आज का पंचांग- 18 अप्रैल 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत- 2081, पिंगल

शक सम्वत- 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत- चैत्र

अमांत- चैत्र

तिथि

शुक्ल पक्ष दशमी- अप्रैल 17 03:14 PM- अप्रैल 18 05:31 PM

शुक्ल पक्ष एकादशी- अप्रैल 18 05:32 PM- अप्रैल 19 08:05 PM

नक्षत्र

आश्लेषा- अप्रैल 17 05:16 AM- अप्रैल 18 07:56 AM

मघा- अप्रैल 18 07:56 AM- अप्रैल 19 10:56 AM

योग

गण्ड- अप्रैल 17 11:50 PM- अप्रैल 19 12:43 AM

वृद्धि- अप्रैल 19 12:43 AM- अप्रैल 20 01:44 AM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 6:07 AM

सूर्यास्त- 6:45 PM

चन्द्रोदय- अप्रैल 18 2:14 PM

चन्द्रास्त- अप्रैल 19 3:28 AM

अशुभ काल

राहू- 2:00 PM- 3:35 PM

यम गण्ड- 6:07 AM- 7:41 AM

कुलिक- 9:16 AM- 10:51 AM

दुर्मुहूर्त- 10:19 AM- 11:10 AM, 03:22 PM- 04:13 PM

वर्ज्यम्- 09:26 PM- 11:14 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त- 12:00 PM- 12:51 PM

अमृत काल- 06:09 AM- 07:55 AM

ब्रह्म मुहूर्त- 04:30 AM- 05:18 AM

शुभ योग

सर्वार्थसिद्धि योग- अप्रैल 17 05:16 AM- अप्रैल 17 06:08 AM (अश्लेषा और मंगलवार)

*आज का पचांग- 17 अप्रैल 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग*

विक्रम संवत- 2081, पिंगल शक सम्वत- 1946, क्रोधी पूर्णिमांत- चैत्र अमांत- चैत्र तिथि शुक्ल पक्ष नवमी- अप्रैल 16 01:24 PM- अप्रैल 17 03:14 PM शुक्ल पक्ष दशमी- अप्रैल 17 03:14 PM- अप्रैल 18 05:31 PM नक्षत्र आश्लेषा- अप्रैल 17 05:16 AM- अप्रैल 18 07:56 AM सूर्य और चंद्रमा का समय सूर्योदय- 6:08 AM सूर्यास्त- 6:44 PM चन्द्रोदय- अप्रैल 17 1:21 PM चन्द्रास्त- अप्रैल 18 2:55 AM अशुभ काल राहू- 12:26 PM- 2:00 PM यम गण्ड- 7:42 AM- 9:17 AM कुलिक- 10:51 AM- 12:26 PM दुर्मुहूर्त- 12:01 PM- 12:51 PM वर्ज्यम्- 07:29 PM- 09:16 PM शुभ काल अभिजीत मुहूर्त- Nil अमृत काल- None शुभ योग सर्वार्थसिद्धि योग- अप्रैल 17 05:16 AM- अप्रैल 17 06:08 AM
आज का राशिफल, 17 अप्रैल 2024: जानिए राशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा....?

मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ) अभी हाल की घटनाओं से आपका मन बेचैन हो सकता है। शारीरिक और मानसिक लाभ के लिए ध्यान व योग फ़ायदेमंद साबित होंगे। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। पारिवारिक सदस्य या जीवन-साथी तनाव की वजह बन सकते हैं। आज किसी ऐसे इंसान से मिलने की संभावना है जो आपके दिल को गहराई से छूएगा। नई योजनाएँ आकर्षक होंगी और अच्छी आमदनी का ज़रिया साबित होंगी। घर से बाहर निकलकर आज आप खुली हवाओं में टहलना पसंद करेंगे। आज आपका मन शांत होगा जिसका फायदा आपको पूरे दिन मिलेगा। आज के दिन आपके और आपके जीवनसाथी के लिए गहरी आत्मीयतापूर्ण बातें का सही समय है। वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो) आज आप मानसिक तौर पर स्थिर महसूस नहीं करेंगे- इसलिए इस बात का ख़याल रखें कि दूसरों के सामने आप कैसे बर्ताव करते और बोलते हैं। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी कई आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। आप माता-पिता को ख़ुश करने में कठिनाई महसूस करेंगे। उन्हें समझने और उनके नज़रिए से चीज़ों को देखने की कोशिश करें, आपको सकारात्मक परिणाम मिलेगा। उन्हें आपकी परवाह, स्नेह और समय की आवश्यकता है। बाहरी चीज़ों का अब कोई ख़ास मायने आपके लिए नहीं बचा है, क्योंकि आप ख़ुद को हमेशा प्यार की ख़ुमारी में महसूस करते हैं। कारोबारी जितना हो अपने कारोबार से जुड़ी बातों को किसी से शेयर न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप बड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं। रात के समय आज आप घर के लोगों से दूर होकर अपने घर की छत या किसी पार्क में टहलना पसंद करेंगे। शादी के बाद वैवाहिक जीवन में प्यार सुनने में मुश्किल ज़रूर लगता है, लेकिन आप आज महसूस करेंगे कि यह संभव है। मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह) आज आप चोट से बचने के लिए सावधानी से बैठें। साथ ही सही तरीक़े से कमर सीधी करके बैठना न केवल व्यक्तित्वमें सुधार लाता है, बल्कि सेहत और आत्म-विश्वास के स्तर को भी ऊपर ले जाता है। घर की छोटी-छोटी चीजों पर आज आपका बहुत धन खराब हो सकता है जिसकी वजह से आप मानसिक तनाव में आ सकते हैं। आपकी स्वच्छन्द जीवनशैली घर में तनाव पैदा कर सकती है, इसलिए देर रात तक बाहर रहने और ज़्यादा ख़र्च करने से बचें। आने वाले समय में दफ़्तर में आपका आज का काम कई तरीक़े से असर दिखाएगा। दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गयी यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी। असहजता की वजह से आप वैवाहिक जीवन में ख़ुद को फँसा हुआ अनुभव कर सकते हैं। आपको ज़रूरत है तो जीवनसाथी के साथ आत्मीय बातचीत की। कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो) आज आपका जीवन-साथी ख़ुशी की वजह साबित होगा। आज आपको अपना धन खर्च करने की जरुरत नहीं पड़ेगी क्योंकि घर का कोई बड़ा आज आपको धन दे सकता है। घरेलू ज़िंदगी सुकूनभरी और ख़ुशनुमा रहेगी। पुरानी यादों को ज़हन में ज़िंदा कर दोस्ती को फिर से तरोताज़ा करने का वक़्त है। आने वाले समय में दफ़्तर में आपका आज का काम कई तरीक़े से असर दिखाएगा। इस राशि के उम्रदराज जातक आज के दिन अपने पुराने मित्रों से खाली समय में मिलने जा सकते हैं। संभव है कि आज आपका जीवनसाथी ख़ूबसूरत शब्दों में यह बताए कि आप उनके लिए कितने क़ीमती हैं। सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे) आज का दिन ऐसे काम करने के लिए बेहतरीन है, जिन्हें करके आप ख़ुद के बारे में अच्छा महसूस करते हैं। रात के समय आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है क्योंकि आपके द्वारा दिया गया धन आज आपको वापस मिल सकता है। पारिवारिक उत्तरदायित्व में वृद्धि होगी, जो आपको मानसिक तनाव दे सकती है। अपने प्रिय के साथ सैर-सपाटे पर जाते समय ज़िंदगी को पूरी शिद्दत से जिएँ। कार्यक्षेत्र में आपके प्रतिद्वन्द्वियों को अपने ग़लत कामों का फल मिलेगा। आज आप ऑफिस से घर वापस आकर अपना पसंदीदा काम कर सकते हैं। इससे आपके मन को शांति मिलेगी। यह दिन शादीशुदा ज़िन्दगी के सबसे ख़ास दिनों में से एक रहेगा। कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो) आपके लिए आज का दिन मौज-मस्ती और आनन्द से भरा रहेगा- क्योंकि आप ज़िन्दगी को पूरी तरह जिएंगे। संदिग्ध आर्थिक लेन-देन में फँसने से सावधान रहें। अपने दोस्तों को अपने उदार स्वभाव का ग़लत फ़ायदा न उठाने दें। आपकी आँखें इतनी चमकीली हैं कि वे आपके प्रिय की अंधेरी रात को भी रोशन कर सकती हैं। बड़े उद्योगपतियों के साथ साझीदारी का व्यवसाय फ़ायदेमंद रहेगा। अगर आप यात्रा कर रहें है तो सभी ज़रूरी दस्तावेज़ साथ रखना न भूलें। अगर आप कोशिश करें तो आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने जीवन का सबसे अच्छा दिन आज गुज़ार सकते हैं। तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते) आज प्रभावशाली लोगों का सहयोग आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। आर्थिक पक्ष के मजबूत होने की पूरी संभावना है। अगर आपने किसी शख्स को पैसा उधार दिया था तो आज आपको वो पैसा वापस मिलने की उम्मीद है। सही समय पर आपकी सहायता किसी को बड़ी परेशानी से बचा सकती है। प्रेमी एक-दूसरे की पारिवारिक भावनाओं को समझेंगे। कार्यालय में कोई आपको कुछ बढ़िया चीज़ या ख़बर दे सकता है। अपने व्यक्तित्व और रंग-रूप को बेहतर बनाने का कोशिश संतोषजनक साबित होगी। वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू) आज शारीरिक और मानसिक लाभ के लिए ध्यान व योग करना उपयोगी रहेगा। अगर आपको लगता है कि आपके पास पर्याप्त धन नहीं है तो आज घर के किसी बड़े से धन संचित करने की सलाह लें। अपने परिवार को पर्याप्त समय दें। उन्हें महसूस होने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। उनके साथ अच्छा वक़्त बिताएँ और शिकायत करने का मौक़ा न दें। आपकी अतिरिक्त काम करने की क्षमता उन लोगों को चौंका देगी, जिनका प्रदर्शन आपसे कमतर है। चीज़ों और लोगों को तेज़ी-से परखने की क्षमता आपको दूसरों से आगे बनाए रखेगी। शादी सिर्फ़ एक छत के नीचे रहने का नाम नहीं है; एक-दूसरे के साथ कुछ समय बिताना भी ज़रूरी है। धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे) आज सेहत से जुड़े कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने के लिए अच्छा दिन है। आपके पिता की कोई सलाह आज कार्यक्षेत्र में आपको धन लाभ करा सकती है. पारिवारिक उत्तरदायित्व में वृद्धि होगी, जो आपको मानसिक तनाव दे सकती है। संभव है कि आपके आँसुओं को पोंछने के लिए कोई ख़ास दोस्त आगे आए। वेब डिज़ाइनर्स के लिए बेहतरीन दिन है। पूरी एकाग्रता से काम करें, क्योंकि आज आप चमक सकते हैं। कुछ लोगों को विदेश जाने का मौक़ा भी मिल सकता है। जो लोग बीते कुछ दिनों से काफी व्यस्त थे उन्हें आज अपने लिए फुर्सत के पल मिल सकते हैं। आपको महसूस होगा कि आपका जीवनसाथी ही आपका सब कुछ है। मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी) आज के दिन किए गए दान-पुण्य के काम आपको मानसिक शान्ति और सुकून देंगे। बिना बताये आज कोई देनदार आपके अकाउंट में पैसे डाल सकता है जिसके बारे में जानकर आपको अचंभा भी होगा और खुशी भी। जिन लोगों के साथ आप रहते हैं वे आपसे बहुत ख़ुश नहीं होंगे, चाहे आपने इसके लिए कुछ भी क्यों न किया हो। रोमांचक दिन है, क्योंकि आपका प्रिय आपको तोहफ़े/उपहार दे सकता है। कार्यक्षेत्र में आपके प्रतिद्वन्द्वियों को अपने ग़लत कामों का फल मिलेगा। दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गयी यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी। आप शादीशुदा ज़िन्दगी से जुड़े चुटकुले सोशल मीडिआ पर पढ़कर खिलखिलाते हैं। लेकिन आज जब आपके वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई चीज़ें आपके सामने आएंगी, तो आप भावुक हुए बिना नहीं रह सकेंगे। कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द) आज आप तनाव से बचने के लिए अपना क़ीमती वक़्त बच्चों के साथ गुज़ारें। आप बच्चों की उपचार करने की शक्ति महसूस करेंगे। वे आध्यात्मिक तौर पर धरती पर सबसे ज़्यादा ताक़तवर और भावनात्मक लोग हैं। उनके साथ आप ख़ुद को ऊर्जा से भरपूर पाएंगे। धन की आवश्यकता कभी भी पड़ सकती है इसलिए आज जितना हो अपने पैसे की बचत करने का विचार बनाएं। दोस्तों के साथ कुछ करते वक़्त अपने हितों को अनदेखा न करें - हो सकता है कि वे आपकी ज़रूरतों को ज़्यादा गंभीरता से न लें। आज आप जीवन में सच्चे प्रेम की कमी का अनुभव करेंगे। ज़्यादा चिंता न करें, हर चीज़ समय के साथ बदलती है और इसलिए आपकी ज़िंदगी में भी बदलाव आएगा। नयी साझीदारी आज के दिन फलदायी रहेगी। आपके द्वारा आज खाली समय में ऐसे काम किये जाएंगे जिनके बारे में आप अक्सर सोचा करते हैं लेकिन उन कामों को कर पाने में समर्थ नहीं हो पाते। ग़लतफ़हमी के लम्बे दौर के बाद इस शाम आपको जीवनसाथी का साथ मिल पायेगा । मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची). आज से नियमित व्यायाम के माध्यम से अपना वज़न को नियन्त्रित रखें। धन की आवाजाही आज दिन भर होती रहेगी और दिन ढलने के बाद आप बचत करने में भी सक्षम हो पाएंगे। जिनसे आप प्यार करते हैं, उनसे आज सारी ग़लतफ़हमी दूर हो सकती है। प्रेम निःसीम होता है, सभी सीमाओं के परे; आपने ये बातें पहले भी सुनी होंगी। लेकिन आज वह दिन है जब आप अगर चाहें तो यह ख़ुद महसूस कर सकते हैं। सहकर्मियों और वरिष्ठों के पूरे सहयोग के चलते दफ़्तर में काम तेज़ रफ़्तार पकड़ लेगा। लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं आज आपको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बल्कि आज आप खाली समय में किसी से मिलना जुलना भी पसंद नहीं करेंगे और एकांत में आनंदित रहेंगे। आज आप महसूस करेंगे कि शादी का बंधन वाक़ई स्वर्ग में बनाया जाता है।
आज का पंचांग- 15 मार्च 2024 : जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

पंचांग- 16 अप्रैल 2024

विक्रम संवत- 2081,

पिंगल शक सम्वत- 1946,

क्रोधी पूर्णिमांत- चैत्र अमांत- चैत्र तिथि शुक्ल पक्ष अष्टमी- अप्रैल 15 09:38 PM- अप्रैल 16 1:23 PM

शुक्ल पक्ष नवमी- अप्रैल 16 1:23 PM- अप्रैल 17 3:14 PM

नक्षत्र

पुष्य योग धृति, 11:17 PM तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 5:54 AM

सूर्यास्त- 6:47 PM

चन्द्रोदय- मार्च 16

12:06 PM चन्द्रास्त-

मार्च 17 2:25 AM

अशुभ काल

राहू- 03:34 PM- 5:11 PM

यम गण्ड- 09:08 ए एम से 10:44 ए एम

गुलिक- 12:21 पी एम से 01:58 पी एम

दुर्मुहूर्त- 08:29 ए एम से 09:21 ए एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त- 11:55 ए एम से 12:47 पी एम

अमृत काल-10:17 पी एम से 12:02 ए एम,

अप्रैल 17ब्रह्म मुहूर्त- 04:25 ए एम से 05:10 ए एम

शुभ योग

सर्वार्थसिद्धि योग- 05:16 ए एम, अप्रैल 17 से 05:53 ए एम, अप्रैल 17 रवि योग- 05:16 ए एम, अप्रैल 17 से 05:53 ए एम, अप्रैल 17

आज का पञ्चाङ्ग,16 अप्रैल 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का शुभ मुहूर्त, राहु काल, आज की तिथि और ग्रह


पंचांग- 16 अप्रैल 2024

विक्रम संवत- 2081, पिंगल

शक सम्वत- 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत- चैत्र

अमांत- चैत्र

तिथि

शुक्ल पक्ष अष्टमी- अप्रैल 15 09:38 PM- अप्रैल 16 1:23 PM

शुक्ल पक्ष नवमी- अप्रैल 16 1:23 PM- अप्रैल 17 3:14 PM

नक्षत्र

पुष्य

योग

धृति, 11:17 PM तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 5:54 AM

सूर्यास्त- 6:47 PM

चन्द्रोदय- मार्च 16 12:06 PM

चन्द्रास्त- मार्च 17 2:25 AM

अशुभ काल

राहू- 03:34 PM- 5:11 PM

यम गण्ड- 09:08 ए एम से 10:44 ए एम

गुलिक- 12:21 पी एम से 01:58 पी एम

दुर्मुहूर्त- 08:29 ए एम से 09:21 ए एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त- 11:55 ए एम से 12:47 पी एम

अमृत काल-10:17 पी एम से 12:02 ए एम, अप्रैल 17ब्रह्म मुहूर्त- 04:25 ए एम से 05:10 ए एम

शुभ योग

सर्वार्थसिद्धि योग- 05:16 ए एम, अप्रैल 17 से 05:53 ए एम, अप्रैल 17

रवि योग- 05:16 ए एम, अप्रैल 17 से 05:53 ए एम, अप्रैल 17

आज का राशिफल,16 अप्रैल 2024: जानिए आज के राशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा..?

मेष राशि- स्वास्थ्य पहले से बेहतर। प्रेम, संतान का स्थिति बहुत अच्छी। भौतिक सुख-संपदा में वृद्धि। थोड़ा कलह से बचें। बाकी सारी स्थिति आपकी फेवरेबल हो रही है। सूर्य को जल देते रहें।

वृषभ राशि- व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। व्यावसायिक कुछ नयापन होने जा रहा है, जो शुभ होगा। अपनों का साथ होगा। स्वास्थ्य ठीक-ठाक। प्रेम, संतान अभी मध्यम है। व्यापार आपका ठीक चल रहा है। हरी वस्तु पास रखें।

मिथुन राशि- स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रेम,संतान पहले से बेहतर। व्यापार भी अच्छा है। अभी निवेश करने से बचें। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कर्क राशि- आकर्षण के केंद्र बने रहेंगे। ऊर्जावान बने रहेंगे। जरुरत के हिसाब से वस्तुएं जीवन में उपलब्ध होंगी। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार पहले से बेहतर। एंजॉय करिए। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह राशि- मन चितिंत रहेगा। खर्च की अधिकता रहेगी। स्वास्थ्य सुधर चुका है। प्रेम, संतान अच्छा। व्यापार बहुत अच्छा। शिवजी का जलाभिषेक करना शुभ होगा।

कन्या राशि- आय में आशातीत बढ़ोतरी। शुभ समाचार की प्राप्ति। यात्रा में लाभ। प्रेम, संतान अच्छा। व्यापार बहुत अच्छा। शनिदेव को प्रणाम करते रहें।

तुला राशि- व्यावसायिक सुधार होगा। पिता का साथ होगा। सरकारी तंत्र का लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य अच्छा। प्रेम, संतान अच्छा। व्यापार अच्छा। शिवजी को प्रणाम करते रहें।

वृश्चिक राशि- भाग्यवश कुछ काम बनेंगे। रुका हुआ कार्य चलने लगेगा। यात्रा का योग बनेगा। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम, संतान की स्थिति अच्छी। व्यापार बहुत अच्छा। पीली वस्तु पास रखें।

धनु राशि- परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। चोट-चपेट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। प्रेम, संतान पहले से बेहतर। व्यापार भी अच्छा। सफेद वस्तु शिवजी को अर्पित करें या जलाभिषेक करें। शुभ होगा।

मकर राशि- जीवनसाथी का सानिध्य मिलेगा। रोजी-रोजगार में तरक्की करेंगे। व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात होगी। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार बहुत अच्छा। काली जी को प्रणाम करें।

कुंभ राशि- शत्रु परास्त होंगे। रुका हुआ कार्य विघ्न-बाधा के साथ आगे बढ़ेगा। स्वास्थ्य नरम-गरम। प्रेम, संतान मध्यम। व्यापार अच्छा। हरी वस्तु पास रखें।

मीन राशि- भावुकता पर नियंत्रण रखें। प्रेम में तू-तू, मैं-मैं से बचें। बच्चों की सेहत पर ध्यान दें। स्वास्थ्य मध्यम। प्रेम,संतान मध्यम। व्यापार ठीक है। शिवजी को प्रणाम करते रहें।

जीवन को मंगलमय बनाने के लिए करें मां कालरात्रि की पूजा

नवरात्र के सातवें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि रूप की पूजा की जाती है. शास्‍त्रों के अनुसार बुरी शक्तियों से पृथ्‍वी को बचाने और पाप को फैलने से रोकने के लिए मां ने अपने तेज से इस रूप को उत्‍पन्‍न किया था.

आचार्य पं. सुधांशु तिवारी

प्रश्न कुण्डली विशेषज्ञ/ ज्योतिषाचार्य 

दुर्गा जी का सातवां स्वरूप मां कालरात्रि है. इनका रंग काला होने के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहा गया और असुरों के राजा रक्तबीज का वध करने के लिए देवी दुर्गा ने अपने तेज से इन्हें उत्पन्न किया था. इनकी पूजा शुभ फलदायी होने के कारण इन्हें 'शुभंकारी' भी कहते हैं.

मान्यता है कि माता कालरात्रि की पूजा करने से मनुष्य समस्त सिद्धियों को प्राप्त कर लेता है. माता कालरात्रि पराशक्तियों (काला जादू) की साधना करने वाले जातकों के बीच बेहद प्रसिद्ध हैं. मां की भक्ति से दुष्टों का नाश होता है और ग्रह बाधाएं दूर हो जाती हैं.

असुरों का वध करने के लिए दुर्गा मां बनी कालरात्रि

देवी कालरात्रि का शरीर रात के अंधकार की तरह काला है इनके बाल बिखरे हुए हैं और इनके गले में विधुत की माला है. इनके चार हाथ हैं जिसमें इन्होंने एक हाथ में कटार और एक हाथ में लोहे का कांटा धारण किया हुआ है. इसके अलावा इनके दो हाथ वरमुद्रा और अभय मुद्रा में है. इनके तीन नेत्र है तथा इनके श्वास से अग्नि निकलती है. कालरात्रि का वाहन गर्दभ(गधा) है.

मां कालरात्रि की उत्पत्ति की कथा

कथा के अनुसार दैत्य शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज ने तीनों लोकों में हाहाकार मचा रखा था. इससे चिंतित होकर सभी देवतागण शिव जी के पास गए. शिव जी ने देवी पार्वती से राक्षसों का वध कर अपने भक्तों की रक्षा करने को कहा. शिव जी की बात मानकर पार्वती जी ने दुर्गा का रूप धारण किया और शुंभ-निशुंभ का वध कर दिया. परंतु जैसे ही दुर्गा जी ने रक्तबीज को मारा उसके शरीर से निकले रक्त से लाखों रक्तबीज उत्पन्न हो गए. इसे देख दुर्गा जी ने अपने तेज से कालरात्रि को उत्पन्न किया. इसके बाद जब दुर्गा जी ने रक्तबीज को मारा तो उसके शरीर से निकलने वाले रक्त को कालरात्रि ने अपने मुख में भर लिया और सबका गला काटते हुए रक्तबीज का वध कर दिया.

मां को गुड़ का भोग प्रिय है

सप्तमी तिथि के दिन भगवती की पूजा में गुड़ का नैवेद्य अर्पित करके ब्राह्मण को दे देना चाहिए. ऐसा करने से पुरुष शोकमुक्त हो सकता है.

शुभकामना को पूरा करेगा मां कालरात्रि का ये मंत्र

नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की उपासना इस मंत्र से करनी चाहिए

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।

वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥

मां कालरात्रि की पूजा का महत्व

मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि को महायोगिनी महायोगिश्वरी भी कहा जाता है. देवी बुरे कर्मों वाले लोगों का नाश करने और तंत्र-मंत्र से परेशान भक्तों का कल्याण करने वाली हैं. देवी की पूजा से रोग का नाश होता है और शत्रुओं पर विजय मिलती है. ग्रह बाधा और भय दूर करने वाली माता की पूजा इस दिन जरूर करनी चाहिए.

मां कालरात्रि का स्वरूप

 देवी कालरात्रि के चार हाथ हैं। उनके एक हाथ में माता ने खड्ग (तलवार), दूसरे में लौह शस्त्र, तीसरे हाथ वरमुद्रा और चौथे हाथ अभय मुद्रा में है। मां कालरात्रि का वाहन गर्दभ अर्थात् गधा है।

मां कालरात्रि की पूजा विधि

 मां कालरात्रि की पूजा करने के लिए श्वेत या लाल वस्त्र धारण करें। देवी कालरात्रि पूजा ब्रह्ममुहूर्त में ही की जाती है। वहीं तंत्र साधना के लिए तांत्रिक मां की पूजा आधी रात में करते हैं, इसलिए सूर्योदय से पहले ही उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। पूजा करने के लिए सबसे पहले आप एक चौकी पर मां कालरात्रि का चित्र या मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद मां को कुमकुम, लाल पुष्प, रोली आदि चढ़ाएं। माला के रूप में मां को नींबुओं की माला पहनाएं और उनके आगे तेल का दीपक जलाकर उनका पूजन करें। मां कालरात्रि को लाल फूल अर्पित करें। मां के मंत्रों का जाप करें या सप्तशती का पाठ करें। मां की कथा सुनें और धूप व दीप से आरती उतारने के बाद उन्हें प्रसाद का भोग लगाएं। अब मां से जाने अनजाने में हुई भूल के लिए माफी मांगें।

नवरात्रि के सातवें दिन माँ दुर्गा के सातवें स्वरुप "माँ कालरात्रि" की पूजा की जाती है,यह सवरूप अंधकार को समाप्त करने वाली है

जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनि।

दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।

काली काली महाकाली,कालिके परमेश्वरी।

सर्वानंद करें देवि नारायणी नमोस्तुते।।

 माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप को "माँ कालरात्रि" नाम से पूजा जाता है। माँ कालरात्रि का वर्ण रात्रि के समान काला है,परन्तु वे अंधकार का नाश करने वाली हैं।माँ के केश बिखरे हुए हैं तथा माँ के कंठ में विद्युत् प्रभा सदृश मुंडमाला है। दुष्टों व राक्षसों का अंत करने वाला माँ दुर्गा का यह रूप देखने में अत्यंत भयंकर है । किंतु शुभ फल प्रदाता है, इसीलिए माँ को ""शुभंकरी"" भी कहा जाता है।

कालरात्रि के ब्रह्माण्ड के समान5 गोल नेत्र हैं। अपनी हर श्वास के साथ माँ की नासिका से अग्नि की ज्वालाएँ निकलती रहती हैं। अपने चार हाथों में खड्ग, लोहे का अस्त्र, अभयमुद्रा और वरमुद्रा किये हुए माँ अपने वाहन गर्दभ पर सवार हैं।

 नवरात्रि के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना इस मंत्र से की जा सकती है....

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता,

लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।

वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा,

वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी

सप्तमी तिथि के दिन भगवती की पूजा में गुड़ का नैवेद्य अर्पित करके ,ब्राह्मण को दे देना चाहिए। ऐसा करने से साधक शोकमुक्त होता है।माता कालरात्रि की पूजा करने से मनुष्य समस्त सिद्धियों को प्राप्त कर लेता है। माता कालरात्रि पराशक्तियों की साधना करने वाले जातकों के मध्य अति प्रसिद्ध हैं।

माँ की भक्ति से दुखों-दुष्टों व दुर्बुध्दि का नाश होता है। माँ कालरात्रि की कृपा से शत्रु बाधा तथा ग्रह बाधाएं दूर हो जाती हैं। कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यन्त भयावह है ,किंतु ये सदैव शुभ फल देने वाली मानी जाती हैं। कालरात्रि की साधना-आराधना से जीवन के पूर्ण कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो जाता है।

भक्त व साधक अनेक प्रकार से भगवती माँ काली की अनुकंपा प्राप्त करने के लिए व्रत-अनुष्ठान व साधना करते हैं। माँ काली गृहजनित बाधायें सहजता से दूर करती हैं। सांसारिक भय भगवती की कृपा से भक्त के समीप भी नहीं आते हैं। व्यापार संबंधी समस्या तथा ऋण मुक्ति के लिए माँ कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्व है।

 इस दिन साधक को भगवती की अनुकंपा से ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियां प्राप्त हो सकती हैं। कालरात्रि की पूजा-अर्चना व साधना द्वारा अकाल मृत्यु,भूत-प्रेत बाधा, अग्निभय, शत्रुभय आदि से मुक्ति की प्राप्ति होती है।

       

या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

माता आप सभी को मनोकामनाएं पुरी करे । आपके घर में सुख , शान्ति और समृद्धि प्रदान करे ।

आज का पंचांग- 15 मार्च 2024 : जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत- 2080, अनला

शक सम्वत- 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत- फाल्गुन

अमांत- फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष षष्ठी- मार्च 14 11:26 PM- मार्च 15 10:09 PM

शुक्ल पक्ष सप्तमी- मार्च 15 10:09 PM- मार्च 16 09:38 PM

नक्षत्र

कृत्तिका- मार्च 14 04:55 PM- मार्च 15 04:08 PM

रोहिणी- मार्च 15 04:08 PM- मार्च 16 04:05 PM

योग

विष्कुम्भ- मार्च 14 09:59 PM- मार्च 15 07:45 PM

प्रीति- मार्च 15 07:45 PM- मार्च 16 06:07 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 6:39 AM

सूर्यास्त- 6:32 PM

चन्द्रोदय- मार्च 15 10:01 AM

चन्द्रास्त- मार्च 16 12:03 AM

अशुभ काल

राहू- 11:06 AM- 12:35 PM

यम गण्ड- 3:33 PM- 5:03 PM

गुलिक- 8:08 AM- 9:37 AM

दुर्मुहूर्त- 09:01 AM- 09:49 AM, 12:59 PM- 01:46 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त- 12:11 PM- 12:59 PM

अमृत काल- 01:48 PM- 03:21 PM

ब्रह्म मुहूर्त- 05:02 AM- 05:50 AM

शुभ योग

अमृतसिद्धि योग- मार्च 16 06:38 AM- मार्च 16 04:05 PM

सर्वार्थसिद्धि योग- मार्च 16 06:38 AM- मार्च 16 04:05 PM

आज का राशिफल,15 अप्रैल 2024: जानिए राशि के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा..?

मेष राशि- शुभता के प्रतीक बने हुए हैं। प्रेम, संतान का साथ है। व्यावसायिक सफलता दिख रही है। व्यापार बहुत अच्छा। प्रेम, संतान बहुत अच्छा। स्वास्थ्य में भी सुधार दिख रहा है। थोड़ी खर्च की अधिकता रहेगी। हरी वस्तु का दान करना शुभ होगा।

वृषभ राशि- सरकारी तंत्र से न उलझें और खर्च पर थोड़ा ध्यान दें। इन्वेस्टमेंट करने से बचें। जुबान पर नियंत्रण रखें। बाकी प्रेम, संतान,व्यापार सही चल रहा है। हरी वस्तु पास रखें।

मिथुन राशि- स्वास्थ्य पहले से थोड़ा बेहतर है लेकिन ओवरऑल स्वास्थ्य अच्छा नहीं चल रहा है। प्रेम, संतान भी मध्यम है। व्यापार ठीक-ठाक चलेगा। थोड़ी ऊर्जा का स्तर बढ़ेगा। हरी वस्तु पास रखें।

कर्क राशि- ऊर्जा में कमी। प्रेम, संतान मध्यम। व्यापार भी मध्यम। थोड़ा बचकर पार करने की आवश्यकता है। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह राशि- यात्रा का योग बन रहा है। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। स्वास्थ्य पहले से बेहतर। प्रेम,संतान भी अच्छा। व्यापार भी अच्छा। पीली वस्तु पास रखें।

कन्या राशि- स्वास्थ्य ढीला-ढाला चलेगा। प्रेम,संतान अच्छा। व्यापारिक स्थिति आपकी सुदृढ़ होगी। कोर्ट-कचहरी में विजय मिलेगी। हरी वस्तु पास रखें।

तुला राशि- समय सामान्य हो गया है। जोखिम से उबर चुके हैं। यात्रा का योग बनेगा। धर्म-कर्म में हिस्सा लेंगे। व्यावसायिक सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार अच्छा है। गणेश जी को प्रणाम करते रहें।

वृश्चिक राशि- एक और दिन अभी जोखिम रह गया है। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। प्रेम, संतान अच्छा रहेगा। व्यापारिक दृष्टिकोण से भी शुभ समय है। बस वाहन धीरे चलाएं। हरी वस्तु का दान करें।

धनु राशि- जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। नौकरी-चाकरी की स्थिति सुदृढ़ होगी। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात हो सकती है। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार अच्छा है। लाल वस्तु पास रखें।

मकर राशि- शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ कार्य चल पड़ेगा। स्वास्थ्य थोड़ा मध्यम रहेगा। प्रेम,संतान अच्छा। व्यापार भी अच्छा। लाल वस्तु का दान करें।

कुंभ राशि- भावुकता पर काबू रखें। स्वास्थ्य ठीक-ठाक। प्रेम,संतान की स्थिति थोड़ी मध्यम। व्यापार अच्छा। गणेश जी को प्रणाम करते रहें।

मीन राशि- भौतिक सुख-संपदा में वृद्धि होगी लेकिन गृह-कलह बनी रहेगी। स्वास्थ्य मध्यम। प्रेम, संतान अच्छा। व्यापार भी अच्छा। काली वस्तु का दान करें।