि किशन की शादी हुई थी और एक बच्ची भी है। बीते एक साल से रवि उसके संपर्क में नहीं हैं। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। महिला ने कहा था कि वो चाहती है कि रवि उसको अपनाएं और बेटी को पिता के रूप में अपना नाम दें।

ईवीएम से वोटिंग के खिलाफ दलील पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को खूब सुनाया, कहा-हमें याद है की पहले मतदान में क्या होता था

#evm_vvpat_slip_counting_petition_hearing_in_supreme_court

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के वोटों और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्चियों की 100% क्रॉस-चेकिंग की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 16 अप्रैल को सुनवाई हुई।इस दौरान कोर्ट ने बैलट पेपरों से वोटिंग के दौरान होने वाली समस्याओं की ओर इशारा किया। साथ ही, बूथ कैप्चरिंग की घटनाओं को भी याद दिलाया। उन्होंने याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण से कहा, हम अपनी जिंदगी के छठे दशक में हैं। हम सभी जानते हैं कि जब बैलट पेपर्स से मतदान होता था, तब क्या समस्याएं होती थीं। हो सकता है आपको पता नहीं हो, लेकिन हम भूले नहीं हैं। 

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने मामले की सुनवाई की। याचिकाकर्ताओं की तरफ से एडवोकेट प्रशांत भूषण, गोपाल शंकरनारायण और संजय हेगड़े ने पैरवी की। प्रशांत भूषण एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की तरफ से पेश हुए। मामले में करीब दो घंटे सुनवाई हुई।इसमें एडवोकेट प्रशांत भूषण ने दलील दी कि VVPAT की स्लिप बैलट बॉक्स में डाली जाएं। जर्मनी में ऐसा ही होता है। उन्होंने कहा, या तो बैलेट पेपर से चुनाव हों या वोटर को वीवीपैट पर्ची बॉक्स में डालने दी जाए। जिसे बाद में गिना जाए।

इस पर जस्टिस दीपांकर दत्ता ने कहा कि वहां के एग्जाम्पल हमारे यहां नहीं चलते।जस्टिस दत्ता ने याचिकाकर्ताओं की दलीलों पर कहा, मेरे गृह राज्य पश्चिम बंगाल की जनसंख्या जर्मनी से भी अधिक है। हमें किसी पर भरोसा करने की जरूरत है। इस तरह व्यवस्था को गिराने की कोशिश न करें। 

इस पर कोर्ट ने चुनाव आयोग से ईवीएम के बनने से लेकर भंडारण और डेटा से छेड़छाड़ की आशंका तक हर चीज के बारे में बताने को कहा है। बेंच ने पूछा कि क्या वोटिंग के बाद गिनती में किसी गड़बड़ी के आरोपों को खत्म करने के लिए ईवीएम की तकनीकी जांच की जा सकती है? इस पर आयोग ने कहा कि हमारा पक्ष सुने बिना ऐसे कोई संकेत कोर्ट न दे। कोर्ट ने पूछा, क्या ईवीएम में हेरफेर करने पर कड़ी सजा का कानून है? लोगों में डर होना चाहिए। आयोग ने बताया कि इसे लेकर कार्यालय संबंधी कानून हैं।

इस पर जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि आप जर्मनी की बात कर रहे हैं। यहां 98 करोड़ वोटर हैं। हमारी उम्र 60 से ऊपर है। हमें याद है कि पहले के मतदान में क्या होता था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बैलट पेपर पर लौटने से भी कई नुकसान हैं। जस्टिस संजीव खन्ना ने ईवीएम को हटाने की याचिका के पक्ष में अपनी बात रख रहे प्रशांत भूषण से पूछा कि अब आप क्या चाहते हैं?

इस पर उन्होंने कहा कि पहला ये कि बैलेट पेपर पर वापस जाएं। दूसरा 100 फीसदी वीवीपैट का मिलान हो। इस पर कोर्ट ने कहा कि आप चाहते हैं कि 60 करोड़ वोटों की गिनती हो। प्रशांत ने कहा कि बैलेट पैपर से वोट देने का अधिकार दिया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं तो वीवीपैट की पर्ची मतदाताओं को दी जाए. मतदाता उसे एक बैलेट बॉक्स में डाल दे। अभी जो वीवीपैट है, उसका बॉक्स ट्रांसपेरेंट नहीं है। सिर्फ सात सेकंड के लिए पर्ची वोटर को दिखाई देती है।

द्वितीय विश्वयुद्ध में भारतीय स्क्वाड्रन में लड़ाकू विमान की कमान संभालने वाले सरदार दलीप सिंह मजीठिया का निधन

देश के सबसे उम्रदराज फाइटर पायलट और उद्यमी स्क्वाड्रन लीडर सरदार दलीप सिंह मजीठिया का 103 साल की उम्र में सोमवार की देर रात निधन हो गया। मंगलवार की दोपहर उधम सिंह नगर के रुद्रपुर में पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान आज के म्यांमार और तब के बर्मा में भारतीय वायु सेना की कमान संभालने वाले सरदार दलीप सिंह मजीठिया के निधन की सूचना मिलते ही सरदारनगर समेत गोरखपुर के बुद्धिजीवियों, उद्यमियों, शिक्षाविदों में शोक की लहर दौड़ गई। ब्रिटिश भारत में वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर के पद पर रह चुके सरदार मजीठिया के जीवन के पांच दशक गोरखपुर के सरदार नगर में बीते हैं।

यहां रहकर उन्होंने न केवल पूर्वांचल की धरती को औद्योगिक रूप से उर्वर बनाया बल्कि मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जैसे तकनीकी शैक्षणिक संस्थान की नींव पड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरदार दलीप सिंह ने वर्ष 1940 में रायल एयरफोर्स में कमीशन प्राप्त किया।

दूसरे विश्वयुद्ध में इन्होंने भारतीय स्क्वाड्रन में लड़ाकू बमवर्षक विमान के साथ बर्मा में युद्ध की कमान संभाली थी। पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते उन्होंने सेना से जल्द ही स्वैच्छिक अवकाश ले लिया लेकिन, हवाई उड़ान का उनका शौक जारी रहा। सेना से अवकाश लेने के बाद 1947 के करीब में वह गोरखपुर आए और यहां सरदार नगर में पहले से स्थापित अपने परिवार की सरैया सुगर मिल का काम देखने लगे।

लंबे समय तक वह इस चीनी मिल के चेयरमैन रहे। उनकी देखरेख में सरैया स्टील कंपनी और रोलिंग मिल सहित कई अन्य उद्योग भी खूब फले-फूले। 90 के दशक में अस्वस्थता के चलते वह पत्नी जान सैंडर्स के साथ दिल्ली में रहने लगे। पिछले साल भी वह यहां आए थे और सरदार नगर की करीब पांच एकड़ में स्थित अपनी कोठी में ठहरे भी थे।

द्वितीय विश्वयुद्ध में भारतीय स्क्वाड्रन में लड़ाकू विमान की कमान संभालने वाले सरदार दलीप सिंह मजीठिया का निधन

देश के सबसे उम्रदराज फाइटर पायलट और उद्यमी स्क्वाड्रन लीडर सरदार दलीप सिंह मजीठिया का 103 साल की उम्र में सोमवार की देर रात निधन हो गया। मंगलवार की दोपहर उधम सिंह नगर के रुद्रपुर में पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान आज के म्यांमार और तब के बर्मा में भारतीय वायु सेना की कमान संभालने वाले सरदार दलीप सिंह मजीठिया के निधन की सूचना मिलते ही सरदारनगर समेत गोरखपुर के बुद्धिजीवियों, उद्यमियों, शिक्षाविदों में शोक की लहर दौड़ गई। ब्रिटिश भारत में वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर के पद पर रह चुके सरदार मजीठिया के जीवन के पांच दशक गोरखपुर के सरदार नगर में बीते हैं। यहां रहकर उन्होंने न केवल पूर्वांचल की धरती को औद्योगिक रूप से उर्वर बनाया बल्कि मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जैसे तकनीकी शैक्षणिक संस्थान की नींव पड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरदार दलीप सिंह ने वर्ष 1940 में रायल एयरफोर्स में कमीशन प्राप्त किया। दूसरे विश्वयुद्ध में इन्होंने भारतीय स्क्वाड्रन में लड़ाकू बमवर्षक विमान के साथ बर्मा में युद्ध की कमान संभाली थी। पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते उन्होंने सेना से जल्द ही स्वैच्छिक अवकाश ले लिया लेकिन, हवाई उड़ान का उनका शौक जारी रहा। सेना से अवकाश लेने के बाद 1947 के करीब में वह गोरखपुर आए और यहां सरदार नगर में पहले से स्थापित अपने परिवार की सरैया सुगर मिल का काम देखने लगे। लंबे समय तक वह इस चीनी मिल के चेयरमैन रहे। उनकी देखरेख में सरैया स्टील कंपनी और रोलिंग मिल सहित कई अन्य उद्योग भी खूब फले-फूले। 90 के दशक में अस्वस्थता के चलते वह पत्नी जान सैंडर्स के साथ दिल्ली में रहने लगे। पिछले साल भी वह यहां आए थे और सरदार नगर की करीब पांच एकड़ में स्थित अपनी कोठी में ठहरे भी थे।