चाचा ने भतीजी के साथ किया दुष्कर्म:मेडिकल जांच के लिए भेजा गया सदर अस्पताल, पुलिस ने आरोपी को दबोचा

बेगूसराय के मटिहानी थाना क्षेत्र में चाचा ने अपनी भतीजी के साथ दुष्कर्म किया है। घटना शुक्रवार की है। आज पीड़िता का मेडिकल चेकअप कराया गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। शनिवार को इस घटना को लेकर पीड़िता के परिजनों ने आरोपी चाचा के साथ मारपीट भी किया गया।

मटिहानी थानाध्यक्ष ओम प्रकाश कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपी चाचा मनीष कुमार राय को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। दुष्कर्म पीड़िता ने आरोप लगाया है कि चाचा अपने एक भाभी के साथ प्लान बनाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया और मुझे कहीं ले जाकर बेचने वाला था। दुष्कर्म के दौरान मैंने उन लोगों की बातें सुन ली। घटना के बाद मैंने इसकी सूचना अपने परिजनों को दी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

तीन लाख का इनामी कुख्यात गिरफ्तार:STF और जिला पुलिस ने दिल्ली से दबोचा, 26 मामले हैं दर्ज

बेगूसराय पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बेगूसराय पुलिस और STF के SOG-3 की टीम ने संयुक्त छापेमारी कर तीन लाख के इनामी अपराधी नागमणि महतो को गिरफ्तार कर लिया है। मानवीय औ टेक्निकल इनपुट के आधार पर नागमणि उर्फ नागो को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।

एसपी मनीष ने बताया कि चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के कुंभी गांव निवासी स्व. जयप्रकाश महतो के पुत्र नागमणि महतो उर्फ नागो पर हत्या, रंगदारी, लूट सहित कई संगीन अपराध के 25 मामले बेगूसराय जिले के विभिन्न थाना और एक मामला औरंगाबाद के दाउदनगर थाना में दर्ज है। 2015 में इसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया गया था। लेकिन करीब 4 महीना पहले यह जेल से बाहर निकला और लगातार आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहा था। हाल ही में इसने खोदाबंदपुर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की हत्या कर दी। चेरिया बरियापुर में चिमनी व्यवसायी से रंगदारी के लिए गोलीबारी किया था। तभी से पुलिस इसके पीछे पड़ी हुई थी।

इसी दौरान सूचना मिली की नागमणि दिल्ली के हरि नगर थाना क्षेत्र में फिलहाल रह रहा है और बराबर ठिकाना बदल कर रहा है। सूचना मिलते ही मंझौल डीएसपी नवीन कुमार के नेतृत्व में चेरिया बरियारपुर थानाध्यक्ष विवेक भारती की टीम, जिला आसूचना इकाई और एसटीएफ के एसओजी- 3 की टीम ने दिल्ली में घेराबंटी कर दिया। जहां से उसे पकड़ कर आज बेगूसराय लाया गया है।

एसपी ने बताया इसके ठहरने के सभी ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही थी। इसके बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा घोषित 3 लाख के इनामी नागमणि को पकड़ने में सफलता मिली है। इसके पहले नागमणि के गिरोह के कई अपराधियों को पकड़ा गया था। इसके हथियार के जखीरा को भी बरामद किया जा चुका है। पूरी टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में आग लगने से चार घर जलकर राख:खाना बनाने के दौरान लगी आग, गैस सिलेंडर हुआ ब्लास्ट

बेगूसराय : जिले में बीते रात भी वीरपुर थाना क्षेत्र के सहुरी में आग लगने से चार घर जलकर राख हो गया। आग लगने की सूचना मिलते ही पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने काफी कोशिश के बाद आग पर काबू पाया।

बताया जा रहा है कि देर रात करीब 11:30 बजे सहुरी निवासी गुड्डू साह के घर में खाना बन रहा था। खाना बनाने के दौरान ही अचानक आग लग गई। इसके बाद घर में रखा खाना बनाने वाला गैस सिलेंडर ब्लास्ट कर गया। जिससे आग ने विकराल रूप धर लिया।

घटना की सूचना तुरंत वीरपुर थाना एवं फायर ब्रिगेड की टीम को दिया गया। उसके बाद फायर ब्रिगेड की एक छोटी एवं एक बड़ी गाड़ी पहुंची और स्थानीय लोगों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक गुड्डू साह, राज किशोर साह, रूपेश साह एवं मंटू साह का घर जलकर पूरी तरह से राख हो गया।

घटना में लाखों की क्षति हुई है, लेकिन फायर ब्रिगेड एवं स्थानीय लोगों के प्रयास से बड़ी घटना टल गई। घटना के बाद चारों परिवार में कोहराम मचा हुआ है, इन लोगों के रहने-खाने की कोई व्यवस्था नहीं है। लोग ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

फंदे से झूल रही थी महिला, किस्त मांग रहा था एजेंट: पड़ोसी महिलाओं ने चंदा कर चुकाया, ससुर ने कहा- पुलिस को बुलाने की दे रहा था धमकी

बेगूसराय में समय पर ग्रुप लोन की किस्त नहीं भर पाने के कारण एक महिला कंचन देवी (28) ने शुक्रवार की देर शाम आत्महत्या कर लिया। घटना बछवाड़ा थाना क्षेत्र के सूरो ओझा टोला गांव की है। मृतका के चचेरे ससुर तेज नारायण ने बताया कि कंचन ने लोन लिया था, किस्त जमा करने के लिए उसके पास पैसा नहीं था। कलेक्शन एजेंट घर पहुंचकर लगातार पैसा देने का दबाव बना रहा था। इससे डरकर कंचन ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। वहीं समूह की आस-पास रहने वाली महिलाओं ने आपस में चंदा कर रात 8:00 बजे एजेंट को पैसा दिया तो, वह वहां से निकला। तेज नारायण ने बताया कि जब एजेंट को पैसा दिया जा रहा था, तब कंचन की मौत हो चुकी थी। वह फंदे से लटकी हुई थी।

तेज नारायण महतो ने बताया कि कंचन देवी ने 2 महीना पहले L&T माइक्रो फाइनेंस बैंक से 65 हजार रुपए का ग्रुप लोन लिया था। इसके लिए प्रत्येक माह 3 हजार 600 रुपए का किस्त 2 साल के लिए फिक्स किया गया था। पहले महीने का किस्त कंचन ने जमा भी कर दिया था। कल शुक्रवार को दूसरे महीने का किस्त देना था, लेकिन कंचन के पास पैसे नहीं थे, कंचन का पति भी मजदूरी कर किसी तरह से परिवार चला रहा था, उसके पास भी पैसा नहीं था।

दोपहर करीब 2:00 बजे किस्त वसूलने वाला आया और पैसा देने का दबाव बनाने लगा। कंचन ने काफी आरजू-मिन्नत किया कि कुछ समय दिया जाए, लेकिन वह मानने के लिए तैयार नहीं हुआ। धमकी दे रहा था कि पैसा नहीं दोगे, तो घर का सामान उठाकर ले जाएंगे, चौखट खोल लेंगे। पुलिस को बुलाकर उसके हवाले कर देंगे, इससे कंचन काफी परेशान हो गई। डर से कंचन रूम में बंद हो गई। वहीं समूह की आस-पास रहने वाली महिलाओं ने आपस में चंदा कर रात 8:00 बजे एजेंट को पैसा दिया तो, वह वहां से निकला। थोड़ी देर बाद कंचन का पति काम से वापस लौटा तो देखा कि कंचन घर में फंदे से लटकी हुई थी।

इसके बाद घटना की सूचना बछवाड़ा थाने की पुलिस को दी गई। पति कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। थानाध्यक्ष अमित कांत ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, मामले की छानबीन की जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजकर मामले की छानबीन कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को बताया झूठ का पुलिंदा', कहा- 60 साल में कुछ काम नहीं किया

बेगूसराय : बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को डपोरशंखी घोषणा और झूठ का पुलिंदा करार दिया है। गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने 60 साल से अधिक समय तक देश पर राज किया, लेकिन काम कुछ नहीं किया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस का 60 साल का घोषणा पत्र लूट का पुलिंदा रहा। अभी जो घोषणा पत्र जारी किया गया है, यह भी वही रहेगा। यह भी डपोरशंखी घोषणा के सिवा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि बेगूसराय में राजीव गांधी ने 1985 में मंच से कहा था कि पेट्रोकेमिकल बनेगा, लेकिन पेट्रोकेमिकल बन नहीं पाया। नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो पेट्रोकेमिकल की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ। आज कांग्रेस ने जो घोषणा किया गया है, वह सिर्फ और सिर्फ झूठ का पुलिंदा है। मोदी जी के गारंटी की तरह कांग्रेस ने भी गारंटी की बात कही है, नौकरी देने की बातें कही है। लेकिन सभी घोषणा सिर्फ जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए झूठ का पुलिंदा बनाया गया है।

इससे पहले बैठक के दौरान गिरिराज सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं से टीम बनाकर काम करने की अपील किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सभी इकाई के कार्यकर्ता एनडीए के सहयोगी दल जदयू, लोजपा, हम आदि के कार्यकर्ताओं के साथ टीम बनाकर बूथ लेवल पर घर-घर जाएं। मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों से लोगों को अवगत कराएं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बच्चा चोरी के आरोप में महिला की जमकर पिटाई, विडियो हो रहा वायरल

बेगूसराय : जिले में बच्चा चोरी के आरोप में एक महिला की जमकर पिटाई का मामला सामने आया है। मामला चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के सकरबासा गांव का है। महिला की पिटाई का एक वीडियो भी सामने आया है। 

वीडियो में दिख रहा है कि ग्रामीण महिला को जमीन पर बैठाया है। एक व्यक्ति उसे थप्पड़ और चप्पल से पिटाई कर रहा है। इस दौरान वह व्यक्ति महिला के बाल भी खींचता है। फिर ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी महिला को हिरासत में लेकर थाने ले गई, जहां पूछताछ की जा रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के काबर बहियार के रास्ते एक महिला दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर जा रही थी। इस दौरान ग्रामीणों ने महिला को पकड़ लिया। आरोपी महिला बच्चे को बिस्किट और चॉकलेट का लालच देकर अपने साथ ले जा रही थी। ग्रामीणों ने आरोपी महिला की पिटाई की और पुलिस को सौंप दिया।

थानाध्यक्ष ने बताया कि महिला विक्षिप्त दिख रही है। हालांकि, महिला के पास से दोनों बच्चा और चॉकलेट भी बरामद किया गया। पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ कर रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

चेकिंग के दौरान 2 पुलिस जवानों पर चढ़ाई बाइक ; एक पुलिस जवान गंभीर हालत में पटना रेफर

बेगूसराय ; जिले में स्टेट हाईवे पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान एक बाइक सवार ने पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ा दी। इसमें दो पुलिस जवान घायल हो गए हैं। एक जवान की हालत गंभीर है। इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है। घटना खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के मेघौल धर्मगाछी चौक के पास की है।

घायल जवानों के नाम पीटीसी विवेक कांत शेखर और रितेश कुमार है। पीटीसी विवेक कांत शेखर को बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन स्थिति गंभीर रहने के कारण हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। जहां से परिजन उन्हें पटना लेकर चले गए।

घटना में पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाकर भाग रहा बाइक सवार मंझौल निवासी अशोक सहनी का बेटा अंकित कुमार भी घायल हो गया। घायल बाइक सवार का पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बिजली के तार के चपेट में आने से किसान की गई जान

बेगूसराय में बिजली का करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। घटना मटिहानी थाना क्षेत्र के रामदिरी पंचायत-चार स्थित बहियार की है। मृतक किसान की पहचान सिंघौल थाना क्षेत्र के रचियाही कचहरी टोला निवासी जागेश्वर राय के पुत्र सत्यनारायण राय (60) के रूप में की गई है।

घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सत्यनारायण राय मवेशी के लिए चारा लाने के लिए दियारा बहियार की ओर गए थे। चारा लेकर लौटने के दौरान बिजली का मोटर चलाने के लिए बिछाए गए विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गए।

हल्ला होने पर आसपास के लोग दौड़े तथा परिजनों को भी सूचना दी गई। लेकिन तब तक सत्यनारायण राय की मौत हो चुकी थी। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दिया। रचियाही पंचायत के मुखिया राजेश कुमार ने बताया कि एक किसान द्वारा खेत का पटवन करने के लिए काफी दूर से बिजली का तार लाया गया था, उसी के कारण मौत हुई है।

पोस्टमार्टम करने सदर अस्पताल आए जिला पार्षद नंदलाल राय ने कहा कि बिजली विभाग एवं मोटर चलाने वाले की बड़ी लापरवाही से यह घटना हुई है। मोटर चलाने वाले ने बिजली का नंगा तार बिछा रखा था। उसी में पैर फंस जाने के कारण करंट लगने से सत्यनारायण राय की मौत हुई है। दोषी पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।

फिलहाल पोस्टमार्टम सहित आगे की प्रक्रिया चल रही है। घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। सिंघौल थानाध्यक्ष नवीन ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। अभी शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। ‌परिजनों के लिखित आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय के मटिहानी में वोट बहिष्कार का ऐलान : 1992 में गंगा के कटाव से हुए विस्थापितों का अभीतक पुनर्वास नहीं होने से लोग है नाराज

बेगूसराय : लोकसभा चुनाव की सरगर्मी काफी तेज हो गई है। बेगूसराय में NDA के प्रत्याशी गिरिराज सिंह और महागठबंधन के प्रत्याशी अवधेश राय ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। मतदाताओं को अपने-अपने तरीके से लुभाया जा रहा है, लेकिन इन सबके बीच बेगूसराय में वोट बहिष्कार का नारा भी बुलंद होने लगा है।

नेताओं के वादे और दावे से परेशान लोग वोट बहिष्कार का बैनर लगाकर दावे की हकीकत बता रहे हैं। ताजा मामला मटिहानी प्रखंड में स्थित गुप्ता-लखमीनिया बांध का है, जहां सोनापुर से लेकर दरियापुर तक बलहपुर पंचायत में बांध के किनारे बसे गंगा के कटाव से पीड़ितों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लेते हुए इसका बैनर जगह-जगह टांग दिया है।

बैनर में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पुनर्वास नहीं तो वोट नहीं। पीड़ितों ने कहा कि हम 32 साल से बांध के किनारे रह रहे हैं। सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती है, नेताजी यहां वोट लेने आते हैं तो बड़े-बड़े वादे करते हैं। लेकिन इस 32 साल में हमें ना तो बसने के लिए जमीन दी गई, ना घर मिला, ना शौचालय और ना ही पानी की सुविधा मिली।

सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत सभी को पक्का मकान देने की बात कर रही है। लेकिन हम लोगों को तो आज तक स्थाई रूप से बसने की भी व्यवस्था नहीं किया गया है। आवास और शौचालय की बात तो बहुत दूर है। इन लोगों ने कहा कि हम सब बलहपुर पंचायत-1 के वासी हैं।

1992 में गंगा में भयंकर कटाव हुआ था, हम सबका घर सहित सब कुछ गंगा नदी में समा गया। कटाव इतना तेज था कि घर से कुछ भी समान नहीं निकल सके। घर और जमीन कट जाने के बाद हम लोगों ने मुखिया से गुहार लगाई, सीओ-वीडीओ से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने रहने की कोई व्यवस्था नहीं किया। मजबूर होकर हम 360 परिवार गुप्ता-लखमीनिया बांध के दोनों किनारे सोनापुर से दरियापुर तक करीब 3 किलोमीटर बस गए।

उस समय से फूस की अस्थाई झोपड़ी बना कर रह रहे हैं। बांध किनारे रहने के कारण बराबर हादसा होते रहता है, लोगों की मौत हो जाती है। 1992 से अब तक जितने भी चुनाव हुए सब में हम लोगों ने अपने पुनर्वास के मुद्दे को उठाया। चुनाव के समय सभी ने वादा किया, लेकिन उसके बाद फिर कुछ नहीं हुआ। पिछले चुनाव में भी हम लोगों ने जब वोट बहिष्कार की बात की थी, नेता और अधिकारी आए आश्वासन दिया गया था।

लेकिन 5 साल बीतने के बाद भी हमारी कोई व्यवस्था नहीं किया गया। मजबूर होकर एक बार फिर हम लोगों ने सामूहिक रूप से वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है। 360 परिवार में करीब 1100 वोटर हैं और हम लोग किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे। जब ना रहने और ना खाने ठिकाना है, तो वोट क्यों दें।

इनका कहना है कि बेटे-बेटी की शादी में भारी मुसीबत आता है, बरतुहार पक्ष के लोग घर नहीं रहने के कारण आते नहीं हैं। जिसके कारण दर्जनों कुंवारे अब वृद्ध होने के कगार पर हैं। किसी का ध्यान नहीं है, धरना दिया तो अधिकारियों ने जल्द ही इस पर पहल करने का आश्वासन दिया था। हम लोगों को सब बेवकूफ बना रहे हैं, जब हम लोकतंत्र का हिस्सा ही नहीं हैं तो लोकतंत्र के पर्व में मतदान क्यों करेंगे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव : डीएम ने 4 अप्रैल को बुलाई बैठक, वोटिंग के जरिये तय होगा कुर्सी रहेगी या जाएगी

बेगूसराय : जिले में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जिला परिषद अध्यक्ष पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव की राजनीति भी तेज हो गई है। जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान के ऊपर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 4 अप्रैल को बैठक होगी।

डीएम रोशन कुशवाहा ने समाहरणालय स्थित कारगिल विजय सभागार भवन में सुबह 10:30 बजे जिला परिषद के सभी सदस्यों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी, उसके बाद वोटिंग कराया जाएगा। इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो गई है।

जिला परिषद क्षेत्र संख्या- 13 (बखरी) के सदस्य अमित कुमार देव ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि हमारे साथ अभी 28 जिला परिषद के सदस्यों का समर्थन है अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान की कुर्सी हर हाल में हमलोग गिराएंगे।

फिलहाल जिला परिषद के सदस्य दो खेमें में बटे हुए हैं। जिला परिषद के कुछ सदस्य जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान के साथ हैं तो कुछ जिला परिषद के सदस्य अमित कुमार देव के साथ में हैं। उल्लेखनीय है कि 14 मार्च को जिला परिषद के 11 नाराज सदस्यों ने जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था।

अध्यक्ष पर आरोप लगाया गया है कि बिहार पंचायत राज अधिनियम एवं अन्य नियमों के अधीन कृत्यों एवं कर्तव्यों को करने से इंकार किया जाता है। जिला परिषद की सामान्य बैठक नियमानुसार नहीं किया जाता है। नियम के अनुसार अब तक 9 बार सामान्य बैठक होना चाहिए, लेकिन मात्र 3-4 बार बैठक किया गया है।

सामान्य एवं विशेष बैठक में लिए गए निर्णय को बदलकर अपने अनुसार प्रस्ताव को जोड़ा एवं हटाया जाता है। किसी भी जिला परिषद कर्मी के विरूद्ध वरीय पदाधिकारी को आवेदन देकर कुछ दिन बाद वापस लेते हुए कर्मी के समर्थन में पत्र लिखा जाता है। योजनाओं का समय पर भुगतान नहीं किया जाता है।

जिला परिषद की कार्य प्रणाली विसंगति पूर्ण है। सुधारने का प्रयास करने पर और बिगड़ ही जाता है। जनवरी 2023 की बैठक में लिए गए प्रस्ताव को 14 माह बाद भी मूर्त रूप नहीं दिया गया। जनता परेशान है, हम सब चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं। जनता द्वारा हमें कहा जाता है, लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं होती है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट