राबर्ट्सगंज लोस सीट पर बसपा ने घोषित किया प्रत्याशी, पार्टी के मंडल प्रभारी धनेश्वर गौतम को घोषित किया है प्रत्याशी

सोनभद्र। प्रत्याशी चयन को लेकर सपा और भाजपा गठबंधन में बने ऊहापोह के बीच बसपा ने रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर पत्ते खोल दिए हैं। पार्टी ने मंडल प्रभारी धनेश्वर गौतम को प्रत्याशी घोषित किया है।

शनिवार को रामलीला मैदान में हुए लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में इसका एलान किया गया।

पेशे से अधिवक्ता धनेश्वर गौतम मिर्जापुर के लालगंज क्षेत्र के निवासी हैं।

वर्ष 2017 और 2022 में वह बसपा के टिकट पर छानबे विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। अब वह रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर ताल ठोकेंगे। धनेश्वर गौतम ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर होने के बाद भी रॉबर्ट्सगंज का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है। पूर्ववर्ती सरकारों ने इस क्षेत्र के दबे-कुचले वर्ग की उपेक्षा की है। उनकी आवाज बनकर वह जनता में जाएंगे।

बसपा जिलाध्यक्ष बी. सागर ने कहा कि पार्टी ने पुराने व निष्ठावान कार्यकर्ता को प्रत्याशी घोषित किया है। रॉबर्ट्सगंज सीट पर अभी तक सपा और भाजपा गठबंधन की ओर से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।

मजदूरों की आवास से बेदखली विधि विरुद्ध - ठेका मजदूर यूनियन, सीजीएम ओबरा से ठेका मजदूर यूनियन का मिला प्रतिनिधिमंडल

 

ओबरा, सोनभद्र । तापीय परियोजना में वर्षों से कार्य कर रहे ठेका मजदूरों को मिले आवासों से बेदखल करने, उनके आवास की लाईट व पानी काटने की कार्रवाई के खिलाफ आज ठेका मजदूर यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मुख्य महाप्रबंधक ओबरा तापीय परियोजना इंजीनियर राधेमोहन से मिला और उनसे बिना वैकल्पिक व्यवस्था के बेदखली की कार्रवाई पर त्तकाल रोक लगाने की मांग की। 

    

 सीजीएम को दिए पत्रक में यूनियन ने अवगत कराया कि 1997 में मजदूर यूनियन और प्रबंधन के बीच में यह समझौता हुआ था कि परियोजना में कार्यरत में ठेका मजदूरों को आवास का आवंटन किया जाएगा। ऐसा ही प्रावधान ठेका मजदूर कानून 1972 में भी है। इस समझौतें और कानून के मुताबिक मजदूरों को आवास का आवंटन किया गया और वह अपने परिवारों के साथ वर्षों से इन आवासों में रह रहे हैं। बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था का इंतजाम किए हुए बेहद कम मजदूरी पर काम करने वाले ठेका मजदूरों को उनके आवास से बेदखल करने की कार्रवाई विधि के विरुद्ध है। 

विधिक स्थिति यह है कि प्रबंधन और मजदूर संगठन के बीच हुए समझौतें से यदि कोई सुविधा प्रदान की जाती है तो उसे समाप्त नहीं किया जायेगा और प्रबंधन व संविदाकार को ठेका मजदूरों को रहने के लिए आवास का आवंटन करना चाहिए। अत: परियोजना के प्रशासन को बेदखली की इस अवैधानिक कार्रवाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगानी चाहिए।

 प्रतिनिधिमंडल से सीजेएम ने कहा कि बेदखली की कार्रवाई उच्चाधिकारियों के आदेश पर हो रही है फिर भी मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा और उच्च अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया जाएगा। 

   यूनियन के नेताओं ने बताया कि ठेका मजदूरों की न्यूनतम वेतन का वेज रिवीजन पांच वर्षों से ना होने के कारण बेहद कम मजदूरी में उन्हें काम करना पड़ता है और यदि ओबरा में उन्हें किराए का मकान लेकर रहना पड़ा तो वह अपने परिवार का वह भरण पोषण भी नहीं कर पाएंगे। इतना ही नहीं परियोजना में तो न्यूनतम मजदूरी का भी भुगतान नहीं किया जाता और कई महीनों से मजदूरी भी बकाया रखी जाती है। हालत इतनी बुरी है कि मजदूरों को सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए जा रहे हैं। अब घर से भी उन्हें बेदखल कर सड़क पर ला देने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में मजदूरों के परिवार को भुखमरी से बचाने और उनके गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करना प्रशासन व प्रबंधन का संवैधानिक दायित्व है, जिसे पूरा किया जाना चाहिए। 

प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के जिला उपाध्यक्ष तीर्थराज यादव, संयुक्त मंत्री मोहन प्रसाद, पंकज कुमार, अरविंद माली, फुलेंद्र झा, मोहनलाल, परशुराम, नरेश आदि लोग शामिल रहे। पत्रक की प्रतिलिपि पीएम, सीएम, ऊर्जा मंत्री, एमडी उत्पादन निगम, डीएम, एसपी व डीएलसी को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी गई है।

ट्रांसफार्मर की चिंगारी से गेहूं की फसल में लगी आग

राजगढ़ मिर्जापुर /राजगढ़ क्षेत्र के धनसिरीया ग्राम सभा के सतौहा में किसान अमृत लाल सिंह कितने अपने खेत पर सिंचाई के लिए किसान पंप सेट योजना के तहत उच्च क्षमता का विद्युत कनेक्शन लिया है ।

कई सालों से बिजली विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने एवं जर्जर बिजली के तारों से आपूर्ति की जा रही है। हर साल गर्मी शुरू होते ही बिजली के तारों से निकली चिंगारी से गेहूं की फसल जल का राख हो जाती है। एक तरफ लू का प्रकोप तो दूसरी तरफ जर्जर बिजली के तार से बिजली की सप्लाई से निकली चिंगारी से अमृत लाल सिंह के एक बीघा गेहूं की फसल जल का राख हो गई। किसी तरह ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया और मिट्टी बालू डालकर आग को बुझाया गया।

पुरैनिया में सड़क के किनारे जर्जर बिजली के तार खाबो में लटक रहे हैं लेकिन इसे बलवान के लिए बिजली विभाग के पास समय नहीं है।

बार कौंसिल मृत्यु दावा प्रार्थना पत्रों का शीघ्र करे निस्तारण : राकेश शरण मिश्र

सोनभद्र। विगत कई वर्षों से उत्तर प्रदेश के हजारों अधिवक्ताओं के क्लेम आवेदन पत्रों का बार कौंसिल द्वारा जल्द निस्तारण ना करना बहुत ही दुःखद और निराशाजनक है।

उक्त बातें संयुक्त अधिवक्ता महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चेयरमैन को प्रेषित पत्र में लिखा है। उन्होंने बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चेयरमैन को प्रेषित पत्र में लिखा है कि प्रदेश के हजारों अधिवक्ताओं के मेडिकल क्लेम, डेथ क्लेम एवं अधिवक्ता कल्याण निधि क्लेम आदि के आवेदन पत्रों का जो विगत कई वर्षों से विचाराधीन है के जल्द से जल्द निस्तारण करने की मांग करता हूं। उन्होंने लिखा है कि बड़े ही दुःख के साथ लिखना पड़ रहा है कि जनपद सोनभद्र सहित उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों के सैकड़ो अधिवक्ताओं के क्लेंम आवेदन पत्रों के निस्तारण हेतु बार कौंसिल द्वारा प्रभावी कदम नही उठाया जा रहा है।

जिससे बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के कार्यशैली के प्रति प्रदेश के अधिवक्ता साथियों व उनके आश्रितों के हृदय में अत्यधिक दुःख,आक्रोश व अविश्वास ब्याप्त है।

प्रदेश के अधिवक्ता साथियों का आरोप है कि "बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा अधिवक्ताओं के क्लेम आवेदन पत्रों के निस्तारण आशानुकूल नहीं होने से दिवंगत अधिवक्ताओं के आश्रितों को बहुत ही दुःखद स्थिति से गुजरना पड़ रहा है।

महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पत्र में लिखा है कि बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं की संस्था है और प्रदेश के सभी पंजीकृत अधिवक्ता इस संस्था के सदस्य हैं इसलिए आप से अनुरोध करता हूं कि आप बिना किसी भेदभाव के निष्पक्ष रूप से विचाराधीन क्लेम प्रार्थना पत्रों का निस्तारण जल्द से जल्द करवाने की कृपा करे जिससे बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के प्रति प्रदेश के अधिवक्ताओ का विश्वास कायम रह सकें।

साथ ही श्री मिश्र ने अपने पत्र में सोनभद्र के दिवंगत अधिवक्ता साथियों की एक सूची भी अंकित करते हुए उक्त मृत्यु दावा प्रार्थना पत्रों का निस्तारण जल्द से जल्द करवाने की अपील की है। जिसमें स्वर्गीय अरुण कुमार पांडेय अधिवक्ता पंजीयन संख्या 02293/1987, स्वर्गीय सुरेश श्रीवास्तव अधिवक्ता पंजीयन संख्या-09203/2001, स्वर्गीय शशि रंजन श्रीवास्तव अधिवक्ता पंजीयन संख्या-10306/1999, स्वर्गीय बाबू राम अधिवक्ता पंजीयन संख्या-00837/2012,

स्वर्गीय अरविंद कुमार जैसवार अधिवक्ता पंजीयन संख्या-02336/2010, स्वर्गीय दीपक कुमार जायसवाल अधिवक्ता पंजीयन संख्या-4414/2006, एवम स्वर्गीय जय प्रकाश चौबे मुख्य रूप से है।

मीरजापुर : कार-बाइक की टक्कर में एक के दर्दनाक मौत

मीरजापुर। जिले के कछवां थाना क्षेत्र अंतर्गत कार और बाइक की हुई टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। 

सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। जानकारी के अनुसार सोमवार को थाना कछवां क्षेत्रांतर्गत ग्राम गोधन के पास स्विफ्ट डिजायर कार UP 67 AA 7129 व मोटर साइकिल UP 65 EQ 8637 की आपर में टक्कर हो गयी। 

जिसमें मोटर साइकिल सवार अवधेश पटेल पुत्र स्वर्गीय रामचंद्र पटेल निवासी जमुआ थाना कछवां 25 वर्ष की मौके पर ही मृत्यु हो गयी। सूचना पर पुलिस के उच्चाधिकारीगण सहित थाना कछवां पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंच कर मृतक के शव को कब्जे में लेकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई है।

सोनभद्र में सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य हेमू का बनेगा ऐतिहासिक स्थल : डॉ एके गुप्ता

सोनभद्र। आल इंडिया रौनियार वैश्य समाज परिवार के होली मिलन समारोह का आयोजन आदित्य बिरला पब्लिक स्कूल म्योरपुर, सोनभद्र के प्रांगण में सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित हेमू के चित्र पर दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शभारंभ हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था के संस्थापक, अध्यक्ष डॉ एके गुप्ता (रौनियार) ने कहा कि जनपद सोनभद्र में रौनियार वैश्य समाज की बड़े पैमाने पर जनसंख्या व वोटर हैं।

रौनियार समाज के अग्रज सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित हेमू का जनपद सोनभद्र में भव्य एवं ऐतिहासिक स्मारक स्थल व धर्मशाला निर्माण होगा, जिसके प्रयास जारी है। ऑल इंडिया रौनियार वैश्य समाज के संस्थापक, अध्यक्ष डॉ एके गुप्ता (रौनियार) ने होली मिलन समारोह में उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सोनभद्र उत्तर प्रदेश के अलावा नई दिल्ली, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओड़िशा आदि राज्यों व जिलों में रौनियार वैश्य समाज परिवार की बड़े पैमाने पर संख्या (वोट) हैं, जो राजनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता रखते है समाज के लोगों की अनदेखी व नजर-अंदाज करने वाले लोगों को समय आने पर समाज के लोग इसका जवाब अवश्य देंगे।

समाज के लोगों का हक अधिकार न मिलाना, उपेक्षा, उत्पीड़न, प्रताड़ित किया जाना निंदा का विषय है। अब समाज के लोग जाग उठे हैं समाज के लोगों का संगठित होना, राजनीति के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर भाग लेना, गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाना, समाज के लड़के लड़कियों की शादी विवाह से संबंधित कार्यक्रमों का होना, दहेज प्रथा पर रोक लगाये जाने चिंतन किया जाना, सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य हेमू जी के नाम से जनपद सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा में भब्य एवं ऐतिहासिक स्मारक स्थल, धर्मशाला आदि बनाए जाने हेतु बड़ी पहल व जमीन की तलाश होना, जमीन मिलते के साथ ही भव्य एवं ऐतिहासिक स्मारक व धर्मशाला का निर्माण कराया जाना ही हम सभी लोगों का मुख्य उद्देश्य है।

कृष्ण मुरारी गुप्ता संरक्षक ने कहा कि रौनियार वैश्य समाज के नाम पर अन्य समुदाय के लोग इसका फायदा ले रहे हैं अब वह समय आ गया है कि रौनियार समाज अपने हक व अधिकार के लिए सक्रिय हो गया है इतने बड़े पैमाने पर रौनियार समाज के वोटरों की संख्या है जो चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं। जब तक समाज के लोगों का हक व अधिकार नहीं मिलता है तब तक सामाजिक लड़ाई जारी रहेगी हम सभी लोग पीछे हटने वाले नहीं है। राम सहाई रौनियार उपाध्यक्ष ने कहा कि दुद्धी विधानसभा सभी गांव-गांव में समाज का गठन हो चुका है समाज के लोगों के अंदर काफी जागरूकता आई है अपने हक व अधिकार के लिए महिलाएं पुरुष घर से बाहर निकलना शुरू कर दिए हैं परिवार के लोगों का एक मंच पर आना, संगठित होना, होली मिलन समारोह में बढ़ चढ़कर शामिल होना, लोगों में उत्साह होना, दूसरे राज्यों के साथ-साथ गांव-गांव में लोगों का सक्रिय होना क्षेत्र व समाज के लिए ऐतिहासिक कार्य है।

समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी राजेश गुप्ता (रौनियार), बैजनाथ रौनियार, प्रेमचंद रौनियार, शिव शंकर रौनियार (अधिवक्ता), मानदेव रौनियार, आनंद रौनियार, डॉ लखन राम जंगली, बाबूराम रौनियार लोगों ने भी अपने विचार रखें। उक्त अवसर पर उमाशंकर गुप्ता, जयंत प्रसाद रौनियार, नंदलाल गुप्ता, अशर्फी लाल रौनियार, ललन प्रसाद रौनियार, सुरेश गुप्ता, राजू रौनियार बाबूराम रौनियार, द्वारिका प्रसाद, अभिषेक रौनियार, आनंद रौनियार, शंभू नाथ गुप्ता, नंदलाल रौनियार, दिनेश गुप्ता, विनोद रौनियार, मनोज गुप्ता नवनीत रौनियार, शिवपूजन रौनियार, रमा शंकर रौनियार, कृष्ण कुमार, गणेश रौनियार, लक्ष्मी नारायण रौनियार, रमेश रौनियार, अजय रौनियार, लल्लन प्रसाद, संजय रौनियार, जगमोहन रौनियार आदि समाज के लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन वासुदेव रौनियार, मनोज रौनियार ने किया।

ओबरा तापीय परियोजना : बिजली उत्पादन के क्षेत्र में यूपी के लिए उपलब्धी उपलब्धि भरी खबर

सोनभद्र। विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में राज्य के लिए उपलब्धि भरी एक बड़ी खबर है। जिले के ओबरा में निमार्णाधीन 1320 मेगावाट की ओबरा-सी परियोजना की दूसरी इकाई को सफलतापूर्वक लाइट अप कर लिया गया है। इस इकाई की क्षमता 660 मेगावाट है। प्रारंभिक लाइट अप परीक्षण सफल होने पर अभियंताओं में खुशी देखी गई है। अन्य प्रक्रियाओं के बाद जुलाई तक इस इकाई से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गयावहै।

 परियोजना से जुड़े अधिकारियों की माने तो इस परियोजना की इतनी ही क्षमता वाली पहली इकाई से कॉमर्शियल उत्पादन की सभी प्रक्रियाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं। अब सब कुछ ठीक रहा तो इस वर्ष 1320 मेगावाट की अतिरिक्त बिजली सूबे को मिलने लगेगी। ओबरा तापीय परियोजना के विस्तारीकरण के तहत 1320 मेगावाट की ओबरा सी परियोजना पर काम चल रहा है। 

कोरिया री कंपनी कर रही है निर्माण

कोरिया की दुसान कंपनी इसका निर्माण कर रही है। शनिवार को दोपहर बाद 660 - मेगावाट की दूसरी इकाई को लाइटअप कर सफलता पूर्वक प्रारंभिक परीक्षण किया गया।लाइटअप से पहले मुख्य महाप्रबंधक इं. राधेमोहन के नेतृत्व में परियोजना और निर्माण कार्य कर रही कोरिया की दुसान पावर कंपनी के इंजीनियर ने सभी पहलुओं का बारीकी से निरीक्षण किया। ओबरा में निमार्णाधीन सी परियोजना का ब्वायलर हाइड्रो, एफडी फैन, फायर बूस्टर पंप, फायर वाटर पंप हाउस

एलडीओ डे आयल टैंक, आॅक्स ब्वायलर का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि दूसरी इकाई का प्रारंभिक लाइटअप कर ब्वायलर टेस्टिंग व प्रेशर पार्ट का परीक्षण कर लिया गया है। मई 2024 तक स्टीम ब्लोइंग करने और जुलाई तक इकाई को उत्पादन पर लाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पूर्व 660 मेगावाट की पहली इकाई से कामर्शियल उत्पादन की सभी औपचारिकताएं पूरी

की जा चुकी हैं।

 सब कुछ ठीक रहा तो मानसून सत्र तक ओबरा सी से प्रदेश को 1320 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी। इस मौके पर ओबरा सी परियोजना के महाप्रबंधक प्रशासन इं. एसके सिंघल, इं. तुलसीदास, उप महाप्रबंधक इं. एके राय, अधीक्षण अभियंता इं. अच्यूतेश कुमार, इं. संजय कुमार पांडेय, इं. सुनील कुमार, एक्सईएन ई. अवधेश कुमार सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर यांग चू पार्क, महाप्रबंधक डीजी सिन आदि सहित परियोजना से जुड़े हुए लोग मौजूद रहे हैं।

बिंद समाज के होली मिलन समारोह में कुरीतियों से बचने की दी गई सलाह

मीरजापुर। अखिल भारतवर्षीय बिंद जाति महासभा जनपद इकाई के तत्वाधान में होली मिलन समारोह का आयोजन देवापुर पचवल ग्राम सभा में किया गया।

इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष इंजीनियर हीरामणि बिंद ने कहा कि बिंद समाज को आगे बढ़ाने के लिए समाज को संगठित होना बहुत ही आवश्यक है। कहां समाज की समृद्धि के लिए सभी का एकजुट और शिक्षित होना समय की आवश्यकता भी है। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष डॉ सीएल बिंद ने संगठन के लोगों की एकजुटता पर जोर देते हुए समारोह की उपयोगिता बताई है।

अन्य वक्ताओं ने कुरीतियों से बचने की सलाह देते हुए अंधविश्वास एवं नशाखोरी से दूर रहने की बात कही। इस मौके पर एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर मिष्ठान का वितरण किया गया।

कार्यक्रम में तुलसीदास बिंद, राम गोपाल बिंद, सियाराम, विद्यासागर बिंद, राजबली प्रभा शंकर बिंद, रामसागर, रमाशंकर, मनोज बिंद, सुखराम, मनीष कुमार, रामविलास, जग प्रसाद बिंद इत्यादि उपस्थित रहे।

मीरजापुर : आरसीसी सड़क क्षतिग्रस्त ठेकेदार की लापरवाही ग्रामीण पर पड़ रही भारी

मिजार्पुर। राजगढ़ विकास खंड क्षेत्र के धनसिरीया ग्राम सभा के सतौहा संपर्क मार्ग पर बना आरसीसी और तारकोल सड़क गढ्ढे में तब्दील हो गया है। जहां आए दिन बाईक सवार गिर कर घायल हो रहे हैं। लेकिन ठेकेदार का कहीं भी आता पता नहीं है ना ही ठेकेदार द्वारा सड़क मार्ग और अपना मोबाइल नंबर और नाही कोई बोर्ड पर लिखा है। पिछले साल मई जून के आसपास सड़क और आरसीसी सड़क का निर्माण एक साथ कराया गया। अभी साल भर भी नहीं हुए की आरसीसी सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई।

गिट्टियां उखड़ कर नाली और खेतों में चली गई। इतने बड़े-बड़े गड्ढे हो गए कि अगर संभल का नहीं चले तो गिरना तय है। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। लेकिन जांच के नाम पर आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। जिले के आला अधिकारी भी मौके पर नहीं गए। जिससे स्थानिय ग्रामीणों के अलावा व्यापारियों को भी भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने अपना विरोध भी जाते और काफी आक्रोशित थे। क्षेत्र के रिशु सिंह ने कहा कि ठेकेदार ने घटिया क्वालिटी का निर्माण करा कर आरसीसी और सड़क दोनों का निर्माण कराया गया। लेकिन एक साल भी नहीं हुआ कि जगह-जगह सड़के गड्ढों में तब्दील हो गई। और आरसीसी उखड़ कर खेतों में चली गई।

क्षेत्र के विनोद कुमार सिंह शिव कुमार सिंह गिरिजा सिंह महेंद्र सिंह सोनू सिंह ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में जितनी भी सड़के आरसीसी बन रही है। सभी घटिया क्वालिटी की बन रही है। जांच के नाम पर कोई भी अधिकारी ग्रामीण इलाकों में जाना उचित नहीं समझता है। जिस ठेकेदार मनमाने तरीके से सड़कों का निर्माण कर देते हैं और भुगतना ग्रामीण व्यापारियों स्कूली बच्चों को पड़ता है।

जिला वालीबाल संघ की बैठक में वॉलीबॉल खेल का पेश हुआ रिपोर्ट कार्ड

मिजार्पुर। जिला वालीबाल संघ की बैठक कैंब्रिज स्कूल कछवां के सभागार में संपन्न हुई। कार्यक्रम का संचालन एसपी त्रिपाठी महासचिव जिला ओलंपिक संघ एवं वालीबाल संघ ने करते हुए विगत कई वर्षों मिजार्पुर की जनपद में कराई गई वॉलीबॉल खेल के विषय में अपना रिपोर्ट पेश किया। इस वर्ष पुलिस लाइन में कराए गए ऐतिहासिक जिला वॉलीबॉल प्रतियोगिता की भी रिपोर्ट पेश की तथा आगामी वॉलीबॉल खेल को बढ़ाने के के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी सुझाया, जिसका सभी सदस्यों ने हर्ष ध्वनि से स्वागत किया। आगामी चुनाव के संबंध में चर्चा हुई तथा अब तक की रिपोर्ट चिट फंड एसोसिएट में प्रगति करने की लिए कहा गया। 

सभी सदस्यों ने एकमत से एसपी त्रिपाठी को महासचिव जिला वालीबाल संघ के द्वारा किए गए कार्यों की हर्ष ध्वनि से सहमति प्रदान किया। अंत में जिला वालीबाल संघ के अध्यक्ष प्रताप नारायण तिवारी ने तथा सभी सदस्यों ने महासचिव एसपी त्रिपाठी को सारे निर्णय करने की सहमति प्रदान किया। चेयरमैन प्रतिनिधि ने भी वालीबाल संघ के कार्यों की सराहना की एवं खेल के संबंध में हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। हर्षोउलास के साथ बैठक का समापन किया गया।जिसमें जिला वालीबाल संघ के अध्यक्ष प्रताप नारायण तिवारी की अध्यक्षता में तथा कछवा नगर पंचायत के मेयर प्रतिनिधि राजेश कुमार जायसवाल तथा कॉलेज के प्रबंधक संजय कुमार सिंह तथा कार्यकारिणी के राकेश तिवारी, विनय प्रकाश द्विवेदी, मनोज कुमार, नीरज कुमार, रविंद्र प्रताप सिंह, भृगु नाथ सिंह, जेगोपाल सिंह के अलावा अधिकांश सदस्यों ने भाग लिया।