रामनवमी पर रामलला का ब्रह्म मुहूर्त से रात्रि 11 बजे तक होंगे दर्शन : चम्पत राय
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर रामनवमी पर्व के सम्बंध में कुछ नयी व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में मंगला आरती के पश्चात ब्रह्म मुहूर्त में अति-प्रातः 3:30 बजे से अभिषेक श्रृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे। श्रृंगार आरती प्रातः 5 बजे होगी। श्री रामलला का दर्शन एवं सभी पूजा विधि यथावत साथ-साथ चलती रहेगी। उन्होंने बताया कि दर्शन का समय बढ़ाकर 19 घंटे कर दिया गया है,जो मंगला आरती से रात 11 बजे तक चलेगा। भगवान को चार बार भोग लगाने के लिए सिर्फ पांच-पांच मिनट ही पर्दा बंद रहेगा।
उन्होंने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि पर्दा बन्द रहने के समय धैर्य बनाकर रहें एवं श्री राम नाम संकीर्तन तथा प्रभु का भजन करते रहें। उन्होंने बताया कि रात्रि 11 बजे तक दर्शन का क्रम पूर्ववत चलता रहेगा। तत्पश्चात परिस्थिति अनुसार भोग एवं शयन आरती होगी। शयन आरती के पश्चात प्रसाद मन्दिर निकास मार्ग पर मिलेगा।ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि दर्शनार्थी अपना मोबाइल, जूता, चप्पल, बड़े-बैग एवं प्रतिबंधित सामग्री आदि जितना दूर सुरक्षित रखकर आएंगे, दर्शन में उतनी ही अधिक सुविधा होगी। संभवतः ये सभी सामान आदि अपने गुरू स्थान आदि में रखें तो सुगमता रहेगी। उन्होंने बताया कि दर्शन मार्ग पर यात्री सुविधा केंद्र पर रेल आरक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 16, 17, 18 एवं 19 अप्रैल को सुगम दर्शन पास, वी.आई.पी. दर्शन पास, मंगला आरती पास, श्रृंगार आरती पास एवं शयन आरती पास नहीं बनेंगे अर्थात किसी भी प्रकार के पास जारी नहीं किए जाएंगे। अर्थात उपरोक्त दिनों में सभी सुविधाएँ निरस्त रहेगी।उन्होंने कहा कि सुग्रीव किला के नीचे, बिड़ला धर्मशाला के सामने, श्री रामजन्मभूमि प्रवेश द्वार पर 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' द्वारा यात्री सेवा केन्द्र बनाया गया है। जिसमें जन-सुविधाएँ उपलब्ध हैं।उन्होंने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में संपन्न होने वाले सभी कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में लगभग 80 से 100 स्थानों पर एल.ई.डी. स्क्रीन लगाकर दिखाया जाएगा। यह कार्य प्रसार भारती द्वारा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किया गया है। इसका सीधा प्रसारण उपलब्ध रहेगा।
उन्होंने सभी सम्मानित श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि केवल रामनवमी के दिन सभी कार्यक्रमों का आनन्द घर बैठे अथवा जो जहां हो, मोबाइल पर, टेलीविजन पर और स्थान-स्थान पर लगी हुई एल.ई.डी. स्क्रीन पर देखकर, प्रभु श्री राम जी की कृपा प्राप्त कर, जीवन धन्य करें और राम नवमी के पश्चात अपनी सुविधानुसार अयोध्या धाम आकर प्रभु श्री रामलला जी के दर्शन लाभ कर, प्रसाद ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि राम नवमी के दिन अनावश्यक भाग-दौड़ और परेशानी से बचें।
Apr 16 2024, 18:37