*पति ही निकला पत्नी का हत्यारा, पहले गला घोंटा फिर कुएं में फेंकी लाश; पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही - गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के पूरेरजई गांव में पति ने ही अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर शव कुएं में फेंका था। कड़ाई से पूछताछ में आरोपी पति ने सारे राज उगल दिए। पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया। चार अप्रैल को घर के सामने ही कुएं में महिला का शव बरामद हुआ था।पूरेरजई गांव निवासी पवन श्रीवास्तव की पत्नी वंदना सिन्हा (29) गत 28 मार्च को घर से गायब हो गई थी। परिवार वाले खोजबीन के बाद शांत हो गए। चार अप्रैल को सुबह घर के सामने ही स्थित कुएं में दुर्गंध आने पर आसपास के लोगों ने देखा तो शव उतराया मिला। जिसकी शिनाख्त वंदना के रूप में की गई।

पुलिस एवं अग्निशमन विभाग की टीम ने शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम में रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण गला दबाने से बताया गया।उसके बाद पुलिस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दिया।

इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने महिला के पति पवन श्रीवास्तव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो आरोपी पति ने आनाकानी किया, लेकिन पुलिस सख्त हुई तो उसने सारे राज उगल दिए।पति ने पत्नी की हत्या की बात कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि सभी साक्ष्य पवन के खिलाफ मिले। जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।

बताते चलें कि गोपीगंज का इलाका क्राइम जोन बन चुका है। बीते दो महीने के भीतर तीन लाश कुएं से बरामद हो चुकी है। पहले हिस्ट्रीशीटर, उसके बाद मजदूर और एक महिला की लाश मिली। हिस्ट्रीशीटर और महिला की मौत का खुलासा तो पुलिस ने कर दिया, लेकिन अब तक मजदूर के मामले में पुलिस के हाथ खाली ही दिख रहा है।

*87 स्कूल वाहनों का फिटनेस फेल, एआरटीओ प्रवर्तन ने भेजा नोटिस*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में 87 छोटे-बड़े स्कूल वाहनों का फिटनेस फेल हो गया है। एआरटीओ प्रवर्तन ने स्कूल संचालकों को फिटनेस दुरूस्त कराने का नोटिस दिया है। निरीक्षण में कमी मिलने पर पंजीयन निलंबित करने की चेतावनी दी।

जिले में कुल 535 स्कूल वाहनों का एआरटीओ में पंजीयन है। इसमें से 87 वाहन विभाग के तय मानक के अनुरूप नहीं है। विभाग ने ऐसे वाहनों का पंजीयन निलंबित करने का अल्टीमेटम स्कूल संचालकों को दिया है। कहा कि मार्च में इनका फिटनेस फेल था, जिसको सही करा लिया जाए। नया शिक्षा सत्र शुरू होने पर अगर बिना सुधार के वाहन बाहर निकलेंगे तो कार्रवाई होगी।

एआरटीओ प्रवर्तन शारदा मिश्रा ने कहा कि स्कूली वाहनों की जांच लगातार की जाती है। मार्च में 87 वाहनों के फिटनेस सही नहीं मिले। इसमें सुधार के लिए नोटिस दिया गया था। स्कूल वाहनों के लिए मानक तय किए जाते हैं। जांच करने के बाद से ही रोड पर चलने की अनुमति मिलेगी।

*760 मरीज पहुंचे ओपीडी, 50 से अधिक डायरिया पीड़ित, गर्मी मौसम में खान-पान पर विशेष ध्यान देने की डॉक्टरों की सलाह*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- ‌अप्रैल में ही गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। तापमान 40 के आसपास पहुंचते ही लोग बेहाल होने लगे हैं। गर्मी के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ज्ञानपुर स्थित महाराज चेत सिंह जिला चिकित्सालय में शनिवार को 760 मरीज ओपीडी में पहुंचे। इनमें 50 से अधिक डायरिया के पीड़ित रहे। 15 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। चिकित्सकों ने खान-पान पर विशेष ध्यान देने और गर्मी से बचने की सलाह दी।जैसै-जैसे तापमान बढ़ता गया वैसे-वैसे मरीजों की संख्या बढ़ती गई।

चिकित्सकों के मुताबिक वैसे तो सभी तरह की मरीज आए लेकिन पेट दर्द, पेट में मड़ोर, उल्टी-दस्त, डायरिया के मरीजों की संख्या 50 से अधिक अधिक रही। जिनकी स्थिति ठीक रही उन्हें दवा देकर छोड़ दिया गया, लेकिन 15 मरीज ऐसे मिले, जिन्हें पानी चढ़ाने की और अन्य इलाज की जरूरत महसूस हुई तो उन्हें भर्ती कराया गया। सामान्य दिनों में यहां पांच सौ से छह सौ तक ओपीडी होती है, लेकिन गर्मी ज्यादा होने से मरीजों की संख्या 760 तक पहुंच गई। चिकित्सकों के अनुसार गर्मी बहुत ज्यादा है। इसमें सावधानी की जरूरत है। खासकर बच्चों के प्रति अभिभावक कतई लापरवाही न बरतें।

चिकित्सक बताते हैं कि फास्ट फूड का सेवन गर्मी के दिनों में नहीं करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा उससे बचने की कोशिश करें। खुले में रखकर दुकानदार बेचते हैं, दिन भर उस पर धूल-मिट्टी बैठती है। घर पर बना पौष्टिक भोजन करें, साथ ही थाली में सलाद और हरी सब्जी जरूर रखें। आगामी दिनों में गर्मी और बढ़ेगी। कहीं से सफर करके आने पर तत्काल पानी नहीं पीना चाहिए। उल्टी-दस्त के मरीजों को ग्लूकोज, ओआरएस आदि लेना चाहिए। इससे उन्हें कमजोरी का एहसास नहीं होगा। जिला चिकित्सालय के डॉ. आशुतोष सिंह ने बताया कि इन दिनों गर्मी से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या ज्यादा है। उल्टी-दस्त, पेट में दर्द, बार-बार बुखार आने, थकान महसूस होने, चक्कर आने की शिकायतें आ रही हैं। ऐसे में धूप से बचें, पौष्टिक भोजन करें। बासी खाना कतई न खाएं।

*भदोहीःज्ञानपुर नगर पंचायत को नगर पालिका बनाने के लिए छठवीं बार प्रस्ताव, डीएम ने प्रमुख सचिव को लिखा पत्र*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज और पांच नगर पंचायत ज्ञानपुर, खमरिया, घोसिया, नई और सुरियावां शामिल है। जिला मुख्यालय स्थित ज्ञानपुर नगर पंचायत सबसे छोटी नगर पंचायत है, लेकिन कलेक्ट्रेट समेत 15 से अधिक विभाग इसकी सीमा से बाहर हैं। इससे वीआईपी के आने, साफ-सफाई संग अन्य व्वस्थाओं को बेहतर करने के लिए कर्मचारियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अब डीएम विशाल सिंह ने प्रमुख सचिव नगर निकाय को पत्र लिखकर ज्ञानपुर नगर पंचायत को पालिका घोषित करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा कि ज्ञानपुर नगर के आसपास के गांव को नगर में समाहित करते हुए पालिका घोषित किया जाए। इससे कांशीराम आवास, विकास भवन, कलेक्ट्रेट, पुलिस कार्यालय सरपतहां समेत अन्य सरकारी दफ्तर भी नगर में आ जाएंगे। इससे नगर पालिका कर्मचारियों को काम करने में सुविधा मिल सके।

अफसरों ने भेजे प्रस्ताव

नगर पंचायत ज्ञानपुर को नगर पालिका परिषद बनाए जाने के लिए पहली बार 10 सितंबर 2008 को प्रस्ताव भेजा गया था। उसके बाद डेढ़ दशक में नगर पंचायत अध्यक्ष के अनुरोध पर डीएम की तरफ से चार बार प्रस्ताव शासन को भेजा गया, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। 2008 में पहले प्रस्ताव के बाद 2012 में तत्कालीन डीएम सुरेंद्र सिंह, 2017 में डीएम विशाख जी और 2019 और 2020 में डीएम राजेंद्र प्रसाद ने प्रस्ताव शासन को भेजा था। पांच बार जिलाधिकारियों की तरफ से पत्र भेजने के बाद भी शासन ने अमल नहीं किया। अब डीएम विशाल सिंह ने पत्र भेजकर पालिका बनाने की मांग की है।

पालिका में इन गांवों को किया जाएगा शामिल

जोरई, लखनो, जोतरातदत्त, रघुपुर, काशीरामपुर, मिल्की, गोपीपुर देहाती, चकटोडर देहाती, चकदल्लू, जद्दूपुर, गिरधरपुर, ज्ञानपुर देहाती, पूरेरजा, बालीपुर देहाती, ददरहां, केशवपुर सरपतहां, भुड़की, भिदिउरा और कंसापुर शामिल है। इन गावों को पालिका परिषद में शामिल करने का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है।

ये सरकारी दफ्तर नगर पंचायत से है बाहर

जिलाधिकारी का दफ्तर एवं आवास, एसपी का दफ्तर एवं आवास, दीवानी न्यायालय, सौ शैय्या अस्पताल, बीएसए दफ्तर, नवोदय विद्यालय, डायट, विकास भवन, संभागीय परिवहन अधिकारी का दफ्तर, उद्योग केंद्र, प्रभागीय वनाधिकारी आदि का कार्यालय नगरीय क्षेत्रों से बाहर हैं।

ज्ञानपुर जिला मुख्यालय स्थित नगर पंचायत है। इसको नगर पालिका में शामिल कराना जरूरी है। इसके लिए प्रमुख सचिव नगर विकास को पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। विशाल सिंह, डीएम।

आदि शक्ति के दर्शन मात्र से भर जाती है गोद

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। नगर के पूर्वी छोर पर स्थित प्राचीन एवं भव्य घोपइला देवी मंदिर का अपना धार्मिक, पौराणिक एवं एतिहासिक महत्व रखता है। इस मंदिर का आस-पास के क्षेत्र में धार्मिक महात्म्य है। लोगों की आस्था और श्रद्धा के प्रतीक इस मंदिर में शारदीय और वासंतिक नवरात्र तथा सावन के अलावा पूरे वर्ष भी लोगों के दर्शन- पूजन का सिलसिला चलता रहता है।खुद में ऐतिहासिकता, पौराणिकता और धार्मिकता समेटे इस मंदिर का महात्म्य कुछ अलग ही है।

राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत सेवानिवृत्त शिक्षक डा. राजकुमार पाठक बताते हैं कि पुरानी बाजार निवासी मुंशी दीप नारायण श्रीवास्तव को कोई संतान नहीं थे। काफी दिनों तक संतान को लेकर परेशान रहे। इसी बीच किसी महात्मा ने उन्हें तालाब और मां दुर्गा का मंदिर बनवाने के लिए सलाह दे दिया। बताया कि मुंशी दीप नारायण द्वारा सर्वप्रथम 1913 में तालाब की खुदाई शुरू कराया। इसी के साथ ही भव्य मंदिर का निर्माण भी कराया। 1924 में आदि शक्ति का मंदिर बनकर तैयार हो गया। इसके पश्चात मां दुर्गा के आशीर्वाद से उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। जिनका नाम भी उन्होंने दुर्गा प्रसाद रखा था। इसके बाद से ही घोपइला देवी मंदिर का महात्म्य दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है।मान्यता है कि मां घोपइला देवी के दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

मंदिर के अंदर विराजमान मातारानी का जो भी सच्चे मन से दर्शन कर लेता है, उसकी सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। अब तक जो भी महिलाएं मातारानी की आराधना की हैं उनकी खाली गोद भर गई तो आंगन में किलकारियां गूंजने लगी।

चिकित्सक आनन्द कुमार ने विभिन्न संचारी रोगों से बचाव के लिए जानकारी दी

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। स्थानीय ब्लाक संसाधन केंद्र पर विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान को प्रभावी और सफल बनाने के लिए विकास खंड क्षेत्र के सभी परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की एक कार्यशाला का आयोजन खण्ड शिक्षा अधिकारी सिमी निगार की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में यूनिसेफ के बी एम सी अखिलेश पाण्डेय तथा समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक आनन्द कुमार ने विभिन्न संचारी रोगों से बचाव हेतु जानकारी दी।

खण्डशिक्षा अधिकारी सिमी निगार ने कार्यशाला में मौजूद शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि, संचारी रोगों से बचाव हेतु समुदाय को जागरूक करने में शिक्षक महत्व पूर्ण भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि विधालय के छात्र, विधालय प्रबंधन समिति के सदस्य, अभिभावक और ग्रामवासी सीधे तौर पर विद्यालय से जुड़े रहते हैं इसलिए सभी शिक्षक प्रार्थना स्थल पर छात्रों एवं विभिन्न बैठकों में अभिभावकों को संचारी रोगों के बारे में जानकारी दें व रैली, संगोष्ठी करके अभियान को सफल बनाने का प्रयास करें।

कार्यशाला में मौजूद यूनिसेफ के बी एम सी अखिलेश पाण्डेय तथा डाक्टर आनन्द कुमार ने काली खांसी, डेंगू, मलेरिया , दिमागी बुखार,कालरा आदि खतरनाक बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर शिक्षक अनवर अली, राष्ट्रीय कुमार, मोहम्मद असद सिद्दीकी , रामचन्द्र वर्मा, संजय कुमार वर्मा, विशुन कुमार , महफूज़ खां, रेखा देवी, अमिता वर्मा, मोहम्मद उस्मान आदि मौजूद थे।

सोशल प्लेटफार्मों पर रहेगी आईटी नजर

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सोशल मीडिया के जरिए राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों को ढाल बनाना महंगा पड़ेगा। बकायदे प्रशासन इसकी निगरानी आईटी सेल से कर रही है।

पुलिस ऐसे लोगों को कड़ी हिदायत दी है। अगर किसी ने भी सामाजिक ताना-बाना खराब करने की कोशिश की तो वह सीधे जेल जाएगा। इन दिनों सोशल प्लेटफार्म सूचनाओं के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम साबित हो रहा है। भारी तादाद में युवाओं की इन पर अधिक सक्रियता के कारण राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों व समर्थकों द्वारा इन डोरे डालने का काम चुनाव की घोषणा के पूर्व कर रहे हैं।

ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए प्रशासन व पुलिस ने आईटी सेल का गठन कर नजर रखने लगी है। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि किसी भी यूजर्स द्वारा सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ने के साथ ही आचार संहिता का उल्लघंन किया गया तो उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कराने के साथ ही जेल रवाना किया जाएगा। टीम में शामिल अधिकारियों द्वारा सोशल प्लैटफॉर्मों पर पैनी नजर रखना शुरू कर दिया है। उन्होंने भ्रांतजनों से सोच समझ कर पोस्ट,लाइक, कमेंट और शेयर करने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है।

कहीं लगे ही नहीं तो कहीं वर्षों से बंद है आर‌ओ और वाटर कूलर

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। गर्मी का मौसम आ गया और निकाय क्षेत्रों में पेजयल संसाधनों की हालत काफी खराब है। सात निकायों में से क‌ई में आर‌ओ वाटर मशीन नहीं लगी है। जिन पंचायतों ने शीतल जल का प्रबंध किया भी गया था, उनके यहां के आर‌ओ प्लांट भी खराब हो चुके हैं।

जिले में सात नगर निकाय है। भदोही और गोपीगंज नगर पालिका तथा खमरियां,घोसिया,न‌ई बाजार, ज्ञानपुर और सुरियावां नगर पंचायत है। सुरियावां में चार आर‌ओ और वाटर कूलर लगाए गए थे। सभी तीन साल से बंद है।‌ ज्ञानपुर के शीतलपाल तिराहे के पास लगी मशीन छह महीने से खराब है।

सुरियावां में बनवाने का बजट ही नहीं तो ज्ञानपुर में पुर्जा ही नहीं मिल रहा है। सुरियावां नगर पंचायत में बाईपास चौराहा, हनुमान मंदिर के पास, गल्ला मंडी - सहुआईन तालाब, कोतवाली रामलीला मैदान और पुरानी बाजार में 2019 में ही आठ लाख की लागत से लगाया गया आर‌ओ प्लांट खराब है। ईओ शशिकांत तिवारी ने बताया कि नगर में खराब पड़े आर‌ओ को जल्द ठीक कराया जाएगा।

भदोही नगर पालिका में पांच शीतल पेयजल स्टैंड पोस्ट लगे थे, जिसमें तीन खराब है। नगर निकाय में लगे 30 फीसदी हैंडपंप खराब है। गोपीगंज, घोसिया , खमरियां और न‌ई बाजार में पेजयल की व्यवस्था नहीं है। हैंडपंप भी बेकार भी चुके हैं। गोपीगंज नगर पालिका में एक वाटर कूलर लगा था,जिसका इस्तेमाल नगर कर्मचारी करते हैं।

धूप व गर्म हवा से बचाव को आंख का रखें विशेष ख्याल

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। तीखी धूप व गर्मी का सितम बढ़ता ही जा रहा है। तीखी धूप व गर्म हवा की थपेड़ों से घर के बाहर निकलना दुभर हो गया है। बदलते मौसम में सेहत के प्रति विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्मी ने रफ्तार पकड़ लिया है, ऐसे में आंख के प्रति थोड़ी सी लापरवाही घर से बाहर निकले लोगों की दिक्कत बढ़ा सकती है।

तीखी धूप के बीच धूल भरी आंधी चल रही है। गर्म हवा व उड़ रही धूल आंख को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। गर्मी के मौसम में आंख का ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि इन दिनों आंख की समस्याएं काफी बढ़ जाती है।

दोपहर में लू व धूलभरी आंधी चल रही है जिससे आंखों में खुजली व जलन जैसी कई समस्याएं सामने आ रही है। आंखों के साथ लापरवाही करना नुकसानदायक हो सकता है। तल्ख धूप में घर से बाहर निकले लोगों की आंखों में जलन होता है। आंख में दर्द होने लगता है। बिन चश्मा बाइक चला रहे हैं तो आंख से पानी गिरने लगता है। इतना ही नहीं आंख में मरोड़े भी पड़ जाती है। इस मुसीबतें से बचने के लिए नियमित चश्मा का सेवन करना अत्यंत जरूरी है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेंद्र कुमार की मानें तो गर्मी के दिनों में आंख को दिन में दो से तीन बार साफ पानी से धाएं। चश्मा का फ्रेम बड़ा साइज का उपयोग करें आंखों को पूरी तरह ढके ताकि आंखों सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचें। पढ़ते वक्त अच्छी रोशनी होना जरूरी है। आंख को अच्छा बनाए रखने के लिए खान-पान का बेहतर सेवन होना चाहिए। हरी सब्जियां, मौसम फल , दूध व विटामिन ए से भरपूर आहार लेना ज़रूरी है। आंख में जब तक किसी तरह की समस्या न हो तब तक किसी तरह की दवा न डालें।

पीआरवी की रफ्तार हो गई सुस्त तीसरे से गिरकर पांचवें स्थान पर

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। गुहार लगाने पर पुलिस जरूरतमंद के पास पिछले महीने की तुलना में देर से पहुंच रही है। उसकी रफ्तार सुस्त होने की वजह से प्रदेश में उसकी रैंगिंग तीन से गिरकर पांच तक पहुंच गई है। पुलिस लोगों तक 7.09 मिनट में पहुंच रही है जबकि पिछले महीने 7.08 मिनट में पहुंचती थी। हालांकि जोन पर जिले की पुलिस लगातार 25वें भी सबसे तेज है।पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) आपात कालीन नंबर 112 से जुड़ी है। सूचना मिलते ही इसको घटनास्थल पर रवाना किया जाता है। सूचना मिलने और मौके पर पहुंचने के समय को रिस्पांस टाइम कहा जाता है।

वर्ष 2022 में जिले की पुलिस का रिस्पांस टाइम बहुत खराब था लेकिन 2023 में लगातार स्थिति में सुधर हुआ। एक साल पहले जहां रिस्पांस टाइम आठ मिनट 38 सेकेंड था, जो एक मिनट तक घट चुका है। दिसंबर 2023 में रिस्पांस टाइम सात मिनट छह सेकेंड होने से प्रदेश में दूसरी रैंक मिली। मार्च महीने में सात मिनट नौ सेकेंड होने से जोन स्तर पर लगातार 25वें महीने जहां पहले स्थान पर है लेकिन एक सेकेंड समय कम होने के कारण प्रदेश स्तर पर तीसरी से पांचवे स्थान पर पहुंच गई है। पुलिस अधीक्षक डाॅ. मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि फरवरी में यूपी 112 की रिस्पांस टाइम में सुधार हुआ है। मार्च महीने रैंक कम हुई है, उस पर ध्यान दिया जाएगा।