जिस देश में आर्थिक तंगी से बच्चा और जिस्म बेचा जाता हो उस देश-प्रदेश का मुखिया अपने आप को जनसेवक कहे, इससे बड़ा हास्यपद बात कोई नही हो सकता है:-
भोजपुर – पूर्व विधायक भाई दिनेश ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश पर बिना नाम लिए बड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि जिस देश और प्रदेश में आर्थिक तंगी के कारण अपना बच्चा और जिस्म बेचा जाता हो वैसे प्रदेश और देश के मुखिया द्वारा एड़ी उठाकर अपना प्रदेश और देश को विकसित ,विकासशील होने डंका बजाया जाता है जो अपने एक सभा पर 10 करोड़,पांच करोड़,दो करोड़ रुपए खर्च करते हो यह पूरी तरह हास्यपद बाते है।
उन्होंने कहा कि जहां खाद्य पदार्थों में मिलावट होता हो, जहां जीवन रक्षक दावा में भी मिलावट होता हो, जहां समाज का रक्षक ही समाज का शोषण करता हो,जहा भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले डाक्टर पैसा के लिए आम इंसान का जान लेता हो, केवल पैसा के लिए जो जरूरी नहीं है वैसे भी दावा मंगाते हो,जांच कराते हो ,किडनी निकालते हो, मरे हुए मरीज को आईसीसीयू ,विंडेलेटर पर रखकर पैसा लेते हो वैसे प्रदेश और देश का मुखिया अपने आप को जन सेवक कहे क्या यह अति हास्यपद नही है?
भाई दिनेश ने कहा कि जिसे देश की सीमा - समाज - सम्मान की सुरक्षा का जिमेवारी है वही पैसे के लिए घुसपैठ करता हो,अपमानित करता हो फिर हम कहे की विश्व गुरु बन गया हूं क्या यह हास्यपद नही है ? लोकतंत्र का पाया विधायिका ,कार्यपालिका ,न्यापालिका और चौथा स्तंभ जिसका जिमेवारी और जवाबदेही आम जनता का समस्या जानना और समाधान करना ,आम आदमी के नियम और नीति बनाना,समय पर कार्य का निपटारा करना ,पीड़ित को न्याय देना सरकार और प्रशासन को समाज का वास्तविक स्थिति को दिखाना है अगर वो ही पैसे से ,पद से,पूर्वाग्रह से ग्रसित हो जाए फिर हम कहे शुसान है , कलम और कैमरा स्वतंत्र है तो ये हास्यपद ही है।
कहा कि शिक्षा -स्वास्थ्य जिसे मानव जीवन के संपूर्ण विकाश की नीव रखी जाती है उसे पूर्णरूप से बाजारीकरण कर देना फिर भी कहना की हम 140 करोड़ का ख्याल रखते है तो यह हास्यपद ही है। भाई दिनेश ने कहा कि जिस संविधान की रक्षा के लिए कसम खाते हैं उस संविधान को ही समाप्त करने की नियत रखते है ,संविधान के विरुद्ध काम करते हैं,संविधान को कमजोर करते है अपने महत्त्वकांक्षा को पूरा करने के लिए संविधान में संशोधन करते है फिर भी कहते हैं की मैं बाबा साहेब डाक्टर भीम राव अम्बेडकर जी के संविधान की रक्षा करते है तो यह हास्य पद ही है ।
भाई दिनेश ने कहा कि जिस देश का मुखिया अपने वादे को जुमला कहे इससे बड़ा हास्य पद बाते कोई हो ही नहीं सकता है जो बहुत ही लोकतंत्र गलत है।
भोजपुर से अरुण कुमार ओझा
Apr 03 2024, 19:55