जल के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते : सुशील कुमार पांडेय

मीरजापुर। जिला विज्ञान क्लब द्वारा 8 अप्रैल को जल अच्छे स्वास्थ्य का द्योतक है, जल ही जीवन है विषय पर आॅन लाइन गोष्ठी आयोजित की गई।जिसमें 157 बाल वैज्ञानिकों एवं विज्ञान संचारको ने प्रतिभागिता की। विषय विशेषज्ञ के रूप में जिला समन्वयक सुशील कुमार पांडेय, डॉक्टर एसी मिश्र, डॉक्टर पंकज सिंह, डॉक्टर सुभाष सिन्हा, डॉक्टर रश्मि ने अपने विचार व्यक्त किए। जिला विज्ञान क्लब समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने कहा कि जल के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है और बिना पानी के इस धरती पर कोई रह भी नहीं सकता है। जीवों में संचालित सभी प्रकार की महत्वपूर्ण जैविक क्रियाएं जल की उपस्थिति में ही संचालित होती है। जल को प्रकृति का संचालक भी कहा जाता है। यह हमारे भोजन का मुख्य भाग है। एक औसत व्यक्ति तीन दिन से ज्यादा प्यासा नही रह सकता है। हमारा भोजन जल में ही पकाया जाता है। एक व्यक्ति प्रति दिन लगभग 2.5 लीटर जल पीता है जिसकी मात्रा गर्मी में बढ़ जाती है। मनुष्य को पेय जल की मात्रा शारीरिक क्रिया कलापों पर निर्भर करती है।

अधिक श्रम करने वाले व्यक्ति को अधिक जल पीने की आवश्यकता पड़ती है।सामान्यता एक गिलास जल (200 मिली) से 200 कैलोरी ऊर्जा प्रदान होती है। डॉक्टर एसी मिश्र ने बताया कि जल अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है। जल शुद्ध होगा तो स्वास्थ्य भी उत्तम होगा। इसलिए यह जानना आवश्यक है कि हम जो जल पी रहे है क्या वह शुद्ध है और पीने लायक है। दुनिया की एक बड़ी आबादी को आज भी स्वच्छ जल नही मिल पा रहा है जो जल हम तक पहुंच रहा है वह भी संक्रमित है और जल जन्य बीमारियों के किटाणुओ से युक्त है। इसके कारण दस्त, चर्मरोग, हेपेटाइटिस, कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ रही है।

डॉक्टर पंकज सिंह ने कहा कि जल हमारे शरीर के लिए पोषक पदार्थ है और ऊर्जा प्रदान करता है।यह हमारे शरीर के जोड़ों एवम सभी अंतरंग भागो के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जल की पर्याप्त मात्रा शरीर के व्यर्थ एवं विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में सहायक है। भोजन के पूर्व अधिक जल पीना लाभदायक नहीं होता है। अजीर्ण, मिचली, पेट दर्द और उल्टी जैसे लक्षणों में भोजन न करके केवल जल का सेवन औषधि का कार्य करती है।भोजन के लगभग 3 घंटे बाद सेवन किया हुआ जल पाचन में बाधा उत्पन्न न करने के कारण बलदायक होता है। भोजन के बीच में घूट घूट सेवन किया हुआ जल रुचि उत्पन्न करने के कारण अमृत के समान होता है और भोजन करके तुरंत सेवन किया हुआ जल पाचक रसो को पतला करके पाचन तंत्र में भोजन को जल्दी आगे बढ़ाने के कारण विष सम अहितकर होता है।

डॉक्टर रश्मि ने कहा कि गर्भवती एवं दुग्धपान कराने वाली महिलाओं के लिए जल की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।गर्भावस्था की अवधि में शिशु विकास के अलग अलग चरणों में जल की विभिन्न मात्राओं की आवश्यकता पड़ती है। यह उन्हे ऊर्जा प्रदान करने के साथ साथ कब्ज,रक्तस्राव, इलेक्ट्रोलाइट, असंतुलन और गर्भ क्षति रोकने में मदद करती है। डॉक्टर सुभाष सिन्हा ने कहा कि जल की कमी हमारे शरीर में चक्कर आना, थकान और कमजोरी महसूस होने जैसे लक्षण पैदा करते है। यदि शरीर में 2 प्रतिशत जल की कमी हो जाए तो प्यास लगती है भूख लगती है, त्वचा शुष्क हो जाती है, मुंह सूखने लगता है, ठंड लगती है और मूत्र का पीलापन बढ़ जाता है। यदि शरीर में 5 प्रतिशत जल की कमी होने पर हृदय की धड़कन बढ़ जाती है, मल मूत्र त्याग में परेशानी होती है, मशपेशियो में जकड़न हो जाती है, थकान बढ़ जाती है, मिचली और सिरदर्द जैसे लक्षण उत्पन्न होते है। यदि शरीर में 10 प्रतिशत तक की कमी हो जाए तो तत्काल चिकित्सकीय सुविधा प्राप्त करनी चाहिए। ऐसे में चक्कर आना, मशपेशियों में अकड़न, उल्टी, नाडी तेज चलना, शरीर का सिकुड़ना, धुंधला दिखाई देना,सांस लेने में परेशानी, स्मृति दोष, सीने में दर्द जैसे लक्षण उत्पन्न होते है। गोष्ठी के समापन सत्र में जिला समन्वयक ने सभी से अनुरोध किया कि आप सभी जल बचाए और संरक्षित भी करे। जिससे पानी की प्रचुरता बनी रहे और अगली पीढ़ी को स्वच्छ पानी मिले।

जल के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते : सुशील कुमार पांडेय

मीरजापुर। जिला विज्ञान क्लब द्वारा 8 अप्रैल को जल अच्छे स्वास्थ्य का द्योतक है, जल ही जीवन है विषय पर आॅन लाइन गोष्ठी आयोजित की गई।जिसमें 157 बाल वैज्ञानिकों एवं विज्ञान संचारको ने प्रतिभागिता की। विषय विशेषज्ञ के रूप में जिला समन्वयक सुशील कुमार पांडेय, डॉक्टर एसी मिश्र, डॉक्टर पंकज सिंह, डॉक्टर सुभाष सिन्हा, डॉक्टर रश्मि ने अपने विचार व्यक्त किए। जिला विज्ञान क्लब समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने कहा कि जल के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है और बिना पानी के इस धरती पर कोई रह भी नहीं सकता है। जीवों में संचालित सभी प्रकार की महत्वपूर्ण जैविक क्रियाएं जल की उपस्थिति में ही संचालित होती है। जल को प्रकृति का संचालक भी कहा जाता है। यह हमारे भोजन का मुख्य भाग है। एक औसत व्यक्ति तीन दिन से ज्यादा प्यासा नही रह सकता है। हमारा भोजन जल में ही पकाया जाता है। एक व्यक्ति प्रति दिन लगभग 2.5 लीटर जल पीता है जिसकी मात्रा गर्मी में बढ़ जाती है। मनुष्य को पेय जल की मात्रा शारीरिक क्रिया कलापों पर निर्भर करती है।

अधिक श्रम करने वाले व्यक्ति को अधिक जल पीने की आवश्यकता पड़ती है।सामान्यता एक गिलास जल (200 मिली) से 200 कैलोरी ऊर्जा प्रदान होती है। डॉक्टर एसी मिश्र ने बताया कि जल अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है। जल शुद्ध होगा तो स्वास्थ्य भी उत्तम होगा। इसलिए यह जानना आवश्यक है कि हम जो जल पी रहे है क्या वह शुद्ध है और पीने लायक है। दुनिया की एक बड़ी आबादी को आज भी स्वच्छ जल नही मिल पा रहा है जो जल हम तक पहुंच रहा है वह भी संक्रमित है और जल जन्य बीमारियों के किटाणुओ से युक्त है। इसके कारण दस्त, चर्मरोग, हेपेटाइटिस, कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ रही है।

डॉक्टर पंकज सिंह ने कहा कि जल हमारे शरीर के लिए पोषक पदार्थ है और ऊर्जा प्रदान करता है।यह हमारे शरीर के जोड़ों एवम सभी अंतरंग भागो के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जल की पर्याप्त मात्रा शरीर के व्यर्थ एवं विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में सहायक है। भोजन के पूर्व अधिक जल पीना लाभदायक नहीं होता है। अजीर्ण, मिचली, पेट दर्द और उल्टी जैसे लक्षणों में भोजन न करके केवल जल का सेवन औषधि का कार्य करती है।भोजन के लगभग 3 घंटे बाद सेवन किया हुआ जल पाचन में बाधा उत्पन्न न करने के कारण बलदायक होता है। भोजन के बीच में घूट घूट सेवन किया हुआ जल रुचि उत्पन्न करने के कारण अमृत के समान होता है और भोजन करके तुरंत सेवन किया हुआ जल पाचक रसो को पतला करके पाचन तंत्र में भोजन को जल्दी आगे बढ़ाने के कारण विष सम अहितकर होता है।

डॉक्टर रश्मि ने कहा कि गर्भवती एवं दुग्धपान कराने वाली महिलाओं के लिए जल की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।गर्भावस्था की अवधि में शिशु विकास के अलग अलग चरणों में जल की विभिन्न मात्राओं की आवश्यकता पड़ती है। यह उन्हे ऊर्जा प्रदान करने के साथ साथ कब्ज,रक्तस्राव, इलेक्ट्रोलाइट, असंतुलन और गर्भ क्षति रोकने में मदद करती है। डॉक्टर सुभाष सिन्हा ने कहा कि जल की कमी हमारे शरीर में चक्कर आना, थकान और कमजोरी महसूस होने जैसे लक्षण पैदा करते है। यदि शरीर में 2 प्रतिशत जल की कमी हो जाए तो प्यास लगती है भूख लगती है, त्वचा शुष्क हो जाती है, मुंह सूखने लगता है, ठंड लगती है और मूत्र का पीलापन बढ़ जाता है। यदि शरीर में 5 प्रतिशत जल की कमी होने पर हृदय की धड़कन बढ़ जाती है, मल मूत्र त्याग में परेशानी होती है, मशपेशियो में जकड़न हो जाती है, थकान बढ़ जाती है, मिचली और सिरदर्द जैसे लक्षण उत्पन्न होते है। यदि शरीर में 10 प्रतिशत तक की कमी हो जाए तो तत्काल चिकित्सकीय सुविधा प्राप्त करनी चाहिए। ऐसे में चक्कर आना, मशपेशियों में अकड़न, उल्टी, नाडी तेज चलना, शरीर का सिकुड़ना, धुंधला दिखाई देना,सांस लेने में परेशानी, स्मृति दोष, सीने में दर्द जैसे लक्षण उत्पन्न होते है। गोष्ठी के समापन सत्र में जिला समन्वयक ने सभी से अनुरोध किया कि आप सभी जल बचाए और संरक्षित भी करे। जिससे पानी की प्रचुरता बनी रहे और अगली पीढ़ी को स्वच्छ पानी मिले।

नीम हकीम की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत

ड्रमंडगंज, मीरजापुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के राजपुर गांव में भाड़े के कमरे में बीस वर्ष से रह कर लोगों का दवा इलाज करने वाले नीम-हकीम की रविवार को दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में चारपाई पर मौत हो गई। काफी देर तक दरवाजा बंद देखकर ग्रामीणों को किसी अनहोनी की आशंका होने पर इसकी सूचना पुलिस को दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने नीम हकीम के कमरे का दरवाजा को तोड़वाया तो देखा कि नीम हकीम चारपाई पर मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। पुलिस ने नीम हकीम के परिवार के लोगों को सूचना देते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

बताया गया कि कोतवाली चुनार निवासी 60 वर्षीय मुसीम करीब बीस वर्षों से हलिया थाना क्षेत्र के राजपुर गांव में आजाद कोल का किराए पर कमरा लेकर लोगों का दवा इलाज करते थे। शनिवार को नौ बजे रात नीम हकीम की पत्नी नजमा बेगम नीम हकीम के पास आई थी इस बीच नीम हकीम और उसकी पत्नी के बीच क्या हुआ इसकी जानकारी किसी को नहीं है। नीम हकीम अपने कमरे में दरवाजा बंद कर चारपाई पर लेट गया था। सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में नीम हकीम की चारपाई पर लाश मिली है। इसकी भी जानकारी लोगों को तब हुई जब काफी देर तक नीम हकीम के कमरें का दरवाजा बंद होने पर गांव निवासी अफजल व सोनू दवा लेने आये तो दरवाजा नहीं खुलने पर अनहोनी की आशंका पर इसकी सूचना उन्होंने थानाध्यक्ष हलिया विष्णु प्रभा सिंह को दिया।

 जिस पर थानाध्यक्ष के निर्देश पर एसआई बाली मौर्य हमराह हेड कांस्टेबल ब्रजेश राय व शैलेन्द्र गुप्ता के साथ मौके पर पहुंचकर नीम हकीम के कमरे के दरवाजा को तोड़वाया तो देखा कि नीम हकीम चारपाई पर मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। जिस पर घटना की सूचना परिजनों को देते हुए शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुट गई है। दूसरी ओर अफजल कि पत्नी का कहना है कि शनिवार को नौ बजे रात जब वह चुनार से राजपुर पहुंची तो मुझे कमरे पर नहीं रहने दिए। इसके बाद मैं पडोस में रात गुजारी हूं। ग्रामीणों ने बताया कि नीम हकीम की शादी नहीं हुई थी 30 वर्ष पूर्व नजमा बेगम विधवा होने के बाद दो लड़की व एक लड़के के साथ बतौर पत्नी की तरह रह रही थी मुशीम से कोई बच्चा नहीं पैदा हुआ है। 

इस संबंध में थानाध्यक्ष हलिया विष्णु प्रभा सिंह ने बताया कि राजपुर गांव में नीम हकीम की संदिग्ध परिस्थितियों में चारपाई पर कमरे में मौत होने की सूचना मिलने पर मौके पर पंंहुचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो जायेगा।

न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के मीरजापुर की जिला कार्यकारिणी घोषित

मीरजापुर। न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के मीरजापुर जिला कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक नगर के पेहटी का चौराहा स्थित श्री नागेश्वरनाथ महादेव मंदिर पर सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के जिला महासचिव प्रदीप यादव ने की। इस दौरान न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार राव साहब, राष्ट्रीय महासचिव अंकित मौर्या व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष - अभय गुप्ता का जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने माला व गमछा पहनाकर स्वागत किया।

बैठक में सर्वसम्मति से न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार ने यश अग्रहरि को माला पहनाकर उन्हें सर्वसम्मति से न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के मीरजापुर का नया जिला अध्यक्ष बनाया। न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट की कोर कमेटी का भी गठन किया गया। सर्वसम्मति से अरविन्द कुमार, अंकित मौर्या, अभय गुप्ता, प्रथम साहू, यश, कमलेश मोदनवाल को कोर कमेटी का सदस्य बनाया गया। बैठक में न्यायिक मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष अशोक कन्नौजिया, जिला सह मीडिया प्रभारी आयुष साहू, जिला सचिव हरी बिन्द, विनीत पटेल, गोप्पल सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

श्रीराम जन्मोत्सव भव्य शोभा यात्रा समिति की बैठक में बनी रणनीति


मीरजापुर। जिले में रामनवमी पर निकलने वाली भव्य शोभा यात्रा को परम्परा गत ढंग से निकालने वाले लिए श्रीराम जन्मोत्सव भव्य शोभा यात्रा समिति की बैठक नगर के अनगढ़ स्थित भोला गार्डेन में की गई। जिसमें 17 अप्रैल को विशाल शोभा यात्रा की तैयारी को लेकर चर्चा किया गया। जन जागरण के लिए 14 अप्रैल को पुरुषों की बाइक और 15 अप्रैल को महिलाओं के द्वारा स्कूटी रैली निकाला जायेगा। यह रैली रेलवे स्टेशन परिसर से दोपहर 2 बजे निकाली जायेगी।

विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र शुक्ल ने कहा कि नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा तिथि को संघमोहाल स्थित हनुमान मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। जिनका प्रतिदिन पूजन अर्चन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नवरात्रि में सभी हिंदू जनमानस अपने घरों पर ओम अंकित भगवा ध्वज फहराये। उन्होंने रामनवमी के दिन लोगों को उत्साह के साथ शोभायात्रा में शामिल होने का आमंत्रण दिया। कहा कि विशाल शोभा यात्रा के चलते जिले की शोभायात्रा ने प्रदेश में अपना स्थान बनाया है। उस गरिमा को बनाए रखने के साथ हम सब शोभायात्रा में राम दूत की तरह शामिल हो। कहा कि भगवान श्री राम की शोभा यात्रा पूर्णत: उनकी मयार्दा के अनुरूप होना चाहिए। विहिप जिलाध्यक्ष ने नव गठित कार्यकारिणी घोषित किया।

जिसमें अध्यक्ष विवेक बरनवाल, कार्यक्रम प्रभारी रविशंकर साहू, कार्यक्रम संयोजक मयंक गुप्ता, मंत्री आंनद सिंह, कोषाध्यक्ष राज माहेश्वरी, सर्व व्यवस्था प्रमुख महेश तिवारी एवं मीडिया प्रभारी नितिन अवस्थी को दायित्व सौंपा। मोटरसाइकिल जन जागरण यात्रा प्रभारी ऋषि सिंह प्रांजल को बनाया गया। इसके साथ ही सुरक्षा प्रभारी पवन उमर, प्रवीण मौर्या की टीम घोषित किया गया।

कार्यक्रम को ओम प्रकाश गुप्ता, विद्याभूषण दुबे, मयंक आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम में अध्यक्ष विवेक बरनवाल, सयोजक मयंक गुप्ता, प्रभारी रवि शंकर साहू, सह व्यवस्था प्रमुख व्यवस्था प्रमुख मनोज दमकल, राजेश सिंहा, विशाल मालवीय, महिला प्रमुख शिखा अग्रवाल, महिला प्रभारी दीपा उमर, सह प्रमुख पूनम केसरी एवं सह प्रमुख गुंजन गुप्ता आदि प्रमुख रूप से साइक्लो कार्यकतार्ओं को जिम्मेदारी दी गई और पदाधिकारी बनाया गया। संचालन महेश तिवारी ने किया।

चैत्र नवरात्रि मेला-2024 : विन्ध्याचल धाम में होगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

मीरजापुर।विख्यात देवी धाम विंध्याचल में इस बार प्रारंभ हो रहे चैत्र नवरात्रि मेला को लेकर अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। लोकसभा चुनाव की घोषणा हो जाने के साथ-साथ भव्य स्वरूप ले रहे विंध्य कॉरिडोर को देखते हुए इस बार जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी लापरवाही बरतना नहीं चाहता है।

स्वयं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और पुलिस अधीक्षक अभिनंदन एक सप्ताह पूर्व से ही विंध्याचल देवी धाम का निरीक्षण करने में लगे हुए हैं। चैत्र नवरात्रि मेला-2024 को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन द्वारा रविवार को पर्याप्त पुलिस बल के साथ विन्ध्यधाम मन्दिर व गंगा घाट क्षेत्रांतर्गत भ्रमण कर तैयारियों का जायजा लेते हुए सम्बन्धित अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देशित दिया गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा विन्ध्याचल मेले में दुकानदारों, पुजारियों एवं स्थानीय जन से वार्ता कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिये अपने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा सम्पूर्ण मेला क्षेत्र, गलियों, मुख्य मार्गो एवं तिराहों, चौराहों पर भ्रमण कर यातायात रूट व्यवस्था, पार्किंग को चेक करते हुए व्यवस्था को लगातार इसी तरह सुदृढ़ बनाये रखने के लिए निर्देशित किया गया।

पैरामिलिट्री फोर्स ने किया रूट मार्च

राजगढ़ मिर्जापुर/ राजगढ़ क्षेत्र के राजगढ़ ब्लॉक से आज राजगढ़ थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पैरामिलिट्री फोर्स ने रूट मार्च किया। जिसमें राजगढ़ ब्लॉक से होते हुए ददरा,राजगढ़, नदीहार,धनसिरीया, पुरैनिया, सेमराबरहो से होते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्र खोराडीह में पैरामिलिट्री फोर्स पहुंची और पूरे गांव का भ्रमण किया। इसके बाद राजगढ़ थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पैरामिलिट्री फोर्स तालर,खटखरीया, चंदनपुर, पिपरवार, चौखडा से होते हुए पैरामिलिट्री फोर्स नक्सल प्रभावित क्षेत्र भवानीपुर पहुंची। यहां पर भी पूरे गांव का भ्रमण किया इसके बाद भीटी होते हुए इंदिरा नगर के रास्ते राजगढ़ ब्लाक पर पहुंची।

पैरामिलिट्री फोर्स दोपहर 12:00 बजे से रूट मार्च लगभग 25 किलोमीटर तक किया। चुनाव धीरे-धीरे नजदीक आने पर पैरामीटर फोर्स रूट मार्च गांव में कर रही है। जिसमें राजगढ़ थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह के साथ राजगढ़ थाने के पुलिस छोटे लाल यादव के साथ-साथ पैरामेडिकल कोर्स मौजूद रही।

कनहर नदी से अवैध बालू खनन रोकने पहुंची वन विभाग की टीम से धक्का-मुक्की, तीन पर केस हुआ दर्ज

सोनभद्र। जिले में खनन का कारोबार और इसमें संलिप्त खनन माफियाओं का खौफ शासन-प्रशासन की कार्रवाई पर भारी पड़ रहा है। खनन माफियाओं पर ठोस कार्रवाई न होने से इनके हौसले बुलंद बने हुए है।

ताजा मामला जिले के विंढमगंज थाना क्षेत्र में कनहर नदी से बालू का अवैध खनन-परिवहन किए जाने को लेकर सामने आया है जहां बालू खनन में लिप्त लोगों ने वन विभाग की टीम पर हमला बोल दिया है। वन विभाग की तरफ से पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि वन क्षेत्र एरिया में अवैध बालू खनन की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंची वन विभाग की टीम से धक्का-मुक्की की गई। जान से मारने की धमकी दी गई। कब्जे में लिए गए बालू लदे टीपर को भी जबरिया छुड़ा ले जाया गया।

मामले में पुलिस ने कोन और विंढमगंज क्षेत्र के रहने वाले पिता-पुत्र सहित तीन व्यक्तियों और उनके साथियों के खिलाफ धारा 147, 186, 353, 504, 506 आईपीसी और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम की धारा तीन के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। अब देखना यह है कि ठोस कार्रवाई होती है या मामले को ले देकर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

मिर्ज़ापुर : पिठ्ठू बैग में रखे 11 बोतल अंग्रेजी शराब के साथ जीआरपी ने किया गिरफ्तार

मिर्जापुर। जीआरपी पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक शराब तस्कर को प्लेटफॉर्म से गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पिठ्ठू बैग में रखे 11 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद किया है। मिर्जापुर जीआरपी प्रभारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है इसी कड़ी में प्लेटफार्म नंबर दो तीन के पश्चिमी छोर से एक शराब तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जो उत्तर प्रदेश से शराब ले जाकर बिहार प्रांत में महंगे दामों में बेचा करता था।

गिरफ्तार अभियुक्त सन्नी संगम हनुमानगंज थाना इस्लामपुर जिला नालंदा बिहार का रहने वाला है। पूछताछ में बताया है कि उत्तर प्रदेश से सस्ते दामों में शराब ले जाकर बिहार में बंद होने के कारण महंगे दामों में बेचकर अपना खर्चा चलता है। आरोपी के पास से 11 बोतल इंपिरियल ब्लू अवैध अंग्रेजी शराब बरामद किया गया है जिसकी कीमत 4800 रुपये बताई जा रही है। फिलहाल जीआरपी पुलिस ने पूछताछ कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

आर्य समाज ओबरा के अशोक जायसवाल प्रधान और सुबरन लाल बने मंत्री

ओबरा, सोनभद्र। रविवार को प्रातः कालीन यज्ञ के पश्चात आर्य समाज ओबरा के सदस्यों की बैठक में नये सत्र के पदाधिकारियों का निर्वाचन सर्वसम्मति से किया गया। जिसमें शम्भूनाथ पटेल, कपिल देव सिंह को संरक्षक, अशोक जायसवाल को प्रधान, घनश्याम चौहान को उप प्रधान, सुबरन लाल को मंत्री, जवाहर लाल को उप मंत्री, हरिश्चन्द्र को कोषाध्यक्ष, कैलाश नाथ को लेखा निरीक्षक, चंदन सिंह को पुस्तकाध्यक्ष, धनराज सिंह को अधिष्ठाता आर्य वीर दल समेत 6 अन्य अंतरंग सदस्य बनाए गए।

बैठक में जिला सभा एवं प्रदेश सभा में प्रतिनिधि हेतु हरिश्चन्द्र एवं महेन्द्र सिंह को चुना गया। निर्वाचन के पूर्व बैठक में मंत्री कपिल देव सिंह ने जहां पिछली कार्यवाही पटल पर रखी। वहीं कोषाध्यक्ष ने वार्षिक आय-व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया, जिसकी सर्वसम्मति से पुष्टि की गई।

प्रधान शम्भूनाथ पटेल ने मौजूदा इकाई को भंग कर नये सत्र का चुनाव कराने का प्रस्ताव रखा। निर्वाचन अधिकारी के रूप में उपस्थित जिला आर्य प्रतिनिधि सभा सोनभद्र के मीडिया प्रभारी अजय कुमार भाटिया की अध्यक्षता एवं देखरेख में उपस्थित सदस्यों के बीच पदाधिकारियों का निर्वाचन कराया गया।

नये पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए समाज हित में पूरे मनोयोग से कार्य करने की अपेक्षा की गई।